Friday, April 19, 2024
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के.डी. हास्पिटल में महिला के यकृत से निकालीं दो बड़ी गांठें

मथुरा। के.डी. मेडिकल कालेज-हास्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर के विशेषज्ञ शल्य चिकित्सक डॉ. श्याम बिहारी शर्मा और उनकी टीम ने ग्राम माचर, तहसील खुरजा जिला बुलंदशहर निवासी बबली (35) के यकृत (लीवर) से सर्जरी द्वारा दो बड़ी-बड़ी गांठें निकालकर उसे नया जीवन प्रदान किया है। अब बबली पूरी तरह स्वस्थ है और उसे पेट दर्द से भी निजात मिल गई है।
ज्ञातव्य है कि ग्राम माचर, तहसील खुरजा जिला बुलंदशहर निवासी बबली पत्नी प्रह्लाद लम्बे समय से पेट दर्द और उल्टियां होने से परेशान थी। उसे कई हास्पिटलों में दिखाया गया लेकिन परेशानी यथावत बनी रही। आखिरकार 21 जनवरी को उसे के.डी. मेडिकल कालेज-हास्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर लाया गया। डॉ. जितेन्द्र द्वारा मरीज का परीक्षण करने के बाद पता चला कि उसके यकृत (लीवर) में गांठ है। बबली का अल्ट्रासाउण्ड और सी.टी. स्कैन कराने के इस बात की पुष्टि हुई कि उसके लीवर में एक नहीं दो बड़ी-बड़ी गांठें हैं, जिसका आपरेशन ही एकमात्र इलाज है।
आपरेशन पूर्व की सारी तैयारियों के बाद 24 जनवरी को विशेषज्ञ शल्य चिकित्सक डॉ. श्याम बिहारी शर्मा द्वारा बबली की सर्जरी कर उसके यकृत (लीवर) से दो गांठें निकाली गईं। इस सर्जरी में डॉ. श्याम बिहारी शर्मा का सहयोग डॉ. विक्रम यादव, डॉ. नवीन, निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ. नवीन सिंह, सहायक पवन शर्मा, रवि सैनी, शिवम आदि ने किया। बबली अब पूर्ण स्वस्थ है। उसे हास्पिटल से छुट्टी दे दी गई है तथा उसे छह सप्ताह तक दवाइयां लेनी होंगी।
डॉ. श्याम बिहारी शर्मा का कहना है कि यह बीमारी किसी को भी किसी भी उम्र में हो सकती है। पशुपालन से जुड़े लोगों तथा साग-सब्जी को धोकर न खाने वाले लोगों में यह समस्या प्रायः हो जाती है। डॉ. शर्मा का कहना है कि पशुपालकों को खाना खाने से पूर्व एहतियातन अपने हाथ साबुन से जरूर धोने चाहिए तथा बच्चों को भी स्वच्छ वातावरण में ही भोजन कराना चाहिए।
आर.के. एज्यूकेशन हब के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, चेयरमैन मनोज अग्रवाल, डीन डॉ. रामकुमार अशोका ने बबली की सफल सर्जरी के लिए डॉक्टरों की टीम को बधाई दी है।

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