Friday, April 26, 2024
Homeडिवाइन (आध्यात्म की ओर)योगीराज श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की चमक कोरोना महामारी की वजह से फ़ीकी,असंख्य लगने...

योगीराज श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की चमक कोरोना महामारी की वजह से फ़ीकी,असंख्य लगने वाले भंडारे,सड़कों पर गूंजता धार्मिक संगीत गायब

रिपोर्ट रवि यादव

मथुरा – कोरोना महामारी के कारण संपूर्ण विश्व अपनी धुरी से उतरता हुआ प्रतीत होता है , दैनिक दिनचर्या, सैकड़ो साल पुरानी परम्परायें सब कुछ हिल से गया। इस कोरोना काल में सम्पूर्ण मानव जाति भयभीत है। सदियों पुरानी चली आ रही रीति-रिवाज निभाने में भी लोग कतराते नज़र आ रहे है, व्यवसाय,नौकरी,पढ़ाई, सब प्रभावित हुई है, पूरे विश्व में भारत एक ऐसा देश जहाँ सबसे ज्यादा धार्मिक पर्व और त्योहार मनाए जाते हैं। ऐसा ही एक पर्व है योगिराज भगवान श्री कृष्ण का जन्मदिवस, जिसे सिर्फ भारत ही नही बल्कि विश्व के अन्य देशों में भी मनाया जाता है। भारत देश में यह पर्व भगवान श्री कृष्ण की जन्मस्थली मथुरा में केंद्रित है, ब्रजक्षेत्र का प्रमुख पर्व श्री कृष्ण जन्माष्टमी इस बार कोरोना महामारी के प्रभाव की शिकार है,

जन्माष्टमी पर्व पर मथुरा जनपद सूना सा नजर आ रहा है। श्रद्धालुओं को मंदिरों में प्रवेश की अनुमति नहीं है।प्रतिवर्ष इस पर्व को मनाने देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु मथुरा आया करते थे। जो पूरे ब्रजक्षेत्र के मंदिरों के दर्शन करते थे और ब्रज के पर्यटन और व्यवसाय का मुख्य केंद्र भी होते थे। परंतु अबकी बार सरकारी गाइडलाइन के अनुसार मंदिरों मे सार्वजनिक आयोजनों और भीड़ पर प्रतिबंध था। इसलिए इसबार मंदिरों मे धार्मिक आयोजन निमित्त मात्र थे,श्री कृष्ण जन्मस्थान मंदिर के गर्भ गृह में केवल पुजारी और सेवायतो का प्रवेश था ,,जिनके द्वारा भगवान श्री कृष्ण को पोशाक आदि धारण कराई गई यानी कि इस पर्व का आयोजन बगैर श्रद्धालुओं के रहा।,इसके साथ ही नगर में हर गली नुक्कड़ और चौराहे पर भंडारे प्याऊ एवं सामाजिक सांस्कृतिक रंगारंग कार्यक्रम आयोजित होते रहते थे।

लेकिन इस बार जनपद की सड़कें और चौराहे पूरी तरह सुने नजर आए गलियों में मटकी फोड़ प्रतियोगिता धार्मिक कार्यक्रम शोभायात्रा आदि आयोजित होती थी,, लेकिन कोरोना महामारी के चलते जिला प्रशासन द्वारा किसी भी कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी गई ।जिसके चलते भगवान श्री कृष्ण के बाल सखा ग्वाल बाल और भक्तों में भारी निराशा देखने को मिली,, हालात यह रहे कि भगवान श्रीकृष्ण की पोशाक और मूर्तियां बेचकर जो कारीगर अपना जीवन यापन करते थे। वह भी इस बार हाथ पर हाथ रखे बैठे रहे ,और उनकी दुकान पर ग्राहक ना के बराबर पहुंचे वहीं आम जनमानस भी इस बार कोरोनामहामारी की चपेट में रहा,, बीमारी और आर्थिक तंगी की वजह से कई घरों में यह यह त्यौहार मात्र खानापूर्ति बनकर रह गयाl श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर हर ब्रजवासी ने और हर कृष्ण भक्त ने बस भगवान श्रीकृष्ण से यही प्रार्थना की ,,कि हे प्रभु कोरोनावायरस शीघ्र इस संसार से समाप्त करें जिससे कि लोगों का जीवन बच सके और जिंदगी पहले जैसी खुशहाल हो सकेl

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments