- मां की आत्महत्या के पुराने केस में उनके घर पहुंची पुलिस
- पुलिस नहीं बता रही गिऱफ्तारी का कारण
मुंबई। पुलिस ने एक इंटीरियर डिजाइनर और उनकी मां की आत्महत्या के मामले में रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी को बुधवार सुबह उनके घर से गिरफ्तार कर लिया। रिपब्लिक न्यूज चैनल का दावा है के अर्नब को उस मामले में गिरफ्तार किया गया है, जो पहले ही बंद किया जा चुका है।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तारी के बाद अर्नब को अलीबाग ले जाया गया है। पुलिस महानिरीक्षक (कोंकण रेंज) संजय मोहिते ने पुष्टि की कि अर्नब गोस्वामी को रायगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार किया है। हालांकि, उन्होंने अधिक विवरणों देने से इनकार कर दिया। अर्नब को अलीबाग ले जाया जा रहा है और आज बाद में स्थानीय अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा।
मुंबई पुलिस ने आधिकारिक तौर पर अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी किए जाने का कारण नहीें बता रही है। बताया जा रहा है कि डिजाइनर अन्वय नाइक और उनकी मां कुमुद नाइक की कथित आत्महत्या के मामले में उकसाने के आरोप में आईपीसी की धारा 306 के तहत अर्नब को गिरफ्तार किया या है। मई 2018 में आत्महत्या से पहले लिखे एक खत में अन्वय नाइक ने आरोप लगाया था कि अर्नब गोस्वामी ने रिपब्लिक नेटवर्क के स्टूडियो का इंटीरियर डिजाइन कराने के बाद भुगतान नहीं किया था।

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, अर्नब गोस्वामी ने आरोप लगाया है कि मुंबई पुलिस ने सुबह घर में घुसकर उनके साथ हाथापाई की है। रिपब्लिक टीवी चैनल ने वीडियो क्लिप शेयर किए हैं, जिनमें पुलिस गोस्वामी के घर के अंदर घुसती दिख रही है और झड़प भी हो रही है।
एएऩआई के अनुसार अर्णब गोस्वामी ने आरोप लगाया है कि मुंबई पुलिस ने उनके ससुर, सास, बेटे और पत्नी के साथ मारपीट की है। रिपब्लिक टीवी पर जो वीडियो चल रहे हैं, उसमें दावा किया जा रहा है कि पुलिस अर्णब से बदसलूकी करती दिख रही है।
जावड़ेकर ने की गिरफ्तारी की निंदा
केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी की निंदा की है और महाराष्ट्र सरकार पर हमला बोला है। प्रकाश जावड़ेकर ने ट्वीट किया कि हम महाराष्ट्र में प्रेस की आजादी पर हमले की निंदा करते हैं। यह प्रेस के साथ बर्ताव का तरीका नहीं है। यह हमें आपातकाल के उन दिनों की याद दिलाता है जब प्रेस के साथ इस तरह से व्यवहार किया गया था।
वहीं, उन्होंने हिन्दी में ट्वीट कर लिखा, ‘मुंबई में प्रेस-पत्रकारिता पर जो हमला हुआ है वह निंदनीय है। यह इमरजेंसी की तरह ही महाराष्ट्र सरकार की कार्यवाही है। हम इसकी भत्र्सना करते हैं।’