मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों की वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने, वैज्ञानिक तरीकों के उपयोग के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से विज्ञान मेले और प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। मेले और प्रदर्शनी में वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने के लिए जनपद के विभिन्न कालेजों के विद्यार्थियों ने मॉडल, पोस्टर और नवाचार के द्वारा अपनी सोच को मूर्तरूप दिया।
उद्घाटन सत्र के दौरान वक्ताओं ने प्रतिभागियों को गंभीर रूप से सोचने और समस्याओं से निपटने के लिए प्रोत्साहित किया। संस्कृति विश्वविद्यालय के स्टूडेंट वेलफेयर विभाग के डीन डा.डीएस तौमर ने कहा कि वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने के लिए विद्यार्थियों को वैज्ञानिक तरीकों का उपयोग करना चाहिए। बीच के अंतर को पाटने में मदद के लिए व्यावहारिक अनुभव पाने के लिए व्यवहारिक शिक्षा पर ध्यान देना होगा। ऐसे मौकों पर प्रतिभागियों को एक साथ काम करने, विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए और परियोजनाओं पर सहयोग करना चाहिए।
प्रचारक, मथुरा विभाग अरुण ने कहा कि विज्ञान मेला एवं प्रदर्शनी एक आकर्षक मंच है जो छात्रों, शिक्षकों और विज्ञान को एक साथ लाता है। संस्कृति विवि में कैप्स के निदेशक डा. रजनीश त्यागी ने कहा कि ऐसे मेले में उत्साही लोग अपने नवीन विचारों, प्रयोगों और परियोजनाओं को प्रदर्शित करने के लिए एक साथ आते हैं। यह उनको एक उच्च स्तरीय मंच प्रदान करता है। कार्यक्रम के संकाय समन्वयक डा. सुनील कुमार ने मेले और प्रदर्शनी के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम की एंकर सुश्री शुभ्रा पांडे और देवांशु सिंह थे। कार्यक्रम की संयोजक डा. नेहा पाठक थीं। छात्र कार्यक्रम समन्वयक कार्तिकेय पालीवाल थे।
कार्यक्रम में 20 स्कूलों के 500 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया। परियोजनाओं की विविधता और
विचार की गहराई ने न्यायाधीशों और आगंतुकों को समान रूप से प्रभावित किया। प्रत्येक प्रोजेक्ट का मूल्यांकन उसके आधार पर किया गया। कार्यक्रम का समापन एक पुरस्कार समारोह के साथ हुआ। संस्कृति विवि के कुलाधिपति डा. सचिन गुप्ता द्वारा विजेता विद्यार्थियों को पुरुस्कार वितरित किये गए। प्रत्येक में सर्वश्रेष्ठ प्रविष्टियों के लिए पुरस्कार वितरित किए गए। नवाचार और पर्यावरणीय प्रभाव के लिए भी विशेष पुरस्कार दिए गए। विजेताओं को प्रमाण पत्र और नकद पुरस्कार प्राप्त हुआ (प्रथम रैंक के लिए 11000 रुपये, दूसरे रैंक के लिए 5000 रुपये और 2500 रुपये)। कार्यशील माडल श्रेणी में प्रथम पुरस्कार रतन लाल फूल कटोरी (दीपांशु, कृतिका), द्वितीय पुरस्कार: श्रीजी इंटरनेशनल (हिमांशु, गीतू, रितिका सिंह, माही, मान्या), तीसरा पुरस्कार: श्रीजी इंटरनेशनल (साक्षी, रितु, दिव्या, याह्वी, काजल, खुशी) को प्रदान किया गया। गैर-कार्यशील मॉडल श्रेणी में
प्रथम पुरस्कार रतन लाल फूल कटोरी (पाखी, आध्या), दूसरा पुरस्कार पंडित देव दत्त मेमोरियल (तनु, शिवानी, तुलसी, अंशुल), तृतीय पुरस्कार सरस्वती विद्या मंदिर कोसी (यतिका, ललिता, शिवम, देवेश) को प्रदान किया गया। पोस्टर प्रदर्शनी में प्रथम पुरस्कार श्रीजी इंटरनेशनल (मनीष पांडे), द्वितीय पुरस्कार राधा स्वामी पब्लिक स्कूल (योगिता शर्मा), तीसरा पुरस्कार: श्री त्यागी मॉडर्न पब्लिक स्कूल (अंकित) को प्रदान किया गया। निर्णायक मंडल में संस्कृति विवि के एसओई विभाग की प्रो. डा. रेनू गुप्ता, संस्कृति स्कूल आफ फार्मेसी के डीन डा. डीके शर्मा, डा. केके सिंह, प्रो. वेराचिल्लई, डा. गजेंद्र सिंह चौहान, डा. कुंदन कुमार चौबे शामिल थे।
संस्कृति विवि में लगाया गया विज्ञान मेला और प्रदर्शनी
छात्र व छात्राओं से गीता के कर्म और शिक्षा के सिद्धांत समझाए
- गीता शोध संस्थान और गिव संस्था ने स्कूली बच्चों की किया श्रीमद्भगवद् गीता के प्रति प्रेरित
वृंदावन। गीता शोध संस्थान एवं रासलीला अकादमी ने गीता के प्रचार-प्रसार योजना के अंर्तगत शिक्षण संस्थानों में शैक्षणिक कार्यक्रम प्रारंभ किया है। इसमें गौरांग इंस्टीट्यूट पर वैदिक एजुकेशन (गिव) गोवर्धन का सहयोग है।
गीता शोध संस्थान वृंदावन के निदेशक प्रो दिनेश खन्ना के निर्देशन में वृंदावन के कैलाश नगर में विद्यालय सत्या देवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में गीता का प्रेरक कार्यक्रम आयोजित किया गया।
गिव गीता संस्था के आचार्य वृंदावन चंद्र दास की कृपापात्र माध्वी देवी दासी माताजी द्वारा श्रीमद् भगवद गीता पर अत्यंत प्रेरक व प्रभावशाली व्याख्यान दिया गया। विद्यालय के कक्षा 9 से 12वीं तक के बालक बालिकाओं ने गीता व्याख्यान को बहुत ही ध्यान से सुना।
व्याख्याता माध्वी ने कहा कि प्रत्येक मानव को आत्मा के लिए ज्ञान (आध्यात्मिक ज्ञान) ग्रहण करना अत्यंत ही आवश्यक है जो हमें श्रीमद् भगवद गीता से प्राप्त होता है। बालक बालिकाओं के साथ-साथ विद्यालय के आचार्य/आचार्याओं की उपस्थिति सराहनीय रही। विद्यालय के प्रधानाचार्य नरेंद्र दत्त शर्मा का विशेष सहयोग रहा। अकादमी के निदेशक प्रो दिनेश खन्ना जी के साथ प्रशिक्षक जगदीश पथसारिया, सुनील कुमार पाठक, विद्यालय से अर्चना त्रिपाठी, माधुरी, बलवीर चौहान, यज्ञपाल, दीपक जी आदि उपस्थित रहे।
गीता शोध संस्थान वृंदावन के समन्वयक चंद्र प्रताप सिंह सिकरवार ने अवगत कराया कि दोनों संस्थान के विद्वान लगातार ही वृन्दावन के शैक्षणिक संस्थानों ने जाकर गीता पर आधारित ये प्रेरक प्रोग्राम प्रस्तुत करेंगे।
के.डी. मेडिकल कॉलेज के आगाज-2024 में युवाओं ने जमाया रंग
- पलक सोनी और श्रीवर्धन अग्रवाल चुने गए मिस-मिस्टर फ्रेशर्स
- नवागंतुक मेडिकल छात्र-छात्राओं ने लिया शत-प्रतिशत सफलता का संकल्प
मथुरा। मेडिकल शिक्षा कठिन जरूर है लेकिन हम इसे अपनी लगन-मेहनत तथा अनुशासन से सहज बना सकते हैं। आपने अपने करियर के रूप में मेडिकल शिक्षा और के.डी. मेडिकल कॉलेज का चयन कर कोई गलती नहीं की। के.डी. मेडिकल कॉलेज अपने स्थापना वर्ष से ही अच्छी शिक्षा और प्रयोगात्मक चिकित्सकीय गतिविधियों के लिए प्रदेश के सर्वश्रेष्ठ मेडिकल कॉलेजों में शुमार किया जाता है, यहां से आप कुशल चिकित्सक बनकर निकलेंगे, ऐसा मेरा विश्वास है। यह बातें के.डी. मेडिकल कॉलेज के डीन और प्राचार्य डॉ. आर.के. अशोका ने आगाज-2024 में नवागंतुक मेडिकल छात्र-छात्राओं से साझा कीं। आगाज का आगाज प्राचार्य डॉ. आर.के. अशोका, महाप्रबंधक अरुण अग्रवाल आदि ने विद्या की आराध्य देवी मां सरस्वती पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया।
अपने सम्बोधन में डॉ. अशोका ने कहा कि चिकित्सक का पेशा चुनौतीपूर्ण होने के बावजूद हमारा समाज सेवाभाव के लिए उसे भगवान मानता है लेकिन यह तभी सम्भव है, जब हम अच्छे और कुशल चिकित्सक के रूप में पीड़ित मानवता की सेवा करें। जीवन का हर क्षण कीमती है, इसे व्यर्थ न जानें दें। पूरी निष्ठा और ईमानदारी से स्वयं तथा अपने माता-पिता के सपनों को साकार करें। उन्होंने कहा कि छात्र जीवन में अनुशासन का बहुत महत्व है। अनुशासन में रहकर एक साधारण विद्यार्थी भी सफलता के शिखर पर पहुंच सकता है।
डॉ. अशोका ने नवागंतुक छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि वे लगन और मेहनत से के.डी. मेडिकल कॉलेज की ऐतिहासिक परम्परा को कायम रखें। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि के.डी. मेडिकल कॉलेज उत्तर प्रदेश के निजी चिकित्सा संस्थानों ही नहीं शासकीय चिकित्सा संस्थानों में भी श्रेष्ठतम में से एक है। डॉ. अशोका ने छात्र-छात्राओं को अनुशासन और चिकित्सकीय नैतिकता का संकल्प दिलाते हुए उम्मीद जताई कि वे कॉलेज की शत-प्रतिशत सफलता की परम्परा को कायम रखेंगे।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा कि के.डी. मेडिकल कॉलेज में हर बच्चे को संस्कार, शिक्षा और बेहतर करियर मिलेगा। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि आप लोग यहां से पढ़कर डॉक्टर नहीं अच्छे डॉक्टर बनकर निकलेंगे यही उम्मीद है। प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने नवागंतुक छात्र-छात्राओं से पूरी निष्ठा तथा लगन-मेहनत से शिक्षण-प्रशिक्षण हासिल करने का आह्वान किया। श्री अग्रवाल ने कहा कि के.डी. मेडिकल कॉलेज प्रबंधन प्रत्येक विद्यार्थी को पारिवारिक माहौल देने को प्रतिबद्ध है।
आगाज-2024 की फ्रेशर पार्टी में नवप्रवेशी छात्र-छात्राओं ने मनमोहक नृत्य और विविध गीतों के माध्यम से इम्प्रेशन जमाया। रंग-बिरंगी वेशभूषा में एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति ने सभी का मन मोह लिया। डॉ. तेजेन्द्र सिंह, डॉ. प्रणीता सिंह, डॉ. अमनजोत, डॉ. अभिभूषण मिश्रा, डॉ. राहुल गोयल, डॉ. सोनम, डॉ. रजा, डॉ. सुधाकर, डॉ. नाजिया आदि ने छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन किया। अंत में निर्णायकों द्वारा छात्रा पलक सोनी को मिस फ्रेशर्स एवं छात्र श्रीवर्धन अग्रवाल को मिस्टर फ्रेशर्स, आस्था बोराना को मिस इवनिंग व प्रणव अग्रवाल को मिस्टर इवनिंग तथा सवानी पाटिल को मिस वेल ड्रेस्ड एवं आदित्य कुमार शर्मा को मिस्टर वेल ड्रेस्ड पुरस्कार से नवाजा गया।
एनके ग्रुप में असहायों को वितरित किए कंबल
मथुरा : भगवान श्रीकृष्ण की पावन धरा ब्रज में कोई असहाय ठंड के कारण परेशान न रहे इस ध्येय के साथ ब्रजवासी मदद को खड़े हैं। एनके ग्रुप के संस्कार सिटी में कंबल वितरण का आयोजन हुआ।
ठंड के मौसम में जीएलए विश्वविद्यालय के सीएफओ एनके ग्रुप के निदेशक विवेक अग्रवाल ने 100 से अधिक असहायों को कंबल वितरित किए। इस दौरान उन्होंने कहा कि मौसम ठंड का है। ऐसे में असहायों को मदद की आस रहती है। ब्रजवासियों का कर्तव्य है कि असहायों की मदद को आगे आया जाय। कंबल से ठंड में काफी राहत मिलेगी। ये एक बड़ा पुण्य का कार्य है। गु्रप भी हमेशां असहायों की मदद को आगे खड़ा है।
इस दौरान ग्रुप के भारत विकास परिषद के पूर्व अध्यक्ष देवेन्द्र अग्रवाल, सौरभ कसेरा, मनीष अग्रवाल, निखिल, राहुल, राकेश, मनोज आदि उपस्थित रहे।
संस्कृति विवि में मनाया गया ‘अटलजी एवं सुशासन सप्ताह’
मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय में देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्व.अटल बिहारी वाजपेई की स्मृति में उनके जन्मदिवस के अवसर पर 19 दिसंबर से 24 दिसंबर तक ‘अटलजी एवं सुशासन सप्ताह’ मनाया गया। इस दौरान विश्वविद्यालय में संभाषण प्रतियोगिता, निबंध लेखन प्रतियोगिता एवं कविता प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया जिसमें सभी विद्यार्थियों ने बढ़चढ़कर भाग लिया।
प्रतियोगिताओं से पूर्व एक कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डा. सचिन गुप्ता ने अटलजी को याद करते हुए कहा कि वे ऐसे नेता थे जिनको सभी बहुत सम्मान देते थे और इसका कारण था उनकी सबसे आत्मीयता। वे सिद्धांतों पर चलने वाले वाले देश को समर्पित राजनेता थे। जनता के बीच प्रसिद्द अटल बिहारी वाजपेयी अपनी राजनीतिक प्रतिबद्धता के लिए जाने जाते थे। वे राजनीति विज्ञान और विधि के छात्र थे और कॉलेज के दिनों में ही उनकी रुचि विदेशी मामलों के प्रति बढ़ी। उनकी यह रुचि वर्षों तक बनी रही एवं विभिन्न बहुपक्षीय और द्विपक्षीय मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए उन्होंने अपने इस कौशल का परिचय दिया।
विवि की सीईओ डा. मीनाक्षी शर्मा ने बताया कि 13 अक्टूबर 1999 को उन्होंने लगातार दूसरी बार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की नई गठबंधन सरकार के प्रमुख के रूप में भारत के प्रधानमंत्री का पद ग्रहण किया। वे 1996 में बहुत कम समय के लिए प्रधानमंत्री बने थे। अटलजी राजनीति के क्षेत्र में चार दशकों तक सक्रिय रहे। वे लोकसभा (लोगों का सदन) में नौ बार और राज्य सभा (राज्यों की सभा) में दो बार चुने गए जो अपने आप में एक कीर्तिमान है। भारत के प्रधानमंत्री, विदेश मंत्री, संसद की विभिन्न महत्वपूर्ण स्थायी समितियों के अध्यक्ष और विपक्ष के नेता के रूप में उन्होंने आजादी के बाद भारत की घरेलू और विदेश नीति को आकार देने में एक सक्रिय भूमिका निभाई।
विश्वविद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक डा. रजनीश त्यागी ने कहा कि वाजपेयीजी अपने छात्र जीवन के दौरान पहली बार राष्ट्रवादी राजनीति में तब आये जब उन्होंने वर्ष 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन जिसने ब्रिटिश उपनिवेशवाद का अंत किया, में भाग लिया। वाजपेयीजी ने अपना करियर पत्रकार के रूप में शुरू किया था और 1951 में भारतीय जन संघ में शामिल होने के बाद उन्होंने पत्रकारिता छोड़ दी। आज की भारतीय जनता पार्टी को पहले भारती जन संघ के नाम से जाना जाता था जो राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का अभिन्न अंग है। उन्होंने कई कवितायेँ भी लिखी जिसे समीक्षकों द्वारा सराहा गया। अब भी वह राजनीतिक मामलों से समय निकालकर संगीत सुनने और खाना बनाने जैसे अपने शौक पूरे करते हैं।
वहीं संभाषण प्रतियोगिता में स्कूल आफ फार्मेसी की छात्रा दुर्गेश कुमार बागरी ने प्रथम, खुशबू खान ने द्वितीय, निबंध प्रतियोगिता में स्कूल आफ एजूकेशन के छात्र कार्तिकेय पालीवाल ने प्रथम और छात्रा आर्ची ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। कविता प्रतियोगिता में डिप्लोमा इंजीनियरिंग के छात्र प्रिंस राज कौशिक एवं बीसीए के छात्र विनीत पचौरी ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। इन सभी विद्यार्थियों को प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम एवं प्रतियोगिता की संयोजिका थीं असिस्टेंट प्रो. डा. नेहा पाठक।
वीपीएस में धूमधाम के साथ मनाया गया क्रिसमस डे
- बच्चों ने प्रस्तुत किए एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम
- सेंटा क्लॉज की ड्रेस पहनकर खूब मचाया धमाल
वृंदावन। धोरैरा स्थित वृंदावन पब्लिक स्कूल एवं वृंदावन नर्सरी स्कूल में क्रिसमस डे का धूमधाम से आयोजन किया गया। जिसमें कक्षा नर्सरी से पंचम तक के सभी बच्चे सम्मिलित थे। जिसमें नन्हे- मुन्ने बच्चे सेंटा क्लाॅज की ड्रेस पहनकर आए और सभी को टाॅफियाँ व उपहार बाँटे।
प्रार्थना सभा में जिंगल बैल- जिंगल बैल गाने की सुमधुर प्रस्तुति पर सभी झूम उठे। विद्यालय परिसर में सजाये गए क्रिसमस ट्री पर लगे उपहारों ने बच्चों का मन मोह लिया। कक्षा तृतीय से पंचम तक के बच्चों द्वारा एक सांस्कृतिक नृत्य की प्रस्तुति दी गई। कक्षा पंचम की आर्या मिश्रा ने ईसा मसीह के जीवन पर आधारित एक कहानी सुनाई। जिसमें ईसा मसीह के मार्गदर्शन पर चलने का आह्वान किया गया और क्रिसमस की बधाई दी गयी। इसके साथ ही बच्चों को प्रतिवर्ष 25 दिसंबर को मनाए जाने वाले तुलसी पूजन व उसके औषधीय व अध्यात्मिक गुणों से भी अवगत कराया। सभी बच्चों ने माँ वृंदा के मंत्रोच्चारण के साथ तुलसी की पूजा अर्चना की व सदैव स्वस्थ व खुशहाल रहने की प्रार्थना की।
इस अवसर पर सपना शर्मा, पूजा तिवारी, शिवानी गोयल, विष्णुप्रिया शर्मा, राधिका गौड़, उपमा, रितु शर्मा, शालू शर्मा, रेणुका राय, उमा शर्मा मौजूद थीं।
आरआईएस की छात्रा ने राष्ट्रीय स्तर पर फहराया अपनी मेधा का परचम
- आईआईटी नई दिल्ली में किरण बेदी के करकमलों से सम्मानित
- चैम्पियंस ट्रॉफी, प्रमाण-पत्र और नगद कैश प्राइज जीत बढ़ाया गौरव
मथुरा। प्रतिभा उम्र की मोहताज नहीं होती, इस बात को सिद्ध किया है राजीव इंटरनेशनल स्कूल की मेधावी छात्रा रौनिका नागपाल ने राष्ट्रीय अबेकस प्रतियोगिता जीतकर। राष्ट्रीय स्तर पर अपनी बौद्धिक क्षमता का शानदार आगाज करने वाली रौनिका को आईआईटी नई दिल्ली में आयोजित सम्मान समारोह में देश की प्रथम महिला आईपीएस ऑफिसर किरण बेदी के करकमलों से सम्मानित किया गया। उसे सम्मान स्वरूप विजेता ट्रॉफी तथा 31 सौ रुपये कैश प्राइज मिला।
कम उम्र से ही छात्र-छात्राओं के सम्पूर्ण मस्तिष्क का विकास सुनिश्चित करने तथा उनकी गणितीय क्षमता को बढ़ाने के लिए प्रतिवर्ष ब्रेनोब्रेन अबेकस प्रतियोगिता विभिन्न शहरों में आयोजित की जाती है। इसी कड़ी में विगत दिनों एनएसडीसी स्किल इंडिया से स्वीकृत अबेकस एवं वैदिक मैथ स्टडीज संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय ब्रेनोब्रेन अबेकस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में राजीव इंटरनेशनल स्कूल की कक्षा 6 की छात्रा रौनिका नागपाल ने न केवल सहभागिता की बल्कि कुछ मिनट के अंदर ही सैकड़ों कठिन सवालों के सही उत्तर देकर चैम्पियंस ट्रॉफी अपने नाम कर ली। देश की पहली महिला पुलिस अधिकारी किरण बेदी ने छात्रा रौनिका को शानदार प्रदर्शन के लिए जहां चैम्पियंस ट्रॉफी, प्रमाण-पत्र और 31 सौ रुपये का नकद पारितोषिक देकर उसका उत्साहवर्धन किया वहीं छात्रा की मेधा को निखारने वाली विद्यालय की शिक्षिका श्वेता शर्मा को भी सम्मानित किया।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने नई दिल्ली में शानदार सफलता हासिल करने वाली मेधावी छात्रा रौनिका को बधाई देते हुए कहा कि सिर्फ किताबी ज्ञान से ही सम्पूर्ण व्यक्तित्व का विकास नहीं हो सकता। इसीलिए राजीव इंटरनेशनल स्कूल द्वारा प्रत्येक विद्यार्थी की रुचि को ध्यान में रखते हुए उसे प्रतिस्पर्धी अवसर प्रदान किए जाते हैं। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि ब्रेनोब्रेन अबेकस जैसी प्रतियोगिताओं से विद्यार्थियों की बौद्धिक तथा गणितीय क्षमता का विकास होता है।
प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने विजेता रौनिका को बधाई देते हुए उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। श्री अग्रवाल ने कहा कि आज के समय में प्रत्येक माता-पिता अपने बच्चे की गणितीय तथा सीखने की क्षमता को लेकर चिंतित रहते हैं। राजीव इंटरनेशनल स्कूल प्रत्येक बच्चे को जल्दी और प्रभावी ढंग से सीखने, ध्यान केन्द्रित करने के लिए लगातार प्रशिक्षित करता है ताकि वह अपने मस्तिष्क को पहले से कहीं अधिक प्रभावी ढंग से उपयोग में ला सकें। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही एक ऐसा क्षेत्र है जहां हर समस्या का समाधान है। यदि बचपन से ही बच्चों को प्रतिस्पर्धात्मक माहौल और अवसर मिलें तो वह हर मुश्किल काम को आसान कर सकते हैं।
विद्यालय की शैक्षिक संयोजिका प्रिया मदान ने बताया कि राजीव इंटरनेशनल स्कूल की छात्रा रौनिका ने नई दिल्ली में अपनी बौद्धिक और मानसिक क्षमता से शानदार सफलता हासिल की है। उसने समूचे ब्रज का गौरव बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि आरआईएस का उद्देश्य छात्र-छात्राओं के ज्ञान और कौशल में इजाफा करना है ताकि बच्चे हर क्षेत्र में सफलता के नए-नए प्रतिमान स्थापित करें। उन्होंने मेधावी रौनिका को बधाई देते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
आगरा मंडल में माह नवम्बर -2024 में बिना उचित कारण अलार्म चेन खीचने (ACP) वाले 221 लोंगो पर कार्यवाही
मंडल रेल प्रबंधक आगरा तेज प्रकाश अग्रवाल के दिशा निर्देशन में आगरा मंडल में माह नवम्बर -2024 में बिना उचित कारण अलार्म चेन खीचने (ACP) वाले 221 लोंगो पर कार्यवाही करके 11,120/- रूपये जुर्माना वसूला गया | आगरा मण्डल सभी रेल उपयोगकर्ताओं के लिए बेहतर यात्री सुविधाओं को उपलब्ध कराने के क्षेत्र में निरंतर प्रयासरत है| इन्ही प्रयासों के क्रम में आगरा मण्डल के वाणिज्य विभाग एवं रेलवे सुरक्षा बल द्वारा बिना उचित कारण के अलार्म चेन खीचने वालों के विरुद्ध निरंतर सघन चेकिंग अभियान चलाये जा रहे है| जिसमे नवम्बर -2024 में आगरा छावनी रेलवे स्टेशन पर 82, आगरा किला स्टेशन पर 09, मथुरा जंक्शन पर 110, कोसीकलां स्टेशन पर 8 व धौलपुर स्टेशन पर 07 लोंगो पर कार्यवाही कर जुर्माना वसूला गया |
रेल प्रशासन अपने सम्मानित यात्रियों से अनुरोध करता है कि बिना उचित एवं प्रर्याप्त कारण के चेन पुलिंग न करें ,ऐसा करना दंडनीय अपराध है | उक्त कृत्य से आपके साथी यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है|
के.डी. हॉस्पिटल के निःशुल्क नेत्र शिविर में उमड़ रही भीड़
- दादी मां कांती देवी की स्मृति में एक माह चलेगा शिविर
- शिविर में सभी तरह के ऑपरेशन, दवाएं और खाना-रहना फ्री
मथुरा। किसी के जीवन को रोशनी देना सबसे पुण्य का कार्य है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर प्रबंधन द्वारा धर्मपरायण दादी मां कांती देवी की स्मृति में एक माह का निःशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर लगाया गया है। शुक्रवार 20 दिसम्बर से शुरू हुए इस शिविर में नेत्र रोगियों के सभी तरह के ऑपरेशन निःशुल्क किए जा रहे हैं। इतना ही नहीं नेत्र पीड़ितों की सभी तरह की जांचें, दवाएं तथा खाने-रहने की सुविधा भी पूरी तरह से निःशुल्क की गई है।
सोमवार को दादी मां कांती देवी के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर नेत्र रोग विभागाध्यक्ष डॉ. अमित कुमार जैन ने बताया कि के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर प्रबंधन द्वारा गरीब और जरूरतमंद लोगों को नेत्र सम्बन्धी समस्याओं से निजात दिलाने के लिए 20 दिसम्बर से एक माह का निःशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर लगाया गया है। शिविर में प्रतिदिन सैकड़ों नेत्र रोगी आ रहे हैं जिनका विशेषज्ञ चिकित्सक जांच और उपचार कर रहे हैं। शिविर में सभी तरह की जांचें करने के बाद दवाएं मुफ्त दी जा रही हैं तथा जो मरीज मोतियाबिंद, कालापानी या कॉर्निया आदि से पीड़ित हैं, उन्हें ऑपरेशन के लिए भर्ती किया जा रहा है।
चिकित्सा शिविर का लाभ उठाने के लिए सुबह से ही नेत्र रोगी परिजनों के साथ पहुंच रहे हैं। उनका पंजीयन करने के बाद नेत्र रोग विभागाध्यक्ष डॉ. अमित कुमार जैन के नेतृत्व में विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. वंदना बाथम, डॉ. अंजली चौधरी, डॉ. शिल्पा गुप्ता, डॉ. अनुपमा, डॉ. आकाश, डॉ. अनुराग, डॉ. मेघा अरोरा, ए.ओ. अखिलेश शुक्ला, टेक्नीशियन नरेश कुमार, मुकुट चौधरी, मुकेश, इरफान, सुनील आदि के सहयोग से नेत्र रोगियों की जांचें और उपचार किया जा रहा है। डॉ. जैन का कहना है कि जिस किसी को भी आंख सम्बन्धी किसी भी तरह की परेशानी है, वह सुबह नौ से शाम चार बजे तक के.डी. हॉस्पिटल में आकर निःशुल्क चिकित्सा शिविर का लाभ उठा सकता है। यह शिविर 19 जनवरी तक चलेगा।
डॉ. जैन का कहना है कि के.डी. हॉस्पिटल में फंडस कैमरा, ओसीटी तथा ग्रीन लेजर जैसी अत्याधुनिक मशीनों के होने से यहां सफेद मोतियाबिंद, काला मोतियाबिंद तथा आंखों के पर्दे (रेटिना) से पीड़ित मरीजों का आसानी से ऑपरेशन और उपचार सम्भव हो पाता है। डॉ. जैन बताते हैं कि यहां विशेषज्ञ चिकित्सकों की देखरेख में लेटेस्ट मशीनों द्वारा हर तरह की आंखों की परेशानी का उपचार सहजता से सम्भव है।
डॉ. जैन का कहना है कि के.डी. हॉस्पिटल के नेत्र रोग विभाग में ग्रीन लेजर, रेटिना एंजियोग्राफी, ओसीटी, रेटिना में सूजन, टोनोमेट्री, गोनियोस्कोपी, ग्लूकोमा, एक्स्ट्रा ऑक्यूलर सर्जरी, रेटिनोस्कोपी, आंखों की सोनोग्राफी जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। यहां डायबिटिक तथा हाइपरटेंसिव मरीजों के रेटिना सम्बन्धी विकारों की जांच एवं इलाज की भी पूर्ण सुविधा उपलब्ध है।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल का कहना है कि आंखें मनुष्य के जीवन का सबसे अहम अंग हैं। आंखों के जरिए ही वह दुनिया देख सकता है इसीलिए हमने एक माह के निःशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर के आयोजन का फैसला लिया है। प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने नेत्र पीड़ितों से शिविर का अधिकाधिक लाभ उठाने का आह्वान किया। श्री अग्रवाल का कहना है कि के.डी. हॉस्पिटल का उद्देश्य हर पीड़ित को अच्छी व बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना है।
नर्सेज बिना चिकित्सकीय कार्य असम्भवः डॉ. आर.के. अशोका
- लैम्प लाइटिंग सेरेमनी के साथ के.डी. कॉलेज ऑफ नर्सिंग में सत्रारम्भ
मथुरा। चिकित्सा के क्षेत्र में चिकित्सक और नर्सेज एक गाड़ी के दो पहिए के समान हैं। नर्सिंग शिक्षा चिकित्सा का ऐसा सेवाभावी अंग है जिसके बिना चिकित्सकीय कार्य असम्भव है। नर्सेज चिकित्सकों और मरीजों के बीच की अहम कड़ी होती हैं लिहाजा उन्हें अपने सेवाभाव का दायरा बढ़ाना बहुत जरूरी है। सेवाभाव की शुरुआत हमें अपने घर से ही करनी चाहिए। यह बातें के.डी. कॉलेज ऑफ नर्सिंग एण्ड पैरामेडिकल साइंस के लैम्प लाइटिंग सेरेमनी 2024 में के.डी. मेडिकल कॉलेज के डीन और प्राचार्य डॉ. आर.के. अशोका ने बीएससी नर्सिंग तथा जीएनएम के नवागंतुक छात्र-छात्राओं को बताईं। कार्यक्रम का शुभारम्भ मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण तथा दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने लैम्प लाइटिंग के माध्यम से फ्लोरेंस नाइटेंगल को याद करते हुए उनके कृतित्व और व्यक्तित्व को आत्मसात करने की शपथ ली।
डॉ. अशोका ने छात्र-छात्राओं को बताया कि नर्सेज और पैरामेडिक्स स्वास्थ्य तथा चिकित्सा क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आधुनिक चिकित्सा पद्धति में प्रशिक्षित नर्सेज तथा योग्य पैरामेडिक्स की देश ही नहीं दुनिया भर में मांग है लिहाजा आप लोग लगन और मेहनत से इस क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं। डॉ. अशोका ने छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि वे अपनी जिम्मेदारी कभी दूसरे पर न डालें। इस अवसर पर डॉ. अशोका ने कहा कि आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप शिक्षा के क्षेत्र में जो उच्च मानदंड स्थापित कर रहा है, इसका सारा श्रेय इस ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल, प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल तथा महाप्रबंधक अरुण अग्रवाल को जाता है। डॉ. अग्रवाल चाहते हैं कि आर. के. ग्रुप के शैक्षिक संस्थानों से पढ़कर निकला हर विद्यार्थी समाज के सामने अपने कार्यों से नजीर बने।
इस अवसर पर उप-प्राचार्य डॉ. राजेन्द्र कुमार ने कहा कि ज्ञान और मृदु व्यवहार ही नर्स का प्रमुख गुण होता है। नर्स का काम सिर्फ मरीज को दवा देना ही नहीं बल्कि उससे भावनात्मक लगाव रखते हुए उसके सेवा की जिम्मेदारी भी होती है। उन्होंने कहा कि चूंकि नर्सिंग स्टाफ मरीज के ज्यादा करीब होता है तथा उनकी देखरेख करता है लिहाजा उसके चेहरे पर हमेशा मुस्कराहट तथा रोगी के प्रति विनम्र व्यवहार होना चाहिए। डॉ. राजेन्द्र कुमार ने कहा कि चिकित्सा तंत्र में नर्सिंग की अवधारणा बहुत पहले से रही है, पर वह आधुनिक समय की तरह व्यवस्थित नहीं थी। ऐसा करने में इंग्लैंड की फ्लोरेंस नाइटेंगल की अग्रणी भूमिका रही। उन्होंने बड़े समर्पण के साथ यह दिखाया कि नर्सिंग की भूमिका चिकित्सा में कितनी महत्वपूर्ण है। आज यह भूमिका इतनी बड़ी है कि चिकित्सा की वह धुरी बन चुकी है। मरीज की आधी बीमारी तो नर्सेज के अच्छे व्यवहार से ही ठीक हो जाती है।
के.डी. कॉलेज ऑफ नर्सिंग एण्ड पैरामेडिकल साइंस की प्राचार्य एन.पी. चानू ने अपने सम्बोधन में कहा कि नवागंतुक छात्र-छात्राएं कॉलेज को अपना घर-परिवार मानकर शिक्षा ग्रहण करें। उन्हें कोई परेशानी होती है तो उसे जरूर बताएं। उन्होंने नवागंतुक छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि वे यहां अनुशासन में रहकर शिक्षा हासिल करें तथा अपने सेवाभावी कार्यों से चिकित्सा के क्षेत्र में नजीर स्थापित करें। यह क्षेत्र सम्भावनाओं से परिपूर्ण है। प्राचार्य एन.पी. चानू ने छात्र-छात्राओं को कड़ी मेहनत तथा अच्छे व्यवहार के लिए प्रेरित किया। उन्होंने छात्र-छात्राओं को के.डी. कॉलेज ऑफ नर्सिंग एण्ड पैरामेडिकल साइंस का चयन करने के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि यहां न केवल किताबी ज्ञान मिलेगा बल्कि प्रयोगात्मक अनुभव हासिल करने के अच्छे से अच्छे अवसर भी मिलेंगे।
नर्सिंग सुपरिंटेंडेंट शीला मैंसी ने कहा कि आर.के. ग्रुप का शिक्षा के क्षेत्र में विशिष्ट स्थान है लिहाजा सभी छात्र-छात्राएं अनुशासन और मेहनत से शिक्षा और प्रशिक्षण हासिल कर अपने सपनों को साकार करें। ओरिएंटेशन प्रोग्राम में कॉलेज के शिक्षकों गौरव त्यागी, उदयवीर, नीतेश कुमार, दर्शन, शुभम, हेमंत, नितिन, आकांक्षा झा, यती, ज्योति नरेन्द्र गोस्वामी, अभय शर्मा आदि ने छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन किया।