Wednesday, August 27, 2025
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मथुरा – हजारों लोगों को लील गया एक्सप्रेस-वे का सफ़र

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रिपोर्ट – विनोद शर्मा

ताज नगरी आगरा औऱ नोयडा की दूरी कम करने के लिये बनाया गया यमुना एक्सप्रेस-वे हर वर्ष हादसों का एक्सप्रेस-वे बनता जा रहा है। इस मार्ग पर होने वाले हादसों को लेकर हर कोई चिंतित भी है। जिसका कारण यह है कि इन हादसों में किसी न किसी ने अपने को जो खोया है। जो जिंदगी भर का दर्द दे जाता है। यह एक्सप्रेस-वे 165 किलोमीटर लम्बा है। इस एक्सप्रेस-वे पर हुए हादसों के आंकड़ों पर नज़र डालें तो बीते 12 वर्षों में यह एक्सप्रेसवे 1320 लोगों को लील गया। एक्सप्रेस-वे पर विभिन्न कारणों से 7425 हादसे हो चुके हैं। जिनमें सबसे ज्यादा हादसे वाहन चालक को नींद की झपकी आने से हुए माने गये हैं।
यह आँकड़े सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत यमुना एक्सप्रेस-वे ऑथिरिटी से माँगी गई सूचना से प्राप्त हुए हैं। 26 मार्च 2024 को आगरा के वरिष्ठ अधिवक्ता केसी जैन को ऑथरिटी की ओर से सूचनाएं उपलब्ध कराई गई थीं, जिसमें वर्ष 2012 से 2023 तक हुए हादसों की वजह वाहन चालकों को नींद की झपकी आना सबसे अधिक माना गया है, जिसमें यह तथ्य सामने आए हैं कि वर्ष 2023 में 2022 की अपेक्षा 100 हादसे अधिक हुए हैं। वर्ष 2022 में एक्सप्रेस-वे पर हुई दुर्घटनाओ की सँख्या 311 है, जबकि 2023 में एक्सीडेंट की सँख्या 411 रही, जिसमें 725 लोग घायल हुए और वर्ष 2022 की आंकड़ो पर नजर डालें तो 621 लोग विभिन्न हादसों में घायल हुए थे।
यमुना एक्सप्रेस-वे पर वर्ष 2021 से लेकर वर्ष 2023 तक घटित हुई दुर्घटनाओं के आंकड़ो पर नज़र डालें तो 7625 हादसे हुए। जिसमें 3364 हादसे वाहन चालक को नीद की झपकी आना माना गया है। तेज़ रफ़्तार के कारण 1304 हादसे हुए बताए गये हैं। इन सभी हादसों में 1320 लोगों की जाने गई हैं। आंकड़ों के मुताबिक़ 522 लोगों की हादसे में हुई मौत वाहन चालक को झपकी लगने से होना पाया गया है। इसके अलावा 11160 लोग विभिन्न हादसों में घायल भी हुए हैं, जिसमें भी झपकी लगने से घायलों की सँख्या 4181 है और 1819 ओवर स्पीड से हुए हादसों में घायलों की सँख्या बताई गई है।
यमुना एक्सप्रेस-वे ऑथरिटी की ओर से एक्सप्रेस-वे पर हादसों को रोकने के लिए जागरूकता कार्यक्रम भी चलाये गये। ओवर स्पीड के लिये चालान का प्रावधान किया गया। फिर भी हादसे घटने की बजाय साल दर साल बढ़ते जा रहे हैं। यह आंकड़े वर्ष 2023 तक के हैं। जबकि 2024 में भी यमुना एक्सप्रेस-वे पर हादसों की सँख्या बढ़ी है और यही हाल रहा तो आँकड़े कम होने की बजाय बढ़ते जाएंगे, इससे बेहतर यही होगा कि इन हादसों को रोकने के लिये सड़क सुरक्षा नीति के तहत प्रशासनिक अफसरों को काम करने की आवश्यकता है।

रैगिंग रोकने शैक्षिक संस्थानों में बने पारिवारिक माहौलः डॉ. पुनीत बत्रा

  • के.डी. डेंटल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल में हुई एंटी रैगिंग पर कार्यशाला

मथुरा। रैगिंग समूचे शिक्षा तंत्र के लिए अभिशाप है। इससे जूनियर छात्र-छात्राओं में भय का वातावरण निर्मित होता है तथा वे पूर्ण मनोयोग से पढ़ाई नहीं कर पाते। रैगिंग से छात्र-छात्राओं को बचाने के लिए शैक्षिक संस्थानों में पारिवारिक माहौल बनाया जाना बहुत जरूरी है। पिछले कुछ वर्षों में रैगिंग से बहुत से छात्र-छात्राओं का करिअर बर्बाद हुआ है। उक्त उद्गार शुक्रवार को के.डी. डेंटल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल में आयोजित एंटी रैगिंग कार्यशाला में मुख्य अतिथि डॉ. पुनीत बत्रा ने कक्षा प्रतिनिधियों के साथ ही प्रथम वर्ष के स्नातक तथा स्नातकोत्तर छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए।
डॉ. बत्रा ने बताया कि 2009 में नशे में धुत सीनियर्स द्वारा मारे गए मेडिकल छात्र अमन काचरू के मामले ने रैगिंग विरोधी कानूनों के महत्व को सुर्खियों में ला दिया। अपने 19 वर्षीय बेटे को खोने के बाद अमन काचरू के पिता ने रैगिंग के खिलाफ एक एनजीओ शुरू किया, जोकि स्वयं यूजीसी की रैगिंग विरोधी समिति का हिस्सा थे। डॉ. बत्रा ने बताया कि अमन काचरू की मौत के बाद सर्वोच्च न्यायालय द्वारा देश के सभी शैक्षणिक संस्थानों में रैगिंग विरोधी नियमों का सख्ती से पालन किया जाना तय किया। प्रत्येक उच्च शिक्षा संस्थान के लिए एंटी रैगिंग स्क्वॉड और एंटी रैगिंग समिति का गठन अनिवार्य कर दिया गया।
मुख्य वक्ता ने बताया कि शारीरिक शोषण का कोई भी कार्य मसलन हिंसा, यौन शोषण, समलैंगिक हमले, शारीरिक क्षति या छात्र-छात्राओं पर किसी तरह का कोई खतरा रैगिंग की ही श्रेणी में आते हैं। उन्होंने रैगिंग के कृत्य में शामिल छात्र-छात्राओं को दी जाने वाली सजा के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। डॉ. बत्रा ने बताया कि यदि कोई छात्र-छात्रा रैगिंग में संलिप्त पाया जाता है तो उसे किसी भी संस्थान में प्रवेश पाने से वंचित कर दिया जाता है। इतना ही नहीं अगर कोई शिकायत करता है तो उसे यात्रा वीजा प्राप्त करने से भी प्रतिबंधित किया जाता है।
डॉ. बत्रा ने कहा कि रैगिंग अन्य अपराधों से भिन्न है क्योंकि इसका उद्देश्य केवल विकृत सुख प्राप्त करना है। उन्होंने सीनियर छात्र-छात्राओं से अपने जूनियर्स के साथ छोटे भाई-बहन जैसा व्यवहार करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सभी स्कूल-कॉलेजों को छात्र-छात्राओं को परिवारिक माहौल देने की कोशिश करनी चाहिए। यदि किसी भी विद्यार्थी के साथ रैगिंग होती है तो उसे तुरंत कॉलेज की एंटी रैगिंग समिति को बताना चाहिए तथा रैगिंग समिति का भी यह कर्तव्य है कि वह शिकायत करने वाले छात्र या छात्रा की पहचान सुरक्षित और गुप्त रखे। डॉ. बत्रा ने जीवन में विकास और उत्थान के लिए टीम वर्क के महत्व को समझाने वाली एक अद्भुत कहानी के साथ अपनी वाणी को विराम दिया।
प्राचार्य और डीन डॉ. मनेष लाहौरी ने कहा कि के.डी. डेंटल कॉलेज पूरी तरह से रैगिंग मुक्त संस्थान है। यहां का एंटी रैगिंग सेल रैगिंग की रोकथाम के साथ ही सभी छात्र-छात्राओं के स्वस्थ मानसिक विकास के लिए एक अच्छा माहौल प्रदान कर रहा है। इसका वही उद्देश्य है जो रैगिंग को खत्म करने के लिए एआईसीटीई का है। एंटी रैगिंग सेल का आदर्श वाक्य है ‘टुगेदर, वी फील एट होम’। डॉ. लाहौरी ने कहा कि के.डी. डेंटल कॉलेज में सभी प्रवेशित छात्र-छात्राओं और उनके माता-पिता के लिए रैगिंग विरोधी हलफनामा भरना अनिवार्य है।
डॉ. लाहौरी ने कहा कि इस कार्यशाला का उद्देश्य रैगिंग मुक्त परिसर बनाना है ताकि छात्र-छात्राएं पाठ्यचर्या और पाठ्येत्तर गतिविधियों में बिना किसी बाधा के एक साथ आकर अपने शैक्षिक अनुभवों को विकसित कर सकें। अंत में छात्र-छात्राओं को एंटी रैगिंग से बचाव के लिए पुस्तिकाएं प्रदान की गईं। कार्यशाला में डॉ. नवप्रीत कौर, डॉ. शैलेन्द्र सिंह चौहान, डॉ. उमेश चंद्र प्रसाद, डॉ. सोनल गुप्ता, डॉ. विनय मोहन, डॉ. सुषमा, प्रशासनिक अधिकारी नीरज छापड़िया तथा सभी छात्रावासों के वार्डन उपस्थित रहे। अंत में प्राचार्य डॉ. लाहौरी ने डॉ. पुनीत बत्रा को स्मृति चिह्न भेंटकर उनका आभार माना।

पोर्टल अभी न्यूज़ के मालिक पर पुजारी गौरव तिवारी ने लगाया मंदिर कब्जाने का आरोप

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  • बद्रीनाथ मंदिर कब्जाने के लिए तोड़ी गई मूर्तिया – पुजारी गौरव तिवारी
  • बद्रीनाथ मंदिर के परंपरागत पुजारी का आया बयान

मथुरा के भूतेश्वर स्थित बद्रीनाथ मंदिर पर एक स्थानीय पोर्टल अभी न्यूज़ के मालिक पर जबरन कब्जा किए जाने का आरोप लगा है, ये आरोप और किसी ने नहीं कथित तौर पर मंदिर के परम्परागत पुजारी ने लगाए हैं, गौरव तिवारी नामक युवक का आरोप है कि बद्रीनाथ मंदिर की पूजा पाठ उनके परबाबा राम साहे और बाबा हरि हर ने की है और खुद उन्होंने मंदिर की पूजा पाठ की है इसके दस्तावेज भी उनके पास हैं। आगे गौरव तिवारी ने कहा कि बीते कुछ समय में बद्रीनाथ मंदिर के दावेदारो की लाइन लग गई है और वर्तमान में मंदिर पर एक स्थानीय पोर्टल अभी न्यूज़ के मालिक का कब्जा है जो खुद वहां पुजारी बन के बैठ गया है उसकी मंदिर पर बुरी नजर है और हिंदू संगठनों का वो इसमें सहारा ले रहा है क्योंकि मन्दिर उसके ऑफिस से सटा हुआ है व उसने अपने ऑफिस से सीसीटीवी भी मंदिर के कनेक्ट कर दिए हैं।
गौरव तिवारी ने कहा कि पहले उन्हें वहां से भगाया गया फिर वहां निर्माण शुरू हुआ जिसको हिंदू संगठनों ने रुकवाया फिर उसके बाद असली खेल शुरू हुआ और स्थानीय पोर्टल अभी न्यूज़ के मालिक ने हिंदू संगठनों का सहारा लेकर वहां पर कब्जा कर लिया। गौरव तिवारी का तो यह भी आरोप है कि जब वह मंदिर गये तो पोर्टल अभी न्यूज़ के मालिक ने उन्हें और उनके परिवार को हड़का दिया कई बार यह कहकर वहां से भगा दिया कि जब तुम्हारा पूजा करने का समय आयेगा तुमको बता दिया जाएगा, जबकि उनके पास वह सभी दस्तावेज है जिसके मेरे दादा पर दादा ने मंदिर की सेवा की हुई बिजली का कनेक्शन भी हमारे नाम है उसकी रसीद भी मेरे पास है यहां तक की पर बाबा राम साहे तिवारी का वहां पर मृत्यु होने का मृत्यु प्रमाण पत्र भी है, आगे गौरव तिवारी ने कहा कि मंदिर की मूर्तियां कब्जा के मकसद से तोड़ी गई है और उसके बाद अचानक से 2 महीने में वहां निर्माण और डेटिंग पेंटिंग पोर्टल अभी न्यूज़ के मालिक द्वारा कराना कहीं न कहीं दाल में कुछ काला मिला होना प्रतीत हो रहा है, गौरव तिवारी ने मांग की है कि उनका परिवार बद्रीनाथ मंदिर पर परंपरागत रूप से पूजा पाठ करता हुआ आया है और आगे भी पूजा करता रहे इसके लिए वहां से अन्य लोगों को हटाया जाए।

संस्कृति विवि में राष्ट्रीय संगोष्ठी के दौरान विशेषज्ञों ने बताई एआई की उपयोगिता

मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय के संतोष सभागार में “भविष्य के व्यवसायों के लिए एआई का लाभ उठाने” पर एक राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया। संगोष्टी में उद्योग जगत के लीडर, शिक्षाविदों ने छात्र व्यवसाय के भविष्य को आकार देने में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की परिवर्तनकारी क्षमता पर विचार व्यक्त किए और संभावनाओं को बताया। संगोष्ठी के माध्यम से प्रतिभागियों को नेटवर्क बनाने और साथी पेशेवरों के साथ जुड़ने का अवसर मिला।
संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डा. सचिन गुप्ता ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंसी(एआई) हमारे जीवन के हर क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव ला रही है। विशेष रूप से औद्योगिक क्षेत्र में इसके असीमित उपयोग को लेकर अनेक प्रयोग हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि किस प्रकार एआई के माध्यम से उद्योगों को नया आकार दिया जा रहा है और किस प्रकार यह आर्थिक विकास को गति देने और आने वाले दशकों में नए व्यावसायिक अवसर पैदा करने के लिए उपयोगी है।
संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एम. बी. चेट्टी ने अपने स्वागत भाषण में शिक्षा और नवाचार को आगे बढ़ाने के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता का संक्षिप्त विवरण दिया और आधुनिक व्यावसायिक प्रथाओं में एआई के महत्व पर प्रकाश डाला। ओएनजीसी त्रिपुरा के प्रबंध निदेशक सानिल नंबूदरीपाद ने अपने उद्घाटन भाषण मं कहा कि संचालन को अनुकूलित करने, उत्पादकता बढ़ाने और सभी क्षेत्रों में नवाचार को बढ़ावा देने में एआई की महत्वपूर्ण भूमिका है। संगोष्ठी में आईआईटी कानपुर में इन्फ्रास्ट्रक्चर और प्लानिंग के डीन प्रोफेसर जे. राम कुमार ने व्यापार और उद्योग में एआई की परिवर्तनकारी भूमिका पर अपने दृष्टिकोण साझा किए और पारंपरिक व्यापार मॉडल में क्रांति लाने की इसकी क्षमता को विस्तार से बताया।
नीलसनआईक्यू, शिकागो, यूएसए के कार्यकारी निदेशक मनीष बथवाल ने वैश्विक स्तर पर इस्तेमाल हो रहीं एआई रणनीतियों पर चर्चा करते हुए बताया कि कैसे दुनिया भर के व्यवसाय नवाचार और प्रतिस्पर्धी लाभ के लिए एआई प्रौद्योगिकियों का लाभ उठा रहे हैं। सेमिनार के उत्तरार्ध में, गोविंद बल्लभ पंत विश्वविद्यालय, पंतनगर के प्रोफेसर डॉ. पी.के. सिंह ने कृषि और ग्रामीण व्यापार क्षेत्रों पर एआई के प्रभाव और इन महत्वपूर्ण क्षेत्रों को आधुनिक बनाने और दक्षता में सुधार करने में एआई कैसे मदद कर सकती है, बताया।
सेमिनार का समापन संस्कृति विश्वविद्यालय के इंक्युबेशन सेंटर के सीईओ डॉ. गजेंद्र सिंह के धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ। उन्होंने कार्यक्रम की सफलता में सभी वक्ताओं, उपस्थित लोगों और आयोजकों के प्रति आभार व्यक्त किया। संगोष्ठी के दौरान गणमान्य व्यक्तियों का सम्मान किया गया, जहां विशिष्ट अतिथियों और वक्ताओं को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए।

मंत्री चौधरी लक्ष्मीनारायण ने 511 छात्र-छात्राओं को बांटे स्मार्ट फोन

  • के.डी. मेडिकल कॉलेज के 222 एवं जीएल बजाज के 160 विद्यार्थी लाभान्वित
  • टैबलेटों का सकारात्मक प्रयोग कर छात्र-छात्राएं देश-प्रदेश के विकास में दें योगदान

मथुरा। उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तीकरण योजना के तहत गुरुवार को के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर के आडिटोरियम में करतल ध्वनि के बीच 511 छात्र-छात्राओं को प्रदेश के गन्ना विकास एवं चीनी मिल मंत्री चौधरी लक्ष्मीनारायण ने स्मार्ट फोन (टैबलेट) वितरित किए। उन्होंने छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि इन स्मार्ट फोनों का सकारात्मक प्रयोग करते हुए प्रदेश, देश तथा ब्रजभूमि के विकास में अपना महती योगदान दें। स्मार्ट फोन वितरण कार्यक्रम का शुभारम्भ विद्या की आराध्य देवी मां सरस्वती की पूजा-अर्चना के साथ हुआ।
मंत्री चौधरी लक्ष्मीनारायण ने के.डी. मेडिकल कॉलेज, जीएल बजाज, शासकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज कोटवन तथा संस्कृति विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को बताया कि डिजी शक्ति के तहत डिजिटल शिक्षा से जोड़ने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तीकरण योजना शुरू की गई है। मंत्री चौधरी ने कहा कि प्रत्येक योजना किसी न किसी महान शख्सियत के नाम से इसलिए शुरू की जाती है ताकि छात्र-छात्राएं उनके कृतित्व से प्रेरणा लेकर प्रदेश और देश के विकास में अपना योगदान दे सकें। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने अल्पायु में ही समूची दुनिया में भारत को गौरवान्वित किया था।
मंत्री चौधरी लक्ष्मीनारायण ने अपने सम्बोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जहां देश के विकास को पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ युवाओं को तकनीकी रूप से सशक्त कर उत्तर प्रदेश के विकास को गति दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार इन टैबलेटों का वितरण प्रदेश के प्रत्येक युवा को तकनीकी रूप से सशक्त बनाने के लिए कर रही है। उन्होंने छात्र-छात्राओं से कहा कि हर चीज के दो पहलू होते हैं, सकारात्मक और नकारात्मक। उन्होंने कई धार्मिक, सामाजिक तथा वैज्ञानिक उद्धरणों के माध्यम से छात्र-छात्राओं को सीख दी।
अंत में उन्होंने छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि चूंकि आप सभी उज्ज्वल भारत का भविष्य हैं लिहाजा इन टैबलेटों का प्रयोग सकारात्मक कार्यों के लिए ही करना उपयुक्त होगा। इस अवसर पर उन्होंने आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल के कृतित्व की मुक्तकंठ से सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी काम किए हैं। के.डी. मेडिकल कॉलेज ब्रज के लिए बहुत बड़ी सौगात है।
टैबलेट वितरण से पूर्व के.डी. मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजेन्द्र कुमार, महाप्रबंधक अरुण अग्रवाल, जीएल बजाज की निदेशक प्रो. नीता अवस्थी, डॉ. एस.के. बंसल, डॉ. वीपी पांडेय, डॉ. मंजू पाण्डेय, डॉ. गौरव सिंह, डॉ. लीना गोयल आदि ने अतिथियों मंत्री चौधरी लक्ष्मीनारायण, एसडीएम छाता श्वेता चौधरी, जिला सहकारी बैंक के डायरेक्टर नरदेव चौधरी, राजवीर सिंह चौधरी, क्षेत्राधिकारी पुलिस आशीष कुमार शर्मा आदि का पौध भेंटकर स्वागत किया। टैबलेट वितरण कार्यक्रम में के.डी. मेडिकल कॉलेज के 222, जीएल बजाज के 160, संस्कृति विश्वविद्यालय के 79 तथा शासकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज कोटवन के 50 छात्र-छात्राएं लाभान्वित हुए। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अम्बरीश कुमार ने किया तथा टैबलेट वितरण में अंशुमन वर्मा, आयुष गोयल, अंश वार्ष्णेय, दुष्यंत, गिरीश चंद्र, अमरचंद, राधाकृष्ण, अखिलेश शुक्ला, पवन कुमार, विनोद सिसोदिया आदि ने सहयोग दिया।

जीएलए के ‘सृजन‘ में बच्चों ने बिखेरा अपने हुनर का जादू

  • जीएलए में आयोजित दो दिवसीय ‘सृजन‘ कार्यक्रम में पहुंचे 2500 से अधिक इंटर स्कूली छात्र

मथुरा : जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा में दो दिवसीय ‘सृजन‘ कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें 2500 से अधिक इंटर स्कूली छात्र कार्यक्रम का हिस्सा बने। बच्चों ने विभिन्न नाट्य एवं खेलकूद प्रतियोगिता में अपने हुनर का जादू बिखेरा तो समूचा जीएलए प्रांगण बच्चों की नाट्य कलाकृतियों से गुंजायमान हो उठा।

जीएलए में दो दिवसीय आयोजित कार्यक्रम में मुद्रा, जिज्ञासा, मेधा, कलाकृति, नुक्कड, मंथन, संवाद, वॉलीबॉल, क्रिकेट, फुटबॉल, बैडमिंटन, टेबल टेनिस, चेस एवं बॉस्केट बॉल सहित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित हुए। सभी कार्यक्रमों में मथुरा, हाथरस एवं आगरा के करीब 52 से अधिक इंटर स्कूली 2500 से अधिक विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया।

कार्यक्रम का शुभारंभ जीएलए के प्रतिकुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता, डा. अमित अग्रवाल, जीएलए प्रयास टीम के नितिन गौर ने दीप प्रज्जवलित कर किया। कार्यक्रम की शुरूआती बेला से छात्र अपने हुनर का प्रदर्शन करने को आतुर दिखे। दो दिन चले कार्यक्रम में मुद्रा गु्रप और सोलो में रमनलाल शोरावाला, वृंदावन पब्लिक स्कूल, संस्कार पब्लिक स्कूल, बीबीआर इंटरनेशनल स्कूल, बाबा कढे़रा सिंह, जिज्ञासा वर्किंग मॉडल-नॉन वर्किंग मॉडल में माउंट हिल एकेडमी, वृंदावन पब्लिक स्कूल, पुलिस मॉडर्न स्कूल, रमनलाल शोरावाला, संस्कार पब्लिक स्कूल, केएमपीएस, मेधा में केएमपीएस एवं ज्ञानदीप शिक्षा भारती, कलाकृति में पीडीडीएस, संस्कार पब्लिक स्कूल, दिल्ली पब्लिक स्कूल, नुक्कड में पुलिस मॉडर्न स्कूल, सरस्वती विद्या मंदिर, ज्ञानदीप शिक्षा भारती एवं केएमपीएस, मंथन में वृंदावन पब्लिक स्कूल, सरस्वती विद्या मंदिर कोसी, माउंट हिल एकेडमी, रमनलाल शोरावाला, केएमपीएस एवं चरकुला पब्लिक स्कूल, संवाद में केएमपीएस, ज्ञानदीप स्कूल एवं सरस्वती विद्या मंदिर, वॉलीबॉल बालक एवं बालिका वर्ग में केएमपीएस, रतनलाल फूल कटोरी, रमनलाल शोरावाला एवं आर्मी पब्लिक स्कूल, क्रिकेट में पीडी धानुका एवं सीएसआरवी, फुटबॉल बालक वर्ग में आर्मी पब्लिक, भक्तिवेदांता एवं राजीव इंटरनेशनल, बैडमिंटन बालक एवं बालिका वर्ग में रिअल पब्लिक स्कूल, राजीव इंटर नेशनल, आर्मी पब्लिक एवं दून पब्लिक स्कूल, टेबल टेनिस बालक एवं बालिका वर्ग में केएमपीएस, विद्या देवी, आर्मी पब्लिक एवं इंजिस, चेस बालक एवं बालिका वर्ग में केएमपीएस, इलाइट एवं वात्सल्य पब्लिक तथा बॉस्केट बॉल बालक एवं बालिका वर्ग में एसटी एन्ड्रॉ स्कूल, राजीव इंटरनेशनल, आर्मी पब्लिक एवं केएमपीएस ने बाजी मारी।

सृजन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए तथा विजयी स्कूली छात्रों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हुए प्रतिकुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता ने कहा कि जीएलए ने इंटर स्कूली बच्चों के एक मंच प्रदान किया। जहां बच्चों ने एकजुट होकर अपनी प्रतिभा का बेहतर प्रदर्शन किया। जीएलए हमेशां विश्वविद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए नहीं बल्कि, इंटर स्कूली विद्यार्थियों को भी वही तवज्जो देता है।

कार्यक्रम के समापन के बाद इंटर स्कूली छात्रों ने विश्वविद्यालय का भ्रमण किया और इंजीनियरिंग एवं बायोटेक तथा कृषि और पॉलीटेक्निक संस्थान की लैबों को देखा। सभी स्कूली छात्रों और आये शिक्षकगणों का स्वागत जीएलए प्रयास टीम ने किया।

प्रयास टीम के नितिन गौर ने बताया कि विश्वविद्यालय का हमेशां यही प्रयास रहता है कि ब्रज ही नहीं बल्कि, दूर-दराज के विद्यालयों के छात्र यहां आकर विभिन्न कार्यक्रमों के गवाह बनें। इसके अतिरिक्त अगर उन्हें कार्यक्रमों अपनी प्रतिभा के प्रदर्शन करने की बेहतर जगह मिले तो ऐसे अवसर हाथ से न निकलने दें। ऐसे कार्यक्रम वर्ष जीएलए समय-समय पर आयोजित करता रहता है।

प्रयास टीम में सिद्धार्थ पन्नू, मुकुल राजपूत, प्रिया निगम, कमलेश राजपूत, कृष्णा वर्मा, झनक, स्नेहा चतुर्वेदी, गोपाल चतुर्वेदी, दीक्षा शर्मा तथा जीएलए के छात्रों में पलाश, उत्कर्ष, यश, पायल, अनुराग एवं अतिमांश का सहयोग सराहनीय रहा।

अधिवक्ताओं का हित सर्वोपरि : अध्यक्ष बार

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  • स्वागत सम्मान समारोह में गरीबों को मुफ्त विधिक सहायता देने का दिलाया भरोसा

मथुरा । बार एसोसिएशन के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों का स्वागत सम्मान समारोह किया गया। कार्यक्रम में पदाधिकारी ने भरोसा दिलाया कि वह अधिवक्ताओं के हित में कार्य करेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्वामी हरिदास पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर, स्वामी राधा प्रसाद देव जू महाराज एवं महंत मोहिनी बिहारी शरण ने की। विशिष्ट अतिथि श्याम कुमार गौतम रहे।संचालन त्रिलोक चंद शर्मा ने किया । सुशील कुमार गौतम ने अध्यक्ष प्रदीप शर्मा व सचिव शिवकुमार लवानिया को मुकुट, फूलमाला व पटुका पहनाकर स्वागत किया। अध्यक्ष प्रदीप शर्मा ने कहा कि जनता व वकीलों के हित में कार्य किए जाएंगे। अधिवक्ताओं की शिकायत आते ही तुरंत कार्यवाही की जाएगी किसी तरह का पक्षपात नहीं होने देंगे, जिससे उन्हें भटकना न पड़े। मृतक आश्रित को 6 लाख रुपये की आधी राशि वकीलों को वरीयता के आधार पर प्रदान होगी। वकीलों का 10 लाख तक का मुक्त इलाज कराया जाएगा। सचिव शिवकुमार लवानिया ने कहा कि शासन द्वारा गरीब जनता का मुकदमा लड़ने के लिए मुफ्त वकील दिया जाता है। वह असहाय व गरीब लोगों का पूरे वर्ष भर फ्री मुकदमा लड़ेंगे। किशन चतुर्वेदी ने कहा कि समाज में न्यायपालिका का एक अलग स्थान है। पीड़ित अंत समय में कोर्ट का दरवाजा खटखटाता है। बार पदाधिकारी निश्चित ही पीड़ित लोगों को न्याय दिलाने का कार्य करेंगे। श्री राम का चित्र भेंट कर सभी अधिवक्ताओं को पटुका ओढाकर स्वागत सम्मान किया गया । कार्यक्रम आयोजक मुनेश गौतम, दिनेश गौतम , ,उमेश गौतम,,ठा आर के सिंह यदुवंशी,महेश शर्मा,रामवीर सिंह,भीम शर्मा,वल्लभ कुशवाह,बृजेश गौतम,अतुल गौतम,जय प्रकाश शर्मा,दुष्यंत सिंह,आलोक सिंह ने विचार व्यक्त किए।

मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने किए ब्रह्मा जी के दर्शन

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  • बाउंड्रीवॉल करवाने का दिया आश्वासन

चौमुंहा। बुधवार को सृष्टि रचयिता ब्रह्मा जी की नगरी में स्थित प्राचीन ब्रह्मा जी के मंदिर के मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने दर्शन किए । उन्होंने यहां साधु संतों एवं क्षेत्रवासियों से मुलाकात की। ब्रह्मा जी के मंदिर की बाउंड्रीवाल करवाने का आश्वासन भी दिया। महंत बाबा धनीराम दास ने बताया कि बुधवार को मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ब्रह्मा जी के प्राचीन मंदिर में पधारी। उन्होंने मंदिर के दर्शन कर पूजा अर्चना कर मनौती मांगी। सभी साधु संतों से कुशल क्षेम पूछी। तथा ब्रह्मा जी के मंदिर के चारों ओर बाउंड्री वॉल करवाने का आश्वासन भी दिया। इस मौके पर चेयरमैन प्रतिनिधि कारे बाबा, ईश्वरलाल l, विकास तरकर, हरेंद्र सिंह, पुष्पेंद्र पहलवान, नरेश उर्फ चेचु पहलवान, नैरो, पहलाद दादा, चंदन सिंह, भप्पा भगत , लखन सिंह, संदीप राजपूत , राम प्रताप सिंह आदि लोग मौजूद रहे।

दो लाख रुपए में ग्राम प्रधान ने कराई 5 नलों की मरम्मत

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  • ग्राम पंचायत किशनपुर का मामला
  • योगीराज में नहीं भ्रष्टाचारियों को खौफ

मथुरा, ग्राम पंचायत किशनपुर खंड विकास अधिकारी बलदेव के विरुद्ध नंदकिशोर पाराशर पुत्र श्री कैलाश बाबू निवासी गांव किशनपुर तहसील महावन जिला मथुरा द्वारा शिकायती पत्र 3.1.2024 को जिलाधिकारी को दिया गया था जिसके बाद से इस संबंध में जिलाधिकारी के आदेश पर जिला प्रोवेशन अधिकारी को जांच अधिकारी नामित किया गया तथा जांच में तकनीकी सहयोग हेतु अवर अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण विभाग विकासखंड फरह को अधिकृत किया गया जिला अधिकारी की आदेश के बाद उक्त समिति द्वारा जांच पड़ताल की गई जिसमें जांच पड़ताल में पाया गया कि श्रीमती शीला देवी प्रधान ग्राम पंचायत किशनपुर द्वारा ग्राम पंचायत में लगे हेड पंप की री बोर में भारी अनियमितता की गई है जिसका कोई बिल वाउचर ग्राम प्रधान द्वारा जांच समिति को नहीं दिया गया इसके साथ ही बताया जाता है कि ग्राम प्रधान के देवर श्री भगवान को ₹7000 का भुगतान किया गया वहीं बताते चले की जांच में पाया गया कि गांव में दुष्यंत पाराशर पुत्र श्री जानकी पाराशर शहीद स्थल पर हेड पंप लगा है ग्रामीणों ने बताया कि शहीद स्थल पर जो हेड पंप लगाया गया है वह निजी खर्चे पर लगा है, वहीं शहीद स्थल से कुछ आगे चलकर शिव मंदिर के अंदर भी एक नल लगा होना बताया गया जबकि भौतिक सत्यापन के दौरान जानकारी प्राप्त हुई कि यह निजी मंदिर है मौके पर कोई नया या पुराना नल नहीं पाया गया पुजारी के द्वारा बताया कि इसमें समरसेबल लगा है तथा इस हेतु भी ₹5161 रुपए का भुगतान किया गया, जिस के दुरुपयोग और अपव्यय के लिए ग्राम प्रधान एवं सचिव संयुक्त रूप से दोषी पाए गए हैं इसी के साथ-साथ जिला प्रशासन द्वारा ग्राम प्रधान एवं ग्राम पंचायत सचिव को 2,52,665 रुपए के सरकारी धन के दुरुपयोग का दोषी पाया गया है जिस पर जिलाधिकारी ने ग्राम प्रधान एवं सचिव को नोटिस जारी किया है तथा ग्राम प्रधान के लिए कहा गया है कि भारी अनियमितता पाए जाने के साथ ही क्यों ना आपको पद से मुक्त कर दिया जाए तथा 3 सदस्यीय समिति गठित कर दी जाए इसके साथ ही प्रशासनिक जांच में पंचायत सचिव को भी दोषी माना गया है जिला अधिकारी द्वारा 15 दिन का नोटिस जवाब देने के लिए दिया गया, जो कि अब समाप्त हो गया है अन्यथा की दृष्टि में जिला प्रशासन द्वारा ग्राम प्रधान के अधिकार सीज करने की कार्रवाई की जाएगी जिलाधिकारी द्वारा यह प्रतिलिपि मुख्य विकास अधिकारी उप जिलाधिकारी महावन एवं जिला पंचायत राज अधिकारी मथुरा सहित खंड विकास अधिकारी बलदेव को भी सौंप गई है तथा इसकी एक प्रतिलिपि ग्राम प्रधान श्रीमती शीला देवी तथा सहायक विकास अधिकारी बलदेव को दी गई है।

राजीव इंटरनेशनल स्कूल में स्पर्धा-2024 का समापन

  • विजेता छात्र-छात्राओं को मेडल-प्रशस्ति पत्र देकर किया पुरस्कृत
  • तन-मन को स्वस्थ रखने के लिए खेल बहुत जरूरीः डॉ. रामकिशोर अग्रवाल

मथुरा। राजीव इंटरनेशनल स्कूल में बुधवार को खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को मेडल, प्रशस्ति-पत्र तथा ट्रॉफी प्रदान कर स्पर्धा-2024 का समापन किया गया। आर.आई.एस. के विभिन्न क्रीड़ांगनों में सप्ताह भर चले खेलों में छात्र-छात्राओं ने न केवल उत्साह-उमंग के बीच सहभागिता की बल्कि अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से सभी को प्रभावित भी किया। प्रतियोगिता के समापन अवसर पर नन्हें-मुन्ने छात्र-छात्राओं ने मनमोहक कार्यक्रम पेश कर सभी का दिल जीता।
राजीव इंटरनेशनल स्कूल में 21 से 27 नवम्बर तक आयोजित स्पर्धा-2024 में छात्र-छात्राओं ने जोश, उमंग और उत्साह से भाग लिया। बुधवार को प्रतियोगिता के समापन अवसर पर विभिन्न खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को मेडल, प्रशस्ति पत्र तथा ट्रॉफी प्रदान कर पुरस्कृत किया गया। विद्यालय के शारीरिक शिक्षकों ने बताया कि स्पर्धा-2024 में कक्षा नौ से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं ने जहां बास्केटबॉल, रस्साकशी, लम्बीकूद, 100, 200 तथा 400 मीटर दौड़, रिले रेस, गोलाफेंक, फुटबॉल आदि में अपना कौशल दिखाया वहीं छोटी कक्षाओं के विद्यार्थियों ने स्पून रेस, लेमन रेस जैसी आकर्षक प्रतियोगिताओं में अपने हुनर का शानदार आगाज किया। प्रतियोगिता के अंतिम दिन भी कई स्पर्धाओं का आयोजन किया गया, जिसमें छात्र-छात्राओं के बीच मेडल जीतने की जबर्दस्त होड़ देखी गई।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने अपने संदेश में सभी प्रतिभागी छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि विद्यार्थी जीवन में शिक्षा के साथ खेलकूद भी बहुत जरूरी है। खेलों से हमारा शरीर फिट तथा मन तरोताजा रहता है। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि यदि हमें निरोगी तथा तन-मन से स्वस्थ रहना है तो प्रतिदिन किसी न किसी खेल में सहभागिता जरूर करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि खेलों के माध्यम से बच्चों की प्रतिभा को तराशा जा सकता है। बच्चों में ज्ञान बढ़ाने के लिए भी खेल बहुत जरूरी है।
प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने विजेता तथा उप-विजेता छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि जीत-हार खेल का हिस्सा है। हमें हारने पर निराश होने की बजाय यह ध्यान देना चाहिए कि गलती कहां हुई। श्री अग्रवाल ने कहा कि खेल हमें नेतृत्व क्षमता, सहभागिता, समानता, अनुशासन, आत्मनियंत्रण तथा दबाव वाली परिस्थितियों में उभरना सिखाते हैं। उन्होंने कहा कि अच्छा स्वास्थ्य एवं अच्छी समझ जीवन के दो सर्वोत्तम वरदान हैं, इन दोनों की प्राप्ति के लिए जीवन में खिलाड़ी भावना से खेलना आवश्यक है।
शैक्षिक संयोजिका प्रिया मदान ने सभी छात्र-छात्राओं को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बधाई देते हुए कहा कि जीवन में शारीरिक रूप से स्वस्थ और फिट रहना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि शरीर और दिमाग को विकसित करने के लिए खेल महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। खेल तनाव को दूर करने के साथ आपके कंसन्ट्रेशन को बनाए रखने में भी मददगार होते हैं। उन्होंने कहा कि स्वस्थ रहने के लिए व्यायाम, योग, प्राणायाम, संतुलित पोषक-आहार आदि तो महत्वपूर्ण घटक हैं ही, इसके अलावा खेल भी बहुत महत्वपूर्ण है।