Tuesday, December 30, 2025
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वी पी एस में मनाया गया विश्व आदिवासी दिवस

वृंदावन। मथुरा मार्ग स्थित वृंदावन पब्लिक स्कूल में विश्व आदिवासी दिवस पर सांस्कृतिक रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को आदिवासी समुदाय की संस्कृति, परंपराओं व अधिकारों के प्रति जागरूक करना था। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रधानाचार्य कृति शर्मा द्वारा ‘जय जोहार जय आदिवासी’ नारे के साथ वक्तृत्व से शुरू हुई।
उन्होंने बताया की विश्व आदिवासी दिवस प्रत्येक वर्ष 9 अगस्त को मनाया जाता है। जो दुनिया भर में आदिवासी लोगों के अधिकार और उनके योगदान व समर्पण को सम्मानित करने का दिन है। उन्होंने छात्रों को भारत की विभिन्न आदिवासियों जनजातीय जैसे नागा, भील, कोल, मुंडा, गारो, खासी, जयंटिया, संथाल, नीग्रो के योगदान के बारे में जानकारी देते हुए आदिवासियों के भगवान कहे जाने वाले बिरसा मुंडा के अंग्रेजों के साथ संघर्ष व त्याग के बारे में भी जानकारी दी।
बलराम सदन के द्वारा आदिवासी जातियों की विशिष्ट महान विभूति द्रोपदी मुर्मू के जीवन-काल को दिखाते हुए उनके संघर्ष गाथा को भी एक मिसाल के तौर पर दिखाया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य आदिवासी संस्कृति व परंपराओं को जानना रहा। छात्राओं ने विभिन्न सांस्कृतिक परिस्थितियों के माध्यम से आदिवासी जीवन की झलकियां प्रस्तुत की। आदिवासी नृत्य से छात्राओं ने सभी का मन मोह लिया।छात्रों ने विभिन्न आदिवासी संस्कृति में जीवन शैली का नाटक द्वारा प्रस्तुतीकरण किया। जिसमें बिरसा मुंडा, ठक्कर वाला, कोल, भील आदि आदिवासी नेताओं का अभिनय कर सभी को सामाजिक अधिकारों की रक्षा व पर्यावरण सुरक्षा का संदेश दिया। साथ ही विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर मनोज सारथी, प्रशांत त्यागी, अभिलाषा सारस्वत, अनुज, घनश्याम, कुलदीप, सुमित, प्रथम, सनी आदि मौजूद रहे।

विज्ञान स्ट्रीम के छात्र-छात्राओं के लिए अवसरों की कमी नहीं, राजीव इंटरनेशनल स्कूल में करियर गाइडेंस पर हुई कार्यशाला

मथुरा। सपने देखना मानवीय स्वभाव है। हर छात्र-छात्रा 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद अच्छे करियर को लेकर बहुत फिक्रमंद हो जाता है। ऐसे समय में यदि उसे अच्छा मार्गदर्शन मिल जाए तो सफलता आसानी से मिल जाती है। शुक्रवार को राजीव इंटरनेशनल स्कूल में कक्षा 12वीं विज्ञान संकाय के छात्र-छात्राओं के लिए करियर गाइडेंस सेशन का आयोजन किया गया जिसमें वक्ताओं ने बताया कि फिजिक्स, कैमिस्ट्री एवं बायो तीनों में ही करियर की अपार संभावनाएं हैं।
वक्ता एस. कल्याण रमन ने बताया कि 12वीं पास करने के बाद हर छात्र-छात्रा के मन में सबसे कॉमन सवाल यह होता है कि आगे क्या करना है और कौन सा करियर ऑप्शन चुनना है। उन्होंने कहा कि साइंस संकाय के छात्र-छात्राओं के लिए यह अवसर सबसे अच्छा होता है क्योंकि वे तकनीकी और गैर-तकनीकी, दोनों ही क्षेत्रों में नौकरी के अवसरों को तलाश सकते हैं। उन्होंने छात्र-छात्राओं से कहा कि यदि वे लर्निंग को आजीवन अपनी लाइफ का अहम हिस्सा बनाकर रखेंगे तो मनचाही सफलता से कोई नहीं रोक पाएगा। श्री रमण ने कहा कि अगर आप साइंस विषय में अच्छे हैं तो टीचिंग लाइन में भी बेहतर करियर ऑप्शन हो सकता है। एक विज्ञान शिक्षक के रूप में सफल होने के लिए, आपको नई चीजों की खोज करने के जुनून के साथ एक जिज्ञासु, आजीवन सीखने वाले व्यवहार का होना जरूरी होगा।
दूसरे वक्ता असीम कुमार भटनागर ने विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करते हुए उन्हें करियर के बेहतरीन विकल्पों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि फिजिक्स,कैमिस्ट्री एवं बायो तीनों में ही करियर की अपार सम्भावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि 12वीं साइंस के बाद कोर्स का फैसला करना और उसके बाद करियर विकल्पों को तलाशना सबसे अहम होता है। साइंस के छात्रों के लिए कोर्स के विकल्प बहुत बड़े और विविध हैं, जो विभिन्न रुचियों और करियर आकांक्षाओं को पूरा करते हैं। विज्ञान संकाय के छात्र-छात्राएं इंजीनियरिंग, चिकित्सा, अनुसंधान आदि क्षेत्रों में आगे बढ़ सकते हैं।


श्री भटनागर ने कहा कि विज्ञान स्ट्रीम के छात्र-छात्राओं के लिए विकल्प ही विकल्प हैं। वह इंजीनियरिंग, चिकित्सा, फार्मेसी, दंत चिकित्सा, पशु चिकित्सा विज्ञान, कृषि, वास्तुकला, जैव प्रौद्योगिकी, कम्प्यूटर विज्ञान, सूचना प्रौद्योगिकी, पर्यावरण विज्ञान, खगोल विज्ञान, नैनो प्रौद्योगिकी, भूविज्ञान, फोरेंसिक विज्ञान और जैव रसायन सहित कई प्रकार के क्षेत्रों में अपना करियर संवार सकते हैं। उन्होंने कहा कि आपकी सफलता तो तभी निश्चित हो जाती है जब आपको पता होता है कि आपको करना क्या है। श्री भटनागर ने कहा कि प्रत्येक विद्यार्थी को अपनी प्रतिभा एवं क्षमता के अनुसार अपने करियर का चुनाव करना चाहिए उससे सफलता की सम्भावना अधिक होती है। अंत में अतिथि वक्ताओं ने विद्यार्थियों के साथ संवाद स्थापित करते हुए उनके प्रश्नों के उत्तर दिए तथा उनकी जिज्ञासा को शांत किया।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा कि कठिन परिश्रम का कोई विकल्प नहीं है। हाल के वर्षों में 12वीं के बाद विज्ञान पाठ्यक्रमों का दायरा काफी बढ़ गया है, जो प्रौद्योगिकी और अंतरिक्ष अन्वेषण में तेजी से हुई प्रगति से प्रेरित है। प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल कहा कि विद्यार्थियों का यह समय जीवन का स्वर्णिम काल है। अतिथि वक्ताओं द्वारा जो भी मार्गदर्शन दिया जाता है, उस पर गम्भीर चिंतन कर फैसला लेना जरूरी है। श्री अग्रवाल ने कहा कि समय पर लिया गया उचित निर्णय ही सफलता की बुलंदियों पर पहुंचाता है। अंत में विद्यालय की शैक्षिक संयोजिका प्रिया मदान ने अतिथि वक्ताओं का आभार व्यक्त किया तथा कहा कि छात्र-छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य और प्रतिभा को सही दिशा प्रदान करने के लिए ही विद्यालय द्वारा समय-समय पर करियर काउंसलिंग एवं विभिन्न कार्यशालाएं आयोजित की जाती हैं।

भारत विकास परिषद के बैनर तले आयोजित हुई प्रतियोगिता, पर्यावरण विषय पर छात्र छात्राओं ने रखे अपने विचार

वृंदावन। भारत विकास परिषद वृंदावन शाखा द्वारा संस्कृति माह अंतर्गत सीनियर वर्ग निबन्ध प्रतियोगिता विषय-पर्यावरण परिक्रमा मार्ग स्थित एक स्कूल में आयोजित की गई।
जिसमें कक्षा 6 से 8 तक के 100 से अधिक छात्र और छात्राओं ने भाग लिया।
प्रतियोगिता में शगुन वशिष्ठ ने प्रथम, नव्या निषाद ने द्वितीय एवं कृष्णा महतो ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। अनुभूति कृष्ण गोस्वामी ने कहा कि ऐसी बौद्धिक प्रतियोगिता से बच्चों के मस्तिष्क की सोच और शब्द परिकल्पना में वृद्धि होती है और बच्चों का सर्वागीण विकास होता है।
प्रतियोगिता संयोजक आनंद अग्रवाल ने कहा कि बौद्धिक विकास हेतु ऐसी प्रतियोगिता समय समय पर आयोजित की जानी चाहिए। जिससे इन बच्चों में विषय को समझकर लिखने का सामर्थ्य बढ़ता है ।
शाखा अध्यक्ष विनय गोस्वामी ने कहा कि ऐसी प्रतियोगिता से प्रतिस्पर्धा की भावना बढ़ती है जो विद्यार्थी जीवन में बहुत ही आवश्यक है।
इस अवसर पर सचिव दीपक अग्रवाल,गौरव शर्मा,राधा शर्मा, कामिनी शर्मा, पूनम सारस्वत, तरुण शर्मा आदि उपस्थित रहे।

वीपीएस के छात्रों ने शैक्षिक भ्रमण से सीखे प्रौद्योगिकी के गुण

वृंदावन। छात्रों के सर्वांगीण विकास के क्रम में पुस्तकीय ज्ञान व सह शैक्षिक गतिविधियों के योगदान के साथ व्यवहारिक ज्ञान भी उनके उच्च मानसिक बौद्धिक स्तर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है । इसी भावना को क्रियान्वित करते हुए मथुरा मार्ग स्थित वृंदावन पब्लिक स्कूल के कक्षा 11 व 12 के छात्रों ने शैक्षिक भ्रमण किया। जिसका उद्देश्य छात्रों को विज्ञान प्रौद्योगिकी व तकनीकी के व्यावहारिक ज्ञान से अवगत कराना रहा।
गौरतलब है कि कोसीकलां स्थित देवयानी फूड इंडस्ट्री के मानव संसाधन विभाग के प्रबंधक श्री जीवन रावत जी के निर्देशन में क्रीम बेल मैन्युफैक्चरर की निर्माण प्रक्रिया, उत्पादन क्षमता व गुणवत्ता आदि विषयों की जानकारी दी तथा छात्रों के विज्ञान व तकनीकी कौशल में अभिवृद्धि की।
विद्यालय के विज्ञान विभाग से जूही मिश्रा ने छात्रों का मार्गदर्शन किया व युवाओं के अंदर छिपी तकनीक व प्रौद्योगिकी क्षमता को बढ़ावा दिया। विद्यालय के निदेशक शिक्षाविद डॉ ओमजी ने इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि शैक्षिक भ्रमण छात्रों के सफल करियर का एक अभिन्न अंग होता है। किताबी ज्ञान के साथ-साथ स्वयं करके सीखों के सिद्धांत को भी बल मिलता है ।
इस भ्रमण में शिवानी सिंह,भारत भूषण उपाध्याय, अशोक सैनी का सहयोग सराहनीय रहा। समस्त छात्रों ने इस ज्ञानवर्धक शैक्षिक भ्रमण के लिए विद्यालय प्रबंधन के प्रति आभार व्यक्त किया।

संस्कृति विश्वविद्यालय में उत्साह, उल्लास के साथ मनी हरियाली तीज

मथुरा। आस्था, उमंग और प्रेम के उत्सव हरियाली तीज पर संस्कृति विश्वविद्यालय में शिक्षिकाओं ने अनेक प्रतियोगिताओं में भागीदारी की। श्रावण मास में हरियाली से ओतप्रोत प्रक्रति को आत्मसात करने के लिए शिक्षिकाओं ने हरे वस्त्र पहनकर लोकगीत गाते हुए पारंपरिक नृत्य किए। इस अवसर संस्कृति आयुर्वेद मेडिकल कालेज की डा.एकता कपूर को ‘तीज क्वीन’ के सम्मान से सुशोभित किया गया।
संस्कृति विवि के सभागार में आयोजित इस तीज उत्सव का आयोजन संस्कृति कल्चरल क्लब द्वारा किया गया जिसमें विश्वविद्यालय की शिक्षिकाओं, महिला कर्मचारियों ने एक साथ बड़ी संख्या में भाग लिया। इस अवसर पर अनेक प्रतियोगिताएं में आयोजित की गईं जिनमें मिस तीज क्वीन, बेस्ट हिडन टेलेंट, बेस्ट मेहंदी, मिस सोलह श्रंगार, बेस्ट स्टेज परफोरमर का चुनाव किया गया। बेस्ट मेहंदी के लिए डा. नेहा पाठक, बेस्ट हिडन टेलेंट के लिए जयति, मिस सोलह श्रंगार के लिए मिथलेश, बेस्ट स्टेज परफोरमर प्रतियोगिता में उत्तम कविता पढ़ने के लिए सीमा वर्मा को चयनित कर पुरुस्कृत किया गया। प्रतियोगिताओं और तीज उत्सव का संयोजन डा. पूनम गुप्ता और देविका रानी द्वारा किया गया। तीज उत्सव में भाग लेने वाली महिलाओं में डा.श्वेता तिवारी, डा. निशा चंदेल, ज्योति तोमर, प्रतिमा, सुदीपा माल, ग्रेस, ट्विंकल, राधिका, ऋतु, राधा, डा. सरस्वती घोष, विजया, मोहिनी, कोमल, प्रतिष्ठा, कंचन, रिंका जुनेजा, प्रियंका गौतम आदि हैं। तीज उत्सव का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन से हुआ।
इससे पूर्व संस्कृति विवि के कुलाधिपति डा. सचिन गुप्ता, सीईओ श्रीमती मीनाक्षी शर्मा, कुलपति प्रो.एमबी चेट्टी ने शिक्षिकाओं, महिला कर्मचारियों, छात्राओं को तीज की शुभकामनाएं देते हुए सभी के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

केडी हॉस्पिटल में तीन साल की बच्ची को मिली नई जिन्दगी, डॉ. श्याम बिहारी शर्मा ने पीठ पर द्रव से भरी गांठ का किया ऑपरेशन

मथुरा। के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर के विशेषज्ञ शिशु शल्य चिकित्सक डॉ. श्याम बिहारी शर्मा और उनकी टीम ने गांव जैंत मथुरा निवासी राजू-दिव्यांशी की तीन साल की बच्ची सृष्टि की पीठ पर द्रव से भरी गांठ का सफल ऑपरेशन कर उसे नई जिन्दगी दी है। अब बच्ची स्वस्थ है तथा सामान्य रूप से चल-फिर रही है। उसे मल-मूत्र त्यागने में भी कोई परेशानी नहीं है।
जानकारी के अनुसार जैंत हायर सेकेण्ड्री स्कूल में कार्यरत राजू की तीन साल की बच्ची सृष्टि की पीठ पर जन्म से ही द्रव से भरी गांठ होने के चलते, वह हमेशा रोती-बिलखती रहती थी। सृष्टि की परेशानी को देखते हुए माता-पिता ने उसे मथुरा के कई जाने-माने चिकित्सकों को दिखाया लेकिन कोई भी बच्ची की परेशानी दूर नहीं कर सका। आखिरकार लोगों की सलाह के बाद राजू और उसकी पत्नी दिव्यांशी 29 जुलाई को बच्ची सृष्टि को लेकर के.डी. हॉस्पिटल आए और शिशु शल्य विशेषज्ञ डॉ. श्याम बिहारी शर्मा से मिले।
डॉ. श्याम बिहारी शर्मा ने बच्ची की एमआरआई कराई जिससे पता चला कि जन्म से ही उसकी पीठ पर फोड़ा था जिसमें द्रव पदार्थ भरा था। मेडिकल भाषा में इसे मेनिंगोमाइलोसील कहते हैं जो मेरुदण्ड तथा सुषुम्ना नाड़ी (स्पाइनल कॉर्ड) की जन्मजात विकृति होती है जिसमें पैरों में कमजोरी तथा मलद्वार व मूत्र उत्सर्जन में कंट्रोल नहीं रह पाता। यह लक्षण प्रारम्भ में भी हो सकते हैं तथा ऑपरेशन के बाद भी। डॉ. शर्मा ने परिजनों को सारी बातें बताने के बाद बच्ची सृष्टि के तुरंत ऑपरेशन की सलाह दी।
परिजनों की स्वीकृति के बाद एक अगस्त को शिशु शल्य चिकित्सक डॉ. श्याम बिहारी शर्मा द्वारा बच्ची का ऑपरेशन किया गया। इस ऑपरेशन में डॉ. शर्मा का सहयोग जूनियर रेजीडेंट डॉ. समर्थ ने किया। ऑपरेशन के बाद डॉ. शर्मा ने बताया कि यह जानलेवा बीमारी है, लेकिन समय रहते इस बीमारी की रोकथाम की जा सकती है। उन्होंने कहा कि जन्म के बाद अगर नवजात के शरीर में फोड़ा है तो उसे तुरंत अस्पताल लेकर जाना चाहिए।
डॉ. शर्मा बताते हैं कि जब शरीर पर ऐसा फोड़ा होता है तो रीढ़ की हड्डी में मामूली सा गैप आ जाता है। फिर उसी गैप से शरीर के अंदर की नसें व अन्य कोशिकाएं शरीर के बाहर आ जाती हैं। ऑपरेशन में उस गैप से शरीर के अंदर नसों व अन्य कोशिकाओं को डालकर गैप को बंद किया जाता है। फिर फालतू हिस्से को काटा जाता है। रिकवरी में 4 से 5 दिन लगते हैं। खैर ऑपरेशन के बाद बच्ची को कुछ दिन चिकित्सकों की निगरामी में रखा गया तथा उसके पूर्ण स्वस्थ होने के बाद 6 अगस्त को अस्पताल से छुट्टी कर दी गई। अब बच्ची स्वस्थ है तथा उसे किसी तरह की परेशानी नहीं है।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल तथा डीन और प्राचार्य डॉ. आर.के. अशोका ने बच्ची सृष्टि की सफल सर्जरी के लिए चिकित्सकों की टीम को बधाई देते हुए उसके स्वस्थ-सुखद जीवन की कामना की है।

शारीरिक रूप से दिव्यांग व्यक्तियो व बच्चो के लिए रेलवे बना रहा है रेलवे रियायत कार्ड

जुलाई माह में 305 रेलवे रियायत कार्ड बना कर जारी किये

यात्रियों को बेहतर सेवा देने के लिए संकल्पित आगरा रेल मंडल द्वारा निरंतर सर्वोत्तम प्रयास किए जा रहे हैं |मंडल रेल प्रबंधक आगरा तेज प्रकाश अग्रवाल के मार्गदर्शन में व वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अमित आनन्द के नेतृत्व में इस वित्तीय वर्ष में अप्रैल से जून 2024 तक 924 रेलवे रियायत कार्ड बना कर जारी किये जा चुके है |वही जुलाई माह में 305 रेलवे रियायत कार्ड बना कर जारी किये है जिससे किराये में छूट मिलेगी व रेलवे रियायत कार्ड बनने से उनको रेल यात्रा के दौरान परेशानी का सामना नही करना पढ़ेगा | शारीरिक रूप से दिव्यांग व्यक्ति एक आवेदन पत्र देकर रेलवे रियायत कार्ड के लिए आवेदन कर सकते है। अब रेलवे दिव्यांग यात्रियों को अपने रिकॉर्ड में रजिस्टर्ड कर रहा है। इसके लिए दिव्यांग यात्रियों को डीआरएम ऑफिस आगरा में ऑफलाइन आवेदन कर सकते है। वेरीफिकेशन के बाद डीआरएम ऑफिस से मिले रियायत कार्ड को रेलवे के सॉफ्टवेयर में अपडेट कर दिया जाएगा। इसके बाद जब भी विकलांग यात्री टिकट के लिए आवेदन करेगा, तो उसे अपने रेलवे रियायत कार्ड की फोटो कॉपी देनी होगी। जैसे ही रेलवे रियायत कार्ड की एंट्री सॉफ्टवेयर में की जाएगी उक्त यात्री की पूरी डिटेल मॉनिटर पर सामने आ जाएगी और उसी आधार पर कंसेशन टिकट बनाया जाएगा। यही व्यवस्था ई टिकट पर भी रहेगी। ताकि रेल, यात्रा के लिए दिव्यांग यात्रियों को किसी प्रकार की काेई परेशानी न उठानी पड़े, वर्तमान में दिव्यांग सर्टिफिकेट के आधार पर ही टिकट बनाए जा रहे हैं। दिव्यांग यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने रियायत कार्ड की सुविधा शुरू की है। इन दस्तावेजों की होगी आवश्यकता- जिला चिकित्सा अधिकारी द्वारा जारी किया चिकित्सा प्रमाण पत्र ,फोटो, परिचय पत्र , रियायत प्रमाण पत्र की आवश्यकता होगी व इस कार्ड की वैधता पांच वर्ष की है।

जनसंपर्क अधिकारी कु. प्रशस्ति श्रीवास्तव ने बताया की शारीरिक रूप से दिव्यांग व्यक्ति एक आवेदन पत्र देकर रेलवे रियायत कार्ड के लिए आवेदन कर सकते है।अभी तक दिव्यांगो को मिलने वाली रियायत के बाद उनके वेरिफिकेशन की कोई प्रक्रिया नहीं थी। ऐसे में कई लोग फर्जी प्रमाण पत्र बनवाकर कंसेशन टिकट लेकर यात्रा कर लेते थे। जिस पर अब नियंत्रण लगाया जा सकेगा। रेलवे रियायत कार्ड बनने से किराये में छूट मिलेगी व उनको रेल यात्रा के दौरान परेशानी का सामना नही करना पढ़ेगा |

विधान परिषद सदस्य योगेश नौहवार ने मुख्यमंत्री से की बीएसए की शिकायत

मथुरा। बीएसए की मुश्किल बढ़ती नजर आ रही हैं। विधान परिषद सदस्य ने पत्र लिखकर मुख्यमंत्री से बीएसए की शिकायत की है। मुख्यमंत्री को लिखा बीएसए पर लगाए गया विधायक का पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो कई गंभीर आरोप रहा है। बीएसए कार्यालय में तैनात कर्मचारी की कार्रवाई की मांग गिरफ्तारी के बाद से चर्चा में आए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सुनील दत्त के खिलाफ अब विधान परिषद सदस्य योगेश चौधरी नौहवार ने मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने बीएसए पर गंभीर आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर शिकायत में बताया कि बीएसए को लखनऊ कार्यालय में तलब किया गया है। विधायक का कहना है कि बीएसए सुनील दत्त जब कानपुर में तैनात थे। तब भी उनपर आरोप लगे थे। यहां भी कई शिक्षकों ने उनसे बीएसए की शिकायत की है। शिक्षकों ने उन्हें बताया कि उन्हें समय पर वेतन भुगतान नहीं किया जाता है। इसके अलावा वित्तीय अनियमितता की शिकायत भी उनके सामने आई हैं। योगेश नौहवार ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर उन्हें व्यक्तिगत रूप से शिकायत पत्र दिया है। मुख्यमंत्री ने मामले पर संज्ञान लिया है। उन्हें प्रकरण में निष्पक्ष कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

इस संबंध में बेसिक शिक्षा अधिकारी सुनील दत्त का कहना है कि वह मथुरा जनपद की शिक्षा व्यवस्था को पूरी तरह से सुधारने का प्रयास कर रहे हैं कुछ लोग हैं जो कि नहीं चाहते कि वह मथुरा जनपद में रहे इसलिए जन प्रतिनिधियों को गुमराह कर वह ऐसी हरकतें कर रहे हैं। उन्होने कहा जो शासन का आदेश होगा वह उसका पालन करेंगे।

रिर्पोट रवि यादव

आन्यौर में खंडहर में तब्दील बंद हो चुका उप स्वास्थ्य केंद्र

गोवर्धन: नगर पंचायत गोवर्धन के गांव आन्यौर में बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं ग्रामीणों को नही मिल रही है। करीब 8 हजार से अधिक आबादी के परिक्रमा मार्ग किनारे स्थित गांव आन्यौर में न तो उच्च शिक्षा के लिए कोई इंटर कॉलेज है और न ही स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए कोई स्तरीय स्वास्थ्य केंद्र ही है। इन दोनो सुविधा के लिए स्थानीय नागरिकों को चार किलो मीटर दूर गोवर्धन कस्बा पहुंचना पड़ता है। ग्रामीणों की मांग पर नगर पंचायत गोवर्धन की अध्यक्ष प्रभा देवी शर्मा ने सूबे के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ को पत्र भेज कर आन्यौर में राजकीय इंटर कॉलेज व जर्जर खंडहर हो चुके उप स्वास्थ्य केंद्र का उच्चीकरण कर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना करने की मांग की है। अध्यक्ष प्रभा देवी शर्मा ने पत्र में लिखा है की वर्ष 2019 में सीमा विस्तार होने पर आन्यौर गोवर्धन नगर पंचायत का हिस्सा बन गया है। गांव में स्वास्थ्य सेवा के नाम पर एक पुराना खंडहर उप स्वास्थ्य केंद्र भवन खड़ा है जो की लंबे समय से बंद पड़ा है। गांव गिरिराज परिक्रमा मार्ग किनारे स्थित है सो यहाँ प्रतिदिन लाखो श्रद्धालु भी गिरिराज परिक्रमा करते हुए निकलते है। गांव में शिक्षा के लिए सरकारी प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय ही है मगर इंटर तक शिक्षा का कोई केंद्र नही है।
गांव की ज्यादातर बेटियां गांव में ही शिक्षा का स्तरीय विद्यालय न हो पाने के कारण माध्यमिक शिक्षा तक नही ले पाती है। नगर पंचायत अध्यक्ष प्रभा देवी शर्मा ने
नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाए प्रदान करने के लिए जर्जर कूड़े का ढेर बन चुके पुराने उप स्वास्थ्य केंद्र को उच्चीकृत करते हुए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्थापित करने व
गांव आन्यौर की युवा पीढ़ी को बेहतर उच्च शिक्षा की सुविधा प्रदान करने के लिए आन्यौर में ही राजकीय इंटर कॉलेज बनवाए जाने के लिए प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ जी को पत्र लिखा है।
अध्यक्ष प्रतिनिधि मनीष लंबरदार ने बताया की गांव आन्यौर के ग्रामीणों को स्वास्थ्य सेवाए और शिक्षा के लिए इंटर कॉलेज स्थापित करने की मांग का पत्र मुख्यमंत्री योगी जी के साथ साथ माननीय क्षेत्रीय विधायक ठाकुर मेघश्याम सिंह एडवोकेट व माननीय सांसद महोदय को भी प्रेषित किया है जिससे उनकी मदद भी इस मुहिम को जन हित में सफल बनाने के लिए अपने स्तर से उच्च पटल पर रख सके।
जल्द ही लखनऊ पहुंच कर इस सुविधा के लिए माननीय मुख्यमंत्री जी व उप मुख्यमंत्री जी से मुलाकात कर ग्रामीणों की बात रखते हुए अनुरोध किया जाएगा।

रिपोर्टर,राजेश लवानिया

आगरा मंडल में माह जुलाई -2024 में बिना उचित कारण अलार्म चेन खीचने (ACP) वाले 372 लोंगो पर कार्यवाही

मंडल रेल प्रबंधक आगरा तेज प्रकाश अग्रवाल के दिशा निर्देशन में आगरा मंडल में माह जुलाई -2024 में बिना उचित कारण अलार्म चेन खीचने (ACP) वालों के विरुद्ध 372 लोंगो पर कार्यवाही करके 15540/- रूपये जुर्माना वसूला गया | आगरा मण्डल सभी रेल उपयोगकर्ताओं के लिए बेहतर यात्री सुविधाओं को उपलब्ध कराने के क्षेत्र में निरंतर प्रयासरत है| इन्ही प्रयासों के क्रम में आगरा मण्डल के वाणिज्य विभाग एवं रेलवे सुरक्षा बल द्वारा बिना उचित कारण के अलार्म चेन खीचने वालों के विरुद्ध निरंतर सघन चेकिंग अभियान चलाये जा रहे है| जिसमे जुलाई -2024 में आगरा छावनी रेलवे स्टेशन पर 135, आगरा किला स्टेशन पर 18, मथुरा जंक्शन पर 121, अछनेरा स्टेशन पर 29 व धौलपुर स्टेशन पर 27 लोंगो पर कार्यवाही कर जुर्माना वसूला गया | रेल प्रशासन अपने सम्मानित यात्रियों से अनुरोध करता है कि बिना उचित एवं प्रर्याप्त कारण के चेन पुलिंग न करें ,ऐसा करना दंडनीय अपराध है | उक्त कृत्य से आपके साथी यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है |