गोवर्धन रोड स्थित खंडेलवाल सेवा सदन पर व्यापार मंडल पदाधिकारीयो से चर्चा करते हुए प्रदेश अध्यक्ष रवि प्रकाश अग्रवाल ने कहा की वर्तमान सरकार व्यापारी हित में अनेक कदम उठा रही है लेकिन जानकारी के अभाव में व्यापारी उनसे अनभिज्ञ है और उनका लाभ नहीं ले पा रहा है। पश्चिम उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के पदाधिकारीयो को व्यापारी समाज की सहायतार्थ एवं संगठन की मजबूती के लिए व्यापारी हितेषी सरकारी योजनाओं को गोष्ठियों के माध्यम से व्यापारियों को समक्ष रखना चाहिए।
स्थानीय व्यापार मंडल पदाधिकारीयो ने प्रदेश अध्यक्ष रवि प्रकाश अग्रवाल के समक्ष स्थानीय व्यापारी समस्याओं को उठाते हुए उनके निदान की मांग की।
इससे पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रवि प्रकाश अग्रवाल का स्वागत एवं सम्मान व्यापार मंडल के पदाधिकारीयो ने किया। प्रदेश अध्यक्ष द्वारा गौरव शर्मा को महानगर उपाध्यक्ष घोषित किया गया। इस अवसर पर प्रदेश कोषाध्यक्ष कृष्ण मुरारी खंडेलवाल, प्रदेश संगठन मंत्री मदन मोहन श्रीवास्तव,जिला संरक्षक सुशील दीवान, जिला महामंत्री विजय बंटा सर्राफ, महानगर अध्यक्ष प्रणय पाराशर, महानगर मंत्री सचिन ठाकुर,धौली प्याऊ समिति से श्याम सुंदर गौतम सहित अनेक पदाधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन “जय व्यापारी जय व्यापार – भारत मां की जय जयकार” के उद्घोष से हुआ।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष रवि प्रकाश अग्रवाल का बरेली से मथुरा आगमन होने पर मथुरा के व्यापारियों ने भव्य स्वागत किया।
चित्रकला प्रतियोगिता में बच्चों ने दिखाई प्रतिभा
भारत विकास परिषद द्वारा संस्कृति माह अंतर्गत किया गया आयोजन
-वंश सैनी और सायन विश्वास ने मारी बाजी
वृंदावन। भारत विकास परिषद वृंदावन शाखा द्वारा संस्कृति माह अंतर्गत संस्कार को समर्पित श्री निम्बार्क जूनियर हाईस्कूल में चित्रकला प्रतियोगिता जूनियर वर्ग विषय -प्रकृति चित्रण एवं सीनियर वर्ग विषय-पर्यावरण के रूप में सम्पन्न हुई।
जूनियर वर्ग में वंश सैनी, काजल निषाद एवं रवि ने क्रमशः प्रथम ,द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त किया। सीनियर वर्ग में सायन विश्वास ने प्रथम, लक्ष्य बल्लभ गोस्वामी ने द्वितीय, रजनी निषाद एवं माधव शुक्ला ने संयुक्त रूप से तृतीय स्थान प्राप्त किया। शाखा अध्यक्ष विनय गोस्वामी ने कहा कि कला किसी भी व्यक्ति को संस्कारवान बनाकर उसको देश और समाज की संस्कृति से परिचित कराकर विविधता से परिपूर्ण अपने देश से जुडाव के लिए प्रेरित करती है।
उपाध्यक्ष अंशुल बजाज ने कहा कि चित्र व्यक्ति की कल्पना से ही बनाये जाते हैं और कल्पनाशील व्यक्ति ही अपने संस्कारित विचारों से उसको मूर्त रूप दे पाता है ।
इस अवसर पर नवीन अग्रवाल , कोषाध्यक्ष विमल अग्रवाल , प्रधानाचार्य ब्रज किशोर त्रिपाठी आदि उपस्थित रहे।
अंतर्राष्ट्रीय आध्यात्मिक संस्थान श्रीरामचंद्र मिशन- हार्टफुलनेस के द्वारा युवाओं के लिए यूथ कॉनक्लेव का आयोजन किया गया
अंतर्राष्ट्रीय आध्यात्मिक संस्थान श्रीरामचंद्र मिशन- हार्टफुलनेस के मथुरा केंद्र द्वारा रविवार 04 अगस्त को सतोहा स्थित अपने केंद्र पर युवाओं के लिए ‘यूथ कॉनक्लेव’ का आयोजन किया जिसकी थीम थी, “अवेक, अराइज़ एंड इग्नाइट” कई विद्यालय और विश्वविद्यालय के शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं ने सहभागिता की। यह सेमिनार युवाओं के सर्वांगीण विकास पर केन्द्रित थी।
रविवार को सनराइज पब्लिक स्कूल, कान्हा माखन पब्लिक स्कूल, रमनलाल शोरावाला पब्लिक स्कूल, राजीव अकादमी फ़ॉर टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट, के०आर० डिग्री कॉलेज, बी०एस०ए० डिग्री कॉलेज आदि अन्य विद्यालयों/महाविद्यालयों के शिक्षक एवं छात्रों ने सतोहा स्थित हार्टफुलनेस ध्यान केन्द्र में आयोजित यूथ कॉन्क्लेव में सहभागिता ग्रहण की। संगोष्ठी में 150 से अधिक छात्र, छात्राओं, अध्यापकों ने प्रतिभागिता की।
संगोष्ठी में हार्टफुलनेस प्रशिक्षक वर्तिका सिंह ने युवाओं को हार्टफुलनेस का संक्षिप्त परिचय देकर ध्यान के क्रियात्मक और वैज्ञानिक पहलू से परिचित कराया तथा अध्यात्म के माहात्म्य को विस्तार से बताया गया। यह बताया गया कि प्राणाहुति विज्ञान पर आधारित योग युवाओं के शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक, भावनात्मक एवं आध्यात्मिक विकास हेतु पूर्णतः समर्थ है। योग की यह तकनीकी भारतीय ज्ञान प्रणाली पर आधारित है। इस तकनीकी को प्रत्येक छात्र को अपनी दिनचर्या में शामिल करने के लिए प्रेरित किया गया।
यूथ सेमिनार में प्रशिक्षक ऋचा शर्मा ने समूह वार्ता में आधुनिक परिदृश्य में शिक्षा, मित्रता, सफलता का अर्थ, सोशल मीडिया और उसकी भूमिका, विषयों पर छात्रों से परिचर्चा की।ब्रज के प्रसिद्ध गायक और कई टेलीविज़न शोज़ के विनर अजय बृजवासी की संगीत प्रस्तुति और संचालन में कई प्रतिभागियों ने गायकी की प्रस्तुति की। सभी प्रतिभागियों को प्रतिभाग का प्रमाणपत्र भी प्रदान किया गया। विश्वविद्यालय के शिक्षकों एवं छात्रों की सहभागिता से हार्टफुलनेस ध्यान केन्द्र के केंद्र संयोजक एस०के० शर्मा ,तथा वरिष्ठ प्रशिक्षक ओ०पी०सिंह ने आभार प्रकट किया।
अगर आज इमरजेंसी होती तो देश चीन से भी अधिक शक्तिशाली होता
मथुरा। पिछले दिनों नरेंद्र मोदी और पूरी भाजपा ने इमरजेंसी के खिलाफ खूब भड़ास निकाली तथा कहा कि इंदिरा गांधी ने इमरजेंसी थोपकर पूरे देश को जेल के रूप में तब्दील कर लोकतंत्र का गला घोंट डाला। बात तो सही है और कहने और सुनने में भी बड़ी अच्छी लगती है किंतु इसका दूसरा पहलू भी देखना चाहिए।
मेरा मानना कुछ और है यानी इमरजेंसी के खिलाफ आग उगलने वालों के विचारों से एकदम उलट। मैं डंके की चोट पर कहता हूं की यदि आज देश में इमरजेंसी होती तो शायद हमारा देश चीन से भी अधिक शक्तिशाली होता। मेरी बात से कुछ लोगों को पीड़ा हो सकती है। ये वे लोग होंगे जो इमरजेंसी के दौरान त्रस्त हुए होंगे यानी जेल गए होंगे या अन्य किसी प्रकार सताए हुए होंगे या फिर पार्टी के दृष्टिकोण की वजह हो।
मैं यह नहीं कह रहा हूं कि इमरजेंसी में ज्यादतियां नहीं हुई। ज्यादतियां हुईं और खूब हुईं अनेक निर्दोष लोग जेल गए। बूढों व साधु महात्माओं तक की जबरदस्ती नसबंदी हुई। पुलिस व सरकारी अफसरों का रवैया तानाशाही हो गया। कांग्रेसियों का ऐसा बोल वाला हो गया कि उन्हीं की बात सुनी जाती हर क्षेत्र में।
अब दूसरे पहलू पर भी गौर करें। इमरजेंसी में भ्रष्टाचार और अपराधों की स्थिति गधे के सिर पर सींग जैसी हो गई। रेल समय पर चलतीं ज्यादातर बिफोर टाइम प्लेटफार्म पर आ जातीं। हर आदमी नियम कानून का पालन करने लगा। रिश्वतखोरी के लिए सबसे अधिक बदनाम पुलिस महकमा तक एकदम सुधर गया यानी एक पैसा भी कोई नहीं लेता था।
आज हम सीना तानकर विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्री होने का जो गुमान करते हैं, मेरी नजर में तो हमें शर्म से सर झुका लेना चाहिए। आज जो कुछ हमारे देश में हो रहा है उसके बारे में बताने की जरूरत नहीं है। सच में पूंछा जाए तो इमरजेंसी ऐसी दवा थी जैसे कुनैन। पुराने समय में कुनैन का प्रयोग बहुत होता था वह बहुत कड़वी तो होती थी किंतु रोगी के लिए रामबाण रहती।
भले ही इंदिरा गांधी ने इमरजेंसी अपने आप को सत्ता पर काबिज रखने के लिए लगाई किंतु यह देश के लिए अमर बूटी से कम सिद्ध नहीं हुई। यह भी सच है कि इंदिरा गांधी दूध की धुली हुई नहीं थीं। वे अपने सामने रोडा़ बनने वालों को ठिकाने लगाना भी अच्छी तरह जानती थीं। यानी साम, दाम, दंड, भेद की विद्या में पारंगत थीं। कहते हैं की दुकानदारी नर्मी की और हाकिमी गर्मी की। इंदिरा गांधी एक दबंग महिला थीं वह शासन चलाना जानती थीं।
इस बात को कोई नकार नहीं सकता कि इंदिरा गांधी की ही कुब्बत थी जो पाकिस्तान के दो टुकड़े करके बांग्लादेश बनवा दिया। यह भी मानना होगा कि उस दौरान पंजाब में खालिस्तानीं उग्रवादियों ने देश को दो टुकड़ों में बांटने का जबरदस्त उपद्रव मचा रखा था। यह इंदिरा की ही हिम्मत थी कि उग्रवादियों में भुस भर कर रख दिया। भले ही इसके लिए उन्हें अपनी जान की कीमत चुकानीं पड़ी।
यह भी कटु सत्य है कि इंदिरा गांधी के पिता जवाहरलाल नेहरू की वजह से भारत के दो टुकड़े हुए। यदि वे प्रधानमंत्री बनने की लालसा का त्याग कर जिंन्ना को ही प्रधानमंत्री बन जाने देते तो भारत का विभाजन नहीं होता। अब एक और कटु सच यह भी कहना चाहूंगा कि आज देश की दुर्गति के लिए मोहन दास करम चंद गांधी जिम्मेदार हैं। उनकी वजह से सीनियर होते हुए भी सरदार वल्लभभाई पटेल को प्रधानमंत्री न बनाकर अपने मुंह लगे जवाहरलाल नेहरू को प्रधानमंत्री बनवा दिया। ये दोनों ही एक ही बिरादरी के थे यानी नारी प्रेमी।
अब लगे हाथ एक और महा कटु सच कहे बगैर नहीं रहा जा रहा। वह यह कि आजादी मिलते ही गांधी नेहरू आदि कांग्रेसियों ने आरक्षण का जहरीला बीज बो दिया। उस समय कहा गया कि नींची जातियों का जीवन स्तर सुधारने के लिए दस वर्ष के लिए आरक्षण किया जा रहा है। अब सोचिए कि क्या यह आरक्षण कभी समाप्त होगा? इस आरक्षण रूपी दैत्य ने ही देशवासियों को दो भागों में बांट ही नहीं दिया बल्कि देश की तरक्की में ब्रेक भी लगा दिया। सभी जानते हैं कि यह आरक्षण नींची जातियों के वोट हड़पने के लिए था। अब प्रसंग की भटकन से अलग होकर सही मुद्दे पर आगे बढ़ता हूं।
अगर इमरजेंसी की बात चली है तो संजय गांधी की चर्चा न करना उनके साथ अन्याय होगा। संजय गांधी ने देश की कमान को अप्रत्यक्ष रूप से अपने हाथ में ले लिया था। इमरजेंसी में देश जिस प्रगति की ओर बढ़ रहा था वह दुर्लभ और ऐतिहासिक थी। उसे प्रगति में संजय का योगदान भी कमतर करके आंकना भी नाइंसाफी होगी। अंत में एक बात और वह यह कि संजय गांधी में हिंदुत्व कूट-कूट कर भरा हुआ था। वह गाल बजाने वाले हिंदूवादी नहीं थे बल्कि प्रैक्टिकल में हिंदुत्व का अलख जगाने वाले थे। उनकी परछाई पुत्र वरुण में स्पष्ट रूप से परिलक्षित होती है। अब आखिर में मुझे इस बात का फक्र है कि इंदिरा और संजय ने कुछ ऐसे विलक्षण काम कर दिखाऐ जो आज तक कोई नहीं कर पाया। यही कारण था कि अटल जी ने इंदिरा गांधी को दुर्गा भवानी की उपमा दी थी।
इसका मतलब यह नहीं कि मैं कोई कांग्रेसी हूं। मैं तो नरेंद्र मोदी का मुरीद हूं किंतु विश्लेषण गुंण दोष के आधार पर होना चाहिए। भले ही मैं नरेंद्र मोदी का मुरीद हूं किंतु उनकी कुछ बातें मुझे बेहद अखरती भी हैं। जैसे मुलायम सिंह को पद्म विभूषण से नवाजा जाना जैसे अतीत में योगी आदित्यनाथ जैसे अनमोल हीरे को काकस के इशारे पर निशाने पर लेने का असफल प्रयास किया जाना। अब आखिर में इमरजेंसी जिंदाबाद और ऐसा दिखावटी और मिलावटी लोकतंत्र जो देश को पुनः गुलामी की बेड़ियों में जकड़ने की ओर धकेल रहा है मुर्दाबाद उद्घोष के साथ समापन करता हूं।
विजय गुप्ता की कलम से
तैराकी में राजीव इंटरनेशनल स्कूल की छात्रा अविका ने जीता गोल्ड, 19वीं इंटर स्कूल डिस्ट्रिक स्वीमिंग चैम्पियनशिप में युगांत को मिला ब्रॉन्ज
मथुरा। राजीव इंटरनेशनल स्कूल के छात्र-छात्राएं शिक्षा ही नहीं खेल के क्षेत्र में भी लगातार शानदार सफलताएं हासिल कर अपने माता-पिता तथा स्कूल को गौरवान्वित कर रहे हैं। हाल ही में महोली रोड स्थित रमनलाल शोरावाला पब्लिक स्कूल में आयोजित 19वीं इंटर स्कूल डिस्ट्रिक स्वीमिंग चैम्पियनशिप में आरआईएस की छात्रा अविका राहुल अग्रवाल ने गोल्ड तो युगांत चौधरी ने ब्रॉन्ज मेडल जीतकर अपनी प्रतिभा दिखाई।
रमनलाल शोरावाला पब्लिक स्कूल में आयोजित 19वीं इंटर स्कूल डिस्ट्रिक स्वीमिंग चैम्पियनशिप में राजीव इंटरनेशनल स्कूल के होनहार तैराकों ने शानदार प्रदर्शन किया। छात्रा अविका अग्रवाल ने अण्डर 17 आयु वर्ग की 25 मीटर फ्रीस्टाइल तैराकी स्पर्धा में अपने दमदार प्रदर्शन से न केवल सभी प्रतिद्वंद्वियों को पीछे छोड़ा बल्कि गोल्ड मेडल जीतकर विद्यालय तथा माता-पिता को गौरवान्वित किया। अविका की ही तरह युगांत चौधरी ने अण्डर-14 आयु वर्ग की 25 मीटर फ्रीस्टाइल तैराकी में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया।
इंटर स्कूल डिस्ट्रिक स्वीमिंग चैम्पियनशिप में मथुरा जिले के विभिन्न स्कूलों के एक सैकड़ा से अधिक छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। गोल्ड मेडल जीतने से खुश अविका अग्रवाल बताती हैं कि उन्हें तैराकी से बहुत लगाव है। यह खुशी की बात है कि राजीव इंटरनेशनल स्कूल में शिक्षा के साथ ही खेलकूद गतिविधियों पर भी विशेष ध्यान दिया जाता है। विद्यालय में खेलों की सभी व्यवस्थाएं, योग्य स्पोर्ट्स टीचर तथा खेल उपकरण होने से हर छात्र-छात्रा अपनी रुचि अनुसार खेलों में शिरकत करता है। इन पदक विजेता विद्यार्थियों ने अपनी सफलता का श्रेय स्पोर्ट्स टीचर निशांत शर्मा को दिया।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने पदक विजेता अविका और युगांत को बधाई देते हुए कहा कि प्रत्येक छात्र-छात्रा को पढ़ाई के साथ ही प्रतिदिन कुछ समय खेलों को जरूर देना चाहिए। आज के समय में शिक्षा के साथ-साथ खेलकूद में भी करियर की अपार सम्भावनाएं हैं। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि पेरिस में चल रहे ओलम्पिक खेलों की तैराकी स्पर्धा में श्रीहरि नटराज और धीनिधि देसिंघु ने सहभागिता की। श्रीहरि नटराज ने पुरुषों की 100 मीटर बैकस्ट्रोक तो धीनिधि देसिंघु ने महिलाओं की 200 मीटर फ्रीस्टाइल स्पर्धा में देश का प्रतिनिधित्व किया। 14 साल की तैराक धीनिधि देसिंघु का ओलम्पिक में खेलना ही बहुत बड़ी बात है।
संस्थान के प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने विजेता विद्यार्थियों को जीत की बधाई देते हुए कहा कि इसी तरह कठिन परिश्रम से निरंतर अपने लक्ष्य के प्रति अग्रसर होते रहें। श्री अग्रवाल ने कहा कि क्षेत्र कोई भी हो जो मेहनत करेगा उसे एक न एक दिन सफलता मिलना तय है। विद्यालय की शैक्षिक संयोजिका प्रिया मदान ने अविका और युगांत को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
आगरा मंडल के मथुरा – बाद सेक्शन (कुल 5.6 टीकेएम), तीसरी लाइन के रेलवे विद्युतीकरण कार्यों का वैधानिक निरीक्षण
02.08.2024 को अनूप कुमार अग्रवाल, पीसीईई/एनसी रेलवे व मंडल रेल प्रबंधक आगरा तेज प्रकाश अग्रवाल के निर्देशन में उत्तर मध्य रेलवे के आगरा मंडल के मथुरा (एक्सक्लूसिव) – बाद सेक्शन (कुल 5.6 टीकेएम), तीसरी लाइन (आरवीएनएल द्वारा किया गया कार्य) के रेलवे विद्युतीकरण कार्यों का वैधानिक निरीक्षण सफलतापूर्वक पूरा किया गया। इसके बाद में अधिकतम अनुभागीय गति पर स्पीड ट्रायल भी किया गया।
यह आगरा डिवीजन की मथुरा-धौलपुर मुख्य लाइन (आरवीएनएल द्वारा कार्य) की तीसरी लाइन का हिस्सा है।
यह उपलब्धि रेलवे बोर्ड, जीएम एनसीआर, डीआरएम/आगरा, आरवीएनएल और उनकी टीमों के लगातार समर्थन से संभव हुआ है।
निरीक्षण के दौरान एस एस मंगल/सी ई डी ई/प्रयागराज, सतेन्द्र कुमार तिवारी, जीएम आरवीएनएल एवम मंडल के अन्य अधिकारीगण धर्मेश कुमार/सीनियर डी ई ई टीआरडी, रघुनाथ सिंह/ सीनियर डी ई ई/ सामान्य, आफताब अहमद/सीनियर डी एस ओ, पवन कुमार जयंत/सीनियर डी ई ई/परिचालन, नितिन गर्ग/ सीनियर डी ई एन-I, कुलदीप मीना सीनियर डी ओ एम/एफ एंड जी, अनिल पटेल/डी एस टी ई, स्टेशन निदेशक मथुरा एस के श्रीवास्तव, आर के बघेला/डी ई ई/टीआरडी, पी सी अग्रवाल/ए डी ई ई/टीआरडी एवम सेक्शन के सम्बन्धित सुपरवाइजर उपस्थित रहें।
राधाकुंड नगर पंचायत स्वच्छता अभियांन को पलीता लगाती नजर आ रही है
मथुरा जिला के कस्बा राधाकुंड में सावन मास में श्रद्धालुओं का ब्रज में आना निरंतर जारी है। ब्रज में सावन का विशेष महत्व है। विभिन्न राज्यों से लोग आते हैं। यहां आने वाले श्रद्धालु नगर पंचायत की लापरवाही से दुखी है। श्रद्धालुओं के लिए नगर पंचायत द्वारा कोन्हई रोड पर बनाए गए शौचालय में साफ सफाई की व्यवस्था नहीं है। गंदगी का साम्राज्य स्थापित है।शौचालय में पानी नहीं आता है। गेट टूटे पड़े हैं। महिला व पुरुष शौचालय के दरवाजा पर गेट की जगह पर्दे टंगे हैं। पेशाब घर के पाइप टूटे हैं। जो सरकार के स्वच्छता मिशन को चूना लगा रहे हैं। वही शौचालय की बाल पेंटिंग भी खराब हो गई है। स्थानीय लोग व परिक्रमा करने वाले लोग समुचित व्यवस्था न होने से नगर पंचायत को कोसते हुए नजर आते हैं। श्रद्धालु शौचालय के अभाव में दर-दर की ठोकर खा रहे हैं। इससे श्रद्धालुओं की भावना आहत हो रही हैं और लोग प्रतिबंध के बाद खुले में शौच करने के लिए मजबूर हैं। नगर पंचायत का इस और कोई ध्यान नहीं है। जबकि अभी कुछ दिन पहले गुरु पूर्णिमा मेला भी था। मेले पर भी व्यवस्था ठीक नहीं रही। राधा कृष्ण कुंड नगर परिक्रमा में एक ही शौचालय है। लापरवाही व देखरेख के अभाव में वह भी निरर्थक है। नगर पंचायत अध्यक्ष नगर की प्रमुख व्यवस्थाओं पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। चंद् लोगों में सिमट कर रह गए हैं। अध्यक्ष की लापरवाही लोगों के लिए मुसीबत बनी हुई है। दिल्ली निवासी श्रद्धालु विजय कुमार, वेद प्रकाश शर्मा,कविता दीदी ,वृंदा देवी आदि लोगों रोष प्रकट किया है।
रिपोर्टर,राजेश लवानिया
एसएसएफ की 4 वीं बटालियन के मुख्यालय के लिए बड़ौता में जमीन तय
मथुरा। विशेष सुरक्षा बल (एसएसएफ) 4वीं बटालियन का मुख्यालय जल्द मथुरा में बनने की उम्मीद है। प्रशासन ने शुक्रवार को जैत क्षेत्र के गांव बड़ौता में ग्राम सभा की 40 एकड़ जमीन को चिन्हित कर तय किया है। यहां निरीक्षण को डीएम और एसएसपी पहुंचे। इसके संबंध में प्रस्ताव एसएसएफ के अधिकारियों व शासन को भेजा जा चुका है। जैसे ही एसएसएफ की सहमति मिल जाएगी। शासन के नियमानुसार उनको जमीन हस्तांतरित कर दी जाएगी। विशेष सुरक्षा बल में उप्र पुलिस और पीएसी के जवान को शामिल किया गया है। मथुरा में एसएसएफ की 4 वीं बटालियन का मुख्यालय बनने जा रहा है। इस मुख्यालय के अधीन आगरा, फिरोजाबाद, बरेली, मुरादाबाद, झांसी, अलीगढ़, एटा, इटावा, संभल जैसे 18 जिलों को रखा गया है एसएसएफ 4वीं बटालियन के मुख्यालय को लेकर जिले में 40 एकड़ जमीन की तलाश की जा रही है। जमीन ऐसे स्थान पर तलाशी जा रही है, जहां से जवानों को किसी भी परिस्थिति में आसानी से आपात स्थिति में दूसरे जिलों के लिए रवाना किया जा सके। बड़ौता वाली जमीन इस लिहाज से मुफीद है।
एसएसएफ 4वीं बटालियन के मुख्यालय की स्थापना के लिए बड़ौता में जमीन देखी गई है। प्रशासन स्तर इसको तय कर दिया गया है। एसएसएफ के अधिकारी भी इसको देख लें। उनके स्तर से मंजूरी के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। – शैलेंद्र कुमार सिंह, डीएम

इस मुख्यालय में बैरक, ट्रेनिंग सेंटर, फायरिंग सेंटर, मैस, घुड़साल, ऑफिसर्स व कर्मचारी आवास आदि बनाए जाएंगे। फिलहाल बटालियन के कमांडेंट अलीगढ़ स्थिति पीएसी 45 बटालियन मुख्यालय में बैठ रहे हैं।
रिपोर्टर,राजेश लवानिया
के.डी. हॉस्पिटल में युवती की रीढ़ की हड्डी का सफल ऑपरेशन, डॉ. अवतार सिंह और डॉ. दीपक चौधरी के प्रयासों से शिवानी हुई स्वस्थ
मथुरा। लम्बे समय से रीढ़ और गले की हड्डी में गम्भीर परेशानी से जूझ रही पुष्प विहार कॉलोनी मथुरा निवासी शिवानी (23) को के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर में नई जिन्दगी मिली है। न्यूरो सर्जन डॉ. अवतार सिंह और डॉ. दीपक चौधरी ने ऑपरेशन द्वारा युवती की रीढ़ की हड्डी के गले भाग तथा गले से मवाद निकाल कर उसके चेहरे पर मुस्कान लौटाई है। ऑपरेशन के बाद शिवानी के स्वास्थ्य में लगातार सुधार हो रहा है तथा वह अब भोजन भी करने लगी है।
जानकारी के अनुसार पुष्प विहार कॉलोनी मथुरा निवासी शिवानी पत्नी तुषार लम्बे समय से रीढ़ और गले की हड्डी में गम्भीर परेशानी से जूझ रही थी। कुछ दिन पहले परिजन उसे मथुरा के ही एक निजी चिकित्सालय ले गए, जहां कुछ दिन उसका उपचार भी चला लेकिन चिकित्सक युवती की असली बीमारी का ही पता नहीं लगा सके। आखिरकार एक पखवाड़े पहले परिजन शिवानी को के.डी. हॉस्पिटल लाए। उस समय कमजोरी के चलते उसके शरीर के बाएं हिस्से के अंगों ने काम करना बंद कर दिया था।
न्यूरो सर्जन डॉ. अवतार सिंह और डॉ. दीपक चौधरी ने शिवानी के पुराने पर्चों को देखने के बाद उसकी एमआरआई कराई जिससे पता चला कि उसे हड्डी की टीबी है। उसके गर्दन में मवाद होने से हड्डी भी गल चुकी है तथा उसके मेरुदंड पर दबाव है। आखिरकार विशेषज्ञ न्यूरो सर्जनों ने ऑपरेशन की सलाह दी। परिजनों की स्वीकृति के बाद 21 जुलाई को डॉ. अवतार सिंह और डॉ. दीपक चौधरी द्वारा युवती की रीढ़ की हड्डी का ऑपरेशन किया गया। न्यूरो सर्जनों ने रीढ़ की हड्डी में से गले हुए भाग तथा गले की मवाद को बाहर निकालने में सफलता हासिल की। ऑपरेशन के बाद युवती पूरी तरह से स्वस्थ है। इस सर्जरी में डॉ. अवतार सिंह और डॉ. दीपक चौधरी का सहयोग निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ. जगत तथा टेक्नीशियन राजवीर सिंह और रोबिन ने किया।
इस ऑपरेशन पर न्यूरो सर्जन डॉ. अवतार सिंह का कहना है कि युवती की रीढ़ की हड्डी में टीबी की बीमारी के चलते कुछ हिस्सा गल चुका था, जिसके कारण उसे गम्भीर समस्या से जूझना पड़ रहा था। मरीज का ऑपरेशन कर गले हुए भाग को निकाल कर दबी हुई नसों को फ्री करके अंदरूनी ब्रोन को फिक्स कर दिया गया है। डॉ. दीपक चौधरी का कहना है कि के.डी. हॉस्पिटल में अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं के चलते मुश्किल से मुश्किल सर्जरी सम्भव हो पाती है। यहां स्पेशलाइज्ड स्पाइनल सर्जरी सेण्टर है, इसलिए अब तक जो भी ऑपरेशन हुए हैं, वे पूरी तरह से सफल रहे हैं। डॉ. चौधरी ने कहा कि हड्डी की टीबी को लाइलाज न मानते हुए जिन लोगों को भी हड्डी की टीबी की परेशानी हो, उन्हें बिना किसी झिझक और देरी किए ऑपरेशन करा लेना चाहिए। इससे जहां उनकी हड्डियों को गलने से बचाया जा सकता है वहीं उनके किसी अंग में कमजोरी भी महसूस नहीं होगी।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल तथा डीन और प्राचार्य डॉ. आर.के. अशोका ने शिवानी की सफल सर्जरी के लिए चिकित्सकों तथा उनकी टीम को बधाई देते हुए मरीज के स्वस्थ-सुखद जीवन की कामना की है।
गोवर्धन में मल्टी स्पेशलिटी चिकित्सालय बनवाने की चेयरमैन ने सीएम से की मांग
गोवर्धन क्षेत्र में मल्टी स्पेशलिटी चिकित्सालय की आवाज उठने लगी है। गोवर्धन नगर पंचायत अध्यक्ष प्रभा देवी लंबरदार ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में स्थानीय नागरिकों व श्रद्धालुओं के हित में मल्टी स्पेशलिटी चिकित्सालय बनवाने की मांग की है। चेयरमैन ने सीएम को लिखे पत्र में कहा है कि गोवर्धन में चिकित्सा सुविधा ना के बराबर है। अस्सी हजार की आबादी वाली जनपद की सबसे बड़ी नगर पंचायत गोवर्धन में देश-विदेश से श्रद्धालु भारी संख्या में भक्त गिरिराज जी की परिक्रमा देने आते हैं। एकादशी से पूर्णमासी तक लगभग 50 लाख श्रद्धालु व गुरु पूर्णिमा पर लगभग एक करोड़ श्रद्धालु परिक्रमा करते हैं। क्षेत्र के लोगों को चिकित्सा सुविधा नहीं मिल रही है। सीएससी गोवर्धन पर ना तो विशेषज्ञ चिकित्सक हैं और ना ही चिकित्सीय परीक्षण करने हेतु उपकरण हैं। उपचार के अभाव में लोगों को जान तक जवानी पड़ती है। चेयरमैन प्रतिनिधि मनीष लंबरदार ने बताया जनता व श्रद्धालुओं की परेशानी को देखते हुए मुख्यमंत्री से मांग की गई है। पत्र की प्रतिलिपि प्रदेश सरकार के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री को भी भेजी है।
रिपोर्टर,राजेश लवानिया

