Thursday, May 1, 2025
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हुनर सीखेंगे जेल के बंदी, खजानी वेलपफेयर सोसायटी की पहल

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मथुरा। जेल प्रशासन व खजानी वेलफेयर सोसाइटी के संयुक्त तत्वावधान में जेल में सांझी कला का विधिवत प्रशिक्षण शुरू हो गया है। जिसका उद्देश्य सलाखों के पीछे रहने वाले कैदियों के अंदर छिपी प्रतिभा को बाहर लाना और क्षेत्रीय परंपरागत कला को अधिक से अधिक फैलाना है। जेल अधीक्षक शैलेंद्र कुमार मैत्रय ने बताया कि आज से जेल में आरंभ हुए पाठ्यक्रम में कैदियों ने भाग लिया और सांची की बारीकियों को हेमंत रूबाला और सुरेश के मार्गदर्शन में सीखा।सांची बृज क्षेत्र की एक पारंपरिक कला है जो अब धीरे-धीरे लुप्त होती जा रही है इस कला का प्रयोग रंगोली बनाने, ठाकुर जी की पिछवाई बनाने और घरों में सजावट के लिए किया जाता था। एक बार फिर से इस कला को एक नए रूप में दुनिया के सामने लाने का प्रयास जेल प्रशासन व खजानी वेलफेयर सोसायटी के पदाधिकारी कर रहे हैं।जेल में इस कला का प्रयोग पेंटिंग बनाने के लिए किया जाएगा जिसका बाद में निर्यात करने का प्रयास किया जाएगा ताकि अधिक से अधिक लोग मथुरा की इस कला से जुड़ पाए और इन कैदियों को अपने हुनर का सही सदुपयोग करने का अवसर मिले।
खजानी की सचिव शिप्रा राठी ने बताया कि सांझी ना केवल एक कला है वरन् हमें आप आप से भी जोड़ती भी है। इसको करने से एक विशेष प्रकार की सुखद अनुभूति होती है और हमारा तनाव भी काफी हद तक कम हो जाता है। जेल में बंद कैदी के लिए यह कला एक रोशनी लेकर आएगी और इससे जुड़ने के बाद अपने मानसिक तनाव से दूर होकर अपने जीवन को एक सकारात्मक रूप में जी पाएंगे।
इस अवसर पर सोसायटी के पदाधिकारियों द्वारा महिला जेल में बंद कैदियों के नन्हे-मुन्ने बच्चों को बिस्कुट, टॉफी, चिप्स आदि के पैकेट बांट के नव वर्ष की शुभकामनाएं भी दी और उन्हें बताया कि नए साल में अपने स्वास्थ्य का कैसे ध्यान रखा जाए।
इस अवसर पर जेल पदाधिकारी अरविंद कुमार पांडे व सी एम तिवारी जी उपस्थित रहे। खजानी के ओर से शोभित माहेश्वरी व विकास राठी भी ने भी कैदियों को नववर्ष की शुभकामनाएं दी।

हत्या या आत्महत्या! चर्चित बुलियन कारोबारी उसकी पत्नी और बच्ची के कार में मिले शव, बेटा गंभीर

मथुरा। नोटबंदी के दौरान सौ करोड़ रुपये के हेरफेर करने के आरोपों के बाद चर्चा में आए बुलियन कारोबारी, उसकी पत्नी और बच्ची के गोली लगे शव कार में मिले है। एक्सप्रेसवे के निकट कार में जो सीन है उससे प्रतीत हो रहा है कि कारोबारी ने पहले अपनी पत्नी, बच्चों को गोली मारी और फिर खुद को गोली मार ली। इस घटना में एक बच्चा गंभीर घायल भी हुआ है। मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस-प्रशासन में खलबली मच गई। मौके पर पहुंची पुलिस छानबीन में जुटी है।
यमुना एक्सप्रेसवे के वृंदावन कट के पास झज्जर अंडरपास में बुलियन कारोबारी नीरज अग्रवाल (40) पुत्र दिनेश चंद अग्रवाल, पत्नी नेहा (36), बेटी धन्या (6) निवासी गऊघाट का शव कार में खून से लथपथ मिला, वहीं कारोबारी का बेटा 10 साल का शौर्य घायल मिला।
कारोबारी, पत्नी और बेटी को गोली लगी हुई थी। सूचना पर पहुंची जमुनापार पुलिस ने शवों को कब्जे में लिया और घायल को नयति में भर्ती कराया। एसपी सिटी अशोक मीणा इस मामले को आत्महत्या बता रहे हैं।
पुलिस का मानना है कि लाइसेंसी पिस्टल से कारोबारी ने पत्नी और बच्चों को मारकर सुसाइड किया है। बुलियन कारोबारी शहर के गऊघाट के निवासी हैं। चर्चाओं में ये भी है कि कोई बाप अपने बच्चों को इतनी बेरहमी से गोली कैसे मार सकता है। लोगों में चर्चा हत्या किए जाने की भी है। बहरहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।

पत्नी, दो बच्चों को गोली मारकर खुद को शूट किया

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मथुरा । एक्सप्रेसवे पर क्रेटा गाड़ी में तीन लाश मिलने से सनसनी ।

-नेहा अग्रवाल, नीरज अग्रवाल व बेटी धन्या अग्रवाल  का गोली लगा शव मिलने से सनसनी

-गाड़ी में गंभीर हालात में  मिले लड़के शौर्य अग्रवाल को अस्पताल में कराया गया भर्ती ।

-गऊ घाट लाल दरवाजा का रहने वाला था सर्राफा परिवार

-पारिवारिक व कारोबार क्लेश के चलते आत्महत्या की बात आ रही है सामने

-मौके पर पहुँचे एसपी सिटी अशोक कुमार मीणा  जाँच में जुटे ।

थाना जमुनापार क्षेत्र में यमुना एक्सप्रेसवे के माइल स्टोन 105 की घटना ।

प्रियंका ने देश के संतों, हिंदू समाज का किया है अपमान-स्वतंत्र देव सिंह

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भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने भगवा वाले बयान को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी को समाज और धर्म की समझ नहीं है। भगवा पर जो बयान दिया है, वो राष्ट्र और संतों का अपमान हैं। हिंदू समाज का अपमान है।
मंगलवार को वृंदावन के श्रीपाद बाबा आश्रम और चंद्र मौलेश्वर धाम में आयोजित कार्यक्रमों में भाग लेने आए स्वतंत्र देव सिंह ने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर कांग्रेस, सपा और बसपा पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों ने जनता को गुमराह कर प्रदेश में उपद्रव कराए हैं, लेकिन लोगों की जैसे ही समझ में आया, सब कुछ सामान्य हो गया।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने अखिलेश यादव पर परिवारवाद और वंशवाद की राजनीति का आरोप लगाते हुए कहा कि जिस राजशाही व्यवस्था को सरदार बल्लभभाई पटेल ने खत्म किया था, उसी को ये अब आगे बढ़ा रहे हैं। इनकी राजनीति वंशवाद के बाहर नहीं है।
स्वतंत्र देव ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के उन लोगों के लिए है, जिनके मंदिर तोड़ दिए गए। बेटियों को जबरन उठा लिया गया, मजबूरन वे लोग अपना वतन छोड़कर भारत में शरणार्थी बने हुए हैं, लेकिन कुछ लोगों ने इस कानून को लेकर भ्रम फैलाया।

नगर निगम की सीमा विस्तार पर सरकार की मुहर, इतने गांव होंगे शामिल

मथुरा नगर निगम में अब 20 गांव और शामिल होंगे। सीमा विस्तार संबंधी मथुरा नगर निगम के प्रस्ताव को प्रदेश सरकार ने हरी झंडी दे दी है। कैबिनेट ने इस पर मुहर लगा दी है।
नगर निगम बनते समय वृंदावन तथा हाइवे से जुड़े कई गांवों को निगम में शामिल नहीं किया गया था। विगत दिनों सीमा विस्तार संबंधी प्रस्ताव नगर निगम की कैबिनेट ने पास किया था, परंतु शासन ने इसमें छटीकरा तथा एनएच-2 संबंधी विस्तार को परिवर्तित करने को कहा था।
जिसे निगम अधिकारियों ने परिवर्तित करके दोबारा भेजा। इसमें छटीकरा की एनएच-2 से वृंदावन की ओर की आबादी सहित 20 गांव शामिल किए गए। सहायक नगर आयुक्त राज कुमार मित्तल के अनुसार हमने इस प्रस्ताव में एनएच-2 से वृंदावन की ओर की छटीकरा की आबादी के साथ 20 गांवों का प्रस्ताव शासन को भेजा था। इस प्रस्ताव पर निगम की कैबिनेट और बोर्ड ने पहले ही मुहर लगा दी। अब निगम की सीमा में 20 गांव और शामिल हो गए हैं।

जाॅब के लिए ऑनलाईन फार्म भरने के नाम पर युवती से ठगी

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मथुरा। जॉब के लिए ऑनलाइन फार्म भरने के नाम पर एक युवती के बैंक खाते से हजारों रुपये की नकदी पार कर दी गई। पीड़िता के पिता ने वृंदावन कोतवाली में तहरीर देकर कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। गोविंदबाग निवासी संजीव अग्रवाल का आरोप है कि उसकी पुत्री जल्पी अग्रवाल एग्जिकॉम टेलीसिस्टम गुड़गांव हरियाणा में जॉब करती है। 26 दिसंबर को पुत्री के द्वारा जॉब साइड साइन डॉट कॉम पर एक एप्लीकेशन अपडेट की गई। जिसके बाद उसके मोबाइल नंबर पर कॉल आया। जिसमें 400 रुपये का फार्म भरने के लिए कहा गया। जिस पर ऑनलाईन फार्म भरते समय एटीएम कार्ड की डिटेल डालने के साथ ओटीपी डाल दिया। ओटीपी डालते ही 6 हजार रुपये तथा बाद में 10-10 हजार रुपए पांच बार में ट्रांसफर हो गए। इसको लेकर जब आपत्ति जताई तो एक महिला का कॉल आया कि कटे हुए रुपये रिफंड करने के लिए 28 हजार रुपये और भेजने को कहा गया। जब उन्होंने इस फर्जीवाड़े को लेकर जांच पड़ताल की तो ठगी करने वाली कंपनी का पता मुंबई महाराष्ट्र का आ रहा है।

मोहनी ने कहा मुझे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ही दिलाएंगे न्याय, तीरंदाजी प्रशिक्षक रिछपाल का मामला दिल्ली दरबार पहुंचा

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भारतीय तीरंदाजी संघ के अध्यक्ष अर्जुन मुंडा ने लिखा शिवराज सिंह को पत्र
रिपोर्ट –  श्रीप्रकाश शुक्ला
नई दिल्ली। यह भगवान शिव का महीना सावन है, मुझे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया से न्याय की पूरी उम्मीद है क्योंकि इन्होंने महिलाओं और बेटियों के प्रोत्साहन के लिए बहुत सारे अच्छे काम किए हैं। भगवान भोलेनाथ मेरी जरूर सुनेंगे, मैं निराश हूं लेकिन उम्मीद नहीं हारी हूं। यह कहना है उस दुखियारी मोहनी सलारिया का जोकि अपने पति की वजह से लगभग ढाई साल से अपनी सात साल की बेटी को गले लगाए अपनी मां के यहां घुट-घुट कर जीवन बसर कर रही है।
मोहनी अपने पति के एक अंतरराष्ट्रीय महिला तीरंदाज से नाजायज सम्बन्धों की बात पूर्व खेल मंत्री जीतू पटवारी तथा पूर्व व वर्तमान खेल संचालकों तक को रो-रोकर बता चुकी है लेकिन उसके दर्द को समझने की किसी ने कोशिश नहीं की। कहते हैं जिसका कोई नहीं होता उसका भगवान होता है। मोहनी के जीवन में केन्द्रीय मंत्री और भारतीय तीरंदाजी संघ के अध्यक्ष अर्जुन मुण्डा भगवान स्वरूप ही प्रकट हुए हैं। श्री मुण्डा ने जबलपुर के रानीताल खेल परिसर में संचालित मध्य प्रदेश तीरंदाजी एकेडमी के मुख्य सलाहकार प्रशिक्षक रिछपाल सिंह के कृत्यों को गम्भीरता से लेते हुए 11 जुलाई, 2020 को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र प्रेषित करते हुए मामले की निष्पक्ष जांच कराने का आग्रह किया है।
श्री मुण्डा ने मुख्यमंत्री को प्रेषित पत्र में लिखा है कि चूंकि प्रशिक्षक पर किसी और ने नहीं बल्कि उसकी पत्नी ने आरोप लगाए हैं लिहाजा इस मामले की तुरंत जांच कराकर भारतीय तीरंदाजी संघ और मध्य प्रदेश तीरंदाजी एकेडमी की धूमिल होती छवि को बचाया जाना चाहिए। केन्द्रीय मंत्री मुंडा ने पत्र में एकेडमी के प्रशिक्षक रिछपाल सिंह की पत्नी की शिकायतों एवं मीडिया में प्रकाशित खबरों को काफी गम्भीर माना है। उन्होंने पत्र में लिखा कि कोच पर लगे आरोपों से तीरंदाजी खेल के साथ-साथ मध्य प्रदेश तीरंदाजी एकेडमी की छवि भी धूमिल हो रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री चौहान से आग्रह किया कि इस मामले में निर्धारित समय सीमा में जांच कराकर उसकी रिपोर्ट संघ को भी भेजी जाए ताकि आगे निष्पक्ष कार्रवाई की जा सके।
मोहनी की जहां तक बात है वह संचालनालय खेल भोपाल के आला अधिकारियों से करीब ढाई साल से अपने पति के कृत्यों के साथ स्वयं का परिवार टूटने से बचाने की गुहार लगा रही है लेकिन उसे आश्वासन मिलने के अलावा कुछ भी नसीब नहीं हुआ। अधिकारियों की हीलाहवाली के चलते प्रशिक्षक का दुस्साहस इस कदर बढ़ गया कि उसने पत्नी से छुटकारा पाने के लिए जम्मू की अदालत में वाद भी दायर कर दिया। इतना ही नहीं उसने खेल अधिकारियों को झूठे शपथ-पत्र से भ्रमित कर मामले को रफा-दफा करने की भी नापाक कोशिश की।
पिछले साल प्रशिक्षक और उसकी शिष्या को भारतीय खेल प्राधिकरण के रोहतक (हरियाणा) केन्द्र में लगे जूनियर नेशनल कैम्प से एक साथ 21 से 24 जुलाई, 2019 तक गायब रहने की भी खूब चर्चा रही। तब साई ने इस वाकये के सिलसिले में शिविर से सम्बन्धित अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी थी, जिसके बाद फैसला किया गया कि खिलाड़ी और प्रशिक्षक पर अनुशासनात्मक कदम उठाते हुए शिविर से बाहर कर दिया जाए। साई ने तीरंदाज और प्रशिक्षक को भेजे गए पत्र में लिखा था कि नेशनल कैम्प में अनुशासन का ध्यान रखना सबसे अहम है और सक्षम अधिकारियों ने इसे गम्भीरता से देखा जिससे अनुशासनात्मक कार्रवाई के तहत आपका नाम मौजूदा नेशनल कैम्प से तुरंत प्रभाव से हटाया जाता है। एक साल पूर्व के इस मामले से खेल विभाग के साथ ही जबलपुर का हर सदस्य वाकिफ है लेकिन मोहनी सलारिया की मदद करने की बजाय उसे फुटबाल बना दिया गया। इसे दुर्भाग्य कहें या कुछ और जिस प्रशिक्षक का मध्य प्रदेश तीरंदाजी एकेडमी से चार साल का अनुबंध 28 फरवरी, 2020 को ही समाप्त हो चुका है, उसका नाम विभाग द्वारा द्रोणाचार्य अवार्ड के लिए नामांकित किया गया है।
संचालनालय खेल, मध्य प्रदेश के अब तक के रवैए से आजिज, मोहनी सलारिया ने आखिरकार न्याय के लिए केन्द्रीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू के व्यक्तिगत मेल पर अपना एक शिकायती पत्र भेजा। यह पत्र मोहनी द्वारा भारतीय तीरंदाजी संघ के सचिव प्रमोद चंद्रूकर को भी भेजा गया। भला हो प्रमोद चंद्रूकर का जिन्होंने भारतीय तीरंदाजी संघ के अध्यक्ष अर्जुन मुण्डा को प्रशिक्षक के खिलाफ समाचार-पत्रों में प्रकाशित खबरों की कतरनें और केन्द्रीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू को प्रेषित पत्र भेज दिए और श्री मुण्डा ने मामले की गम्भीरता को संज्ञान में लेते हुए 11 जुलाई को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को पत्र प्रेषित कर इस बात के संकेत दिए कि वह खेलों में कदाचार के खिलाफ हैं।
प्रशिक्षक रिछपाल के मामले में सब कुछ शीशे की तरह साफ था बावजूद पूर्व खेल मंत्री जीतू पटवारी ने मोहनी को न्याय दिलाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। मोहनी की कही सच मानें तो वह तीन मर्तबा जीतू पटवारी से उसका परिवार बचाने की गुहार लगाने के साथ पूर्व संचालक खेल डा. एस.एल. थाउसेन से मिलकर भी अपना दुखड़ा खूब रोई। उसने पूर्व संचालक वी.के. सिंह को भी पत्र प्रेषित किया लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात निकला। 10 जुलाई को संचालक खेल का पदभार ग्रहण करने वाले पवन कुमार जैन को भी मोहनी पत्र प्रेषित कर चुकी है। श्री जैन ने दुखियारी को भरोसा दिया है कि उसे इंसाफ जरूर मिलेगा। श्री जैन भी इस बात से हैरत में हैं कि जिस प्रशिक्षक रिछपाल का अनुबंध 28 फरवरी को ही समाप्त हो चुका है, वह जबलपुर में क्यों और कैसे रुका है। भारतीय तीरंदाजी संघ के अध्यक्ष अर्जुन मुण्डा द्वारा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लिखे पत्र को 17 दिन हो चुके हैं लेकिन जांच की आंच कहां तक पहुंची, इसका भान किसी को नहीं है।
मध्य प्रदेश तीरंदाजी संघ का रवैया ढुलमुल और गैरजिम्मेदाराना
प्रशिक्षक रिछपाल और उसकी पत्नी के मामले में मध्य प्रदेश तीरंदाजी संघ का रवैया भी ढुलमुल और गैरजिम्मेदाराना कहा जा सकता है। मध्य प्रदेश तीरंदाजी संघ की सचिव प्रीति जैन और उनके पति भारतीय तीरंदाजी संघ के उपाध्यक्ष धन्य कुमार जैन (डी.के. जैन) को इस मामले में सब कुछ पता है, लेकिन इन लोगों ने भी मोहनी की मदद नहीं की। संघ की सचिव होने के नाते प्रीति जैन को भारतीय तीरंदाजी संघ के साथ ही संचालनालय, खेल भोपाल को कम से कम एक पत्र तो लिखना ही था लेकिन इन्होंने भी अपने दायित्व का निर्वहन करने की जहमत नहीं उठाई। हां, रिछपाल की पल-पल की गतिविधियों से मोहनी सलारिया के कान जरूर भरती रहीं।