Sunday, May 4, 2025
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टैग 2024 टीचर्स अवार्ड मेंवी. पी. एस ने लहराया परचम

  • मेकिंग अ डिफरेंस : स्पोर्ट्स क्षेत्र में वी. पी. एस की शिवानी वर्मा ने जीता प्रथम स्थान, 15 हज़ार नगद पुरुस्कार

वृंदावन। शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट और समर्पण का महत्व केवल छात्र के भविष्य के निर्माण तक ही सीमित नहीं है बल्कि समाज और राष्ट्र के विकास के आधार हैं शिक्षक। इसी क्रम में गोरखपुर में आयोजित टीचर्स अवार्ड गोरखपुर में वृंदावन पब्लिक स्कूल के शिक्षकों को मरियन फाउंडेशन द्वारा आयोजित टीचर्स अवार्ड गोरखपुर उत्तर प्रदेश 2024 में एडमिनिस्ट्रेशन और स्पोर्ट्स श्रेणी में मेकिंग द डिफरेंस के तहत श्रेष्ठ तीन फाइनलिस्ट के रूप में चुना गया। इस उपलब्धि में स्कूल की प्रधानाचार्य कृति शर्मा को मेकिंग द डिफरेंस एडमिनिस्ट्रेशन श्रेणी में टॉप 3 में स्थान प्राप्त होने पर प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।

वहीं खेल जगत : मेकिंग द डिफरेंस श्रेणी में मिस शिवानी वर्मा ने प्रथम स्थान प्राप्त कर 15000 रुपए नगद पुरस्कार जीता। उन्हें संस्था द्वारा प्रशस्ति पत्र, ट्रॉफी एवं नगद पुरुस्कार प्रदान किया गया। उल्लेखनीय है कि इस समारोह में 65+ विद्यालयों ने इसमें प्रतिभाग किया था यह सम्मान वीपीएस के शिक्षकों की कड़ी मेहनत, उत्कृष्टता और समर्पण का प्रमाण है। जो इस बात को चरितार्थ करता है कि वृंदावन पब्लिक स्कूल गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हेतु प्रतिबद्ध है। इस कार्यक्रम का आयोजन सेंट पॉल स्कूल गोरखपुर में किया गया।
विद्यालय के निदेशक शिक्षाविद डॉक्टर ओम जी ने वी. पी. एस के शिक्षकों व समस्त टीम को इस शानदार गौरवशाली उपलब्धि के लिए हार्दिक शुभकामनाएं दी और इस अद्भुत यात्रा का हिस्सा बनने वाले शिक्षकों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि वी पी एस शिक्षा के क्षेत्र में इसी तरह उत्कृष्टता की ओर हमेशा आगे बढ़ता रहे। इस गौरवमयी उपलब्धि के बाद समस्त वीपीएस परिवार में हर्ष की लहर दौड़ पड़ी जिसे एक दूसरे को मिठाई खिलाकर उन्होंने साझा किया।

संस्कृति विवि में उत्साह के साथ मनाया गया वसंत उत्सव

मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय में ज्ञान, विद्या की देवी सरस्वती और वसंत के आगमन पर वसंत उत्सव का आयोजन किया गया। इस मौके पर अनेक आयोजन किये गए जिसमें विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत किए गए नृत्य और पतंगबाजी विशेष आकर्षण का विषय बने। कार्यक्रमों में छात्रों और संकाय सदस्यों की उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी गई।
संस्कृति स्कूल आफ एजूकेशन के तत्वाधान में विवि के सभागार में कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई। ज्ञान की देवी मां सरस्वती के आशीर्वाद का आह्वान करते हुए विद्यार्थियों ने वंदना की। उत्सव में बीएबीएड के विद्यार्थी प्रियांशु और अनामिका ने आकर्षक शास्त्रीय शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुत किया। छात्राएं गौरांगी, कविता, शिव, संध्या, हेमंत, वंशिका ने ने कविता, श्लोकों का पाठ कर श्रोताओं का दिल जीत लिया। कार्यक्रम का संचालन छात्रा उर्वशी और छात्र संजीव ने किया। कार्यक्रम के सभी पलों को छात्र शिवा ने अपने कैमरे में कैद किया। स्कूल ऑफ एजुकेशन के डीन डॉ. रैनू गुप्ता, डा.आशीष सिंह चौहान एवं अन्य संकाय सदस्यों ने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम के सफल आयोजन में डॉ. पूनम गुप्ता और सुश्री शुभ्रा ने विशेष प्रयास किए। इस अवसर पर, संकाय सदस्य पुष्पेंद्र ने बसंत पंचमी के शैक्षणिक और सांस्कृतिक महत्व पर बहुमूल्य अंतर्दृष्टि साझा की। समारोह का समापन सुश्री शुभ्रा पांडे द्वारा दिए गए धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ, जिसमें गणमान्य व्यक्तियों, संकाय सदस्यों और छात्रों को उनके अमूल्य योगदान के लिए आभार व्यक्त किया गया। वहीं विवि के मैदान में वसंत पंचमी के अवसर पर पतंगबाजी का आयोजन स्टूडेंट वेलफेयर विभाग के डीन डा. डीएस तोमर और डा. फहीम अख्तर के देखरेख में किया गया जिसमें अनेक विद्यार्थियों ने भाग लेकर भरपूर मनोरंजन किया।

जीएल बजाज में छात्र-छात्राओं को दी कृत्रिम बुद्धिमत्ता की जानकारी

  • एआई की गूढ़ बातें समझ, शैक्षिक व्यवस्थाएं देखीं

मथुरा। जीएल बजाज ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस मथुरा के कम्प्यूटर साइंस एण्ड इंजीनियरिंग विभाग द्वारा आयोजित एआई एक्सप्लोरिका 2025 कार्यक्रम में विशेषज्ञों द्वारा सरस्वती विद्या मंदिर, छाता और अमर ज्योति इंटर कॉलेज, नरी-सेमरी के छात्र-छात्राओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) के प्रति जागरूक किया गया। विशेषज्ञों ने छात्र-छात्राओं को बताया कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) व्यापक रूप से उन कम्यू्तटर प्रणालियों को संदर्भित करती है जिन्हें ऐसे कार्यों को पूरा करने के लिए डिजाइन किया गया है जिनमें आमतौर पर मानव बुद्धि की आवश्यकता होती है।
एआई एक्सप्लोरिका कार्यक्रम में एआई जागरूकता सत्र, प्रोजेक्ट प्रदर्शनी, कैम्पस भ्रमण और एआई क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इससे छात्र-छात्राओं को एआई की अवधारणाओं को न केवल समझने बल्कि व्यावहारिक रूप से अनुभव करने का भी अवसर मिला। संस्थान की निदेशक प्रो. नीता अवस्थी ने छात्र-छात्राओं को बताया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक प्रकार की कृत्रिम बुद्धिमत्ता है। ऐसे बहुत से अनुप्रयोग और उपकरण हैं जो सलाह देने या ऐसी सामग्री बनाने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग करते हैं जो आपके अध्ययन में भी उपयोगी हो सकती है लेकिन आपके लिए यह समझना महत्वपूर्ण है कि इनका जिम्मेदारी और नैतिक रूप से उपयोग कैसे किया जाए, साथ ही यह भी कि कब एआई का उपयोग करना उचित नहीं है।
प्रो. अवस्थी ने कहा कि हर तकनीक की जहां अच्छाइयां होती हैं वहीं कुछ त्रुटियों से इंकार नहीं किया जा सकता लिहाजा तकनीक का प्रयोग हमेशा सोच-समझकर किया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से आकलन आसान लग सकता है, लेकिन इन उपकरणों का इस्तेमाल करके अपने लिए सारे काम करवाना आपकी पढ़ाई और करियर के लिए नुकसानदेह साबित होगा। इस बात की भी कोई गारंटी नहीं है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा तैयार की गई कोई भी सामग्री विश्वसनीय, सत्य, सही या आकलन कार्य को पास करने के लिए पर्याप्त मानक की है।
एआई एक्सप्लोरिका कार्यक्रम की सभी गतिविधियों में हिस्सा लेते हुए छात्र-छात्राओं ने इस क्षेत्र को करियर विकल्प के रूप में अपनाने के प्रति रुचि दिखाई। सरस्वती विद्या मंदिर, छाता और अमर ज्योति इंटर कॉलेज, नरी-सेमरी के शिक्षकों ने जीएल बजाज संस्थान की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे शैक्षिक कार्यक्रमों से भविष्य के नवाचारियों और तकनीकी विशेषज्ञों को विकसित करने में मदद मिलेगी। कार्यक्रम के समन्वय डॉ. रामाकांत विभागाध्यक्ष सीएसई, सह-समन्वयक सोनिया चौधरी, डॉ. भोले सिंह, डॉ. सुरजीत, रामदर्शन सारस्वत आदि ने अतिथि छात्र-छात्राओं का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि कोई भी लक्ष्य असम्भव नहीं बशर्ते उसे हासिल करने का प्रयास पूरे मनोयोग से किया जाए। कार्यक्रम का संचालन बी.टेक द्वितीय वर्ष के छात्र याज्ञनिक शर्मा और कुणाल माहेश्वरी ने किया।

संस्कृति विवि में हुआ सूर्यनमस्कार और स्वास्थ पर उपयोगी चर्चा

मथुरा। संस्कृति योगा एंड फिटनेस क्लब द्वारा सूर्य नमस्कार दिवस मनाया गया। इस मौके पर एक कार्यशाला भी आयोजित की गयी जिसमें डाइजेस्टिव हेल्थ और हेल्दी डाइट को लेकर उपयोगी जानकारी देकर सबको अच्छे स्वास्थ्य के लिए जागरूक किया गया। दोनों ही कार्यक्रमों को विद्यार्थियों ने बड़ी संख्या में भाग लेकर सफल बनाया।
संस्कृति विश्वविद्यालय के मैदान में सूर्य नमस्कार का आयोजन प्रातः आठ बजे से किया गया। सूर्य नमस्कार के लाभों के बारे में जागरूकता पैदा करने और छात्राओं को प्रतिदिन सूर्य नमस्कार का अभ्यास करने और इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से यह आयोजन पांच फरवरी को सूर्य नमस्कार दिवस के रूप में मनाया गया। संस्कृति आयुर्वेद कालेज के डा. वंश ने सूर्य नमस्कार का महत्व बताते हुए कहा कि हमारे देश में वैदिक काल से ही इसकी महती मान्यता है। इसे सर्वश्रेष्ठ आसन कहा जाता है, जो न केवल शरीर और मन को संतुलित करने में मदद करता है, बल्कि तंत्रिका तंत्र, त्वचा, मांसपेशियों, पाचन तंत्र, संचार प्रणाली को भी मजबूत करता है, वजन घटाने में मदद करता है और याददाश्त बढ़ाता है। सूर्य नमस्कार का अभ्यास सांस, मंत्र और एकाग्रता के साथ किया जाना चाहिए। सूर्य नमस्कार में कुल 12 आसन होते हैं, जैसे प्रणामासन, हस्त उत्तानासन, हस्त पादासन, अश्व संचालनासन, पर्वतासन, अष्टांग नमस्कार, भुजंगासन, अधो मुख श्वानासन, अश्व संचालनासन, हस्तपादासन, हस्तउत्तानासन, ताड़ासन।
संस्कृति विश्वविद्यालय के मुख्य मैदान पर प्रशिक्षित शिक्षकों के निर्देशन में लगभग दो सौ से अधिक विद्यार्थियों ने सूर्य नमस्कार के साथ अनुलोम-विलोम, भांमरी प्रणायाम किया। सूर्यनमस्कार और प्राणायाम करने वालों में विद्यार्थियों के अलावा संस्कृति आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा.एम. मोहनन, विभागाध्यक्ष, स्टूडेंट वेलफेयर विभाग के डीन डा.डीएस तोमर,डा. तनुश्री, डा. स्नेहा, आशीष भी मौजूद थे। कार्यक्रम में सहयोग देने वाले विद्यार्थियों में हीरामनी तनवर, देवांशु, इशिता, कुमोदनी, कृष्णा, प्रज्ज्वल, छवि आदि थीं।
इसी दिन संस्कृति विवि के सभागार में विशेषज्ञ वक्ताओं ने पाचन तंत्र और स्वास्थवर्धक भोजन के विषय में विस्तार से बताया। वक्ताओं ने पीपीटी के माध्यम से बताया कि गलत आहार लेने से क्या-क्या परेशानियां और बीमारियां हो सकती हैं। यह भी बताया कि हमारे स्वस्थ जीवन के लिए कैसा और कितना आहार लेना जरूरी है। कार्यक्रम के दौरान योगासन और प्राणायाम के लाभ भी बताये गये। कार्यक्रम का शुभारंभ विवि के कुलपति प्रो.बीएम चेट्टी ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया। कार्यक्रम में कुलपति के अलावा डा. तनुश्री, डा.स्नेहा, डा.अनिधि, डा.ऋचा, डा. वंश, डा.इशिता ने उपयोगी जानकारियां दीं।

रामकिशोर जी का अवतरण दिवस ९ को

विजय गुप्ता की कलम से

     मथुरा। मथुरा में उच्च शिक्षा के जनक डॉ. रामकिशोर अग्रवाल का अवतरण दिवस 9 फरवरी इतवार को धूमधाम से मनाया जाएगा। उनके जन्मोत्सव को लेकर के.डी. मेडिकल कॉलेज व आर. के. ग्रुप के अन्य सभी संस्थानों में उत्साह का माहौल है।
     वृंदावन के प्रतिष्ठित स्व. हरिदास अग्रवाल और कांति देवी के घर में जन्मे डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने शिक्षा जगत में कदम एक साधारण शिक्षक के रूप में रखा और आज उन्होंने जो असाधारण मुकाम हासिल किया है वह अपने आप में बेमिसाल है। यहां तक पहुंचने के लिए उन्होंने लंबी तपस्या की है। सर्वप्रथम उन्होंने सहपऊ के एक सरकारी स्कूल में शिक्षक की नौकरी की। इसके लिए वे रोजाना मथुरा से बस द्वारा सादाबाद जाते और सादाबाद से साइकिल द्वारा सहपऊ पहुंचते। फिर शाम को वापस साइकिल द्वारा सादाबाद आना और सादाबाद से बस द्वारा मथुरा और फिर मथुरा से वृंदावन देर रात्रि तक लौटना यह इनकी दिनचर्या थी।
     पहले मथुरा में इंजीनियरिंग की शिक्षा न होने के कारण यहां के छात्र बाहर जाते थे। रामकिशोर जी के मन में यह कसक शुरू से ही थी। आगे चलकर उन्होंने सहपऊ की नौकरी छोड़ सर्राफा जगत में कदम रखा और बी.एस.ए. कॉलेज के मैनेजमेंट में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए बी.एस.ए. इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना की ताकि मथुरा के छात्र मथुरा में ही इंजीनियरिंग की शिक्षा ग्रहण कर सकें।
     इसके बाद तो रामकिशोर जी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा तथा विद्यालयों, महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों से लेकर मेडिकल कॉलेज तक की लाइन मथुरा से लेकर नोएडा तक खींच दी। इस सब जादुई करिश्मे के पीछे इनका विलक्षण दिमांग है। रामकिशोर जी की एक बात तो माननी पड़ेगी कि ये उड़ती चिड़िया के पर गिनने एवं बंद लिफाफे का मजमून भांपने की महारत हासिल किए हुए बहुत ऊंचे उस्ताज हैं। यदि यौं कहा जाय कि मजे हुए खिलाड़ी हैं तो गलत नहीं होगा।
     भजन, पूजन, साधु सेवा, भंडारे आदि का सिलसिला तो इनके यहां चलता ही रहता है। गऊ सेवा, बंदर, कुत्ते आदि अन्य पशु पक्षियों की सेवा इनकी दैनिक दिनचर्या है। इस सब में उनके स्वर्गीय माता-पिता हरिदास जी एवं कांति देवी की भी बड़ी रुचि थी। उनकी परंपरा को ये बखूबी निभा रहे हैं। ईश्वर इन्हें शतायु करें। रामकिशोर जी के संपर्क नंबर 9897400022 9897126000 हैं।

जीएलए और अमेरिका की ट्रॉय यूनिवर्सिटी के मध्य एमओयू साइन

  • जीएलए विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय साझेदारी के लिए एमओयू साइन

मथुरा : जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा ने गर्व के साथ एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय साझेदारी के लिए अमेरिका के ट्रॉय विश्वविद्यालय के साथ एमओयू साइन किया है। इस एमओयू के माध्यम से दोनों ही विष्वविद्यालय शैक्षणिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध होंगे।

यह महत्वपूर्ण कार्यक्रम जीएलए विश्वविद्यालय में आयोजित किया गया, जिसमें दोनों विश्वविद्यालयों के बीच शैक्षणिक और अनुसंधान सहयोग के लिए एक सहमति पत्र एमओयू का आदान-प्रदान किया गया। इस अवसर पर ट्रॉय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केरी पाल्मर एवं जीएलए विश्वविद्यालय के कुलसचिव अशोक कुमार सिंह के हस्ताक्षर के बाद एमओयू प्रभावी हुआ। इसी दौरान दोनों विश्वविद्यालयों के पदाधिकारियों ने एक मत होकर कहा कि “यह साझेदारी न केवल हमारे विश्वविद्यालयों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए भी नए अवसरों के द्वार खोलेगी।“

जीएलए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता ने भी इस साझेदारी की सराहना करते हुए कहा कि “हम ट्रॉय विश्वविद्यालय के साथ मिलकर शैक्षणिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह साझेदारी हमारे छात्रों को वैश्विक स्तर पर शिक्षा एवं रोज़गार के अवसर प्रदान करेगी।“ उन्होंने बताया कि इस साझेदारी की शुरुआत नवंबर 2023 में ट्रॉय विश्वविद्यालय के कंप्यूटर विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. सुमन कुमार द्वारा की गई थी। इसके साथ ही जीएलए कुलाधिपति के सलाहकार एवं परियोजना प्रथम के मुख्य डा. प्रमोद कुमार जोशी ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। परियोजना “प्रथम“ का उद्देश्य जीएलए विश्वविद्यालय के प्रतिभाशाली छात्रों और पूर्व छात्रों को अमेरिका के चयनित साझेदार विश्वविद्यालयों में उच्च अध्ययन और स्टेम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) संबंधित उद्योगों में रोजगार के अवसर प्रदान करना है।

कुलसचिव अशोक कुमार सिंह ने बताया कि सहमति पत्र के तहत, दोनों विश्वविद्यालय विभिन्न क्षेत्रों में संयुक्त अनुसंधान परियोजनाओं, छात्र एवं फैकल्टी एक्सचेंज कार्यक्रमों और शैक्षणिक गतिविधियों का संचालन करेंगे। इस कार्यक्रम में विभिन्न शिक्षाविदों, छात्रों और प्रशासनिक अधिकारियों ने भाग लिया। कार्यक्रम के अंतर्गत आगंतुकों ने कैंपस में स्थित जीएलए विश्वविद्यालय के ग्लेडिएटर्स मर्चेंडाइज स्टोर का भी दौरा किया, जहां प्रदर्शित खेल सामग्री को देखकर वे अत्याधिक प्रभावित हुए।

इस अवसर पर कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड साइंसेस के अंतरिम डीन प्रोफेसर गोविंद मेनन, जीएलए प्रबंधन संकाय के निदेशक प्रो. अनुराग सिंह, डीन एकेडमिक प्रो. आशीष शर्मा, कम्प्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग के डीन प्रो. अशोक भंसाली, प्रबंधन संकाय के प्रोफेसर डा. रतुलदेव घोष चौधरी, प्रोफेसर डा. मयंक श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।

Mr. Mukul Agarwal takes over charge as Executive Director & Refinery Head, Mathura Refinery

Mathural Mr. Mukul Agarwal has taken charge as the Executive Director & Refinery Head of Mathura Refinery.
An Electrical Engineer from G. B. Pant University of Agriculture and Technology, Nainital, Mr. Mukul Agrawal joined IndianOil at Mathura Refinery in the year 1993 as a Graduate Engineer Trainee.
With over three decades of experience in the Oil & Gas industry, he has significantly contributed in the areas of mainstream operations, refining, technological upgradation, process innovation and project management. He is also an expert of the captive thermal power plants operated at refining units of IndianOil with hands-on experience at Mathura, Gujarat and Panipat Refineries. His contributions during his tenure till 2009 at Mathura Refinery witnessed capacity augmentation of MR from 6MMTPA to 8 MMTPA and commissioning of various units including power plant, DHDS, DHDT, gas turbines and revamp of AVU.
During his tenure at Gujarat Refinery from 2009 to 2020, Mr. Agarwal was spearheading Resid Upgradation Project, commissioned new gas turbines and was a part of reliability enhancement projects. Before taking charge as Executive Director & Refinery Head of Mathura Refinery, Mr. Agarwal was handling the responsibilities of Chief General Manager (P&U and Instrumentation) at Panipat Refinery and was a part of mega projects of commissioning of BSVI units, executed oxygen supply during peak Covid times, gave his expertise for 2G- 3G Ethanol project and P25 capacity expansion project. With his expertise in electrical forte, he successfully spearheaded 220 KV Grid Power projects both at Gujarat and Panipat refineries.
Mr. Agarwal is known for his cutting-edge technical proficiency, electrical reliability task force formation & compliance and thorough project management. A people’s man with sharp focus on the goals of the Corporation, he is a true motivator and the strength of his team.
Mr. Agarwal has succeeded Mr. Ajay Kumar Tiwari who has been transferred as the Executive Director (Exploration & Planning), Business Development, Corporate Office, Delhi.

मन-मस्तिष्क को स्वस्थ रखने के लिए खेलना जरूरीः डॉ. रामकिशोर अग्रवाल

  • राजीव एकेडमी में प्रतिस्पर्धा-2025 का समापन, दो दिन हुए जोरदार मुकाबले

मथुरा। बाल्यावस्था से प्रौढ़ावस्था तक खेलों में सक्रिय रहकर हम जीवन को अच्छे से एन्जॉय कर सकते हैं। शारीरिक रूप से चुस्त-दुरुस्त रहने के लिए व्यक्ति को किसी न किसी प्रकार के खेल में अवश्य हिस्सा लेना चाहिए। खेलेंगे तो शरीर की कार्यप्रणाली फिट रहेगी तथा तन-मन भी तरोताजा रहेगा। शारीरिक पुष्टि विभिन्न स्वास्थ्य लाभ के साथ ही प्रौढ़ावस्था और वृद्धावस्था में बेहतर जीवन प्रदान करती है। यह सारगर्भित बातें राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट में आयोजित दो दिवसीय प्रतिस्पर्धा-2025 के समापन अवसर पर निदेशक डॉ. अभिषेक सिंह भदौरिया ने छात्र-छात्राओं को बताईं।
दो दिवसीय प्रतिस्पर्धा के समापन अवसर पर अपने संदेश में आर.के. एज्यूकेशल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि खेलों से शारीरिक पुष्टि और शरीर का विकास होता है। शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूती खेलों द्वारा ही प्राप्त होती है। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि छात्र-छात्राएं शारीरिक और मानसिक रूप से दुरुस्त रहकर अपनी पढ़ाई नियमित रूप से कुशलतापूर्वक कर सकते हैं। उन्होंने कहा मन-मस्तिष्क को स्वस्थ रखने के लिए खेलों की भूमिका महत्वपूर्ण है। युवा पीढ़ी की मस्तिष्कीय कार्यप्रणाली तेज हो यही खेल आयोजनों का मुख्य उद्देश्य होता है।
दो दिन चली प्रतिस्पार्धा में वॉलीबॉल के जोरदार मुकाबले हुए। वॉलीबॉल में बीकॉमईकॉम षष्टम की टीम ने फाइनल में एमसीए प्रथम वर्ष की टीम को पराजित किया। विजेता टीम के लक्ष्य शर्मा, बंटी शर्मा, मिलन शर्मा, किशन कुमार, धनंजय और दीपक ने शानदार प्रदर्शन किया वहीं दूसरे स्थान रही एमसीए प्रथम टीम की तरफ से अनिल चौधरी, राहुत कुमार, मयंक शर्मा, बंटी शर्मा, मिलन शर्मा, विशाल कुमार ने अच्छे खेल का प्रदर्शन किया। तीसरे स्थान पर रही बीसीए द्वितीय की से साहिल सारस्वत, प्रतीक चौधरी, करन ठाकुर, आकाश चौधरी, रोहित भारद्वाज, दीपांशु आदि का खेल सराहनीय था।
लूडो में बीसीए द्वितीय के बीके कौशिक प्रथम, बीबीए चतुर्थ की समीक्षा अग्रवाल द्वितीय तथा बीएससी द्वितीय की निशा चौधरी तृतीय स्थान पर रहीं। कैरम प्रतियोगिता में बीबीए षष्ट्म के शिवम ठाकुर प्रथम और बीएससी द्वितीय के किशन प्रताप सिंह द्वितीय तथा एमसीए तृतीय के कान्हा गर्ग तृतीय स्थान पर रहे। चैस (शतरंज) प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर बीएससी द्वितीय के किशन प्रताप सिंह रहे। सुमित राठौर बीबीए द्वितीय ने दूसरा तथा लोकेश रावत बीसीए षष्म्ह ने तीसरा स्थान हासिल किया। रोचक टेबल टेनिस मुकाबले में वरुण गोस्वामी बीसीए षष्टम ने बाजी मारी। दक्ष मिश्रा बीसीए उप विजेता रहे। तीसरा स्थान बीबीए चतुर्थ के निखिल को मिला। समापन अवसर पर संस्थान के निदेशक डॉ. अभिषेक सिंह भदौरिया ने प्रतिस्पर्धा-2025 के सुचारु संचालन के लिए विभिन्न विभाग के संकाय सदस्यों की प्रशंसा करते हुए विजेता तथा उप विजेता छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि खेलों को समय की बर्बादी नहीं शरीर का टॉनिक मानकर खेलें। प्रतिस्पर्धा के सफल संचालन में डॉ. विकास जैन तथा समन्वयक चंद्रेश दुबे की अहम भूमिका रही।

राजीव इंटरनेशनल स्कूल में 12वीं के छात्र-छात्राओं को दी फेयरवेल पार्टी

  • रिद्धिमा चतुर्वेदी मिस फेयरवेल, चिराग सिंह बने मिस्टर फेयरवेल

मथुरा। राजीव इंटरनेशनल स्कूल में बुधवार को 11वीं के विद्यार्थियों द्वारा अपने सीनियर्स के लिए फेयरवेल पार्टी का आयोजन किया गया। फेयरवेल पार्टी में छात्र-छात्राओं ने नयनाभिराम सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से अपने सीनियर्स को भावभीनी विदाई देते हुए परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन की शुभकामनाएं दीं। फेयरवेल पार्टी का आगाज मां सरस्वती की पूजा-अर्चना के बाद सरस्वती वंदना से हुआ।
फेयरवेल पार्टी में 12वीं के छात्र-छात्राओं का स्वागत उनके जूनियर्स ने पुष्पवर्षा तथा तिलक लगाकर किया। इसके बाद रंग-बिरंगे परिधानों से सजे-धजे छात्र-छात्राओं ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए। छात्र-छात्राओं की प्रतिभा और प्रदर्शन के आधार पर विभिन्न श्रेणियों के विजेताओं का चयन किया गया। इस अवसर पर कक्षा 11 के विद्यार्थियों ने जहां अपने सीनियर्स को उनकी रुचि एवं गरिमा के अनुरूप टाइटल प्रदान कर उपहार भेंट किए वहीं सभी गुरुजनों ने अपने आशीर्वचनों के साथ विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
सीनियर्स की विदाई बेला पर केक काटा गया। अंत में निर्णायकों द्वारा रिद्धिमा चतुर्वेदी को मिस फेयरवेल तथा चिराग अभिलेश सिंह को मिस्टर फेयरवेल के खिताब से नवाजा गया। लालिमा अग्रवाल ने मिस पर्सनालिटी एवं कृष्णा अग्रवाल ने मिस्टर पर्सनालिटी का खिताब अपने नाम किया। इन्हें तात्कालिक बुद्धिमता के आधार पर ये खिताब दिए गए। विजेता विद्यार्थियों को ताज व पटका पहनाकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर बारहवीं कक्षा के छात्र-छात्राओं द्वारा अध्ययनकाल में स्कूल प्रबंधन तथा गुरुजनों से मिली सीख और मार्गदर्शन की प्रशंसा की। कार्यक्रम का संचालन युविका, दुष्यंत, यशिका, अंशिका ने किया। फेयरवेल पार्टी में शिक्षिका प्रिया गर्ग एवं शिक्षक सनी सोलंकी का विशेष योगदान रहा।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा कि समय निरंतर अपनी गति से चलता रहता है, यह किसी के लिए नहीं रुकता लिहाजा हमें अपने समय का सदुपयोग करना चाहिए। डॉ. अग्रवाल ने विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते कहा कि निरंतर प्रयास, कठिन परिश्रम व अनुशासन के माध्यम से ही सफलता प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने छात्र-छात्राओं को धैर्य, लगन व मेहनत से परीक्षा देने तथा उत्कृष्ट प्रदर्शन का आशीष दिया।
प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने छात्र-छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि बारहवीं कक्षा के बाद विद्यार्थी अलग-अलग विषयों की पढ़ाई करके अपने करियर को नया मुकाम देंगे। श्री अग्रवाल ने छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि जहां भी जाएं अपने गुरुजनों द्वारा सिखाई गई बातों को हमेशा याद रखें तथा निरंतर प्रगति पथ पर अग्रसर होते हुए अपने माता-पिता का नाम रोशन करें।
अंत में स्कूल की शैक्षिक संयोजिका प्रिया मदान ने 12वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं को परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन की शुभकामनाएं देते हुए जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सफलता हासिल करने का आशीष दिया। उन्होंने छात्र-छात्राओं से परीक्षा में तनाव न लेने तथा शांत मन से परीक्षा की तैयारी करने का आह्वान किया।

संस्कृति विवि के 17 विद्यार्थियों को जापान की कंपनी जे-टेक्ट ने दीं नौकरी

मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को जापान की ख्यातिप्राप्त जे-टेक्ट इंडिया कंपनी में नौकरी मिली है। आटोमोबाइल कंपनियों के लिए महत्वपूर्ण पार्ट्स, विशेष रूप से स्टीयरिंग सिस्टम बनाने वाली प्रसिद्ध कंपनी ने संस्कृति विश्वविद्यालय के 17 विद्यार्थियों को आफर लैटर जारी करते हुए अपने यहां नौकरी दी है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने विद्यार्थियों की इस सफलता पर हर्ष व्यक्त करते हुए उनकी मेहनत, पढ़ाई के प्रति गंभीरता और लगन की सराहना की है।
कंपनी द्वारा संस्कृति विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों का योग्यता परीक्षण करने के बाद मैकेनिकल डिप्लोमा के 17 विद्यार्थियों को अपने यहां काम का अवसर प्रदान किया है। कंपनी के डाइरेक्टर जनरल मैनेजर एचआर एंड एडमिन धर्मवीर सिंह, प्लांट हेड सतवंत सिंह ने बताया कि जेटेक्ट कारर्पोरेशन एक जापानी मल्टीबिलियन कॉर्पोरेशन है, जो एक विश्व स्तरीय बियरिंग निर्माता और टोयोडा मशीन वर्क्स लि. के विलय के माध्यम से बना है। दोनों कंपनियों के विनिर्माण जुनून को मिलाकर, आज जेटेक्ट स्टीयरिंग सिस्टम, ड्राइवलाइन घटक, बियरिंग, मशीन टूल्स, इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोल डिवाइस, होम एक्सेसरी उपकरण आदि जैसे अभिनव उत्पादों का निर्माण करता है। ये दुनिया भर में सबसे अधिक मांग वाले ग्राहकों को संतुष्ट करते हैं। वर्तमान में यह जापान में अग्रणी स्टीयरिंग सिस्टम निर्माता है और वैश्विक स्तर पर दूसरे नंबर पर है। उत्पाद की गुणवत्ता और प्रदर्शन के लगातार उच्च स्तर के माध्यम से, जे टेक्ट ने दुनिया भर के ऑटोमेकर्स और औद्योगिक निर्माताओं का सम्मान और विश्वास अर्जित किया है। जेटेक्ट इलेक्ट्रिक और हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर स्टीयरिंग सिस्टम विकसित करने वाली पहली स्टीयरिंग निर्माता भी है। इसकामुख्यालय नागोया, जापान में है और इसमें 27 देशों में 44,523 से अधिक लोग कार्यरत हैं।
संस्कृति विश्वविद्यालय ट्रेनिंग प्लेसमेंट सेल के सीनियर मैनेजर आनंद कुमार तिवारी ने बताया कि संस्कृति विवि के विद्यार्थियों का चयन एक निर्धारित योग्यतापरक चयन प्रक्रिया के तहत हुआ। विवि के विद्यार्थियों ने अपनी योग्यता परिचय देकर इंटरव्यू क्वालीफाई किया है। उन्होंने बताया कि संस्कृति विवि के मैकेनिकल डिप्लोमा के छात्र कुलदीप, गोपाल, लक्ष्मण प्रसाद, सचिन सिंह, भूपेंद्र सिंह, योगेश, अनिल, प्रशांत गोला, विकास तिवारी, रोहित कुमार, नरेश, मुकेश, सुहैब खान, तेजवीर शर्मा, अजय शर्मा, मनीष कुमार एवं शिवम का चयन हुआ है। विवि की सीईओ श्रीमती मीनाक्षी शर्मा ने चयनित छात्र-छात्राओं को उनके प्लेसमेंट पर बधाई देते हुए कहा कि अपने ज्ञान और कौशल से नियोक्ता कंपनी के विकास में अपना सारा श्रम समर्पित करें। कंपनी की प्रगति ही आपके यश में वृद्धि करेगी।