Saturday, December 20, 2025
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के.डी. हॉस्पिटल को मिली एंडोब्रोन्कियल अल्ट्रासाउंड मशीन की सौगात

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ब्रज क्षेत्र की पहली आधुनिकतम मशीन का मरीजों को मिलेगा लाभ
अब फेफड़े और सांस सम्बन्धी बीमारियों की पहचान होगी आसान
मथुरा। के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर में लगातार आधुनिकतम चिकित्सा सुविधाओं में इजाफा किया जा रहा है। ब्रज क्षेत्र के लोगों को किसी भी तरह की बीमारी के इलाज के लिए महानगरों की तरफ न भागना पड़े इसके लिए यहां पुख्ता प्रबंध किए जा रहे हैं। हाल ही में यहां एंडोब्रोन्कियल अल्ट्रासाउंड (ईबीयूएस) मशीन लगाई गई है। इस आधुनिकतम मशीन से अब फेफड़े व सांस सम्बन्धी बीमारियों का पता लगाना आसान हो जाएगा। इसके माध्यम से फेफड़ों की बीमारी और कैंसर की भी पहचान आसानी से हो सकेगी।
विभागाध्यक्ष श्वसन चिकित्सा डॉ. एस.के. बंसल ने बताया कि संस्थान के चेयरमैन श्री मनोज अग्रवाल चिकित्सा क्षेत्र में बदलाव के पक्षधर हैं। श्री अग्रवाल के प्रयासों से के.डी. हॉस्पिटल में लगाई गई एंडोब्रोन्कियल अल्ट्रासाउंड मशीन मथुरा ही नहीं समूचे ब्रज क्षेत्र की पहली मशीन है। उन्होंने बताया कि इस मशीन से अब फेफड़े व सांस सम्बन्धी बीमारियों का पता आसानी से लग जाएगा। इसमें वायुमार्ग की दीवार व आसपास की संरचनाओं को देखने के लिए ब्रोंकोस्कोपी के साथ अल्ट्रासाउंड का इस्तेमाल किया जाता है। इससे 360 डिग्री छवि मिलती है तथा अल्ट्रासाउंड छवियों का उपयोग असामान्य फेफड़े के नोड्यूल या बड़े घाव को देखने के लिए किया जाता है। इसका फायदा यह है कि इससे फेफड़े की बीमारी या फिर कैंसर का पता आसानी से चल जाता है।
डॉ. बंसल का कहना है कि एंडोब्रोन्कियल अल्ट्रासाउंड (ईबीयूएस) मशीन चिकित्सा उपचार में न केवल सुरक्षित है बल्कि इसमें खून बहने की आशंका कम रहती है। डॉ. बंसल का कहना है कि एंडोब्रोंकियल अल्ट्रासाउंड (ईबीयूएस) मशीन रेडियल जांच की नई निदान पद्धति है, जिसका उपयोग ब्रोंकोस्कोपी में किया जाता है। इसमें अन्य उपचारों की तुलना में ईबीयूएस रोगियों में न्यूमोथोरैक्स, इंटरकोस्टल ट्यूब सम्मिलन दर और रक्तस्राव जैसी जटिलताएं सबसे कम हैं।
डॉ. शुभम द्विवेदी (एमडी, इंटरवेंशनल पल्मोनोलॉजिस्ट) बताती हैं कि ईबीयूएस (एंडोब्रोन्कियल अल्ट्रासाउंड) मशीन ब्रोंकोस्कोप से जुड़ी एक उन्नत अल्ट्रासाउंड मशीन है, जिसका उपयोग फेफड़ों और उनके आसपास के लिम्फ नोड्स (लसिका ग्रंथियों) से ऊतक के नमूने लेने और आंतरिक संरचनाओं को देखने के लिए किया जाता है। इसका उपयोग फेफड़ों के कैंसर, संक्रमण और सूजन सम्बन्धी बीमारियों का निदान करने, उनकी स्थिति का पता लगाने और पारम्परिक सर्जरी के बिना बायोप्सी (ऊतक जांच) करने के लिए किया जाता है।
ईबीयूएस मशीन ब्रोंकोस्कोप के सिरे पर एक अल्ट्रासाउंड जांच यंत्र से जुड़ी होती है, जो ध्वनि तरंगों का उपयोग करके फेफड़ों और लिम्फ नोड्स की उच्च-गुणवत्ता वाली तस्वीरें उत्पन्न करती है। यह प्रक्रिया डॉक्टरों को असामान्य क्षेत्रों को देखने में मदद करती है जो एक्स-रे या सीटी स्कैन जैसे अन्य परीक्षणों में दिखाई नहीं देते। डॉ. द्विवेदी का कहना है कि इस मशीन का उपयोग फेफड़ों के कैंसर के निदान और उसके फैलाव (स्टेजिंग) को रोकने के लिए किया जाता है। इसमें पारम्परिक सर्जरी की तुलना में जोखिम और जटिलताएं कम होती हैं। यह मशीन पारम्परिक इमेजिंग विधियों से दिखाई न देने वाली छोटी-छोटी खामियों का भी पता लगा सकती है।
चित्र कैप्शनः एंडोब्रोन्कियल अल्ट्रासाउंड मशीन के शुभारम्भ अवसर पर श्वसन चिकित्सा विभाग के चिकित्सक व अन्य।

चौमुहां के गांव भरनाकलां में किसानों को एम-पैक्स दिलाई सदस्यता किसान सभा के बैनर तले चला महा सदस्यता अभियानरासायनिक खादों प्रयोग से जल स्रोत प्रदूषित हो रहे, पर्यावरण पर पड़ रहा विपरीत प्रभाव : राजाराम

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चौमुहां । विकासखंड चौमुहां के गांव भरनाकलां में ब्लॉक स्तरीय किसान सभा के बैनर तले एम-पैक्स महा सदस्यता अभियान का सफल आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता भरनाकलां के नवनिर्वाचित अध्यक्ष पंडित राजाराम शर्मा द्वारा की गई।
कार्यक्रम का शुभारंभ उप क्षेत्र प्रबंधक इफको सतबीर सिंह द्वारा अतिथियों एवं उपस्थित किसानों के स्वागत व अभिनंदन के साथ किया गया। उन्होंने किसानों को इफको नैनो यूरिया प्लस एवं नैनो डीएपी जैसे नवीन नैनो उर्वरकों के प्रयोग एवं उनके लाभों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। बताया कि नैनो उर्वरकों के प्रयोग से किसानों को कम लागत में अधिक पैदावार प्राप्त होती है तथा इससे मृदा की उर्वरा शक्ति भी सुरक्षित रहती है। साथ ही उन्होंने किसानों को नैनो उर्वरकों की प्रयोग विधि, सावधानियां एवं उनके पर्यावरणीय लाभों के बारे में भी अवगत कराया।सभा में इफको के अन्य उत्पाद जैसे जैव उर्वरक (एनपीके कंसोर्टिया, न्यूट्रॉनस, नैनो जिंक, नैनो कॉपर आदि) के उपयोग एवं फायदों की भी जानकारी दी गई। कहा कि एनपीके कंसोर्टिया में उपस्थित जीवाणु फास्फोरस एवं नाइट्रोजन की उपलब्धता पौधों तक पहुँचाकर मिट्टी की उत्पादकता को बढ़ाते हैं।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पंडित राजाराम शर्मा ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि “एम-पैक्स सदस्यता महाअभियान” एक राष्ट्रीय स्तर पर संचालित अभियान है, जिसका उद्देश्य सहकारी समितियों को सशक्त बनाना है। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वे इस अभियान से जुड़कर समिति को मजबूत बनाएं तथा कृषि क्षेत्र में सामूहिक भागीदारी को बढ़ावा दें। उन्होंने कहा कि पारंपरिक रासायनिक खादों के अत्यधिक प्रयोग से न केवल जल स्रोत प्रदूषित हो रहे हैं बल्कि पर्यावरण पर भी विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। ऐसे में नैनो उर्वरक एक सुरक्षित, टिकाऊ एवं पर्यावरण के अनुकूल विकल्प के रूप में उभर रहे हैं। कार्यक्रम में जिला सहकारी बैंक शाखा प्रबंधक चौमुहां द्वारा भी किसानों से एम-पैक्स सदस्यता महाअभियान से जुड़ने एवं समिति को सशक्त बनाने की अपील की गई। कार्यक्रम में एडीओ (कृषि) श्रीमती अर्चना सिंह, जिला सहकारी बैंक शाखा प्रबंधक चौमुंहा, इफको उप क्षेत्र प्रबंधक सतबीर सिंह, बी पैक्स साहर सचिव रामबीर सिंह, एसएफए हॉटस्पॉट दुर्गापाल सिंह एवं एमडीई कुलदीप चतुर्वेदी उपस्थित रहे।

संस्कृति विवि में राष्ट्रीय नर्सिंग कॉन्फ्रेंस में साक्ष्य आधार

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चित्र परिचय : संस्कृति विवि में आयोजित राष्ट्रीय नर्सिंग कॉन्फ्रेंस का दीप जलाकर शुभारंभ करते मुख्य अतिथि, सभापति एसटी/एसटी कल्याण संबधी समिति, सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते। साथ में हैं मथुरा वृंदावन विधायक श्रीकांत शर्मा।

चित्र परिचय 2.नर्सिंग टीचर को सम्मानित करते अतिथिगण। साथ में हैं संस्कृति नर्सिंग स्कूल के प्राचार्य डॉक्टर केके पाराशर।

मथुरा। संस्कृति स्कूल ऑफ नर्सिंग एवं नर्सिंग टीचर्स एसोसिएशन इंडिया के तत्वाधान राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। इस राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में “रोल ऑफ एविडेंस बेस्ड प्रैक्टिसेज एंड यूज़ ऑफ़ हैल्थ टेक्नोलॉजी इन इम्प्रोविंग पेशेंट्स आउटकम्स” विषय पर विस्तार से चर्चा हुई।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि, सभापति एसटी/एसटी कल्याण संबधी समिति, सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते, विशिष्ठ अतिथि श्रीमती प्रतिभा शुक्ला जी, राज्यमंत्री महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग उत्तरप्रदेश सरकार, विशिष्ट अतिथि मथुरा-वृन्दावन विधायक श्रीकांत शर्मा, विशेष अतिथि डॉ आई क्लेमेंट, श्रीमान सुरेश गौतम ने रोगियों रोगियों के परिणाम में सुधार लाने के लिए साक्षय आधारित प्रथाओं और स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी के उपयोग की भूमिका पर अपने उपयोगी संबोधन दिए।
इस राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस के मंच पर और मंच पर संस्कृति विश्विद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. एम. बी. चेट्टी, एनटीएआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. फारुख खान, राष्ट्रीय महासचिव डॉ. मनीष कुमार, कोषाध्यक्ष डॉ. पूनम ठाकुर, ऑर्गनिसिंग सेक्रेटरी व प्रदेश अध्यक्ष एनटीएआई प्रो. धीरज पाराशर, डिप्टी ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी मुकुल पाठक, यूनिवर्सिटी डीन डॉ यू. पूंगोड़ी, प्राचार्य के. के. पाराशर भी उपस्थित रहे।
स्पीकर डॉ. स्मृति अरोरा, डॉ. सुषमा कुमारी सैनी, डॉ अनु गौबा ने भी अपने उपयोगी विचार साझा किए। मॉडरेटर प्रो. डॉ प्रिस्चिल्ला सेमसन, श्रीमती आशा यादव, डॉ. अशोक काशीराम शर्मा की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
इस दौरान कॉन्फ्रेंस में वर्ष 2025 में चयनित 22 राष्ट्रीय नर्सिंग शिक्षकों को, टीचर्स रत्न पुरस्कार एवं दो शिक्षकों को राष्ट्रीय सर्वोत्तम नर्सिंग शिक्षक पुरुस्कार से सम्मानित किया गया। कांफ्रेस में दूर दराज से आए कुल 310 प्रतिभागियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का समापन प्रमाणपत्र वितरण के साथ हुआ।

के.डी. मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस-2025 सत्र का शुभारम्भ

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पीड़ित मानवता की सेवा ही चिकित्सक का धर्मः डॉ. आर.के. अशोका
ओरिएंटेशन कार्यक्रम में मेडिकल छात्र-छात्राओं को दी अनुशासन की सीख
मथुरा। एक अच्छे चिकित्सक के रूप में समाज का कल्याण करने के लिए, चिकित्सकों को मरीजों के प्रति करुणा, निष्पक्षता और पेशेवर कौशल के साथ-साथ सामुदायिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देना चाहिए। वे स्वयं के कल्याण का ध्यान रखें, अपने साथी चिकित्सकों का सहयोग करें तथा स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच को सुनिश्चित करने का प्रयास करें। पीड़ित मानवता की सेवा ही चिकित्सक का धर्म होता है। यह बातें सोमवार को के.डी. मेडिकल कॉलेज के आडिटोरियम में आयोजित ओरिएंटेशन प्रोग्राम में डीन और प्राचार्य डॉ. आर.के. अशोका ने एमबीबीएस-2025 सत्र के नवागंतुक छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए बताईं।
ओरिएंटेशन प्रोग्राम का शुभारम्भ आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुण अग्रवाल, प्राचार्य डॉ. आर.के. अशोका, चिकित्सा निदेशक डॉ. राजेन्द्र कुमार, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. गगन दीप सिंह, उप चिकित्सा अधीक्षक डॉ. गौरव सिंह, शिशु शल्य विशेषज्ञ डॉ. श्याम बिहारी शर्मा, विभागाध्यक्ष (महिला एवं प्रसूति रोग) डॉ. वी.पी. पांडेय, विभागाध्यक्ष मेडिसिन डॉ. मंजू पांडेय, विभागाध्यक्ष पैथालॉजी डॉ. प्रणीता सिंह, विभागाध्यक्ष सामुदायिक चिकित्सा डॉ. अमनजोत सिंह, रजिस्ट्रार विकास अग्रवाल तथा उप महाप्रबंधक मनोज गुप्ता द्वारा मां सरस्वती वंदना के बीच विद्या की आराध्य देवी मां सरस्वती तथा दादी मां कांती देवी के छायाचित्रों पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलित कर किया गया।
प्राचार्य डॉ. अशोका ने अपने सम्बोधन में कहा कि छात्र जीवन में अनुशासन का बहुत महत्व है। अनुशासन में रहकर एक साधारण विद्यार्थी भी सफलता के शिखर पर पहुंच सकता है। उन्होंने अपने सम्बोधन में सभी अभिभावकों से आग्रह किया कि यदि वह अपने बच्चे को कुशल चिकित्सक बनाने का सपना देखते हैं तो उनका यह दायित्व है कि उसकी हर गतिविधि पर नजर रखें। डॉ. अशोका ने नवागंतुक छात्र-छात्राओं तथा अभिभावकों को आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के सभी शैक्षिक संस्थानों के साथ ही के.डी. मेडिकल कॉलेज की उपलब्धियों तथा शैक्षिक और प्रयोगात्मक गतिविधियों की विस्तार से जानकारी दी।
डॉ. राजेन्द्र कुमार ने छात्र-छात्राओं को बताया कि आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल को ब्रज क्षेत्र में उच्च शिक्षा का जनक माना जाता है। उनके प्रयासों को चेयरमैन के.डी. मेडिकल कॉलेज मनोज अग्रवाल पूरी शिद्दत से फलीभूत कर रहे हैं। आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने अपने संदेश में नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं की चिकित्सा की पढ़ाई के लिए के.डी. मेडिकल कॉलेज के चयन के लिए प्रशंसा की। डॉ. अग्रवाल ने विश्वास दिलाया कि यहां हर बच्चे को संस्कार, शिक्षा और बेहतर करियर मिलेगा। चेयरमैन मनोज अग्रवाल ने नवागंतुक छात्र-छात्राओं से पूरे मनोयोग से शिक्षण-प्रशिक्षण हासिल कर अपने सपनों को साकार करने का आह्वान किया।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुण अग्रवाल ने कहा कि के.डी. मेडिकल कॉलेज सिर्फ शिक्षा का संस्थान ही नहीं बल्कि एक परिवार है जिसमें प्रत्येक बच्चे को शिक्षा और संस्कार दोनों प्रदान किए जाते हैं। यहां प्राध्यापकों द्वारा प्रत्येक छात्र एवं छात्रा का सही मार्गदर्शन करने के साथ उनमें नैतिक एवं भावनात्मक बदलाव लाने के भी प्रयास किए जाते हैं। श्री अग्रवाल ने छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि अनुशासन में रहकर सिर्फ पढ़ाई पर ध्यान दें। उप महाप्रबंधक मनोज गुप्ता ने कहा कि के.डी. मेडिकल कॉलेज में प्रत्येक विद्यार्थी को पारिवारिक माहौल मिलता है। श्री गुप्ता ने अभिभावकों और छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेण्टर को अपना परिवार समझें। संस्थान में किसी भी छात्र-छात्रा को कोई परेशानी नहीं होगी।
उप चिकित्सा अधीक्षक डॉ. गौरव सिंह ने बताया कि के.डी. मेडिकल कॉलेज उत्तर प्रदेश के निजी चिकित्सा संस्थानों ही नहीं शासकीय चिकित्सा संस्थानों में भी श्रेष्ठतम है। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं को अनुशासन और चिकित्सकीय नैतिकता की शपथ दिलाई गई। ओरिएंटेशन प्रोग्राम में सभी विभागाध्यक्षों ने अभिभावकों और नवागंतुक छात्र-छात्राओं को अपने-अपने विभागों की विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम के संयोजक डॉ. अभि भूषण मिश्रा ने नवागंतुक छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन करते हुए उन्हें कुशल चिकित्सक बनने की शुभकामनाएं दीं। आभार डॉ. प्रणीता सिंह ने माना।
चित्र कैप्शनः ओरिएंटेशन प्रोग्राम का दीप प्रज्वलित करते डीन और प्राचार्य डॉ. आर.के. अशोका व मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुण अग्रवाल दूसरे चित्र में मंचासीन अतिथि और उपस्थित अभिभावक एवं छात्र-छात्राएं।

राजीव एकेडमी के आठ विद्यार्थियों का लर्निंग रूट्स में चयनकरियर निर्माण में नई ऊँचाइयों की ओर बढ़ाए कदम

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मथुरा। राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट, मथुरा के एमबीए, बीबीए, बी.ईकॉम एवं बीसीए के आठ छात्र-छात्राओं का चयन शिक्षा परामर्श और करियर काउंसलिंग की अग्रणी संस्था लर्निंग रूट्स में रुपये 6.06 लाख सालाना के पैकेज पर हुआ है। छात्र-छात्राओं ने अपनी सफलता का श्रेय संस्थान में मिली सतत ट्रेनिंग, इंटरव्यू की तैयारी, केस स्टडीज, लाइव प्रोजेक्ट्स और नियमित प्लेसमेंट ड्राइव्स को दिया।
राजीव एकेडमी के ट्रेनिंग एण्ड प्लेसमेंट प्रमुख डॉ. विकास जैन ने बताया कि लर्निंग रूट्स एक प्रतिष्ठित शिक्षा परामर्श और करियर काउंसलिंग कम्पनी है, जो विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए बेहतरीन बी-स्कूल्स से जोड़ने में मदद करती है। यह संस्था न केवल विद्यार्थियों की तत्काल शैक्षिक जरूरतों को पूरा करती है बल्कि उनके करियर को सही दिशा देने के लिए भी समर्पित है। डॉ. जैन ने बताया कि चयनित विद्यार्थियों में नीतू (एमबीए), दीक्षा तिवारी, मोहित गंगवानी, मुस्कान चौधरी, समीक्षा अग्रवाल, यशस्वी गुप्ता (सभी बीबीए), अंजली अग्रवाल (बी.ईकॉम) और करण दीक्षित (बीसीए) शामिल हैं।
डॉ. जैन ने कहा कि लर्निंग रूट्स जैसी प्रतिष्ठित संस्था में छात्र-छात्राओं का चयन होना, इस बात का प्रमाण है कि राजीव एकेडमी न केवल अकादमिक उत्कृष्टता प्रदान करती है बल्कि विद्यार्थियों को वास्तविक उद्योग अनुभव से भी जोड़ती है। हम लगातार विद्यार्थियों को केस स्टडीज, लाइव प्रोजेक्ट्स, सेमिनार, विशेषज्ञ व्याख्यान और इंडस्ट्री विज़िट्स के माध्यम से प्रशिक्षित करते हैं। यही कारण है कि हमारे विद्यार्थी इंटरव्यू और कॉरपोरेट मूल्यांकन प्रक्रिया में आत्मविश्वास के साथ अपनी क्षमता का प्रदर्शन करते हैं। चयनित विद्यार्थियों का कहना है कि राजीव एकेडमी ने उन्हें केवल डिग्री ही नहीं दी बल्कि आत्मविश्वास, संचार कौशल और वास्तविक उद्योग अनुभव भी प्रदान किया, जिसकी बदौलत वे इस उपलब्धि तक पहुंच पाए।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल, प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल और निदेशक डॉ. अभिषेक सिंह भदौरिया ने सभी चयनित विद्यार्थियों को हार्दिक बधाई दी। डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा कि यह उपलब्धि न केवल विद्यार्थियों की कड़ी मेहनत का परिणाम है बल्कि यह संस्थान के उस विज़न को भी दर्शाती है, जिसमें शिक्षा को सिर्फ किताबों तक सीमित न रखकर उसे उद्योग की वास्तविक आवश्यकताओं से जोड़ा जाता है।
संस्थान के निदेशक डॉ. अभिषेक सिंह भदौरिया ने कहा कि हमारे विद्यार्थियों का चयन लर्निंग रूट्स जैसी प्रतिष्ठित संस्था में होना राजीव एकेडमी की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, प्रशिक्षण और इंडस्ट्री-उन्मुख ट्रेनिंग का परिणाम है। डॉ. भदौरिया ने कहा कि हमें गर्व है कि हमारे विद्यार्थी लगातार ऐसी संस्थाओं में जगह बना रहे हैं, जो शिक्षा और करियर निर्माण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। आने वाले समय में हमारा प्रयास रहेगा कि और अधिक विद्यार्थियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अवसर प्रदान किए जाएं ताकि वे अपने सपनों को साकार कर सकें और समाज तथा राष्ट्र की प्रगति में योगदान दे सकें।
चित्र कैप्शनः लर्निंग रूट्स कम्पनी पदाधिकारियों के साथ चयनित छात्र-छात्राएं।

संस्कृति स्थापना दिवस पर शिक्षक और कर्मचारी हुए सम्मानित

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चित्र परिचयः संस्कृति विश्वविद्यालय के सभागार में नौ वर्षों से कार्यरत गैर शिक्षक अधिकारियों, कर्मचारियों को सराहना पत्र और उपहार देकर सम्मानित किया गया। सम्मानित करने वालों में विवि के कुलाधिपति डा.सचिन गुप्ता, प्रति कुलाधिपति राजेश गुप्ता, सीईओ डा. श्रीमती मीनाक्षी शर्मा, कुलपति प्रो.एमबी चेट्टी, कैप्स के निदेशक डा. रजनीश त्यागी मंच पर मौजूद रहे।

चित्र परिचयः संस्कृति विश्वविद्यालय के सभागार में नौ वर्षों से कार्यरत शिक्षकों को सराहना पत्र और उपहार देकर सम्मानित किया गया। सम्मानित करने वालों में विवि के कुलाधिपति डा.सचिन गुप्ता, प्रति कुलाधिपति राजेश गुप्ता, सीईओ डा. श्रीमती मीनाक्षी शर्मा, कुलपति प्रो.एमबी चेट्टी, कैप्स के निदेशक डा. रजनीश त्यागी मंच पर मौजूद रहे।
मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय में 9वां स्थापना दिवस समारोह शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए भी एक नई स्फूर्ति लेकर आया। इस मौके पर संस्कृति विवि प्रशासन द्वारा लंबे समय से काम कर रहे शिक्षकों और कर्मचारीयों को सराहना पत्र और उपहार देकर सम्मानित किया गया। इस विशेष कार्यक्रम के दौरान विवि के कुलाधिपति डा. सचिन गुप्ता ने विवि की पूरी टीम को बधाई देते हुए कहा कि किसी भी सपने को पूरा करने के लिए जरूरत होती है एक टीम की और हमारी टीम पर हमें भरोसा है।
कुलाधिपति डा. गुप्ता ने कहा कि मेरे बड़े भाई विश्वविद्यालय के प्रति कुलाधिपति राजेश गुप्ता हमेशा हमारे साथ खड़े रहते हैं। हम दोनों ने मिलकर यह सपना देखा था। आज हमारा विवि प्रदेश की सबसे तेज गति से आगे बढ़ता विवि है। जब भी जरूरत हुई बड़े भाई राजेश गुप्ता ने यही कहा कि तुम आगे बढ़ो सब हो जाएगा। डा. सचिन गुप्ता ने बताया कि शीघ्र ही हम अपने संस्कृति आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज एंड अस्पताल में 10 डायलिसिस मशीन लगाने जा रहे हैं। एक दिन में 30 डाइलिसिस होंगी। यह सुविधा हम फ्री प्रदान करेंगे। अपने क्षेत्र के लिए संस्कृति विवि हमेशा आगे बढ़कर कुछ करने का प्रयास करता रहेगा। हमारा इरादा है कि हम शीघ्र ही अपने यहां 100 डाइलिसिस मशीन लगाकर लोगों फ्री सुविधा प्रदान करें। आप ऐसा योगदान दें जिससे आपका नाम हो। आपका नाम होगा तो हमारा नाम होगा और हमारा नाम होगा तो संस्था का नाम होगा।
कुलाधिपति ने अपने संबोधन के बाद विवि में नौ साल के काम कर रहे लोगों को सम्मानित किया। सबसे पहले विवि की सीईओ डा. श्रीमती मीनाक्षी शर्मा को सराहना पत्र और उपहार देकर सम्मानित किया गया। इसी क्रम में विवि के शिक्षकों डा.दुर्गेश वाधवा, डा. रमेश शर्मा, डा. गोपाल अरोरा, डा. अजय अग्रवाल, डा. अरविंद, डा. कृष्ण राज सिंह, ऋति सिकरवार के अलावा गैर शिक्षकों में विजय सक्सैना, अवधेश शुक्ला, शेरपाल, जगदीश सिंह, ओम प्रकाश गोयल, सुरेश चंद्र शर्मा, राकेश कुमार, कन्हैया लाल, रहीस पाल, सुबोध यादव, राकेश बाबू को सराहना पत्र और उपहार देकर सम्मानित किया गया।
पांच वर्ष से कार्यरत शिक्षकों में डा. कमलकांत पाराशर, डा. अमरेंद्र कौर, डा. एकता कपूर, डा. निशा चंदेल, डा. प्रफुल्ल कुमार, डा. फहीम अख्तर, डा.केश चंद्र, आशीष कुमार, गैर शिक्षक कर्मचारियों में विवेक श्रीवास्तव, सचिन गोस्वामी, किशन चतुर्वेदी, दिनेश, यशपाल, चंद्रकांत, रानू कटियार को सम्मानित किया गया। तीन वर्षों से कार्यरत शिक्षकों में डा. रजनीश त्यागी, डा.दिनेश कुमार, डा. रेनू गुप्ता, डा. धर्मेंद्र सिंह तौमर, डा, मोनिका अबरोल, डा. सरस्वती घोष, डा. वेंकटेश, डा. वीवी राव, डा. दिलीप कुमार, डा. सुरभि, डा. नीलम कुमारी, डा. श्रोतिया, डा. विभा अब्राहम, डा. हरिमोहन, डा. गौरव भारद्वाज, डा. प्रतिमा कुमारी, डा. सुनील कुमार, बैरिस्टर सिंह, डा. जग्गी लाल, डा. प्रियंका गौतम, डा. सुधिष्ठा कुमार, डा. स्वीटी अहलावत, डा. लोकनाथ, डा. रतीश कुमार, नीतू कुमारी, डा. सतीश चंद्र, डा. आशीश गोस्वामी, सुनील कुमार, डा. साजन के अलावा गैर शिक्षक कर्मचारियों में अजित अग्रवाल, करुणेश कुमार, राहुल, साहब सिंह, कृष्ण गोपाल, जितेंद्र कुमार, पंकज कुमार शर्मा, विजय सिंह, नीरज सारस्वत, रुचि शर्मा, नवीन परिहार, राहुल जैन, संदीप सिंह, पंकज, रामू, प्रंशांत शुक्ल, राम प्रताप सिंह, लोकेश सिंह, लक्ष्मीनारायण, कमलकांत वाजपेयी को सराहना पत्र और पुरुस्कार देकर सम्मानित किया गया। इनके अतिरिक्त डा. कमल सिंह धाकड़, विमल बिंदल, कुंदन कुमार चौबे, वीवी रामाराव स्वाती दीक्षित को उनके उल्लेखनीय कार्यों को लेकर सराहना पत्र और पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

जी.एल. बजाज के छात्र-छात्राओं ने आरम्भ-2025 में जमाया रंग

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अंश-नव्या और शिवम-चारू बने मिस-मिस्टर फ्रेशर
जीवन भर रंग बिखेरती है ईमानदारी से की गई कड़ी मेहनत
मथुरा। शिक्षा में उत्कृष्टता को प्रतिबद्ध जी.एल. बजाज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, मथुरा द्वारा बीटेक और एमबीए के नवागंतुक छात्र-छात्राओं के स्वागत में ओरिएंटेशन प्रोग्राम आरम्भ-2025 का शानदार आयोजन किया गया। ओरिएंटेशन प्रोग्राम का शुभारम्भ संस्थान की निदेशक प्रो. नीता अवस्थी ने मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की।
देर रात तक चले आरम्भ-2025 में छात्र-छात्राओं ने गीत-संगीत के साथ विभिन्न प्रकार के नृत्यों से कार्यक्रम को चार चांद लगाए। इतना ही नहीं युवाओं ने उत्साह और उमंग के साथ डांडिया में भी कौशल दिखाया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बाद निर्णायकों ने नवागंतुक छात्र-छात्राओं का बौद्धिक मूल्यांकन किया तत्पश्चात मिस और मिस्टर फ्रेशर छात्र-छात्राओं के नामों की घोषणा की। निर्णायकों ने बीटेक के अंश पाठक और नव्या शर्मा तथा एमबीए के शिवम सिंह और चारु उप्रेती को मिस और मिस्टर फ्रेशर के लिए चयनित किया।
संस्थान की निदेशक प्रो. नीता अवस्थी ने मिस और मिस्टर फ्रेशर बने छात्र-छात्राओं को सम्मानित करने के बाद अपने सम्बोधन में कहा कि युवा अवस्था मानव जीवन का सबसे महत्वपूर्ण समय होता है। इस अवस्था में ईमानदारी से की गयी कड़ी मेहनत जीवन भर रंग बिखेरती है। उन्होंने कहा कि यदि ऐसे बहुमूल्य समय का सदुपयोग युवा कर लें तो जीवनभर की तमाम समस्याओं का समाधान हो जाता है।
प्रो. अवस्थी ने कहा कि सब कुछ घर में नहीं मिलता है। कुछ सीखने, समझने के लिए बाहर आना-जाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि जी.एल. बजाज संस्थान का उद्देश्य किताबी ज्ञान के साथ ही रोजगारपरक शिक्षा देना है। आप सभी अभी युवा हैं। आपके पास अभी बहुत कुछ करने, सीखने व आगे बढ़ने के अवसर हैं इसके लिए आपको दृढ़ संकल्प के साथ पढ़ाई और प्रयोगात्मक कार्य करने होंगे। उन्होंने कहा कि हमें पहले अपने जरूरी कार्यों का निर्धारण करना चाहिए। उसके बाद सफलता के लिए नियमित मेहनत जरूरी है।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल एवं उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल ने नवप्रवेशी छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि सफलता आपकी मेहनत पर निर्भर करती है। जी.एल. बजाज आपके बेहतर करियर के लिए हमेशा मार्गदर्शन करेगा। आपका उद्देश्य सिर्फ कक्षा उत्तीर्ण करना नहीं बल्कि शानदार करियर निर्माण होना चाहिए। इस अवसर पर बीटेक और एमबीए विभागाध्यक्षों ने छात्र-छात्राओं को कॉलेज की शैक्षणिक गतिविधियों की विस्तार से जानकारी दी।
बीटेक विभागाध्यक्ष डॉ. वी.के. सिंह तथा एमबीए विभागाध्यक्ष डॉ. शशिशेखर ने नवागंतुक छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि संस्थान को अपना परिवार समझते हुए भाईचारे के साथ अध्ययन कर अपने सपनों को साकार करें। इस अवसर पर सीएसई विभागाध्यक्ष संजीव सिंह, प्रो. भोले सिंह, डॉ. शिखा गोविल, डॉ. अजय उपाध्याय, रिचा मिश्रा आदि ने भी छात्र-छात्राओं का मार्गदर्शन किया। मंच संचालन काव्या और संस्कार ने किया।
चित्र कैप्शनः संस्थान की निदेशक के साथ आरम्भ-2025 के मिस और मिस्टर फ्रेशर। दूसरे चित्र में प्राध्यापकों के साथ नवागंतुक छात्र-छात्राएं।

मथुरा रिफाइनरी ने राष्ट्रपिता को दी आदरांजलि, कटिबद्धता के साथ मनाई गांधी जयंती

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मथुरा l स्वच्छता के संदेश को अपनाते हुए आज मथुरा रिफाइनरी में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 156वीं जयंती उत्साह के साथ मनाई गई। गांधी जयंती कार्यक्रम की शुरुआत महात्मा गांधी की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ हुई। श्री मुकुल अग्रवाल, कार्यकारी निदेशक व रिफाइनरी प्रमुख ने इस अवसर पर उपस्थित सभी रिफाइनरी कर्मियों को स्वच्छता की शपथ दिलाई।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर सभी को संबोधित करते हुए श्री अग्रवाल ने कहा कि बापू न केवल भारत की स्वतंत्रता के अग्रदूत थे बल्कि उनका पूरा जीवन हमारे लिए एक प्रेरणा है। सत्य के साथ उनके प्रयोग आज भी प्रासंगिक हैं। श्री अग्रवाल ने कहा कि गांधी जी ने अपना पूरा जीवन भारत और भारतीयों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए बिताया और सभी को स्वच्छता के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि बापू का कथन- स्वच्छ्ता भक्ति के समान है- बहुत महत्वपूर्ण है और हमें इसे आत्मसात करना चाहिए और अपने स्वस्थ भविष्य के लिए संकल्पित होना चाहिए।
कार्यक्रम के दौरान, श्री रामकिशन, महामंत्री, मथुरा रिफाइनरी कर्मचारी संघ व श्री रविन्द्र यादव, सचिव, ऑफिसर्स एसोसिएशन ने सभी को संबोधित कर, राष्ट्रपिता के जीवन के वृतांत साझा करते हुए उनसे प्रेरणा लेने का आग्रह किया। बापू के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में रिफाइनरी कर्मियों ने नगर चौपाल, रिफाइनरी नगर में पौधारोपण कर पर्यावरण के प्रति कटिबद्धता दोहराई।

संस्कृति विवि के स्थापना दिवस पर गायक फरहान साबरी ने मचाई धूम

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चित्र परिचय: संस्कृति विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर छात्र, छात्राओं को अपने गीतों से झूमने को मजबूर करते प्रसिद्ध गायक फरहान साबरी।

मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय के 9वें स्थापना दिवस समारोह पर ख्याति प्राप्त गायक फरहान साबरी के गीतों ने जबरदस्त धूम मचाई। वहीं विवि के छात्र, छात्राओं ने अपने रंगारंग कार्यक्रमों से सभी का दिल जीत लिया।
शास्त्रीय घराने से ताल्लुक रखने वाले फरहान साबरी ने संस्कृति विश्वविद्यालय के मुख्य मैदान पर अपने गीतों की शुरुआत गणेश वंदना से की। बहुत ही प्रभावशाली ढंग से उन्होंने जब, देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा गाना शुरू किया तो सारा माहौल भक्ति से ओतप्रोत हो गया। छात्र छात्राओं ने उनकी इस गणेश स्तुति पर तालियां बजाकर साथ दिया। इस प्रसिद्ध गणेश वंदना के बाद उन्होंने एक प्रसिद्ध फिल्म के गीत, तेरी दीवानी, मैं तेरी दीवानी, प्रीत की लग मोहे ऐसी लागी, हो गई तेरी दीवानी, गीत सुना कर अपने गायकी के हुनर का परिचय दिया। बताते चले की फरहान साबरी बॉलीवुड की अनेक फिल्मों में गाए गीतों से काफी प्रसिद्धि पा चुके हैं। अपने गीतों को जारी रखते हुए उन्होंने एक के बाद एक, इश्क जुनून जब सर पर चढ़कर बोले, मुझे दिल्लगी की भूल जानी पड़ेगी, इश्क भी तू मेरा प्यार भी तू, अली दा पहला नंबर सुनाया। फिर उन्होंने प्रसिद्ध गीत, मेरे रश्के कमर तेरी पहली नजर सुनाकर युवाओं में ऐसा जोश भर दिया कि वे मंच के करीब आकर झूम झूम कर नाचे। फरहान साबरी का यह जादू देर रात तक विद्यार्थियों के सर पर चढ़कर बोला।
इससे पहले विवि के विद्यार्थियों द्वारा देश के हर कोने से जुड़े गीत और संगीत की एक ऐसी श्रृंखला प्रस्तुत की जिसने सबका खूब मनोरंजन किया। विश्वविद्यालय के छात्राओं ने गणेश वंदना पर समूह नृत्य बॉलीवुड के प्रसिद्ध गीतों पर जबरदस्त नृत्य कर खूब तालियां बटोरी वहीं पंजाब हरियाणा दक्षिण भारत की शैलियों में प्रस्तुत किए गए नृत्य से जबरदस्त समां बांधा। वहीं गीत और संगीत की धुन पर विद्यार्थियों ने योग विद्या का प्रभावशाली प्रस्तुति करण किया।कार्यक्रमों के बीच में संस्कृति विश्वविद्यालय के दिव्यांग स्कूल के बच्चों ने अपनी अद्भुत क्षमता का प्रदर्शन करते हुए नृत्य प्रस्तुत किया। ये वे बच्चे हैं जो ना सुन पाते हैं ना बोल पाते लेकिन फिर भी उनके द्वारा प्रस्तुत किए गए सुंदर नृत्य को सबने खड़े होकर सराहा। इसी बीच विश्वविद्यालय के विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने संस्कृति फैशन डिजाइनिंग स्कूल के निर्देशन में रैंप वॉक प्रस्तुत कर अपने आत्मविश्वास का परिचय दिया। उन्होंने अपने प्रदर्शन से जजों को भी अचंभित कर दिया। कार्यक्रम के दौरान छात्र कृष्णा को मिस्टर स्टाइलिश, छात्र मुस्कान को मिस स्टाइलिश, छात्र आयांश को मिस्टर टैलेंटेड, छात्रा रागिनी को मिस टैलेंटेड के किताब से नवाज गया। छात्र शिवांग को वर्ष 2025 के लिए मिस्टर फ्रेशर, छात्र जसलीन को मिस फ्रेशर चुना गया। विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉक्टर सचिन गुप्ता और प्रति कूलाधिपति राजेश गुप्ता द्वारा दिव्यांग बच्चों को उपहार देकर सम्मानित किया गया। इसी प्रकार अन्य प्रतिभागियों को सीईओ डॉक्टर श्रीमती मीनाक्षी शर्मा, कुलपति एमबी चेट्टी द्वारा पुरस्कार और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। समारोह का कुशल संचालन संस्कृति प्लेसमेंट सेल की ज्योति यादव, संस्कृति एफएम के राज जय कुमार, संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र रिया फैजी ने किया। इस मौके पर कैप्स के डायरेक्टर डा रजनीश त्यागी, स्टेंट वेलफेयर विभाग के डीन डीएस तोमर भी मौजूद रहे। कार्यक्रमों के संयोजन में मोहम्मद फहीम, डॉ दुर्गेश वाधवा, डॉ एकता कपूर का विशेष सहयोग रहा।

चित्र परिचय: संस्कृति विश्वविद्यालय के 9वें स्थापना दिवस समारोह का दीप जलाकर उद्घाटन करते मुख्य अतिथि प्रसिद्ध निर्माता, निर्देशक और कलाकार विवेक अग्निहोत्री साथ में हैं विश्वविद्यालय के कुल अधिपति डॉ सचिन गुप्ता प्रति कुलाधिपति राजेश गुप्ता, सीईओ डॉक्टर श्रीमती मीनाक्षी शर्मा, कुलपति प्रोफेसर एबी चेट्टी, कैप्स के निदेशक डॉक्टर रजनीश त्यागी।

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संस्कृति विवि इनोवेशन का जब: विवेक अग्निहोत्री

स्थापना दिवस समारोह

मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय के 9वें स्थापना दिवस समारोह का शुभारंभ करते हुए प्रसिद्ध निर्माता, निर्देशक और कलाकार मुख्य अतिथि विवेक अग्निहोत्री ने कहा कि प्रगति एक आईडिया से होती है, दुनिया में ऐसा कोई नहीं है जिसके पास कोई आईडिया ना हो। यह सच है कि आइडिया को सार्थक करने वाले बहुत कम होते हैं।
उन्होंने कहा कि ईश्वर ने हम हम सभी को सोचने की शक्ति दी है। इसी शक्ति से हमारे सब के अंदर क्रिएटिविटी आती है। यह समझना कि सिर्फ डॉक्टर इंजीनियर और टेक्नीशियन ही क्रिएटिव हो सकते हैं जरूरी नहीं है। बहुत सारे लोग बल्कि हम सभी क्रिएटिविटी अपने अंदर छुपाए रखते हैं। हमको यह सोचना होगा कि हम सभी क्रिएटिव हैं। अब बात आती है कि हम अपने टैलेंट को एक्सप्रेस कैसे करें। तीसरी महत्वपूर्ण बात यह है कि हम अपने टैलेंट को कैसे बनाए रखें, इसी का नाम होता है कमिटमेंट। यह भी सोचना चाहिए कि हमारे इस कमिटमेंट से हम समाज को क्या दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी कार्य करने के लिए हमारे अंदर हिम्मत होनी चाहिए बहुत सी बार ऐसा होता है कि हम असफल हो जाने पर या चुनौतियों का सामना करने पर हिम्मत हार जाते हैं जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए।
प्रसिद्ध निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने कहा कि हमको भारत को इन्नोवेशन हब बनाने के बारे में सोचना चाहिए। यह एक ऐसा सपना है जो हम सभी भारतवासियों का होना चाहिए। हम अपने देश को इनोवेशन का कैपिटल बनाएं। आप सभी विद्यार्थियों के पास सुनहरा अवसर है कि आप एक ऐसे विश्वविद्यालय में पढ़ रहे हैं जो इनोवेशन पर बहुत काम कर रहा है उन्होंने कहा कि आप अपनी क्रिएटिविटी से खुद का ऐसा अंपायर खड़ा करें जिससे नौकरी देने वाले बन सकें। हमेशा सपना बड़ा देखना चाहिए मैं बहुत खुश हूं ऐसे विश्वविद्यालय में आकर जो कि इनोवेशन के क्षेत्र में बहुत बड़ा नाम कर रहा है। हमेशा मुस्कुराते रहने के संदेश के साथ उन्होंने अपनी बात को विराम दिया।
संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर सचिन गुप्ता ने इस मौके पर जानकारी देते हुए बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा पेटेंट दाखिल करने के क्षेत्र में और स्टार्टअप शुरू करने के क्षेत्र में किस तरह से विश्वविद्यालय नए-नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान विवेक अग्निहोत्री से बच्चों द्वारा किए गए सवालों पर बातचीत भी की। डॉ सचिन गुप्ता ने निर्देशक विवेक अग्निहोत्री से बच्चों का सवाल करते हुए पूछा कि मैं स्टार कैसे बनूं , विवेक अग्निहोत्री ने जवाब देते हुए कहा कि स्टार तो सभी पैदा होते हैं। सच्चाई यह है कि आपको ही अपनी कहानी की स्क्रिप्ट लिखनी होती है। उन्होंने हंसते हुए कहा कि सचिन जी आप तो खुद एक स्टार हैं और मैं आपको अपनी फिल्म में रोल देना चाहूंगा। एक अन्य सवाल पर फिल्म निर्देशक और कलाकार विवेक अग्निहोत्री ने कहा कि हमारा बहुत सारा इतिहास हमको उल्टा सीधा पढ़ाया गया ऐसा बताया गया कि भारत रूढ़िवादी है जबकि भारत ऐसा नहीं है इसीलिए मैंने निश्चित किया कि भारत के इतिहास को जो सच है उसको दिखाया जाए विशेष कर उसे वर्ग को जिसे हम जैन जी कहते हैं। कश्मीर फाइल पर पूछे गए एक सवाल के उत्तर में का उन्होंने कहा कि इसकी स्क्रिप्ट चार साल तक रिसर्च कर तैयार की गई। यह एक बहुत परिश्रम का काम था और हम इसमें काफी हद तक सफल भी हुए। सिनेमा को सिर्फ इंटरटेनमेंट कहने की बात पर उन्होंने कहा कि सिनेमा सिर्फ ऐनटरटेनमेंट नहीं है यह सोशल मूवमेंट भी है।
उन्होंने कहा कि हर काम में मेहनत करनी पड़ती है तभी काम नजर आता है हिम्मत करोगे तो सफलता मिल जाएगी। लोग क्या सोचते हैं इस पर नहीं मैं क्या सोचता हूं वह लोगों को सोचने पर मजबूर कर दूं ,इस पर काम करता हूं ।
संस्कृति विवि के 9वें दीक्षांत समारोह के दौरान उनकी, द ब्लड रिपब्लिक ऑफ बंगाल, पुस्तक का भी विमोचन किया गया और उन्होंने अपनी इस पुस्तक की प्रतियां विद्यार्थियों को हस्ताक्षर कर वितरित की।
कार्यक्रम का शुभारंभ विश्वविद्यालय की परंपराओं के अनुसार मुख्य अतिथि विवेक अतिथि विवेक अग्निहोत्री द्वारा किए गए दीप प्रज्वलन से हुआ। उनके बाद संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉक्टर सचिन गुप्ता, प्रति कुलाधिपति राजेश गुप्ता, सीईओ डॉक्टर श्रीमती मीनाक्षी शर्मा, कुलपति प्रो बीएम चेट्टी ने दीप प्रज्वलन किया। दीप प्रज्वलन के बाद संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉक्टर सचिन गुप्ता ने प्रसिद्ध निर्देशक और कलाकार विवेक अग्निहोत्री को शॉल ओढ़ाकर और स्मृति चिह्न भेंटकर स्वागत किया।