Monday, December 22, 2025
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टीबी रोगियों की जांच के लिए आने वाली मशीन से होगी कोरोना की जांच, यूपी के 55 जिलों को मिली ट्रूनाॅट मशीन

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मथुरा। राष्ट्रीय क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत यूपी के 55 जिलों को मिली ट्रूनाॅट मशीन से कोराना की जांच कराई जाएगी। इन जिलों में मथुरा भी शामिल है। मथुरा को ये मशीन 4 जून को मिल जाएगी। इस सीधा मतलब ये है कि बहुत जल्द ही जिला अस्पताल मे कोरोना मरीजों की जांच शुरू हो जाएगी।

Created by Readiris, Copyright IRIS 2005
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कोरोना कोविड-19ः देश में बन रही है अभिभावकों की रायः बच्चों को स्कूल नहीं भेजना चाहते पेरेंट्स

 

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के चलते देश में लागू किया गया लॉकडाउन 4.0 अब खत्म हो चुका है। जनजीवन को पटरी पर लाने की कोशिश लगातार जारी हैं. इस कड़ी में 16 मार्च से बंद पड़े देशभर के स्कूल-कॉलेज समेत अन्य शिक्षण संस्थानों को दोबारा से खोलने की प्रकिया शुरू करने पर भी गंभीरता से विचार किया जा रहा है. केंद्र सरकार ने भी साफ कर दिया है कि स्कूल-कॉलेज दोबारा खोलने को लेकर जुलाई में कोई फैसला लिया जा सकता है। इस बीच, देशभर के पेरेंट्स जुलाई में स्कूल न खोले जाने को लेकर एकजुट होते नजर आ रहे हैं।
दरअसल, केंद्र सरकार के अनुसार स्कूल-कॉलेज दोबारा खोलने पर फैसला सभी हितधारकों से बात करके जुलाई में लिया जाएगा. ऐसे में अब पेरेंट्स की मानें तो वे स्थिति सामान्य होने तक स्कूल खोले जाने के पक्ष में नहीं हैं। इसे लेकर ऑनलाइन याचिका की मुहिम चलाई गई है, जिसमें पेरेंट्स ने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए शर्त रखी है। 24 घंटे में ही इस मुहिम से देशभर के दो लाख से अधिक पेरेंट्स जुड़ गए हैं और इनकी तादाद लगातार बढ़ती जा रही है। अभिभावक नो वैक्सीन, नो स्कूल.. के फाॅर्मूले पर .आॅनलाइन शिक्षा की बात कर रहे है। हम जल्द ही आपको मथुरा के अभिभावकों के विचार भी बताएंगे।

देश में संक्रमितों की संख्या 2 लाख के करीब पहुंची, पिछले 24 घंटे में 8 हजार 171 मामले सामने आए

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नई दिल्ली। देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 2 लाख के करीब पहुंच गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि पिछले 24 घंटे में देश में 8 हजार 171 मामले सामने आए हैं और 204 मौतें हुईं।
उधर, http://covid19india.org के मुताबिक, मंगलवार सुबह तक संक्रमितों की संख्या 1 लाख 99 हजार 166 हो चुकी है। इससे पहले, सोमवार को महाराष्ट्र में 2361, तमिलनाडु में 1162, दिल्ली में 990, गुजरात में 423, उत्तरप्रदेश में 286, प. बंगाल में 271, राजस्थान में 269, हरियाणा में 265, मध्यप्रदेश में 194, कर्नाटक में 187, जम्मू-कश्मीर में 155 और बिहार में 138 मरीज मिले। इनके अलावा 6,414 मरीज और बढ़े, लेकिन किन राज्यों में यह स्पष्ट नहीं हो सका। उधर, भारत मरीजों के संख्या के मामले में दुनिया का 7वां देश बन चुका है। अमेरिका, ब्राजील, रूस, स्पेन, ब्रिटेन और इटली ऐसे छह देश हैं, जहां संक्रमितों की तादाद भारत से ज्यादा है।

आज से दिल्ली में नो एंट्री! केजरीवाल के ऐलान के बाद सात दिन के लिए बॉर्डर सील

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नई दिल्ली। देश में लॉकडाउन 5.0 का आज दूसरा दिन है, इसे अनलॉक 1 भी नाम दिया जा रहा है. पिछले करीब दो महीने से देशभर में लागू पाबंदियां अब धीरे-धीरे हटने लगी हैं. लेकिन इस बीच राजधानी दिल्ली में आसपास के शहरों से काम के लिए आने वालों के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं, क्योंकि आज से अगले एक हफ्ते तक दिल्ली के बॉर्डर सील हैं. अब सिर्फ पास वालों को ही एंट्री दी जाएगी।
लॉकडाउन 5.0 की गाइडलाइन्स के मुताबिक, एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने पर किसी तरह की रोक नहीं है। इसी के तहत हरियाणा ने दिल्ली से सटे अपने बॉर्डर को खोल दिया था, यानी लोग गुरुग्राम-फरीदाबाद से दिल्ली आ सकते थे. लेकिन उत्तर प्रदेश के नोएडा और गाजियाबाद ने दिल्ली से सटे बॉर्डर को बंद ही रखा।

भारत की सीमा पर मंडरा रहे है चीन के फाइटर जेट, कांग्रेस ने पूछा घुसपैठ पर मौन क्यों है मोदी सरकार

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सीमा पर जारी तनाव के बीच चीन के लड़ाकू विमानों के वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास पूर्वी लद्दाख से 30-35 किलोमीटर दूर उड़ान भरने को लेकर भारत चौकन्ना हो गया है। चीनी विमानों ने यह उड़ान अपने सैन्य अड्डे होतान और गारगुंसा से 100-150 किलोमीटर दूर भरी।
सूत्रों के मुताबिक चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सीमावर्ती ठिकानों पर 10 से 12 लड़ाकू विमान मौजूद हैं। वह भारतीय सीमा के करीब उड़ान गतिविधियां करती रहती है। उन्होंने कहा कि हम जे-11 और जे-7 लड़ाकू विमानों की गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं।
सूत्रों ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय नियमों के मुताबिक चीनी विमान भारतीय क्षेत्र से महज 10 किलोमीटर दूर थे। उल्लेखनीय है कि मई के पहले हफ्ते में जब भारतीय और चीनी हेलीकॉप्टर एक दूसरे के काफी करीब आ गए थे, तब भारत ने सुखोई-30 विमान को भेज दिया था।
पाकिस्तान ने जब से चीन की वायुसेना के साथ युद्धाभ्यास किया है, तभी से चीन के होतान सैन्य ठिकाने पर भारत की नजर है। सूत्रों ने कहा कि पिछले साल भी जब पाकिस्तान के कब्जे वाले लद्दाख के पश्चिमी भाग स्कार्दू सैन्य ठिकाने से होतान के लिए पाकिस्तान के छह जेएफ-17 विमान ने उड़ान भरी तो भारत ने निगरानी बढ़ा दी थी।
कांग्रेस ने चीनी सेना की भारतीय सीमा में घुसपैठ पर मोदी सरकार से पूछा है कि वह इस पर मौन क्यों बैठी है। उसने कहा कि सरकार ने हालात पर देश की जनता के साथ विवरण साझा क्यों नहीं किया। पार्टी प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि भारत की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। चीनी सेना भारतीय सीमा में घुसपैठ समाचार पत्रों की सुर्खियां बनी हुई है।

अमेरिका में फिर भड़के प्रदर्शनकारी, सेना उतारने की तैयारी

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मिनियापोलिस शहर में पुलिस हिरासत में अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद अमेरिका के कई शहरों में हिंसा भड़क गई है। प्रदर्शनकारियों की तरफ से स्टोर को लूटा गया और पुलिस की गाड़ियों के साथ कई इमारतों में आग लगा दी गई। प्रशासन ने वाशिंगटन समेत 40 शहरों में कर्फ्यू लगा दिया है। ट्रंप ने सभी प्रभावित शहरों के गवर्नरों से दंगाइयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा है।
हिंसा के बीच राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस के पास 200 साल पुराने चर्च का दौरा किया। बता दें कि यह वही चर्च है, जहां पुलिस से झड़प के बाद प्रदर्शनकारियों ने आग लगा दी थी। उन्होंने रोज गार्डन में कहा कि वह शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के सहयोगी हैं। हालांकि, इस दौरान उन्होंने जोर देकर कहा, कानून और व्यवस्था को लेकर आपका अध्यक्ष हूं।
ट्रंप की यात्रा से पहले कानून प्रवर्तन ने प्रदर्शनकारियों को क्षेत्र से बाहर कर दिया। रोज गार्डन में ट्रंप के भाषण के दौरान प्रदर्शनकारियों को काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे गए। हिंसा की आग में जल रहे देश में हालात पर काबू पाने के लिए अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी मिलिट्री को उतारने का फैसला किया है।

लाॅकडाउन समापन की ओर देर आए दुरुस्त आऐ, लौट के बुद्धू घर कू आऐ

 

विजय कुमार गुप्ता

मथुरा। देर आऐ दुरुस्त आए, लौट के बुद्धू घर कू आऐ, वाली कहावतों के अनुसार सरकार आखिरकार अब
लाॅकडाउन के समापन की ओर बढ़ चली जो स्वागत योग्य है। किंन्तु इस कार्य को बहुत पहले ही कर लिया
जाता तो बहुत अच्छा होता, कम से कम दो पाटों के बीच असहाय मजदूरों और गरीबों को अकारण
नहीं पिसना पड़ता।
खैर जो भी हो यदि सुबह का भूला शाम को लौट आता है तो वह भूला नहीं कहलाऐगा। परन्तु
बार-बार मन में टीस उठती है कि बीता समय तो ऐसा दुखद स्वप्न की तरह गुजरा जिसको याद करके रूह कांप
उठती है। हालांकि प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी ने जो साहसिक निर्णय लिया वह देश के भले के लिऐ
था। किंन्तु उन्हें भी यह पता नहीं होगा कि इसके परिणाम आशा के अनुकूल नहीं प्रतिकूल साबित
होंगे। इसमें सबसे ज्यादा दोष निचले स्तर के उन अधिकारियों व कर्मचारियों का रहा जो कार्यान्वन
प्रक्रिया में असफल रहे और नित्य नये तुगलकी फरमान जारी करते थे। कई-कई दिनों तक बच्चे दूध के
लिए तरसते रहे और तो और पीने के पानीं को भी तरसना पड़ा।
सबसे ज्यादा अन्याय और अत्याचार बेचारे उन मजदूरों पर हुऐ जो भूखे प्यासे सैंकड़ों, हजारों मील
तक घिसटते, सिसकते और तड़पते हुए चलते रहे। अनेकों की मौत हो गई और लाखों अब भी बेघर
हैं तथा घर पहुंचने के लिए छटपटा रहे हैं।
कुछ लोगों ने न सिर्फ आत्महत्या की, बल्कि खुद मरने से पहले अपने परिवार तक को मौत के घाट उतार
दिया। हे भगवान! ऐसा वीभत्स समय आगे कभी न दिखाना। अब जो भी हुआ उसे दुखद स्वप्न की तरह
भूलने में ही भलाई है। सबसे ज्यादा बुरी यह बात रही कि जो लोग छिके छिकाऐ और सब तरह से सुखी
और संपन्न हैं, वह कल तक चिल्ला-चिल्ला कर कह रहे थे कि लाॅकडाउन को पूरे जून तक सख्ती से बढ़ाऐ
रखना चाहिए। इसमें देश के कई प्रदेशों की सरकारें भी शामिल थी।
यह वहीं सरकारंे हैं जिन्होंने केंद्र सरकार पर दबाव बनाकर शराब के ठेके खुलवा दिये। जिसका परिणाम क्या
रहा? जो सभी के सामने है। किसी के मुंह से यह नहीं निकला कि भगवान के मन्दिरों को क्यों बंद कर
दिया? उन्हें भी खोला जाए क्योंकि भक्त भगवान से प्रार्थना करेंगे तो शायद उनकी प्रार्थना
लगेगी और इस महामारी से निजात मिलने में सुगमता होगी। लेकिन इन्हें भगवान से क्या मतलब क्योंकि
मन्दिरों का चढ़ावा तो इन्हें मिलना नहीं, इन्हें तो शराबियों से मतलब है क्योंकि इनमें से
ज्यादातर उनकी बिरादरी के हैं और शराब से मिलने वाले टैक्स का लोभ भी यानी सोने में सुगन्ध।
सरकार ने आठ जून से सभी मंन्दिरों को खोलने का आदेश दिया वह सराहनीय है किंन्तु आठ जून ही
क्यों? एक जून से क्यों नहीं? जब एक जून से अन्य प्रतिष्ठानों को ढील दी जा रही है तो मन्दिरों को
क्यों लंबित किया? खैर जो भी हो। हो सकता है इसमें भी कोई पेचीदिगी होगी। जब ढाई महीने
इंतजार किया है तो एक सप्ताह और सही।

धार्मिक स्थलों की सम्पत्ति आखिर किस काम की
कुछ प्रबुद्ध लोगों का सुझाव है कि सरकार का खजाना जो लगभग खाली सा हो चुका है, उसकी भरपाई के
लिए देश के उन सभी धर्मस्थलों मन्दिर, मस्जिदों, गुरुद्वारों, गिरजाघरों तथा जैन मंदिरों की
संपत्ति को देशवासियों की सेवा में लगाना चाहिये। यदि आराध्यों की यह सम्पत्ति अनुयाईयों के निमित्त
लगे तो इसमें क्या बुरी बात है? अरबों खरबों का सोना चांदी हीरे जवाहरात और बैंक बैलेंस, यह सब
फिर कब काम आऐंगे? क्या इस सम्पत्ति को उस समय के लिए रखा हुआ है, जब इसका सदुपयोग करने वाले ही नहीं
बचेंगे?
इस शुभ कार्य में केंन्द्र और सभी प्रदेशों की सरकारों को बिल्कुल भी देर नहीं करनी चाहिये
और मिल जुल कर इस कल्याणकारी यज्ञ को प्रारंम्भ कर देना चाहिए।

 

एसओ मांट, बरसाना, बलदेव पुलिस लाइन भेजे, एसएसपी ने छह इंस्पेक्टरों के तबादले किए, देखिए लिस्ट

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मथुरा। एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर ने छह निरीक्षकों के तबादले किए है। इसमें एसओ मांट धर्मेद्र दहिया, एसओ बरसाना सुभाष पांडेय, एसओ बलदेव राजीव कुमार को पुलिस लाइन भेजा गया है। एमपी चतुर्वेदी को पुलिस लाइन से एसओ यमुनापार, भीम सिंह जावला को राया से एसओ मांट, प्रमोद कुमार थाना यमुनापार को एसओ बरसाना, ज्ञानेंद्र सिंह सिरोही को एंटी रोमियो स्क्वाॅयड से एसओ बलदेव बनाकर भेजा गया है।

मथुरा में कोरोना विस्फोटः दो पुलिस कर्मियों सहित छह लोग कोरोना संक्रमित निकले,

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मथुरा। मथुरा में एक बार फिर कोरोना विस्फोट हुआ है। यहां एक थाने के दो पुलिसकर्मियों सहित कुल छह लोगों की रिपोर्ट पाॅजिटिव आयी है। वहीं एक मामला पुराना है, उस युवक की रिपोर्ट भी पाॅजिटिव आयी है।
मांट के गांव आशा गढ़ी में मुंबई से आए दो युवक कोरोना संक्रमित पाए गए है। इसी क्षेत्र के गांव जरारा में गुजरात से आया युवक कोरोना संक्रमित पाया गया है। नौहझील के गांव सुरीर में 21 वर्षीय युवक की रिपोर्ट पाॅजिटिव आयी है। इसके साथ ही सदर थाने के दो पुलिसकर्मियों की रिपोर्ट पाॅजिटिव आयी है। ये एक संक्रमित आरोपी के संपर्क में आए थे।

किसानों की फसल का मिलेगा भरपूर दाम, ये है मोदी सरकार की योजना

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सोमवार को केंद्रीय मंत्रीमंडल की बैठक हुई. दूसरे कार्यकाल के एक साल पूरे होने के बाद यह पहली कैबिनेट बैठक थी। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए, जिसमें कठिन दौर से गुजर रहे डैड सेक्टर की हालत दुरुस्त करने के लिए 20 हजार करोड़ लोन के प्रस्ताव को मंजूरी मिली. वहीं, किसानों को राहत पहुंचाने के लिए सरकार ने 14 फसलों में 50 से 83 फीसदी तक ज्यादा दाम देने का फैसला किया है।
कैबिनेट बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य में बड़ी बढ़ोतरी की गई है. किसानों के लिए सरकार की तरफ से यह बड़ा ऐलान है. मक्का के समर्थन मूल्य में 53 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है. तूअर और मूंग में 58 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है. तोमर ने कहा कि 14 फसल ऐसी हैं, जिसमें किसानों को 50 से 83 फीसदी तक ज्यादा समर्थन मूल्य दिया जाएगा।
केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि ब्याज छूट योजना के तहत 31अगस्त तक जो किसान अपनी ऋण अदायगी करेगा, उसको 4ः ब्याज पर ही कर्जा मिलेगा. अभी तक सरकार ने 360 लाख मिट्रिक टन गेहूं, 95 लाख मिट्रिक टन धान और 16.07 लाख मिट्रिक टन दाल खरीदा है।
वहीं, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि किसानों की फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य की कुल लागत का डेढ़ गुना ज्यादा रखने का वादा सरकार पूरा कर रही है. खरीफ फसल 20-21 के 14 फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य जारी कर दिया गया है. इन 14 फसलों पर किसानों को लागत का 50-83ः तक ज्यादा दाम हासिल होगा।