Sunday, May 11, 2025
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वृन्दावन – महिला श्रद्धालु से लूट करने वाले बदमाशों के लगी गोली

मथुरा के थाना वृंदावन क्षेत्र में जम्मू की महिला श्रद्धालु से पर्स और मोबाइल छीनने वाले बादमाशों के साथ पुलिस और एसओजी टीम की मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ में लूट करने वाले दोनों बदमाश गोली लगने से घायल हो गए। प्रेम मंदिर जाते समय दिया था वारदात को अंजाम बुधवार की रात करीब 9 बजे जम्मू की रहने वाली महिला श्रद्धालु इंदु शर्मा अपने पति खजुरिया के साथ ई रिक्शा से प्रेम मंदिर जा रही थीं।
वह जैसे ही पर्यटक सुविधा केंद्र के पास पहुंची तभी पीछे से आए बाइक सवार दो बदमाशों ने उनका पर्स और मोबाइल छीन लिया था। इस वारदात की शिकायत मिलने के बाद पुलिस बदमाशों की तलाश कर रही थी। सूचना मिली कि महिला श्रद्धालु के साथ छिनैती करने वाले दोनों बदमाश एक्सप्रेस वे से वृंदावन आने वाले लिंक रोड पर मौजूद हैं। किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है।
सूचना मिलते ही वृंदावन पुलिस ने एसओजी टीम को बुलाया गया। वृंदावन पुलिस और एसओजी टीम सूचना मिलते ही वृंदावन एक्सप्रेस वे रोड पर स्थित हैलीपैड के पास पहुंच गई और बदमाशों की तलाश शुरू कर दी। पुलिस को देख कर बदमाश कच्चे रास्ते की तरफ चले गए और छिपने लगे। पुलिस जब यमुना की तरफ जाने वाले कच्चे रास्ते पर पहुंची तो बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी।
बदमाशों ने पुलिस पर 8 राउंड गाय किए। वृंदावन पुलिस और एसओजी की टीम ने बदमाशों की घेराबंदी करते हुए जवाबी फायरिंग की। जिसमें दोनों बदमाश पैर में गोली लगने से घायल हो गए। महिला श्रद्धालु से छिनैती करने वाले बदमाश मथुरा के महाविद्या कॉलोनी थाना गोविंद नगर निवासी शिवम और रामलीला मैदान के पास रहने वाला मोहित उर्फ मोती हैं।

मथुरा – भाजपा विधायक पूरन प्रकाश को एसपी क्राइम बनकर साइबर ठगों ने दी धमकी

साइबर फ्रॉड ने मथुरा के एक विधायक को अपना शिकार बनाने का प्रयास किया है। साइबर फ्रॉड करने वालों ने पहले विधायक को व्हाट्स एप पर वीडियो कॉल कर न्यूड महिला का वीडियो दिखाने का प्रयास किया। इसके बाद दिल्ली के एसपी क्राइम बनकर उनको हड़का कर रुपए ऐंठने का प्रयास किया। विधायक की शिकायत पर मथुरा पुलिस ने मुकद्दमा दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। मथुरा के बलदेव विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक पूरन प्रकाश लोक लेखा समिति के सदस्य भी हैं।
लोक लेखा समिति की बैठक के संबंध में वह लखनऊ गए हुए थे। 7 जनवरी को जब वह सरकारी आवास लखनऊ में थे तब रात करीब साढ़े 9 बजे व्हाट्स एप पर एक वीडियो कॉल आई। जिसके बाद उन्होंने वीडियो कॉल उठाई तो वह शॉक्ड हो गए।
विधायक पूरन प्रकाश ने जैसे ही व्हाट्स एप पर आई वीडियो कॉल रिसीव की तो तत्काल ही उस पर अश्लील वीडियो शुरू हो गई। विधायक पूरन प्रकाश ने बिना देर किए वीडियो कॉल डिश कनेक्ट कर दी। विधायक इस बात को भूलकर सो गए। लेकिन अगले दिन उनके पास एक बार फिर अंजान नंबर से कॉल आई।
विधायक पूरन प्रकाश पर 8 जनवरी को एक कॉल आई। विधायक ने जब कॉल पिक की तो फोन करने वाले ने कहा वह दिल्ली के एसपी क्राइम बोल रहे हैं। इसके बाद कॉल करने वाले ने कहा कि उनका महिला मित्र के साथ वीडियो वायरल हो रहा है। इसके बाद कॉल करने वाला उनको धमकाने लगा। जिसके बाद विधायक ने फोन कॉल डिश कनेक्ट कर दी। विधायक पूरन प्रकाश के पास 9 जनवरी को फिर कॉल आई। इस बार कॉल करने वाले ने वीडियो वायरल करने की धमकी देते हुए उनसे रुपयों की मांग की।
विधायक ने इस बार जब अपना परिचय दिया तो कॉल करने वाले ने उनको धमकाना शुरू कर दिया और कहने लगे की उनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। साइबर फ्रॉड द्वारा धमकाने के मामले में विधायक पूरन प्रकाश ने मथुरा में शहर कोतवाली पुलिस से शिकायत की। विधायक की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात फ्रॉड के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज कर लिया। पुलिस अब इस मामले में कॉल करने वाले साइबर फ्रॉड को तलाश रही है।

थाना जीआरपी मथुरा जंक्शन द्वारा एक अभियुक्त किया गिरफ्तार, 1 मोबाइल बरामद

पुलिस अधीक्षक रेलवे आगरा के निर्देशन एवं पुलिस उपाधीक्षक रेलवे आगरा की देखरेख एवं प्रभारी निरीक्षक थाना जीआरपी मथुरा जंक्शन के नेतृत्व में अपराध एवं अपराधियो के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के अंतर्गत थाना जीआरपी मथुरा जंक्शन पुलिस टीम द्वारा अभियुक्त फरियाद को रेलवे स्टेशन मथुरा जंक्शन के प्लेटफार्म नं0 09 पर दिल्ली की तरफ बनी सीमेण्ट की कुर्सी के पास से गिरफ्तार किया गया । जीआरपी प्रभारी यादराम सिंह ने बताया कि अभियुक्त के कब्जे से एक मोबाइल फोन बरामद हुआ।
गिरफ्तार अभियुक्त 21 वर्षीय फरियाद पुत्र अकील निवासी आसरा कालोनी नये क्वाटर, माया टाकीज के पास ,ढकपुरा रोड थाना कोतवाली जिला हाथरस है।
अभियुक्त ने पूछताछ में बताया वह ट्रेनों में यात्रा करने वाले यात्रियों का सामान/मोबाइल फोन की चोरी करता है व चोरी किये गये मोवाइल फोन को अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए रेलवे स्टेशन मथुरा जंक्शन पर आते-जाते यात्रियों को बेच देता है।

सीखना आजीवन चलने वाली एक प्रक्रिया : अंजन गांगुली

  • विद्यार्थी के लिए शिक्षा का उद्देश्य सिर्फ अंक प्राप्त करना नहीं : अतुल
  • वीपीएस में आयोजित सेमिनार में दी प्राथमिक शिक्षा के महत्व की जानकारी

वृंदावन। मथुरा मार्ग स्थित वृंदावन पब्लिक स्कूल के श्यामा शांति सभागार में नई शिक्षा नीति के संदर्भ में लैग्वेज हाउस पब्लिकेशन के वरिष्ठ क्षेत्र प्रबंधक अंजन गांगुली व अतुल पाण्डेय द्वारा एक सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें नई शिक्षा नीति के अंतर्गत होने वाली रचनात्मक, कलात्मक गतिविधियों के विषय में जानकारी प्रदान की एवं बच्चों के लिए सरल व सहज शिक्षा पद्धति द्वारा सर्वांगीण विकास में सहायक शिक्षा के तरीकों को साझा किया।
अंजन गांगुली ने कहा कि
सीखना आजीवन चलने वाली एक प्रक्रिया है। बचपन से लेकर हर व्यक्ति प्रतिदिन प्रतिपल कुछ न कुछ सीखता है और जिससे उसके व्यक्तित्व का विकास होता है। बताया कि इस सेमिनार का उद्देश्य बालकों को व्यवहारिक ज्ञान के द्वारा पुस्तकीय ज्ञान प्रदान करना है। जिसके अंतर्गत छात्रों को खेल ही खेल में पठन सामग्री का बोध, स्वयं करके सीखना आदि रुचिकर तरीकों से अध्ययन को बोधगम्य बनाना था।
अतुल पाण्डेय ने बताया कि
विद्यालय में शिक्षण पद्धति व अध्यापन के तरीकों की प्रशंसा करते हुए कहा कि विद्यार्थी के लिए शिक्षा का उद्देश्य सिर्फ अंक प्राप्त करना नहीं बल्कि उन्हें पढ़ाई के प्रति रुचि जगा कर व्यवहारिक ज्ञान देना है और इस उद्देश्य की पूर्ति में वृंदावन पब्लिक स्कूल अक्षरश: प्रयत्नशील है। उक्त सेमिनार में प्राइमरी शिक्षिकाओं की उपस्थिति प्रशंसनीय रही।

गाजियाबाद में शतरंज की बिसात पर चमका आरआईएस का छात्र

  • सूर्यांश तोमर ने शतरंज कान्सक्रेशन में हासिल की प्रथम रैंक
  • विजेता ट्रॉफी के साथ जीता 1100 रुपए का कैश प्राइज

मथुरा। गाजियाबाद के डीपीएस धर्म गुरुकुल द्वारा सचखंड नानक धाम में आयोजित शतरंज कान्सक्रेशन प्रतियोगिता में राजीव इंटरनेशनल स्कूल के छात्र सूर्यांश तोमर ने अपनी कुशाग्रबुद्धि और चपलता का शानदार कौशल दिखाते हुए प्रथम रैंक हासिल कर विजेता ट्रॉफी और 1100 रुपए नगद कैश प्राइज अपने नाम किया। इस प्रतियोगिता में प्रदेश के डेढ़ सौ से अधिक शतरंज खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया
राजीव इंटरनेशनल स्कूल के छात्र-छात्राएं सिर्फ पढ़ाई ही नहीं खेलकूद में भी लगातार अपनी श्रेष्ठता सिद्ध कर रहे हैं। हाल ही में गाजियाबाद में हुई शतरंज कान्सक्रेशन प्रतियोगिता में आरआईएस के कक्षा नौ के छात्र सूर्यांश तोमर ने अपनी चपल चालों का कमाल दिखाते हुए प्रथम रैंक हासिल की। इस प्रतियोगिता में सूर्यांश शुरू से अंत तक शानदार लय में दिखे। प्रतियोगिता के समापन अवसर पर आयोजकों द्वारा होनहार सूर्यांश तोमर को विजेता ट्रॉफी, 11 सौ रुपये का नगद पारितोषिक तथा प्रमाण-पत्र देकर पुरस्कृत किया गया।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने सूर्यांश की इस उपलब्धि पर खुशी जताते हुए उसे बधाई दी तथा कहा कि शतरंज बच्चों की सोचने की क्षमता और मानसिक विकास में मदद करता है। उन्होंने कहा कि डी. गुकेश ने सबसे कम उम्र में विश्व चैम्पियन बनकर यह जता दिया कि भारत में शतरंज का भविष्य उज्ज्वल है। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि उत्साही प्रशंसकों एवं असाधारण खिलाड़ियों की बढ़ती संख्या के चलते ही अब शतरंज भारत में अपार लोकप्रियता के साथ ही वैश्विक खेल मंच पर भी प्रसिद्धि प्राप्त कर रहा है।
आरआईएस के चेयरमैन मनोज अग्रवाल ने सूर्यांश को बधाई देते हुए कहा कि हर खेल की तरह शतरंज में भी शानदार भविष्य है। भारत में यह खेल सदियों से खेला जा रहा है। देश के शतरंज सितारों को हर तरफ से समर्थन मिल रहा है। माता-पिता अपने बच्चों को जहां शतरंज खेलने की छूट दे रहे हैं वहीं स्कूल-कॉलेजों में भी इस खेल को प्राथमिकता मिल रही है। श्री अग्रवाल ने कहा कि भारत ने शतरंज की दुनिया को विश्वनाथन आनंद, डी. गुकेश, कोनेरू हम्पी, हरिका द्रोणावल्ली, आर. प्रज्ञाननंदा, अर्जुन एरिगैसी, दिव्या देशमुख, वंतिका अग्रवाल जैसे खिलाड़ी दिए हैं। सूर्यांश को इन खिलाड़ियों से प्रेरणा लेते हुए खाली समय में शतरंज में हाथ आजमाने चाहिए।
विद्यालय की शैक्षिक संयोजिका प्रिया मदान ने छात्र सूर्यांश को बधाई देते हुए कहा कि शतरंज ऐसा खेल है, जिसे बच्चे-बड़े सभी खेलना पसंद करते हैं। समय के साथ इस गेम की लोकप्रियता बढ़ती जा रही है। इस गेम से व्यक्ति ज्यादा क्रिएटिव बनता है। शतरंज के खेल को माइंड गेम के नाम से भी जाना जाता है। दिमागी कसरत के लिए शतरंज एक शानदार गेम है। शतरंज खेलने से मेमोरी बूस्ट होती है। इसे खेलने से इंसान किसी भी समस्या का समाधान तेजी से ढूंढ़ना सीख जाता है। यह खेल छात्र-छात्राओं के आईक्यू को बेहतर बनाता है।

क्या ये सच्च मुच्च के किसान हैं?

विजय गुप्ता की कलम से

     मथुरा। किसानों के नाम पर जो यह हुड़दंग बाजी हो रही है और पहले भी होती रही है। इस परिप्रेक्ष्य में जरा विचार करके देखो कि क्या ये सच्च मुच्च के किसान हैं? ईमानदारी से देखा जाए तो सारी स्थिति स्पष्ट हो जाती है कि ये कौन हैं? और इनका उद्देश्य क्या है? इनके पीछे कौन है? और उनकी फंडिंग कहां से हो रही है?
     कंगना रनौत ने जब इनके बारे में सच्चाई बयां की तो बखेड़ा खड़ा कर दिया। जरा सोचो कि पांच सितारा होटलों जैसी मौज मस्ती पिछले आन्दोलनों के दौरान देखी गई वह सब भार कौन उठा रहा था? अगर देखा जाए तो इनमें से एक प्रतिशत भी किसानी नहीं करते सिर्फ किसानों के नाम पर अपनी नेतागिरी चमकाने और विरोधी दलों के इशारों पर नाचने का काम ही इनका धर्म है।
     जो सच्चे किसान है उन्हें तो इन सब बवंडर बाजियों से कोई मतलब नहीं वे तो अपने खेतों में जुताई बुवाई और कटाई में व्यस्त और मस्त रहते हैं। बड़ी हैरत की बात है कि जो कानून किसानों के हित में बनाऐ गये हैं उन्हें ये किसान विरोधी बातकर भ्रम फैला रहे हैं।
     जब मैं अखबारों में इस शब्द को पढ़ता हूं कि “किसान आन्दोलन” तब मेरा मन जल भुन कर राख हो जाता है, ठीक वैसे जैसे असामाजिक यानी अराजक तत्वों को साधु संत कहकर संबोधित किया जाय। ज्यादा कुछ कहने और लिखने की जरूरत नहीं सब लोग समझते हैं और जानते हैं कि किसानों का मुखौटा लगाऐ ये कौन हैं। एक कहावत है की “दुकानदारी नरमी की और हाकिमी में गर्मी की” अब मैं सौ की सीधी एक बात पर आता हूं कि मोदी जी ने एक से बढ़कर एक अजब गजब के काम कर दिये। और तो और पूरा विश्व भी उनके चमत्कारिक व्यक्तित्व का मुरीद हो चला है।
     मेरा मानना है कि अब तो मोदी जी को कुछ ऐसा करना होगा जो “भूतो न भविष्यते” कहने का मतलब है कि चाहे किसानों के नाम पर बेवजह उपद्रव करने वाले ये पाखंडी हों चाहे देश के प्रति गद्दारी करने वालों की जमात हो या किसी भी तरह के आपराधिक कार्य हों। भले ही राजनीति के नाम पर गुंडागर्दी वाले ही क्यों न हों सभी को ऐसा शंट करें जो हमेशा के लिए नजीर बन जाए और देश आसुरी प्रवृत्ति से हटकर देवत्व की ओर बढ़ने लगे।
     कहते हैं “लातों के भूत बातों से नहीं मानते” किसी को बुरा लगे या भला मेरा मन घूम फिर कर पुनः आपातकाल के दौर में पहुंच गया जब अपराधों की स्थिति ऐसी हो गई जैसे गधे के सर से सींग। हत्या, लूट, डकैती, भ्रष्टाचार आदि का नामोनिशान मिट गया। पूरा देश अनुशासित होकर तरक्की की ओर अग्रसर हो गया। रेलें विफोर टाइम चलने लगीं और तो और अदालतों के निर्णय भी बड़े सोच समझकर किए जाने लगे।
     हां यह भी सच है कि इंदिरा गांधी ने अपने आप को सत्ता पर काबिज बनाए रखने के लिए इमरजेंसी लगाई किंतु यह इमरजेंसी देश के लिए रामबांण दवा सिद्ध हुई। इस बात को भी मानना होगा कि शासन चलाने वाला हो तो संजय गांधी जैसा हो। भले ही कोई मेरी बात से नाइत्तफाकी रखता हो किंतु यह भी ध्रुव सत्य है कि संजय गांधी महान हिंदूवादी भी थे। अगर आज संजय गांधी जिंदा होते और इमरजेंसी चल रही होती तो विश्व में भारत का स्थान नंबर वन पर होता और शायद डॉलर के स्थान पर रुपए के चलन की बात आगे बढ़ रही होती। किंतु देश का दुर्भाग्य था जो इंदिरा गांधी चुनाव करा बैठीं।
     अब मेरी बात पर गौर करके देखो कि मैं गलत कह रहा हूं या सही? शायद ज्यादातर लोग मुझे गलत ठहराएंगे। चलो मैंने मान भी लिया कि इमरजेंसी गलत थी। इसीलिए इमरजेंसी के बाद चुनाव में इंदिरा गांधी को जनता ने पूरी तरह नकार दिया। किंतु उसके बाद जब चुनाव हुए तब सत्ता में बैठे विरोधियों को चारों खाने चित्त करके फिर दोबारा इंदिरा गांधी को दो तिहाई से भी ज्यादा बहुमत से जिताकर सर आंखों पर क्यों बैठाया? इसका जवाब है किसी के पास? शायद नहीं और ना ही कभी होगा। जय इमरजेंसी जय भारत।

हॉस्पिटल के सामने खड़ी बाइक को ले उड़ा चोर

मथुरा। थाना राया क्षेत्र अंतर्गत हॉस्पिटल के सामने खड़ी बाइक को चोर ले उड़ा। चोरी की यह बारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। सुबह जब बाइक सवार को बाहर बाइक नहीं मिली तो होश उड़ गये।
बाइक चोरी की यह बारदात बलदेब रोड़ स्थित जन स्वास्थ केंद्र की है।जहाँ हॉस्पिटल में यतेंद्र निवासी मल्हे कम्पाउंडर की नोकरी करता है। रोजाना वह बाइक से ड्यूटी के लिए आता है और बाइक अस्पताल के बाहर ख़डी करता था। शुक्रवार की रात को बाहर खड़ी बाइक को चोर ले उड़ा। जब उसने सीसीटीवी देखे तो होश उड़ गये। एक युवक बड़े ही शातिर अंदाज में बाइक को ले जाता दिखाई दिया। घटना की सूचना पुलिस को दी गई।
बाइक चोरी की हुई इस घटना से पुलिस की सक्रियता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। बल्देव रोड़ मुख्य मार्ग है। इस पर पुलिस की गश्त रहती है। लेक़िन ठंड के चलते पुलिस भी पस्त दिख रही है। और मौका देख चोर बेख़ौफ होकर बाइक ले उड़ा।

अध्यात्म ज्ञान प्राप्त किए बिना सुखी नहीं रह सकता मनुष्य : माधवी देवी दासी

  • स्कूली बच्चों के लिए गीता शोध संस्थान और गिव संस्थान का ‘गीता का ज्ञान-सफलता’ की पहचान कार्यक्रम
  • संदीपनी मुनि स्कूल में गीता विद्वानों ने बच्चों के समक्ष दिया प्रेरक व्याख्यान

वृंदावन। गीता शोध संस्थान एवं रासलीला अकादमी और गौरांग इंस्टीट्यूट फॉर वैदिक एजुकेशन (गिव) के संयुक्त तत्वावधान में गीता प्रसार-प्रचार योजना के अंतर्गत चैतन्य विहार बुर्जा रोड स्थित संदीपनी मुनि स्कूल में “गीता का ज्ञान-सफलता की पहचान” कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में गौरांग इंस्टीट्यूट फॉर वैदिक एजुकेशन (गिव) के संस्थापक अध्यक्ष एवं शिक्षा गुरु डॉ वृंदावन चंद्र दास प्रभु की कृपापात्रा माधवी देवी दासी ने श्रीमद्भगवद गीता पर अत्यंत प्रेरक एवं प्रभावशाली व्याख्यान दिया। उन्होंने बताया कि अध्यात्म ज्ञान प्राप्त किए बिना मनुष्य सुखी नहीं रह सकता। आध्यात्मिक ज्ञान हमें बच्चों को 5 वर्ष की आयु से ही प्रारंभ कर देना चाहिए। जूनियर एवं सीनियर सांदीपनी स्कूल की प्रधानाचार्य रश्मि मिश्रा एवं दीपिका मिश्रा के सहयोग से व्याख्यान के समय बहुत सुंदर व्यवस्था के साथ बालिकाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
लगभग 200 बालिकाओं ने गीता व्याख्यान को सुना एवं माधवी दासी की प्रश्नोत्तरी सभा में सभी ने उत्साह पूर्वक जवाब दिया। गीता शोध संस्थान के निदेशक प्रोफेसर दिनेश खन्ना ने बच्चों को गीता को व्यवहार में लाने को प्रेरित किया।
गीता शोध संस्थान के समन्वयक चंद्र प्रताप सिंह सिकरवार ने उप्र ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्वारा संचालित गीता शोध संस्थान वृंदावन के कार्यकलापों व गीता की प्रचार- प्रसार योजना से अवगत कराया।
उन्होने विद्यालय के समस्त स्टाफ का आभार व्यक्त किया। संस्थान के जगदीश पथसारिया ने व्यवस्थाएं संम्हाली।
इस मौके पर राधाकवि दास प्रभु, माधवी दासी, मनदीप प्रभु का श्री अवतारी कृष्ण दास प्रभु का विशेष सहयोग रहा। विद्यालय परिवार से रश्मि मिश्रा, दीपिका मिश्रा, महिमा, शिवानी, मीनाक्षी, भावना, ममता, कीर्ति, पूजा, रितु, मिथिलेश, रीना, नीलम, पूर्णिमा, सीमा आदि की उपस्थिति रही।

संस्कृति विश्विद्यालय में सभी पाठ्यक्रम एआई से जुड़ेगे

मथुरा। संस्कृति विश्विद्यालय में सभी विषयों के पाठ्यक्रमों में क्रांतिकारी परिवर्तन किए जा रहे हैं। लगभग सभी पाठ्यक्रमों को आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से जोड़ा जा रहा है।
संस्कृति विश्विद्यालय की सीईओ डॉ श्रीमती मीनाक्षी शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान दौर ऐसा है जिसमें विश्व पटल पर टेक्नोलॉजी में तेज़ी से बदलाव हो रहा है। औद्योगिक क्षेत्र हो या फिर सामान्य जीवन शैली, सभी की जरूरतें पूरी करने के लिए टेक्नोलॉजी नित नए रूप में तैयार हो रही है। यही कारण है कि शिक्षा में भी आमूल चूल परिवर्तन हो रहे हैं। पारंपरिक शिक्षा का स्वरूप टेक्नोलॉजी से जुड़कर नई जरूरतों के अनुरूप बदलाव कर रही है।
सीईओ ने बताया कि विश्व की जरूरतों और आधुनिक काल की शिक्षा से कदम मिलाते हुए संस्कृति विश्विद्यालय में लगभग सभी विषयों के पाठ्यक्रमों में बदलाव किया जा रहा है जो आने वाले नए सत्र से शुरू कर दिए जाएंगे। इन सभी पाठ्यक्रमों आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से जोड़कर तैयार किया जा रहा है। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस ने मनुष्य के जीवन के हर क्षेत्र में पकड़ बनाना शुरू कर दिया है। अब बहुत से काम एआई द्वारा कर दिए जा रहे हैं। ऐसे में जब पाठ्यक्रम एआई आधारित होंगे तो उनकी शिक्षा पाकर विद्यार्थी सहजता से रोजगार पा सकेंगे और अपना उद्यम खड़ा कर सकेंगे।
डॉ शर्मा ने बताया कि विश्विद्यालय ने इसके लिए अलग अलग विषय के शिक्षकों कि कई टीमें बनाई हैं जो इस काम को जल्द से जल्द पूरा करने में जुटी हुई हैं। उन्होंने कहा नए सत्र से ये बदले हुए पाठ्यक्रम शिक्षा के क्षेत्र में नई क्रांति लाएंगे, ऐसा अनुमान है।

स्टेट बैडमिंटन में आरआईएस की छात्रा एंजलि की चांदी

  • छोटी बहन प्रांजलि ने जिलास्तर पर जीता कांस्य पदक

मथुरा। राजीव इंटरनेशनल स्कूल की दो होनहार शटलरों ने पिछले कुछ दिनों में अपने शानदार खेल कौशल से बैडमिंटन खेल से अनुराग रखने वालों को खासा प्रभावित किया है। हाल ही में लखनऊ में खेल एवं युवा कल्याण विभाग तथा नेशनल स्पोर्ट्स प्रमोशन ऑर्गेनाइजेशन द्वारा आयोजित स्टेट बैडमिंटन प्रतियोगिता में एंजलि कुमारी ने जहां चांदी का पदक जीतकर अपने विद्यालय तथा मथुरा जनपद का गौरव बढ़ाया वहीं प्रांजलि कुमारी ने जिलास्तर पर कांस्य पदक जीतकर अपने प्रतिभा की शानदार बानगी पेश की।
विद्यालय की शैक्षिक संयोजिका प्रिया मदान ने बताया कि हाल ही में खेल एवं युवा कल्याण विभाग उत्तर प्रदेश तथा नेशनल स्पोर्ट्स प्रमोशन ऑर्गेनाइजेशन द्वारा लखनऊ में आयोजित स्टेट बैडमिंटन प्रतियोगिता में कक्षा नौ की छात्रा एंजलि कुमारी ने रजत पदक जीतकर अपने सुनहरे भविष्य की झलक दिखाई वहीं कक्षा 6 की छात्रा प्रांजलि कुमारी ने जिलास्तर पर कांस्य पदक जीतकर यह जताया कि वह भी किसी से कम नहीं है। यह दोनों बहनें पढ़ाई के साथ शेष समय बैडमिंटन को ही देती हैं। साथ पढ़ती और साथ ही खेलती हैं।
एंजलि की जहां तक बात है, उसने यूपी बैडमिंटन एसोसिएशन द्वारा जीएलए विश्वविद्यालय में आयोजित मथुरा डिस्ट्रिक्ट बैडमिंटन चैम्पियनशिप में गोल्ड मेडल के साथ ही विनर एवं बेस्ट प्लेयर ट्रॉफी अपने नाम कर स्टेट बैडमिंटन प्रतियोगिता का टिकट कटाया था। बड़ी बहन की इस जीत से छोटी बहन प्रांजलि को प्रेरणा मिली और उसने लायंस क्लब द्वारा बीएसए कॉलेज में आयोजित जिलास्तरीय बैडमिंटन चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीतकर विद्यालय का नाम रोशन किया।
एंजलि-प्रांजलि की बैडमिंटन में शानदार सफलता से खुश आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने दोनों बहनों को बधाई देते हुए, उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि इन बेटियों से अन्य बच्चों को सीख लेनी चाहिए। छात्र-छात्राओं को यदि तन-मन से स्वस्थ रहना है तो उन्हें किसी न किसी खेल को प्रतिदिन समय देना होगा। उन्होंने कहा कि खेलना शरीर के लिए ही नहीं मन के लिए भी जरूरी है। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि खेलों में भी करियर बनाया जा सकता है। हम अच्छे-सफल खिलाड़ी बनकर लोकप्रियता के शिखर को छू सकते हैं।
आर,आई.एस. के चेयरमैन मनोज अग्रवाल ने दोनों होनहार बैडमिंटन खिलाड़ियों की सफलता पर खुशी जताते हुए कहा कि एंजलि-प्रांजलि तो हमारे लिए साइना नेहवाल और पीवी सिंधू की तरह हैं। श्री अग्रवाल ने दोनों छात्राओं तथा उनके माता-पिता को बधाई देते हुए कहा कि प्रत्येक बच्चे की सफलता में अभिभावक का अहम योगदान होता है। उन्होंने कहा कि अभिभावक ही बच्चे का पहला प्रोत्साहक होता है। श्री अग्रवाल ने कहा कि राजीव इंटरनेशनल स्कूल में छात्र-छात्राओं को किताबी ज्ञान के साथ ही खेल तथा सामाजिक-सांस्कृतिक गतिविधियों में भी पर्याप्त अवसर प्रदान किए जाते हैं ताकि प्रत्येक बच्चे का सम्पूर्ण व्यक्तित्व विकास हो।