मथुरा। संस्कृति विश्विद्यालय में सभी विषयों के पाठ्यक्रमों में क्रांतिकारी परिवर्तन किए जा रहे हैं। लगभग सभी पाठ्यक्रमों को आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से जोड़ा जा रहा है।
संस्कृति विश्विद्यालय की सीईओ डॉ श्रीमती मीनाक्षी शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान दौर ऐसा है जिसमें विश्व पटल पर टेक्नोलॉजी में तेज़ी से बदलाव हो रहा है। औद्योगिक क्षेत्र हो या फिर सामान्य जीवन शैली, सभी की जरूरतें पूरी करने के लिए टेक्नोलॉजी नित नए रूप में तैयार हो रही है। यही कारण है कि शिक्षा में भी आमूल चूल परिवर्तन हो रहे हैं। पारंपरिक शिक्षा का स्वरूप टेक्नोलॉजी से जुड़कर नई जरूरतों के अनुरूप बदलाव कर रही है।
सीईओ ने बताया कि विश्व की जरूरतों और आधुनिक काल की शिक्षा से कदम मिलाते हुए संस्कृति विश्विद्यालय में लगभग सभी विषयों के पाठ्यक्रमों में बदलाव किया जा रहा है जो आने वाले नए सत्र से शुरू कर दिए जाएंगे। इन सभी पाठ्यक्रमों आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से जोड़कर तैयार किया जा रहा है। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस ने मनुष्य के जीवन के हर क्षेत्र में पकड़ बनाना शुरू कर दिया है। अब बहुत से काम एआई द्वारा कर दिए जा रहे हैं। ऐसे में जब पाठ्यक्रम एआई आधारित होंगे तो उनकी शिक्षा पाकर विद्यार्थी सहजता से रोजगार पा सकेंगे और अपना उद्यम खड़ा कर सकेंगे।
डॉ शर्मा ने बताया कि विश्विद्यालय ने इसके लिए अलग अलग विषय के शिक्षकों कि कई टीमें बनाई हैं जो इस काम को जल्द से जल्द पूरा करने में जुटी हुई हैं। उन्होंने कहा नए सत्र से ये बदले हुए पाठ्यक्रम शिक्षा के क्षेत्र में नई क्रांति लाएंगे, ऐसा अनुमान है।
संस्कृति विश्विद्यालय में सभी पाठ्यक्रम एआई से जुड़ेगे
स्टेट बैडमिंटन में आरआईएस की छात्रा एंजलि की चांदी
- छोटी बहन प्रांजलि ने जिलास्तर पर जीता कांस्य पदक
मथुरा। राजीव इंटरनेशनल स्कूल की दो होनहार शटलरों ने पिछले कुछ दिनों में अपने शानदार खेल कौशल से बैडमिंटन खेल से अनुराग रखने वालों को खासा प्रभावित किया है। हाल ही में लखनऊ में खेल एवं युवा कल्याण विभाग तथा नेशनल स्पोर्ट्स प्रमोशन ऑर्गेनाइजेशन द्वारा आयोजित स्टेट बैडमिंटन प्रतियोगिता में एंजलि कुमारी ने जहां चांदी का पदक जीतकर अपने विद्यालय तथा मथुरा जनपद का गौरव बढ़ाया वहीं प्रांजलि कुमारी ने जिलास्तर पर कांस्य पदक जीतकर अपने प्रतिभा की शानदार बानगी पेश की।
विद्यालय की शैक्षिक संयोजिका प्रिया मदान ने बताया कि हाल ही में खेल एवं युवा कल्याण विभाग उत्तर प्रदेश तथा नेशनल स्पोर्ट्स प्रमोशन ऑर्गेनाइजेशन द्वारा लखनऊ में आयोजित स्टेट बैडमिंटन प्रतियोगिता में कक्षा नौ की छात्रा एंजलि कुमारी ने रजत पदक जीतकर अपने सुनहरे भविष्य की झलक दिखाई वहीं कक्षा 6 की छात्रा प्रांजलि कुमारी ने जिलास्तर पर कांस्य पदक जीतकर यह जताया कि वह भी किसी से कम नहीं है। यह दोनों बहनें पढ़ाई के साथ शेष समय बैडमिंटन को ही देती हैं। साथ पढ़ती और साथ ही खेलती हैं।
एंजलि की जहां तक बात है, उसने यूपी बैडमिंटन एसोसिएशन द्वारा जीएलए विश्वविद्यालय में आयोजित मथुरा डिस्ट्रिक्ट बैडमिंटन चैम्पियनशिप में गोल्ड मेडल के साथ ही विनर एवं बेस्ट प्लेयर ट्रॉफी अपने नाम कर स्टेट बैडमिंटन प्रतियोगिता का टिकट कटाया था। बड़ी बहन की इस जीत से छोटी बहन प्रांजलि को प्रेरणा मिली और उसने लायंस क्लब द्वारा बीएसए कॉलेज में आयोजित जिलास्तरीय बैडमिंटन चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीतकर विद्यालय का नाम रोशन किया।
एंजलि-प्रांजलि की बैडमिंटन में शानदार सफलता से खुश आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने दोनों बहनों को बधाई देते हुए, उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि इन बेटियों से अन्य बच्चों को सीख लेनी चाहिए। छात्र-छात्राओं को यदि तन-मन से स्वस्थ रहना है तो उन्हें किसी न किसी खेल को प्रतिदिन समय देना होगा। उन्होंने कहा कि खेलना शरीर के लिए ही नहीं मन के लिए भी जरूरी है। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि खेलों में भी करियर बनाया जा सकता है। हम अच्छे-सफल खिलाड़ी बनकर लोकप्रियता के शिखर को छू सकते हैं।
आर,आई.एस. के चेयरमैन मनोज अग्रवाल ने दोनों होनहार बैडमिंटन खिलाड़ियों की सफलता पर खुशी जताते हुए कहा कि एंजलि-प्रांजलि तो हमारे लिए साइना नेहवाल और पीवी सिंधू की तरह हैं। श्री अग्रवाल ने दोनों छात्राओं तथा उनके माता-पिता को बधाई देते हुए कहा कि प्रत्येक बच्चे की सफलता में अभिभावक का अहम योगदान होता है। उन्होंने कहा कि अभिभावक ही बच्चे का पहला प्रोत्साहक होता है। श्री अग्रवाल ने कहा कि राजीव इंटरनेशनल स्कूल में छात्र-छात्राओं को किताबी ज्ञान के साथ ही खेल तथा सामाजिक-सांस्कृतिक गतिविधियों में भी पर्याप्त अवसर प्रदान किए जाते हैं ताकि प्रत्येक बच्चे का सम्पूर्ण व्यक्तित्व विकास हो।
SGFI खेलों में परमेश्वरी देवी धानुका विद्यालय के विद्यार्थियों ने जीते तीन पदक
- मथुरा आगमन पर विजेता खिलाड़ियों का स्वागत अभिनंदन
- मेडलिस्ट का पुष्प वर्षा कर किया स्वागत
वृंदावन। रायपुर (छत्तीसगढ़) में आयोजित SGFI कुराश प्रतियोगिता में परमेश्वरी देवी धानुका सरस्वती विद्या मंदिर के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए एक रजत पदक तथा दो कांस्य पदक जीत कर विद्यालय परिवार को गौरवान्वित किया।
खेल प्रशिक्षक रविन्द्र सिंह ने बताया कि अंडर 14 वर्ग में 50 किलो भार में निशांत ने रजत पदक, कुश पांडे ने अंडर 14 वर्ग में 35 किलोग्राम में कांस्य पदक तथा सचिन सिंह अंडर-19 वर्ग में 73 किलो में कांस्य पदक हासिल किया है।
विद्यार्थियों की जीत पर समस्त विद्यालय परिवार द्वारा खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। इससे पूर्व जीत कर लौटे सभी मेडलिस्ट का मथुरा जंक्शन पर पुष्प वर्षा कर एवं माल्यार्पण कर स्वागत किया गया।
इस अवसर पर विद्यालय के शहर प्रबंधक शिवेंद्र गौतम कोच रविंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।
जीएलए भौतिकी विभाग के प्रोफेसरों को मिला यूपीसीएसटी का बड़ा प्रोजेक्ट
- जीएलए विश्वविद्यालय को ब्लैक होल की गुरुत्वाकर्षण लेंसिंग का अध्ययन करने हेतु सरकारी अनुदान प्राप्त हुआ
मथुरा : ब्रह्मांड में स्थित आकाशगंगा के विशाल संग्रह के बारे में और अधिक जानने के लिए उत्तर प्रदेश के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के भौतिक विज्ञान विभाग के प्रोफेसरों को शोध परियोजना पर कार्य करने का अवसर दिया है।
उत्तर प्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के द्वारा ब्लैक होल की गुरुत्वाकर्षण लेंसिंग विकसित करने तथा अन्य उद्देश्यों के चलते परियोजना पर कार्य करने का अवसर जीएलए विश्वविद्यालय भौतिक विज्ञान विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डा. धर्मवीर सिंह तथा डा. शोभित सचान को मिला है। प्रोफेसरों के साथ विद्यार्थी भी परियोजना के शोध कार्य में जुटेंगे।
डा. धर्मवीर सिंह ने बताया कि ब्रह्मांड सबसे बड़ा है और इसमें अरबों आकाशगंगाएं हैं। एक आकाशगंगा गैस, धूल और अरबों सितारों और उनके सौर मंडल का एक विशाल संग्रह है, जो सभी गुरुत्वाकर्षण द्वारा एक साथ बंधे हुए हैं। हमारी आकाशगंगा को मिल्की वे आकाशगंगा कहा जाता है। पूरे ब्रह्मांड में 10 से घात 22 सोलर सिस्टम हैं। वर्तमान में हम जिस सोलर सिस्टम का प्रयोग करते हैं उसमें 10 से घात 11 मिल्की वे गेलेक्सी सोलर सिस्टम हैं। इसके अलावा पूरे ब्रह्मांड में 10 से घात 11 गेलेक्सी हैं। इन सोलर सिस्टम के बारे में किसी को जानकारी नहीं है।
डा. सिंह कहते हैं कि इतने अधिक सोलर सिस्टम हैं, अगर हर मिनट में एक की गिनती करेंगे तो भी पूरे जीवन में इसका पता लगाना नामुमकिन है। इसके हर पहलू पर पहुंचने के लिए और कई संग्रहों की जानकारी पर शोध करने के लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद से करीब 13 लाख रूपए की यह परियोजना मिली है। इस परियोजना पर इस तरीके से शोध किया जायेगा, जिससे कि वर्तमान में अध्ययन कर रहे छात्रों और आने वाली युवा पीढ़ी ब्रह्मांड और आकाशगंगा के बारे में आसानी से जानकारी कर सके।
डा. शोभित सचान ने बताया कि आकाशगंगा में बहुत सोलर सिस्टम है और हम केवल अभी एक सोलर पर अटके हुए हैं। विद्युत की प्रवाह अब अधिक से अधिक जगहों पर है। इसमें और क्या परिवर्तन हो रहा है और क्या हो सकता है। इस परियोजना के माध्यम से ऐसे कुछ बिन्दु हमें एकत्रित करने की जरूरत है। भौतिक विज्ञान विभाग के विद्यार्थी भी इस परियोजना में अपने ज्ञान से शोध करेंगे।
जीएलए भौतिक विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. अनुज विजय ने गुरुत्वाकर्षण लेंसिंग का महत्व बताते हुए कहा कि यह दक्षिणी गोलार्ध में इसी तरह की खोज उत्तरी गोलार्ध की खोज को पूरक बनाने के साथ-साथ अध्ययन के लिए अन्य उद्देश्यों को प्राप्त करने की दिशा में एक बहुत अच्छा कदम होगा।
डीन रिसर्च प्रो. कमल शर्मा ने पीआई डॉ. धर्म वीर सिंह को बधाई दी और कहा कि सरकार की इसी तरह की परियोजनाएं जीएलए विश्वविद्यालय के शोध को एक नया आयाम प्रदान करेंगी।
जीएलए के कुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता एवं कुलसचिव अशोक कुमार सिंह ने शिक्षकों को उनकी उपलब्धि के लिए बधाई दी।
के.डी. हॉस्पिटल में एक साल के बच्चे की छोटी आंत की रुकावट दूर
- शिशु शल्य विशेषज्ञ डॉ. श्याम बिहारी शर्मा ने की आरव की सफल सर्जरी
मथुरा। लगातार उल्टी, पेट में सूजन और पेट दर्द से परेशान एक साल के बच्चे के लिए के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर के शिशु शल्य विशेषज्ञ डॉ. श्याम बिहारी शर्मा भगवान साबित हुए। उन्होंने शल्य क्रिया के माध्यम से आरव की छोटी आंत की रुकावट दूर कर उसे नवजीवन दिया है। अब बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ है तथा उसे हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गई है।
जानकारी के अनुसार ग्राम बरौली, तहसील छाता, जनपद मथुरा निवासी विजय सिंह का बेटा आरव लगातार पेट दर्द तथा बार-बार उल्टी करने से परेशान था। उसे मथुरा के कई शिशु रोग विशेषज्ञों को दिखाया गया तथा हॉस्पिटल में भी भर्ती किया गया लेकिन उसकी परेशानी दूर नहीं हुई। दरअसल, चिकित्सकों को बच्चे की असली बीमारी जब पकड़ में नहीं आई तो उन्होंने ही विजय सिंह को के.डी. हॉस्पिटल के शिशु शल्य विशेषज्ञ डॉ. श्याम बिहारी शर्मा से परामर्श लेने की सलाह दी। चिकित्सकों की सलाह पर विजय सिंह आरव को लेकर के.डी. हॉस्पिटल आए और डॉ. श्याम बिहारी शर्मा से मिले।
डॉ. शर्मा ने बच्चे की दशा और स्थिति को देखकर अंदाजा लगाया कि कहीं उसकी आंतों में दिक्कत तो नहीं है। उन्होंने शंका समाधान के लिए बच्चे का एक्सरा तथा कुछ अन्य जांचें कराईं जिससे न केवल उनकी शंका दूर हो गई बल्कि उससे पता चला कि उसकी छोटी आंत में रुकावट है, जिसे सर्जरी से ही दूर किया जा सकता है। उन्होंने विजय सिंह को बच्चे की सर्जरी कराने की सलाह दी। विजय सिंह की स्वीकृति के बाद बच्चे की सर्जरी की गई। डॉ. शर्मा द्वारा जो बढ़ी हुई झिल्ली आरव की छोटी आंत में रुकावट पैदा कर रही थी, उसे काटकर आंत को सिल दिया गया। सर्जरी में डॉ. शर्मा का सहयोग डॉ. अनुराग, निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ. शिवांगी अग्रवाल तथा टेक्नीशियन बालकिशन ने किया।
डॉ. श्याम बिहारी शर्मा ने बताया कि बच्चा ड्यूओडिनल डाइफ्राम की वजह से परेशान था। आंतों की रुकावट वाले शिशुओं में भोजन असहिष्णुता, चिड़चिड़ापन, उल्टी, दर्द और पेट में सूजन होती है। ऐसे बच्चों की सर्जरी में देरी से निदान और उपचार के विनाशकारी परिणामों से इंकार नहीं किया जा सकता। सर्जरी के बाद बच्चा आरव जहां पूरी तरह स्वस्थ है वहीं उसके वजन में भी लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। डॉ. शर्मा का कहना है कि के.डी. हॉस्पिटल में आधुनिकतम चिकित्सा सुविधाएं तथा विशेषज्ञ चिकित्सक और टेक्नीशियन होने से मुश्किल से मुश्किल ऑपरेशन सहजता और सफलता से हो पाते हैं।
विजय सिंह ने बच्चे का समय से सही उपचार करने के लिए डॉ. श्याम बिहारी शर्मा तथा उनकी टीम का आभार माना। विजय सिंह का कहना है कि कई चिकित्सकों को दिखाने के बाद भी जब आरव ठीक नहीं हुआ तो उन्हें काफी चिन्ता हो गई थी लेकिन के.डी. हॉस्पिटल प्रबंधन के सहयोग और मदद से ही उनका बेटा सही हो सका, इसके लिए वह ताउम्र आभारी रहेगा। आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल, डीन और प्राचार्य डॉ. आर.के. अशोका ने बच्चे की सफल सर्जरी के लिए डॉ. श्याम बिहारी शर्मा तथा उनकी टीम को बधाई दी।
संघर्ष जितना कठिन होगा सफलता उतनी ही शानदार होगीः प्रो. नित्या
- राजीव एकेडमी के एमबीए छात्र-छात्राओं को दिखाई सफलता की राह
मथुरा। जीवन में हर इंसान कामयाबी के सपने देखता है, उसके अपने सपने होते हैं लेकिन सफल वही होता है जोकि अपने लक्ष्य पर नजर रखते हुए पूरी तन्मयता से मेहनत करता है। याद रखें, संघर्ष जितना कठिन होगा सफलता उतनी ही शानदार होगी। स्वयं पर विश्वास रखें और ऊंची सोच रखें। सौ बार असफल रहकर भी प्रयास जारी रखें, सफलता जरूर मिलेगी। यह बातें सोमवार को राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट में द रोल आफ फेथ इन शेपिंग सक्सेजफुल जरनी विषय पर आयोजित कार्यशाला में रिसोर्स परसन प्रो. नित्या (कैलांग स्कूल आफ मैनेजमेंट यूएसए) ने एमबीए के छात्र-छात्राओं को बताईं।
प्रो. नित्या ने छात्र-छात्राओं से कहा कि जीवन में बहाने बनाना छोड़ो, सफलता और बहाने एक साथ नहीं चल सकते। अंतिम क्षणों तक कोशिश करो, हारो नहीं, जीत जरूर होगी। हर समस्या का समाधान हमारे पास है दूसरे तो सिर्फ सुझाव दे सकते हैं। अच्छे मित्र बनाइए, अपनी नियत अच्छी रखिए। सफल बनने के लिए सामने वाले को ठीक प्रकार से सुनिए। उन्होंने कहा कि एक क्षण की सफलता बरसों की असफलता की कीमत दे देती है, लिहाजा अपनी असफलताओं से भी सीखो।
प्रो. नित्या ने विद्यार्थियों से कहा कि करिअर निर्माण में सकारात्मक विचार और सकारात्मक व्यक्तित्व का बहुत महत्व है। सकारात्मक व्यक्तित्व हमें भारतीय आध्यात्म चिन्तन द्वारा ही प्राप्त हो सकता है। उन्होंने छात्र-छात्राओं से कहा कि आपको शत-प्रतिशत सफल करिअर बनाना है तो भारतीय मनीषियों और भगवान श्रीकृष्ण के व्यक्तित्व के गुणों को अंगीकार करना होगा। उन्होंने कहा कि सफलता को हासिल करने के लिए पूरी लगन और मेहनत की आवश्यकता होती है।
रिसोर्स परसन ने कहा कि आज प्रत्येक विद्यार्थी सफलता प्राप्त करना चाहता है। चाहे कॉलेज हो या स्कूल या जीवन का कोई अन्य क्षेत्र व्यक्ति सबसे पहले सफलता चाहता है, जो सहज हाथ नहीं आने वाली। प्रो. नित्या ने कहा कि जीवन में सफलता का रास्ता बहुत कठिन है, लेकिन असम्भव कतई नहीं। प्रतिस्पर्धा की बात करें तो ये पहले भी थी, आज भी है, आगे भी रहेगी। बिना प्रतिस्पर्धा के जीवन नीरस लगता है। हालांकि हम अपने महापुरुषों राम-कृष्ण, गांधी, सुभाष समेत सभी ऋषि-मुनियों के जीव को देखें तो उन्हें भी नकारात्मक विचार और नकारात्मक शक्तियों से मुकाबला करना पड़ा। वही चीजें आज भी हैं जिनका मुकाबला हम आध्यात्मिक चिन्तन और व्यक्तित्व को सकारात्मकता की ओर मोड़कर कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि जीवन में थोड़ी सी नकारात्मकता आते ही हम रास्ता भटक जाते हैं और हम हिम्मत हार जाते हैं। सफलता की कुंजी आपको आध्यात्मिक व्यक्तित्वों और महापुरूषों के जीवन का आद्योपांत अध्ययन करके प्राप्त होगी। महापुरुषों के अनमोल विचारों तथा जीवन दर्शन में बहुत कुछ होता है बशर्ते हम उसे अंगीकार करें। जीवन में अच्छे-बुरे दोनों प्रकार के अनुभव याद रखें, सफलता तुम्हारा परिचय दुनिया से कराएगी और असफलता तुम्हें दुनिया का परिचय कराएगी। रिसोर्स परसन ने छात्र-छात्राओं को श्रीमद्भगवद्गीता के उद्धरणों से सफलता की गूढ़ बातें समझाईं। कार्यशाला में एमबीए विभाग के डॉ. अखिलेश गौर, योगेश तिवारी, पवन कुमार अग्रवाल, संध्या सिंह, वर्षा शर्मा, भरत गौतम एवं हरजीत आदि उपस्थित रहे। डॉ. विकास जैन ने पौधा भेंटकर रिसोर्स परसन का जहां स्वागत किया वहीं निदेशक डॉ. अभिषेक सिंह भदौरिया ने प्रो. नित्या का आभार माना।
संगी हॉस्पिटल के चिकित्सा अधिकारी पर पत्नी ने घरेलू विवाद को लेकर रिपोर्ट दर्ज कराई
मथुरा। हाईवे थाने क्षेत्र के अशोका सिटी निवासी संगी हॉस्पिटल के चिकित्सा अधिकारी पर उनकी पत्नी ने घरेलू विवाद को लेकर रिपोर्ट दर्ज कराई है। पत्नी ने गंभीर आरोप लगाए हैं। हाईवे थाना क्षेत्र के अशोका सिटी में रहने वालीं गरिमा अग्रवाल ने रिपोर्ट में बताया कि डॉ. राहुल सारस्वत के साथ 24 अप्रैल 2012 को उनकी शादी मंदिर में हुई थी। इसके बाद 17 जुलाई 2013 को सामूहिक पार्टी का आयोजन किया गया था। इसके उनके परिवार वालों ने करीब 11 लाख से अधिक का दहेज दिया था। आरोप है कि अन्य महिलाओं से संबंध की जानकारी होने पर पति ने मारना, पीटना व मानसिक प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। विरोध करने पर जान से मारने की धमकी देने लगे। साथ ही तलाक का दबाव बनाने लगे। पीड़िता ने हाईवे थाने में पति के खिलाफ दहेज एक्ट समेत घरेलू विवाद में रिपोर्ट दर्ज कराई है। थाना प्रभारी आनंद कुमार शाही ने बताया, मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू कर दी गई है।
प्रधानाचार्य एवं नोडल शिक्षकों का दो दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया
समग्र शिक्षा माध्यमिक के अंतर्गत जनपद स्तरीय राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्य एवं नोडल शिक्षकों का दो दिवसीय प्रशिक्षण 3 जनवरी 2025 को जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान मथुरा में आयोजित किया गया, प्रशिक्षण का शुभारंभ प्रशिक्षण संस्थान के प्रभारी संतोष कुमार द्वारा गम ज्ञान की देवी सरस्वती मां के समक्ष दीप प्रज्वलन करके किया गया उन्होंने समस्त प्रधानाचार्य एवं कैरियर गाइडेंस प्रोगाम के नोडल शिक्षकों को कैरियर मार्गदर्शन के विषय में बच्चों के ज्ञान संवर्धन के लिए कहा कि इसके माध्यम से हम बच्चों के भविष्य को स्वर सकते हैं और इस प्रशिक्षण से सिख अपने विद्यालय के छात्र-छात्राओं को लाभान्वित करेंगे कैरियर गाइडेंस का यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश सरकार यूनिसेफ के सौजन्य से बहुत ही छात्रों के भविष्य की दिशा में एक अग्रणी कम है इससे छात्राओं को अपना करियर चुनने में मदद मिलेगी वह क्षेत्र की प्रभारी एवं राज्य स्तरीय ट्रेनर कविता सक्सेना और नम्रता बरोलिया ने बताया कि इस प्रशिक्षण से जनपद के छात्र-छात्राएं लाभान्वित होंगे और उनको नवीन करियर चुनने में सहायता मिलेगी मास्टर ट्रेनर्स ने शासन के निर्देश अनुसार सभी को बारीकी से सभी बिंदुओं पर चर्चा की जिसमें स्वाद जागरूकता सा विकास समय प्रबंधन तनाव प्रबंधन टीमवर्क करियर के विकल्प आदि पर बारी-बारी से प्रकाश डाला साथ ही मोटिवेशनल वीडियो के माध्यम से उनका ज्ञान संवर्धन किया इस अवसर पर जिला विद्यालय निरीक्षक मथुरा रविंद्र कुमार ने भी समापन पर अपने उद्बोधन में करियर हेल्थ और रिलेशन प्रोग्राम पर जोर दिया साथ ही तनाव मुक्त करने के लिए योग करने के लिए भी प्रेरित किया l इस अवसर पर संस्थान के प्राचार्य राजेंद्र बाबू ने भी अपने संबोधन में कैरियर मार्गदर्शन की उपयोगिता पर प्रकाश डाला और कहा किस कार्यक्रम के माध्यम से हम अपने ज्ञान में वृद्धि कर अपने छात्र-छात्राओं के भविष्य को नए आयाम स्थापित करवा सकते हैं जो छात्र-छात्राएं हमारे आते हैं यदि हम उनके साथ भावनात्मक रूप से जुड़े और उनके योग्यता में वृद्धि के लिए उन्हें बताएं तो वह निश्चित रूप से अपने जीवन में नए करियर की संभावनाओं को तलाश कर लेंगे इस अवसर पर संस्थान से प्रभारी संतोष कुमार, विवेक कुमार, गौरव गुंजन, पूरन सिंह, संदेश कुमार, प्रमोद कुमार डॉ. अखिलेश यादव, रचना सिंह, सरोज यादव, डा. भारती पांडे और डॉ. अलका तिवारी आदि उपस्थित रहे l
आकाशवाणी बचाओ को मेल भरो आन्दोलन की तैयारी
- प्रसार भारती की अदूरदर्शिता नंबर बढ़ाने के चक्कर में गिरा रहे आकाशवाणी की साख
- रिले केन्द्र बनाने से विशेषज्ञ वार्ताकार कंपेयर एनाउंसर होंगे प्रभावित
- सुबह की सभा बंद करने की तैयारी
मथुरा। आकाशवाणी बचाओ का कोहराम आखिर क्यों मचा है। इसके पीछे कयी कारण हैं। प्रसार भारती के आला अफसरों की गलत नीतियां ही इसके लिए जिम्मेदार हैं। देश के करीब एक सैकड़ा केन्द्रों पर कार्यक्रम निर्माण का कार्य कैजुअल एनाउंसर -कंपेयर ही कर रहे हैं। प्रसार भरती तीन दशक बाद भी इन्हें किसी तरह का कर्मचारी नहीं मानती। अब इन्हें एसायनी बना दिया है। प्रबुद्ध तबके का काम और पारिश्रमिक भी कयी-कयी माह बाद दिया जाने लगा है। अब इस अभियान को मेल भरो आन्दोलन बनाया
उल्लेखनीय है कि प्रसार भारती की गलत नीतियां आकाशवाणी के अस्तित्व को खतरे में डाल रही हैं। छोटे -छोटे सैटअप से लोगों ने करोड़ों में पहुंच और संचालन हेतु धन का इंतजाम किया हुआ है वहीं मोटी तनख्वाह के मातहतों ने केन्द्रों को सफेद हाथी बना दिया है। प्रसार भारती के अफसर अब आकाशवाणी केन्द्रों की प्रातः कालीन सभा को रिले करने की तैयारी कर चुके हैं। उत्तर प्रदेश के सभी केन्द्र अध्यक्षों की मीटिंग 30 दिसंबर को लखनऊ में हो चुकी है। अफसर सुबह की सभा को लखनऊ – दिल्ली से प्रसारित (रिले)करने की तैयारी कर चुके हैं। इंजीनियरिंग स्टाफ जरूरत से ज्यादा होने के बाद भी रेडियो कार्यक्रम प्रसार भारती के ऐप पर कमी बार नहीं चलता और लोग सोए रहते हैं। सुबह की सभा रिले होने से केन्द्र के कुछ एसायनी कंपेयर व एनाउंसर की ड्यूटी कटेंगी वहीं परमानेंट प्रोग्राम सेक्शन के स्टाफ को आफिस समय से आने का झंझट नहीं रहेगा।
उत्तर प्रदेश के केन्द्रों को रिले केन्द्र बनाने के पीछे स्टाफ की कमी और हर केंद्र से चलने वाले फिल्म संगीत की रायल्टी की करीब 18 करोड़ की धनराशि बचाने का तर्क दिया जा रहा। सरकार के लिए इस धन की बचत बहुत बड़ी चीज नहीं लेकिन रेडियो से हर राज्य के विभिन्न क्षैत्रीय भाषा- शैली, लोक संस्कृति के संरक्षण का क्या होगा। लोक विधाओं का क्या होगा। छोटे छोटे इलाकों से अन्तर्राष्ट्रीय मंच तक पहुंचने का जज्बा क्षेत्रीय कलाकरों में कौनसा केन्द्र पैदा करेगा। यह कमी सवाल मुंह बाये खड़े हैं।
आकाशवाणी मथुरा के कैजुअल कंपेयर व एनाउंसर ने नववर्ष के पहले दिन तीन माह के बाकी भुगतान को तीन दिन में कराने की मुहिम छेड़ी। कमी केन्द्रों के ऊपर बनाये आगरा क्लस्टर हैड मयंक अग्रवाल को व्हाट्सअप मैसेज किए। यही मैसेज दर्जनों की तादाद में आईएनबी मिनिस्ट्री सचिव को मेल किए। गुरुवार को आगरा क्लस्टर हेड ने मथुरा केन्द्र का निरीक्षण किया।
विदित होकि पूर्व में अनुराग ठाकुर आकाशवाणी के कैजुअल कंपेयर व एनाउंसर के नियमितीकरण की बात सालों पूर्व लोकसभा में एक प्रश्न के जबाब में कह चुके हैं लेकिन प्रसार भारती 95 फीसदी कार्यक्रम निर्माण का काम कर रहे कैजुअल एनाउंसर -कंपेयर के हकौं पर ताबड़तोड़ डाका डाल रही है। अब उक्त लोग मिनिस्टर को मेल भेजो आन्दोलन की तैयारी कर रहे हैं। आगामी एक हफ्ते में देशभर से तीन से चार हजार मेल भेजे जाएंगे। विभिन्न केन्द्रों की यूनियनों से संपर्क किया जा रहा है। श्रोता, कलाकार और समाज के प्रबुद्ध तबके को भी आकाशवाणी बचाओ अभियान में जोड़ा जा रहा है। इस अभियान में जनप्रतिनिधियों के अलावा प्रबुद्धजन भी जुड़ रहे हैं। अभियान में संजय सारस्वत,मनीष श्रीवास्तव, दिलीप कुमार यादव, देवराज दीक्षित, ब्रज भूषण चतुर्वेदी, अंशुल शर्मा, पुष्पेंद्र एडवोकेट, विनोद चतुर्वेदी, अनुराग पाण्डेय, जितेन्द्र, मृणालिनी दीक्षित, उषा पाण्डेय, रश्मी शर्मा, दुर्गेश, खूशबू, दीपिका शर्मा, ममता रानी सहित करीब 50 लोग सतत संघर्षरत हैं।
मथुरा – परचून की दुकान में आग लगने से लाखों का सामान स्वाहा
मथुरा में एक परचून की दुकान में आग लग गई। आग लगने की सूचना पर पहुंची दमकल ने आग पर काबू पाया लेकिन तब तक दुकान में रखा सारा सामान जलकर खाक हो गया, थाना कोतवाली के अंतर्गत बीएसए कॉलेज के समीप प्रोफेसर कॉलोनी में शॉर्ट सर्किट के चलते एक परचून की दुकान में भीषण आग लग गई। दुकान स्वामी नीलेश गुप्ता ने बताया कि उनकी नीलेश ट्रेडर्स के नाम से प्रोफेसर कॉलोनी में परचून की दुकान हैं। शुक्रवार की देर शाम वह रोजाना की तरह दुकान बंद कर घर चले गए थे। रात को घर पर खाना खाकर सो गए।
रात को करीब 3 बजे उनकी दुकान के ऊपर रह रहे छात्र उनके घर पहुँचे और बताया कि उनकी दुकान में आग लग गई हैं। इस सूचना पर वह भागकर आये तो देखा कि उनकी दुकान में भीषण आग लगी है और आग की ऊँची-ऊँची लपटें दिखाई दे रही थीं। दुकान स्वामी नीलेश ने आग लगने की सूचना दमकल विभाग को दी, दुकान में लगी आग को देख आसपास के लोगों में भी भय व्याप्त हो गया और लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल कर आ गए।
आग को देखने के लिए काफी लोगों के भीड़ एकत्रित हो गई। निलेश ने बताया कि दमकल विभाग को सूचना देने के बावजूद करीब 1 घंटे देरी से पहुंची। दमकल की गाड़ी ने पहुंचते ही दुकान में लगी आग पर पानी की बौछार मारना शुरू कर दिया और करीब 1 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया लेकिन नीलेश का कहना था कि दमकल की गाड़ी आई तब तक उनकी दुकान में रखा सारा सामान जलकर खाक हो गया। जिसमें उनके करीब 25 से 30 लाख रुपए का नुकसान हुआ है।