Wednesday, December 24, 2025
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कोसीकलां – दादर एक्सप्रेस से यात्री ने सीट विवाद में यात्री को फेंका

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दादर अमृतसर एक्सप्रेस के सामान्य कोच में सीट को लेकर यात्रियों में शनिवार रविवार की मध्य रात्रि दो यात्रियों में विवाद हो गया। गांव कोटवन के समीप एक यात्री को दूसरे यात्री ने धक्का दे दिया। जिससे गाड़ी में कोहराम मच गया। आरपीएफ की टीम ने घायल को गंभीर हालत में उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे आगरा के लिए रेफर कर दिया। उधर यात्रियों ने आरोपी युवक को पकड़कर पलवल आरपीएफ के हवाले कर दिया। रात्रि में करीब डेढ़ बजे आगरा से दिल्ली की ओर जाने वाली 11057 दादर अमृतसर एक्सप्रेस ट्रेन के सामान्य कोच में यात्रियों के बीच सीट पर बैठने को लेकर विवाद हो गया। पुलिस के अनुसार घायल ने बताया कि झगडे़ के बाद युवक ट्रेन के गेट पर जाकर खड़ा हो गया। आरोप है कि जब ट्रेन गांव कोटवन के पास से गुजर रही थी तभी आरोपी युवक ने उसे धक्का दे दिया। जिससे वह गिर कर घायल हो गया।यात्रियों ने युवक के ट्रेन से गिरने की सूचना रेलवे हेल्प लाइन के माध्यम से आरपीएफ को दी। इंस्पेक्टर गिर्राज सिंह, उपनिरीक्षक निति सिंह, हेड कांस्टेबिल उदल सिंह, हरेंद्र सिंह की टीम रेलवे ट्रैक पर पहुंच गई। टीम ने पेट्रोलिंग करके घायल युवक खोज लिया। रेलवे पुलिस आरपीएफ इंस्पेक्टर के अनुसार घायल युवक का नाम असलम बेग 24 वर्ष पुत्र इस्लाम बेग निवासी कश्मीरी गेट नई दिल्ली बताया गया है। सीएचसी प्रभारी गिरेंद्रपाल सिंह ने बताया कि घायल की गंभीर हालत को देखते हुए उसे आगरा रेफर कर दिया गया। उधर ट्रेन में सवार यात्रियों ने घटना को अंजाम देने वाले यात्री युवक को रैलबे की आरपीएफ पलवल के सुपुर्द कर दिया। जो कि विजय पुत्र सोनपाल निवासी गांव कमसरा, हसायन हाथरस का है। आरपीएफ पुलिस ने बताया पूछताछ चल रही है। सूचना के बाद घायल असलम बेग के परिजन अस्पताल पहुंच गए। घटना के बाद से ही आरपीएफ पुलिस में हड़कंप मच गया है। जिसने ट्रेनों में चेकिंग में तेजी शुरू कर दी है।

ब्रज में छिपी प्रतिभाओं को सामने लाना स्वीटी ब्रज वारियर्स का लक्ष्य

  • एमआर ग्रुप की स्वीटी ब्रज वारियर्स की टीम लखनऊ में आयोजित होने वाले टेनिस बॉल टूर्नामेंट में करेगी प्रतिभाग

मथुरा : उड़ने की ठान लो तो आसमां भी कुछ नहीं…जी हां यह पंक्तियां एमआर गु्रप पर सटीक बैठती हैं। ब्रज से शुरूआत कर पूरे देश में स्वीटी सुपारी की महक बिखरने के बाद अब स्वीटी ब्रज वारियर्स ने ब्रजवासियों में छिपी प्रतिभा को निखारने का लक्ष्य का ठाना है।

विदित रहे कि एमआर ग्रुप की टेनिस बॉल क्रिकेट टीम स्वीटी ब्रज वारियर्स की शुरूआत पिछले वर्ष हुई है। टीम और टीम में शामिल खिलाड़ियों से छात्र-छात्राओं को रूबरू कराने के लिए जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा में आयोजित ‘आगाज‘ कार्यक्रम में एमआर ग्रुप के चेयरमैन सुनील अग्रवाल, प्रबंध निदेशक तथा स्वीटी ब्रज वारियर्स टीम के को-फाउंडर लव कुमार बंसल एवं नंदिनी बंसल अपनी टीम के साथ पहुंचे।

लव बंसल ने छात्र-छात्राओं को स्वीटी ब्रज वारियर्स के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 13 से 22 फरवरी तक लखनऊ में आयोजित होने जा रही गैलेंट एलएलसीटेन10 में टीमों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा होने वाली है, क्योंकि लीग में अब स्वीटी बाई एमआर ग्रुप की टीम ब्रज वॉरियर्स भी शामिल हो गई है, जिसके मेंटर पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह हैं।

लव बंसल ने कहा कि इस लीग के माध्यम से हम ब्रज मंडल के युवाओं को खेल की भावना के साथ आगे बढ़ने का मंच प्रदान कर रहे हैं। यह हमारे लिए गौरव का विषय है भगवान श्रीकृष्ण की नगरी की टीम के कप्तान कृष्णा हैं। लीग का आयोजन करने वाले अमर उजाला और लीजेंड्स लीग क्रिकेट ने हमें यह मौका दिया। हम न केवल खेल के प्रति जुनून के साथ प्रतिस्पर्धा करेंगे, बल्कि मैदान और मैदान के बाहर प्रशंसकों को एक अविस्मरणीय अनुभव देने के लिए भी प्रतिबद्ध हैं।

मथुरा-वृंदावन का गौरव बढ़ाएगी ब्रज वॉरियर्स

ब्रज मंडल के युवाओं से अपील करते हुए बंसल ने कहा कि मैं सभी युवाओं से अनुरोध करता हूं कि वे इस लीग में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और ब्रज वॉरियर्स को विजेता बनाने का संकल्प लें। यह टीम मथुरा और वृंदावन के गौरव को राष्ट्रीय स्तर पर लेकर जाएगी। यह लीग युवाओं को अपने हुनर का प्रदर्शन करने और खेल में एक नई पहचान बनाने का शानदार मौका है।

जीएलए में आयोजित कार्यक्रम के अवसर पर जीएलए के सीईओ नीरज अग्रवाल, राधिका अग्रवाल, ब्रज वारियर्स टीम के कप्तान कृष्णा गवाली, उपकप्तान जयदीप डोयला अपनी टीम के साथ उपस्थित रहे।

जीएलए ग्रेनो कैंपस में एआई और स्टार्टअप इकोसिस्टम पर हुआ व्याख्यान

ग्रेटर नोएडा : जीएलए यूनिवर्सिटी, ग्रेटर नोएडा ऑफ कैंपस में वेब3 आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मेटावर्स और स्टार्टअप इकोसिस्टम पर एक अतिथि व्याख्यान आयोजित किया गया। एआई और ब्लॉकचेन की परिवर्तनकारी भूमिका पर जोर दिया और उभरते तकनीकी परिदृश्य को नेविगेट करने में रणनीतिक अंतर्दृष्टि प्रदान की।

व्याख्यान में छात्रों को फ्लुगेल्सॉफ्ट समूह के अध्यक्ष और ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी और एआई में एक सम्मानित सलाहकार हतीबरुआ ने उभरती प्रौद्योगिकियों और उद्यमिता के भविष्य में अपनी गहरी अंतर्दृष्टि से छात्रों और शिक्षकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

अपने मुख्य व्याख्यान के दौरान हातिबरुआ ने उद्योगों को नया आकार देने में एआई और ब्लॉकचेन की परिवर्तनकारी भूमिका पर जोर दिया और उभरते तकनीकी परिदृश्य को नेविगेट करने में रणनीतिक अंतर्दृष्टि प्रदान की। उनके इंटरैक्टिव सत्र ने छात्रों को नवाचार अपनाने, डिजिटल टूल का लाभ उठाने और विकसित हो रहे वेब3 पारिस्थितिकी तंत्र में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया।

जीएलए विश्वविद्यालय ऑफ कैंपस के सीएसई विभाग के एसोसिएट प्रमुख डॉ. सुनील शर्मा ने प्रौद्योगिकी और स्टार्टअप समुदाय में हातिबरुआ के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि “उनकी यात्रा ने हमारे छात्रों के बीच नवाचार की भावना को प्रज्वलित किया है और अत्याधुनिक अनुसंधान और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए जीएलए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को मजबूत किया है।“

इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर हिमांशु शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम का समापन एक पैनल चर्चा के साथ हुआ, जहां संकाय और छात्रों ने एआई-संचालित बिजनेस मॉडल से लेकर वित्तीय क्षेत्र पर ब्लॉकचेन के प्रभाव तक के विषयों पर हातिबरुआ के साथ बातचीत की।
प्रतिकुलपति प्रो. दिवाकर भारद्वाज ने बताया कि विद्यार्थियों के शिक्षा के साथ विशेषज्ञों के माध्यम से तकनीकी जानकारी मिले इसके लिए ऐसे व्याख्यान आयोजित कराये जा रहे हैं।

सुंदरकांड के साथ सम्पन्न हुआ हनुमान प्रसाद धानुका सरस्वती बालिका विद्या मंदिर का आशीर्वाद समारोह

वृंदावन। हनुमान प्रसाद धानुका सरस्वती बालिका विद्या मंदिर में कक्षा 10 वीं और 12 वीं के विद्यार्थियों के लिए एक भावुक और उल्लासपूर्ण आशीर्वाद समारोह का आयोजन किया गया। समारोह का प्रारम्भ मुख्य अतिथि आचार्य मृदुल कांत शास्त्री व सिटी कॉर्डिनेटर, सीबीएसई अनिल यदुवंशी
ने माँ सरस्वती के चित्रपट के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया।

मृदुल कांत शास्त्री व अनिल यदुवंशी ने संयुक्त रूप से छात्राओं को आशीर्वचन देते हुए कहा कि हमें अपने लक्ष्य और स्वयं को बड़ा बनाना है। सकारात्मक सोच, समय, स्वास्थ्य, स्मरणशक्ति व गुणों में श्रेष्ठ बनना है। शिक्षा सिर्फ परीक्षा पास करने तक सीमित नहीं होती बल्कि यह जीवन के हर क्षेत्र में मार्गदर्शन करती है।

सुंदरकांड व वैदिक मंत्रोच्चार के पाठ से छात्राओं को परिश्रम, अनुशासन व आत्मनिर्भरता, बल, बुद्धि आदि गुणों को आत्मसात कर हनुमान जी की वंदना की गई। विद्यालय द्वारा छात्राओं को स्मृति चिन्ह भेंट किये गये। संगीत, नृत्य और कविता पाठ ने पूरे वातावरण को भावनात्मक बना दिया। अनुभव साझा करने के साथ छात्राओं ने विद्यालय में बिताये अपने पुराने दिनों को याद किया। कार्यक्रम का संचालन 11 वीं कक्षा की छात्राओं युविषा गुलाटी, कविता, हर्षिता आदि ने किया।

इस अवसर पर प‌द्मनाभ गोस्वामी, विश्वनाथ गुप्ता, उमेश शर्मा, रेखा माहेश्वरी, कमल खण्डेलवाल, भरत शर्मा, प्रधानाचार्य डॉ अंजू सूद ने छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

श्रद्धावान व्यक्ति ही ज्ञान को प्राप्त होता है : गोविंदानंद

  • परमेश्वरी देवी धानुका विद्यालय में आयोजित हुआ आशीर्वाद समारोह
  • छात्रों ने लगाई वृंदावन की पंचकोसीय परिक्रमा

वृंदावन। परमेश्वरी देवी धानुका सरस्वती विद्या मंदिर की कक्षा दशम और द्वादश के छात्रों का आशीर्वाद समारोह उत्साह पूर्वक संपन्न हुआ। समारोह के प्रथम चरण में प्रातः काल सभी छात्रों ने मां सरस्वती के चरणों में प्रणाम करके पारंपरिक रूप से वृंदावन धाम की परिक्रमा के लिए प्रस्थान किया विद्यालय के प्रारंभ से ही यह परंपरा रही है। जब कक्षा द्वादश और दशम के विद्यार्थी ठाकुर श्री बांके बिहारी जी का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए एवं श्री वृंदावन की अधिष्ठात्री राधा रानी की कृपा प्राप्त करने के लिए श्री वृंदावन धाम की परिक्रमा लगाते हैं।
विद्यालय के सभी छात्रों ने आचार्य बंधुओं की सद प्रेरणा से ठाकुर श्री बांके बिहारी लाल की जय घोष के साथ इस परिक्रमा का शुभारंभ किया। इसके पश्चात विद्यालय में आयोजित द्वितीय चरण में अतिथियों की उपस्थिति में आशीर्वाद समारोह का आयोजन किया गया। सेवा मंगलम संस्थान के अध्यक्ष स्वामी गोविंदानंद तीर्थ ने बालकों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि श्रद्धावान व्यक्ति ही ज्ञान को प्राप्त होता है और स्वस्थ्य शरीर मन और आत्मा का सम्मिलन ही श्रेष्ठ नागरिक का निर्माण करता है।परमज्ञान की आधार भूमि को निर्मित करने वाले आचार्य सदैव आदरणीय और उनके प्रति आस्था रखकर ही विद्यार्थी जीवन के सत्य को प्राप्त कर पाता है।
विद्यालय के प्रबंधक शिवेन्द्र गौतम ने कहा कि राष्ट्र रक्षा का बल हमारे छात्र जीवन में हमारे हृदय में अंकुरित होना ही चाहिए और विद्या भारती विद्यालयों की परंपरा का पालन करते हुए यह शक्ति जो हमारे अंदर प्रसुप्त पड़ी है उसे जागृत करना भी हम सब का दायित्व है। हम एक गौरवशाली परंपरा का आधार हैं और इसे आगे ले जाने का दायित्व भी हमारा है।
आचार्य कपीश्वर कृष्ण ने छात्रों को परीक्षा हेतु आवश्यक सावधानियां बरतने और अपनी तैयारी को अत्यधिक प्रभाव शाली बनाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण संकेत दिए। उप प्रधानाचार्य ओम प्रकाश शर्मा ने कहा कि अनुशासन एवं श्रद्धा को हृदय में धारण करते हुए इस परीक्षा रूपी यज्ञ में अपने कर्म की आहुति देंगे तो इसका परिणाम आनंददायक ही प्राप्त होगा। आचार्य देवेंद्र गौतम ने अतिथियों का परिचय प्रस्तुत करते हुए स्वागत किया एवं समारोह का संचालन हिंदी विभाग प्रमुख आचार्य रविंद्र पांडे द्वारा किया गया।

टैग 2024 टीचर्स अवार्ड मेंवी. पी. एस ने लहराया परचम

  • मेकिंग अ डिफरेंस : स्पोर्ट्स क्षेत्र में वी. पी. एस की शिवानी वर्मा ने जीता प्रथम स्थान, 15 हज़ार नगद पुरुस्कार

वृंदावन। शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट और समर्पण का महत्व केवल छात्र के भविष्य के निर्माण तक ही सीमित नहीं है बल्कि समाज और राष्ट्र के विकास के आधार हैं शिक्षक। इसी क्रम में गोरखपुर में आयोजित टीचर्स अवार्ड गोरखपुर में वृंदावन पब्लिक स्कूल के शिक्षकों को मरियन फाउंडेशन द्वारा आयोजित टीचर्स अवार्ड गोरखपुर उत्तर प्रदेश 2024 में एडमिनिस्ट्रेशन और स्पोर्ट्स श्रेणी में मेकिंग द डिफरेंस के तहत श्रेष्ठ तीन फाइनलिस्ट के रूप में चुना गया। इस उपलब्धि में स्कूल की प्रधानाचार्य कृति शर्मा को मेकिंग द डिफरेंस एडमिनिस्ट्रेशन श्रेणी में टॉप 3 में स्थान प्राप्त होने पर प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।

वहीं खेल जगत : मेकिंग द डिफरेंस श्रेणी में मिस शिवानी वर्मा ने प्रथम स्थान प्राप्त कर 15000 रुपए नगद पुरस्कार जीता। उन्हें संस्था द्वारा प्रशस्ति पत्र, ट्रॉफी एवं नगद पुरुस्कार प्रदान किया गया। उल्लेखनीय है कि इस समारोह में 65+ विद्यालयों ने इसमें प्रतिभाग किया था यह सम्मान वीपीएस के शिक्षकों की कड़ी मेहनत, उत्कृष्टता और समर्पण का प्रमाण है। जो इस बात को चरितार्थ करता है कि वृंदावन पब्लिक स्कूल गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हेतु प्रतिबद्ध है। इस कार्यक्रम का आयोजन सेंट पॉल स्कूल गोरखपुर में किया गया।
विद्यालय के निदेशक शिक्षाविद डॉक्टर ओम जी ने वी. पी. एस के शिक्षकों व समस्त टीम को इस शानदार गौरवशाली उपलब्धि के लिए हार्दिक शुभकामनाएं दी और इस अद्भुत यात्रा का हिस्सा बनने वाले शिक्षकों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि वी पी एस शिक्षा के क्षेत्र में इसी तरह उत्कृष्टता की ओर हमेशा आगे बढ़ता रहे। इस गौरवमयी उपलब्धि के बाद समस्त वीपीएस परिवार में हर्ष की लहर दौड़ पड़ी जिसे एक दूसरे को मिठाई खिलाकर उन्होंने साझा किया।

संस्कृति विवि में उत्साह के साथ मनाया गया वसंत उत्सव

मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय में ज्ञान, विद्या की देवी सरस्वती और वसंत के आगमन पर वसंत उत्सव का आयोजन किया गया। इस मौके पर अनेक आयोजन किये गए जिसमें विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत किए गए नृत्य और पतंगबाजी विशेष आकर्षण का विषय बने। कार्यक्रमों में छात्रों और संकाय सदस्यों की उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी गई।
संस्कृति स्कूल आफ एजूकेशन के तत्वाधान में विवि के सभागार में कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई। ज्ञान की देवी मां सरस्वती के आशीर्वाद का आह्वान करते हुए विद्यार्थियों ने वंदना की। उत्सव में बीएबीएड के विद्यार्थी प्रियांशु और अनामिका ने आकर्षक शास्त्रीय शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुत किया। छात्राएं गौरांगी, कविता, शिव, संध्या, हेमंत, वंशिका ने ने कविता, श्लोकों का पाठ कर श्रोताओं का दिल जीत लिया। कार्यक्रम का संचालन छात्रा उर्वशी और छात्र संजीव ने किया। कार्यक्रम के सभी पलों को छात्र शिवा ने अपने कैमरे में कैद किया। स्कूल ऑफ एजुकेशन के डीन डॉ. रैनू गुप्ता, डा.आशीष सिंह चौहान एवं अन्य संकाय सदस्यों ने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम के सफल आयोजन में डॉ. पूनम गुप्ता और सुश्री शुभ्रा ने विशेष प्रयास किए। इस अवसर पर, संकाय सदस्य पुष्पेंद्र ने बसंत पंचमी के शैक्षणिक और सांस्कृतिक महत्व पर बहुमूल्य अंतर्दृष्टि साझा की। समारोह का समापन सुश्री शुभ्रा पांडे द्वारा दिए गए धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ, जिसमें गणमान्य व्यक्तियों, संकाय सदस्यों और छात्रों को उनके अमूल्य योगदान के लिए आभार व्यक्त किया गया। वहीं विवि के मैदान में वसंत पंचमी के अवसर पर पतंगबाजी का आयोजन स्टूडेंट वेलफेयर विभाग के डीन डा. डीएस तोमर और डा. फहीम अख्तर के देखरेख में किया गया जिसमें अनेक विद्यार्थियों ने भाग लेकर भरपूर मनोरंजन किया।

जीएल बजाज में छात्र-छात्राओं को दी कृत्रिम बुद्धिमत्ता की जानकारी

  • एआई की गूढ़ बातें समझ, शैक्षिक व्यवस्थाएं देखीं

मथुरा। जीएल बजाज ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस मथुरा के कम्प्यूटर साइंस एण्ड इंजीनियरिंग विभाग द्वारा आयोजित एआई एक्सप्लोरिका 2025 कार्यक्रम में विशेषज्ञों द्वारा सरस्वती विद्या मंदिर, छाता और अमर ज्योति इंटर कॉलेज, नरी-सेमरी के छात्र-छात्राओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) के प्रति जागरूक किया गया। विशेषज्ञों ने छात्र-छात्राओं को बताया कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) व्यापक रूप से उन कम्यू्तटर प्रणालियों को संदर्भित करती है जिन्हें ऐसे कार्यों को पूरा करने के लिए डिजाइन किया गया है जिनमें आमतौर पर मानव बुद्धि की आवश्यकता होती है।
एआई एक्सप्लोरिका कार्यक्रम में एआई जागरूकता सत्र, प्रोजेक्ट प्रदर्शनी, कैम्पस भ्रमण और एआई क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इससे छात्र-छात्राओं को एआई की अवधारणाओं को न केवल समझने बल्कि व्यावहारिक रूप से अनुभव करने का भी अवसर मिला। संस्थान की निदेशक प्रो. नीता अवस्थी ने छात्र-छात्राओं को बताया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक प्रकार की कृत्रिम बुद्धिमत्ता है। ऐसे बहुत से अनुप्रयोग और उपकरण हैं जो सलाह देने या ऐसी सामग्री बनाने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग करते हैं जो आपके अध्ययन में भी उपयोगी हो सकती है लेकिन आपके लिए यह समझना महत्वपूर्ण है कि इनका जिम्मेदारी और नैतिक रूप से उपयोग कैसे किया जाए, साथ ही यह भी कि कब एआई का उपयोग करना उचित नहीं है।
प्रो. अवस्थी ने कहा कि हर तकनीक की जहां अच्छाइयां होती हैं वहीं कुछ त्रुटियों से इंकार नहीं किया जा सकता लिहाजा तकनीक का प्रयोग हमेशा सोच-समझकर किया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से आकलन आसान लग सकता है, लेकिन इन उपकरणों का इस्तेमाल करके अपने लिए सारे काम करवाना आपकी पढ़ाई और करियर के लिए नुकसानदेह साबित होगा। इस बात की भी कोई गारंटी नहीं है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा तैयार की गई कोई भी सामग्री विश्वसनीय, सत्य, सही या आकलन कार्य को पास करने के लिए पर्याप्त मानक की है।
एआई एक्सप्लोरिका कार्यक्रम की सभी गतिविधियों में हिस्सा लेते हुए छात्र-छात्राओं ने इस क्षेत्र को करियर विकल्प के रूप में अपनाने के प्रति रुचि दिखाई। सरस्वती विद्या मंदिर, छाता और अमर ज्योति इंटर कॉलेज, नरी-सेमरी के शिक्षकों ने जीएल बजाज संस्थान की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे शैक्षिक कार्यक्रमों से भविष्य के नवाचारियों और तकनीकी विशेषज्ञों को विकसित करने में मदद मिलेगी। कार्यक्रम के समन्वय डॉ. रामाकांत विभागाध्यक्ष सीएसई, सह-समन्वयक सोनिया चौधरी, डॉ. भोले सिंह, डॉ. सुरजीत, रामदर्शन सारस्वत आदि ने अतिथि छात्र-छात्राओं का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि कोई भी लक्ष्य असम्भव नहीं बशर्ते उसे हासिल करने का प्रयास पूरे मनोयोग से किया जाए। कार्यक्रम का संचालन बी.टेक द्वितीय वर्ष के छात्र याज्ञनिक शर्मा और कुणाल माहेश्वरी ने किया।

संस्कृति विवि में हुआ सूर्यनमस्कार और स्वास्थ पर उपयोगी चर्चा

मथुरा। संस्कृति योगा एंड फिटनेस क्लब द्वारा सूर्य नमस्कार दिवस मनाया गया। इस मौके पर एक कार्यशाला भी आयोजित की गयी जिसमें डाइजेस्टिव हेल्थ और हेल्दी डाइट को लेकर उपयोगी जानकारी देकर सबको अच्छे स्वास्थ्य के लिए जागरूक किया गया। दोनों ही कार्यक्रमों को विद्यार्थियों ने बड़ी संख्या में भाग लेकर सफल बनाया।
संस्कृति विश्वविद्यालय के मैदान में सूर्य नमस्कार का आयोजन प्रातः आठ बजे से किया गया। सूर्य नमस्कार के लाभों के बारे में जागरूकता पैदा करने और छात्राओं को प्रतिदिन सूर्य नमस्कार का अभ्यास करने और इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से यह आयोजन पांच फरवरी को सूर्य नमस्कार दिवस के रूप में मनाया गया। संस्कृति आयुर्वेद कालेज के डा. वंश ने सूर्य नमस्कार का महत्व बताते हुए कहा कि हमारे देश में वैदिक काल से ही इसकी महती मान्यता है। इसे सर्वश्रेष्ठ आसन कहा जाता है, जो न केवल शरीर और मन को संतुलित करने में मदद करता है, बल्कि तंत्रिका तंत्र, त्वचा, मांसपेशियों, पाचन तंत्र, संचार प्रणाली को भी मजबूत करता है, वजन घटाने में मदद करता है और याददाश्त बढ़ाता है। सूर्य नमस्कार का अभ्यास सांस, मंत्र और एकाग्रता के साथ किया जाना चाहिए। सूर्य नमस्कार में कुल 12 आसन होते हैं, जैसे प्रणामासन, हस्त उत्तानासन, हस्त पादासन, अश्व संचालनासन, पर्वतासन, अष्टांग नमस्कार, भुजंगासन, अधो मुख श्वानासन, अश्व संचालनासन, हस्तपादासन, हस्तउत्तानासन, ताड़ासन।
संस्कृति विश्वविद्यालय के मुख्य मैदान पर प्रशिक्षित शिक्षकों के निर्देशन में लगभग दो सौ से अधिक विद्यार्थियों ने सूर्य नमस्कार के साथ अनुलोम-विलोम, भांमरी प्रणायाम किया। सूर्यनमस्कार और प्राणायाम करने वालों में विद्यार्थियों के अलावा संस्कृति आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा.एम. मोहनन, विभागाध्यक्ष, स्टूडेंट वेलफेयर विभाग के डीन डा.डीएस तोमर,डा. तनुश्री, डा. स्नेहा, आशीष भी मौजूद थे। कार्यक्रम में सहयोग देने वाले विद्यार्थियों में हीरामनी तनवर, देवांशु, इशिता, कुमोदनी, कृष्णा, प्रज्ज्वल, छवि आदि थीं।
इसी दिन संस्कृति विवि के सभागार में विशेषज्ञ वक्ताओं ने पाचन तंत्र और स्वास्थवर्धक भोजन के विषय में विस्तार से बताया। वक्ताओं ने पीपीटी के माध्यम से बताया कि गलत आहार लेने से क्या-क्या परेशानियां और बीमारियां हो सकती हैं। यह भी बताया कि हमारे स्वस्थ जीवन के लिए कैसा और कितना आहार लेना जरूरी है। कार्यक्रम के दौरान योगासन और प्राणायाम के लाभ भी बताये गये। कार्यक्रम का शुभारंभ विवि के कुलपति प्रो.बीएम चेट्टी ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया। कार्यक्रम में कुलपति के अलावा डा. तनुश्री, डा.स्नेहा, डा.अनिधि, डा.ऋचा, डा. वंश, डा.इशिता ने उपयोगी जानकारियां दीं।

रामकिशोर जी का अवतरण दिवस ९ को

विजय गुप्ता की कलम से

     मथुरा। मथुरा में उच्च शिक्षा के जनक डॉ. रामकिशोर अग्रवाल का अवतरण दिवस 9 फरवरी इतवार को धूमधाम से मनाया जाएगा। उनके जन्मोत्सव को लेकर के.डी. मेडिकल कॉलेज व आर. के. ग्रुप के अन्य सभी संस्थानों में उत्साह का माहौल है।
     वृंदावन के प्रतिष्ठित स्व. हरिदास अग्रवाल और कांति देवी के घर में जन्मे डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने शिक्षा जगत में कदम एक साधारण शिक्षक के रूप में रखा और आज उन्होंने जो असाधारण मुकाम हासिल किया है वह अपने आप में बेमिसाल है। यहां तक पहुंचने के लिए उन्होंने लंबी तपस्या की है। सर्वप्रथम उन्होंने सहपऊ के एक सरकारी स्कूल में शिक्षक की नौकरी की। इसके लिए वे रोजाना मथुरा से बस द्वारा सादाबाद जाते और सादाबाद से साइकिल द्वारा सहपऊ पहुंचते। फिर शाम को वापस साइकिल द्वारा सादाबाद आना और सादाबाद से बस द्वारा मथुरा और फिर मथुरा से वृंदावन देर रात्रि तक लौटना यह इनकी दिनचर्या थी।
     पहले मथुरा में इंजीनियरिंग की शिक्षा न होने के कारण यहां के छात्र बाहर जाते थे। रामकिशोर जी के मन में यह कसक शुरू से ही थी। आगे चलकर उन्होंने सहपऊ की नौकरी छोड़ सर्राफा जगत में कदम रखा और बी.एस.ए. कॉलेज के मैनेजमेंट में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए बी.एस.ए. इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना की ताकि मथुरा के छात्र मथुरा में ही इंजीनियरिंग की शिक्षा ग्रहण कर सकें।
     इसके बाद तो रामकिशोर जी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा तथा विद्यालयों, महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों से लेकर मेडिकल कॉलेज तक की लाइन मथुरा से लेकर नोएडा तक खींच दी। इस सब जादुई करिश्मे के पीछे इनका विलक्षण दिमांग है। रामकिशोर जी की एक बात तो माननी पड़ेगी कि ये उड़ती चिड़िया के पर गिनने एवं बंद लिफाफे का मजमून भांपने की महारत हासिल किए हुए बहुत ऊंचे उस्ताज हैं। यदि यौं कहा जाय कि मजे हुए खिलाड़ी हैं तो गलत नहीं होगा।
     भजन, पूजन, साधु सेवा, भंडारे आदि का सिलसिला तो इनके यहां चलता ही रहता है। गऊ सेवा, बंदर, कुत्ते आदि अन्य पशु पक्षियों की सेवा इनकी दैनिक दिनचर्या है। इस सब में उनके स्वर्गीय माता-पिता हरिदास जी एवं कांति देवी की भी बड़ी रुचि थी। उनकी परंपरा को ये बखूबी निभा रहे हैं। ईश्वर इन्हें शतायु करें। रामकिशोर जी के संपर्क नंबर 9897400022 9897126000 हैं।