Thursday, December 25, 2025
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राजीव एकेडमी के छात्र-छात्राओं को दी बदलते रिक्रूटमेंट ट्रेंड्स की जानकारी

  • प्रत्येक एक्टिविटी पर फोकस कर बढ़ाएं व्यावहारिक ज्ञानः ऐश्वर्या भाटिया

मथुरा। भारत में तेजी से बदलते टेक्निकल सिनेरिओ के साथ, जॉब मार्केट भी लगातार डेवलप हो रहा है। नौकरी के ट्रेंड तेजी से बदल रहे हैं। कई नई नौकरियां आ रही हैं जबकि कुछ पुरानी नौकरियां धीरे-धीरे कम होती जा रही हैं। ऐसी स्थिति में छात्र-छात्राएं अपने-अपने प्रोजेक्ट तथा कक्षाध्ययन में मिले कार्य को ध्यानपूर्वक पूर्ण करते हुए प्रत्येक एक्टिविटी पर फोकस कर अपना व्यावहारिक ज्ञान बढ़ाएं ताकि उन्हें जॉब हासिल करने में कोई परेशानी न आए। यह बातें राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट के बीबीए विभाग द्वारा आयोजित रिक्रूटमेंट ट्रेंड्स शेपिंग इन 2025 विषय पर रिसोर्स परसन ऐश्वर्या भाटिया ने छात्र-छात्राओं बताईं।
रिक्रूटमेंट स्पेशलिस्ट ऐश्वर्या भाटिया ने छात्र-छात्राओं को बताया कि व्यापार जगत तेजी से विकसित हो रहा है लिहाजा हमें कम्पनियों की आवश्यकता के अनुरूप अपने आपको अपडेट रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि कुछ वर्षों पूर्व जो कार्य अच्छा था वह अब उतना कारगर नहीं रह गया है जिससे कम्पनियों के लिए समय से आगे रहने की दौड़ मुश्किल हो रही है। सुश्री भाटिया ने सभी छात्र-छात्राओं को सावधान करते हुए कहा कि वर्तमान समय में कारपोरेट जगत में बहुत प्रतिस्पर्धात्मक माहौल है, ऐसे में हमें हर पल चौकस रहने की जरूरत है।
रिसोर्स परसन ने कहा कि अब गिग अर्थव्यवस्था भी प्रचलन में है जिसके अन्तर्गत अधिकांश लोग फ्रीलांसर के रूप में अल्पकालिक अनुबंध पर काम करने को मजबूर हैं। आप गिग अर्थव्यवस्था की अद्वितीय गतिशीलता के साथ भर्ती रणनीतियों का लाभ उठा सकते हैं। आप सही कौशल और प्रशिक्षण प्राप्त करके अपनी प्रतिभा का प्रयोग करके अपने दीर्घकालिक करियर में चार चांद लगा सकते हैं। नौकरी चाहने वालों के लिए आज अनेकों विकल्प उपलब्ध हैं। जॉब मार्केट में कर्मचारी अनुभव शीर्ष प्रतिभाओं को आकर्षित करता है और उन्हें जॉब पर बनाए रखने के लिए भी महत्वपूर्ण है।
सुश्री भाटिया ने छात्र-छात्राओं से कहा कि आपको कम्पनी के मूल्य, कार्य व वातावरण आदि पर विशेष ध्यान देना है। इसके अनेक आयाम हैं जो नियोक्ता और कर्मचारी दोनों के लिए लाभप्रद हैं। मसलन, दिशा और उद्देश्य प्रदान करने के लिए स्पष्ट अपेक्षाएं निर्धारित करना, कर्मचारियों को अपने करियर में आगे बढ़ने में मदद के लिए विकास के अवसर पैदा करना, उनको मूल्यवान महसूस कराना, टीम-निर्माण को प्रोत्साहित करना, विविधता और समावेशन को बढ़ावा देना आदि आयामों पर ध्यान देकर कम्पनियां ऐसा माहौल बना सकती हैं जो कर्मचारियों को जोड़े रखने में मददगार होगा।
रिसोर्स परसन ने इस संदर्भ में सोशल मीडिया की शक्ति, उम्मीदवार के अनुभव को बढ़ाने के लिए एआई का उपयोग, अधिक विविध और समावेशी कार्यस्थल, वेतन, एयर स्विफ्ट के जरिए शीर्ष प्रतिभाओं की नियुक्ति आदि को भी महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग ऐसे ट्रेंड हैं जो जॉब मार्केट को शेप देते रहेंगे। उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट, डेटा साइंटिस्ट और हरित ऊर्जा विशेषज्ञों की मांग बढ़ रही है। इतना ही नहीं मैन्युफैक्चरिंग और अधोसंरचना के क्षेत्र में भी कुशल लोगों की बहुत कमी है। अंत में छात्र-छात्राओं ने रिसोर्स परसन से कई सवाल पूछे जिनके उन्होंने विस्तार से जवाब दिये।

लालों के लाल शंकर लाल

विजय गुप्ता की कलम से

     मथुरा। शंकर लाल खंडेलवाल लालों के भी लाल थे। भले ही उनको गौलोक वासी हुए अरसा हो चुका है किंतु उनके सद्कर्म आज भी उन्हें जीवित रखे हुए हैं।
     शंकर मिठाई वालों के नाम से प्रसिद्ध शंकर लाल जी बड़े ही विनम्र स्वभाव के थे। चहरे पर तेज और सौम्यता देखते ही बनती थी। ऊपर से अच्छा खासा डील डौल सौने में सुगंध का काम करता था।
     इस सबसे हटकर खास बात यह कि वे न सिर्फ अति धार्मिक और पूजा पाठी थे बल्कि सेवा भावी भी थे। गरीबों पर तो वे बेहद मेहरबान रहते थे। सर्दियों में अलाव जलवाना चाय का लंगर चलाना उनका शौक था। इसी प्रकार गर्मियों में शीतल पानी की प्याऊ चलती थी। गायों को हरा चारा खिलवाया जाता।
     इस सबसे अलग एक बात और वह यह कि अपनी मिठाई की दुकान में जो भी मिठाई बच जाती उसे मुफ्त में गरीबों को बटवा देते। वे भोले बाबा के अनन्य भक्त थे। प्रतिदिन रंगेश्वर महादेव की पूजा अर्चना किए बगैर कुछ भी ग्रहण नहीं करते। कोई भी असहाय जरूरतमंद उनके पास आ जाता वह खाली हाथ नहीं लौटता। अनगिनत गरीब कन्याओं की शादी कराने का सौभाग्य उनको मिला। इन सब बातों से भी ऊपर उठकर एक बात यह कि वे कभी अपनी इन सेवाओं का प्रसार प्रचार नहीं करते थे। उनकी इन महानताओं के कारण लोग उन्हें श्रद्धा और सम्मान की नजरों से देखते। अच्छी बात यह है कि शंकर लाल जी की परमार्थ वाली इन परंपराओं को उनके पुत्र गिरधारी लाल व अन्य भाई बखूबी निभा रहे हैं।
     शंकर लाल जी व उनके परिवारीजन समाज के लिए मिसाल हैं। आज के इस दूषित वातावरण में ऐसे परमार्थी लोग कलयुग में भी सतयुग का आभास कराते हैं। हम लोगों को शंकर लाल जी जैसे दुर्लभ व्यक्तित्व से प्रेरणा लेकर चौरासी लाख योनियों के बाद मिले इस मनुष्य जीवन को सार्थक बनाना चाहिए।

आर्थिक विकास को गति देती है उद्यमिताः प्रो. एस.पी. मिश्रा

  • जी.एल. बजाज में उद्यमिता, स्टार्टअप्स और नवाचार पर हुई मंत्रणा

मथुरा। उद्यमिता नवाचार को बढ़ावा देती है, आर्थिक विकास को गति देती है, रोजगार पैदा करती है तथा नए बाजार खोलती है। यह साहसिक विचारों को वास्तविकता में बदलने तथा लोगों को अपने-अपने समुदायों के लिए बेहतर भविष्य बनाने का सशक्त माध्यम है। यह बातें मुख्य अतिथि ए.के.टी.यू. इनोवेशन हब के सलाहकार प्रो. एस.पी. मिश्रा ने जी.एल. बजाज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, मथुरा के छात्र-छात्राओं को बताईं। उद्यमिता, स्टार्टअप्स और नवाचार पर आयोजित कार्यशाला का शुभारम्भ प्रो. एस.पी. मिश्रा तथा निदेशक प्रो. नीता अवस्थी द्वारा विद्या की आराध्य देवी मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर किया गया।
कार्यशाला में प्रो. मिश्रा ने छात्र-छात्राओं को बताया कि उद्यमी रचनात्मक दिमाग की तरह होते हैं जो बड़े सपने देखते हैं और उन सपनों को हकीकत में बदल देते हैं। वे ऐसे लोग हैं जो अलग तरह से सोचते हैं, ऐसे विचार लेकर आते हैं जो हमारे जीवन को कई तरह से बेहतर बनाते हैं। नई और बेहतर चीजों के लिए यह प्रयास दुनिया को रोमांचित और आगे बढ़ाता रहता है। उन्होंने कहा कि जब उद्यमी नए व्यवसाय शुरू करते हैं, तो वे आर्थिक विकास के चक्र को गति देते हैं जिससे सभी को लाभ होता है। अधिक व्यवसायों का मतलब है अधिक लेन-देन, नौकरियां और अंततः अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलना।
प्रो. नीता अवस्थी ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि हर बार जब कोई नया व्यवसाय शुरू होता है, तो यह सिर्फ एक सपना ही नहीं होता जो सच होता है बल्कि नए रोजगार के अवसरों का भी जन्म होता है। ये नौकरियां इसलिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि ये लोगों को जीविकोपार्जन का एक जरिया प्रदान करती हैं, जिससे बेरोजगारी कम करने और अर्थव्यवस्था को सहारा देने में मदद मिलती है।
यह कार्यशाला संस्थान के इनोवेशन काउंसिल द्वारा आयोजित की गई, जिसमें बीहाइव, संस्थान की इनोवेशन सेल ने सक्रिय सहयोग प्रदान किया। बीहाइव के संयोजक प्रो. बृजेश कुमार उमर और बीहाइव के उपाध्यक्ष एवं एमबीए विभागाध्यक्ष डॉ. शशि शेखर ने इस कार्यक्रम की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। संकाय समन्वयकों विवेक भारद्वाज और राधा रमण ने आवश्यक मार्गदर्शन और सहयोग प्रदान किया। छात्र समन्वयकों याज्ञनिक शर्मा, प्रतीक सिंह, रौनक शिवहरे, शिप्रा सिंह, हिमांशु राठौर, अमित सिंह, राधिका मित्तल और समीक्षा ने उत्कृष्ट नेतृत्व और संगठनात्मक कौशल का प्रदर्शन किया।
जी.एल. बजाज, मथुरा के आई.आई.सी. के उपाध्यक्ष डॉ. शशि शेखर ने मुख्य अतिथि प्रो. एस.पी. मिश्रा का पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया। कार्यशाला के समापन अवसर पर संस्थान की निदेशक प्रो. नीता अवस्थी ने अतिथि वक्ता प्रो. मिश्रा का स्मृति चिह्न भेंटकर छात्र-छात्राओं को बहुमूल्य समय देने के लिए आभार माना।

संस्कृति विवि में जोश-खरोश के साथ मना 76वां गणतंत्र दिवस

मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय में पूरे जोश-खरोश के साथ देश का 76वां गणतंत्र दिवस मनाया गया। इस मौके पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर प्रो.बीएम चेट्टी ने झंडारोहण किया और शिक्षकों व विद्यार्थियों ने देशभकक्ति के गगनभेदी नारे लगाकर वातावरण गुंजायमान कर दिया।
संस्कृति विवि के शिक्षकों और विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कुलपति प्रो. बीएम चेट्टी ने कहा कि स्वराज का नारा बाल गंगाधर तिलक ने दिया। उसी स्वराज को पाने के बाद देश को एक मजबूत संविधान मिला। एक लंबी स्वतंत्रता की लड़ाई के बाद यह सपना साकार हो सका। इस लड़ाई में सभी ने अपने-अपने तरीके से भाग लिया। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि आज हम दुनियां में अपना परचम फहरा रहे हैं। देश प्रगति के मार्ग पर बढ़ रहा है, ऐसे समय आपको अपने देश और और उसके संविधान के बारे में भी पूरी जानकारी होनी चाहिए और गर्व होना चाहिए कि आप एक भारतवासी हैं। गणतंत्र दिवस के दिन हम संकल्प लें कि हम देश के प्रति अपने कर्तव्यों का पूरी निष्ठा के साथ पालन करेंगे। आज हम संकल्प लेते हैं कि देश की अखंडता और एकता को बनाए रखने की दिशा में काम करेंगे। अपने साथ दूसरे के अधिकारों का भी ध्यान रखेंगे।।
संस्कृति विवि के स्टूडेंट वेलफेयर विभाग के डीन डा.डीएस तोमर ने गणतंत्र दिवस की बधाई देते हुए कहा कि हम देश को आगे ले जाने में जितना सहयोग करेंगे उतना ही हम अपने जीवन से संतुष्ट होंगे। संस्कृति नर्सिंग स्कूल के प्राचार्य केके पाराशर ने देश पर जान कुर्बान करने वाले क्रांतिकारियों को याद करते हुए उनके बलिदान की सराहना की। संस्कृति विवि के एनसीसी कैडेट ने मार्चपास्ट करते हुए तिरंगे को पूरे जोश के साथ सलामी दी। कार्यक्रम में विद्यार्थियों द्वारा देशप्रेम से ओतप्रोत सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देकर सारा माहौल देशभक्ति से परिपूर्ण कर दिया।
इस मौके पर विवि एनसीसी युनिट के सीटीओ अंकित, डीन डा. वेराचेल्ली, डा. मोहनन, डा. पटनायक, रजिस्ट्रार मनीष मिश्रा, असिस्टेंट रजिस्ट्रार डा. रवि त्रिवेदी के अलावा प्रशासनिक अधिकारी विवेक श्रीवास्तव, सुरक्षा अधिकारी सुबोध आदि भी मौजूद रहे। अंत में संस्कृति विवि के स्टूडेंट वेलफेयर डीन डा. डीएस तौमर ने सबको धन्यवाद दिया।

देवकीनंदन महाराज ने ‘सनातन धर्म संसद’ में संतों को सौंपा ‘सनातन बोर्ड’ का प्रारूप

  • संतों के हस्ताक्षर बाद सरकार तक पहुंचायेंगे, सनातनियों की इच्छा
  • शंकराचार्यों के संरक्षण में, सभी संप्रदाय जगद्गुरू, अखाड़े, धर्माचार्य, हिंदु संगठन, प्रमुख मंदिर ,गौसेवक, गुरूकुल शिक्षा से जुड़े व्यक्ति होंगे शामिल
  • वक्फ बोर्ड रहा तो, एक दिन सनातन बोर्ड भी बनकर रहेगा
  • कुम्भ से सनातनी खाली हाथ न जायें, संतों को दक्षिणा में मिले सनातन बोर्ड – देवकीनंदन

वृंदावन/प्रयागराज। सनातन बोर्ड गठन के लिये प्रयाग महाकुम्भ में धर्मगुरू देवकीनंदन ठाकुरजी महाराज द्वारा बुलाई गयी सनातन धर्म संसद में सनातन बोर्ड का प्रारूप प्रस्तुत किया गया। धर्म संसद में उपस्थित हजारों सनातनियों के बीच देवकीनंदन महाराज ने संत धर्माचार्यों को सनातन बोर्ड का प्रारूप सौंपा। एकमत से सभी ने सनातन हिंदू बोर्ड अधिनियम प्रारूप को धर्म संसद में पारित किया। मथुरा सांसद हेमा मालिनी ने भी धर्म संसद में बोलते हुये संतों की मांग का समर्थन किया ।
महाकुम्भ के सैक्टर 17 के शांति सेवा शिविर में सनातन बोर्ड की मांग को लेकर सनातन धर्म संसद आयोजित की गयी।आयोजक सनातन न्यास फाउन्डेशन के अध्यक्ष देवकीनंदन महाराज के साथ आनंद विभूषित जगतगुरु निम्बार्कपीठ श्रीजी महाराज एवं आनंद विभूषित जगतगुरु राघवाचार्य महाराज, साध्वी सरस्वती देवी, जगद्गुरु वल्लभाचार्य महाराज, साध्वी प्राची देवी, महामंडलेश्वर अरुण चैतन्यपुरी, अयोध्या छावनी महंत राजू दास ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर इस धर्म संसद का शुभांरभ किया।
सनातन बोर्ड को आवश्यक बताते हुये संतों ने सरकार से इसे कुम्भ समापन से पूर्व दक्षिणा स्वरूप प्रदान करने की मांग की। हजारों सनातनियों के बीच सनातन बोर्ड का प्रारूप पढ़कर सुनाया गया। सभी संत धर्माचार्यों ने इस पर अपने हस्ताक्षर किये।
सनातन न्यास फाउन्डेशन अध्यक्ष देवकीनंदन ठाकुरजी महाराज ने कहा कि प्रारूप पर अन्य संतों के भी हस्ताक्षर करवाकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तक पहुंचाया जायेगा ।
देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज ने कहा कि देश में सनातन बोर्ड का गठन हो, जिसमें चारों शंकराचार्य और वैष्णव आचार्य यह तय करेंगे कि पूजा पद्धति कैसी होनी चाहिए। कहा कि मंदिरों की सुरक्षा, संस्कृति और सनातनियों के धार्मिक अधिकारों के लिये सनातन बोर्ड आवश्यक है। उन्होंने यह सवाल भी उठाया कि यदि पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिंदू बोर्ड नहीं हैं, तो भारत में वक्फ बोर्ड की आवश्यकता क्यों है
देवकीनंदन महाराज ने किसी पद, प्रतिष्ठा के लिये सनातन बोर्ड की मांग को संकुचित सोच बताते हुये सनातन बोर्ड में कोई भी पद न लेने की घोषणा की। कहा कि मेरे लिये नहीं, सनातनी बच्चों के लिये सनातन बोर्ड मांगिये। सनातन बोर्ड के लिये सामूहिक प्रयास करने की भावुक अपील करते हुये उन्होने संतों को अपना शपथ पत्र दिया। कहा कि वक्फ बोर्ड बना है तो एक दिन सनातन बोर्ड भी बनकर रहेगा ।

सनातन बोर्ड प्रारूप में मथुरा में अतिक्रमण मुक्त श्रीकृष्ण भव्य मंदिर, वैदिक प्रबंधन के अनुसार पूजा और प्रसाद की व्यवस्था, मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्ती, गुरुकुल, गौशाला और औषधालय की स्थापना एवं असहाय परिवारों के धर्मांतरण को रोकने के लिए आर्थिक सहायता आदि मुद्दों पर चर्चा हुई ।
धर्म संसद में जगद्गुरु बल्लभ दास महाराज, महामंडलेश्वर संत नवल किशोर दास महाराज, हैदराबाद सांसद टी राजा, मेवाड़ पीठाधीश्वर श्री श्री 1008 सुदर्शनाचार्य महाराज, महामडलेश्वर स्वामी वेदमूर्ति महाराज, विकास महाराज (वृंदावन), स्वामी रामदास महाराज (वलसाड), सिख संत बाबा हरजीत सिंह (अयोध्या), अर्पित दास महाराज, जैन आचार्य जितेंद्र जैन मुनि, प्रियांशु महाराज, जगद्गुरु सूर्याचार्य कृष्णदेवानंद गिरि, पूज्य स्वामी कृष्णदेवानंद महाराज, स्वामी बलरामाचार्य महाराज (अक्षरधाम वृंदावन), पूज्य महामंडलेश्वमर संतोष दास महाराज, सतुआ बाबा, बालयोगी महाराज, युवाचार्य अभय दास महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी आशुतोषानंद गिरी महाराज, पीठाधीश्वर अनल किशोर दास महाराज, स्वामी सत्य प्रकाशानंद सरस्वती महाराज, स्वामी सुरेशानंद दास महाराज (बद्रीनाथ धाम), महेंद्र प्रताप सिंह समेत बड़ी संख्या में धर्माचार्य उपस्थित रहे ।

ऐसा है सनातन बोर्ड का प्रारूप:

देवकीनंदन महाराज द्वारा बुलाई गयी सनातन धर्म संसद में सनातन बोर्ड प्रारूप में स्पष्ट किया गया है कि सनातन हिंदू बोर्ड को एक स्वतंत्र निकाय के रूप में स्थापित किया जाएगा, जो हिंदू मंदिरों, उनकी सम्पत्तियों और निधियों की देखरेख के लिये उत्तरदायी होगा । सनातन बोर्ड मंदिरों में वैदिक सनातन पूजा पद्धिति, सनातनी परंपराओं, सनातनी हिंदूओं के धार्मिक अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा । इसमें वही व्यक्ति सम्मिलित होंगे जो हिंदुत्व में विश्वास रखते हुये सनातनी परंपराओं की सेवा की प्रबल इच्छा रखते होंगे ।

सनातन बोर्ड में इनकी होगी भूमिका –
संरक्षक मंडल:
चारों पूज्य जगद्गुरू शंकराचार्यों कें संरक्षण में राष्ट्रीय स्तर पर केन्द्रीय सनातन बोर्ड का गठन किया जायेगा ।
केन्द्रीय अध्यक्ष मंडल:
11 सदस्यों के साथ सनातन बोर्ड के अध्यक्ष मंडल का गठन होगा । जिसमें निम्न सदस्य होंगे ।
4 सदस्य – चारों संप्रदाय के प्रमुख जगद्गुरु
3 सदस्य – सनातनी अखाड़ों के प्रमुख व्यक्तित्व
1 सदस्य – संरक्षक मंडल द्वारा नामित व्यक्तित्व
3 सदस्य – प्रमुख संतध्कथाकारध्धर्माचार्य

सहयोगी मंडल:
2 सदस्य – देश में हिंदुओं के लिए कार्य करने वाले 2 सबसे बड़े हिंदू संगठनों के प्रतिनिधि
4 सदस्य – देश के विन्भिन्न भागों से प्रमुख संतध्कथाकारध्धर्माचार्य
3 सदस्य – देश के प्रमुख मंदिरों अथवा मंदिर मामलों से जुड़े प्रमुख व्यक्तित्व
1 सदस्य – गौशालाध्गौसेवा से जुड़े व्यक्ति
1 सदस्य – गुरूकुल शिक्षा पद्धितिध्क्षेत्र से जुड़े व्यक्ति

सलाहकार मंडल:
2 सदस्य – न्यायपालिका से सेवानिवृत सनातनी जज एवं वकील
2 सदस्य – उच्च पद से सेवानिवृत प्रशासनिक अधिकारी
2 सदस्य – मीडिया क्षेत्र से वरिष्ठ सनातनी
1 सदस्य – 1 वरिष्ठ शिक्षाविद्
2 सदस्य – सामाजिक क्षेत्र या संगठन से जुड़े पदेन व्यक्तित्व
2 सदस्य – सामाजिक/धार्मिक कार्यकर्ता

इसके अतिरिक्त अध्यक्ष मंडल द्वारा आवश्यकता अनुसार केन्द्रीय स्तर पर अन्य सदस्य जोड़े या घटाये जा सकेंगे । उनका क्रम या अवधि कम या अधिक की जा सकेगी ।

राज्य स्तर पर सनातन बोर्ड समिति:
संरक्षक मण्डल की सहमती से अध्यक्ष मण्डल देश के विभिन्न राज्यों में सनातन बोर्ड की राज्य स्तरीय समिति का गठन करेगा । जिसका कार्य सनातन बोर्ड के उद्देश्यों को पूर्ण करना होगा ।

रिक्त पदों पर भर्ती होंगे पंचायत सहायक – डीएम चंद्र प्रकाश सिंह

वर्तमान में जनपद मथुरा के 08 विकास खण्डों की 36 ग्राम पंचायतों में पंचायत सहायक/एकाउण्टेन्ट कम डाटा इन्ट्री ऑपरेटर के रिक्त पदों पर चयन प्रक्रियों की जानी है, पंचायत सहायक के रिक्त पदों का विवरण निम्मवत् है-
वि० ख० ग्राम पंचायतवार रिक्त पद
मथुरा में भदाल सुंदर 01, भैंसा 01, रामपुर 01
फरह में बड़ौदा मशरकपुर 01, मलिकपुर01, ओल 01, चौकीपुर कलां01,
चौमुहां में बिडlवली 01,बझेड़ा01, नौगांव 01, पेलखु01, भरनाखुर्द01, तारौली शुमाली 01, रहेड़ा 01
नौहझील में ईखु 01,तिलका गढ़ी 01, कनेका 01
बल्देव में नवीपुर 01, भूडा 01, दौलतपुर01
छाता में बढा 01, अजनौथी 01, उन्दी 01, जलालपुर01
मांट में बहादीन 01, डांगौली01
राया में सुर्रका 01, ब्योही 01, तुलसी धनुआ 01, नौरंगा जगतिया01, थोक ज्ञान 01, बिसावली 01, नूनेरा 01, गोंगा 01, ककरारी 01, छिकाडा 01

उक्त कुल 36 रिक्त पंचायत सहायक/एकाउण्टेन्ट कम डाटा इन्ट्री ऑपरेटर के पदों पर चयन प्रक्रिया की अधिसूचना जारी कर दिया गया है।
ग्राम पंचायत द्वारा पंचायत सहायक/एकाउण्टेन्ट कम डाटा इन्ट्री ऑपरेटर के लिए आवदेन पत्र आमन्त्रित करने की सूचना ग्राम पंचायत के सूचना पट एवं मुनादी कराया जाना- 22 जनवरी से 24 जनवरी 2025
जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय,
विकास खण्ड कार्यालय ,-ग्राम पंचायत कार्यालय में आवेदन पत्र जमा करने की तिथि-
25 जनवरी से 10 फरवरी 2025है।
जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय ,विकास खण्ड कार्यालय,सीडीओ कार्यालय आवेदन जमा करने के लिए बॉक्स रखा गया है। आवेदक कही भी आवेदन जमा कर सकता हैं।
उक्त के क्रम में प्राप्त आवेदन पत्रों को सम्बन्धित ग्राम पंचायत को उपलब्ध कराया जाएगा
11 फरवरी से 17 फरवरी 2025 तक।

ग्राम पचायत में प्राप्त आवेदन पत्रों की श्रेष्ठता सूची (मेरिट लिस्ट) तैयार करना एवं ग्राम पंचायत की प्रसाशनिक समिति के समक्ष विचार हेतु प्रस्तुत किया जाना एवं समिति द्वारा अनुमोदित श्रेष्थता सूची को जिला समिति के विचार हेतु सदस्य सचिव (जिला पचायत राज अधिकारी को उपलब्ध कराया जाएगा
18 फरवरी से 25 फरवरी 2025 तक।
तत्पश्चात
जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा आवेदनों का परीक्षण एवं संस्तुति
26 फरवरी से 04 मार्च 2025 तक कर के प्रेषित किया जाएगा।
ग्राम पंचायत द्वारा नियुक्ति पत्र निर्गत 05 मार्च से 07 मार्च 2025 तक निर्गत किया जाएगा।
उक्त अवधियों के अनुसार पंचायत सहायक/एकाउण्टेन्ट-कम-डाटा इन्ट्री ऑपरेटर के पदों पर आवेदन पत्र ग्राम पंचायत कार्यालय, क्षेत्र पंचायत कार्यालय एवं जिला पंचायतराज अधिकारी कार्यालय में जमा किये जा सकेंगे। डीपीआरओ किरन चौधरी ने बताया कि आवेदक उसी ग्राम पंचायत का निवासी होना चाहिए।

वृंदावन शोध संस्थान एवं जीएलएल विश्वविद्यालय के मध्य ब्रजभाषा पीठ स्थापना को हुआ करार

  • ब्रज संस्कृति, ब्रजभाषा के संरक्षण एवं संवर्द्धन को मिलेगा बल
  • ब्रज संस्कृति पर आधारित विशेषज्ञता एवं संसाधनों को साझा किया जाएगा

वृंदावन। ब्रज की संस्कृति यद्यपि एक क्षेत्रीय संस्कृति रही है, परन्तु इतिहास के आधार पर इसकी विकास यात्रा से हमें ज्ञात होता है कि यह संस्कृति प्रारम्भ से ही संघर्षशील, समन्वयकारी और अपनी विशिष्ट परम्पराओं के कारण देश की मार्गदर्शिका, क्षेत्रीय होते हुए भी सार्वभौमिक तथा गतिशील व अपराजेय, साथ ही बड़ी उदात्त भी रही है। यह पूरे देश के आकर्षण का केन्द्र रही है तथा इसी कारण इस क्षेत्र को सदा श्रद्धा की दृष्टि से देखा जाता रहा है। यहाँ की ब्रजभाषा में विपुल साहित्य की रचना हुई है। ऐसी जीवंत ब्रज संस्कृति एवं ब्रजभाषा के संरक्षण एवं संवर्द्धन में पिछले 57 वर्षों से वृन्दावन शोध संस्थान अनवरत कार्यरत है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु वृन्दावन शोध संस्थान समान उद्देश्यों एवं विचारों वाली संस्थाओं के साथ निरन्तर कार्य करता रहा है।
इसी कड़ी में वृन्दावन शोध संस्थान और जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के मध्य 27 जनवरी को ब्रज संस्कृति एवं ब्रजभाषा पीठ की स्थापना हेतु मेमोरेंडम ऑफ अण्डरस्टैंडिंग (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए।
वृन्दावन शोध संस्थान की ओर से संस्थान के निदेशक डॉ. राजीव द्विवेदी एवं जीएलए विश्वविद्यालय की ओर से विश्वविद्यालय के कुलसचिव अशोक कुमार सिंह ने हस्ताक्षर किए। ब्रज संस्कृति एवं ब्रजभाषा पीठ द्वारा संचालित परियोजनाओं, सेमिनार एवं वर्कशॉप आदि के आयोजन एवं संचालन में दोनों संस्थाओं द्वारा अपनी विशेषज्ञता एवं संसाधनों को साझा किया जाएगा।
इस अवसर पर जीएलए विश्वविद्यालय के उप-कुलपति प्रो अनूप गुप्ता, पुस्तकालय विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. राजेश कुमार एवं वृन्दावन शोध संस्थान के सचिव प्रवीण गुप्ता, प्रशासनाधिकारी रजत शुक्ला एवं उमाशंकर पुरोहित उपस्थित रहे।

जीएलए में हर्षोल्लास से मनाया 76वां गणतंत्र दिवस

मथुरा : जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा में 76वां गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। निनाद एवं नटराज ग्रुप के माध्यम से विद्यार्थियों ने विभिन्न रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। इस अवसर पर कुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता ने ध्वजारोहण किया और छात्र, शिक्षकों ने देश की आन-बान-शान की रक्षा का संकल्प लिया।

ध्वजा रोहण के बाद कुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता ने कहा कि समूचे देष में गणतंत्र दिवस की धूम मची है। जीएलए के छात्र और शिक्षकों को संकल्प लेने की आवश्यकता है कि वह भी तंत्र के गण की तरह अपने आपको ढ़ालने की जरूरत है।

कुलपति के संबोधन के पश्चात निनाद और नटराज क्लब के छात्रों ने रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन किया। निनाद और नटराज के छात्रों ने देश भक्ति गीतों पर प्रस्तुति से सभी जीएलए परिवारजनों का मन मोह लिया। जीएलए एनसीसी के छात्रों द्वारा एएनओ अरुनान्शु दुबे के नेतृत्व में गणतंत्र दिवस के अवसर पर परेड का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन वेदेही पांडेय ने किया।

वहीं जीएलए विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए प्राथमिक विद्यालय आझई खुर्द द्वितीय में मुख्य अतिथि प्रबंधन संकाय के निदेशक डा. अनुराग सिंह, सहायक कुलसचिव प्रीति एवं स्कूल प्रधानाध्यापक कर्मवीर सिंह, उच्च प्राथमिक विद्यालय प्रथम आझई खुर्द में मुख्य अतिथि जीएलए सीएसईडी सहनिदेशक पुष्कर शर्मा, प्रधानाध्यापिका अनामिका सक्सेना, उच्च प्राथमिक विद्यालय जैंत में मुख्य अतिथि जीएलए आईटी विभाग के सहनिदेशक डा. अंशी सिंह, तूलिका अग्रवाल, महक अग्रवाल एवं स्कूल प्रधानाध्यापिका अनीता राठौर ने ध्वजा रोहण किया। इस अवसर पर छोटे-छोटे बच्चों द्वारा सांस्कृतिक एवं रंगारंग कार्यक्रमों मनमोहक प्रस्तुति दी गई। स्कूल प्रोजेक्ट कॉर्डिनेटर राहुल अरोडा का सराहनीय योगदान रहा।

इस अवसर पर कुलसचिव अषोक कुमार सिंह, डा. विवेक मेहरोत्रा, डा. ब्रजेष गोस्वामी सहित सभी विभागों के विभागाध्यक्ष एवं षिक्षकगण उपस्थित रहे।

मथुरा रिफाइनरी ने धूम-धाम से मनाया 76वां गणतंत्र दिवस

मथुराl मथुरा रिफाइनरी ने बड़े जोश और देशभक्ति के साथ 76वां गणतंत्र दिवस मनाया| रिफाइनरी नगर के सहस्त्राब्दी स्टेडियम मे आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत श्री अजय कुमार तिवारी, कार्यकारी निदेशक और रिफाइनरी प्रमुख, मथुरा रिफाइनरी ने तिरंगा फहराकर कीl इसके बाद सभी उपस्थित अधिकारियों, कर्मचारियों, परिवार जनों और स्कूली बच्चों ने ने एक साथ राष्ट्रगान गाया।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर रिफाइनरी के वरिष्ठ अधिकारियों, कर्मचारी संघ व ओफ़ीसर्स एसीसिएशन के पदाधिकारियों, डीसी-सीआईएसएफ, केंद्रीय विद्यालय और दिल्ली पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्यों, दीर्घकालीन सेवा पुरस्कार विजेताओं, सी आई एस एफ के श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले जवान और स्कूली बच्चों की सभा को बधाई देते हुए, कार्यकारी निदेशक और रिफाइनरी प्रमुख, मथुरा रिफाइनरी श्री तिवारी ने कहा कि 26 जनवरी सभी भारतीयों के लिए बहुत ही खास दिन है क्योंकि इस दिन हम गणतांत्रिक देश बने और अपना संविधान अपनाया। उन्होंने कहा कि इन सात दशकों से भी ज़्यादा के समय में हमने अपने संविधान का पालन किया है और सभी क्षेत्रों में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। इस अवसर पर श्री तिवारी ने आईओसी और मथुरा रिफाइनरी की उपलब्धियों को भी साझा किया और निगम को अधिक से अधिक ऊंचाइयों पर ले जाने में सभी कर्मचारियो के प्रयासों की सराहना कीl उन्होंने कहा कि हमने पहले भी विषम परिस्थितियों में बेहतर कार्य कर दिखाया है और आगे भी हमें हर परिस्थिति से पार पाते हुए कामयाबी के नए आयाम बनाने हैl इस अवसर पर उन्होने निकटवर्ती ग्रामों से पधारे ग्राम प्रधानों और प्रधान प्रतिनिधियों को भी सम्मानित किया और रिफाइनरी के प्रति उनके निरंतर सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया|
गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान केन्द्रीय विद्यालय, दिल्ली पब्लिक स्कूल, सी आई एस एफ और डीजीआर गार्ड्स की टुकड़ी ने मार्चपास्ट किया साथ ही स्कूलों के छात्र-छात्राओं द्वारा नृत्य प्रदर्शन ने माहौल को राष्ट्रवादी जोश से भर दिया। सीआईएसएफ कर्मियों द्वारा वी आई पी सुरक्षा का डेमो का बहुत अच्छी तरह से प्रदर्शन किया गया। साथ ही दिल्ली पब्लिक स्कूल, केंद्रीय विद्यालय और रिफाइनरी के विभागों द्वारा झांकियों की प्रस्तुति की गई जिसे सभी ने सराहा|
निगम के साथ 25 और 30 साल की लंबी सेवा पूरी करने वाले कर्मचारियों को भी कार्यकारी निदेशक व रिफाइनरी प्रमुख द्वारा सम्मानित किया गयाl

आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के संस्थानों में हर्षोल्लास से मना गणतंत्र दिवस

  • समानता और भाईचारा हमारे संविधान का मूलः डॉ. रामकिशोर अग्रवाल

मथुरा। आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के शैक्षिक संस्थानों राजीव इंटरनेशनल स्कूल, राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट, राजीव एकेडमी फॉर फार्मेसी, के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर, के.डी. डेंटल कॉलेज, जी.एल. बजाज ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस तथा के.डी. कॉलेज ऑफ नर्सिंग एण्ड पैरामेडिकल साइंस में देशभक्ति से ओत-प्रोत कार्यक्रमों के बीच 76वां गणतंत्र दिवस मनाया गया। रविवार सुबह सभी शैक्षिक संस्थान प्रमुखों ने ध्वजारोहण और राष्ट्रगान के बाद छात्र-छात्राओं को गणतंत्र दिवस की महत्ता से अवगत कराया। इस अवसर पर आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल और प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने सभी गुरुजनों, छात्र-छात्राओं तथा कर्मचारियों को गणतंत्र दिवस की बधाई दी।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा कि न्याय, आजादी, समानता और भाईचारा हमारे संविधान का मूल हैं, इनके बिना हम देश के विकास की बात नहीं सोच सकते। युवा हमारे देश का भविष्य हैं, वह अपनी सकारात्मक सोच से राष्ट्र का कायाकल्प कर सकते हैं। प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने सभी संस्थानों के शिक्षकों, छात्र-छात्राओं तथा कर्मचारियों को गणतंत्र दिवस की बधाई देते हुए कहा कि देश की प्रगति में हम सभी का सहयोग जरूरी है। हम सब जब तक पूर्ण निष्ठा और ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन नहीं करेंगे तब तक हमारे राष्ट्र का विकास नहीं हो सकता।
के.डी. मेडिकल कॉलेज में ध्वजारोहण के बाद चिकित्सा निदेशक डॉ. राजेन्द्र कुमार ने अपने सम्बोधन में कहा कि हमें वाकई यदि अपने देश से प्यार और लगाव है तो हमें अपने विचारों में बदलाव लाना होगा। समानता और आपसी भाईचारे के बिना हम अपने देश और समाज की तरक्की नहीं कर सकते। आज का दिन लाखों कुर्बानियों के बाद हमें नसीब हुआ है, लिहाजा राष्ट्र की सम्प्रभुता की रक्षा हम सभी का कर्तव्य है। हम जो भी कार्य करें उसमें ईमानदारी, समानता और भाईचारे का बोध जरूरी है। इससे पूर्व कॉलेज की छात्राओं कीर्ति, स्वरांजलि, कंचन, प्रांजलि, रूपाली, पलक आदि ने मनमोहन रंगोली बनाई तथा राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत कार्यक्रम पेश किए। इस अवसर पर उप महाप्रबंधक मनोज कुमार गुप्ता, डॉ. अचल शर्मा, डॉ. प्रिंस अग्रवाल, डॉ. राहुल गोयल आदि ने छात्र-छात्राओं का हौसला बढ़ाया।
राजीव इंटरनेशनल स्कूल में ध्वजारोहण शैक्षिक संयोजिका प्रिया मदान ने किया। ध्वजारोहण के बाद विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने एक से बढ़कर एक देशभक्तिपूर्ण कार्यक्रम प्रस्तुत किए। कार्यक्रम का संचालन कक्षा 9 की छात्राओं राधिका एवं म्यांशी ने किया। के.डी. डेंटल कॉलेज के प्राचार्य और डीन डॉ. मनेष लाहौरी ने ध्वजारोहण के बाद अपने सम्बोधन में कहा कि भारत की गरिमा और सम्प्रभुता को बनाए रखना सिर्फ सैनिकों का ही नहीं बल्कि हम सबका कर्तव्य है। जीएल बजाज की निदेशक प्रो. नीता अवस्थी ने कहा कि भारतीय संस्कृति वसुधैव कुटुम्बकम, जियो और जीने दो, सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे संतु निरामया की पक्षधर है। इसकी रक्षा और देश का विकास युवा तरुणाई के कंधों पर है। राजीव एकेडमी के निदेशक डॉ. अभिषेक सिंह भदौरिया ने छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि राष्ट्रीयता की भावना का प्रदर्शन करने की बजाय हमें मुल्क के विकास का संकल्प लेना चाहिए।
राजीव एकेडमी फॉर फार्मेसी के निदेशक डॉ. देवेन्द्र पाठक ने कहा कि गणतंत्र दिवस प्रत्येक भारतीय को महापुरुषों के आदर्शों पर चलने की नसीहत देता है। उन्होंने कहा कि हमारी युवा पीढ़ी को कम से कम एक बार अपने संविधान का वाचन अवश्य करना चाहिए। हमारे संविधान में क्या लिखा है, इसका ज्ञान युवा पीढ़ी को जरूर होना चाहिए। के.डी. कॉलेज ऑफ नर्सिंग एण्ड पैरामेडिकल साइंस की प्राचार्य एन.पी. चानू ने कहा कि 1950 में जब देश ने पहला गणतंत्र दिवस मनाया, उस वक्त का जज्बा, उस जमाने के लोगों के जज्बात और आज के हालातों में बहुत फर्क आ गया है। अब हम अपने राष्ट्रीय पर्व तो मनाते हैं लेकिन उनमें औपचारिकता की सिकुड़न आ गयी है। लोगों के दिलों में अब वह उत्साह हिलोरें नहीं मारता। आज के समय में आवश्यकता है अपने कुविचार व कुसंस्कारों के खिलाफ लड़ने की। उन्होंने कहा कि हमारा तिरंगा हर भारतीय के अंदर उत्साह, स्वाभिमान और गौरव का संचार करता है।