लखनऊ। उत्तरप्रदेश की योगी सरकार ने ओलंपिक खिलाड़ियों को बड़ा तोहफा देने का ऐलान किया है। योगी सरकार टोक्यो ओलंपिक-2020 में भारत की ओर से स्वर्ण पदक पाने वालों को 2 करोड़, रजत पदक पाने वालों को 1.50 करोड़ और कांस्य को एक करोड़ रुपये देगी। इसके अलावा ओलंपिक में चौथे स्थान पर रहने वाली महिला हॉकी टीम के हर सदस्य को भी सरकार द्वारा 50- 50 लाख रुपये की राशि देकर सम्मानित किया जायेगा।
महिला हॉकी टीम के मुख्य प्रशिक्षक को मिलेंगे 25 लाख रुपये
यूपी की प्रमुख सचिव खेल कल्पना अवस्थी ने बताया कि महिला हॉकी टीम के मुख्य प्रशिक्षक को 25 लाख रुपये तथा टीम के अन्य सदस्यों को 10-10 लाख रुपये की राशि प्रदान की जायेगी। हॉकी खिलाड़ी वंदना कटारिया को 25 लाख रुपये की अतिरिक्त धनराशि पुरस्कार स्वरूप दी जायेगी। कुश्ती खेल के लिए दीपक पुनिया को 50 लाख रुपये, गोल्फ खिलाड़ी अदिति अशोक को 50 लाख रुपये की राशि दी जायेगी। स्टार हॉकी प्लेयर वंदना कटारिया के घर पहुंचे उट पुष्कर धामी, 25 लाख का चेक देकर किया सम्मानित
यूपी के 8 खिलाड़ियों को मिलेंगे 25 लाख रुपये
इनके अलावा उत्तर प्रदेश से ओलंपिक में प्रतिभाग करने वाले 08 खिलाड़ियों को 25-25 लाख रुपये देकर सम्मानित किया जायेगा। कांस्य पदक विजेता पुरुष हॉकी टीम के कुल 19 खिलाड़ियों को एक-एक करोड़ रुपये की धनराशि पुरस्कार स्वरूप दी जायेगी। साथ ही टीम के मुख्य प्रशिक्षक को 25 लाख रुपये तथा टीम के अन्य सदस्यों को 10-10 लाख रुपये की राशि देकर सम्मानित किया जायेगा।
मुंबई। पत्नी से जबरन सेक्स को गैर कानूनी नहीं कहा जा सकता है। इस तरह का फैसला मुंबई की कोर्ट ने सुनाते हुए पति को जमानत दे दी है। यहां की सेशन कोर्ट में आरोपी पति ने अपनी याचिका दायर की थी। इस याचिका में पति ने कहा था कि, उसकी पत्नी ने उस पर जो जबरन सेक्स करने का आरोप लगाया है वो गलत है। साथ ही उसने इस मामले में जमानत के लिए अर्जऱ्ी भी दी थी।
एडिशनल सेशन जज संजयश्री जे घराट ने इस मामले में कहा कि, “आरोपी व्यक्ति महिला का पति है इसलिए ऐसा नहीं जा सकता है कि उसने कोई गैर कानूनी काम किया है।” साथ ही कोर्ट ने इस मामले में महिला के पति को जमानत भी दे दी है।
महिला ने पति और ससुराल पक्ष के विरुद्ध किया था केस
अभियोजन पक्ष के अनुसार महिला की शादी पिछले साल 22 नवंबर को हुई थी। महिला ने अपने पति और ससुराल पक्ष के खिलाफ पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज करते हुए आरोप लगाया था कि उसका पति और ससुराल पक्ष के लोग शादी के बाद से ही उसे परेशान कर रहे है दहेज की मांग कर रहे हैं। साथ ही महिला ने अपने पति पर जबरन सेक्स का आरोप भी लगाया। जिसके बाद आरोपी पति ने ज़मानत के लिए कोर्ट में याचिका दी थी।
महिला ने आरोप लगाया कि जबरन संबंध के चलते हुआ पैरलाइसिस
महिला ने कहा कि इस साल दो जनवरी को हम दोनों मुंबई के पास महाबलेश्वर गए थे। जहां उसके पति ने एक बार फिर उसके साथ जबरन संबंध बनाए। महिला ने आरोप लगाया कि इस के बाद से ही वो अस्वस्थ महसूस करने लगी थी, जिसके बाद वो डॉक्टर को दिखाने गई। जांच के बाद डॉक्टर ने बताया कि उसे कमर के नीचे पैरालिसिस हो गया है।
एडिशनल सेशन जज संजयश्री जे घराट ने कहा, “ये बेहद दुखद है कि महिला को पैरालिसिस हो गया। हालांकि महिला की इस हालात के लिए उसके पति या परिवार को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है। महिला ने अपने याचिकाकर्ता (पति) पर जिस तरह के आरोप लगाए है उसके लिए हिरासत में लेकर पूछताछ करना आवश्यक नहीं है। आरोपी पति और उसका परिवार इस मामले की जांच में अपना पूरा सहयोग देने के लिए तैयार है।”
पति और उसके परिवार ने आरोपों को नकारा
सुनवाई के दौरान पति और उसके परिवार ने कहा कि हमें झूठे आरोप में फंसाया जा रहा है। हमारी तरफ से दहेज के लिए कभी कोई मांग नहीं की गई थी। वहीं अभियोजन पक्ष ने आरोपी पति को दी जा रही अग्रिम जमानत याचिका का विरोध किया। जिस के बाद न्यायाधीश ने कहा कि महिला ने अपने आरोपों में दहेज की मांग की शिकायत की थी लेकिन उसने इस बात को लेकर कोई जानकारी नहीं दी है कि उस से दहेज में कितनी रकम मांगी गई थी।
विवि के 92 प्रतिशत छात्र पा चुके हैं अब तक नौकरियां
मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय के उच्च शिक्षा के क्षेत्र में मजबूती से आगे कदम बढ़ाने का ही यह परिणाम है कि यहां के विद्यार्थियों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कंपनियां हाथों हाथ नौकरियां दे रही हैं। हाल ही में विवि के बी.टेक. के छात्र दिगंबर सिंह और अनीस कबीर को टीसीएस कंपनी ने उच्च वेतनमान पर अपने यहां नौकरी दी है। वहीं छात्रा शिवांगी अग्रवाल को एसेंचर में शानदार वेतनमान पर प्लेसमेंट मिला है। बीसीए स्कालर छात्र रोहित को विप्रो में प्लेसमेंट मिला है। एमसीए फायनल ईयर के छात्र मोहित शर्मा को मोबिसाइन सर्विस प्रा.लि. में प्लेसमेंट मिला है।
संस्कृति विवि की विशेष कार्याधिकारी श्रीमती मीनाक्षी शर्मा ने बताया कि ज्ञान और कौशल से परिपूर्ण संस्कृति विवि के विद्यार्थी टीसीएस, बजाज मोटर्स, ली मेरेडयन, ताज ग्रुप, एनएचआई, विप्रो, एक्सेंचर, बाईज्यूस, वेदांतु, विकास ग्रुप आदि में नौकरी पा चुके हैं और यह क्रम लगातार जारी है। संस्कृति विवि के प्लेसमेंट सेल के अनुसार विवि के इंजीनियरिंग के छात्र दिगंबर सिंह और अनीस कबीर का चयन टीसीएस में उच्च वेतनमान पर हुआ है।
एमएससी, एमसीए के तीन विद्यार्थियों का एमपीटूआईटी प्रा.लि., बी.काम., बीबीए के दो विद्यार्थियों को एमीनेंट लैंड, इंजीनियरिंग डिप्लोमा के 13 विद्यार्थियों को विकास ग्रुप, 60 विद्यार्थियों बजाज मोटर्स, बीटेक, बीसेए के दो विद्यार्थियों को आईएमसीएस ग्रुप में प्लेसमेंट हुआ है। इसी क्रम में इंजीनियरिंग डिप्लोमा के 46 विद्यार्थियों को एसकेएच ग्रुप, बीकाम, एमबीए के चार छात्रों को इंसप्लोर कंसल्टेंट्स प्रा.लि., बी.टेक. और बीसीए के दो विद्यार्थियों को आईएमसीएस ग्रुप, एमबीए, बीबीए के चार विद्यार्थियों को क्लिंक एजूटेक लिमिटेड, एमबीए, बीबीए, बी.काम. के 12 विद्यार्थियों को श्रीराम लाइफ इंश्योरेंस, एमबीए के 18 विद्यार्थियों को टेनहार्ड इंडिया प्रा.लि., एमसीए के दो विद्यार्थियों को एलोसेंट लैब्स प्रा.लि. ने नियुक्तियां दी हैं।
बीएससी एग्रीकल्चर के सात विद्यार्थियों को बोकेटो टेक्नोलाजी प्रा.लि., बीएससी(एमलटी) के 12 विद्यार्थियों को आर्सटर्न हेल्थकेयर प्रा.लि., इंजीनियरिंग डिप्लोमा के 12 विद्यार्थियों को जय भारत मारुति लिमिटेड(आटो डिवीजन), एमबीए के एक छात्र का एजीसेंट टेक्नोलाजीज़ प्रा.लि., इंजीनियरिंग डिप्लोमा के चार विद्यार्थियों नमो एलायस प्रा.लि. में प्लेममेंट हुआ है।
दूसरी ओर संस्कृति स्कूल आफ मेडिकल एंड एलाइड साइंसेज के अनेक विद्यार्थियों को लाइफ लाइन ब्लड बैंक अलवर, राजस्थान, एसआरएल डाइग्नास्टिक फरीदाबाद नई दिल्ली, मैक्स हेल्थकेयर नई दिल्ली, रामा हास्पिटल हापुड़, रोटरी ब्लड बैंक, नई दिल्ली, डा. फ्रेश एसेट्स लि. नई दिल्ली, फोर्टिस हेल्थकेयर नई दिल्ली में नौकरी मिली है। विवि की विशेष कार्याधिकारी श्रीमती मीनाक्षी शर्मा ने चयनित छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए कहा है कि संस्कृति विश्वविद्यालय की कौशल और नवाचार से ओतप्रोत शिक्षा का ही यह प्रभाव है कि विवि के विद्यार्थियों को नामी-गिरामी कंपनियों ने हाथों-हाथ लिया। इस सत्र में अभी तक 92 प्रतिशत से अधिक विद्यार्थियों को नौकरी मिल चुकी है।
मथुरा। बहन और भाई के अटूट प्रेम का त्यौहार रक्षाबंधन की तैयारियां घरों से लेकर बाजार तक जोरों से चल रही है। वहंी रविवार को रक्षाबंधन का त्यौहार होने से मिठाई के छोटे और मध्यम वर्ग के दुकानदार मायूस हैं। दरअसल यूपी सरकार ने रविवार को साप्ताहिक बंदी में किसी तरह की छूट नहंी दी है। जिससे मिठाई की दुकानें वर्ष का बड़ा त्यौहार होने के बावजूद बंद रहेंगी। वहंी ग्राहकों को भी रक्षाबंधन की मिठाई घेवर और फैनी खरीदने के लिए परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
वर्ष के बड़े त्यौहारों में से एक रक्षा बंधन इस बार रविवार के दिन मनाया जाएगा। इस दिन कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए यूपी सरकार द्वारा साप्ताहिक बंदी निर्धारित कर रखी है। प्रदेश की योगी सरकार ने एक दिन पहले पूर्व निर्धारित दो दिन के साप्ताहिक बंदी में छूट करते हुए शनिवार को प्रतिबंध मुक्त कर दिया। लेकिन रविवार को साप्हाहिक बंदी में किसी तरह की छूट नहीं की है। इससे बाजार बंद होने के कारण जहां एक तरफ बहनों को अपने भाइयों के लिए मिठाई घेवर और फैनी खरीदने के लिए चिंतित हैं वहंी दुकानदार भी त्यौहार पर दुकानों के बंद होने से मायूस हैं। एक व्यापारी नेता ने बताया कि मथुरा शहर में मिठाइयों की करीब 1200 से अधिक दुकानें हैं। इनमें कुछ ही मिठाई के बड़े व्यापारी हैं बल्कि अन्य छोटे और मध्यम दुकानदार हैं।
दुकानदारों का कहना है कि त्यौहार के दिन प्रदेश की योगी सरकार को मिठाई की दुकानों को खोलने के लिए साप्ताहिक बंदी में छूट करनी चाहिए थी। रक्षाबंधन वर्ष का बड़ा त्यौहार है। इस दिन बहनें राखी या रक्षा सूत्र के साथ अपने भाइयों के लिए मिठाई लेकर जाती हैं और इसी दिन मिठाई की दुकानें बंद रहेंगी तो बहनों को भी परेशानी होगी। वहंी दुकानदारों का कोरोना काल में बड़ा नुकसान होने से अभी तक नहंी उबरे दुकानदारों को लाखों रुपए का नुकसान झेलना पडे़गा। यदि दुकान खोलते भी हैं तो प्रशासन द्वारा चालान होने का डर बना रहता है।
छात्र-छात्राओं के सपनों को पंख लगाता बी.ई.-कॉम कोर्स
मथुरा। राजीव एकेडमी में संचालित बी.ई.-कॉम कोर्स छात्र-छात्राओं के सपनों को पंख लगा रहा है। इस कोर्स को करने से पहले ही युवाओं को न केवल राष्ट्रीय स्तर पर जॉब के अवसर मिल रहे हैं बल्कि अंतरराष्ट्रीय कम्पनियां भी उन्हें उच्च पैकेज पर सेवा का अवसर प्रदान कर रही हैं।
संस्थान के निदेशक डॉ. अमर कुमार सक्सेना का कहना है कि बी.ई.-कॉम कोर्स करने के बाद युवा आनलाइन बैंकिंग, आनलाइन शॉपिंग, आनलाइन टिकिट बुकिंग, होटल बुकिंग, फण्ड ट्रांसफर, बैंकिंग ट्रांजेक्शन, बिल पेमेण्ट आदि सभी क्षेत्रों में जॉब हासिल कर सकते हैं। डॉ. सक्सेना बताते हैं कि आज व्यापार के क्षेत्र में बी.ई.-कॉम ने नई क्रांति पैदा की है। राजीव एकेडमी में संचालित बी.कॉम (ई-कॉम) कोर्स में उन सभी चैप्टरों को जोड़ा गया है, जो छात्र-छात्राओं के स्वर्णिम भविष्य को नई दिशा देते हैं।
डॉ. सक्सेना का कहना है कि आज के दौर में इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स पाठ्यक्रम छात्र-छात्राओं के लिए सबसे महत्वपूर्ण है। इसके अध्ययन के लिए राजीव एकेडमी में विशेष व्यवस्था है। यहां उच्च व्यावसायिक अध्ययन के साथ छात्र-छात्राओं को गेस्ट लेक्चर, पीडीपी क्लास, सेमिनार, कार्यशालाओं, औद्योगिक भ्रमण के माध्यम से भी तैयारी कराई जाती है। इस कोर्स में कम्प्यूटर ज्ञान और कॉमर्स के पाठ्यक्रम साथ-साथ पढ़ाएं जाते हैं। ई-कॉमर्स का सैद्धान्तिक और प्रयोगात्मक शिक्षण राजीव एकेडमी की विशेषता है।
आज के समय में सभी मल्टीनेशनल कम्पनियां ई-व्यापार को अपना आधार बना रही हैं लिहाजा युवा पीढ़ी के लिए बी.ई.-कॉम कोर्स बहुत उपयोगी है। डॉ. सक्सेना का कहना है कि राजीव एकेडमी में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को प्रतिवर्ष अमेजोन, स्नैपडील, फ्लिप कार्ड, पॅालिसी बाजार, एनआईआईटी, ईजी पॉलिसी, ईबे, जबौंग, पेटीएम आदि में उच्च पैकेज पर सेवा के अवसर मिल रहे हैं।
आर.के. एजूकेशनल ग्रुप के चेयरमैन डॉ. रामकिशोर अग्रवाल का कहना है कि भारत सरकार ने शत-प्रतिशत एफडीआई लागू कर दी है, जिससे आनलाइन शॉपिंग के क्षेत्र में नौकरियों के अवसर बढ़े हैं और बी.ई.-कॉम कोर्स करने वाले स्नातक युवाओं को मनचाहे जॉब मिल भी रहे हैं। डॉ. अग्रवाल बताते हैं कि बी.ई.-कॉम कोर्स युवाओं को जॉब के अवसर ही नहीं देता बल्कि वे इस पाठ्यक्रम को उत्तीर्ण कर अपना आनलाइन उद्यम भी स्थापित कर सकते हैं। डॉ. अग्रवाल की युवाओं को सलाह है कि वे नौकरी के पीछे भागने की बजाय स्वयं का उद्यम खोलकर रोजगार प्रदाता बनने की कोशिश करें।
मथुरा। नगर निगम के मथुरा कार्यालय में शराब पीकर महिला कर्मचारी से बिस्तर गर्म करने के लिए लड़की की डिमांड करने वाले बाबू के विरुद्ध पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। बाबू के दो अज्ञात साथियों के विरुद्ध भी केस दर्ज करने के साथ ही पुलिस ने जांच पड़ताल शुरु का दी है। वहंी जांच रिपोर्ट आने पर नगर आयुक्त ने बाबू का ट्रांसफर वृंदावन कार्यालय में कर दिया है।
मथुरा-वृंदावन नगर निगम के रिकॉर्ड रुम में बाबू ब्रजलाल सैनी और उसके दो साथियों के विरुद्ध महिला कर्मचारी की तहरीर पर मथुरा कोतवाली पुलिस ने छेड़खानी के मामले में एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने इस मामले में जांच पड़ताल शुरु कर दी है। वहीं बाबू ब्रजलाल सैनी द्वारा अपने दो साथियों को बुलाकर कार्यालय में शराब पीना और उसके बाद महिला कर्मचारी से अश्लील बातें करने के मामले में सहायक नगर आयुक्त राजकुमार मित्तल ने अपनी जांच रिपोर्ट नगर आयुक्त अनुनय झा को सौंप दी है।
इस पर नगर आयुक्त ने बाबू ब्रजलाल सैनी को मथुरा कार्यालय से वृंदावन कार्यालय में ट्रांसफर कर दिया है और वेतन वृद्धि रोकने के आदेश जारी किए हैं। बाबू की इस हरकत को लेकर नगर निगम के कर्मचारियों में हलचल मची हुई है।
ज्ञात हो कि नगर निगम के मथुरा कार्यालय में बाबू ब्रजलाल और उसके दो साथियों ने शराब पीकर महिला कर्मचारी से रात गुजारने के लिए लड़की का इंतजाम करने को कहा था। जब महिला कर्मचारी ने विरोध किया तो उसके को धमकाया था।
नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त आरके मित्तल ने नियो न्यूज को बताया कि बाबू ब्रजलाल सैनी के मामले में जांच रिपोर्ट नगर आयुक्त को सौंप दी गई है। नगर आयुक्त द्वारा बाबू के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की जा रही है। उसे मथुरा कार्यालय से हटाकर वृंदावन भेज दिया गया है।
कोतवाली प्रभारी सूर्यप्रकाश शर्मा ने नियो न्यूज को बताया कि महिला कर्मचारी की तहरीर पर बाबू ब्रजलाल सैनी और उसके दो साथियों के विरुद्ध धारा 354 के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है। जांच की जा रही है। जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।
मथुरा। पुलिस ने गुरुवार देर रात वाहन चोरों के गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनकी निशानदेही पर पांच चोरी की मोटरसाइकिल बरामद की है। पुलिस ने दोपहिया वाहनों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया है।
सदर थाना प्रभारी एमपी चतुर्वेदी ने बताया कि बैराज मोड़ पर वाहन चैकिंग के दौरान गुरुवार रात करीब साढे नो बजे तीन वाहन चोरों को गिऱफ्तार किया है। जिनमें कृष्णपाल सिंह पुत्र ओमवीर सिंह एवंबॉबी पुत्र दीवान सिंह निवासीगण ग्राम नागर थाना अछनेरा आगरा, एवं पवन उर्फ चन्द्रशेखर पुत्र मांगेलाल सोलंकी निवासी साही थाना अछनेरा को गिरफ्तार किया है। तीनों वाहन चोरों से जब पूछताछ की गई तो वह उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों से चोरी की गई चार मोटरसाइकिलों और एक स्कूटी को छिपाने के ठिकाने बताए। जहां से पुलिस ने चोरी की मोटरसाइकिल बरामद की है।
गिऱफ्तार करने वाली पुलिस टीम
थाना अध्यक्ष महेन्द्र प्रताप सिंह, एसआई विनय कुमार, दीपक कुमार तिवारी, अरविन्द कुमार, हैड कांस्टेबल मुनेश कुमार, रविन्द्र कुमार, प्रदीप कुमार, कांस्टेबल गौरव कसाना, विकास गौतम शामिल थे।
दो सगे भाइयों की हत्या के मामले में दो नाबालिग सहित चार गिरफ्तार
चार नामजदों की तलाश जारी, दो पुलिस टीमें दे रही दबिश
मथुरा। शेरगढ़ थाना क्षेत्र पैगांव में आगरा रेंज के आईजी नवीन अरोरा पहुंचे और मृतकों के घर पहुंच परिजनों से मिले। परिजनों ने आईजी से हत्यारों की गिरफ्तारी और उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग की है। वहीं आईजी ने पीड़ित परिजनों को जल्द ही दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया है। आईजी ने यहां मृतकों के सभी परिजनों से बातचीत की और केस की तह तक पहुंचने और पीड़ित परिजनों की मंशा को जानने का प्रयास किया। ज्ञात हो कि पैगांव में बुधवार की रात को जमीनी विवाद में दो सगे भाइयों की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जबकि दो की हालत गंभीर बनी हुई है।
जमीनी विवाद में मृतक राजेश और रतन के परिजनों से एक-एक सदस्य से मिलने के बाद आईजी नवीन अरोरा ने क्षेत्राधिकारी से इस मालले में अभी तक हुई पुलिस कार्रवाई की रिपोर्ट ली। साथ ही बाकी नामजदों को गिरफ्तार करने और उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
ज्ञात हो कि बुधवार की रात करीब आठ बजे एक प्लॉट को लेकर पैगांव के जना चोलिया थोक में दो पक्षों में विवाद हो गया था। जिसमें दोनों पक्षों मं लाठी डंडे और अंधाधुन गोलियां चलाई। इस खूनी संघर्ष में एक पक्ष के चार सगे भाइयों में गोली मार दी गई। इनमें से दो रतन और राजेशा की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि दो का अस्पताल में उपचार चल रहा है। जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।
दो नाबालिग सहित चार हत्यारोपी गिरफ्तार
शेरगढ थाना प्रभारी के मुताबिक पीड़ित हरिश्चन्द्र पुत्र परमाल की तहरीर पर आठ हत्यारोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इनमें एक ही कुटंब के अमर सिंह, सुखवीर, हरिओम, कुंजबिहारी, देशराज, सतीश और दो नाबालिग शमिल हैं। पुलिस ने नियो न्यूज को बताया कि नामजद हत्यारोपियों में अमर सिंह, सुखवीर एवं दो नाबालिगों को गिरफ्तार कर लिया है। बाकी हत्यारोपियों की तलाश जारी है। इसके लिए पुलिस अधिकारियों ने दो टीम गठित की है। जो कि हत्यारोपियों के संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही हैं।
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने गुजरात हाईकोर्ट में बताया कि भारतीय वायु सेना के एक कर्मचारी को कोविड-19 वैक्सीन लेने से इनकार करने पर बर्खास्त कर दिया है। बताया गया कि जामनगर के वायुसेना के एक कॉर्पोरल की एक याचिका का जवाब देते हुए सरकार ने इसका खुलासा किया। कॉर्पाेरल ने दलील दी है कि टीकाकरण नहीं कराना उनका मौलिक अधिकार है।
समाचार एजेंसी पीटीआई ने बताया कि गुजरात हाईकोर्ट ने वायुसेना के कॉर्पोरल योगेंद्र कुमार की याचिका का निपटारा कर दिया। हालांकि, हाईकोर्ट ने कहा कि याचिकाकर्ता को दी गई अंतरिम राहत तब तक जारी रहेगी, जब तक कि उसके मामले पर भारतीय वायुसेना द्वारा फैसला नहीं किया जाता है।
याचिकाकर्ता योगेंद्र कुमार ने 10 मई, 2021 को जारी कारण बताओ नोटिस को रद्द करने की मांग करते हुए हाईकोर्ट की शरण ली थी। उन्होंने अदालत से भारतीय वायुसेना को दंडात्मक कार्रवाई न करने का निर्देश जारी करने की भी मांग की थी।
याचिकाकर्ता योगेंद्र कुमार ने हाईकोर्ट को बताया था कि केंद्र सरकार ने कहा था कि टीका विशुद्ध रूप से स्वैच्छिक है, अनिवार्य नहीं। याचिका के जवाब में वायुसेना ने कहा था कि टीकाकरण एक सेवा आवश्यकता है और सशस्त्र बलों के लिए व्यक्तिगत विकल्प नहीं है। ‘जैविक हथियारों के दुष्प्रभावों को दूर करने के लिए’ टीके की खुराक लेना आवश्यक है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में बताया गया है कि बर्खास्त कर्मचारी राजस्थान का है। इसके अलावा सरकार ने कोई और विवरण नहीं दिया।
सहायक सॉलिसिटर जनरल देवांग व्यास ने गुजरात हाईकोर्ट को बताया कि नौ वायुसेना कर्मचारी जो टीका लेने के लिए अनिच्छुक थे, उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था और ‘उन्हें यह समझाने के लिए कहा गया था कि टीकाकरण के आदेश की अवहेलना करने के लिए उनकी सेवाओं को समाप्त क्यों नहीं किया जाना चाहिए?’ उन्होंने आगे कहा कि इनमें से आठ कर्मचारियों ने नोटिस का जवाब दिया था, जो जवाब देने में विफल रहा, उसे बर्खास्त कर दिया गया। मालूम हो कि कई अदालतें पहले ही कह चुकी हैं कि टीकाकरण को रोजगार, सरकारी लाभों से नहीं जोड़ा जा सकता है और इसका उपयोग किसी व्यक्ति को उनकी आजीविका से वंचित करने के लिए नहीं किया जा सकता है।
उच्च न्यायालय के अनुसार, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा था कि टीकाकरण अनिवार्य नहीं है, बल्कि स्वैच्छिक है। याचिकाकर्ता ने अदालत को सूचित किया था कि सरकार ने लोकसभा को बताया था कि टीकाकरण के कारण उत्पन्न होने वाले किसी भी प्रकार के दुष्प्रभाव या चिकित्सा जटिलता के खिलाफ कोविड-19 टीकाकरण प्राप्त करने वालों के लिए मुआवजे का कोई प्रावधान नहीं है।
मुंबई। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में कोरोना संक्रमण के चलते मुसीबतें थमने का नाम नहीं ले रही है। डेल्टा प्लस वैरिएंट से मौत का पहला मामला सामने आया है। मुंबई के घाटकोपर इलाके में एक 63 वर्षीय महिला की जुलाई में मौत हुई थी, जिसकी जांच रिपोर्ट अब सामने आई है।
रिपोर्ट के मुताबिक महिला की मौत डेल्टा प्लस वैरिएंट के चलते हुई थी। हैरानी की बात ये है कि महिला ने वैक्सीन की दोनों डोज ली हुई थी इसके बावजूद महिला की डेल्टा प्लस वैरिएंट की वजह से मौत हो गई। महाराष्ट्र में अब तक डेल्टा प्लस वैरिएंट से दो मौत हो चुकी है। पहली मौत 13 जून को 80 वर्षीय एक महिला की रत्नागिरी में हुई थी। दरअसल 11 अगस्त को इस बात की पुष्टि हुई थी कि महिला की मौत डेल्टा प्लस वैरिएंट की वजह से हुई है।
सात लोग पाए गए थे डेल्टा प्लस वैरिएंट संक्रमित
राज्य सरकार की ओर से बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) को ये जानकारी दी गई थी कि जीनोम सीक्वेंसिंग जांच में पता चला है कि मुंबई में 7 लोग डेल्टा प्लस वैरिएंट से संक्रमित हैं। इसके बाद बीएमसी ने इन मरीजों के संपर्क में आए लोगों से बातचीत करनी शुरू की। मरने वाली ये महिला भी उन सात लोगों में ही शामिल थी।
महिला के संपर्क में आए दो अन्य लोग भी हुए वैरिएंट की चपेट में
बीएमसी अधिकारी जब महिला के परिजनों से मिले तो बताया गया कि महिला की मौत 27 जुलाई को हुई थी। खबर है कि महिला के संपर्क में आए दो अन्य लोगों में भी डेल्टा प्लस वेरिएंट का पता चला है। मुंबई स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख डॉ. मंगला गोमारे ने बताया कि 63 वर्षीय मरीज की डेल्टा प्लस वैरिएंट की वजह से मौत हो गई थी। इसके बाद महिला के संपर्क में आए 6 अन्य लोगों की भी जांच कराई गई। जांच में 6 में से 2 और लोगों में डेल्टा प्लस वैरिएंट का पता चला है। अभी कुछ और लोगों की जांच रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है।
वैक्सीन की दोनों डोज लेने क बावजूद महिला हुई कोरोना पॉजिटिव
डॉक्टर गोमारे ने बताया कि महिला इंटरसिटिशियल लंग और ऑब्सट्रक्टिव एयरवे से पीड़ित थी। हैरानी की बात ये है कि महिला ने वैक्सीन की दोनों डोज ली हुई थी, इसके बावजूद वह कोरोना संक्रमित हो गई। शुरुआत में महिला को घर पर ही ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया, बाद में 24 जुलाई को उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां तीन दिन के इलाज के बाद उनकी मौत हो गई। एन वार्ड के चिकित्सा अधिकारी डॉ महेंद्र खंडाडे ने बताया कि घर पर महिला की हालत बिगड़ने पर पहले विक्रोली के गोदरेज मेमोरियल अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। एक दिन इलाज के बाद महिला की तबीयत और बिगड़ गई और परिवार ने उन्हें ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां उनकी मौत हो गई।