Friday, December 26, 2025
Home Blog Page 71

बलदेव रजवाहा की सफाई कराई या आफत टराई, पानी आने के बाद डर के साये में रहेंगे किसान

0
  • आखिर किसानों मांग की और निरीक्षण करने के लिए एक बार भी क्यों नहीं आ रहे अधिशासी अभियंता
  • किसानों से बोले रहे जेई जो अधिशासी अभियंता कहेंगे वो करेंगे

बलदेव : निचली मांट ब्रांच गंग नहर से निकलने वाले बलदेव रजवाहा की बीते दिनों सफाई कराई गई है। सफाई ऐसी है कि बैक साइड पटरियां खुद बयां कर रही हैं कि वह कमजोर हैं। बावजूद इसके सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता ने एक बार भी निरीक्षण करने की नहीं सोची। जबकि खेतों में किसानों की रबी की फसल दिखाई देने लग गयी है।

किसानों के खेत में सरसों, आलू और रबी की फसलें दिखाई देने लग गयी हैं। बावजूद इसके सिंचाई विभाग के अधिकारी अभी तक चेते नहीं हैं। बलदेव रजवाहा की बीते दिनों जिस प्रकार सफाई कराई गई है, उसमें झोल ही झोल हैं। बैक साइड की पटरियां देखने पर बयां करती हुईं देखी जा सकती हैं कि वह कितनी कमजोर हालात में हैं। पटरी सीमेंट उखड़ कर अलग हो गया है। खडैरा गांव के समीप बीते माह पटरी टूट गयी, जिससे ज्वार की फसल जलमग्न हो गयी थी। किसान बोरों में मिट्टी भरकर जैसे-तैसे पार पायी। इसके बावजूद भी सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने इसे ठीक कराना उचित नहीं समझा। आज मिट्टी के बोरे में बैक साइड की टूटी पटरी की तरफ लगे हैं।

किसान वीरेन्द्र कहते हैं कि क्या यह मिट्टी के बोरे लंबे समय तक चलेंगे। रजवाहा में पानी आने के बाद यह कमजोर हो जायेंगे पानी फिर से खेतों रिसने लगेगा और आलू की फसल को नुकसान की आशंका है। अधिकारियों से इस ओर ठीक से ध्यान देने की जरूरत है। जब सफाई कराई गई तभी इस पर काम होना था, लेकिन नहीं। आधे अधूरे काम को छोड़कर किसानों को लॉलीपॉप पकड़ायी गयी है। इससे ऐसा साबित होता है कि रजवाहा की सफाई कराई है या आफत टराई है।

किसान श्रीराम बौहरे कहते हैं कि किसानों के हित सरकारें काम कर रही हैं, लेकिन अधिकारी उसे आईना दिखाना चाहते हैं। अगर ऐसा नहीं हैं तो किसानों को मांगों को और उनको सुगम रास्ता देने में क्या आपत्ति है।

हाईकोर्ट के आदेश पर बहाल हुए ग्राम पंचायत बरसाना देहात के अधिकार

0
  • ग्राम पंचायत बरसाना देहात के अधिकार बहाल होने से अन्य ग्राम प्रधानों ने खुशी की लहर

रिपोर्ट – राघव शर्मा

बरसाना – योगी सरकार द्वारा नगर पंचायत बरसाना में शामिल किए गए 11 गांवों में से एक ग्राम पंचायत बरसाना देहात के अधिकार को हाईकोर्ट ने बहाल कर दिया। वहीं हाईकोर्ट के आदेश के बाद अन्य ग्राम प्रधानों के चेहरे पर भी खुशी की लहर दौड़ आई है। फिलहाल प्रशासन ने लिखा पढ़ी में ग्राम प्रधान को उनके अधिकार नहीं दिए है।

13 अक्तूबर 2022 को योगी सरकार ने अधिसूचना जारी कर बरसाना नगर पंचायत का सीमा विस्तार किया था। जिसमें 11 गांवों को शामिल किया गया। जिसमें प्रमुख रूप से बरसाना देहात, गाजीपुर, संकेत, आजनोख, श्रीनगर, करहला, चिकसोली, मानपुर, डभाला, खोर, ऊंचागांव को शामिल किया गया। वहीं ग्राम पंचायत बरसाना देहात की प्रधान बीना देवी सहित अन्य प्रधानों ने उक्त अधिसूचना के खिलाफ आपत्ति जाहिर की थी, लेकिन उसके बावजूद भी सरकार ने उक्त गांवों को नगर पंचायत में शामिल कर लिया। जिसके बाद उक्त अधिसूचना के खिलाफ प्रधान बीना देवी ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। जिसमें बिना देवी ने तर्क दिया है कि उनकी ग्राम पंचायत में 80 प्रतिशत लोग गरीब है। धार्मिक क्षेत्र में भी बरसाना देहात की खुद की पहचान है। वहीं सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के खिलाफ हाईकोर्ट के ग्राम पंचायत बरसाना देहात के अधिकार को बाहर करने के आदेश शासन को दिया है। जिसके बाद उक्त आदेश की प्रति लेकर प्रधान बीना देवी ने जिलाधिकारी व पंचायत राज अधिकारी से मुलाकात की। प्रधान प्रतिनिधि दीपू पंडित ने बताया कि जिलाधिकारी के आदेश पर पंचायत राज अधिकारी ने उनके अधिकार फिलहाल मौखिक रूप से बहाल कर दिए है। दस दिन के अंदर लिखा पढ़ी में पूरे अधिकार बाहर करने की बात कही। वहीं हाईकोर्ट के आदेश पर ग्राम पंचायत बरसाना देहात के अधिकार बहाल होने के चलते अन्य ग्राम प्रधानों के चेहरे पर भी खुशी की लहर है। उन्हें भी उम्मीद की किरण नजर आ रही है कि जल्द उनके भी अधिकार बहाल हो सकते है।

आस्था सिंह ने हनुमान प्रसाद धानुका विद्यालय का बढ़ाया मान

  • राष्ट्रीय स्तर की कथाकथन प्रतियोगिता में हासिल किया प्रथम स्थान
  • उज्जैन में अखिल भारतीय संस्कृति महोत्सव अंतर्गत हुआ आयोजन

वृंदावन। हनुमान प्रसाद धानुका सरस्वती बालिका विद्या मंदिर की दो छात्राओं ने अखिल भारतीय संस्कृति महोत्सव में अपने उत्तम प्रदर्शन के साथ कीर्ति पताका फहराई। अखिल अखिल भारतीय संस्कृति महोत्सव 16 नवंबर से 19 नवंबर तक सरस्वती विद्या मंदिर ऋषि नगर उज्जैन में आयोजित किया गया। जिसमें 11 राज्यों से 400 प्रतिभागियों ने भाग लिया हनुमान प्रसाद धानुका विद्यालय की दो बालिकाओं ने भी कथा कथन व मूर्ति कला में प्रतिभागिता की जिसमें राष्ट्रीय स्तर पर कथा कथन प्रतियोगिता में आस्था सिंह प्रथम स्थान पर रही व मूर्ति कला में अंशिका शर्मा ने सहभागिता प्रमाण पत्र प्राप्त किया।
राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली बालिका आस्था सिंह को विशिष्ट अतिथि गजेंद्र सिंह शेखावत केंद्रीय संस्कृति मंत्री द्वारा सम्मानित किया गया।
बालिका की सफलता पर विद्यालय की प्रधानाचार्या डॉ अंजू सूद ने कहा कि यह पुरस्कार केवल विद्यालय के लिए गौरव का विषय ही नहीं बल्कि अन्य छात्राओं के लिए भी प्रेरणा का स्रोत है।
छात्राओं की सफलता में कुसुम सैनी, शिल्पी वर्मा का सहयोग रहा। विद्यालय प्रबन्ध समिति से पद्मनाभ गोस्वामी, रेखा माहेश्वरी, विश्वनाथ अग्रवाल, उमेश चंद शर्मा, कमल खण्डेलवाल, भरत शर्मा आदि ने छात्राओं की सफलता पर हार्दिक शुभकामनाएँ एवं आशीर्वाद दिया।

राजीव इंटरनेशनल स्कूल में स्पर्धा-2024 का रंगारंग शुभारम्भ

  • पहले दिन कई खेल स्पर्धाओं में विद्यार्थियों ने दिखाया दम
  • खेल हमें अनुशासन और परिश्रम की देते हैं सीखः एसपी ट्रैफिक पुलिस

मथुरा। छात्र-छात्राओं के सर्वांगीण विकास में शिक्षा के साथ खेलकूद का भी बहुत महत्व है। खेलों से शरीर ही नहीं मन भी स्वस्थ रहता है। यदि हमें निरोगी रहना है तो प्रतिदिन किसी न किसी खेल में हिस्सा जरूर लेना चाहिए। खेल हमें अनुशासन तथा टीमभावना सिखाते हैं। यह बातें गुरुवार को राजीव इंटरनेशनल स्कूल में स्पर्धा-2024 के शुभारम्भ अवसर पर मुख्य अतिथि मनोज कुमार यादव एसपी ट्रैफिक पुलिस मथुरा ने छात्र-छात्राओं को बताईं।
श्री यादव ने अपने सम्बोधन में कहा कि जीवन में शिक्षा के साथ-साथ खेलों का अपना महत्व है। खेल हमें अनुशासन तथा परिश्रम की सीख देते हैं। खेलों से सामाजिकता एवं देशप्रेम का भाव भी उत्पन्न होता है। खेलकूद से संयम, दृढ़ता, गम्भीरता और सहयोग की भावना का भी विकास होता है। खेलों से नीरस जीवन सरस बनता है। खेलकूद व्यक्ति के बहुमुखी विकास के लिए बहुत आवश्यक हैं। 21 से 27 नवम्बर तक चलने वाले स्पर्धा-2024 के पहले दिन छात्र-छात्राओं ने बास्केटबॉल, रस्साकशी, लम्बीकूद, दौड़, गोलाफेंक, रिले रेस, फुटबॉल आदि में अपना कौशल दिखाया।
स्पर्धा-2024 में छोटी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए स्पून रेस, लेमन रेस जैसी आकर्षक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। विद्यालय के शारीरिक शिक्षकों ने बताया कि एक सप्ताह तक विभिन्न आयु वर्ग के विद्यार्थियों के लिए अलग-अलग प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। प्रतियोगिता के समापन अवसर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को ट्रॉफी एवं प्रमाण-पत्र देकर पुरस्कृत किया जाएगा।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने सभी प्रतिभागी विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन करते हुए अपने संदेश में कहा कि शिक्षा के साथ-साथ आज के समय में खेल के क्षेत्र में भी अपार सम्भावनाएं हैं लिहाजा प्रत्येक छात्र-छात्रा अपनी रुचि के अनुसार खेलों का चयन कर अपना करियर बना सकता है। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि हर बच्चे के मन में एक सवाल रहता है कि क्या पढ़ाई और खेलकूद साथ-साथ चल सकते हैं, इसका उत्तर है हां। खेलों में सक्रियता का यह अर्थ नहीं है कि आप पढ़ाई-लिखाई छोड़ दो और अध्ययन का यह अर्थ नहीं है कि आप खेलना छोड़ दो। लगातार पढ़ाई के दौरान कई बार तनाव की स्थिति बनती है। खेल से तनाव का स्तर कम होता है। जो नित्यप्रति खेल में हिस्सा लेते हैं, उनकी एकाग्रता और अंतर्दृष्टि विलक्षण होती है। खेल से रचनात्मकता को भी बढ़ावा मिलता है।
प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा कि खेल एक महान शिक्षक है। खेल हमें हमेशा तरोताजा रखते हैं। श्री अग्रवाल ने कहा कि आज के परिवेश और जीवन शैली का एक नकारात्मक पहलू यह है कि बच्चे हों या युवा, लगातार मोबाइल पर गेम खेलना उनकी एक आदत बनती जा रही है। ऐसे में नई पीढ़ी की खेलों में रुचि बढ़ाने के लिए अभिभावकों तथा शिक्षण संस्थाओं को विशेष ध्यान देने की जरूरत है। विद्यालय की शैक्षिक संयोजिका प्रिया मदान ने कहा कि खेल छिपी हुई प्रतिभाओं को निखारने का सबसे अच्छा माध्यम हैं। राजीव इंटरनेशनल स्कूल प्रत्येक विद्यार्थी के सर्वांगीण शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए प्रतिबद्ध है। स्पर्धा-2024 शारीरिक शिक्षक लक्ष्मीकांत, लोकपाल सिंह राणा, निशांत, वोमेश, रेखा आदि की देखरेख में हो रही है।

बलदेव के इन किसानों की कोई सुनने वाला नहीं, सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने दिया लॉलीपॉप

0
  • रबी की फसल की रखवाली के लिए उबड़ खाबड़ रास्ते से दौड़ रहे किसान, अधिशासी अभियंता ने किसानों को पकड़ाया लॉलीपॉप, किसान परेशान
  • किसान बोले रात्रि 10 से 2 बजे के बीच आवारा पशु एवं नीलगाय की कर रहे रखवाली, उबड़ खाबड़ रास्ते से जाना हुआ दुश्वार, एक छोटा और अस्थाई की पुल की है आवश्यकता

बलदेव खडैरा मौजा के इन किसानों की सिंचाई विभाग का कोई अधिकारी सुनने वाला नहीं है। एक छोटे और अस्थाई पुल की मांग करने पर अधिशासी अभियंता ने सिर्फ बैक साइड की पटरी को हल्के तरीके से साफ करा दिया है। साफ तौर पर पटरी जाहिर कर रही है कि वह उबड़ खाबड़ है। रजवाहा में पानी आने के दौरान रात्रि में इस पर चलना खतरनाक है।

किसान गोपाल बौहरे कहते हैं कि अधिशासी अभियंता से एक छोटे और अस्थाई पुल की मांग की थी, लेकिन उन्होंने किसानों को ही नियमों का हवाला देकर और बैक साइड की पटरी हल्के-फुल्के तरीके से साफ कराकर किसानां को लॉलीपॉप पकड़ा दिया है। हम किसान वाकई परेशान हैं, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। जब सिंचाई विभाग के अधिकारी ही नहीं सुन रहे हैं तो आखिर किस तरफ जायें और कहां जायें।

किसान सत्यदेव ने कहा कि अगर अधिशासी अभियंता कोई कोई आर्थिक मदद चाहिए तो भी किसान देने के लिए तैयार हैं। विद्युत के चार सीमेंट खंबे भी रखवा दिए जायें तो भी आसानी से किसान रजवाहा को पार कर अपने खेतों की रबी की फसल की रखवाली आवारा पशुओं से कर सकेंगे। उबड़-खाबड़ पटरी पर चलना आसान नहीं है।

उन्होंने कहा कि दिसंबर और जनवरी माह में जब भीषण सर्दी पड़ती है तो सिर्फ अन्नदाता ही खेतों पर होता है, लेकिन सिंचाई विभाग के अधिकारियों ये दिखाई नहीं दे रहा है। किसानों का कहना है कि विद्युत के चार खंभों की व्यवस्था भी किसानों ने की है, लेकिन एक अस्थाई पुल की व्यवस्था में अव्यवस्था बनकर बैठे सिंचाई विभाग के अधिकारी नियमों का हवाला देकर किसानों को अनदेखा कर रहे हैं।

समाजसेवी व भाजपा नेता ब्रजेश ने कहा कि सिंचाई विभाग के अधिकारियों को किसानों की समस्या पर ध्यान देना चाहिए। ये अन्नदाता है, रात्रिभर और भीषण गर्मी और सर्दी में अपने खेतों पर फसलों की रखवाली करते हैं। इनके लिए ही रास्ता नहीं होगा तो किसके लिए होगा।

संस्कृति विवि में हुई संगोष्ठी में अच्छे मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को बताया

मथुरा। संस्कृति स्कूल आफ नर्सिंग में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर एक सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में वक्ताओं ने कार्यस्थल पर अच्छे मानसिक स्वास्थ्य की आवश्यकता और उपयोगिता पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए इस ओर प्राथमिकता से ध्यान देने के लिए प्रेरित किया।
संगोष्ठी का प्रारंभ परंपरागत तरीके से दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। संगोष्ठी में स्कूल आफ नर्सिंग के विभागाध्यक्ष प्रो. ब्लेसी ने कहा कि अक्सर देखा गया कि लोग मानसिक स्वास्थ्य के प्रति गंभीरता नहीं बरतते। अपनी खीज, झल्लाहट और चिड़चिढेपन को सामान्य रूप से ले लेते हैं और इस कारण उनकी असली वजह सामने नहीं आ पाती। इसका बहुत बड़ा कारण मानसिक रूप से अस्वस्थ होना भी है। हमारी मानसिक नकारात्मकता हमें अच्छा काम करने से रोक देती है और कार्यस्थल पर अक्षमता के रूप में सामने आती है। इस पर हम सबको ध्यान देना होगा और समझना होगा। उन्होंने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता लाना ही इस संगोष्ठी का परम उद्देश्य है। जब हम जागरूक होंगे तो हम अपनी मानसिक स्थितियों को समझ सकेंगे और स्वस्थ हो सकेंगे।
संस्कृति स्कूल आफ नर्सिंग के प्राचार्य डा. केके पाराशर ने कहा कि हमको अपना मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रखना होगा। अच्छे मानसिक स्वास्थ्य के साथ ही हम कार्यस्थल पर अपना शत-प्रतिशत दे सकते हैं। अगर हम मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं होते हैं तो हमारा न तो काम में मन लगता है और न ही हम अपने काम को अच्छी तरह से कर पाते हैं। उन्होंने कहा कि जब तक हम अपनी मानसिक दशा को अच्छी तरह से ध्यान नहीं देंगे तब तक हम अपने बिग़ड़े मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जान नहीं सकेंगे।
संगोष्ठी में छात्र-छात्राओं ने भी अपने विचार रखे और मानसिक स्वास्थ्य को तंदुरुस्त बनाए रखने के लिए सभी को जागरूक किया। अंत में मेडिकल एवं सर्जिकल विभाग के प्रो. विनीत रावत ने धन्यवाद प्रस्तुत करते हुए आशा व्यक्त की कि संगोष्ठी अपने उद्देश्यों पर पूरी तरह से सफल साबित होगी। संगोष्ठी में विवि के अनेक शिक्षकगण और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती पांच दिनों की ब्रज यात्रा पर पहुंची बरसाना

0

रिपोर्ट – राघव शर्मा

बरसाना मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती पांच दिवसीय ब्रज भ्रमण के लिए बरसाना में प्रवास किया। इस दौरान देर शाम उमा भारती का काफिला बरसाना पहुंचा।

कस्बे के करहला रोड पर स्थित कटारा पार्क के समीप मध्य प्रदेश की पूर्व सीएम उमा भारती पांच दिवसीय प्रवास पर बरसाना पहुंची। मंगलवार की देर शाम उमा भारती का काफिला बरसाना पहुंचा। इस दौरान बरसाना में स्थित अपने शिविर में उन्होंने रात्रि प्रवास किया। सूत्रों की माने तो पांच दिनों तक उमा भारती बरसाना क्षेत्र में स्थित राधाकृष्ण के लीला स्थलों के दर्शन करेंगी।

दो लाख रुपए की पराली जलकर स्वाह

0

रिपोर्ट – राघव शर्मा

बरसाना छाता बरसाना रोड पर स्थित किसान द्वारा खरीदी गई पराली में आग लग गई। अचानक लगी आग से करीब दो लाख रुपए की पराली जलकर स्वाह हो गई। मंगलवार को छाता रोड पर स्थित श्रीनगर मोड के समीप किसान ईश्वर निवासी आजनोख ने दो लाख रुपए की पराली खरीद कर रखी थी। देर शाम अचानक पराली के ढेर में आग लग गई। आग की सूचना पर पुलिस व फायर बिग्रेड के लोग मौके पर पहुंचे, लेकिन जबतक पराली जलकर स्वाह हो गई। पीड़ित किसान में थाना बरसाना में आग की तहरीर दी है। थाना प्रभारी निरीक्षक अरविंद कुमार निर्वाल ने बताया कि अचानक किसान के लाखों रुपए की पराली जलकर स्वाह हो गई।

जीएलए के विद्यार्थियों का इनोवेटिव भारत 3.0 में शानदार प्रदर्शन

  • जीएलए टीबीआई के विद्यार्थियों ने इनोवेटिव भारत 3.0 में किया नवाचार और उत्कृष्टता का प्रदर्शन

मथुरा: इनोवेटिव भारत 3.0 के अन्तर्गत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, मथुरा (बृज प्रान्त) द्वारा महाविद्यालीन विद्यार्थी कार्य विभाग कार्यक्रम का आयोजन वृहद तरीके से किया गया। प्रतिष्ठित कार्यक्रम में जीएलए विश्वविद्यालय के स्पार्कल से जुड़ी छात्रों की टीम ने नवाचार और उत्कृष्टता का बेहतर प्रदर्शन कर पुरस्कार राशि सहित ट्राॅफी हासिल की।

कार्यक्रम का आयोजन केड़ी मेड़ीकल काॅलेज में हुआ। इस कार्यक्रम में स्पार्कल जीएलए विश्वविद्यालय के 45 टीमों का रजिस्ट्रेशन हुआ, जिसमे कुल 102 विद्यार्थियों ने कार्यक्रम में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई। इनोवेटिव भारत 3.0 में चार प्रमुख थीम पर आधारित प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। जिनमे स्वास्थ्य और चिकित्सा में एक टीम, इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी में तीन टीम, पर्यावरण और सामाजिक में एक टीम ने एवं अर्थशास्त्र/कानून में एक टीम सहित कुल 6 टीमों ने फाइनल में जगह बनाई। इन चारों थीम्स में जीएलए विश्वविद्यालय की टीमें अपने-अपने विचार और परियोजनाओं को लेकर शामिल हुईं। जीएलए के छात्रों की नवाचार-युक्त प्रस्तुतियों ने निर्णायक मंडल को प्रभावित किया, जिसके परिणामस्वरूप अर्थशास्त्र/कानून में टीम शी-क्राफ्ट्स ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।

इस उपलब्धि के लिए टीम में सम्मिलित मोहन माधव सिंघल एवं अंशिका त्रिपाठी को 31 हजार रुपये के चेक द्वारा पुरस्कार प्राप्त हुआ और एक ट्रॉफी प्रदान की गई।

इस उपलब्धि एवं सफलता पर विश्वविद्यालय प्रबंधन ने खुशी और गर्व का अनुभव किया। विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता ने टीम के पदाधिकारियों तथा सफल विद्यार्थियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि जीएलए विश्वविद्यालय के छात्रों ने नवाचार और विशिष्टता में अपना लोहा मनवाया है। यह विश्वविद्यालय के लिए गौरव का क्षण है। अब स्पार्कल टीम ने भविष्य के नवाचारों की पृष्ठ्भूमि भी तैयार कर ली है।
विश्वविद्यालय ने इनोवेटिव भारत 3.0 में विद्यार्थियों के प्रतिभाग करने की जिम्मेदारी टीम टीबीआई -स्पार्कल को दी थी, जिसके लिए विभाग के कोऑर्डिनेटर जितेन्द्र कुमार एवं सहायक प्रबंधक अभिषेक गौतम ने मैनेजमेंट विभाग की अंकिता सक्ससेना एवं टीबीआई -स्पार्कल के दीपक शर्मा के सहयोग से टीमों को फाइनल राउंड के लिए तैयार किया।

कोऑर्डिनेटर जितेन्द्र कुमार एवं अभिषेक गौतम ने बताया कि स्पार्कल जीएलए विश्वविद्यालय छात्रों के नवाचार-क्षमता और उनके रचनात्मक दृष्टिकोण का प्रमाण प्रदर्शित करता है।

के.डी. हॉस्पिटल में सात दिन की बच्ची का सफल ऑपरेशन

  • शिशु शल्य विशेषज्ञ डॉ. श्यामबिहारी शर्मा के प्रयासों से बची जान

मथुरा। के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर के शिशु शल्य विशेषज्ञ डॉ. श्यामबिहारी शर्मा ने लक्ष्मीनगर यमुना पार, मथुरा निवासी आकांक्षा पत्नी शैलेन्द्र की सात दिन की नवजात बच्ची के फटे आमाशय का सफल ऑपरेशन कर उसे नया जीवन दिया। अब बच्ची सामान्य रूप से मां का दूध पी रही है तथा पूरी तरह से स्वस्थ होने पर उसे छुट्टी दे दी गई है।
जानकारी के अनुसार लक्ष्मीनगर यमुना पार, मथुरा निवासी आकांक्षा पत्नी शैलेन्द्र ने एक निजी नर्सिंग होम में 28 अक्टूबर को एक बच्ची को जन्म दिया। जन्म के कुछ दिन बाद बच्ची का पेट फूलने लगा तथा उल्टी भी करने लगी और मां का दूध पीने में असमर्थ हो गई। ऐसी स्थिति में नवजात बच्ची के पेट का एक्सरा कराया गया, जिससे पता चला कि उसकी आंत या आमाशय फट गई है। बच्ची की नाजुक स्थिति को देखते हुए नर्सिंग होम के चिकित्सक ने आकांक्षा तथा शैलेन्द्र को के.डी. हॉस्पिटल के शिशु शल्य विशेषज्ञ डॉ. श्याम बिहारी शर्मा से परामर्श लेने की सलाह दी।
नवजात बच्ची को के.डी. हॉस्पिटल लाया गया। डॉ. श्याम बिहारी शर्मा ने एक्सरे को देखा तथा तुरंत ऑपरेशन की सलाह दी। आकांक्षा तथा शैलेन्द्र की स्वीकृति के बाद डॉ. शर्मा तथा उनकी टीम द्वारा लगभग चार घंटे बाद ही बच्ची का ऑपरेशन कर दिया गया। ऑपरेशन में पाया गया कि नवजात बच्ची का आमाशय फटा था तथा पेट में दूध फैला हुआ था। डॉ. शर्मा द्वारा बच्ची के फटे आमाशय को रिपेयर कर उसके पेट को साफ किया गया। ऑपरेशन में डॉ. शर्मा का सहयोग डॉ. अनुराग तथा सागर सूरज सिंह ने किया।
डॉ. शर्मा का कहना है कि ऐसी बीमारी बहुत कम पाई जाती है। ऐसी परेशानी में विलम्ब होने पर बच्ची की जान भी जा सकती थी। ऑपरेशन के बाद बच्ची को सघन चिकित्सा इकाई में रखा गया तथा जब वह सामान्य रूप से मां का दूध पीने लगी, तब उसकी 12 नवम्बर को छुट्टी कर दी गई। बच्ची को नया जीवन देने के लिए माता-पिता आकांक्षा तथा शैलेन्द्र ने डॉ. श्याम बिहारी शर्मा व हॉस्पिटल प्रबंधन का आभार माना।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल तथा डीन और प्राचार्य डॉ. आर.के. अशोका, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजेन्द्र कुमार ने बच्ची की सफल सर्जरी के लिए डॉ. श्याम बिहारी शर्मा तथा उनकी टीम के चिकित्सकों को बधाई देते हुए बेबी के स्वस्थ जीवन की ईश्वर से कामना की है।