Friday, December 26, 2025
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ब्रज विकास पर विशेष ध्यान दे राजस्थान सरकार :-रमेश बाबा

रिपोर्ट राघव शर्मा

बरसाना श्री राधा रानी ब्रज यात्रा के 31 वे दिन यात्रा में सम्मिलित हुए ब्रज के परम विरक्त संत पद्म श्री रमेश बाबा ने यात्रियों को संबोधित करते हुए कहा कि ब्रज भूमि हम सभी का प्राण है ।ब्रज की सेवा साक्षात राधा माधव की ही सेवा है ।हमने ब्रज के दिव्य पर्वत ,सरोवर व वनों के संरक्षण संवर्धन की सेवा में संपूर्ण जीवन लगा दिया ।अगले कुछ दिन हमारी यात्रा राजस्थान के ब्रज क्षेत्र में रहेगी ।यहाँ से राजस्थान सरकार से भी अपेक्षा करते हैं कि ब्रज के सजाने संवारने पर विशेष ध्यान दे ।
आज यात्रा गो दृष्टि वन (गोहाना) ,बूढ़े बद्री,खो होते हुए आदि बद्री पहुँची। खो में पर्याप्त स्थान नहीं मिल पाने के कारण आज का पड़ाव भी आदि बद्री में ही रखना पड़ा । कल यात्रा आदि बद्री के समस्त पर्वतों ,गंगोत्री यमुनोत्री आदि लीला स्थलों का दर्शन करेंगे ।यात्रा में बाबानृसिंह दास ब्रजदास ब्रज शरण दास नील मणि दास राधा कान्त शास्त्री आदि प्रमुख जन थे ।

छात्र जीवन में परसेंटेज नहीं क्वालिटी रखती है मायने : नीरज

  • ग्रेटर नोएडा में आयोजित भारत शिक्षा एक्सपो कार्यक्रम में बोले जीएलए के नीरज

ग्रेटर नोएडा : सफलता हर किसी की चाहत होती है, लेकिन इसे पाना आसान नहीं होता। जिंदगी में चुनौतियां आती हैं, संघर्ष होता है, लेकिन जो भी हार नहीं मानते वही सफलता की सीढ़ी चढ़ते हैं। विद्यार्थियों में सफलता के जुनून भरने के लिए जीएलए विश्वविद्यालय के सीईओ एवं मोटीवेशनल स्पीकर नीरज अग्रवाल ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपोमार्ट में तीन दिवसीय ‘भारत शिक्षा एक्सपो 2024‘ कार्यक्रम में विशेष अतिथि के तौर पर पहुंचे। यहां दूर-दराज के संस्थानों और जीएलए विश्वविद्यालय ग्रेटर नोएडा ऑफ कैंपस के विद्यार्थियों को सफलता के मंत्र दिए।

सबसे पहले तो उन्होंने सरकार की इस प्राथमिकता को धन्यवाद देते हुए कहा कि एक मंच ऐसा तैयार किया है जहां देश के कोने-कोने से विद्यार्थी आकर जुटे हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि सरकार की प्राथमिकता में है कि ‘भारत शिक्षा एक्सपो 2024‘ कार्यक्रम के माध्यम से कहीं न कहीं विद्यार्थियों में सफलता पाने की एक ललक पैदा होगी। क्योंकि यहां सिर्फ यही दर्शाया जा रहा है कि किस प्रकार हमें आगे बढ़ना है और देश आज के युवाओं से क्या चाहता है।

तत्पश्चात नीरज ने कहा कि जिंदगी एक क्रिकेट ग्राउंड की तरह है, जहां हमेशां आपको बैंटिंग करनी है, चाहे विकेट कीपर हो या न हो। इसलिए फोकस सिर्फ अपने लक्ष्य को भेदने पर होना चाहिए। अगर फोकस विकेट कीपर की तरफ होगा तो लक्ष्य भटकने में भी देर नहीं लगती। छात्र जीवन में परसेंटेज से अलग हटकर क्वालिटी के भी अपने अलग मायने हैं। परसेंटेज सिर्फ एक कक्षा से हटाकर दूसरी कक्षा की तरफ ले जा सकती है, लेकिन अगर क्वालिटी यानि बेहतर परफार्मेंस अगर आपके अंदर है, तो प्रत्येक ड्रीम जॉब आपके कदम चूमेगी। इसके अलावा और कई बेहतर विकल्प मिलेंगे जो, छात्र जीवन को ऊंचाईयों की ओर ले जायेंगे।

उन्होंने कहा कि आजकल अक्सर देखा जाता है कि युवा अपने कमरे में उगते हुए सूरज और दौड़ते हुए घोडे़ की छवि लगा लेते हैं। इस छवि लगाने से ये तो साबित नहीं होता कि आप सूरज से पहले उगते हो और घोड़े से तेज दौड़ते हो। उन्होंने कहा कि आज का समय एक दूसरे से मुकाबले यानि कॉम्पटीशन का है। इसलिए जरूरत है सूरज से पहले उगो और घोड़े से तेज दौड़ो। इसके अलावा मोटीवेशनल स्पीकर कई शेरों-शायरी के माध्यम से छात्र-छात्राओं को मोटीवेट किया। अंत में नीरज अग्रवाल ने कहा कि अगर आज का युवा अपना 25 प्रतिशत भी पूर्ण लगन से किसी कार्य को देता है तो समझना आगे के जो प्रतिशत होंगे उन्हें पाने में भी और आसानी होगी। इसलिए दूसरे के रिकॉर्ड को देखने से अच्छा है कि रिकॉर्ड नए बनाये जायें। प्रयास टीम से डा. अमित अग्रवाल, नितिन गौर, फैजुल हसन, लवकुश सागर, सोहनलाल आदि उपस्थित रहे।

संस्कृति विश्वविद्यालय ने मनाया राष्ट्रीय शिक्षा दिवस

मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ़ एजुकेशन में राष्ट्रीय शिक्षा दिवस का आयोजन किया गया। इस मौके पर वक्ताओं ने देश के प्रथम शिक्षा मंत्री रहे मौलाना अबुल कलाम को याद किया और उनके शिक्षा के क्षेत्र में किए गए कार्यों को विस्तार से बताया।
राष्ट्रीय शिक्षा दिवस पर आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एम.बी. चेट्टी बताया कि मौलाना अबुल कलाम आज़ाद या अबुल कलाम गुलाम मुहियुद्दीन एक प्रसिद्ध भारतीय मुस्लिम विद्वान थे। वे कवि, लेखक, पत्रकार और भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे। भारत की आजादी के बाद वे एक महत्त्वपूर्ण राजनीतिक पद पर रहे। वे महात्मा गांधी के सिद्धांतो का समर्थन करते थे। खिलाफत आंदोलन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। 1923 में वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सबसे कम उम्र के अध्यक्ष बने। वे 1940 और 1945 के बीच कांग्रेस के प्रेसीडेंट रहे। आजादी के बाद उत्तर प्रदेश राज्य के रामपुर जिले से 1952 में सांसद चुने गए और भारत के पहले शिक्षा मंत्री बने। उनके द्वारा शिक्षा की क्षेत्र में अनेक कार्य किये गए, जिनमें यूजीसी, तकनीकी, जामिआ मिलिया विश्वविद्यालय, अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय की स्थापना जैसे प्रमुख कार्य भी शामिल हैं।
स्कूल ऑफ़ एजुकेशन की डीन डॉ. रेनू गुप्ता ने कहा कि मौलाना अबुल कलाम आजाद के देश भर में सीखने के अवसरों के विस्तार के प्रति उनके समर्पण के बारे में बताया। डॉ. निशा चंदेल ने राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के महत्व पर प्रभावशाली संबोधन दिया, जिसमें भारत की शैक्षिक नीति पर मौलाना आज़ाद के प्रभाव को दर्शाया गया। डॉ. मृत्युंजय मिश्रा ने छात्रों से शिक्षा को व्यक्तिगत और सामाजिक विकास की आधारशिला के रूप में महत्व देने पर बल दिया एवं नई तकनीकी के साथ आगे बढ़ने के लिए छात्रों को प्रेरित किया। इस अवसर पर छात्रों को मौलाना अबुल कलाम आजाद की डॉक्यूमेंट्री भी दिखाई गई।

वी पी एस के छात्रों ने किया पर्वतीय स्थल नैनीताल का रोमांचक भ्रमण

वृंदावन। शैक्षिक ज्ञान में अभिवृद्धि करने में भ्रमण महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं यह न केवल हमें मनोरंजन प्रदान करते हैं बल्कि अज्ञात स्थलों की भौगोलिक एवं राजनीतिक जानकारी देने के साथ-साथ छात्रों के मानसिक विकास में भी अभिवृद्धि करते हैं। इसी उद्देश्य को साकार करने की परिकल्पना से मथुरा मार्ग स्थित वृंदावन पब्लिक स्कूल में कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों ने नैनीताल पर्वतीय स्थल का भ्रमण किया। जिसमें लगभग 125 छात्रों ने यात्रा की। अपनी इस तीन दिवसीय यात्रा में छात्रों ने नैनीताल के प्रमुख स्थल यूथ हॉस्टल, केव गार्डन, बोटैनिकल गार्डन, एडवेंचर पार्क, नैना देवी, माल रोड, जागेश्वरधाम, वुड वॉटरफॉल, कैंची धाम, हनुमानगढ़, मां लक्ष्मी टेंपल, मुक्तेश्वर महादेव भीमताल, कमल ताल, सेल्फी पॉइंट, आदि स्थलों का भ्रमण किया।
अपने इस आनंददायक भ्रमण के लिए सभी छात्र और छात्राओं ने विद्यालय के निदेशक डॉ ओम जी, निदेशिका निधि शर्मा तथा प्रधानाचार्य कृति शर्मा को धन्यवाद दिया व प्रतिवर्ष इस तरह के भ्रमण का आयोजन हेतु कृतज्ञता व्यक्त की । इस दौरान आदित्य शर्मा, जूही मिश्रा, सर्वदा वर्मा, लवी अग्रवाल निधि गौर प्रियंका तिवारी शालू अग्रवाल, शालू शर्मा, प्रिया अग्रवाल शिवानी गोयल, राधिका गौर, विष्णु प्रिया आदि उपस्थित रहे।

नॉलेज शेयरिंग ट्रिप से लौटे राजीव एकेडमी के विद्यार्थी

  • एमसीए के छात्र-छात्राओं ने 4अचीवर्स कम्पनी में सीखीं सॉफ्टवेयर की गूढ़ बातें

मथुरा। शैक्षिक भ्रमण छात्र-छात्राओं के समग्र बौद्धिक विकास का मूलमंत्र है। कोई भी शैक्षिक यात्रा शिक्षकों को छात्र-छात्राओं के व्यवहार तथा प्रवृत्तियों को देखने-समझने में बहुत मदद करती है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए विगत दिवस राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट के एम.सी.ए. के विद्यार्थियों को नोएडा स्थित 4अचीवर्स कम्पनी ले जाया गया। नॉलेज शेयरिंग विजिट से लौटे छात्र-छात्राओं ने इसे उपयोगी बताते हुए कहा कि उन्हें इस शैक्षिक भ्रमण में सॉफ्टवेयर से जुड़ी ऐसी बातें सीखने को मिलीं जोकि इससे पहले उन्हें नहीं मालूम थीं।
छात्र-छात्राओं को नोएडा स्थित 4अचीवर्स कम्पनी के अधिकारियों ने बताया कि यह कम्पनी युवाओं को सॉफ्टवेयर से जुड़ी गूढ़ बातों का प्रशिक्षण देती है। आज के समय में सॉफ्टवेयर पेशेवरों की बढ़ती मांग को देखते हुए कम्पनी ने भारत के प्रमुख शहरों ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, नई दिल्ली, इन्दौर, गुरूग्राम, चण्डीगढ़, देहरादून आदि में अपने प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित किये हैं। पदाधिकारियों ने बताया कि नौकरियां अच्छे युवाओं को मिलें इसके लिए कम्पनी छात्र-छात्राओं के लिए सहायक भूमिका में है। अधिकारियों ने बताया कि 4अचीवर्स कम्पनी आईटी क्षेत्र की ऐसी अग्रणी प्रशिक्षण कम्पनी है जो तेजी से बढ़ते अनालिटिक्स क्षेत्र में विभिन्न विषयों पर व्यावहारिक उच्च गुणवत्तायुक्त प्रशिक्षण देती है।
कम्पनी में शीर्ष प्रौद्योगिकी स्कूलों के सर्वश्रेष्ठ मार्गदर्शकों तथा उद्योग जगत के पसंदीदा विशेषज्ञों ने विद्यार्थियों को प्रौद्योगिकी उद्योग से जुड़ी सर्वोत्तम बातें बताईं तथा सैद्धांतिक ज्ञान के साथ-साथ व्यावहारिक ज्ञान को कैसे कवर किया जाता है, इसकी भी विस्तार से जानकारी दी। अपने इस शैक्षिक भ्रमण में छात्र-छात्राओं ने आईटी की बुनियादी बातों से लेकर पेशेवर काम को कैसे हैण्डिल किया जा सकता है, उसकी भी जानकारी हासिल की। विद्यार्थियों ने फुल स्टैक और बैक एण्ड वेब डिवलपमेंट प्रोजेक्ट के माध्यम से करिअर में आगे कैसे प्रोग्रेस होती है, यह भी सीखा। डिजिटल कोडिंग जोकि आज महत्वपूर्ण कौशल है, के बारे में भी पर्याप्त ज्ञान अर्जित किया। इतना ही नहीं छात्र-छात्राओं ने डेटासाइंस की बुनियादी बातों से लेकर उन्नत तकनीक के संदर्भ में भी ज्ञान हासिल किया।
अपने नॉलेज शेयरिंग विजिट में विद्यार्थियों ने शीर्ष ट्रेडिंग पाठ्यक्रमों डेटा विज्ञान प्रमाणन प्रशिक्षण, पायथन प्रमाणन प्रशिक्षण, सॉफ्टवेयर परीक्षण प्रमाणन प्रशिक्षण, कृत्रिम बुद्धिमत्ता प्रमाणन प्रशिक्षण, मशीन लर्निंग प्रमाणन प्रशिक्षण, जावा प्रमाणन प्रशिक्षण, पूर्ण स्टैक विकास प्रमाणन प्रशिक्षण, डेटा एनालिटिक्स प्रमाणन प्रशिक्षण, एआई संचालित डिजिटल मार्केटिंग आदि के बारे में भी विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा कि किसी भी अवधारणा को गहराई से समझने में शैक्षिक भ्रमण की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। शैक्षिक यात्राएं बातचीत करने, अनुभव करने तथा किसी सिद्धांत को व्यावहारिक रूप से समझने का एक शानदार तरीका है। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि ऐसी शैक्षिक यात्राओं से छात्र-छात्राओं ही नहीं शिक्षकों को भी लाभ होता है।

राज्यस्तरीय कुश्ती प्रतियोगिता में पहलवानों के अनोखे दाव पेचों ने किया हैरान

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मथुरा । नगर में आयोजित प्रदेश स्तरीय महिला एवं पुरुष कुश्ती प्रतियोगिता का आयोजन विशेष आकर्षण का केंद्र रहा । स्थानीय एवं प्रदेश के दिग्गज पहलवानों ने कुश्तियों के दौरान अपने परिश्रम,दमखम का जोरदार प्रदर्शन किया।
कुश्ती संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष कमल किशोर वार्ष्णेय ने बताया कि 3 दिवसीय प्रतियोगिता के दौरान महिलाओं एवं पुरुषों की अनेक कुश्तियों हुई जिसमें की अपनी विशेष तैयारियों के साथ खिलाड़ियों ने बहुत उम्दा प्रदर्शन किया । आयोजन में नगर के प्रतिष्ठित लोगो ने पहुंचकर पहलवानों का उत्साह वर्धन किया। कुश्तियों को देखने प्रतियोगिता में भाग ना लेने वाले नगर के खिलाड़ियों और जनता जनार्दन ने बड़े उत्साह के साथ बड़ी संख्या में उपस्थित होकर पहलवानों का उत्साह वर्धन किया।
प्रतियोगिता के दौरान अतिथि के रूप में पहुंचे वरिष्ठ पत्रकार किशन चतुर्वेदी ने कहा ब्रिज में कुश्ती की परम्परा आदि काल से है। यहां के पहलवान श्री कृष्ण के बड़े भाई दाऊजी को अपना आराध्य मानते है और उन्हीं की आस्था के अनुरूप पहलवानी का प्रशिक्षण लेते है। दाऊजी का आशीर्वाद ब्रिज के पहलवानों पर हमेशा बना रहता है।इस कुश्ती प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी पहलवानों को जो जीते है या हारे है बधाई देता हु और हारने वाले पहलवानों को विशेष रूप से कहना चाहता हु कि बिना हारे आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त नहीं होता वे निरंतर अभ्याश करे एक दिन उनकी जीत भी सुनिश्चित है।
ठा.आर के सिंह यदुवंशी पूर्व पहलवान ने खिलाड़ियों को कुश्ती के लिए बधाई और उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी और कहा कि हमारे लिए ये गर्व की बात है कि कुश्ती जैसे प्राचीन खेल में आप लोगों की इतनी रुचि है। में चाहता हूं आप अपने दम खम से देश की नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जीत हासिल कर भारत का नाम ऊंचा करे ।
विगत 3 दिन से चल रहे महिला व पुरुष कुश्ती चैम्पियनशिप के समापन समारोह में आज मुख्यातिथि तेजवंत जैन ( एमएम बिल्डर्स ) कार्यक्रम अध्यक्ष व प्रदेश उपाध्यक्ष कमल किशोर वार्ष्णेय, उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ के महासचिव सुरेश उपाध्याय,भाजपा जिलाध्यक्ष निर्भय पांडेय ,भाजपा महानगर अध्यक्ष घनश्याम लोधी, महासचिव जनार्दन पहलवान, जिलाध्यक्ष राजकुमार शर्मा,किशन चतुर्वेदी ( वरिष्ठ पत्रकार ) ठा.आर के सिंह यदुवंशी,देवेंद्र पहलवान,शिवाले पहलवान,ललित मोहन शर्मा,हरेकृष्ण भदौरिया, रामनिवास पहलवान,प्रसून जैन व प्रियांक पंडित,ध्रुव वार्ष्णेय, लाला पहलवान,अन्नू वैध,दीपक बडगुजर, सौरभ जैन,विनय शर्मा,कुलदीप गुर्जर,ब्रजमोहन सिंह,पूर्वांचल केसरी तेजबहादुर, दल्लन आजमगढ़, मयंकप्रताप सिंह,धर्म सिंह,भगवान सिंह,मोहन श्याम गुर्जर,सोनू पहलवान,निहाल सिंह, ओंकार सिसोदिया,कुमरपाल, हरदयाल एवं अन्य कुश्ती संघ के पदाधिकारी मौजूद रहे।।

महिलाओं को स्वावलंबी एवं आत्मनिर्भर बनाने के क्षेत्र में एक अनूठा कदम

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  • सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय और भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान द्वारा उद्यमिता सह कौशल विकास कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ
  • वृंदावन सेवा संस्थान द्वारा संचालित केंद्र पर हुआ शुभारंभ

वृंदावन। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार और भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान उत्तर क्षेत्रीय कार्यालय लखनऊ द्वारा संभावित महिला उद्यमियों के लिए उद्यमिता सह कौशल विकास कार्यक्रम का शुभारम्भ वृन्दावन सेवा संस्थान, गोपाल वाटिका में किया गया l
कार्यक्रम का शुभारम्भ
जिला उद्योग केंद्र, मथुरा
के उपायुक्त रामेंद्र कुमार, वृन्दावन सेवा संस्थान के अध्यक्ष लक्षमण प्रसाद अग्रवाल, विश्वनाथ गुप्ता, संस्था की ट्रेनर सविता शर्मा , सानिया अब्बासी एवं भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान से प्रभु नारायण श्रीवास्तव द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया l
उपायुक्त रामेंद्र कुमार ने बताया कि संस्थान महिलाओं के लिए विशेष कौशल विकास प्रक्षिक्षण जो कि गारमेंट मेकिंग विषय में है यह छः सप्ताह का है। साथ ही कार्यक्रम में उद्यम प्रबंधन के मुख्य विषय जैसे उद्यमी के गुण, उद्यमी बनने के फायदे, उद्यम अवसर की पहचान एवं चयन, उद्यम स्थापना प्रक्रिया, समस्या समाधान, मार्केटिंग, किस कार्य के लिए किससे मिले इत्यादि और सरकार द्वारा स्वरोजगार को बढ़ावा देने हेतु चलाई जा रही योजनाओ की जानकारी दी जाएगी।
पी एन श्रीवास्तव ने बताया कि उनकी संस्था भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान, अहमदाबाद की स्थापना आई डी बी आई, स्टेट बैंक आफ इंडिया, आई सी आई सी आई और आई एफ सी आई द्वारा स्थापित किया गया है। यह संस्था पूरे देश में उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए शिक्षण, प्रषिक्षण और शोध का कार्य करती है।
लक्ष्मण अग्रवाल ने कहा कि आप महिलाएं प्रशिक्षण प्राप्त कर अपना उद्योग की स्थापना कर रोजगार देने वाली बनें जिससे आप अपने परिवार में आने वाली पीढ़ी को भी रोजगार दे सकें।
विश्वनाथ गुप्ता ने लोन प्रक्रिया के बारे में प्रतिभागियों को जानकारी दी। जिला उद्योग केन्द्र, मथुरा के अधिकारी ने सरकार द्वारा स्वरोजगार हेतु चलाए जा रहे योजनाएं जैसे पी एम ई जी पी, वी एस एस वाई, मुख्य मंत्री युवा रोजगार योजना, ओ डी ओ पी आदि की जानकारी प्रतिभागियों को दी । जिससे प्रतिभागी इन योजनाओं का लाभ उठा सकें l
चयनित 30 छात्राओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस प्रशिक्षण के बाद, प्रशिक्षु सरकारी योजनाओं एवम् बैंक ऋण आसानी से प्राप्त कर सकती हैं।

ईवी में आग लगने की समस्या से बचाएगी जीएलए के छात्रों की तकनीक, पेटेंट पब्लिश

  • इलेक्ट्रिक व्हीकल में आग लगने की समस्या का सुलझाने का विचार जीएलए के छात्रों ने किया साझा, पेटेंट हुआ पब्लिश

मथुरा : अक्सर देखा जाता है कि ईवी वाहनों में बैटरी का तापमान अधिक होने के कारण आग लग जाती है। ऐसी कई घटनाएं सामने भी आयी हैं। ऐसी समस्याओं के मद्देनजर जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर और छात्रों ने एक नई तकनीक का विचार पेश किया है, जिससे कहीं हद तक घटनाएं कम होंगी। छात्रों के विचार का पेटेंट पब्लिश हो चुका है।

जीएलए विश्वविद्यालय में मैकेनिकल विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. पीयूष सिंघल के दिशा-निर्देशन में छात्र अस्तित्व दुबे, यश अग्रवाल, लक्ष्मण सिंह ने एक ऐसी तकनीक विकसित करने का शानदार विचार पेश किया, जिसमें वाहन यात्रियों को इलेक्ट्रिक वाहन का बैटरी तापमान सेंसर के माध्यम बताया जा सकता है और इलेक्ट्रिक वाहन की बैटरी के अधिक गर्म होने की स्थिति में वाहन की बैटरी को ठंडा करने के लिए कूलिंग सिस्टम को सक्रिय किया जा सकता है। इससे वाहन में सवार यात्रियों की जान बचाई जा सकती है और बैटरी की लाइफ बढ़ाई जा सकती है।

प्रो. पीयूष सिंघल ने बताया कि ऑटोमोबाइल उद्योग के इस नए युग में इलेक्ट्रिक वाहन का युग है, जो इस बदलती दुनियां और पर्यावरणीय स्थिति में कुशल और प्रभावी है, लेकिन इलेक्ट्रिक वाहन अभी भी विकासशील चरण में हैं। इन वाहनों में ऐसी घटनाएं सामने आयी हैं, जिसमें बैटरी के ज्यादा गर्म होने के कारण कभी-कभी आग लग जाती है या धुंआ निकलने लग जाता है। इन वाहनों के प्रभावी उपयोग के लिए छात्रों ने एक ऐसी प्रणाली का विचार पेश किया है, जो एक तापमान सेंसर का उपयोग करके इलेक्ट्रिक वाहन की बैटरी के वास्तविक समय के तापमान को इंगित कर सकती है।

इस तकनीक के अन्तर्गत तीन अलग-अलग एलईडी बल्बों के माध्यम से बैटरी तापमान सीमा को इंगित करेगा। हरा एलईडी बल्ब 10 डिग्री सेल्सियस से 40 डिग्री सेल्सियस के बीच का तापमान है। पीला एलईडी बल्ब इंगित करेगा कि बैटरी का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से 80 डिग्री सेल्सियस के बीच है और लाल एलईडी बल्ब इंगित करेगा कि बैटरी का तापमान 80 डिग्री सेल्सियस और उससे अधिक है। हरी एलईडी इंगित करेगी कि बैटरी इष्टतम स्थिति में है। यह बल्ब वाहन में मीटर के पास होंगे। जब तापमान 40 से 80 के बीच होगा तो पूर्व शीतलन प्रणाली सक्रिय हो जायेगी और बैटरी के तापमान को इष्टतम स्थिति में बनाए रखने का प्रयास करेगी, जो कि 10 से 40 डिग्री सेल्सियस है।

छात्र यश अग्रवाल ने बताया कि जब लाल एलईडी बल्ब संकेत देना शुरू कर दे तो इसका मतलब है कि तकनीकी सहायता की आवश्यकता है और जो व्यक्ति वाहन में यात्रा कर रहे हैं वह वाहन से बाहर निकलें, जिससे यदि वाहन में आग लग जाए तो व्यक्ति की जान बच जाये।

डीन रिसर्च प्रो. कमल शर्मा ने बताया कि सब कुछ ठीक रहा तो छात्रों द्वारा सुझायी गयी तकनीक ईवी के लिए काफी फायदेमंद साबित होगी। इसका विचार पब्लिश होने के बाद इस पर कार्य किया जायेगा और पेटेंट ग्रांट के लिए फाइल की जायेगी।

किसी भी कार्य की सफलता के लिए आत्मविश्वास और निडरता जरूरी : बेतकेकर

  • परमेश्वरी देवी धानुका विद्यालय में हुआ सेमिनार का आयोजन
  • छात्र छात्राओं को दिए शैक्षणिक विकास तथा अध्ययन कौशल में वृद्धि के टिप्स
  • कई विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने की सहभागिता

वृंदावन। गौशाला नगर स्थित परमेश्वरी देवी धानुका सरस्वती विद्या मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में शैक्षणिक विकास तथा अध्ययन कौशल में वृद्धि के लिए विद्यार्थियों और शिक्षकों हेतु सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें विद्या भारती ब्रज प्रदेश के मथुरा संकुल के विद्यालयों ने भाग लिया। सेमिनार को संबोधित करते हुए विद्या भारती के पूर्व उपाध्यक्ष दिलीप बेतकेकर ने कहा कि शिक्षक को अपने विषय को कक्षा में बहुत ही सरल और सहज ढंग से प्रस्तुत करना चाहिए। शिक्षण में छात्र की सक्रियता बहुत जरूरी है। आनंदपूर्वक सीखना समय की मांग है। दो चरणों में आयोजित कार्यक्रम के प्रथम चरण में विभिन्न विद्यालयों से आए छात्रों को संबोधित करते हुए श्री बेतकेकर ने कहा कि किसी भी कार्य की सफलता के लिए आत्मविश्वास और निडरता जरूरी है। उन्होंने एक महिला का उदाहरण देते हुए कहा कि उसके हाथ नहीं होने के बावजूद वह हवाई जहाज उड़ाती है। वह सारे काम अपने पैरों से ही करती है। उन्होंने एक अन्य व्यक्ति का उदाहरण देते हुए कहा कि उसके न हाथ हैं और न ही पैर, फिर भी वह सारे अद्भुत काम करता है। इसलिए हमें हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए। छोटे-छोटे महत्वपूर्ण कार्यों को अच्छे से करना आदत बन जाती है और फिर आदतें हमारे संस्कार बन जाती हैं, इसलिए हमें सभी छोटे-छोटे व्यक्तिगत, पारिवारिक और सामाजिक कार्यों को अच्छे से करना चाहिए। रात को सोने से पहले अपने दांतों को ब्रश करना, नियमित स्नान करना, अपने कपड़ों को व्यवस्थित रखना, अपने कमरे को व्यवस्थित रखना आदि का अभ्यास करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मोबाइल फोन का सही इस्तेमाल अच्छा है लेकिन अत्यधिक इस्तेमाल हानिकारक है। बाजार में रेडीमेड खाद्य पदार्थ स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक हैं। घर का बना खाना और पेय ही स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।
द्वितीय चरण में सभी विद्यालयों के प्रधानाचार्य एवं आचार्यों को संबोधित करते हुए श्री बेतकेकर ने शिक्षण में आकर्षण और रोचकता का समावेश करने की आवश्यकता पर बल दिया और अनेक प्रयोगों एवं क्रियाकलापों को प्रयोगात्मक रूप से प्रदर्शित करते हुए छात्रों के लिए शिक्षण को सरल स्वीकार्य एवं उपयोगी बनाने की कला को विकसित करने पर जोर दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के प्रबंधक शिवेंद्र कुमार गौतम ने की। धन्यवाद ज्ञापन प्रधानाचार्य श्याम प्रकाश पांडे ने किया। कार्यक्रम में रामकली देवी सरस्वती विद्या मंदिर, केशवधाम सरस्वती विद्या मंदिर, श्यामसुंदर धानुका सरस्वती विद्या मंदिर, हनुमान प्रसाद धानुका, सत्यादेवी गर्ग और सरस्वती विद्या मंदिर, छाता इत्यादि विद्यालयों के छात्र छात्राओं ने सेमिनार के प्रश्नोत्तर सत्र में अपनी जिज्ञासाओं को भी रखा जिसका श्री बेतकेकर ने कुशलता पूर्वक समाधान किया। कार्यक्रम में विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्यों में लोकेश्वर प्रताप सिंह, शशांक तिवारी, नरेंद्र दत्त शर्मा, विजय लक्ष्मी सावंत आदि उपस्थित रहे।

जीएल बजाज के छात्र-छात्राओं ने समझीं उद्यमिता की गूढ़ बातें

  • मजबूत मानसिकता ही बनाती है इंसान को सफल उद्यमी

मथुरा। भारत एक ऐसा देश है जो अपनी विविध सांस्कृतिक परम्पराओं तथा आर्थिक विविधता के समृद्ध ताने-बाने के लिए जाना जाता है, जहां उद्यमशीलता की भावना एक एकीकृत शक्ति बन जाती है, जो नवाचार को बढ़ावा देती है तथा अर्थव्यवस्था के गतिशील विकास में योगदान देती है। युवाओं में बढ़ती उद्यमशीलता की ललक राष्ट्र के विकास को गति देने के साथ ही पारम्परिक बाजारों को डिजिटल बाजारों में बदलने का काम कर रही है। उद्यमशीलता ने भौगोलिक और क्षेत्रीय सीमाओं को पार कर लिया है। यह बातें राष्ट्रीय उद्यमिता दिवस पर छात्र-छात्राओं को कीनेटिक सेज टेक्नोलॉजीज के संस्थापक और सीईओ सर्वांग शुक्ला ने बताईं।
जीएल बजाज में राष्ट्रीय उद्यमिता दिवस पर हुई प्रेरक उद्यमी वार्ता में सर्वांग शुक्ला के साथ ही कीनेटिक सेज टेक्नोलॉजीज के सह-संस्थापक कुशाग्र शुक्ला ने भी अपने विचार साझा किए। उद्यमी वार्ता के शुभारम्भ से पूर्व याग्निक शर्मा ने अतिथियों सर्वांग शुक्ला तथा कुशाग्र शुक्ला का स्वागत किया। सर्वांग शुक्ला ने कहा कि मुंबई की चहल-पहल भरी सड़कों से लेकर बेंगलुरु के टेक हब और दिल्ली के सांस्कृतिक मेलजोल वाले इलाकों तक, भारत में उद्यमी सिर्फ कारोबारी नेता ही नहीं हैं, बल्कि बदलाव के आर्किटेक्ट भी हैं। उन्हें सिर्फ उनकी कॉर्पोरेट सफलताओं के लिए ही नहीं बल्कि उनके स्थानीय व्यवसायों और स्टार्टअप के लिए भी सम्मानित किया जाता है, जो समुदायों में बदलाव लाते हैं। वे सामाजिक चुनौतियों का समाधान करने तथा सामाजिक विकास और सकारात्मक बदलाव में योगदान देने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाते हैं।
कुशाग्र शुक्ला ने कहा कि भारत में राष्ट्रीय उद्यमिता दिवस कैलेंडर पर सिर्फ एक तारीख से कहीं बढ़कर है। गतिशील भावना को पहचानना राष्ट्र को आगे बढ़ाता है, जोखिम उठाने वालों, सपने देखने वालों तथा भारत के आर्थिक भाग्य को आकार देने वाले लोगों के हौसले को बढ़ाता है। उन्होंने छात्र-छात्राओं का आह्वान किया की वे उद्यमशीलता की यात्रा की विविधता को अपनाएं तथा व्यवसायों और पूरे समाज को बदलने के लिए विचारों की शक्ति को स्वीकार करें। सर्वांग शुक्ला और कुशाग्र शुक्ला ने अपने उद्यमी यात्रा के अनुभव साझा किए। इसके बाद छात्र-छात्राओं के विविध प्रश्नों का समाधान भी किया।
कुकी वर्सने ने राष्ट्रीय उद्यमिता दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि एक सफल उद्यमी बनने के लिए, अपने लक्ष्यों के प्रति एक मजबूत मानसिकता रखना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि मैं एक ऐसी दुनिया देखना चाहती हूँ जहाँ लिंग बाधा को तोड़ दे और योग्यता ही सफलता का एकमात्र मानदंड बन जाए। कार्यक्रम के अंत में सुमित अग्रवाल ने धन्यवाद ज्ञापित किया। अमित सिंह तथा समीक्षा ने अतिथियों का स्मृति चिह्न भेंटकर अभिनंदन किया। कार्यक्रम के समन्वय ब्रजेश कुमार उमर और विवेक भारद्वाज ने कार्यक्रम में सहयोग के लिए डॉ. शशि शेखर, वाइस प्रेसीडेंट, इंस्टीट्यूशन्स इनोवेशन काउंसिल (आईआईसी), सोनिया चौधरी तथा रामदर्शन सारस्वत का आभार माना।