मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय के होटल मैनेजमेंट और बीबीए, एमबीए के 49 विद्यार्थियों को रेलवे खानपान से जुडी प्रतिष्ठित कंपनी आरके बिजनेज ग्रुप ने अपने यहां अच्छे वेतनमान पर नौकरी देने के लिए चयनित किया है। कैंपस प्लेसमेंट के दौरान विद्यार्थियों के इस चयन पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने हर्ष व्यक्त करते हुए चयनित विद्यार्थियों को बधाई दी है।
संस्कृति प्लेसमेंट सेल के हेड जय वर्धन नगाइच एवं साफ्टस्किल ट्रेनर जयकांत तिवारी ने बताया कि आरके ग्रुप रेलवे पाक उद्योग की रीढ़ बनकर उभरा है। कंपनी ने संस्कृति विवि के एमबीए के 12, होटल मैनेजमेंट के दो तथा एमबीए के 35 विद्यार्थियों को अपनी कंपनी के लिए चयनित किया है। कंपनी से आए चयनकर्ताओं ने कंपनी के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि कंपनी भारत की पहली ऑनलाइन रेलवे खाद्य वितरण सेवा का नेतृत्व करती है। गुणवत्ता के प्रति दृष्टिकोण और प्रतिबद्धता ने हमें देश भर में यात्रियों का विश्वास अर्जित किया है। भारतीय रेलवे हमारे लिए एक व्यवसाय से बढ़कर है, यह हमारा दूसरा घर है और हम हर दिन लाखों यात्रियों के यात्रा अनुभवों को बेहतर बनाने के लिए समर्पित हैं। विभिन्न उद्योगों में हमारा नेटवर्क और साझेदारियां यह सुनिश्चित करती हैं कि प्रत्येक ग्राहक यादगार यादों और अत्यधिक आराम के साथ जाए।
1964 से भारतीय रेलवे खानपान से जुड़ी कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि 2009 में, हमने यात्रियों के लिए भोजन, परिवहन और आवास के लिए वन-स्टॉप समाधान के रूप में एक उद्यम, डायल ट्रिप लॉन्च किया। डायल ट्रिप के माध्यम से, हमने तीर्थयात्रा, सांस्कृतिक, पारिवारिक और ऐतिहासिक पर्यटन सहित कई टूर पैकेज पेश करने के लिए आईआरसीटीसी के साथ सहयोग करना शुरू किया। हमारा मुख्य लक्ष्य निम्न और मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए तीर्थयात्रा को किफायती दर पर सुलभ बनाना रहा है।
संस्कृति विवि की सीईओ श्रीमती मीनाक्षी शर्मा ने विद्यार्थियों के इस चयन पर हर्ष व्यक्त करते हुए सभी को उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी हैं।
संस्कृति विवि के 49 विद्यार्थियों का रेलवे खानपान से जुडी कंपनी में चयन
डिजिटल युग में गोपनीयता और व्यक्तिगत डेटा संरक्षण बड़ी चुनौती
- जीएल बजाज में ई-कॉमर्स में अवसर और चुनौतियां विषय पर सेमिनार आयोजित
मथुरा। डिजिटल युग के तेजी से विकसित हो रहे परिदृश्य में उद्यमिता ने नए आयाम हासिल किए हैं। डिजिटल प्रगति, कनेक्टिविटी और विकसित होते उपभोक्ता व्यवहारों के अभिसरण ने जहां उद्यमियों को उद्यमों की अवधारणा बनाने, उन्हें शुरू करने तथा विकसित करने के तरीकों को नया रूप दिया है वहीं गोपनीयता तथा व्यक्तिगत डेटा संरक्षण बड़ी चुनौती भी हैं। यह बातें मंगलवार को जीएल बजाज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, मथुरा के इनोवेशन काउंसिल (आईआईसी) द्वारा डिजिटल युग में उद्यमिता: ई-कॉमर्स में अवसर और चुनौतियां विषय पर आयोजित सेमिनार में मुख्य वक्ता गियरलॉन्च के ग्लोबल मार्केटिंग मैनेजर मधुसूदन चौहान ने छात्र-छात्राओं को बताईं।
श्री चौहान ने छात्र-छात्राओं को बताया कि डिजिटल युग में उद्यमिता की विशेषता नवाचार, चपलता और प्रभावशाली समाधान बनाने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने की निरंतर खोज है। डिजिटल युग में स्मार्टफोन का प्रसार, व्यापक इंटरनेट एक्सेस, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई), ब्लॉकचेन तथा इंटरनेट ऑफ थिंग्स जैसी परिवर्तनकारी तकनीकों के आगमन ने व्यवसायों के संचालन के तरीके में क्रांति ला दी है। उद्यमी इस तकनीकी प्रगति का उपयोग उद्योगों के संचालन को सुव्यवस्थित करने, ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाने तथा डिजिटल रूप से जुड़ी दुनिया की मांगों को पूरा करने वाले अभिनव उत्पादों या सेवाएं बनाने के लिए कर रहे हैं।
मुख्य वक्ता चौहान ने बताया कि ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म और डिजिटल मार्केटप्लेस के उदय ने महत्वाकांक्षी उद्यमियों के लिए प्रवेश की बाधाओं को काफी हद तक कम कर दिया है। ऑनलाइन मार्केटप्लेस वैश्विक पहुंच प्रदान करते हैं, जिससे स्टार्टअप को भौतिक स्टोरफ्रंट की आवश्यकता के बिना विशाल ग्राहक आधार तक पहुंचने में मदद मिलती है। इन प्लेटफॉर्मों की पहुंच उद्यमियों को व्यवसाय शुरू करने तथा बढ़ाने में सक्षम बनाती है। श्री चौहान ने बताया कि डिजिटल युग ने नवाचार और व्यवधान की संस्कृति को बढ़ावा दिया है, जिससे उद्यमियों को पारम्परिक व्यवसाय मॉडल को चुनौती देने में सक्षम बनाया गया है।
उन्होंने बताया कि उभरती हुई तकनीकों को अपनाने में स्टार्टअप्स की चपलता उन्हें तेज़ी से आगे बढ़ने तथा बदलते बाजार की गतिशीलता के अनुकूल होने की अनुमति देती है। श्री चौहान ने बताया कि अनेक अवसरों के बावजूद डिजिटल युग में उद्यमिता अपनी चुनौतियों से रहित नहीं है। साइबर सुरक्षा खतरे, डेटा गोपनीयता सम्बन्धी चिन्ताएं और तकनीकी प्रगति की तेज गति उद्यमियों के लिए चुनौतियां पेश करती हैं। डिजिटल विनियमों की जटिलताओं से निपटना, डेटा अखंडता बनाए रखना तथा उपभोक्ता की बदलती प्राथमिकताओं के साथ तालमेल बिठाना निरंतर अनुकूलन और डिजिटल परिदृश्य की गहरी समझ से ही सम्भव है।
सेमिनार के बाद छात्र-छात्राओं के बीच उद्यमी भावना को बढ़ावा देने तथा डिजिटल अर्थव्यवस्था में बढ़ते अवसरों का अन्वेषण करने के लिए एक बहस प्रतियोगिता आयोजित की गई। इस प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने अपने ज्ञान और तर्कशक्ति का प्रदर्शन किया। अंत में विजेता छात्र-छात्राओं को प्रमाण-पत्र प्रदान कर पुरस्कृत किया गया। सेमिनार में सोनिया चौधरी, डॉ. पुष्पेंद्र सिंह, बृजेश कुमार उमर आदि ने भी अपने विचार साझा किए। डॉ. शशि शेखर ने सभी का आभार माना।
चिंता हरण की शरण में पहुंची राधा रानी ब्रज यात्रा
- दाऊ दादा की नगरी में ब्रज यात्रा का हुआ भव्य स्वागत
रिपोर्ट राघव शर्मा
बरसाना बलदेव। राधारानी ब्रज यात्रा में यात्रियों को बलदेव – बरसाना के पारस्परिक प्रेम का अनूठा दृश्य देखने को मिला। ब्रज भूमि जैसा सौंदर्य संसार में कहीं भी देखने को नहीं मिलता। बलदेव से चलकर बसइ यात्रा पहुँची तो वहाँ भी हर यात्री को चाय दूध छाछ हलुआ रोटी सब्ज़ी गुड पकौड़ी आदि विविध व्यंजनों से छका दिया । इस अवसर पर मान मंदिर सेवा संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष राधाकान्त शास्त्री ने कहा कि ब्रजवासी अखिल कोटि ब्रह्मांड नायक परम परमात्मा को भी तृप्त करने वाले हैं इनके जैसा उदार सृष्टि में कोई नहीं है । बसइ से हरदशा ऋण मोचन पर ऋण मुक्त हो पहुँची भगवान भोले नाथ की शरण में । हर व्यक्ति किसी न किसी चिंता का शिकार होता है और भोले बाबा सबकी चिंता का हरण करने वाले हैं । उन्हीं भोले नाथ की यात्रियों ने पूजा अर्चना कर रुद्राभिषेक पूजा के साथ अपनी मनोकामना पूरी करने की प्रार्थना की ।कल यात्रा रावल पड़ाव डालेगी ।
जापानी औद्योगिक प्रक्रियाओं से रूबरू हुए जीएलए के छात्र
- जीएलए मैकेनिकल विभाग और एसएमसी कॉरपोरेशन कंपनी ने छात्रों के लिए संयुक्त रूप से आयोजित किया जापानी एंडोड कोर्स
मथुरा : जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग एवं एसएमसी कॉरपोरेशन नोएडा द्वारा संयुक्त रूप से जापानी एंडोड कोर्स (जेईसी 24) आयोजन बेहद सफल और प्रभावशाली तरीके किया। कार्यक्रम के तीन चरणों में जीएलए के छात्रों को रोबोटिक्स, ऑटोमेशन और मेक्ट्रोनिक्स जैसी उन्नत तकनीकों से परिचित कराया और जापानी औद्योगिक प्रक्रियाओं के बारे में गहन जानकारी दी।
जेईसी आयोजन में एसएमसी कॉरपोरेशन के विशेषज्ञों ने छात्रों को व्यावहारिक प्रशिक्षण और उन्नत तकनीकी ज्ञान प्रदान किया, जो उनके भविष्य के करियर के लिए बेहद लाभकारी साबित होगा। पहले चरण में विशेषज्ञों ने जीएलए मैकेनिकल विभाग में 60 छात्रों को दो दिन तक प्रशिक्षण दिया। इस प्रशिक्षण में रोबोटिक्स, ऑटोमेशन और मेक्ट्रोनिक्स से संबंधित जापानी शब्दावली और नवीनतम तकनीकी अवधारणाओं पर जोर दिया गया। छात्रों ने उन्नत सेंसर तकनीक, रोबोटिक्स की कार्यप्रणाली और ऑटोमेशन सिस्टम्स की व्यावहारिक जानकारी हासिल की। इस दौरान छात्रों को नए जापानी तकनीकी मानकों और औद्योगिक प्रक्रियाओं से अवगत कराया गया, जिससे वे भविष्य के तकनीकी परिदृश्यों के लिए तैयार हो सकें।
दूसरे चरण में कॉरपोरेशन द्वारा छात्रों का मूल्यांकन किया गया, जिसमें उनकी तकनीकी दक्षता, सृजनात्मकता और समस्याओं को हल करने की क्षमता की जांच की गई। इस मूल्यांकन के आधार पर 60 छात्रों में से शीर्ष 20 छात्रों का चयन किया गया। इन 20 छात्रों में से 15 छात्र बीटेक मैकेनिकल इंजीनियरिंग से थे, 3 छात्र बीटेक इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग से थे और 2 छात्र बीटेक कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग से थे। यह चयन छात्रों की गहन तकनीकी समझ और औद्योगिक मांगों के अनुसार खुद को तैयार करने की क्षमता के आधार पर किया गया।
तीसरे और अंतिम चरण में चयनित 20 छात्रों को एसएमसी कॉरपोरेशन नोएडा में दो दिनों के लिए औद्योगिक यात्रा और उन्नत प्रशिक्षण के लिए ले जाया गया। इस चरण में छात्रों को सेंसर तकनीक और इंडस्ट्री 4.0 के अत्याधुनिक पहलुओं पर प्रशिक्षण दिया गया। औद्योगिक यात्रा के दौरान, छात्रों ने कॉरपोरेशन की उत्पादन इकाइयों और उनकी ऑटोमेशन प्रक्रियाओं को करीब से देखा और समझा। साथ ही उन्हें इंडस्ट्री 4.0 की अवधारणाओं, जैसे कि औद्योगिक इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईआईओटी), स्मार्ट मैन्युफैक्चरिंग, और डेटा ड्रिवन मेक्ट्रोनिक्स के बारे में जानकारी मिली। इस उन्नत प्रशिक्षण से छात्रों को वैश्विक औद्योगिक मानकों और जापानी औद्योगिक प्रथाओं के साथ तालमेल बैठाने का अनमोल अवसर मिला।
इस अवसर पर मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. पीयूष सिंघल ने छात्रों को बधाई दी और उनसे आग्रह किया कि वह औद्योगिक मांगों के अनुसार नई तकनीकों को अपनाएं। उन्होंने कहा कि छात्रों को तकनीकी नवाचारों को समझने और उन्हें अपनी शिक्षा में शामिल करने की जरूरत है, ताकि वे भविष्य में उद्योग में अपनी पहचान बना सकें।
अनुसंधान एवं विकास के डीन प्रो. कमल शर्मा ने भी छात्रों को बधाई दी और उन्हें प्रेरित किया कि वे इस कार्यक्रम में पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ भाग लें। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम शिक्षा और उद्योग के बीच एक सेतु का कार्य करते हैं, जो छात्रों को तकनीकी विशेषज्ञता के साथ-साथ औद्योगिक दृष्टिकोण भी प्रदान करते हैं।
इस कार्यक्रम का समन्वय डा. भरत सिंह एवं डा. बालाजी बी. द्वारा किया गया, जिन्होंने मथुरा से नोएडा तक छात्रों की यात्रा और प्रशिक्षण को सफलतापूर्वक संचालित किया। इनके सतत मार्गदर्शन और परिश्रम से यह कार्यक्रम बेहद सफल रहा और छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण अनुभव साबित हुआ।
सिहोरा और कारव में हुआ राधा रानी ब्रज यात्रा का भव्य स्वागत
रिपोर्ट राघव शर्मा
बरसाना वृंदावन से पानी गाँव मावली कल्याण पुर ढिडोरा लोहवन नगला धीना सिहोरा होते हुए यात्रा कारव पहुँची जहां सिहोरा और कारव के ब्रजवासी इस बात के लिए बराबर संघर्ष करते हैं कि प्रति वर्ष यात्रा हमारे गाँव में रुकनी चाहिए क्यों की हर गाँव के ब्रजवासी बाबा से बेहद प्यार करते हैं ।यही कारण रहा कि यात्रा को दोनों गावों के मध्य रोका गया । यात्री बांचते गाते आज लम्बी दूरी तय करके पड़ाव स्थल तक पहुँचे ।यद्यपि दूरी अधिक थी फिरभी संकीर्तन के प्रेम में उन्हें थकान महसूस ही नहीं हुई । ब्रज वासिओं ने पुष्प वर्षा व दुपट्टा धारण कराकर यात्रा का ज़ोरदार स्वागत किया ।भक्त शरण जी महाराज ने सभी लीला स्थलों का माहात्म्य निरूपण किया ।ब्रजवासियों ने यात्रा प्रबंधन समिति के पदाधिकारियों व कर्मचारियों का लोई उढा कर सम्मान किया ।मान मंदिर के कार्य कारी अध्यक्ष राधा कान्त शास्त्री राधा कान्त शास्त्री ने कहा कि हमारी यात्रा का सबसे बड़ा आकर्षण यात्रा के मध्य चलने वाला अखण्ड हरि नाम संकीर्तन है ।इसी के प्रभाव से सब कुछ मंगलमय होता है ।यात्रा में बाबा नृसिंह दास नीलमणि दास ब्रजदास राजकुमार शास्त्री संजय सिंह गोपाल बाबा आदि आगे आगे चल रहे थे।
प्राथमिक विद्यालय बाद मथुरा में श्री रामलीला मंचन एवं दीपोत्सव कार्यक्रम
प्राथमिक विद्यालय बाद मथुरा में नन्हे मुन्ने बच्चों द्वारा रामलीला का आयोजन किया गया।श्री राम जी के वनवास से लेकर अयोध्या वापस आने तक के सुंदर दृश्यों को नन्हे बच्चों द्वारा बहुत सुंदर एवं अद्भुत प्रस्तुति से मंचित किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों को अपनी संस्कृति को जानना और अधर्म पर धर्म की विजय का संदेश देना था । ग्रामीणों द्वारा लंका विजय कर अवधपुरी लौटे मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के स्वागत में दीपों को जलाकर पूजा अर्चना की गई। सभी ने चहुं ओर से पुष्पवर्षा की। रामलीला की सवारी संपूर्ण ग्राम में निकाली गई। ग्राम वासियों ने मंगल गीत गाते हुए प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में उप शिक्षा निदेशक श्री राजेंद्र बाबू जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी महोदय एवं खंड शिक्षा अधिकारी महोदय मथुरा, श्रीजी मंदिर बाद के महंतजी का पूर्ण रूपेण सहयोग एवं आशीर्वाद मिला। खंडशिक्षा अधिकारी महोदय राकेश कुमार जी द्वारा बच्चों को परितोषक देकर प्रोत्साहित किया गया। कार्यक्रम संचालिका प्रधानाध्यापिका नीरज मथुरिया की ओर से सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया गया। छात्र कलाकार भानु, हनी, भावना, विजय, अभिजीत,कुलदीप, चंद्रकांत, दुष्यंत ठाकुर ने अपने उच्च कोटि के अभिनय से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम में विशेष रूप से सहयोगी गुड्डी शर्मा, हसमत, कुसुम देवी, सुषमा देवी, भूरी, रजनी, अंजलि, आदि रहे। सफल आयोजन हेतु निर्माता निर्देशक रहीं नीरज मथुरिया प्रअ की अतिथियों ने भूरी-भूरी प्रशंसा कर उत्साहवर्धन किया।
जीएलए पॉलीटेक्निक का छात्र एशिया और इंडिया बुक रिकॉर्ड में दर्ज
- पैरों से नहीं बल्कि हाथों से चलने का जीएलए के छात्र ने बनाया रिकॉर्ड
मथुरा : अक्सर सुना और देखा जाता है कि किसी व्यक्ति ने दौड़ में सफलता हासिल की है, लेकिन जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के पॉलीटेक्निक संस्थान के केमिकल इंजीनियरिंग के छात्र ने हाथों से तेजी चलने का एक रिकॉर्ड दर्ज किया है। जिसे एशिया बुक रिकॉर्ड और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड ने जगह दी है।
जीएलए डिप्लोमा केमिकल इंजीनियरिंग के छात्र मोहित कुमार प्रजापति ने पैर नहीं बल्कि हाथों से चलने का एक राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया है। छात्र ने हाथां से लगभग 30 सेकेंड में 80 कदम चलने का एक रिकॉर्ड दर्ज किया है। छात्र इस सफलता को एशिया और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड ने दर्ज कर छात्र को प्रमाण-पत्र जारी किया है।
हाल ही में एशिया और इंडिया बुक में दर्ज हुए रिकॉर्ड के बारे में छात्र ने जानकारी देते हुए बताया कि पैरों को ऊपर कर हाथों से चलने की सीख के लिए उन्होंने कई दफा प्रेक्टिस की, जिसे करीब 5 वर्ष हो चुके हैं। प्रेक्ट्सि की वीडियो वह सोशल प्लेटफॉर्म पर शेयर करते रहे। सोशल प्लेटफॉर्म से जुडे़ लोगों ने भी इस काबिलियत को सराहा। इसके बाद एशिया और इंडिया बुक रिकॉर्ड ने भी इस मोहित कुमार प्रजापति नाम को जगह दी।
छात्र ने बताया कि हाथों से चलने में अब बिल्कुल गिरने का डर नहीं लगता। अब तो बहुत आसान हो गया है। हर दिन कई बार वह ऐसा करते हैं। छात्र हाथों से चलने का एक और नया रिकॉर्ड बनाने में जुट गया है। उनका मानना है कि जल्द ही गिनीज वर्ल्ड बुक रिकॉर्ड में नाम दर्ज होगा। यह भी एक बड़ी सफलता होगी।
छात्र द्वारा राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाने एवं एशिया और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज होने पर पॉलीटेक्निक संस्थान के प्राचार्य डा. विकास शर्मा एवं डीन स्टूडेंट वेलफेयर विभाग के डीन हिमांशु शर्मा ने सम्मानित किया। सम्मान मिलने पर छात्र ने कहा कि यह सम्मान न केवल मेरे लिए गर्व का क्षण है, बल्कि मेरे जैसे युवाओं को अपनी क्षमताओं पर विश्वास करने और कठिन परिश्रम करने के लिए प्रेरित भी करता है। जीएलए यूनिवर्सिटी ने हमेशां छात्रों के समग्र विकास को प्राथमिकता दी है और इस सम्मान से और अधिक प्रोत्साहन मिला है कि भविष्य में भी अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए मेहनत की जाय।
माँट में राधा रानी ब्रज़ यात्रा का भव्य स्वागत
रिपोर्ट – राघव शर्मा
बरसाना भांडीर वन से प्रातःकाल यात्रा ने प्रस्थान किया तो माँट के ब्रजवासी जो देर रात्रि सेही यात्रा के स्वागत की तैयारियाँ कर रहे थे उन्होंने यात्रियों को पुष्प वर्षा ,पुष्प मालाओं व दुपट्टों से सुसज्जित कर दिया । वहीं मार्ग को रंगोलियों से आव्छादित कर अपनी भावना का इज़हार किया।यात्रियों ने विहारी जी के दर्शन किए ।गाँव में ब्रज वासिओं को हरिनाम प्रभात फेरी के लिए राधा कान्त शास्त्री ने प्रेरित किया। और कहा कि भगवन्नाम से बड़ा कोई साधन लोक कल्याण का नहीं है ।
माँटसे नांचते गाते यात्री बेलवन पहुँचे और तपोलीन लक्ष्मी जी के दर्शन किए ।इस अवसर पर शास्त्री ने बताया कि ब्रज वसुंधरा की पावन रज देवताओं के लिये भी दुर्लभ है और उसी ब्रज रज की प्राप्ति की चाह में निरंतर तपस्या कर रहीं हैं ।कल यात्रा राधा रानी दर्शन करते हुए वृंदावन पहुँचेगी जहां दो दिन का प्रवास रहेगा
संस्कृति विवि में वीरांगना अहिल्याबाई पर हुई संभाषण कौशल प्रतियोगिता
मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय में उत्तर प्रदेश सरकार के मिशन शक्ति फेस-5 के तत्वावधान में महिला सशक्तिकरण की प्रतिमूर्ति व धर्म उवीरांगना रानी अहिल्याबाई होलकर के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर सम्भाषण कौशल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। यह प्रतियोगिता महारानी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित की गई जिसमें 38 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्रीमती कीर्ति शर्मा, महिला रही।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्रीमती कीर्ति शर्मा समन्वयक, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, मथुरा ने बताया कि महारानी अहिल्याबाई होलकर एक महान मराठा शासक थीं जिन्होंने अपने राज्य की सीमाओं के बाहर भारत-भर के प्रसिद्ध तीर्थों और स्थानों पर मन्दिर बनवाए तथा अपनी यथाशक्ति सामर्थ्य से सनातन संस्कृति को संरक्षित किया।
विश्वविद्यालय की सीईओ डा मीनाक्षी शर्मा ने कहा कि अहिल्याबाई होलकर ने अपने राज्य में न्याय और व्यवस्था की स्थापना के लिए काम किया और उन्होंने सदैव सर्व समाज के मध्य समरसता के लिए कार्य किया।उन्होंने बताया कि रानी अहिल्याबाई होलकर एक असाधारण शासनकर्ता, न्यायप्रिय लोक कल्याणकारी और पर्यावरण संरक्षिका थी।
डा रजनीश त्यागी ने कहा कि भारत का इतिहास सदैव वीरांगनाओं के यश व गौरव गाथाओं से भरा पड़ा हुआ। भारत वर्ष 2047 तक एक ‘विकसित’ राष्ट्र बनने की महत्त्वाकांक्षा रखता है जिसे शिव एवं शक्ति के आध्यात्मिक शक्ति स्वरूप में प्राप्त किया जा सकेगा।इस चुनौती को पार करने में सामाजिक सशक्तिकरण के साथ महिलाओं का सशक्तीकरण मुख्य रूप से केंद्रीय भूमिका में रहेगा।
निर्णायक मंडल में मुख्य रूप से डा रजनीश त्यागी, श्री रतीश शर्मा, श्रीमती ऋतु भार्गव एवं श्रीमती मीरा चौधरी रही। कार्यक्रम के पूर्व में संस्कृति विश्वविद्यालय के डीन छात्र कल्याण डा डी एस तोमर ने विषय प्रवर्तन के साथ स्वागत उद्बोधन दिया। कार्यक्रम का संचालन नोडल अधिकारी डा. रीना रानी व अपूर्वा गौतम ने किया। प्रतियोगिता में कु. खूश्बू ने प्रथम, कु आशु , कु भूमिका चौधरी,बी एस सी ने द्वितीय तथा कु पूजा यादव ,कु दीपशिखा , कु श्रीयांशी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से डा दुर्गेश वाधवा, डा निशा चंदेल, डा जयालक्ष्मी, ज्योति पंत , प्रकति , सुकृति, यश श्रीवास्तव, संजना सोलंकी, शिवम्, पूजा इत्यादि सैकड़ों छात्राओं की उपस्थिति रही। अंत में सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए गये।
दीपों की जगमग से चमका वी पी एस
वृंदावन। त्योहार, उत्सव या पर्व जहाँ एक ओर हमें हमारी संस्कृति से परिचित कराते हैं वहीं जीवन की नीरसता को भी खत्म करते हैं । ऐसे ही भावों से ओतप्रोत हो मथुरा मार्ग स्थित वृंदावन पब्लिक स्कूल में दीपोत्सव का पर्व बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। जिसमें समस्त विद्यालय परिसर खुशी व प्रसन्नता के भावों से सराबोर हो गया। इस अवसर पर छात्रों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम किए गए। जिनमें नृत्य, नाटिका, रामलीला, राम भजन इत्यादि शामिल थे। कार्यक्रम का शुभारंभ संगीत विभाग के निर्देशन में तैयार संपूर्ण रामायण का पद रूप में गायन किया गया जिसमें लव -कुश के रूप में आनंद सोनी के साथ समस्त समूह के छात्रों ने ‘हम कथा सुनाते राम सकल गुण राम ‘की से हुआ। तत्पश्चात समस्त छात्राओं ने अपने-अपने नृत्य की शानदार प्रस्तुतियां दीं ।जिसमें समस्त परिकर को तालियों की गड़गड़ाहट से गुंजायमान कर दिया। नृत्य कलाकार के रूप में नेहा, विधि, रिया, नेहा, खुशी नंदिनी ,राधिका विशाल निकिता यशिका क शिका हार्दिक तृप्ति आदि छात्र-छात्राओं ने शास्त्रीय उपशास्त्रीय गीतों पर नृत्य प्रस्तुत कर अपनी कला के अद्भुत रंगों को बिखरे। तत्पश्चात कक्षा 12वीं के छात्र-छात्राओं द्वारा शानदार राम कथा का मंचन किया गया जिसमें बाल कांड से लेकर अयोध्या कांड तक समस्त रामायण को मंच पर दर्शाया गया जिसमें हर्ष, नंदिनी, मोहन, प्रशांत कुमार ,शशांक ,जी निशा यामिनी टिंकल पूनम भूमि नेहा श्वेता ऋषि प्रद्युम्न तरुण, पवन आदि ने रामायण के महत्वपूर्ण पात्रों के किरदारों को जीवित कर दिया जिसे आशी अग्रवाल के निर्देशन में तैयार किया गया। इस अवसर पर सीमा पाहुजा ने छात्रों को इस पांच दिवसीय त्यौहार को मनाने के महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डाला । इसी श्रृंखला में कक्षा पी जी से बारहवीं तक के सभी छात्र रंगीन परिधान में विद्यालय आए । प्रार्थना सभा में भगवान श्री राम के भजन ‘मेरे घर राम आएंगे के: साथ किया गया तत्पश्चात छात्रों ने अपने पसंदीदा गीतों का नृत्य प्रस्तुत कर कार्यक्रम को चार चांद लगा दिया नृत्य की विशेष परिस्थितियों ने उपस्थित बच्चों में गुरुजनों का मन मोह लिया साथी बच्चों के लिए रंगोली दिया डेकोरेशन थाली डेकोरेशन झालर मेकिंग और क्ले द्वारा लक्ष्मी गणेश मेकिंग आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया विद्यालय के निदेशक शिक्षाविद डा .ओम जी ने विद्यार्थियों को संदेश दिया कि हमारा भाग्य हमारे अच्छे कर्मों से परिभाषित होता है इसलिए हमेशा जीवन में सही काम करने चाहिए। हमें भगवान राम के जीवन से प्रेरणा लेकर अपने मन के अंधकार को दूर करके ज्ञान के प्रकाश का दीपक जलाना चाहिए । इस उत्सव पर दीपावली का त्योहार सुरक्षित तरीके से मनाने की सलाह दी व पर्यावरण बचाने के लिए दीपावली पर आतिशबाजी न करने की शपथ दिलाई। इस कार्यक्रम में सीमा पाहुजा निधि गौर , शालू अग्रवाल, जूही मिश्रा अंजना शर्मा अशोक सैनी भारत भूषण प्रिया अग्रवाल दिनेश ,शिवानी वर्मा,देवांश सिंह आदि के साथ समस्त वी पी एस परिवार की उपस्थिति सराहनीय रही।

