मथुरा जिलापंचायतराज अधिकारी किरण चौधरी ने बताया कि ग्राम पंचायत की ऑडिट प्रतिवर्ष नियमित रूप से की जाती है, जिनकी वार्षिक समीक्षा पंचायती राज समिति विधानसभा द्वारा भी होती है।कुछ सचिव, प्रधानों द्वारा बार-बार कहने के पश्चात भी ऑडिट का परिपालन नहीं कराया गया।
पचायतीराज समिति विधानसभा द्वारा दिये गये निर्देशों के अनुपालन में जिला लेखा परीक्षा अधिकारी सहकारी समितियाँ एवं पंचायते मथुरा द्वारा वित्तीय वर्षवार ग्राम पंचायतों में गबन की धनराशि की वसूली हेतु कहा गया है, जिसमें उत्तरदायी प्रधान, सचिव को अनेकौ बार प्रेषित पत्राचार उपरान्त भी अधिभार की धनराशि जमा नहीं कराई गई है।अधिभार की धनराशि पचायतीराज अअधिनियम की धारा-5 के अनुसार भू-राजस्व के बकाये के रूप में ग्राम प्रधान एवं सचिव से संग्रह व्यय सहित वसूल किये जाने हेतु आदेश पारित हैं। अतः निम्न सचिव और प्रधानों से तहसील की मदद राजस्व की भांति से धनराशि की वसूली प्रारंभ कर दी गई है। धनराशि न जमा करने पर इनके विरुद्ध प्राथमिक की दर्ज कराकर संपत्ति जब्त करने की कार्यवाही भी की जाएगी। जिनमें
विकास खण्ड बलदेव की ग्राम पंचायत शाहपुर बांगर में वित्तीय वर्ष 2014-15 के अधिभार की धनराशि रु० 462320 ब्रजमोहन, प्रधान व सचिव तथा ग्राम पंचायत सराव सहलवाहन की अधिभारित धनराशि रु0 447813 कालीचरन, प्रधान व नानकराम, सचिव से संग्रह व्यय सहित आधी-आधी वसूल करते हुए विकास खंड बलदेव से कुल अधिभारित धनराशि रु0 910133 वसूल किया जाएगा। इसी कड़ी में विकास खण्ड चौमुहां की ग्राम पंचायत सहार में वितीय वर्ष 2016-17 के अधिभार की धनराशि रू0 2159875 अजमल अली शेख, प्रधान व विष्णु शर्मा, सचिव से, ग्राम पंचायत सेमरी की अधिभारित धनराशि रु0 45000 श्री सत्यपाल सिंह, प्रधान व श्री विष्णु शर्मा, सचिव से, ग्राम पंचायत नरी की अधिभारित धनराशि रु0 2468700.51 श्रीमती जमुना देवी, प्रधान व विष्णु शर्मा, सचिव से, ग्राम पंचायत तरौली जनूबी की अधिभारित धनराशि रु० 4436 मोहन श्याम प्रधान व विष्णु शर्मा, सचिव से ग्राम पंचायत आंड्राई की अधिभारित धनराशि रु० 100119 श्रीमती देवी प्रधान व विष्णु शर्मा, सचिव से, ग्राम पंचायत अस्तौली की अधिभारित धनराशि रु०34670 श्रीमती रामवाली, प्रधान व विकास उपाध्याय, सचिव से तथा ग्राम पंचायत सेनवा की अधिभारित धनराशि रु0 1322636 राजेश शर्मा, प्रधान व रवीद्र कुमार वशिष्ठ, सचिव से संग्रह व्यय सहित आधी आधी धनराशि वसूल करते हुए विकास खंड चौमुहा से कुलअधिभारित धनराशि रु0 6135436 वसूल किया जाएगा।. वहीं विकास खण्ड छाता की ग्राम पंचायत जटवारी ने वित्तीय वर्ष 2016-17 के अधिभार की धनराशि रु0 4701630 सुरेश, प्रधान व अजय सिंह, सचिव से संग्रह व्यय सहित आधी-आधी धनराशि वसूल किया जाएगा। दूसरी तरफ विकास खण्ड मॉट की ग्राम पंचायत खावल में वित्तीय वर्ष 2015-16 के अधिभार की धनराशि रु0 35000 श्रीमती सरोज, प्रधान व देवीपूजन उपमन्यु, सचिव से संग्रह व्यय सहित आधी-आधी धनराशि वसूल किया जाएगा। विकास खण्ड नौहझील की ग्राम पंचायत शल्स में वितीय वर्ष 2014-15 के अधिभार की धनराशि रु0 40000 श्रीमती अंगूरी देवी, प्रधान व पन्नालाल उपाध्याय, सचिव से संग्रह व्यय सहित आधी आधी धनराशि वसूल किया जाएगा। विकास खण्ड मथुरा की ग्राम पंचायत गनेशरा ने वितीय वर्ष 2014-15 के अधिभार की धनराशि रु0 517504 श्रीमती जमुना देवी, प्रधान व ओमप्रकाश दीक्षित, सचिव से तथा ग्राम पंचायत अड्की की अधिभारित धनराशि रु0 100100 श्रीमती कश्मीरा, प्रधान व श्री ओमप्रकाश दीक्षित, सचिव से संग्रह व्यय सहित आधी-आधी वसूल करते हुए विकास खंड मथुरा से कुल अधिभारित धनराशि रु0 617604 वसूल किया जाएगा। इस प्रकार जनपद के छ विकास खंडों से कुल अधिभारित धनराशि रु 12448803 वसूलकिया जाएगा।
ऑडिट अधिभार मामले में विकासखंड बलदेव, छाता, चौमुंह की स्थिति सबसे खराब है।
सबसे ज्यादा लंबित अधिभार के प्रकरण इन्हीं विकास खंड से संबंधित है।
शासन द्वारा की जा रही सख्ती से प्रधानों में हड़कंप मचा हुआ है, वहीं पंचायत राज विभाग गबन हुई धनराशि का प्रधान, सचिव से वसूली के प्रयास में जुट गया है।
वित्तीय ऑडिट के बाद डिफॉल्टर सचिव, प्रधानों से हो रही,1 करोड़ 24 लाख 48000 रूपए की वसूली – किरन चौधरी
के.डी. मेडिकल कॉलेज की गोल्डन गर्ल लवांशी गौतम ने फहराया अपनी मेधा का परचम
- महामहिम राज्यपाल के करकमलों से हासिल किए तीन गोल्ड मेडल और प्रशस्ति पत्र
मथुरा। के.डी. मेडिकल कॉलेज की ऐतिहासिक शैक्षिक परम्परा में मंगलवार को एक और नया अध्याय जुड़ गया। डॉ. भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय के 90वें गरिमामय दीक्षांत समारोह में कुलाधिपति एवं महामहिम राज्यपाल आनंदी बेन पटेल एवं कुलपति प्रो. आशुरानी के करकमलों से के.डी. मेडिकल कॉलेज मथुरा की सत्र 2019 की मेधावी छात्रा लवांशी गौतम को तीन गोल्ड मेडल तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
स्वामी विवेकानंद ब्लॉक खंदारी परिसर स्थित शिवाजी मंडपम आगरा में डॉ. भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय के 90वें दीक्षांत समारोह में के.डी. मेडिकल कॉलेज की छात्रा लवांशी गौतम को तीन गोल्ड मेडल मिले। लवांशी गौतम को महामहिम राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने डॉ. शारदा प्रसाद श्रीवास्तव, डॉ. टुकीराम एल्हेंस तथा श्रीमती तुलसा देवी स्मृति स्वर्ण पदक तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान किए तथा शाबासी दी।
मेधावी लवांशी की इस उपलब्धि पर आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल, डीन और प्राचार्य डॉ. रामकुमार अशोका, उप-प्राचार्य डॉ. राजेन्द्र कुमार, महाप्रबंधक अरुण अग्रवाल आदि ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा कि हम युवा पीढ़ी को सिर्फ एमबीबीएस की डिग्री हासिल करते नहीं देखना चाहते। मैं चाहता हूं कि यहां से जो बच्चा पढ़-लिखकर जाए वह अच्छा सेवाभावी चिकित्सक बनकर समाज में नजीर स्थापित करे।
प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने अपने संदेश में मेधावी लवांशी गौतम को बधाई देते हुए कहा कि बेटियों का हर क्षेत्र में शानदार प्रदर्शन अभिभावकों तथा समाज की सोच बदलने में सहायक साबित हो रहा है। यह खुशी की बात है कि के.डी. मेडिकल कॉलेज के विद्यार्थी प्रतिवर्ष मेडिकल शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए स्वर्णिम सफलता हासिल कर नई पटकथा लिख रहे हैं।
आगरा में हुए गरिमामय समारोह में सम्मानित होने के बाद के.डी. मेडिकल कॉलेज लौटी लवांशी गौतम ने डीन और प्राचार्य डॉ. आर.के. अशोका से भेंटकर उनसे आशीष लिया। मेधावी लवांशी ने अपनी इस सफलता का श्रेय के.डी. मेडिकल कॉलेज के अनुशासन, सहयोग, पारिवारिक माहौल तथा यहां की उच्चस्तरीय शैक्षिक व्यवस्थाओं को देते हुए अपने भविष्य को लेकर कहा कि वह अब पी.जी. की तैयारी कर रही हैं।
मूलतः हाथरस निवासी लवांशी कहती हैं कि उन्हें डीन सर के अनुशासन तथा शिशु शल्य विशेषज्ञ डॉ. श्याम बिहारी शर्मा, डॉ. वी.पी. पांडेय और डॉ. मंजू पांडेय के मार्गदर्शन और प्रोत्साहन से ही यह सफलता हासिल हुई है। इस गोल्डन गर्ल का कहना है कि वह सिर्फ चिकित्सक की डिग्री हासिल करने नहीं आईं, उन्हें काबिल चिकित्सक के रूप में समाज की सेवा कर अपने माता-पिता की उम्मीदों को पूरा करना है। उन्होंने कहा कि मैंने मेहनत से पढ़ाई की लेकिन मुझे तीन गोल्ड मेडल मिलेंगे इसकी कम उम्मीद थी। मेरी इस सफलता से मेरे पिता, दादी मां, मम्मी, चाचा तथा परिजन बेहद खुश हैं। वह कहती हैं कि महामहिम राज्यपाल के हाथों माता-पिता की उपस्थिति में सम्मानित होना उनके जीवन का अविस्मरणीय पल है।
’जीएलए विश्वविद्यालय में लीडरशिप समिट कौशल विकास पर होगी चर्चा’
- जीएलए में आयोजित लीडरशिप समिट में पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश प्रभु विद्यार्थियों से होंगे रूबरू
मथुरा : जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा में 26 अक्टूबर को “लीडिंग दा फ्यूचरः पॉवर ऑफ अपस्किलिंग एंड रीस्किलिंग“ थीम पर एक विशेष लीडरशिप समिट का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें देश-विदेश की जानी-मानी कंपनियों से जुड़े 100 से अधिक उच्च पदस्थ अधिकारी शिरकत करेंगे। इसके अलावा पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश प्रभु ने भी विद्यार्थियों से रूबरू होने के लिए सहमति दी है।
यह आयोजन विश्वविद्यालय के प्रबंधन संकाय, विधि संकाय और कम्प्यूटर अभियांत्रिकी संकाय द्वारा ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट विभाग एवं इंडियन कॉउंसिल ऑफ सोशल साइंस रिसर्च के विशेष सहयोग से सम्मलित रूप से किया जा रहा है।
जानकारी देते हुए प्रबंधन संकाय के निदेशक प्रो. अनुराग सिंह, विधि संकाय अधिष्ठाता प्रो. सोमेश धमीजा एवं कंप्यूटर अभियांत्रिकी संकाय अधिष्ठाता प्रो. अशोक भंसाली ने बताया कि समिट का उद्देश्य न केवल उद्योग की वर्तमान चुनौतियों और अवसरों पर चर्चा करना है, बल्कि विद्यार्थियों को उन आवश्यक पहलुओं से भी रूबरू करवाना है, जो उन्हें भविष्य में रोजगार के लिए तैयार करेंगे। समिट के अंतर्गत दिनभर में विभिन्न सत्रों के दौरान आमंत्रित विशेषज्ञ विभिन्न विषयों पर अपने विचार साझा करेंगे। इनमें उद्योग जगत के वर्तमान हालातों, तकनीकी उन्नति, और स्थायी विकास के पहलुओं पर गहन चर्चा शामिल होगी जो कि विद्यार्थियों को समसामयिक ज्ञान प्रदान करेंगी।
उन्होंने आगे कहा कि जीएलए विश्वविद्यालय इस प्रकार के आयोजनों के माध्यम से अपने विद्यार्थियों को उद्योग जगत के साथ जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि वे एक सफल और समृद्ध भविष्य की ओर अग्रसर हो सकें। यह समिट विद्यार्थियों और उद्योग जगत के बीच संवाद का एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करेगी, जिससे वे अपने विचारों और दृष्टिकोणों को साझा कर सकेंगे।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. फाल्गुनी गुप्ता, सीईओ नीरज अग्रवाल, सीएफओ विवेक अग्रवाल, प्रतिकुलपति प्रो. अनूप गुप्ता, कुलसचिव अशोक कुमार सिंह समेत विश्वविद्यालय के उच्च पदस्थ अधिकारियों ने आयोजन समिति को अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह आयोजन न केवल ज्ञानवर्धन करेगा, बल्कि विद्यार्थियों के करियर विकास में भी सहायक सिद्ध होगा।
इस समिट में भागीदारी को लेकर विद्यार्थियों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। आयोजन में बतौर अतिथि एवं विषय विशेषज्ञ शिरकत करने वालों में पूर्व केन्द्रीय मंत्री ऋषि हुड विश्वविद्यालय के कुलाधिपति सुरेश प्रभु, मारुति सुजुकी इंडिया के मुख्य मानव संसाधन अधिकारी सलिल लाल, मरेडियम सॉल्यूशंस के सीईओ शंकर कंम्बम, कॉम्पटीशन कमीशन ऑफ इंडिया के निदेशक (विधि) एवं केन्द्रीय जनसूचना अधिकारी डा. केडी सिंह, टेली सॉल्यूशंस के सीएचआरओ डा. नागना गौडा एसजे, केपीएमजी के टेलेंट एक्यूजीशन हेड मीसल, मोबाइलपे ई-कॉमर्स के एमडी एवं सीईओ श्रीकृष्ण चौधरी सहित असेंचर, केपीआईटी, टेक महिंद्रा, टौरी हैरिस, एलजी, सोपरा स्टेरिया, इंफोगेन, एक्मे सोलर होल्ड़िंगस, एचडीएफसी, ए यू स्माल फाइनेंस बैंक, इंडिया टुडे, शॉपक्लूज, सोमानी सरेमिक्स, आरबीएल बैंक, वीवीडीएन, ओरिएंट, यूनिवर्सल मैप प्रोजेक्ट्स एंड इंजिनीरिंग सर्विसेज, लीडस्क़वार्ड, एनिक्स सिस्टम्स, फिटेलो, डीएलएफ साइबर सिटी, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक, हम्मूराबी एंड सोलोमन पार्टनर्स, लूथरा एंड लूथरा इत्यादि समेत देश-विदेश के प्रतिष्ठित संस्थानों से जुड़े हैं।
हनुमान प्रसाद धानुका के आचार्यों ने आर्ट इंटीग्रेशन कार्यक्रम में प्रस्तुत किए शोध पत्र
- सीबीएसई द्वारा तमिलनाडु में आयोजित किया गया कार्यक्रम
- भारत समेत दुबई, सिंगापुर, नाइजीरिया तथा केन्या आदि देशों से आए प्रतिनिधियों ने की सहभागिता
वृंदावन। सीबीएसई द्वारा आर्ट इंटीग्रेशन पर आधारित कार्यक्रम कला संगम 2024 का आयोजन 17 से 18 अक्टूबर को मदुरई, तमिलनाडु में किया गया।
जिसमें हनुमान प्रसाद धानुका सरस्वती बालिका विद्या मंदिर के दो आचार्यों ने अपना शोध पत्र प्रस्तुत कर विद्यालय का नाम रोशन किया। इस कार्यशाला में संपूर्ण भारत से लगभग 760 प्रधानाचार्य तथा आचार्यों ने सहभागिता की। साथ ही दुबई, सिंगापुर, नाइजीरिया तथा केन्या आदि देशों के भी प्रतिनिधि कार्यशाला में उपस्थित रहे।

विद्यालय से गणित विभाग के प्रमुख के. के. तिवारी ने “ज्यामितीय संरचनाओं का स्थापत्य कला में उपयोग” तथा आधुनिक संरचनाओं में ज्यामितीय की उपयोगिता, विद्यालय के विज्ञान विभाग के प्रमुख योगेश कुमार सैनी ने विज्ञान में “गौरैया के घर बनाने की कला एकीकरण के माध्यम से सीखने” पर अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया इन शोध पत्रों की कार्यशाला में भूरी भूरी प्रशंसा की गई।
इस अवसर पर विद्यालय प्रबन्ध समिति से पद्मनाभ गोस्वामी, रेखा माहेश्वरी, उमेश चंद शर्मा, विश्वनाथ अग्रवाल, कमल खण्डेलवाल, भरत शर्मा आदि ने दोनों आचार्यों को हार्दिक शुभकामनाएँ प्रेषित की।
करतल ध्वनि के बीच के.डी. मेडिकल कॉलेज के 57 मेधावी सम्मानित
- ग्रुप सी ने जीती एक्जॉन-2024 की ओवरआल चैम्पियनशिप
मथुरा। के.डी. मेडिकल कॉलेज के छात्र-छात्राएं शिक्षा ही नहीं खेल और सांस्कृतिक गतिविधियों में भी श्रेष्ठ हैं। यह बात लगभग एक सप्ताह चले वार्षिक एक्जॉन-2024 में उनके कौशल और दमखम को देखकर सिद्ध हो गई है। जिन छात्र-छात्राओं को सफलता मिली, उन्हें बधाई तथा जिन्होंने प्रतिभाग करने के बाद भी सफलता हासिल नहीं की उन्हंद निराश होने की बजाय पुनः प्रयास करना चाहिए। उक्त सारगर्भित उद्गार सोमवार की शाम एक्जॉन-2024 के समापन और पारितोषिक वितरण समारोह में डीन और प्राचार्य डॉ. आर.के. अशोका ने छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए।
सम्मान समारोह का शुभारम्भ प्राचार्य डॉ. आर.के. अशोका, उप-प्राचार्य डॉ. राजेन्द्र कुमार, डॉ. वी.पी. पांडेय, डॉ. मंजू पाण्डेय, डॉ. श्यामबिहारी शर्मा, डॉ. ए.के. जैन, उप महाप्रबंधक मनोज गुप्ता, डॉ. अमनजोत, डॉ. राहुल गोयल आदि ने मां सरस्वती के छायाचित्र के सम्मुख माल्यार्पण और दीप प्रज्वलित कर किया। उत्साह-उमंग तथा करतल ध्वनि के बीच विभिन्न संकाय के 57 मेधावी छात्र-छात्राओं को मेडल और प्रशस्ति पत्र देने के बाद डीन और प्राचार्य डॉ. आर.के. अशोका ने आयोजन की मुक्तकंठ से सराहना करते हुए नवागंतुक छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि वे अपने सीनियर्स की उपलब्धियों को अपना लक्ष्य मानते हुए लगन और मेहनत से पढ़ाई करें।

डॉ. अशोका ने डॉ. भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में महामहिम राज्यपाल आनंदी बाई पटेल के करकमलों से तीन स्वर्ण पदक हासिल करने वाली 2019 बैच की मेधावी छात्रा लवांशी गौतम का विशेष रूप से जिक्र किया और कहा कि के.डी. मेडिकल कॉलेज शिक्षा के क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान रखता है। मैं उम्मीद करता हूं कि नवागंतुक छात्र-छात्राएं इस परम्परा को आगे भी जारी रखेंगे। उन्होंने एक्जॉन-2024 के स्पोर्ट्स और कल्चरल कार्यक्रमों की ओवरआल चैम्पियन ग्रुप सी, रनरअप ग्रुप बी तथा तीसरे स्थान पर रही ग्रुप डी के सभी प्रतिभागी छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि आपने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन की जो झलक दिखाई है, उसे नियमित जीवन का हिस्सा बनाएं।
डॉ. अशोका ने आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल तथा महाप्रबंधक अरुण अग्रवाल के प्रोत्साहन और सहयोग के लिए उनका आभार माना। उन्होंने उप महाप्रबंधक मनोज गुप्ता, एक्जॉन-2024 के समन्वयकों डॉ. अमनजोत, डॉ. राहुल गोयल, आयोजन समिति के सभी सदस्यों तथा पवन कुमार, आयुष गोयल, प्रकाश सिंह आदि के सहयोग की भी खूब सराहना की। उप-प्राचार्य डॉ. राजेन्द्र कुमार ने मेडिकल छात्र-छात्राओं के प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा कि आप लोगों में गजब का टैलेंट है। एक्जॉन में आप लोगों ने खेल तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों में जो कौशल दिखाया उसकी जितनी तारीफ की जाए कम है। उन्होंने आह्वान किया कि आप लोग अच्छे चिकित्सक बनें ताकि हर कोई आपका तथा आपके संस्थान का गर्व से नाम ले।
उप-प्राचार्य ने कहा कि मेडिकल की कठिन पढ़ाई के बीच आप लोगों का खेल और कल्चरल कार्यक्रमों में उत्कृष्ट प्रदर्शन यह साबित करता है कि आप लोग पढ़ाकू होने के साथ ही गजब के हरफनमौला भी हैं। अंत में एक्जॉन-2024 की समन्वयक डॉ. अमनजोत तथा डॉ. राहुल गोयल ने विजेता तथा उप विजेता छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए इस आयोजन को पारदर्शी तरीके से सम्पन्न कराने में सहयोग देने के लिए सभी विभागाध्यक्षों तथा टेक्निकल कमेटी के सदस्यों का आभार माना। सहायक आचार्य अभी भूषण मिश्रा तथा सुधाकर राय आदि ने होनहार छात्र-छात्राओं का हौसला बढ़ाया।
संस्कृति विवि के फैशन डिजाइनिंग के विद्यार्थियों को मिली नौकरी
मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय के स्कूल फैशन डिजाइनिंग के विद्यार्थियों को देश की दो प्रतिष्ठित कंपनियों ने अपने यहां नौकरियां दी हैं। संस्कृति विवि प्रशासन ने विद्यार्थियों के इस चयन पर उन्हें बधाई देते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।
संस्कृति विवि के प्लेसमेंट सेल ने जानकारी देते हुए बताया कि संस्कृति स्कूल आफ डिजाइनिंग के विद्यार्थी छात्रा दिव्यांशी पांडे और छात्र आयुष गर्ग को देश की दो विख्यात कंपनियों अर्बन ग्रैब क्लोदिंग प्रा.लि. और वारिजा डिजाइन स्टूडियो ने अपने यहां नौकरी के लिए चयनित किया है। दोनों ही विद्यार्थियों को कंपनियों ने अपने संस्थान में कड़ी चयन प्रक्रिया के बाद चयनित किया है। अर्बन ग्रैब क्लोदिंग प्रा.लि. तेजी से बढ़ती रेडीमेड किड्स वियर कंपनी है। अपने ब्रांड नाम के तहत बच्चों के पहनने के लिए परिधानों की डिजाइनिंग, निर्माण, ब्रांडिंग और बिक्री में करती है। डिज़ाइन गुणवत्ता और नवीनता की विरासत पर आधारित हैं। वहीं वारिजा डिज़ाइन स्टूडियो फैशन उद्योग में एक जाना पहचाना नाम है। कंपनी को उनके काम से दिल्ली गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। कंपनी को यंग एनवायरनमेंटलिस्ट ट्रस्ट, मुंबई द्वारा फैशन के लिए वुमेन अचीवर्स अवार्ड, बिल्ड इंडिया अवार्ड और वुमेन से भी सम्मानित किया गया है। कंपनी की औद्योगिक यात्रा 2004 में दुल्हनों के लिए परिधान बनाने से शुरू हुई।
संस्कृति प्लेसमेंट सेल के जयवर्धन ने बताया कि संस्कृति स्कूल आफ फैशन डिजाइनिंग की छात्रा दिव्यांशी पांडे को अर्बन ग्रैब क्लोदिंग प्रा.लि. ने और वारिजा डिजाइन स्टूडियो ने संस्कृति स्कूल आफ फैशन डिजाइनिंग के छात्र आयुष गर्ग को चयनित किया है। विद्यार्थियो के इस चयन पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने उन्हें बधाई देते हुए पूरे मनोयोग से काम करने की सलाह दी गई है।
पड़ाव स्थलों के न होने से ब्रज यात्राओं के बंद होने का ख़तरा – रमेश बाबा
रिपोर्ट राघव शर्मा
बरसाना राधा रानी ब्रज यात्रा के संचालक ब्रजके परम विरक्त संत पद्मश्री रमेश बाबा ने यात्रियों को संबोधित करते हुए कहा कि हम देख रहे हैं कि ब्रज यात्राएँ ब्रज के वैभव व ब्रज की सांस्कृतिक पहचान की प्रतीक हैं परंतु यात्राओं के रुकने का स्थान न मिल पाने की स्थिति में यात्रा संचालक यात्राओं को बन्द करने को विवश हैं । उन्होंने सरकारी तंत्र से अपेक्षा की है कि इस ओर ध्यान दे ।लगभग सभी जगह सरकारी भूमि उपलब्ध हैं बस ध्यान देने की आवश्यकता है ।
आज यात्रा नंदगाँव से गिडोह ,खिटावटा,का दौना होकर सिर थरा पहुँची ।बठेन में जगह न मिलने के कारण कोकिलावन दाऊजी पांडव गंगा के दर्शन छूट गये ।ग्राम गिड़ोह में यात्रा का भव्य स्वागत हुआ । संकीर्तन की धुन पर ब्रजवासिनें थिरकती हुई दिखाई दीं ।इसी तरह खिटावटे में भी घर घर यात्रियों को रोटी बाँटी गईं ।सिरथरा में भी अच्छा स्वागत हुआ ।
इसके पूर्व रात्रि बेला में नंद गाँव बरसाने के गोस्वामी जनों के मध्य व्यंग विनोद का आनंद नंदमंदिर में सभी ने लिया । अंत में बाबा के द्वारा गाया गया -: माँखन की चोरी बारंबार करे फिरभी तो राधा रानी प्यार करे : ।नंदगाँव बरसाने के प्रेम की अद्भुत छटा देखने को मिली । बाबा ब्रज शरण ,नृसिंह दासजी सुरेश पण्डितजी राधा कान्त शास्त्री ब्रजदास राज कुमार शास्त्री आदि यात्रा में साथ चल रहे थे ।
पैराट्यूबरक्लोसिस बीमारी से भारत में 30 प्रतिशत पशु संक्रमित
- पैराट्यूबरक्लोसिस बीमारी के कारण किसानों को हो रहा आर्थिक नुकसान, सरकार करे सहयोग
मथुरा : जॉन्स रोग (पैराट्यूबरक्लोसिस) बीमारी एक लाइलाज बीमारी है। इसके निदान के लिए कई देश एकजुट होकर रिसर्च में जुटे हुए हैं। भारत में इस संक्रमण को लेकर कई रिसर्च भी हो चुके हैं, जिसमें से एक जॉन्स डिजीज वैक्सीन भी तैयार हो चुकी है। बस अब जरूरत है तो सिर्फ सरकार के सहयोग की।
यह बात जीएलए विश्वविद्यालय के बायोटेक विभाग द्वारा वृंदावन स्थित एक होटल में आयोजित सम्मेलन में मुख्य अतिथि इंडियन काउंसिल ऑफ मेड़िकल रिसर्च (आईसीएमआर) के पूर्व निदेशक प्रो. एनके गांगुली ने कहीं। प्रो. गांगुली ने कहा कि भारत में 30 प्रतिशत के करीब पशु जॉन्स रोग (पैराट्यूबरक्लोसिस) से संक्रमित हैं। इस कारण अगर को पशु ऐसे अपने बच्चे को जन्म देता है तो वह संक्रमण उसमें भी पाया जा रहा है। इसी संक्रमण के चलते पशुओं की प्रजजन क्षमता लगभग खत्म होने के कगार पर है।
उन्होंने बताया कि ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की सरकारों ने इस पर अधिक ध्यान दिया और सभी जानवरों का चेकअप कराकर वेक्सीनेशन कराया। वहां लगभग यह बीमारी खत्म हो गई, लेकिन भारत में सभी प्रदेशों की सरकार को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है। यहां भी जानवरों का चेकअप हो और वेक्सीनेशन हो।
विशिष्ट अतिथि इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च के पूर्व डीडीजी एनीमल साइंस डा. एमएल मदन ने बताया कि अधिकतर देशों में पशुओं में यह बीमारी पाये जाने पर उनको खत्म कर दिया जाता है। भारत देश में पशुओं को मारने पर सख्त कानून है। इस कारण यहां वेक्सीन बनाना बहुत जरूरी है। क्योंकि जॉन्स बीमारी सिर्फ पशुओं में ही नहीं बल्कि, उनके माध्यम से यह लोगों में भी फैल रही है। इसी बीमारी से कहीं हद तक निजात पाने के लिए जीएलए विश्वविद्यालय बायोटेक विभाग प्रो. शूरवीर सिंह ने मखदूम फरह से एक रिसर्च कर जीएलए पहुंचकर एक वेक्सीन को तैयार किया। अगर यही वेक्सीन पूरे देश में पहुंच जाये और पशुओं और उनके बच्चों में वेक्सीनेशन बहुत जरूरी है। इसके लिए सरकार को भी सहयोग देने की जरूरत है।

दुवासु मथुरा के पूर्व कुलपति प्रो. केएमएल पाठक ने कहा कि घरेलू पशुओं की पैराट्यूबरकुलोसिस (पीटीबी) नामक अत्यधिक व्यापक संक्रामक बीमारी के खिलाफ ‘ओरल वैक्सीन‘ विकसित करने के लिए परियोजना तैयार हो चुकी है। इस रोग को जॉन्स रोग (जेडी) के रूप में भी जाना जाता है, यह गाय, भैंस, बकरी, भेड़, ऊंट, याक आदि की एक लाइलाज बीमारी है। यह पाचन और प्रतिरक्षा प्रणाली दोनों को नुकसान पहुंचाती है। इस संक्रमण से पशु को दीर्घकालिक दस्त और वजन कम हो जाता है और पशु एक या दो प्रसव के भीतर अनुत्पादक हो जाता है। ऐसे संक्रमित पशुओं के दूध को मनुष्यों द्वारा सेवन करने पर यह संक्रमण मनुश्यों में तथा पशुओं की आने वाली अगली पीढ़ी में संचारित होता रहता है।
यह भी कह सकते हैं कि यह एक दूध के माध्यम से पशुओं की अगली पीढ़ी तथा मनुष्यों में फैलने वाले संक्रमण को रोकने के लिए ही जीएलए के नेतृत्व में बायोटेक टीम पहले ही इंजेक्शन के रूप में एक अत्यधिक प्रभावी टीका जॉन्स रोग के विरूद्ध विकसित कर चुकी है।
ईरान के अदुल्ला डेराकसंदेह ने कहा कि भारत में वृंदावन की इस पावन धरा पर मुझे भले ही एक सम्मेलन में शामिल होने का अवसर मिला हो, लेकिन बहुत खुश हूं। उन्होंने कहा कि वह एंटीजन वेक्सीन के पक्षधर हैं। बेजुबानों को बचाने के लिए हम सभी एक होने की जरूरत है।
जीएलए के प्रतिकुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता ने कहा कि यह एक बड़ा अवसर है कि पावन धरा पर एक सम्मेलन के बहाने देश-विदेश के वैज्ञानिक और विशेषज्ञ एकजुट होकर बेजुबानों को बचाने के लिए अपने विचार रख रहे हैं। ऐसे कार्यक्रम विज्ञान की आधुनिकता को लोगों के सामने रखते हैं। कार्यक्रम में जीएलए बायोटेक के विभागाध्यक्ष प्रो. शूरवीर सिंह ने सभी अतिथियों का स्वागत और परिचय कराया।
इस मौके पर आईसीएमआर के पूर्व निदेशक डा. वीएम कटोच, पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल वेंक्टेश, पूर्व निदेशक आईसीएआर-आईवीआरआई बरेली के डा. नेम सिंह, पूर्व निदेशक आईसीएआर, सीआईआरजी, आईवीआरआई के डा. एमसी शर्मा, आईसीएआर के पूर्व एएच कमीशनर डा. लालकृष्ण, दुवासु मथुरा के कुलपति प्रो. एके श्रीवास्तव, शेर ई कश्मीर यूनिवर्सिटी जम्मू के कुलपति प्रो. बीएन त्रिपाठी, पूर्व सीनियर सलाहकार डीबीटी के डा. मौ0 आलम आदि विशेषज्ञ और वैज्ञानिकों ने किसानों को लाभ पहुंचाने पर विचार विमर्श किया।
कार्यक्रम में बायोटेक विभाग के सभी पदाधिकारियों का सहयोग रहा।
जीएल बजाज के छात्र-छात्राओं ने सुझाए तकनीकी समस्या के नवीन समाधान
- हैकथॉन, हैकफिनिटी 1.0-हैक एण्ड बिल्ड प्रतियोगिता में दिखी रचनात्मकता
मथुरा। छात्र-छात्राओं में नवाचार और टीम वर्क को बढ़ावा देने के लिए जीएल बजाज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, मथुरा के कम्प्यूटर साइंस एण्ड इंजीनियरिंग (सीएसई) विभाग द्वारा आयोजित हैकथॉन, हैकफिनिटी 1.0-हैक एण्ड बिल्ड प्रतियोगिता में युवाओं ने अपनी रचनात्मकता से वास्तविक दुनिया की तकनीकी समस्याओं के नवीन समाधान सुझाए। निर्णायकों ने प्रतियोगिता में शामिल सभी 29 टीमों के छात्र-छात्राओं की रचनात्मकता तथा तकनीकी कौशल की सराहना करते हुए विजेता तथा उप-विजेता टीमों को टॉफी और प्रशस्ति पत्र देकर पुरस्कृत किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत सीएसई विभाग के प्रमुख डॉ. रमाकांत बघेल के प्रेरक भाषण से हुई। उन्होंने प्रतिभागियों के लिए सकारात्मक माहौल तैयार करते हुए कहा कि स्पर्धा कोई भी हो उससे सीख जरूर मिलती है। संस्थान की निदेशक प्रो. नीता अवस्थी ने अपने संदेश में कहा कि जीएल बजाज का उद्देश्य प्रत्येक छात्र तथा छात्रा को उसकी रुचि के अनुरूप मंच प्रदान करना है। ऋचा मिश्रा ने कम्प्यूटर साइंस एण्ड इंजीनियरिंग विभाग के प्रयासों की सराहना करते हुए सभी टीम सदस्यों से अपनी मेधा और तकनीकी कौशल का प्रदर्शन करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आज के युवा ही हर समस्या का समाधान हैं। उन्होंने सभी प्रतिस्पर्धियों से स्वविवेक से हर समस्या के समाधान का प्रयास करने का आह्वान किया।
दो चरणों में आयोजित चुनौतीपूर्ण हैकथॉन, हैकफिनिटी 1.0-हैक एण्ड बिल्ड प्रतियोगिता का संचालन रीतेश त्रिपाठी ने किया। स्पर्धा में छात्र-छात्राओं ने अपनी रचनात्मकता और तकनीकी कौशल से निर्णायकों को प्रभावित किया। अंत में निर्णायक विपुल अग्रवाल तथा संतोष कुमार चौहान ने विजेता तथा उप विजेता टीमों की घोषणा की। इस प्रतियोगिता में जयश्री टेक्नोसॉफ्ट और वीएसएस के सीईओ तथा संस्थापक विक्रम राज पुरोहित ने अपने प्रेरक उद्बोधन से प्रतिभागी छात्र-छात्राओं में नई ऊर्जा का संचार किया।
स्पर्धा में छात्र-छात्राओं ने वास्तविक दुनिया की समस्याओं के नवीन समाधान सुझाए, जिनकी निर्णायकों ने मुक्तकंठ से सराहना की। निर्णायकों ने टीम क्वाड कोर (कृष्णा मिश्रा, दिव्य गर्ग, आयुषी चौहान, द्वितीय वर्ष, सीएसई एआईएमएल) को प्रथम, कोड बिट्स (प्रिंस शर्मा, यश चौधरी, प्रिया ठाकुर, और अमन विश्वकर्मा-तृतीय वर्ष, सीएसई एआईएमएल) को द्वितीय तथा टीम निर्मता (मनीषा शर्मा, कौशल प्रताप सिंह-अंतिम वर्ष, सीएसई एआईएमएल) को तृतीय स्थान प्रदान किया। अंत में जयश्री टेक्नोसॉफ्ट के संस्थापक विक्रम राज पुरोहित ने विजेता टीमों को पुरस्कृत करते हुए उन्हें बेहतर समाधान प्रस्तुत करने के लिए बधाई दी।
सीएसई विभाग प्रमुख डॉ. रमाकांत बघेल ने कहा कि हैकफिनिटी 1.0 के प्रतिस्पर्धात्मक माहौल देने से छात्र-छात्राओं को एक टीम के रूप में काम करने, रचनात्मक सोचने तथा तकनीकी कौशल में सुधार करने का अवसर मिला। डॉ. बघेल ने कहा कि संस्थान में नवाचार और टीम वर्क की एक मजबूत संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए सीएसई विभाग भविष्य में भी ऐसे आयोजनों को प्राथमिकता देता रहेगा।
एस जी एफ आई कराटे प्रतियोगिता में छात्राओं तानिया व अनन्या का हुआ चयन
वृंदावन। 35 वीं अखिल भारतीय कराटे प्रतियोगिता जो कि 14 से 17 अक्टूबर तक सरस्वती विद्या मंदिर, मुखर्जी नगर, देवास (मप्र) में आयोजित हुई। जिसमें हनुमान प्रसाद धानुका विद्यालय की 7 छात्राओं ने सहभागिता की।
प्रधानाचार्य डॉ अंजू सूद ने बताया कि प्रथम स्थान पर तानिया प्रजापति, अनन्या गोला, द्वितीय स्थान पर नन्दिनी, वैष्णवी, अराधिका व दीक्षा तथा तृतीय स्थान पर रितिका रहीं। इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में चयनित होने के लिए छात्राओं ने विद्यालय स्तर, जिला स्तर व राज्य स्तर पर अपनी शानदार प्रदर्शन क्षमता का परिचय दिया। छात्राओं ने कराटे के अपने उत्कृष्ट कौशल और कठोर अभ्यास से यह सिद्ध किया कि समर्पण और मेहनत से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली दोनों छात्राएँ तानिया व अनन्या आने वाली एसजीएफआई प्रतियोगिता में 11 दिसम्बर से 17 दिसम्बर तक लुधियाना, पंजाब में सहभागिता करेंगी।
इस अवसर पर विद्यालय प्रबन्ध समिति से पद्मनाभ गोस्वामी, बाँके बिहारी शर्मा, विश्वनाथ अग्रवाल, रेखा माहेश्वरी, उमेश चंद शर्मा, मंयक मृणाल, महेश अग्रवाल आदि ने विजयी छात्राओं को हार्दिक शुभकामनाएँ दी एवं आगामी प्रतियोगिताओं के लिए विजयश्री का आशीर्वाद दिया।

