Thursday, December 18, 2025
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मथुरा। संस्कृति यूनिवर्सिटी के चांसलर सचिन गुप्ता 4 नवंबर को 48 वर्ष के पूरे होकर 49 वे वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं। सचिन जी प्रतिवर्ष की भांति अबकी बार भी अपना जन्मदिन दिव्यांगों के साथ मनाएंगे। उनकी यह बात लीक से हटकर है।

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 मथुरा। संस्कृति यूनिवर्सिटी के चांसलर सचिन गुप्ता 4 नवंबर को 48 वर्ष के पूरे होकर 49 वे वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं। सचिन जी प्रतिवर्ष की भांति अबकी बार भी अपना जन्मदिन दिव्यांगों के साथ मनाएंगे। उनकी यह बात लीक से हटकर है।
 सचिन जी कहते हैं कि मैं अपने जन्मदिन पर न केक काटता हूं और न मोमबत्ती जलाकर बुझाता हूं। ये सब चीजें हमारी संस्कृति के विपरीत हैं। हम सभी को अपनीं संस्कृति के अनुरूप चलना चाहिए ना कि विदेशी संस्कृति को अपनाना चाहिए।
 सही मायने में देखा जाए तो सचिन जी की कुछ बातों में यह झलक मिलती है कि ये कुछ खास हैं। इसीलिए लोग कहते हैं कि सचिन गुप्ता बड़े भी हैं और भले भी हैं। आज जब इस संवाददाता ने सचिन जी को उनके जन्मदिन की बधाई दी तब उन्होंने बताया कि संस्कृति यूनिवर्सिटी में अगले कुछ समय में जनता को निशुल्क डायलिसिस की सेवा प्रदान की जाने की व्यवस्था की जा रही है। यह दिसंबर या जनवरी से शुरू हो जाएगी इसका शुल्क नाम मात्र का भी नहीं होगा। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराकर नंबर लगाए जा सकेंगे। सचिन जी की सेवा भावना अनुकरणींय है ईश्वर उन्हें शतायु करें।

संस्कृति विवि के विद्यार्थियों को बड़ी संख्या में न्यू एलनबैली वर्क्स में मिली नौकरी

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परिचयः कैंपस प्लेसमेंट के दौरान संस्कृति विवि के बच्चों को कंपनी के बारे में जानकारी देते हुए न्यू एलन बैरी
के एजीएम एचआर बीके खुंटिया।
मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय के 43 विद्यार्थियों को न्यू एलनबैरी वर्क्स कंपनी में नौकरी मिली है। प्रसिद्ध आटोमोबाइल कंपनियों के लिए गेयर और शाफ्ट बनाने वाली कंपनी ने संस्कृति विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को आफर लैटर जारी करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने विद्यार्थियों की इस सफलता पर हर्ष व्यक्त करते हुए उनकी मेहनत, पढ़ाई के प्रति गंभीरता और लगन की सराहना की है।
कंपनी द्वारा संस्कृति विश्वविद्यालय में कैंपस प्लेसमेंट के दौरान संस्कृति विवि के विद्यार्थियों का तीन चरणों में योग्यता परीक्षण करने के बाद 43 विद्यार्थियों को न्यू एलन बैरी वर्क्स लि. में काम करने का मौका दिया है। कंपनी के महाप्रबंधक एचआर प्रोडक्शन बीके खुंटिया ने बताया कि “न्यू एलनबेरी वर्क्स” कंपनी एक मजबूत उद्यमशीलता संस्कृति का लाभ उठाते हुए, भविष्योन्मुखी इंजन और ट्रांसमिशन अनुप्रयोगों के लिए ऑटोमोटिव गियर और शाफ्ट बनाती है। सिद्ध क्षमताओं और ठोस संसाधनों के साथ, पिछले 40 वर्षों में, स्वदेशी मांग को पूरा करने की अपनी प्रतिबद्धता पर खरा उतरा है और वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धा करने के लिए सामने आया है।
उन्होंने बताया कि संस्कृति विवि के छात्र-छात्राओं का चयन एक निर्धारित योग्यतापरक चयन प्रक्रिया के तहत हुआ। विवि के विद्यार्थियों ने अपनी योग्यता परिचय देकर इंटरव्यू क्वालीफाई किया है। इन सभी बच्चों को कंपनी ने नौकरी के लिए चुना है। उन्होंने बताया कि संस्कृति विवि के मैकेनिकल इंजीनियरिंग डिप्लोमा के छात्र ओमप्रकाश, प्रदीप, क्रिशन गोपाल, मोहित कुमार, गग्गन, मनोज, भविष्य कुमार, आकाश कुमार, गौरव सिंह, भूपेंद्र, राधारमन, हेमराज, मनीष कुमार, गजेंद्र सिंह, विशाल, भूदेव प्रसाद, प्रेमचंद्र, राहुल राजपूत, आकाश सिंह, प्रिंस राज कौशिक, संजय, गुड्डू यादव, शुभम शर्मा, जयराम, नवीन, विवेक, योगेश, अमन सिंह, ओमप्रकाश शर्मा, मोहित चौधरी, ब्रज किशोर, मोहन, भोजपाल, छत्रपाल सिंह, राम महाराज, दीपक, हरीश चंद्र, संदीप, भूदेव शर्मा, नरेश कुमार शर्मा, भरत, मोहित, प्रदीप को कंपनी ने आफर लैटर प्रदान किए हैं।
विवि की सीईओ श्रीमती मीनाक्षी शर्मा ने चयनित छात्र-छात्राओं को उनके प्लेसमेंट पर बधाई देते हुए कहा कि अपने ज्ञान और कौशल से नियोक्ता कंपनी के विकास में अपना सारा श्रम समर्पित करें। कंपनी की प्रगति ही आपके यश में वृद्धि करेगी। संस्कृति विश्वविद्यालय की कौशल और नवाचार से ओतप्रोत शिक्षा का ही यह प्रभाव है कि विवि के विद्यार्थियों को नामी-गिरामी कंपनियों द्वारा हाथों-हाथ लिया जा रहा है।

आरआईएस में जेंडर सेंसटिविटी और हॉलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड पर हुई कार्यशाला

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बच्चों को बचपन से मिले लैंगिक संवेदनशीलता की जानकारी
मथुरा। लैंगिक समानता को बढ़ावा देने, शिक्षकों को सशक्त बनाने और शिक्षा में समग्र प्रगति सुनिश्चित करने के लिए राजीव इंटरनेशनल स्कूल में सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एज्यूकेशन नोएडा द्वारा जेंडर सेंसटिविटी एवं हॉलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड विषय पर कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम का आयोजन किया गया। वक्ताओं ने बच्चों को जहां बचपन से ही लैंगिक संवेदनशीलता की जानकारी देने पर जोर दिया वहीं कहा कि हॉलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड विद्यार्थी के सर्वांगीण प्रगति का मूल्यांकन कार्ड होता है।
एमिनेंट स्पीकर डॉ. निशी फोगाट और डॉ. वीणा मिश्रा ने जेंडर सेंसिटिविटी विषय तो डॉ. अखिलेश सिंह एवं पुनीत भूषण ने हॉलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड विषय पर शिक्षकों का मार्गदर्शन किया। कार्यशाला में वक्ताओं ने लैंगिक संवेदनशीलता, रूढ़िवादिता को चुनौती देने और लैंगिक समानता से संबंधित सामाजिक-सांस्कृतिक मानदंडों की गहरी समझ विकसित करने पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि “हॉलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड” के माध्यम से हम छात्र-छात्राओं के सर्वांगीण प्रगति का मूल्यांकन कर सकते हैं क्योंकि हॉलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड में विभिन्न शारीरिक गतिविधियों में बच्चे की भागीदारी, शारीरिक कौशल तथा स्वास्थ्य को मापा जाता है।
वक्ताओं ने बताया कि इसे मुख्य रूप से कक्षा की गतिविधियों के दौरान देखे गए साक्ष्यों और नियमित मूल्यांकन के माध्यम से दर्ज किया जाता है, जिसमें रटने-रटाने के बजाय रचनात्मकता और समग्र विकास पर जोर दिया जाता है। होलिस्टिक प्रोग्रेस रिपोर्ट कार्ड छात्र-छात्राओं की प्रगति को अलग-अलग क्षेत्रों में ट्रैक करेगा। इसमें विद्यार्थी के शारीरिक, सामाजिक-भावनात्मक, संज्ञानात्मक, एकेडमिक और रचनात्मक विकास की जानकारी होगी। इसमें छात्र-छात्राओं के आत्म-मूल्यांकन के साथ-साथ, उसके साथियों और अभिभावकों से मिले फीडबैक को भी शामिल किया जाएगा।
वक्ताओं ने कहा कि हॉलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास पर ध्यान केंद्रित करते हुए उनमें आत्म-सम्मान और आत्म-जागरूकता को बढ़ाने में मदद करेगा तथा अभिभावकों को उनके बच्चों की प्रगति के बारे में पूरी जानकारी देगा। वक्ताओं ने कहा कि जेंडर सेंसिटिविटी प्रोग्राम का उद्देश्य स्कूलों में लैंगिक समानता से जुड़े मुद्दों के प्रति जागरूकता पैदा करना तथा लिंग आधारित भेदभाव को समाप्त करना है। वक्ताओं ने शिक्षकों को छात्र-छात्राओं के साथ तारतम्यता बिठाने के तौर-तरीके बताए। अतिथि वक्ताओं ने विभिन्न प्रकार की गतिविधियों के माध्यम से भी दोनों विषयों पर प्रकाश डाला। कार्यशाला में रियल लाइफ के नए-नए उदाहरण देकर दोनों विषयों के बारे में जानकारी दी गई। सभी टीचर्स ने वर्कशॉप में उत्साहपूर्वक प्रतिभागिता करते हुए अपनी-अपनी जिज्ञासा को शांत किया।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल तथा आरआईएस के चेयरमैन मनोज अग्रवाल ने कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि समय-समय पर ऐसी वर्कशॉप से शिक्षा के क्षेत्र में होने वाले परिवर्तनों से सभी टीचर्स अवगत होते हैं, जिसका विद्यार्थियों को लाभ मिलता है। स्कूल की प्रिंसिपल प्रिया मदान ने अतिथि वक्ताओं को स्मृति चिह्न भेंटकर उनका आभार माना।
चित्र कैप्शनः शिक्षक-शिक्षिकाओं को जेंडर सेंसिटिविटी की जानकारी देते हुए अतिथि वक्ता।

रामकली देवी सरस्वती विद्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल का वार्षिक शैक्षिक भ्रमण

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छात्रों ने किया राजस्थान के ऐतिहासिक स्थलों का शैक्षिक भ्रमण

वृंदावन। रामकली देवी सरस्वती विद्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल केशव धाम के छात्रों ने शैक्षिक भ्रमण कर राजस्थान के ऐतिहासिक स्थलों का महत्व समझा।
छात्रों ने सर्वप्रथम डीग स्थित राजाओं के किले का भ्रमण किया। किले में स्थित प्राचीन धरोहरों जल महल, कचहरी, तोपखाना ( लाखा तोप) आदि स्थानों का अवलोकन किया। साथ ही भरतपुर के किले में राजकीय संग्रहालय, प्राचीन धरोहर, विभिन्न प्रकार के अस्त्र-शस्त्र, पोशाक और आभूषणों के दर्शन किए। छात्रों ने भरतपुर स्थित घना पक्षी विहार में विभिन्न प्रकार की पक्षियों की प्रजाति और वन्य जीव की प्रजातियों को देखकर भ्रमण को यादगार बनाया। प्रधानाचार्य गणेश दत्त शर्मा ने कहा कि छात्र कक्षा के बाहर वास्तविक दुनिया के उदाहरणों के माध्यम से विषयों की गहरी समझ पाते हैं। नए वातावरण और संस्कृतियों के संपर्क में आने से छात्रों के दृष्टिकोण का विस्तार होता है और उनकी सांस्कृतिक जागरूकता बढ़ती है। राजू सिंह ने छात्रों के साथ अनेक ऐतिहासिक जानकारी को साझा किया। शैक्षिक भ्रमण में शैलेंद्र शर्मा, योगेश जादौन, अरुण उपाध्याय, ललित कुमार, रवि सिसोदिया, करतार सिंह, मनोज सारस्वत, ब्रह्म सिंह, प्रेम किशोर, चतुर्भुज शर्मा, कौशल किशोर शर्मा, संदीप कुमार ने अनुशासन बनाए रखने में सहयोग प्रदान किया।

संस्कृति विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने मनाया एकता दिवस

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चित्र परिचयः संस्कृति विवि के सभागार में आयोजित एकता दिवस के मौके पर अपने विचार व्यकत करते एक छात्र दुर्गेश।
मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय के जी ब्लाक स्थित सभागार में विद्यार्थियों ने सरदार बल्लभ भाई पटेल को उनकी जयंती पर याद करते हुए एकता दिवस मनाया। इस मौके पर संस्कृति स्टूडेंट काउंसिल ने एक भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया जिसमें छात्र दुर्गेश ने प्रथम, छात्रा रानी यादव ने द्वितीय और छात्र पारस गुप्ता ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ कैप्स के निदेशक डा. रजानीश त्यागी ने सरदार बल्लभ भाई पटेल के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर किया। सभागार में मौजूद सभी शिक्षकों ने सरदार पटेल के चित्र पर पुष्प अर्पित किए। भाषण प्रतियोगिता का शुभारंभ छात्र ऋषभ दास के उद्बोधन के साथ हुआ।
छात्र ऋषभ ने कहा कि एक समय हमारा देश बंटवारे की आग में जल रहा था। देश टुकड़ों में बंटा हुआ था। ऐसे समय में सरदार पटेल ने देश की रियासतों को एक सूत्र में बांधकर देश को एक सूत्र में पिरोने का काम किया। छात्रा वंशिका ने कहा कि हम युवाओं के कंधों पर देश की एकता को मजबूत बनाने की जिम्मेदारी है। देश की एकता हमारी सबसे बड़ी ताकत है। एक भारत, शेष भारत का सपना हम युवा मिलकर सच करेंगे। छात्र पारस गुप्ता ने कहा कि एकता राष्ट्र शक्ति है। इसमें युवाओं का योगदान बहुत महत्वपूर्ण है। देश एक शरीर है और युवा उसका दिल। हमारे देश में युवाओं की सबसे बड़ी संख्या है। सरदार पटेल ने कहा था कि युवा ही देश का विकास कर सकता है। इस बीच छात्र कपिल शर्मा ने अपनी गजल और कविताओं के माध्यम से विद्यार्थियों में एकता की भावना जगाई। उन्होंने कहा कि राष्ट्र हित के लिए हम युवाओं को कंधे से कंधा मिलाकर चलना है।
छात्रा रानी यादव ने अपने संबोधन में कहा कि सरदार पटेल एक स्थापित वकील थे, लेकिन जरूरत पड़ने पर उन्होंने देश हित में राजनीति में उतरने का निर्णय लिया और कई क्रांतिकारी काम किए। वो एक दूरदृष्टि वाले नेता थे जो एकता के महत्व को जानते थे। वे जानते थे कि अगर हमने चूक की तो हमारा देश टुकड़ों में बंट जाएगा। यही वजह है कि उन्होंने बिखरी हुई रियासतों के भारत से जोड़ने के लिए सारी ताकत लगा दी। छात्रा रीत गुप्ता ने कहा कि हमारा देश एकमात्र ऐसा देश है जिसमें कई सारी भाषाओं और धर्मों के लोग एक साथ मिलकर रहते हैं। विश्व में हमारे इस देश की विशेषता को बड़े कौतुहल और सम्मान के साथ देखा जाता है। हम युवाओं को भारत की इस विशेषता को बनाए रखना है।
कार्यक्रम के अंत में डा. नीलम ने विद्यार्थियों के विचारों की और कार्यक्म को कुशलता के साथ संपन्न कराने के लिए विद्यार्थियों की समिति के सभी पदाधिकारियों और सदस्यों की प्रशंसा की। निर्णायक मंडल में प्लेसमेंट सेल के आनंद तिवारी और डा. नीलम ने भाषण प्रतियोगिता के विजयी प्रत्याशियों की घोषणा की। विजयी प्रतियोगियों को प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन स्टूडेंट काउंसिल की उपाध्यक्ष अनामिका बेनीवाल ने किया। कार्यक्रम के सफल आयोजन में स्टूडेंट काउंसिल के अध्यक्ष यश श्रीवास्तव, छवि शर्मा, आशीष, प्रांजल गुप्ता, गौरांशी गुप्ता, केशव आदि का विशेष भूमिका रही।

राजीव एकेडमी के मेधावी छात्र-छात्राओं ने भरी उड़ान

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एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज में 12 को मिली जॉब
मथुरा। राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट, मथुरा के मेधावी छात्र-छात्राओं ने एक बार फिर अपनी उत्कृष्टता और योग्यता का परिचय देते हुए संस्थान का नाम रोशन किया है। हाल ही में यहां के एमबीए, बीबीए और बी.ईकॉम पाठ्यक्रमों के 12 विद्यार्थियों का चयन देश की प्रतिष्ठित गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्था एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज में हुआ है। यह उपलब्धि न केवल विद्यार्थियों के परिश्रम और क्षमता का प्रमाण है बल्कि संस्थान की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और उद्योग-केंद्रित प्रशिक्षण पद्धति की भी पुष्टि करती है।
संस्थान के एमबीए (बैच 2024–26), बीबीए और बी.ईकॉम (बैच 2023–26) के इन चयनित विद्यार्थियों ने अपनी मेहनत, सकारात्मक दृष्टिकोण और पेशेवर कौशल से यह मुकाम हासिल किया है। एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज में चयनित विद्यार्थियों में अनामिका पांडेय (एमबीए), आस्था पांडेय (एमबीए), हरेंद्र सिंह (एमबीए), ऋतिक अधिरोझा (एमबीए), सिमरन (एमबीए), रजत सोनी (बीबीए), सोनी कुमारी (बीबीए), श्रेया शर्मा (बीबीए), वंशीधर सिकरवार (बीबीए), यश गौड़ (बीबीए), सुरेन्द्र यादव (बी.ईकॉम) तथा रोहित कुमार (बी.ईकॉम) शामिल हैं।
चयन प्रक्रिया अत्यंत प्रतिस्पर्धात्मक रही, जिसमें विद्यार्थियों को विभिन्न चरणों जैसे एप्टीट्यूड टेस्ट, ग्रुप डिस्कशन और पर्सनल इंटरव्यू से गुजरना पड़ा। अंततः इन 12 विद्यार्थियों ने अपनी दक्षता, संचार कौशल और विश्लेषणात्मक सोच से सफलता प्राप्त की। चयनित छात्र-छात्राओं ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने मेंटर्स, प्लेसमेंट सेल और परिवार के निरंतर सहयोग को देते हुए कहा कि राजीव एकेडमी ने उन्हें केवल शिक्षा ही नहीं बल्कि आत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता और कॉर्पोरेट तैयारी का भी अनुभव दिया है। एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज की जहां तक बात है, यह देश की प्रमुख गैर-बैंकिंग वित्तीय कम्पनी है, जो प्रसिद्ध एचडीएफसी बैंक की एक सहायक इकाई है। आज यह कम्पनी भारत के 1170 शहरों में 1770 से अधिक शाखाओं के माध्यम से ग्राहकों को सेवाएं प्रदान कर रही है।
राजीव एकेडमी के ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट प्रमुख डॉ. विकास जैन ने कहा कि यह सफलता संस्थान की “इंडस्ट्री–अकादमिक इंटीग्रेशन” नीति का परिणाम है। उन्होंने कहा कि संस्थान लगातार छात्र-छात्राओं को उद्योग की बदलती आवश्यकताओं के अनुरूप तैयार करने में लगा हुआ है ताकि वे न केवल प्लेसमेंट प्राप्त करें बल्कि उसमें दीर्घकालिक सफलता भी हासिल करें। एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज में मिली यह सफलता उसी दिशा में एक मजबूत कदम है।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के चेयरमैन डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल, प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल और संस्थान के निदेशक डॉ. अभिषेक सिंह भदौरिया ने सभी चयनित विद्यार्थियों को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। निदेशक डॉ. भदौरिया ने कहा कि एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज में चयन विद्यार्थियों के लिए एक सुनहरा अवसर है। इससे उन्हें न केवल बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र का व्यावहारिक अनुभव मिलेगा बल्कि यह उनके करियर विकास की दिशा में एक मजबूत कदम सिद्ध होगा। डॉ. भदौरिया ने कहा कि राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट मथुरा का उद्देश्य विद्यार्थियों को उद्योग-उन्मुख प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें भविष्य के लिए तैयार करना है।
चित्र कैप्शनः एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज पदाधिकारियों के साथ चयनित छात्र-छात्राएं।

स्टेट ताइक्वांडो में राजीव इंटरनेशनल स्कूल का फहरा परचम

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आगरा में हुई प्रतियोगिता में पांच गोल्ड सहित 14 मेडल जीते
विराट, एंजल, पलक, जीवांशु और शिवम अब नेशनल में दिखाएंगे दम
मथुरा। राजीव इंटरनेशनल स्कूल के होनहार छात्र-छात्राओं ने यूथ खेलो इंडिया फेडरेशन द्वारा आगरा में आयोजित स्टेट ताइक्वांडो चैम्पियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए पांच गोल्ड, तीन सिल्वर तथा छह ब्रांज सहित कुल 14 मेडल जीतकर अपने स्कूल और जनपद का गौरव बढ़ाया है। अब आरआईएस के गोल्ड मेडल विजेता विराट सिसोदिया, एंजेल अग्रवाल, पलक अग्रवाल, जीवांशु और शिवम शर्मा उदयपुर के लव-कुश स्टेडियम में होने वाली नेशनल ताइक्वांडो प्रतियोगिता में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करेंगे।
प्रधानाचार्या प्रिया मदान ने बताया कि विगत दिनों आगरा में हुई स्टेट ताइक्वांडो चैम्पियनशिप में राजीव इंटरनेशनल स्कूल के छात्र-छात्राओं ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए पांच गोल्ड सहित कुल 14 मेडल जीते। प्रतियोगिता में विराट सिसोदिया, एंजल, पलक, जीवांशु एवं शिवम ने गोल्ड मेडल, विराट अग्रवाल, गार्गी एवं वृंदा ने सिल्वर मेडल तथा तपेश, अंश, तेजल, भव्य, अयात, सांझी ने ब्रांज मेडल जीत कर विद्यालय का गौरव बढ़ाया।
प्रधानाचार्या मदान ने बताया कि जीवांशु, शिवम शर्मा, एंजेल अग्रवाल, पलक अग्रवाल, विराट सिसोदिया ने न केवल गोल्ड मेडल जीते बल्कि लव-कुश स्टेडियम उदयपुर में होने वाली नेशनल प्रतियोगिता के लिए भी क्वालीफाई कर लिया है। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं की इस शानदार सफलता में स्पोर्ट्स टीचर सृष्टि का विशेष योगदान है। उनके कुशल मार्गदर्शन और गहन प्रशिक्षण की वजह से ही पांच विद्यार्थी नेशनल के लिए क्वालीफाई कर सके। उन्होंने कहा कि राजीव इंटरनेशनल स्कूल का उद्देश्य प्रत्येक छात्र-छात्रा को उसकी रूचि के अनुरूप अवसर देते हुए उनके सम्पूर्ण व्यक्तित्व का विकास करना है।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने पदक विजेता छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए नेशनल में भी स्वर्णिम सफलता हासिल करने की शुभकामनाएं दीं। डॉ. अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा कि प्रत्येक विद्यार्थी को पढ़ाई के साथ ही प्रतिदिन कुछ समय खेलों को जरूर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि खेलों से तन-मन स्वस्थ रहने के साथ इसमें शानदार करियर भी है।
विद्यालय के चेयरमैन मनोज अग्रवाल ने शानदार सफलता हासिल करने वाले छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि इसी तरह जोश और जुनून से नेशनल में भी खेलें और पदक जीतकर मथुरा और प्रदेश का नाम रोशन करें। श्री अग्रवाल ने कहा कि पढ़ाई हो या कोई अन्य क्षेत्र, जो मेहनत करेगा उसे एक न एक दिन सफलता जरूर मिलेगी।
चित्र कैप्शनः अतिथियों से ट्रॉफी, मेडल और प्रशस्ति पत्र हासिल करते हुए होनहार छात्र-छात्राएं।

सप्तशक्ति संगम बना प्रेरणा का केंद्र, शिक्षा से संस्कार तक मातृशक्ति का शानदार प्रदर्शन

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वृंदावन। विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान के मार्गदर्शन में ग्राम खजूरी राया में सप्तशक्ति संगम सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम का संचालन एवं संयोजन हनुमान प्रसाद धानुका सरस्वती बालिका विद्या मंदिर वृन्दावन द्वारा किया गया। कार्यक्रम का मूल उद्देश्य नारी शक्ति, आत्मविश्वास, कुटुंब प्रबोधन एवं पर्यावरण और सामाजिक जागरूकता को बढ़ावा देना है। ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन आज के बदलते परिवेश में अत्यंत आवश्यक है। इस कार्यक्रम में राया क्षेत्र में रहने वाली छात्राओं के परिवार से लगभग 255 महिलाओं ने सहभागिता कर मातृशक्ति का प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य वक्ता निधि तिवारी, विद्याभारती क्षेत्रीय बालिका संयोजिका एवं मुख्य अतिथि विजय देवी, प्रधानाचार्य, प्राथमिक विद्यालय, ग्राम खजूरी, रेखा माहेश्वरी, डॉ अंजू सूद ने संयुक्त रूप से माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ किया। कार्यक्रम में विद्यालय की छात्राओं ने मनमोहक प्रस्तुति दी एवं रंग-बिरंगे परिधान पहने छात्राओं ने नाट्य मंचन, नारी शक्ति पर गीत प्रस्तुत कर दर्शकों का हृदय जीत लिया।
मुख्य वक्ता निधि तिवारी ने कहा कि ‘सप्तशक्ति संगम’ जैसे आयोजन न केवल मातृशक्ति में आत्मविश्वास, अनुशासन और नेतृत्व क्षमता का विकास करते हैं, बल्कि उनमें भारतीय संस्कृति, परंपरा और राष्ट्रभक्ति की जड़ें और भी मजबूत करते हैं। उन्होंने कहा कि दादी-नानी परिवार की धुरी है जिनसे आने वाली पीढ़ी अपनी संस्कृति एवं जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में निपुणता सीख कर नैतिकता, राष्ट्रप्रेम और सेवा भाव का संचार करती है।
विद्यालय की प्रधानाचार्य डॉ. अंजू सूद ने कहा कि ऐसे आयोजन विद्यार्थियों को न केवल मानसिक व बौद्धिक रूप से सशक्त बनाते हैं, बल्कि उन्हें ‘एक अच्छे विद्यार्थी से एक श्रेष्ठ नागरिक बनने की प्रेरणा भी प्रदान करते हैं।
विद्यालय परिवार द्वारा सभी अतिथियों का पुष्पगुच्छ एवं स्मृति चिह्न भेंट कर स्वागत किया गया। संचालन कुसुम सैनी व गुंजन शर्मा द्वारा किया गया।
इस अवसर पर पद्मनाभ गोस्वामी, रेखा माहेश्वरी, विश्वनाथ गुप्ता, कमल खण्डेलवाल, भरत शर्मा, उमेश शर्मा आदि मौजूद रहे।

आरआईएस के होनहार लक्ष्य ने स्केटिंग में जीता कांस्य पदक

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गाजियाबाद में हुई सीबीएसई क्लस्टर नॉर्थ जोन रोलर स्केटिंग चैम्पियनशिप
मथुरा। गाजियाबाद के पीजी मोहन स्कूल में आयोजित सीबीएसई क्लस्टर नॉर्थ जोन-1 रोलर स्केटिंग चैम्पियनशिप में राजीव इंटरनेशनल स्कूल के छात्र लक्ष्य शर्मा ने अपनी प्रतिभा और लगन का अद्भुत नमूना पेश करते हुए वन लैप रोड इन लाइन स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर ब्रज मण्डल का गौरव बढ़ाया। इस चैम्पियनशिप में उत्तराखंड, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के सीबीएसई स्कूलों के लगभग डेढ़ हजार से अधिक स्केटर्स ने अपनी एकाग्रता और कौशल से खेलप्रेमियों का दिल जीता।
कोच शैलेन्द्र कुमार ने बताया कि हाल ही में गाजियाबाद में हुई सीबीएसई क्लस्टर नॉर्थ जोन रोलर स्केटिंग चैम्पियनशिप में राजीव इंटरनेशनल स्कूल के पहली कक्षा के होनहार छात्र लक्ष्य शर्मा ने अण्डर-08 आयु समूह में कांस्य पदक जीतकर मथुरा जनपद का गौरव बढ़ाया। चैम्पियनशिप में अंडर-8, अंडर-10, अंडर-12, अंडर-14, अंडर-16, अंडर-19 इनलाइन और क्वाड्स श्रेणियों के लिए टाइम ट्रायल 300 मीटर, 500 मीटर और 1000 मीटर दौड़ शामिल थीं। कोच ने बताया कि लक्ष्य ने अपने शानदार कौशल और चपलता से यह साबित किया कि रोलर स्केटिंग खेल ही नहीं बल्कि एक कुशल कला भी है। स्केटर्स लक्ष्य ने न केवल पदक जीता बल्कि आत्मविश्वास, टीम निर्माण, समय प्रबंधन और खेलभावना की भी मिसाल पेश की।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, राजीव इंटरनेशनल स्कूल के चेयरमैन मनोज अग्रवाल तथा प्रधानाचार्या प्रिया मदान ने लक्ष्य को बधाई देते हुए उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने होनहार लक्ष्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह पदक उसकी लगन-मेहनत और दृढ़ संकल्प से सम्भव हुआ है। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि छात्र की यह कामयाबी राजीव इंटरनेशनल स्कूल की शैक्षिक और सह-पाठ्यचर्या दोनों में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने की उसकी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।
चेयरमैन मनोज अग्रवाल ने लक्ष्य की सफलता पर खुशी जताते हुए कहा कि अब खेलों के मायने बदल गए हैं। छात्र-छात्राएं पढ़ाई के साथ-साथ खेलों को भी यदि कुछ समय दें तो इससे उनका तन और मन दोनों स्वस्थ रहेगा। उन्होंने कहा कि हमारा ध्येय प्रत्येक विद्यार्थी का सर्वांगीण विकास करना है। श्री अग्रवाल ने कहा कि आज के समय में खेलों में भी शानदार करियर बनाया सकता है। लक्ष्य ने रोलर स्केटिंग जैसे खेल में मेडल जीतकर यह साबित किया है कि उसमें गजब की क्षमता है।
प्रधानाचार्या प्रिया मदान ने लक्ष्य को बधाई देते हुए कहा कि प्रत्येक छात्र-छात्रा की प्रतिभा को पहचान कर उसे नई दिशा की तरफ अग्रसर करना ही राजीव इंटरनेशनल स्कूल का उद्देश्य है। भविष्य में भी यहां के छात्र-छात्राएं इसी तरह सफलताएं हासिल कर अपने जिले और प्रदेश को गौरवान्वित करेंगे।
चित्र कैप्शनः कोच शैलेन्द्र कुमार के साथ होनहार स्केटर लक्ष्य शर्मा।

संस्कृति विश्वविद्यालय के विद्यार्थी आनलाइन उपस्थित हुए विशेषज्ञों से लाजिस्टिक सेक्टर में सफलता का मंत्र सीखते हुए।

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संस्कृति विवि में वक्ताओं ने बताई कैंपस से करियर की राह
मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय के एंटरप्रेन्योरियल क्लब और स्कूल ऑफ मैनेजमेंट एंड कॉमर्स ने संस्थान की इनोवेशन काउंसिल और संस्कृति बिजनेस इनक्यूबेशन सेंटर के सहयोग से, विश्वविद्यालय के सेमिनार हॉल, ब्लॉक-जी में “कैंपस से करियर तक: लॉजिस्टिक्स में सफलता का आपका रोडमैप” विषय पर एक वेबिनार का सफलतापूर्वक आयोजन किया।
कार्यक्रम दोपहर 2:30 बजे, अवन ग्रुप के वरिष्ठ संकाय सदस्य सी. एन. रामनाथ द्वारा मुख्य वक्ता सूरज पॉल, उद्योग विशेषज्ञ का गर्मजोशी से स्वागत करने के साथ शुरू हुआ। अवन ग्रुप में लर्निंग एंड डेवलपमेंट और एकेडमिक्स की प्रमुख सुश्री सुजाता गरिमेला ने उपस्थित लोगों को संबोधित किया और छात्रों को उद्योग-उन्मुख शिक्षण अवसरों में सक्रिय रूप से शामिल होने के लिए प्रेरित किया।
स्कूल ऑफ मैनेजमेंट एंड कॉमर्स के डीन डॉ. राधा कृष्ण शर्मा ने वक्ता का औपचारिक स्वागत किया और वैश्विक व्यापार एवं आर्थिक विकास को गति देने वाले क्षेत्र के रूप में लॉजिस्टिक्स के बढ़ते महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने छात्रों से अपनी रोजगार क्षमता बढ़ाने के लिए इस तरह के उद्योग संपर्कों का लाभ उठाने का आग्रह किया। मुख्य वक्ता सूरज पॉल ने लॉजिस्टिक्स उद्योग, प्रौद्योगिकी के माध्यम से इसके परिवर्तन और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं को आकार देने में इसकी बढ़ती भूमिका पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने विद्यार्थियों को एक करियर रोडमैप प्रदान किया, जिसमें मजबूत शैक्षणिक बुनियादी ढांचे के निर्माण, इंटर्नशिप प्राप्त करने और आवश्यक सॉफ्ट स्किल्स विकसित करने के महत्व पर बल दिया। उन्होंने ऑटोमेशन, एआई-संचालित आपूर्ति श्रृंखलाओं, ब्लॉकचेन और टिकाऊ लॉजिस्टिक्स जैसे आगामी रुझानों पर भी चर्चा की, जिससे छात्रों को इस गतिशील उद्योग के भविष्य के लिए तैयार होने की प्रेरणा मिली।
वेबिनार में स्कूल ऑफ मैनेजमेंट एंड कॉमर्स के दो सौ विद्यार्थियों ने भाग लिया। प्रश्नोत्तर सत्र में विद्यार्थियों ने अनेक सवाल कर अपनी जिज्ञासाओं को शांत किया। करियर विकास, आवश्यक कौशल और लॉजिस्टिक्स में चुनौतियों पर उनके प्रश्नों का वक्ता ने व्यावहारिक उदाहरणों के साथ उत्तर दिया।
कार्यक्रम का समापन स्कूल ऑफ मैनेजमेंट एंड कॉमर्स के सहायक प्रोफेसर और एंटरप्रेन्योरियल क्लब के समन्वयक डॉ. शांतम बब्बर द्वारा प्रस्तुत हार्दिक धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ। उन्होंने सत्र को सफल बनाने के लिए वक्ता, गणमान्य व्यक्तियों और प्रतिभागियों के प्रति आभार व्यक्त किया। वेबिनार ने न केवल छात्रों की लॉजिस्टिक्स के बारे में जागरूकता बढ़ाई, बल्कि उन्हें कैंपस से करियर में सफलतापूर्वक बदलाव के लिए कार्रवाई योग्य कदमों से भी सशक्त बनाया।