फिल्म अभिनेता राजकुमार राव और त्रिप्ति डिमरी अपनी पूरी टीम के साथ अपनी आने वाली फ़िल्म विक्की विद्या का वो वाला विडिओ का प्रमोशन करने जीएल बजाज कॉलेज पहुंचे। फिल्म का टीज़र ट्रैलर कॉलेज में लॉन्च किया गया और फिल्म के सोंग्स “सजना वे सजना तुम जो मिले हो, मेरे महबूब, मुश्किल है, ना ना ना रे” पर सभी कलाकार छात्रों के साथ जमकर थिरके। फ़िल्म के कलाकारों ने छात्रों के उत्साह की तारीफ़ करते हुए कहा की आप सभी ने हमारी हर फिल्म को सराहा है उसी तरह से इस फिल्म को भी प्यार दें और मूवी जरूर देखने जाएं। अंत में दोनों कलाकारों ने फिल्म से जुड़े सवालों के जवाब दिए और बताया कि यह फिल्म बहुत ही स्पेशल है कियोंकि यह फिल्म हास्य और व्यंग से भरी हुई जो आप सभी को परिवार के साथ हसने के लिए मजबूर कर देगी। फिल्म 11अक्टूबर को सिनेमा घरों में रिलीज हो रही है। फिल्म का निर्देशन राज शांडिल्य ने किया है। फिल्म का निर्मांण टी-सीरीज़ फ़िल्म्स और बालाजी मोशन पिक्चर्स द्वारा किया गया है। फिल्म की कहानी एक दम्पति और उनसे जुडी विडिओ के ईद गिर्द घूमती है। कहानी की मांग के लिए “सजना वे सजना” और ना ना ना रे” जैसे सुपर हिट गीतों को दोबारा से फिल्माया गया हैं। संस्थान के वाइस चेयरमैन पंकज अग्रवाल और सीईओ कार्तिकेय अग्रवाल ने दोनों कलाकारों को पुष्प गुच्छ और स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया और फ़िल्म के लिए शुभकामनायें दीं।
संस्कृति स्कूल आफ मेडिकल साइंस में शुरू हुई ‘फिजियोथैरेपी ओपीडी‘
मथुरा। संस्कृति स्कूल आफ मेडिकल एंड एलाइड साइंसेज में ‘फिजियोथैरेपी ओपीडी’ का शुभारंभ हुआ। संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डा. सचिन गुप्ता ने मंत्रोच्चार के मध्य विधिविधान से पूजन कर इस बहुप्रतीक्षित चिकित्सा पद्धति केंद्र का उद्घाटन किया।
उद्घाटन अवसर पर डा. सचिन गुप्ता ने कहा कि संस्कृति आयुर्वेद मेडिकल कालेज और वेलनेस सेंटर में आने वाले मरीजों के द्वारा लगातार इच्छा व्यक्त की जा रही थी कि यहां एक ऐसा केंद्र भी होना चाहिए जहां फिजियोथैरेपी की व्यवस्था हो। वर्तमान जीवन शैली के चलते अक्सर लोगों को शरीर के विभिन्न अंगों में ऐसी दिक्ततें या दर्द हो जाते हैं जो लगते तो सामान्य हैं लेकिन बहुत तकलीफदेह होते हैं। अब यहां आधुनिक मशीनों और फिजियोथैरेपी विशेषज्ञों द्वारा इन तकलीफों का इलाज संभव हो सकेगा।
संस्कृति मेडिकल एंड एलाइड साइंस के विभागाध्यक्ष डा.आशीष चौहान ने बताया कि फिजियोथैरेपी ओपीडी में अनुभवी चिकित्सक पीठ दर्द, गर्दन का दर्द, कंधे की समस्याएं, डिस्क से जुड़ी समस्याएं, टेंडोनाइटिस, बर्साइटिस, मोच, अव्यवस्था, गठिया, डिस्क स्लिप फ्रैक्चर, कार दुर्घटना की चोटें फाइब्रोमायल्जिया, पुराने दर्द, श्वसन संबंधी विकार, दिमाग, तंत्र- तंत्रिकाओं से जुड़ी समस्याएं बच्चों और बुज़ुर्गों की उम्र से जुड़ी बीमारियां के लिए व्यायाम, मालिश, और शारीरिक उत्तेजनाओं जैसे गर्मी, ठंड, विद्युत धारा, या अल्ट्रासाउंड जैसे उपचार देंगे। उन्होंने बताया कि फिजियोथेरेपिस्ट, रोगियों को दर्द से राहत देने, बेहतर तरीके से चलने में मदद करने, और कमज़ोर मांसपेशियों को मज़बूत करने में मदद करते हैं। फिजियोथेरेपी से रोगियों को यह भी सिखाया जाता है कि वे अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए क्या कर सकते हैं।
इस मौके पर कुलाधिपति डा. सचिन गुप्ता के अलावा कुलपति प्रो.एमबी चेट्टी, डा. ब्रजवीर, डा. डिंपल, फिजियोथैरेपिस्ट विधिसिंह, प्रशासनिक अधिकारी विवेक श्रीवास्तव आदि भी उपस्थित रहे।
राजीव एकेडमी के छात्र-छात्राओं को बताईं आईटी क्षेत्र की खूबियां
- स्किल स्ट्रांग बनाएं, सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में शानदार करियर बनाएं
मथुरा। आज हर क्षेत्र में सूचना प्रौद्योगिकी ने अपनी जगह बना ली है। सूचना प्रौद्योगिकी कम्प्यूटर प्रौद्योगिकी उद्योग की रीढ़ है। यह तकनीकी उद्योग में करियर बनाने वाले इंजीनियरिंग छात्र-छात्राओं के लिए विशेषज्ञता का प्रमुख क्षेत्र है। यदि आप आईटी क्षेत्र में करियर बनाने का सपना देखते हैं तो सबसे पहले आईटी क्षेत्र में अपनी रुचियों और करियर लक्ष्यों का आकलन करें। विभिन्न विशेषज्ञताओं पर शोध करें तथा निर्धारित करें कि कौन सी विशेषज्ञता आपके जुनून और आकांक्षाओं के साथ मेल खाती है। उक्त बातें बुधवार को राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट के एमसीए विभाग द्वारा आयोजित कार्यशाला में रिसोर्स परसन अर्पित अग्रवाल (सीनियर टेक्निकल कंसल्टेंट) ने छात्र-छात्राओं को बताईं।
श्री अग्रवाल ने हाउ टू मेक ए सक्सेजफुल करियर इन आईटी इण्डस्ट्री विषय पर बोलते हुए कहा कि आईटी इण्डस्ट्री आपको करियर की ऊंची उड़ान दे सकती है बशर्ते आपमें सीखने की भूख हो। उन्होंने डेटा साइंस एज्यूकेशन के पायथन, एक्सक्यूएल, न्यू एमपी, पांडा, सीबॉर्न, स्किकिटर्न टेन्सरफ्लो, केरास, हर्गिंगफेस, डॉकर, कुबेरनेट्स, पायटॉर्च आदि को आईटी क्षेत्र की मुख्य ब्रांचेज बताया। उन्होंने छात्र-छात्राओं को बताया कि वह ऐसे कार्यक्रमों की तलाश करें जो प्रोग्रामिंग, साइबर सुरक्षा, डेटा प्रबंधन, नेटवर्किंग और सॉफ़्टवेयर विकास सहित प्रासंगिक विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला को कवर करते हों।
रिसोर्स परसन ने इण्डस्ट्री में कारपोरेट लाइफ पर चर्चा करते हुए कहा कि आज कार्पोरेट लाइफ मुश्किल लाइफ है आपको सर्वप्रथम अपनी ग्लोबल जॉब मैचिंग चेक करनी होगी। यदि आपने आईटी सेक्टर को बतौर करियर सेलक्ट किया है तो इसके लिए आपको कठिन परिश्रम के लिए तैयार रहना होगा। आपकी ग्लोबल वर्क लाइफ बैलेंस इण्डेक्स आपका बचाव कर सकेगी। इसके लिए आपको अपनी स्किल स्ट्रांग बनानी होगी। हालांकि जीवन में बहुत से उतार-चढ़ाव आते हैं लेकिन यदि ग्लोबल वर्क लाइफ बैलेंस अच्छा है तो आप कठिन दौर में भी रिलेक्स महसूस करेंगे।
उन्होंने कहा कि कार्य को अच्छी तरह से सम्पन्न कीजिए और उसे करते समय अपने पूरे मनोयोग से उसमें रुचि लीजिए। ऐसा करने से कार्यक्षेत्र में आ रही समस्याओं का समाधान प्राप्त होगा। इस प्रकार से आप एमसीए डिग्री पूर्ण करके आईटी एक्सपर्ट बन सकते हैं। श्री अग्रवाल ने कहा कि आईटी सेक्टर में स्किल्स का अत्यधिक महत्व है लिहाजा इस दिशा में हमेशा सतत मेहनत करते रहें। उन्होंने छात्र-छात्राओं से व्यावहारिक शिक्षा, इंटर्नशिप और उद्योग से जुड़ने के लिए उपलब्ध संसाधनों तथा अवसरों का मूल्यांकन करने का भी आह्वान किया।
श्री अग्रवाल ने छात्र-छात्राओं को बताया कि आज आईटी क्षेत्र में बहुत प्रतिस्पर्धा है। लाखों लोग हर दिन आईटी की दुनिया में प्रवेश करने की तैयारी कर रहे हैं। इसलिए, जब आप आईटी में एक सफल करियर बनाने की योजना बनाते हैं, तो आपको बाजार में होने वाली उच्चस्तर की प्रतिस्पर्धा के बारे में निश्चिंत होना चाहिए। अगर आप बाजार में घूमेंगे तो पाएंगे कि लगभग हर कोई सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में एक उज्ज्वल भविष्य सुरक्षित करना चाहता है। उद्योग के शिखर तक पहुंचना कोई आसान काम नहीं है, लेकिन इसके लिए निश्चित रूप से आपके पास क्षेत्र के लिए जुनून और कौशल होना चाहिए जो आपकी सहायता कर सके। अंत में संस्थान के निदेशक डॉ. अमर कुमार सक्सेना ने रिसोर्स परसन अर्पित अग्रवाल का आभार माना।
सीबीएसई नॉर्थ जोन क्लस्टर-IV शतरंज प्रतियोगिता में लहराया धानुका की छात्राओं का परचम
वृंदावन। सीबीएसई नॉर्थ जोन क्लस्टर-IV द्वारा आयोजित शतंरज प्रतियोगिता नालन्दा वर्ल्ड स्कूल, सहारनपुर में आयोजित हुई। जिसमें
सीबीएसई नॉर्थ जोन से लगभग 200 विद्यालयों के 4000 छात्र छात्राओं ने प्रतिभागिता की।
इस प्रतियोगिता में हनुमान प्रसाद धानुका से अंडर-19 में आराध्या पाण्डेय, नन्दिनी बंसल, सोनिया सिंह, लकिता ने द्वितीय स्थान, अंडर-17 में हिमानी गोयल, ईशिका, साक्षी अग्रवाल, युविषा गुलाटी ने चतुर्थ व अंडर-14 में रूही गौतम, सुप्रिया, आन्या पाण्डेय व राशि गौतम ने पंचम स्थान प्राप्त कर रजत व कांस्य पदक व शील्ड प्राप्त कर विद्यालय का नाम रोशन किया।
छात्राओं की सफलता में विद्यालय की आचार्या रागिनी आजाद एवं अरुणा शर्मा का निर्देशन रहा।प्रधानाचार्य अंजू सूद ने छात्राओं की सफलता पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि यह क्लस्टर-IV सीबीएसई के खेल कैलेंडर का हिस्सा है, जिसमें विभिन्न खेलों में छात्र छात्राओं की प्रतियोगिता होती है। छात्राओं का प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा। इस प्रकार के प्रोत्साहन से ही सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी निकलकर कॉमनवेल्थ एवं खेलो इंडिया में प्रतिभागिता कर देश को गौरवान्वित करते है।
इस अवसर पर विद्यालय प्रबन्ध समिति से पद्मनाभ गोस्वामी, बाँके बिहारी शर्मा, विश्वनाथ अग्रवाल, रेखा माहेश्वरी, उमेश चंद शर्मा, मंयक मृणाल महेश अग्रवाल आदि ने विजयी छात्राओं को हार्दिक शुभकामनाएँ दी एवं आगामी प्रतियोगिताओं के लिए विजयश्री का आशीर्वाद दिया।
स्किल एक्सपो 2024 में वी पीएस के छात्रों ने रचनात्मकता रंग बिखेरे
वृंदावन। छात्रों के चहुंमुखी विकास की प्रक्रिया में तत्पर मथुरा मार्ग स्थित वृंदावन पब्लिक स्कूल में सीबीएसई स्किल एक्सपो और गाइडेंस फेडरेशन 2024 में नोएडा क्षेत्र से दूसरी बार चयनित होकर न केवल विद्यालय को अपितु समस्त जनपद को गौरवान्वित किया।
गौरतलब है कि सीबीएसई द्वारा कौशल एक्सपो और मार्गदर्शन महोत्सव 2024 में विद्यालय ने दूसरी बार इस गौरव को प्राप्त किया है। पिछले वर्ष विद्यालय के विज्ञान विभाग के मार्गदर्शन में छात्रों ने बृजहाट में ब्रज की कलाओं का प्रदर्शन कर सभी मुख्य अतिथियों व निर्णायक मंडल द्वारा सराहा गया। इस वर्ष बज के गांव नामक थीम को आधार बनाकर छात्रों ने एक ड्रीम प्रोजेक्ट तैयार किया। जिसमें 10 क्षेत्र के अज्ञात ग्राम क्षेत्र का संपूर्ण इतिहास का संगोपन जी चित्रण आर्ट व क्राफ्ट के माध्यम से किया गया जो कि युक्त क्षेत्र में सबके आकर्षण का केंद्र रहा। विद्यालय द्वारा भारत की सांस्कृतिक विरासत के “प्रकाण पुंज वन क्षेत्र” के गांव को प्रदर्शित करने वाले अस्तित्व वह पर्यटन को प्रोजेक्ट में प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में आर. पी.सिंह (सयुक्त सचिव कौशल शिक्षा), सतीश चहल (उप सचिव) की गरिमामय में उपस्थिति रही। विद्यालय का प्रतिनिधित्व करने वाली छात्रों के दल में वंशिका पाठक, कृति पाठक, हिमांशी गुलाटी,राधारानी, मुस्कान अरोरा ने इस प्रोजेक्ट में अपनी सृजनात्मकता व रचनात्मकता से ब्रज की सांस्कृतिक विरासत को प्रतिबिंबित किया। जूही मिश्रा, स्वेका राज, हेमलता वर्मा, लवी अग्रवाल,रेणुका ने सकारात्मक सहयोग दिया। विद्यालय की प्रधानाचार्य कृति शर्मा ने छात्रों के इस प्रयास की भूरी भूरी सराहना करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम एक अनुभव था। जिसने छात्रों के ज्ञान और कौशल को बढ़ाया और साथ ही उनके भविष्य के प्रयासों को प्रेरित किया।
खुद पर विश्वास ही सफलता की महत्वपूर्ण सीढ़ी : नीरज
- जीएलए विश्वविद्यालय की प्रयास टीम ने मुरादाबाद के चंदौसी में आयोजित किया ‘सुनो अपने दिल की‘ एवं ‘श्रेयांस सत्कार समारोह‘ कार्यक्रम
मथुरा : जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा ने मुरादाबाद के चंदौसी नगर में ‘सुनो अपने दिल की‘ एवं ‘श्रेयांस सत्कार समारोह‘ कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम में विभिन्न इंटर स्कूली छात्रों के करीब एक हजार छात्रों को जीएलए के सीईओ मोटिवेशनल स्पीकर नीरज अग्रवाल ने ढेरों सफलता के मंत्र दिए। इसके बाद जीएलए विश्वविद्यालय के अल्यूमिनाई और उनके अभिभावकों को सम्मानित किया।
मोटिवेशनल स्पीकर नीरज का मानना है कि समय-समय पर आयोजित छात्रों के पेशन को बदलने के लिए विभिन्न सेशनों के माध्यम से जितने छात्रों तक पहुंचा जाय वह उनके लिए कम है। अब तक वह 20 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं से रूबरू हो चुके हैं। आज वह कहते हैं कि इन 20 हजार में से अगर 20 छात्रों ने भी सफलता की सीढ़ी को चूम लिया तो उनका मिशन सफल होगा।
इसी मिशन को सफल बनाने और छात्रों में उमंग पैदा करने के लिए मंगलवार को विश्वविद्यालय की प्रयास टीम द्वारा आयोजित ‘सुनो अपने दिल की‘ कार्यक्रम में सिल्वर स्टोर सीनियर सेकेंड्री स्कूल, केएचएमसी स्कूल, एंग्लो वेदिक कॉन्वेंट स्कूल, भगतजी इंटरनेशनल स्कूल भजोही, जीके सिल्वर स्टोन स्कूल, न्यू सत्यम एकेडमी, एएम वर्ल्ड स्कूल, सिल्व स्टोन स्कूल, ओपजीएम स्कूल चंदौसी, डी पॉल स्कूल बिलारी, एसडीबी स्कूल बिसौली, सरस्वती विद्या मंदिर, एंजल पब्लिक स्कूल, एचएम ग्लोबल स्कूल संभल के करीब एक हजार छात्र-छात्राओं को सफलता के ढेरों मंत्र देते हुए नीरज ने कहा कि हर कोई व्यक्ति किसी न किसी से प्यार करता है। यह अक्सर देखा भी जाता है और सुना भी, लेकिन व्यक्ति ने कभी भी अपने आप से प्यार नहीं किया और न ही अपनी पीठ थपथपायी। छात्रों हमेषा अपने आप से प्यार करना सीखो और कभी अपने आपको भी धन्यवाद दो। एक शेर के माध्यम से अपनी बात रखते हुए कहा कि यकीन करिए उम्मीद खोना, हाथ पांव खोने से कहीं अधिक बुरा है। उम्मीद हमेशां बनाये रखें और उस उम्मीद को पूरा करने को एड़ी चोटी का जोर लगाएं।
छात्र-छात्राओं को अपनी जिम्मेदारियां, अपना भविश्य, अपना रूख खुद तय करना होगा। दुनियां में कोई कार्य ऐसा नहीं जो हम खुद न कर सकें। उन्होंने और शेरो- शायरी के माध्यम से अपनी बात को विराम देते हुए कहा कि हार हो जाती है जब मान लिया जाता है, जीत तब होती जब ठान लिया जाता है।
‘सुनो अपने दिल की‘ कार्यक्रम के तत्पश्चात ‘श्रेयांस सत्कार समारोह‘ आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में मुरादाबाद मंडल के विभिन्न क्षेत्रों से जीएलए विश्वविद्यालय के अल्यूमिनाई एवं उनके अभिभावकगण उपस्थित हुए। इस अवसर पर जीएलए के सीईओ नीरज अग्रवाल एवं प्रतिकुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता ने 100 से अधिक अल्यूमिनाई और अभिभावकों को पीत-पट्टिका और सम्मान पत्र एवं उपहार भेंटकर सम्मानित किया। सम्मान पाकर अभिभावकों के चेहरे खिल उठे। जीएलए के छात्र रहे शांतनु मित्तल के पिता अनुराग मित्तल ने कहा कि सम्मान पाकर ऐसा लग रहा है कि हम अपने किसी पारिवारिक कार्यक्रम में आये और यह सम्मान हमें अपने ही किसी ने दिया। उन्होंने कहा कि वह अपने बेटे को जीएलए से शिक्षा दिलाकर बहुत खुश हैं। जीएलए उत्कृष्ट शिक्षा का बेहतर संस्थान। इसी दौरान विभिन्न स्कूलों के 50 से अधिक शिक्षकों को सम्मानित किया गया। इसी दौरान अल्यूमिनाई ने अपने अनुभव भी साझा किए। देर शाम स्कूल प्राचार्यों के साथ जीएलए के सीईओ एवं प्रतिकुलपति ने चाय पर चर्चा की।
इस दौरान प्रतिकुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता ने अल्यूमिनाई और उनके अभिभावकों को विश्वविद्यालय परिवार का हिस्सा बताया। कहा कि छात्र-छात्राओं की सफलता से विश्वविद्यालय का नाम रोशन हो रहा है। यहां छात्र विश्वभर में अच्छी नौकरियों में हैं। उन्होंने बताया कि जीएलए परिवार ने पूर्व से अब तक बहुत इजाफा किया है। अब जीएलए विष्वविद्यालय ने मथुरा के अलावा नोएडा में भी अपना ऑफ कैंपस खोला है। जहां छात्रों को शिक्षा प्रदान करना शुरू हो चुका है। इसके अलावा जीएलए ऑनलाइन कोर्सेज भी संचालित कर रहा है। ऑनलाइन कोर्स में छात्रों की अच्छी खासी संख्या है। यह सब जीएलए परिवार के ही सदस्य हैं।
कार्यक्रम का संचालन अंग्रेजी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डा. विवेक मेहरोत्रा एवं तान्या श्रीवास्तव ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में डा. अमित अग्रवाल, अमित शंखधर, शशांक, कनक एवं एकता शर्मा का सहयोग सराहनीय रहा।
अखिल भारतीय ताइक्वांडो प्रतियोगिता में लहराया धानुका की छात्राओं ने लहराया परचम
- छवि सारस्वत का हुआ S.G.F.I. में चयन
- अन्य प्रतियोगिताओं में भी विद्यालय की छात्राएं अब्बल रहीं
वृंदावन। 35 वीं अखिल भारतीय ताइक्वांडो प्रतियोगिता महावीरी सरस्वती विद्या मंदिर में आयोजित हुई। जिसमें हनुमान प्रसाद धानुका विद्यालय की 5 छात्राओं ने प्रतिभागिता की। जिसमें प्रथम स्थान पर छवि सारस्वत रही। द्वितीय स्थान आयुषी पाल, रिद्धि चौधरी व तृतीय स्थान परी गोयल, अर्चना कुमारी ने प्राप्त किया
प्रधानाचार्य डॉ अंजू सूद ने बताया कि प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली छात्रा छवि सारस्वत आने वाली प्रतियोगिता जो विदिशा (मध्य प्रदेश) में 8 नवम्बर से 12 नवम्बर 2024 तक आयोजित प्रतियोगिता में प्रतिभागिता करेगी।
वहीं 35 वीं अखिल भारतीय योगासन खेलकूद प्रतियोगिता हेमराज सरवती विद्या मंदिर, गाजियाबाद में 2 अक्टूबर से 6 अक्टूबर तक आयोजित हुई जिसमें विद्यालय की छात्रा उन्नति ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
सी०बी०एस०ई० द्वारा आयोजित शतंरज प्रतियोगिता नालन्दा वर्ल्ड स्कूल, सहारनपुर में 28 सितम्बर से 1 अक्टूबर 2024 तक आयोजित हुई जिसमें अंडर-19 में आराध्या, नन्दिनी, सोनिया, ललिता ने तृतीय स्थान, अंडर-17 में हिमानी, ईशिका, साक्षी ने चतुर्थ व अंडर-14 में रूही, सुप्रिया, आन्या व राशि ने पंचम स्थान प्राप्त किया।
छात्राओं की सफलता में विद्यालय की आचार्या मेघा गौतम, रागिनी आजाद व आचार्य सुनील सिंह का निर्देशन रहा।
इस अवसर पर विद्यालय प्रबन्ध समिति से पद्मनाभ गोस्वामी, बाँके बिहारी शर्मा, विश्वनाथ अग्रवाल, रेखा माहेश्वरी, उमेश चंद शर्मा, मयंक मृणाल महेश अग्रवाल आदि ने विजयी छात्राओं को हार्दिक शुभकामनाएँ दी एवं आगामी प्रतियोगिताओं के लिए विजयश्री का आशीर्वाद दिया।
संस्कृति विवि में हुआ ‘उप्र साइबर सेफ अभियान’ का शुभारंभ
मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय में एक भव्य कार्यक्रम के दौरान राज्य में डिजिटल सुरक्षा जागरूकता और साइबर सुरक्षा को बढ़ाने के उद्देश्य से ‘उप्र साइबर सेफ अभियान’ का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश सरकार के इलेक्ट्रानिक एवं आईटी मंत्री सुनील शर्मा ने इस मौके पर वर्तमान साइबर सुरक्षा खतरों के बीच भी, भारतीय साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों की बढ़ती वैश्विक मांग पर प्रकाश डालते हुए चुनौतियों को अवसर के रूप में देखने की प्रधान मंत्री की नीति पर जोर दिया।
संस्कृति विश्वविद्यालय और इंटरनेशनल कॉलेज फॉर सिक्योरिटी स्टडीज (आईसीएसएस) की इस महत्वपूर्ण पहल के मौके पर आईटी मंत्री ने कहा कि साइबर सिक्योरिटी का क्षेत्र ऐसा है जहां विद्यार्थियों के लिए रोजगार के अनेक अवसर बनेंगे। उन्होंने कहा कि साइबर सुरक्षा सबके लिए एक चुनौती है इसपर सभी राज्यों को मिलकर काम करना होगा। संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डा. सचिन गुप्ता ने कहा कि आज सारा विश्व साइबर अटैक की चुनौतियों से जूझ रहा है। हमें भी इसके लिए तैयार रहना होगा। उन्होंने इस मौके पर आईटी मंत्री से संस्कृति में एक एक्सीलेंसी सेंटर स्थापित करने की आवश्यकता बताई।
विशिष्ठ अतिथि के रूप में लखनऊ विश्वविद्यालय के कंप्यूटर विज्ञान विभाग के प्रमुख प्रो. पुनीत मिश्रा ने आज की दुनिया में साइबर सुरक्षा की चुनौतियों के बारे में बताया, विशेष रूप से मोबाइल फोन के उपयोग के माध्यम से इन खतरों को बढ़ाने में मानव व्यवहार की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने एक लचीले साइबर सुरक्षा ढांचे के निर्माण में शिक्षा और अनुसंधान की तत्काल आवश्यकता पर बल दिया।
इंटरनेशनल कॉलेज फॉर सिक्योरिटी स्टडीज के अध्यक्ष डॉ. राज सिंह नेहरा ने साइबर सुरक्षा क्षेत्र में करियर विकल्पों पर जोर दिया। डॉ. नेहरा ने डिजिटल स्पेस की सुरक्षा में सामूहिक प्रयासों के महत्व को रेखांकित करते हुए, इस नेक काम के लिए संस्कृति विश्वविद्यालय के साथ सहयोग करने पर गर्व व्यक्त किया। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे इन पाठ्यक्रमों को न केवल सैद्धांतिक ज्ञान बल्कि व्यावहारिक प्रशिक्षण के माध्यम से व्यावहारिक अनुभव भी प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। उन्होंने यह भी टिप्पणी की कि डिजिटल फोरेंसिक और एथिकल हैकिंग जैसे पाठ्यक्रम केवल अकादमिक ऐड-ऑन नहीं हैं, बल्कि साइबर कार्यबल के निर्माण के लिए व्यावहारिक उपयोगिताएँ हैं जो एक सामान्य डिग्री छात्र की तुलना में नौकरी के लिए उपयोगी हैं। उद्योग अनुरूप पाठ्यक्रम में शिक्षित होने से उन्हें आईसीएसएस सहित आईटी फर्मों में नियुक्ति के बेहतर अवसर मिल सकते हैं।
कार्यक्रम के दौरान प्रदेश सरकार के इलेक्ट्रानिक एवं आईटी मंत्री सुनील शर्मा ने साइबर सुरक्षा से जुड़े पाठ्यक्रमों को पूर्ण करने वाले संस्कृति विवि के विद्यार्थियों को प्रमाणपत्र प्रदान किए। ईसी-काउंसिल के कार्तिक अत्री, संस्कृति विवि के कुलपति डॉ. एम.बी. चेट्टी ने भी अपने उद्बोधन दिए। कार्यक्रम का संचालन संस्कृति प्लेसमेंट एंड ट्रेनिंग विभाग की ज्योति यादव ने किया।
राजीव इंटरनेशनल स्कूल की छात्राओं ने मेरठ में बढ़ाया मथुरा का मान
- सीबीएसई बास्केटबॉल अंडर 19-गर्ल्स क्लस्टर में जीता कांस्य पदक
मथुरा। दयावती मोदी एकेडमी मेरठ में हुई सीबीएसई क्लस्टर बालिका बास्केटबॉल चैम्पियनशिप के अण्डर-19 आयु समूह में राजीव इंटरनेशनल स्कूल की छात्राओं ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए पहली बार कांस्य पदक जीतकर समूचे मथुरा जनपद को गौरवान्वित किया है। इस आयु वर्ग का स्वर्ण पदक दिल्ली पब्लिक स्कूल नोएडा तथा रजत पदक आर्मी पब्लिक स्कूल नोएडा ने जीता।
जानकारी के अनुसार दो से पांच अक्टूबर तक दयावती मोदी एकेडमी मेरठ में सीबीएसई क्लस्टर बालिका बास्केटबॉल चैम्पियनशिप का आयोजन किया गया, जिसमें 30 से अधिक स्कूलों की छात्राओं ने अपना खेल कौशल दिखाया। इस प्रतियोगिता में राजीव इंटरनेशनल स्कूल की अण्डर-19 टीम ने अपने शारीरिक शिक्षकों वोमेश और रेखा के मार्गदर्शन में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए पहली बार अपने स्कूल और मथुरा जनपद को कांस्य पदक दिलाया। टीम में शामिल भाव्या अग्रवाल, एंजल खंडेलवाल, जान्हवी चौधरी, आद्या सिंह, आन्या, शिवानी, भक्ति, मान्यता चौधरी, प्रिंसी, नव्या, युक्ति सिंह, अक्षरा माहेश्वरी, वंशिका अग्रवाल, गुलाल गोयल, अविका राहुल अग्रवाल ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए ऐतिहासिक सफलता हासिल की।
प्रतियोगिता के समापन और पारितोषिक वितरण समारोह में मुख्य अतिथि एसडीएम सरधना महेश दीक्षित, विशिष्ट अतिथि पैरा एशियन गेम्स विजेता दीपेंद्र कुमार, बीएसए आशा चौधरी, सीबीएसई ज्वाइंट सेक्रेटरी डॉ. आरपी सिंह, मनोचिकित्सक डॉ. पूनम देवदत्त आदि ने विजेता तथा उप विजेता टीमों को पुरस्कृत करते हुए खिलाड़ी बेटियों का उत्साहवर्धन किया। अतिथियों ने आरआईएस की छात्राओं को मेडल तथा ट्रॉफी प्रदान कर हौसला बढ़ाया।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने छात्राओं की इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि खेल हमारे जीवन का आवश्यक हिस्सा हैं। स्वस्थ शरीर और दिमाग को विकसित करने के लिए खेल महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि लगातार पढ़ाई के दौरान कई बार तनाव की स्थिति होती है। ऐसे में खेल इस तनाव को दूर करने का बेहतर माध्यम हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह दिमाग के सही विकास के लिए शिक्षा जरूरी है, उसी तरह शारीरिक विकास के लिए खेल महत्वपूर्ण हैं।
प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने बास्केटबॉल में ऐतिहासिक सफलता हासिल करने पर छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि आज के समय में खेल मनोरंजन ही नहीं बल्कि शानदार करियर भी हैं। श्री अग्रवाल ने कहा कि शिक्षा के माध्यम से हम टीमभावना नहीं सीख सकते लेकिन खेलों में सहभागिता से यह सम्भव है। श्री अग्रवाल ने आह्वान किया कि सभी बच्चे पढ़ाई के साथ ही खेलों को भी अपने जीवन का हिस्सा बनाएं।
शैक्षिक संयोजिका प्रिया मदान ने छात्राओं को शानदार सफलता के लिए बधाई देते हुए कहा कि शिक्षा और खेल एक-दूसरे के पूरक हैं, लिहाजा प्रतिदिन खेलों को कुछ समय देकर हम स्वस्थ मन और निरोगी काया हासिल कर सकते हैं।
जीएलए बायोटेक में खुली आधुनिक लैब खतरनाक बीमारियों पर होगा शोध
- गंभीर बीमारियों को देखते हुए जीएलए बायोटेक विभाग ने ऐसी बीमारियों से लड़ने के लिए खोली आधुनिक लैब, छात्र आसानी से करेंगे शोध
मथुरा : लाइलाज जैसी बीमारियों को देखते हुए जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के बायोटेक विभाग ने आगामी समय में ऐसी खतरनाक बीमारियों से लड़ने के लिए आधुनिक प्रयोगशाला तैयार की है। प्रयोगशाला में ऐसे संसाधन विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध कराये गए है, जहां विद्यार्थी अधिकतर बीमारियों पर गहन और सरल शोध कर सकें।
असाधारण जनसंख्या वृद्धि के कारण वातावरण में खतरनाक रोगों का निरंतर उद्भव एवं प्रसार हो रहा है, जिसके चलते अत्यधिक मात्रा में पशु-पक्षी एवं मनुष्य गंभीर रूप से प्रभावित हो रहे हैं। बीमारियों के चलते ही देश की आर्थिक हानि भी हो रही है, अपितु मानव जीवन पर भी नकारात्मक प्रभाव हो रहा है। सभी ने कोविड महामारी में भी पूरी दुनियां में हाहाकार मचते देखा है, जिसमे मृत्यु दर बुलेट से भी तीव्र गति से पूरे विश्व में बढ़ गयी थी। इसी कड़ी में मंकी पॅाक्स, डेंगू, निपाह वायरस, बर्ड फ्लू, जीका वायरस एवं म्यूटेशन के कारण कोविड वायरस की कई सारी खतरनाक किस्में आ गई हैं।
ऐसी खतरनाक बीमारियों की किस्म को मद्देनजर रखते हुए मथुरा में जीएलए विश्वविद्यालय ने आधुनिक प्रयोगशाला का निर्माण करवाया है, जो कि अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार है। यह प्रयोगशाला मथुरा एवं आसपास के क्षेत्र के विद्यार्थियों को जैव प्रौद्योगिकी में उपयोग की जाने वाली आधुनिक मशीनों एवं उनकी ट्रेनिंग के बारे में अवगत कराएगी और भविष्य में होने वाली ऐसी बीमारियों के लिए एक प्रशिक्षित जनशक्ति प्रदान करेगी। इन खतरनाक बीमारियों के उचित प्रबंधन से एक संसार और एक स्वास्थ्य की परिकल्पना को भी साकार किया जा सकेगा।
यह प्रयोगशाला उन छात्रों के लिए भी वरदान साबित होगी, जो कि आर्थिक रूप से अधिक संपन्न नहीं है। यहां के विद्यार्थी बायोटेक्नोलॉजी की तकनीक सीखकर देश और दुनियां की कई प्रयोगशालाओं एवं कम्पनीज में कार्य कर रहे हैं ।
बायोटेक विभाग मथुरा क्षेत्र के विभिन्न स्कूलों के सीनियर सेकेंडरी विद्यार्थियों को बायोटेक एवं विज्ञान में रुचि बढ़ाने के लिए समय-समय पर ट्रेनिंग एवं वर्कशॉप आयोजित करता है और आगामी समय में इसमें वृद्धि देखने को मिलेगी। भविष्य में आठवीं एवं दसवीं के विद्यार्थियों को भी ऐसी गतिविधियों में शामिल किया जाएगा।
बायोटेक विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. शूरवीर सिंह ने विश्वविद्यालय के कुलाधिपति नारायण दास अग्रवाल को मथुरा क्षेत्र में ऐसी प्रयोगशाला बनवाने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि बायोटेक विभाग में प्रयोगशालाएं बहुत हैं, जहां विभिन्न क्षेत्रों के लिए शोध किया जा रहा है, लेकिन लाइलाज बीमारियों पर शोध हेतु यह प्रयोगशाला आगरा मंडल के विद्यार्थियों के लिए रोजगार उत्पन्न करने के तौर पर उभर कर सामने आएगी। उन्होंने बताया कि पशुओं की प्रजनन क्षमता को लेकर भी बायोटेक विभाग ने कई शोध किए हैं। जिनसे पशुओं को लाभ मिला है तथा ऐसे शोधों के लिए सरकार से सहायता प्राप्त हुई है।

