Sunday, December 28, 2025
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संस्कृति विवि छात्रों के लिए हर वो साधन जुटा रहा है जो जरूरी है: डा. सचिन

मथुरा। संस्कृति विश्विद्यालय के आठवें स्थापना दिवस का शुभारंभ करते हुए विवि के कुलाधिपति ने कहा कि विद्यार्थियों को बेहतर रोजगार दिलाने और उन्हें एक अच्छा और सफल उद्यमी बनाने की दिशा में संस्कृति विश्विद्यालय द्वारा लगातार नए कदम उठाए जा रहे हैं।
डा.सचिन ने विद्यार्थियों से कहा कि आपके माता पिता कितने खुश होंगे जब उनको आपके नाम से और काम से जाना जाएगा लेकिन ऐसा तभी होगा जब आप मस्ती करते समय मस्ती के प्रति, खेलते समय खेल के प्रति और पढ़ते समय पढ़ने के प्रति गंभीर होंगे। विश्विध्यालय इन तीनों क्षेत्रों में आपके लिए उच्च कोटि के साधन जुटा रहा है और जुटाने के लिए दृढ़ संकल्पित है। आज आपको प्रशिक्षित करने के लिए इन्फोसिस, आईबीएम जैसी कंपनियां आ रही हैं। विवि में स्थापित इंक्यूबेशन सेंटर शीघ्र ही और समृद्ध होने जा रहा है जहां से आप उद्यमी बनने के लिए आर्थिक सहयोग भी ले सकते हैं। आपके आइडिया से कई स्टार्टअप चल रहे हैं और शीघ्र ही दो दर्जन से अधिक नए स्टार्टअप शुरू हो रहे हैं। खेलों के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त मैदान हैं। मनोरंजन के लिए उम्दा वार्षिक आयोजन होते हैं। विवि का लगातार प्रयास है की जब आप अपने कोर्स पूरे करें तब आपके पास कम से कम 15,20 कंपनियों से जाब का ऑफर हो। उन्होंने कहा आपको आपका लक्ष्य प्राप्त करने से कोई नहीं रोक सकता यदि आप अपने लक्ष्य के प्रति गंभीर बने रहेंगे। कुलाधिपति ने अपने उद्बोधन में जीवन में अनुशासन के महत्व के बारे में भी विद्यार्थियों को विस्तार से समझाया।
कुलपति प्रो. बीएम चेट्टी ने भावुक होते हुए कहा कि मैं डा. सचिनजी के माता पिता का अभिनंदन करता हूं जिन्होंने देश के यंगेस्ट कुलाधिपति के रूप में हम सबको दिशा दिखाने व्यक्तित्व मिला जो निरंतर हम सबके नवोन्मेष के लिए सोचता है। प्रो. चेट्टी ने कहा संस्कृति विश्विद्यालय निरंतर तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है और इसमें कोई संदेह नहीं कि एक दिन विश्व के चुनिंदा विश्विध्यालयों में इसका नाम दर्ज होगा।
संस्कृति सेंटर ऑफ एप्लाइड पॉलिटिकल साइंस के निदेशक डा . रजनीश ने अपने स्वागत भाषण के दौरान छोटी छोटी कहानियां सुनाकर विद्यार्थियों और विवि प्रशासन के बीच सामंजस्य बैठाने टिप्स दिए।
स्थापना दिवस का शुभारंभ मंत्रोच्चार और सरस्वती वंदना के साथ हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में मोजूद संस्कृति विश्विद्यालय के कुलाधिपति डा.सचिन गुप्ता, सीईओ डा. मीनाक्षी शर्मा, कुलपति प्रो बीएम चेट्टी, डा रजनीश त्यागी ने मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित किया। कार्यक्रम का संचालन डा. रीना रानी एवं
ज्योति यादव ने किया।

संस्कृति के विशाल मंच पर शाश्वत आए और छा गए

मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय के आठवें स्थापना समारोह में विवि के मुख्य मैदान के विशाल मंच पर जवां दिलों की धड़कन बालीवुड के प्ले बैक सिंगर शाश्वत सिंह ने अपने गीतों का जमकर जादू बिखेरा। स्थापना दिवस के मुख्य आकर्षण के रूप में मौजूद इस युवा बालीवुड स्टार गायक ने अपनी ताजगी से भरी आवाज के साथ एक से बढ़कर एक गीतों की झड़ी लगा दी। छात्र और छात्राएं उनके लरजते और खनकते सुरों पर देर रात तक अपने ठुमकों से साथ देते रहे।
यूं तो शाश्वत सिंह बालीवुड सिंगर में अब नया नाम नहीं है पर अधिकांश श्रोता उन्हें एआर रहमान के 99 सांग्स में जय की आवाज के रूप में पहचानते हैं। संस्कृति विवि के मंच पर आते ही छात्र-छात्राओं ने जबर्दस्त किलकारियों और तालियों के साथ उनका स्वागत किया। अत्याधुनिक म्युजिक सिस्टम से निकल रही दिल और दिमाग को झंकृत कर देने वाले संगीत के साथ शाश्वत ने अपने मौलिक अंदाज में लोकप्रिय गीतों के साथ शुरूआत की। हजारों विद्यार्थियों के इस श्रोता समूह को देखकर शाश्वत के अंदर भी एक ऐसा जोश भरा कि उन्होंने संस्कृति विवि स्थापना दिवस की इस शाम को यादगार बना दिया।
शाश्वत ने, मुझको इतना बताए कोई, गीत से शुरूआत की। अपना एक नया गाना, एक लड़की थी दीवानी सी, किशोर कुमार के गाए लोकप्रिय गीत एक लड़की भोली भाली सी, तर्ज पर सुनाकर विद्यार्थियों में सुरूर भर दिया। शाश्वत भी थोड़ी देर में समझ गए कि छात्र, छात्राएं लंबे गीत सुनने के मूड में नहीं है तो उन्होंने ढेर सारे गीतों के मुखड़ों को एक लड़ी में पिरोकर हर तरह के गीत गाए और छात्र, छात्राओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। तुझको हुआ यकीं, लुक छुप न जाओ जी, यही उमर है कर ले गलती से मिस्टेक, मन मस्त, मस्त, तू मेरा कोई न होके भी कुछ लागे, ऐ कबीरा मान जा, लकी अली का गाया, शाम सवेरे तेरी याद आती है, इक पल का जीना, इश्क में दिल बना है, मिटा दे या बना दे मैंने तुझको चुना है जैसे गीत गाकर खूब तालियां बटोरी। शाश्वत ने रॉक, राजिस्थानी, पंजाबी हिट गीतों को सुनकर श्रोताओं का दिल जीत लिया।
शाश्वत सिंह के पांच स्वतंत्र सिंगल्स जिसमें इलेक्ट्रो-पॉप ट्रैक ” यूं क्यूं ” और चंचल ध्वनिक सिंगल ” मवाली दिल ” शामिल हैं। साथ ही ” वाट वाट वाट ” और ” रूबी रूबी ” जैसे प्लेबैक हिट्स के साथ, सिंह ने पिछले दशक में ब्रेकआउट पावरहाउस गायक के रूप में अपनी पहचान बनाई है। यही पहचान छात्र-छात्राओं की डिमांड का कारण बन रही थी। वैसे उन्होंने शो मी द ठुमका, अभी न जाओ छोड़कर, अगर तुम साथ हो गीत सुनाकर युवा दिलों पर जमकर अपना जादू बिखेरा।लगातार हो रही डिमांड पर
शाश्वत गीत गाते चले गए और रात का अंधेरा कब घिर गया लोगों को पता ही नहीं चला। अंत में उन्हें विश्विद्यालय की ओर से स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

स्थापना दिवस पर विद्यार्थियों ने प्रस्तुत किए सांस्कृति कार्यक्रम

मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत गणेश वंदना से हुई। छात्रा अलीशा, संजना, सोनी, प्रिया, वैष्णवी, धनंजय, अनुपम, हर्ष ने अपने भावपूर्ण नृत्य से गणेशजी को प्रसन्न किया। कार्यक्रमों को इस तरह से संजोया गया था जिससे देश के हर प्रांत की झलक मिल सके। छात्रा सुमिति, स्नेहा, सान्या, पायल, ए.तनु, आध्या, जागृति, काजल ने राजस्थानी लोक गीतों के मिश्रण पर नृत्य प्रस्तुत कर मंच पर राजस्थान को जीवंत किया। इसी प्रकार छात्रा चिंकी, ईशा, छात्र करन, सोनेश, अजीत, वंदनी, इशिता, आरती, शिवानी, काजल, आस्था ने गुजराती लोकगीतों पर जबर्दस्त नृत्य प्रस्तुत किया। छात्रा गुनगुन, रिया, प्रिया, अवंतिका, काजल, वृंदा, कनिका ने हरियाणी लोकगीत पर नृत्य प्रस्तुत कर खूब तालियां बटोरीं। खुशी, अनुष्का, विष्णु, रौनक, रिजवान, सुमित, लक्ष्य, सूरज, कीर्ति, यतिका और दीक्षा ने पंजाबी गीतों पर जमकर ठुमके लगाए और खूब धमाल किया। दक्षिण के शास्त्रीय नृत्य रूपा, रचना, नाव्या, परासौना, मेघ्ना और हरिप्रिया ने बड़े ही आकर्षक ढंग से प्रस्तुत किए।
नृत्य और संगीत की इस श्रंखला के मध्य संस्कृति दिव्यांग स्कूल के बच्चों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सभी दर्शकों को हतप्रभ कर दिया। उनकी बालसुलभ प्रस्तुतियों ने दर्शकों का दिल जीत लिया। इन सभी बच्चों को जब पुरुस्कार प्रदान किए गए तो इनकी खुशी देखते ही बनती थी। सांस्कृति प्रस्तुतियों का यह सिलसिला लगातार चल रहा था। छात्र कैफ और उनके साथियों निशा, अनु, गुंजन और दिव्या ने सालसा नृत्य प्रस्तु किया। अनुराधा और उनके साथियों ने बैली डांस प्रस्तुत कर माहौल को रूमानी बना दिया। राखी और उनके साथियों ने पाश्चात्य शैली में नृत्य प्रस्तुत किया। छात्रा जी.लिखिता ने भरत नाट्यम तो राबर्टसन और उसके साथियों ने समूह नृत्य प्रस्तुत कर सबकी तालियां बटोरीं। मोहित और उसके साथियों ने दक्षिण भारतीय शैली में आकर्षक नृत्य प्रस्तुत किया। संस्कृति फैशन डिजाइनिंग स्कूल के द्वारा प्रस्तुत शो में 20 छात्र-छात्राओं ने रैंप वाल्क कर आकर्षक परिधानों का प्रदर्शन किया जिसको सभी के द्वारा खूब सराहा गया।
कार्यक्रम का संचालन संस्कृति प्लेसमेंट एंड ट्रेनिंग सेल की ज्योति यादव ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में मो.फहीम अख्तर, डा. दुर्गेश वाधवा, कु.देविका, प्रशासनिक अधिकारी विवेक श्रीवास्तव का विशेष योगदान रहा।

मुख्यमंत्री से मिले भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविकांत गर्ग

देश प्रदेश के राजनेताओं ने वोटों के लिए अपराधियों का संरक्षणऔर उनके विरूद्ध दंडात्मक कार्यवाही का विरोध किया जाना बंद नहीं किया तो देश, प्रदेश का करोड़ों उद्यमी, व्यापार तीव्र आन्दोलन को बाध्य होगा, तथा ऐसे राजनेताओं और पार्टियों को जनता के बीच बेनकाब करेगा, उक्त तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविकांत गर्ग ने बताया है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगीआदित्यनाथ सरकार द्वारा प्रदेश की प्रगति और विकास के हित एवम प्रदेश की शांति व्यवस्था तथा व्यापारियों एवं आम जनमानस की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाए जाने तथा विगत में घटित गंभीर घटनाओं के दोषी कुख्यात अपराधियों के विरुद्ध विभिन्न जनपदों की पुलिस द्वारा सख्त कार्रवाई किए जाने पर अपराधियों द्वारा दुस्साहसिक रूप से पुलिस बल पर भी हमले किए जाने के पश्चात मुठभेड़ में मारे जाने अथवा घायल हो जाने की घटनाओं को (पूर्व से ही अपराधियों को संरक्षण प्रदान करने वाले इतिहास के साक्षी) कथित राजनेतायों तथा राजनीतिक दलों के मुखियाओं द्वारा अपराधियों के विरुद्ध की गई दंडात्मक पुलिस कार्रवाई को भी फर्जी तथा जातिगत विद्वेष का रूप दिए जाने के कारण अपराधियों के हौंसले बुलंद होने की आशंका से देश प्रदेश की शांति व्यवस्था के लिए खतरा उत्पन्न हो गया है, देश के वरिष्ठ व्यापारी नेता श्री रविकांत गर्ग ने राजनीतिक नेताओं और पार्टियों को कड़ी चेतावनी दी है कि उनके द्वारा अपराधी तत्वों को संरक्षण प्रदान किया जाना तथा अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई किए जाने को साजिश अथवा फर्जी मुठभेड़ बताया जाना जारी रहा तो व्यापारी समाज और संगठन ऐसे तत्वों के विरुद्ध आंदोलनत्मक कड़े कदम उठाने ऐसे सभी राजनेताओं के घिनौने चेहरों को बेनकाब करने को बाध्य होगा, उपरोक्त संदर्भ में श्री गर्ग के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल द्वारा माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भेंट कर गुंडा, अपराधी और असामाजिक तत्वों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई अभियान को प्रदेश के 3 करोड़ छोटे बड़े उद्यमी, व्यवसाई, कारोबारी, व्यापारियों की ओर से पूर्ण समर्थन व्यक्त करते हुए अपराधी विरोधी अभियान को और तेज करने की मांग की है

छात्र-छात्राएं डिजिटल दुनिया का कम से कम करें इस्तेमालः विश्वरूपा

  • जीएल बजाज में मानसिक स्वास्थ्य पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

मथुरा। खराब मानसिक स्वास्थ्य छात्र-छात्राओं के ऊर्जा स्तर, एकाग्रता, विश्वसनीयता, मानसिक क्षमता तथा आत्मविश्वास को प्रभावित करता है, इसके परिणामस्वरूप उनका शैक्षिक प्रदर्शन गिरता है तथा मनवांछित सफलता हासिल करने से वंचित हो जाते हैं। डिजिटल दुनिया का अधिक इस्तेमाल भी हमें मानसिक तकलीफ देता है लिहाजा इसका कम से कम प्रयोग करना चाहिए। यह बातें सोमवार को जीएल बजाज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, मथुरा में आयोजित मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यशाला में मुख्य अतिथि मनोवैज्ञानिक और परामर्शदाता विश्वरूपा ने छात्र-छात्राओं को बताईं।
विश्वरूपा ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता सभी शिक्षकों के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा है क्योंकि वही छात्र-छात्राओं के असली मार्गदर्शक होते हैं। उन्होंने शिक्षकों और छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि वे कॉलेज समय में मानसिक स्वास्थ्य के प्रबंधन में कमजोर साथियों की पहचान कर उनकी सहायता कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि समय के साथ खराब मानसिक स्वास्थ्य और समर्थन की कमी के कारण कई तरह की शैक्षणिक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य छात्र-छात्राओं की कक्षा में खराब उपस्थिति, सामाजिक एकीकरण में कमी, नई परिस्थितियों या समायोजन में परेशानी का कारण बन जाता है।
मानसिक स्वास्थ्य और भावनात्मक बुद्धिमत्ता पर चर्चा करते हुए विश्वरूपा ने कहा कि जब छात्र उदास महसूस करते हैं तो उनका समर्थन करना महत्वपूर्ण है, शिक्षकों के रूप में हमें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि हम उन्हें सही देखभाल और सहायता प्रदान करें ताकि वे अपने शैक्षणिक और व्यक्तिगत लक्ष्यों को प्राप्त कर सकें। मनुष्य स्वाभाविक रूप से सामाजिक प्राणी है, इसलिए स्कूल-कॉलेजों में दूसरों के साथ मजबूत और स्वस्थ संबंध बनाना एक छात्र के मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए महत्वपूर्ण पहलू है।
उन्होंने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं पर खुलकर चर्चा करने में सक्षम होना शैक्षणिक क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण है क्योंकि 50 फीसदी से अधिक व्यक्ति दैनिक आधार पर खराब मानसिक स्वास्थ्य से जूझते हैं, फिर भी कोई भी इसके बारे में बात नहीं करता है। भावनाओं को दबाने से हमारे आस-पास के लोगों, हमारे दोस्तों, परिवार और साथियों के साथ हमारे व्यवहार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। मनोवैज्ञानिक तनाव के कारण अक्सर निष्क्रिय आक्रामकता, दूरी, सामाजिक गतिविधियों में भाग लेने के लिए ऊर्जा की कमी, यहां तक कि करीबी लोगों या अन्य छात्रों के साथ अवांछित संघर्ष भी होता है। विश्वरूपा ने कहा कि सही सहायता सेवा के माध्यम से छात्र-छात्राओं की इस समस्या का समाधान किया जा सकता है।
विश्वरूपा ने अपने व्यावहारिक उद्बोधन में छात्र-छात्राओं को मानसिक स्वास्थ्य और भावनात्मक बुद्धिमत्ता के महत्व से रूबरू कराने के साथ ही उन्हें जंक फूड से बचने तथा सामाजिक सम्पर्कों में अधिक समय न बिताने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि हम जितना डिजिटल दुनिया से दूर रहेंगे उतना ही अपने आपको तरोताजा महसूस करेंगे। विश्वरूपा ने छात्र-छात्राओं को व्यक्तिगत और शैक्षणिक लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए खुद को कम्फ़र्ट ज़ोन से बाहर निकलने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि उत्पादकता भीतर से आती है लिहाजा प्रत्येक छात्र-छात्रा को अपनी आंतरिक शक्तियों और मेधा का उपयोग करना चाहिए। कार्यक्रम में एक लाइव बातचीत तथा कला प्रतियोगिता भी आयोजित की गई, जिसमें छात्र-छात्राओं ने अपने विचारों और भावनाओं को व्यक्त किया। कार्यशाला के अंत में डॉ. शताक्षी मिश्रा ने मुख्य अतिथि विश्वरूपा को स्मृति चिह्न भेंटकर बहुमूल्य समय देने के लिए आभार माना।

यूपी अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में जीएलए के प्रोटोटाइप एवं स्टार्टअप की धूम

मथुरा : नोएडा में पांच दिवसीय उत्तर प्रदेश अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के प्रोटोटाइप एवं स्टार्टअप को देखने के लिए छात्र/छात्राओं के साथ इन्वेस्टर एवं आम लोग उत्साह के साथ उत्सुक रहे। विजिटरों की उत्सुकता को देखते हुए जीएलए के विद्यार्थियों ने अधिक प्रोटोटाइप और स्टार्टअप बढ़ाने पर कार्य शुरू कर दिया है।

नोएडा के एक्सपोमार्ट में पांच दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मेले व्यापार मेले का शुभारम्भ उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने किया। इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी रहे। मेले में रक्षा, कृषि, ई-कॉमर्स, आईटी, जीआई, शिक्षा, अवस्थापना, बैंकिंग, वित्तीय सेवाएं, डेयरी उद्योग आदि के 25 सौ स्टॉल लगाए गये। वहीं जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के विद्यार्थियों को भी अपने द्वारा तैयार किए गए प्रोटोटाइप के स्टॉल लगाने के लिए सुअवसर मिला।

विद्यार्थियों द्वारा स्टॉल लगाने के दौरान अनोखे कॉम्बो सैंडविच टोस्टर मेकर को देवेश कुमार एवं टीम द्वारा, पिंपेम डीबायोग्रेडिबले डायपर को गरिमा पोरवाल द्वारा और मेडिंट-एक स्वचालित दवा डिस्पेंसर को हार्दिक मिश्रा एवं बैटरी अलार्म सिस्टम को पर्व अग्रवाल एवं कवच (एंटी कोविड-19 पेंडेंट) को नूपुर पांडेय ने प्रस्तुत किया। यह सभी प्रोटोटाइप इनोवेशन के लिए आगंतुकों की जिज्ञासा में अव्वल रहे और आगंतुकों का उत्साह देखते ही बन रहा था। ई-कॉमर्स पर एक विशेष सत्र ने डिजिटल व्यापार के भविष्य के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्रदान की।

कोऑर्डिनेटर जितेन्द्र कुमार ने बताया कि यूपी अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में प्रतिदिन शाम उत्साह से भरी होती थी, जिसमें एक विशेष फैशन शो से लेकर मनमोहक बृज लोक गायन और शक्तिशाली शिव तांडव कथक शामिल थे। वियतनाम के कलाकारों द्वारा एक शानदार प्रदर्शन विद्यार्थियों को देखने के लिए मिला।

व्यापार मेले के बारे में अधिक जानकारी देते हुए जितेन्द्र ने बताया कि यूपी अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में विद्यार्थियों का मुख्य ध्यान प्रदर्शनी बूथ पर विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व करना था। मेले में जीएलए विश्वविद्यालय के इंकुबेटेड फ़ूडवैगन कंपनी ने भी अलग से अपना स्टाल लगा कर अपना प्रचार प्रसार किया। इसके लिए जीएलए के प्रतिकुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता के मार्गदर्शन में विशेष तैयारी की। इनोवेटिव प्रोटोटाइप का चयन भी प्रतिकुलपति द्वारा किया गया था। विद्यार्थियों ने व्यापार मेले में व्यवसाय, शिक्षा और नवाचार को प्रदर्शित करने वाले अन्य स्टॉल को भी देखा। मेले में जीएलए विश्वविद्यालय ने वास्तव में सांस्कृतिक समृद्धि और नवाचार की भावना को समाहित किया। विजिटरों द्वारा द्वारा स्टॉल को काफी सराहा गया।

भ्रमण से लौटे छात्रों ने प्रतिकुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता से मिलकर अपने अनुभव साझा किये और व्यापार मेले को अत्यंत रूचिकर बताया। प्रतिकुलपति ने इस व्यापारिक मेले की छात्रों के जीवन में उपयोगिता समझाते हुए विद्यार्थियों के पाठ्यक्रम को और आसानी से एवं प्रायोगिक तौर समझने में सहायक बताया।

उन्होंने छात्रों का उत्साह वर्धन करते हुए बताया कि ‘मेक इन इंडिया‘ थीम पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय मेला सबसे बड़ा व्यापार मेला है। यह व्यापार मेला अधिकांषतः सभी छोटे एवं बडे़ उद्योगों को एक मंच प्रदान करता है।

आगरा मंडल में माह अगस्त -2024 में बिना उचित कारण अलार्म चेन खीचने (ACP) वाले 107 लोंगो पर कार्यवाही

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मंडल रेल प्रबंधक आगरा तेज प्रकाश अग्रवाल के दिशा निर्देशन में आगरा मंडल में माह अगस्त -2024 में बिना उचित कारण अलार्म चेन खीचने (ACP) वालों के विरुद्ध 107 लोंगो पर कार्यवाही करके 10400/- रूपये जुर्माना वसूला गया | आगरा मण्डल सभी रेल उपयोगकर्ताओं के लिए बेहतर यात्री सुविधाओं को उपलब्ध कराने के क्षेत्र में निरंतर प्रयासरत है| इन्ही प्रयासों के क्रम में आगरा मण्डल के वाणिज्य विभाग एवं रेलवे सुरक्षा बल द्वारा बिना उचित कारण के अलार्म चेन खीचने वालों के विरुद्ध निरंतर सघन चेकिंग अभियान चलाये जा रहे है| जिसमे अगस्त -2024 में आगरा छावनी रेलवे स्टेशन पर 60, आगरा किला स्टेशन पर 04, मथुरा जंक्शन पर 33, कोसीकलां स्टेशन पर 03 व धौलपुर स्टेशन पर 03 लोंगो पर कार्यवाही कर जुर्माना वसूला गया |
रेल प्रशासन अपने सम्मानित यात्रियों से अनुरोध करता है कि बिना उचित एवं प्रर्याप्त कारण के चेन पुलिंग न करें ,ऐसा करना दंडनीय अपराध है | उक्त कृत्य से आपके साथी यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है |

श्री अग्रसेन मानव सेवा मंडल महिला प्रकोष्ठ ने गौ सेवा की

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श्री अग्रसेन मानव सेवा मंडल महिला प्रकोष्ठ द्वारा अग्रसेन जयंती के द्वितीय दिवस पर पथवारी देवी मंदिर पर गौ सेवा का कार्यक्रम किया गया जिसमें गायों को 10 कुंतल हरा चारा, 5 कुंतल चुन्नी ,5 कुंतल भूसी, 2 कुंतल गुड ,5 कुंतल दलिया वह आदि सामग्री दी गई। गौ सेवा कार्यक्रम की मुख्य संयोजक ममता अग्रवाल पत्नी अनिल अग्रवाल रही। मंडल की निर्देशिका ममता बिंदल, संरक्षिका लक्ष्मी गुप्ता, पुष्पा अग्रवाल, रजनी बंसल, अध्यक्ष सुनीता सिंघल, मंत्री प्राची बंसल, कोषाध्यक्ष ज्योति चौधरी, उपाध्यक्ष महिमा अग्रवाल, सरोज भारतीय, तृप्ति सिंघल, ज्योति कागजी, चंचल कागजी, लता अग्रवाल, शिल्पी सिंघल, प्रिया अग्रवाल, मीता अग्रवाल, सुनीता चोकसी, उषा गोयल, सरिता महालक्ष्मी, नीता अग्रवाल, सुमनलता टेंट वाले, ममता अग्रवाल, माया, रानी आदि बहनें उपस्थित रहीं।

राजीव एकेडमी के 20 एमबीए छात्र-छात्राओं को मिली इंटर्नशिप

  • कम्पनी प्रोजेक्ट, असाइनमेंट, केस-स्टडी आदि का देगी प्रशिक्षण

मथुरा। जानी-मानी डिजिटल ई-लर्निंग कम्पनी मोजो हंट ने राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट के 20 एमबीए छात्र-छात्राओं को इंटर्नशिप के लिए चयनित किया है। चयनित विद्यार्थी कम्पनी में प्रोजेक्ट, असाइनमेंट, केस-स्टडी आदि कार्यों का प्रशिक्षण हासिल करेंगे। प्रशिक्षण के दौरान कम्पनी छात्र-छात्राओं के प्रतिदिन के कार्य का मूल्यांकन करते हुए उन्हें आर्थिक प्रोत्साहन भी देगी।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल, प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल तथा संस्थान के निदेशक डॉ. अमर कुमार सक्सेना ने चयनित छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए लगन और मेहनत से प्रशिक्षण हासिल कर अपने सपनों को साकार करने का आह्वान किया। डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा कि छात्र जीवन में जितना महत्व किताबी ज्ञान का है, उससे कहीं अधिक जरूरी प्रयोगात्मक ज्ञान है। सभी विद्यार्थी कम्पनी ने जो अवसर दिया है, उसका सदुपयोग करें।
संस्थान के ट्रेनिंग एण्ड प्लेसमेंट विभाग प्रमुख डॉ. विकास जैन ने बताया कि हाल ही में दिल्ली स्थित मोजो हंट कम्पनी ने राजीव एकेडमी के 20 छात्र-छात्राओं का इंटर्नशिप के लिए चयन किया है। इस इंटर्नशिप से विद्यार्थियों को दोहरा लाभ प्राप्त होगा। विद्यार्थी कम्पनी में रहकर न केवल बिजनेस के टिप्स सीखेंगे बल्कि ट्रेनिंग में सफलता के बाद कम्पनी जॉब के लिए भी अनुशंसा करेगी। डॉ. जैन का कहना है कि राजीव एकेडमी में एमबीए के प्रथम वर्ष के अध्ययन के बाद से ही विद्यार्थियों के पास जॉब हासिल करने का सुनहरा मौका होगा। देखा जाए तो अधिकांश कॉलेजों के विद्यार्थी दो वर्ष की एमबीए डिग्री हासिल करने के बाद भी जॉब के लिए भटकते रहते हैं।
डॉ. जैन ने बताया कि एचआर, फाइनेंस आदि स्ट्रीम के एमबीए द्वितीय सेमेस्टर के विद्यार्थियों की विश्वविद्यालयी परीक्षाएं सम्पन्न हो जाने के बाद उन्हें ट्रेनिंग के लिए मोजो हंट कम्पनी भेजा जाएगा। चयनित छात्र-छात्राओं में अमन शर्मा, अमिष प्रताप सिंह, अनुज कुमार, अर्चित अग्रवाल, दीपिका, गौरी गोयल, इमरान खान, कोमल सिंह, लक्ष्मी गोस्वामी, निशा शर्मा, प्रिया चौधरी, पुनीत कुमार, राधा, रोहित सिंह बिष्ट, साक्षी अग्रवाल, सपना, शिवानी यादव, तेजपाल सिंह, विधि शर्मा, विनय कुमार कुन्तल आदि शामिल हैं।
इंटर्नशिप के लिए चयनित विद्यार्थियों में जहां उत्साह है वहीं अभिभावकों में भी खुशी है। चयनित छात्र-छात्राओं का कहना है कि उन्हें जो अवसर मिला है, उसमें वे लगन और मेहनत से प्रोजेक्ट, असाइनमेंट, केस-स्टडी आदि कार्यों का गहन प्रशिक्षण लेंगे। अधिकारियों ने बताया कि यह डिजिटल ई-लर्निंग कम्पनी है जो केस स्टडी, आफरिंग क्विक लर्निंग फ्रॉम टॉप एक्सपर्ट आफर करती है। कम्पनी 2021 से अपनी सेवाएं दे रही है तथा इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है।

कुशल संगठनकर्ता, सामाजिक समरसता के पुरोधा थे अशोक सिंघल

  • वेद पूजन कर मनाई गई अशोक सिंघल की जयंती

श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन के शिल्पी, हिन्दू मानबिन्दुओं के रक्षक,भारत माता के अमर सपूत महामनीषी श्रद्धेय श्री अशोक सिंघल जी की जयंती के अवसर पर केशव वेद विद्यालय समिति द्वारा वेद पूजन महोत्सव का आयोजन केशव धाम वृन्दावन में हर्षोल्लास के साथ किया गया।
इस अवसर पर केशव धाम के मंत्री सतीश चन्द्र अग्रवाल ने केशव धाम में चल रहे प्रकल्पों की जानकारी दी उन्होंने कहा कि वेदों के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु प्रतिवर्ष श्रीअशोक सिंघल जी की जयंती पर वेद पूजन महोत्सव का आयोजन वैदिक विधिविधान के साथ किया जाता है।
इस अवसर पर परम् पूज्य समर्थ श्री त्र्यंबकेश्वर चैतन्य जी महाराज एवं विश्व हिन्दू परिषद उच्चाधिकार समिति के सदस्य महन्त श्री फूलडोल बिहारी दास जी महाराज, पूज्य गंगादास जी महाराज, पूज्य सरयू दास जी महाराज, वेद विद्यालय के संयोजक डॉ सत्यमित्रानन्द जी महाराज, दीर्घ विष्णु मन्दिर के महन्त कान्ता नाथ चतुर्वेदी,डॉ रामदत्त मिश्रा, सन्त ज्ञानेश्वर वेद विद्यालय के प्राचार्य दीलीप जी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि अशोक सिंघल जी का विचार था भारतीय संस्कृति सभ्यता, संस्कारों एवं परम्पराओं को सुरक्षित रखने के लिए प्रत्येक घर तक वैदिक शिक्षा का पहुंचना अति आवश्यक है।
महोत्सव के मुख्य अतिथि उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो दिनेश चन्द्र शास्त्री ने अशोक सिंघल जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा माननीय अशोक सिंघल जी ने आपना सम्पूर्ण जीवन भारत माता की सेवा में समर्पित किया है वे विश्वभर के हिन्दुओं को संगठित करने के लिए सदैव प्रयत्नशील रहते थे वे कहते थे भारत माता को परमवैभव पर पहुंचाने और पुनः विश्वगुरु बनाने के लिए हमें अपनी वैदिक परम्पराओं को घर घर तक पहुंचाने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए भदौरिया ग्रुप के चेयरमैन हरिकृष्ण भदौरिया ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि अशोक सिंघल जी ने धर्मजागरण, सेवा, संस्कृत, परावर्तन, गोरक्षा, स्वदेशी जैसे अनेक आयामों को विश्व हिन्दू परिषद से जोड़ा और श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर निर्माण के आन्दोलन के माध्यम से विश्व के करोडों करोड़ों हिन्दुओं को संगठित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए संस्कृत भारती मथुरा के अध्यक्ष आचार्य ब्रजेन्द्र नागर ने अशोक सिंघल जी के व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा वे गौ, गंगा, गीता, गायत्री और हिन्दुओं के सम्मान के लिए सदैव प्रयत्नशील रहते थे वे कुशल संगठनकर्ता व सामाजिक समरसता के पुरोधा थे।
इस अवसर पर संस्कृत भारती प्रान्त अध्यक्ष ओमप्रकाश बंसल,सह मंत्री गौरव गौतम, संगठन मंत्री नरेन्द्र भागीरथी,कैलाश जी अग्रवाल विहिप मथुरा महानगर अध्यक्ष कन्हैया लाल अग्रवाल, योगेश उपाध्याय आवा,रामदास चतुर्वेदी अखिलेश गौड़ , कु•राजा महेन्द्र प्रताप सिंह एडवोकेट,आदि ने विचार व्यक्त करते हुए कहा अशोक सिंघल जी का मानना था कि भारतीय संस्कृति, संस्कार और परम्पराओं को सुरक्षित रखने के लिए संस्कृत भाषा को जनसाधारण की भाषा बनाने की आवश्यकता है तभी हमारे वेदों एवं प्राचीन धर्मग्रंथों का संरक्षण हो सकेगा।
कार्यक्रम का शुभारंभ वेद ग्रंथों का वैदिक विधि विधान से पूजन व जगद्गुरु आदि शंकराचार्य जी एवं श्री अशोक सिंघल जी के चित्र पर अतिथियों द्वारा माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर किया गया।
वेद विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री रवीन्द्र शर्मा एवं सुधाकर जी,विक्रान्त, मनोरंजन, ने वैदिक मंगलाचरण प्रस्तुत किया। श्री केशव वेद विद्यालय के वेदपाठी एवं सोऽहम आश्रम, सन्त ज्ञानेश्वर वेद विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा सस्वर वेदपाठ किया गया।
महोत्सव में पधारे सभी पूज्य सन्तों एवं अतिथियों को केशव वेद विद्यालय प्रबंध समिति द्वारा शाल, दुपट्टा,माला,व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर, सरदार राजेन्द्र सिंह होरा, अनिल अग्रवाल मित्तल प्रेस ,राजू बंसल, राधेश्याम जी संदीप चतुर्वेदी, राजेन्द्र शर्मा,दुर्गा प्रसाद। हरिओम जी, संजय जादौन, योगेन्द्र पवन आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अन्त में कार्यक्रम संयोजक संस्कृत भारती ब्रजप्रांत न्यास सचिव गंगाधर अरोड़ा ने सभी का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा श्री अशोक सिंघल जी ने श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन में भारतवर्ष के सभी धर्म व सम्प्रदाय के पूज्य सन्त धर्माचार्यों को एक मंच पर एकत्रित करने का अतुलनीय कार्य किया। कार्यक्रम का समापन कल्याण मंत्र से किया गया
गंगाधर अरोड़ा कार्यक्रम संयोजक,