Monday, December 29, 2025
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गणपति की जय-जयकार से गूंजी गिरिराज तलहटी

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गोवर्धन. गणेश चतुर्थी पर गिरिराज नगरी के विभिन्न विद्यालयों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये। बच्चों ने रिद्धि सिद्धि के दाता प्रथम पूज्य गणेशजी महाराज की पूजा कर लड्डुओं का भोग लगाया।

शनिवार को नींमगाँव – कुंजेरा रोड़ स्थित जीएम नर्सिंग पैरामेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में प्रबंधक बीबी शर्मा ने दीप प्रज्वलित कर गणेश जी का पर्व श्रद्धा भक्ति के साथ धूमधाम से मनाया गया। ए एन एम व जीएन एम के छात्र छात्राओं ने भगवान गणेश का अभिषेक किया। नए वस्त्रत्त् धारण कराए। लड्डुओं से अर्चन किया। आरती उतारी। भजन गायन किया। प्रसाद बांटा, तथा जमकर गणपति की जयघोष कर वातारण विघ्न हर्तामय किया।
इस मौके पर कॉलेज प्रिंसिपल चंचल कुमार सैनी, डॉ. तेजेंद्र शर्मा, डाक्टर प्रियंका, डाक्टर ललित सैनी, दिनेश चंद, अर्जुन सिंह, कन्हैया शर्मा, कन्हैया सैनी , कोमल गोस्वामी, नेहा , चारुल शर्मा योगेंद्र सिंह, बालराम, गुरुदेव,दीनदयाल, रामकुमार , मनोज समाधियां आदि उपस्थिति रहे.

राधाष्टमी मेला सात जोन, 18 सेक्टर में बाँटा, 48 पार्किंग स्थल व 86 बैरियर बनाये

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रिपोर्ट रघव शर्मा

बरसाना । राधाष्टमी महोत्सव को सकुशल संपन्न कराने और श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा के लिए शाशन प्रशासन द्वारा पुख्ता इंतज़ाम किये जा रहे है. शनिवार को मंडलायुक्त श्रीमती रितु माहेश्वरी, एडीजी श्रीमती अनुपम कुलश्रेष्ठ, आईजी दीपक कुमार, जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह, एसएसपी शैलेश कुमार पांडे ने राधाष्टमी मेला क्षेत्र का निरीक्षण कर पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में प्रशाशनिक अधिकारियों के साथ बैठक की गई, जिसमें तैयारीयों का खाखा खींचा. मंडलायुक्त और एडीजी ने मेला में बेहतर व्यवस्था करने के दिशा निर्देश दिए ।

राधाष्टमी मेला क्षेत्र को 7 जोन,18 सेक्टर में बाँटा गया, और 48 पार्किंग स्थल व 86 बैरियर बनाये गए हैं. मेला में हर गतिविधि पर नजर रखने को 52 स्थानों पर सीसीटीवी लगाए गए हैं. बैठक से पूर्व एडीजी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया । बैठक में जिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिंह ने वरिष्ठ अधिकारियों को मेले से संबंधित सभी व्यवस्थाओं से रूबरू कराया।

एडीजी आगरा अनुपमा कुलश्रेष्ठ ने कहा कि जो भी व्यवस्था बनाई जा रही है उनका प्रचार प्रसार करो जिससे श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो और पार्किंग के लिए भी जगह जगह साइन बोर्ड लगवाए जाए । स्वास्थ्य विभाग भी ऑक्सिजन और एम्बुलेंस की व्यवस्था रखें । भीड़ ज्यादा रहेगी तो इसलिए ज्यादा से ज्यादा प्रचार करें कि बुजुर्ग श्रद्धालु भीड़ में न फंसे। बैठक में मंडलायुक्त ऋतु माहेश्वरी ने खाद विभाग के अधिकारी को सख्त लहजे में कहा कि जन्माष्टमी वाली गलती की पुनरावर्ती नही होनी चाइये , समय से खाद पदार्थों की गुणवत्ता की जांच हो जानी चाहिए और पीडब्लूडी विभाग से काम में तेज़ी के लिए कहा कि मेला से पूर्व सभी विभागों को अपने अपने कार्य करने होंगे । बैठक के समापन में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडे ने बताया कि मंदिर परिसर में एकल रास्ता रहेगा और वहां बेरिकेडिंग कर दी जाएंगी। उसी बेरिकेडिंग से श्रद्धालुओं को निकाला जाएगा और उन्हें जयपुर मंदिर से बाहर निकाला जाएगा। वहीं जिलाधिकारी ने रोडवेज के एआरएम को निर्देश दिए की 120 रोडवेज बस तथा 20 नगर निगम की बसें चलाई जाए, बसों से से केरियर उतरवाए जाएँ, तथा ड्राइवर व कंडक्टरों के नंबरों को संबंधित मेला क्षेत्र के अधिकारियों को साझा किया जाए.

बैठक में आईजी दीपक कुमार, मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण श्याम बहादुर सिंह, मुख्य विकास अधिकारी मनीष मीना, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व योगानंद पांडेय, अपर जिलाधिकारी प्रशासन विजय शंकर दुबे, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण त्रिगुन बिसेन, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रिंकू सिंह राही, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अभिनव जे जैन, सीएमओ डॉ अजय कुमार वर्मा, डॉ भूदेव सिंह, बरसाना नगर पंचायत अध्यक्ष विजय सिंह सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

मथुरा बार एसोसिएशन के सैंकड़ों सदस्य मल्लिकार्जुन मंदिर के दर्शन को रवाना

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मथुरा। मथुरा बार एसोसिएशन के सदस्यों का दल वार्षिक भ्रमण की परंपरा का निर्वाह करते हुए शनिवार की शाम को मथुरा जंक्शन से श्रीसेलम (श्री भ्रामराम्बिका मल्लिकार्जुन मंदिर नाम से भी जाना जाता है) नामक ज्योतिर्लिंग के दर्शन के लिए रवाना हुआ। वकीलों का यह विशाल समूह दो ट्रेनों से सिकंदराबाद स्टेशन के लिए रवाना हुआ।
मथुरा बार एसोसिएशन के सदस्य सैंकड़ों की संख्या में तेलंगना एक्सप्रेस और दक्षिण एक्सप्रेस से आंध्रप्रदेश के लिए रवाना हुए। इन ट्रेनों के समय पर स्टेशन का नजारा ही बदल गया। जय श्री राधे और वकीलों के जोरदार आपसी अभिवादनों से स्टेशन गूंज उठा। अन्य यात्रियों के लिए ये नजारा ही कौतुहल का कारण बना रहा। सात दिवसीय इस भ्रमण के दौरान श्रीसेलम ज्योतिर्लिंग के दर्शनों के अलावा अन्य प्रसिद्ध मंदिरों के दर्शन भी किए जाएंगे। स्टेशन पर मौजूद मथुरा बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मदन गोपाल सिंह और गोपाल गौतम (आई) ने बताया कि सातों दिन वकीलों के रहने, खाने की व्यवस्था बार द्वारा की जाती है। इस तरह के भ्रमण अपने आप में यादगार अनुभव बन जाते हैं। हमारी कोशिश है कि इस भ्रमण के दौरान बार के सदस्यों को किसी तरह की कोई तकलीफ न हो और वे पूरे आनंद के साथ इस यात्रा को पूर्ण करें।
बताते चलें कि श्रीसेलम नामक ज्योतिर्लिंग आंध्र प्रदेश के पश्चिमी भाग में कुर्नूल जिले के नल्लामल्ला जंगलों के मध्य श्री सैलम पहाडी पर स्थित है। यहाँ शिव की आराधना मल्लिकार्जुन नाम से की जाती है।

गणेश भक्ति में सराबोर हुआ एनके ग्रुप

मथुरा : एनके ग्रुप के संस्कार सिटी में भगवान गणेश की विधि विधान से पूजा-अर्चना की गयी। इसी पूजा अर्चना के बीच समूचा संस्कार सिटी गणपतिमय हो गया।

एनके ग्रुप के संस्कार सिटी में भगवान गणेश की मूर्ति स्थापना के पहले मूर्ति का भव्य श्रृंगार किया गया और आरती के बाद भोग लगाकर प्रसाद वितरण किया गया। गणेश पूजा उत्सव सात दिन चलेगा। गणेश पूजा के चलते समूचा संस्कार सिटी प्रथम पूज्य भगवान की भक्ति से सराबोर दिखा।

इस अवसर पर ग्रुप के निदेशक जीएलए के चीफ फाइनेंस ऑफीसर विवेक अग्रवाल ने कहा कि भगवान गणेश को हर नए कार्य, हर बाधा या विघ्न के समय बडी उम्मीद से याद किया जाता है और दुखों, मुसीबतों से छुटकारा पाया जाता है।

उन्होंने कहा कि गणेशोत्सव में प्रतिष्ठा से विसर्जन तक विधि-विधान से की जाने वाली पूजा एक विशेष अनुष्ठान की तरह होती है। इसमें महाआरती और पुश्पांजलि का नजारा तो देखने योग्य होता है। इस अवसर पर एनके ग्रुप परिवार के सदस्य उपस्थित रहे।

के.डी. मेडिकल कॉलेज और आईआईटी कानपुर के बीच हुआ अनुबंध

  • अत्याधुनिक चिकित्सा प्रौद्योगिकी तथा अनुसंधान को मिलेगा बढ़ावा

मथुरा। चिकित्सा-शिक्षा के क्षेत्र में विशिष्ट पहचान बना चुके के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर, मथुरा तथा भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर के बीच नैदानिक अनुप्रयोग और स्वास्थ्य सेवा प्रौद्योगिकी में पारस्परिक हित के लिए विगत दिवस एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इस अनुबंध के बाद अब दोनों संस्थान अत्याधुनिक चिकित्सा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में मिलकर काम करेंगे।
ब्रज मण्डल के सर्वश्रेष्ठ स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के.डी. मेडिकल कॉलेज तथा प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और कम्प्यूटर विज्ञान के क्षेत्र में विश्व प्रसिद्ध संस्थान आईआईटी कानपुर के बीच यह अपनी तरह का पहला औपचारिक अनुबंध है। अनुबंध पत्र पर हस्ताक्षर प्रो. दीपू फिलिप, प्रभारी प्रोफेसर, स्टार्टअप इनक्यूबेशन एण्ड इनोवेशन सेण्टर, आईआईटी-कानपुर तथा के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर के डीन और प्राचार्य डॉ. आर.के. अशोका ने किए। इस अवसर पर उप-प्राचार्य डॉ. राजेन्द्र कुमार, विभागाध्यक्ष मनोचिकित्सा डॉ. गौरव सिंह, पीयूष मिश्रा, श्रेया संघवी मलिक, अर्जित भट्टाचार्जी, दीप्ती चुघ, विवेक कुमार, अर्पित पाहवा, रिया सिन्हा, वंशिका श्रीवास्तव, नीलेश उपाध्याय आदि उपस्थित थे।
के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर लगभग नौ साल से चिकित्सा अनुसंधान, नवाचार, स्वास्थ्य शिक्षा, शिक्षण तथा एआई की नैदानिक प्रक्रिया का कुशलता से नेतृत्व कर रहा है। आईआईटी कानपुर के साथ हुए अनुबंध के बाद के.डी. मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य सेवा प्रौद्योगिकी में अनुसंधान और विकास के क्षेत्र में और तेजी से विस्तार होगा। आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने आईआईटी कानपुर के साथ हुए एमओयू का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर नवीनतम चिकित्सा तकनीक का पहले से ही इस्तेमाल कर रहा है, अब इसमें और तेजी आएगी।


डॉ. अग्रवाल ने कहा कि स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में नई पीढ़ी को विशेषज्ञता प्रदान करने की दिशा में यह अनुबंध मील का पत्थर साबित होगा। हम अपने अनुभव और विशेषज्ञता से आईआईटी कानपुर में किए गए अभिनव शोध में मूल्य जोड़ने की उम्मीद करते हैं। यह सहयोग के.डी. मेडिकल कॉलेज के पारिस्थितिकी तंत्र के अंदर और बाहर के लोगों को शिक्षण तथा अनुसंधान के अवसर प्रदान करेगा।
के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर के प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने आईआईटी कानपुर के साथ हुए अनुबंध पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इससे भावी चिकित्सकों को अनुसंधान के अधिकाधिक मौके मिलेंगे। श्री अग्रवाल ने कहा कि हम स्वास्थ्य में एआई और अन्य उभरते नवाचारों जैसे क्षेत्रों में उपयोगी सहयोग की अपेक्षा करते हैं जो देश की स्वास्थ्य सेवा प्रणालियों को मजबूत तथा आत्मनिर्भर बनाने में योगदान देगा।
डीन और प्राचार्य डॉ. आर.के. अशोका ने कहा कि डिजिटल स्वास्थ्य के सभी पहलुओं के कार्यान्वयन से अब स्वास्थ्य देखभाल की व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन आ रहा है तथा आईआईटी कानपुर के साथ हुए अनुबंध से इस प्रयास में और तेजी आएगी। डॉ. गौरव सिंह ने कहा कि आधुनिक चिकित्सा पद्धति में तकनीक का समावेश समाज और मरीज दोनों के लिए हितकर साबित हो रहा है। उन्होंने कहा कि आईआईटी कानपुर शैक्षणिक तथा अनुसंधान संसाधनों का बड़ा भंडार है। के.डी. मेडिकल कॉलेज के साथ हुए आईआईटी कानपुर के अनुबंध से चिकित्सकों को चिकित्सा के साथ ही अनुसंधान के क्षेत्र में काफी मदद मिलेगी।

शिक्षण संस्थान प्रकोष्ठ बनाएगा भाजपा के 10 लाख सदस्य

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मथुरा। प्रदेश में सदस्यता अभियान को सफल बनाने व गति देने के लिये भाजपा शिक्षण संस्थान प्रकोष्ठ ब्रज क्षेत्र की क्षेत्रीय संयोजक एवं संस्कृति विवि की सीईओ डॉ मीनाक्षी शर्मा ने ब्रज क्षेत्र के सभी जिला संयोजकों व सह संयोजकों तथा महानगर संयोजकों व सह संयोजकों के साथ-साथ विधानसभा संयोजकों की आनलाइन बैठक आहूत की I बैठक में संयोजकों को सभी संस्थाओं में जाकर भारतीय जनता पार्टी के सदस्य बनाने के लिए व्यक्तिगत प्रयास करने के लिए प्रेरित किया गया।
उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा सदस्यता अभियान पूरे जोश और उत्साह के साथ चल रहा है। पार्टी के सभी संगठन और उनके पदाधिकारी इस कार्य में जुटे हुए हैं। इसी क्रम में ब्रज क्षेत्र की शिक्षण संस्थान प्रकोष्ट की क्षेत्रिय संयोजक डा. मीनाक्षी शर्मा ने इस आनलाइन बैठक का आयोजन किया था। आनलाइन बैठक के दौरान संयोजकों को सदस्यता अभियान के लिए दिशा-निर्देश दिए गए। बैठक की अध्यक्षता कर रहे प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक डॉ दिवाकर मिश्र ने कहा कि प्रदेश में 10 लाख भाजपा के सदस्य बनाने के लक्ष्य को प्राप्त करने में ब्रज क्षेत्र प्रकोष्ठ के कार्यकर्ता अहम भूमिका निभायेंगे I मुख्य अतिथि भास्कर दत्त द्विवेदी जी ने अपने उद्बोधन में सभी कार्यकर्ताओं को प्रेरित करते हुये प्रत्येक संस्था में जाकर भाजपा के सदस्य बनाने का आह्वान किया I प्रकोष्ठ की क्षेत्रीय संयोजक डॉ मीनाक्षी शर्मा ने सभी सहभागियों को धन्यवाद प्रेषित करते हुए प्रदेश संयोजक डॉ दिवाकर मिश्र व प्रदेश सह संयोजक भास्कर दत्त द्विवेदी को सभी कार्यकर्ताओं की ओर से 10 लाख सदस्य बनाने के लक्ष्य को प्राप्त करने का आश्वासन दिया I क्षेत्रीय सह संयोजक डॉ आरपी सिंह ने बैठक का कुशल संचालन किया I बैठक में सह संयोजक द्वय डॉ राजकुमार उपाध्याय, प्रज्ञेश शर्मा, डॉ. आर पी शर्मा, तपेश भारद्वाज, पुनीत प्रजापति आदि ने सहभागिता की I

संस्कृति विवि में आयुर्वेद में वैज्ञानिक लेखन, अनुसंधान सत्यनिष्ठा पर गंभीर चर्चा

  • तीन दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन

मथुरा। नेशनल कमीशन फार इंडियन सिस्टम आफ मेडिसन (एनसीआईएसएम) के सहयोग से संस्कृति आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज में आयुर्वेद के स्नातकोत्तर गाइडों के बीच वैज्ञानिक लेखन कौशल को बढ़ाने और अनुसंधान अखंडता को बढ़ावा देने पर केंद्रित तीन दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ हुआ।
कार्यशाला का उद्घाटन भारतीय चिकित्सा प्रणाली के चिकित्सा मूल्यांकन और रेटिंग बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. रघुराम भट्ट ने किया इस बोर्ड का गठन आयुर्वेदिक चिकित्सा के क्षेत्र में नैतिक प्रकाशन प्रथाओं को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। कार्यशाला में देश भर के विभिन्न आयुर्वेदिक संस्थानों के संकाय सदस्यों और स्नातकोत्तर गाइडों सहित 60 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं।
मुख्य अतिथि डॉ. रघुराम भट्ट ने अकादमिक अनुसंधान में कठोर मानकों को बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया और कहा कि आयुर्वेद में प्रकाशनों की विश्वसनीयता और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए इस तरह की पहल महत्वपूर्ण है। इस कार्यक्रम में इंटरैक्टिव सत्र, पैनल चर्चा और व्यावहारिक अभ्यास भी शामिल थे, जिसका उद्देश्य प्रतिभागियों को प्रभावी वैज्ञानिक संचार के लिए व्यावहारिक अंतर्दृष्टि और उपकरणों से लैस करना था। कुलपति डॉ एम बी चेट्टी ने अपने अध्यक्षीय भाषण में आयुर्वेद के क्षेत्र में वैज्ञानिक अनुसंधान के महत्व का उल्लेख किया।
कार्यक्रम के दौरान आयोजकों द्वारा एनसीआईएसएम को उनके प्रायोजन के लिए आभार व्यक्त किया गया और वैज्ञानिक लेखन में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने और आयुर्वेदिक अनुसंधान में नैतिक मानकों को बनाए रखने वाले भविष्य के कार्यक्रमों के आयोजन के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की। तीन दिवसीय इस कार्यशाला को इच्छुक शोधकर्ताओं के लिए आवश्यक विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला को कवर करने के लिए अनेक सत्रों में संरचित किया गया था, जिसमें अनुसंधान नैतिकता के सिद्धांत, पांडुलिपि तैयारी दिशानिर्देश और सहकर्मी-समीक्षा प्रक्रिया को नेविगेट करना शामिल था। कार्यक्रम के प्रारंभ में प्राचार्य डॉ. मोहनन एम ने सभा और मुख्य अतिथि का स्वागत किया। उन्होंने विश्वविद्यालय के बारे में परिचय दिया और कार्यशाला के दिशानिर्देशों की जानकारी दी।
उद्घाटन के दौरान विशेष रूप से संस्कृति विवि की सीईओ डॉ. मीनाक्षी शर्मा, एनसीआईएसएम से कार्यक्रम की समन्वयक डॉ. किरण तवलारे भी उपस्थित रहीं। डॉ. ईवी रेड्डी ने मुख्य अतिथि एवं अन्य प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।

चार साल के बंगाली बच्चे रियासत की के.डी. हॉस्पिटल में हुई सफल सर्जरी

  • डॉ. श्यामबिहारी शर्मा ने पित्त वाहिनी की नली से निकाली गांठ

मथुरा। के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर के जाने-माने शिशु शल्य विशेषज्ञ डॉ. श्यामबिहारी शर्मा ने माल्दा (पश्चिम बंगाल) निवासी शेख नजीमुद्दीन के चार वर्षीय बेटे रियासत की पित्त वाहिनी की नली से गांठ निकाल कर उसे नवजीवन दिया है। सर्जरी के बाद बच्चा पूरी तरह से ठीक है तथा उसे छुट्टी दे दी गई है।
जानकारी के अनुसार माल्दा (पश्चिम बंगाल) निवासी शेख नजीमुद्दीन का बेटा रियासत लम्बे समय से पेट दर्द से परेशान था। बच्चे की परेशानी को दूर कराने के लिए अक्सर उसे आसपास के चिकित्सकों को दिखाया जाता रहा लेकिन बच्चे को कोई आराम नहीं मिला। आखिरकार उसे 17 अगस्त को के.डी. हॉस्पिटल के शिशु औषध विभाग लाया गया। शिशु रोग विशेषज्ञों द्वारा कुछ दिन उपचार करने के बाद बच्चे को शिशु शल्य विशेषज्ञ डॉ. श्यामबिहारी शर्मा के पास भेजा गया।
डॉ. शर्मा ने बच्चे रियासत की पुरानी जांचों तथा उपचार को देखने के बाद उसके पेट की सोनोग्राफी तथा सीटी स्कैन कराई, जिससे पता चला कि उसके पित्त वाहिनी नली में गांठ है, जिसकी वजह से पाचन क्रिया में सहायक पित्त द्रव छोटी आंत तक नहीं पहुंच पाता है। बच्चे की पाचन क्रिया सुचारु रूप से संचालित नहीं होने से उसका वजन नहीं बढ़ रहा था तथा उसे भूख भी बहुत कम लगती थी। मेडिकल भाषा में इसे कोलीडोकल सिस्ट कहते हैं। यह पित्त की नली को चौड़ा करती है तथा पित्त का प्रवाह रोकती है, इसी कारण सारे लक्षण प्रकट होते हैं।
डॉ. शर्मा ने शेख नजीमुद्दीन को बच्चे की सर्जरी कराने की सलाह दी। शेख नजीमुद्दीन की स्वीकृति के बाद डॉ. श्याम बिहारी शर्मा द्वारा 28 अगस्त को पित्त नली, पित्ताशय तथा गांठ निकाल कर आंत द्वारा दूसरी पित्त वाहिनी बनाई जाकर यकृत (जहां पित्त बनता है) से जोड़ा गया। इस सर्जरी में डॉ. शर्मा का सहयोग डॉ. समर्थ एवं डॉ. शेख हुसैन (रेजीडेंट डॉक्टर्स) ने किया।
इस सर्जरी पर डॉ. शर्मा का कहना है कि साधारणतया जन साधारण को शिशु शल्य चिकित्सा की जानकारी नहीं होती, यहां तक कि हॉस्पिटल के कर्मचारी भी बच्चे की बीमारी को शिशु औषध विभाग में ही दिखाते हैं। इस बच्चे के साथ भी ऐसा ही हुआ। खैर सर्जरी के बाद रियासत अब सामान्य रूप से खाना खा रहा है तथा मल त्याग रहा है। उसे अब भूख भी अच्छी लगने लगी है। पूरी तरह से स्वस्थ होने के बाद बच्चे को छुट्टी दे दी गई है।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल तथा डीन और प्राचार्य डॉ. आर.के. अशोका ने रियासत की सफल सर्जरी के लिए डॉ. श्याम बिहारी शर्मा तथा उनकी टीम को बधाई देते हुए बच्चे के स्वस्थ जीवन की कामना की है।

राष्ट्रीय शिक्षक दिवस पर बेस्ट टीचर का अवार्ड डॉ ममता रानी कौशिक को मिला

5 सितंबर 2024 को राष्ट्रीय शिक्षक दिवस के अवसर पर सिडवी सोसाइटी फॉर रिसर्च एंड डेवलपमेंट द्वारा भारत के 10 बेस्ट टीचरों में प्रथम नंबर पर चयनित गुरु प्रतिभा पुरस्कार के अंतर्गत बेस्ट टीचर का अवार्ड डॉ ममता रानी कौशिक ,रसायन शास्त्र विभाग, के आर (पीजी) कॉलेज, मथुरा को ऑनलाइन मोड में इंटरनेशनल अवार्ड सेरेमनी,विशाखापत्तनम ( गवर्नमेंट ऑफ़ तेलंगाना) में दिया गया।
इस उपलब्धि पर के आर पीसी कॉलेज प्राचार्य प्रो प्रवीण कुमार अग्रवाल, बीएसए पीजी कॉलेज प्राचार्य प्रो ललित मोहन शर्मा, रिटायर्ड प्रो रमाशंकर पांडे ,डॉ बीके गोस्वामी, प्रो शिवराज भारद्वाज, डॉ रवीश शर्मा, डॉ प्रवीण शर्मा, प्रो राजेश अग्रवाल, प्रो राजेश गौतम, लेफ्टिनेंट कपिल कौशिक, डॉ ज्योति अग्रवाल, डॉ निधि शर्मा,डॉ राजकुमार शर्मा एवं डॉ अजय उपाध्याय ने शुभकामनाएं एवं बधाइयां दी।