रविवार देर रात एसएसआई थाना हाईवे सुंदर सिंह कसाना दो उप निरीक्षक जीप चालक, एक सिपाही के साथ गश्त पर थे ।बताते हैं कि तभी हाइवे पर जय गुरुदेव आश्रम के समीप इको स्पोर्ट्स कार से पुलिस जीप की भिड़ंत हो गई। इस दौरान सभी पांच पुलिसकर्मी समेत सात लोग घायल हो गये। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को उपचार के लिए प्राइवेट नर्सिंग होम में भर्ती कराया। एसएसआई के चेहरे पर चोट आई है। घटना की सूचना मिलने पर देर रात एसपी सिटी सीओ रिफाइनरी आदि ने घायलों का हालचाल जाना। एसपी सुरक्षा ज्ञानेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि की बीती रात ईको कार से पुलिस की गश्ती जीप भीड़ गयी थी। इसमें एसएसआई कसाना, दो दारोगा,दो सिपाही व दो अन्य घायल हो गए।
बरसाने लठामार होली देखने आ रहे है सीएम योगी आदित्यनाथ
बरसाना की लठामार होली देखने सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 4 मार्च को आएंगे। सीएम नन्दगांव से आयी ध्वजा का पूजन भी करेंगे। इस कार्यक्रम के लिए संस्कृति विभाग से लेकर पर्यटक विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी है। इस बार विगत वर्षों की अपेक्षा बेहतर सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।
कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मीनरायण, ब्रज तीर्थ विकास ट्रस्ट के उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्र, पर्यटन निदेशक एनजी रविकुमार, जिलाधिकारी सर्वज्ञराम मिश्र मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण के सीईओ नागेन्द्र प्रताप के साथ दर्जनों विभागों के अधिकारियों के साथ बरसाना स्थित रंगीली महल में ग्रामीणों के साथ मीटिंग ली गई। जिसमें सभी विभागों को 25 फरवरी तक होली मेला की तैयारियों को पूरा करने के निर्देश दिए गए। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगीआदित्य नाथ ने अयोध्या की रामनवमी और बरसाना की लठामार होली भव्य मनाने के साथ विश्व पटल पर पर्यटक के रूप में पहचान दिलाने और उन स्थानों को तीर्थ स्थल का दर्जा देने के बाद राजकीय मेला घोषित कर दिया था। उसके बाद सरकार ने बरसाना नन्दगांव की लठामार होली के लिए देशी विदेशी पर्यटकों को लुभाने के लिए तमाम तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए।
सांस्कृतिक कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मीनारायण ने बताया कि इस बार की बरसाना की लठामार होली में मुख्यमंत्री बरसाना आएंगे। सांस्कृतिक विभाग की तरफ से आयोजित होने वाले होली के प्रोग्राम इस बार पहले की अपेक्षा बेहतर किए जाएंगे। विधायक निधि से बरसाना कस्बे में स्थाई रूप से 50 सीसी कैमरे नगर के विभिन्न चौराहों व तिराहों पर लगाए जाएंगे।
कागजों से जर्जर इमारतों के खतरे को रोकेगा प्रशासन
बरसाना। रंगीली गली चैक जो वीआइपी अमला स्थल भी है, इस चौक के चारों ओर जर्जर इमारतों का जाल है। ये जर्जर इमारत कही होली के रंग में भंग न डाल दे। प्रशासन हर बार मेला मीटिंगों में इन भवनों को लेकर महज नोटिस देने की कार्यवाही कर अपने कर्तव्यों की इतीश्री कर लेता है। ये इमारतें सौ से डेढ़ सौ बर्ष पुरानी है जो कभी भी बड़े हादसे का कारण बन सकती है। उपजिलाधिकारी गोवर्धन राहुल यादव ने इस सवाल पर बस इतना कहा कि इस बार जर्जर इमारतों पर किसी को बैठने नहीं दिया जाएगा। सभी जर्जर इमारतों को चिन्हित किया जा रहा है। वहीं होली के दौरान सभी जर्जर इमारतों में ताला लगवा दिया जाएगा।
बीएसए उड़ा रहे है राज्य परियोजना निदेशक के आदेशों की धज्जियां, खुद शिक्षक कर रहे है खुलासा
रवि यादव
मथुरा। बेसिक शिक्षा अधिकारी चंद्रशेखर राज्य परियोजना निदेशक के आदेशों की धज्जियां उड़ा रहे है। शासन की शिक्षा को लेकर महत्वपूर्ण योजना से खिलवाड़ का खुलासा करते हुए शिक्षकों ने मुख्य विकास अधिकारी से गुहार लगाई है। इस मामले में विकास खंडों के कई शिक्षक संगठनों ने पत्र लिखा है।
ये मामला एकीकृत सेवारत शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम (निष्ठा) से जुड़ा हुआ है। इस योजना में शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जा रही है। विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान, हिंदी व अंग्रेजी विषयों के लिए संदर्भदाताओं का चयन मानकों को ताक पर रखकर किया गया है। इस ट्रेनिंग को देने के लिए की रिसोर्स पर्सन (केआरपी) का चयन बीआरसी, सीटीई सीनियर सेकेंड्री स्कूल के नियमित फकेल्टी में से हुआ है।
जो आदेश है उसके अनुसार इसके लिए आवेदन लेकर लिखित परीक्षा कराई जानी चाहिए थी। लेकिन शिक्षक संगठनों से जुड़े शिक्षकों का आरोप है कि केआरपी चयन की प्रक्रिया पूरी कराए बिना मनमाने तरीके से उनका चयन कर लिया गया है। इसका सीधा असर शिक्षा की गुणवत्ता पर पड़ेगा।
धनराशि के बंदरबाट का खेल
दरअसल इस ट्रेनिंग के लिए सरकार ने अच्छी खासी धनराशि जारी की है। इसमें प्रत्येक शिक्षक पर 2500 रूपया खर्च किया जाना है। जैसा कि सूत्र बता रहे है कि सारा खेल इस धनराशि को हड़पने का है। इसके लिए खंड स्तर पर अपने चहेते शिक्षकों को केआरपी बनाया जा रहा है। ताकि ट्रेनिंग के लिए आई धनराशि का गबन सफाई से कर सकें। इस मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी चंद्रशेखर का पक्ष लेने का प्रयास किया लेकिन उनका फोन नहीं उठा।
डाक्टर निर्विकिल्प अपहरण कांड का एक और सच, आखिर वो पांचवा शख्स कौन था, जिसका पुलिस ने नहीं किया जिक्र
मथुरा। चर्चित डॉक्टर निर्विकल्प अग्रवाल अपहरण कांड ने देश भर में यूपी पुलिस की किरकिरी करा दी है, तो मथुरा पुलिस की वर्दी पर ऐसा दाग लगा दिया है जिसके साफ होने में लंबा समय गुजर जाएगा। बहरहाल इस सनसनीखेज अपहरण कांड का एक और सच आपको हैरत में डाल देगा।
अपहरण की दहशत से निकलने के बाद पीड़ित चिकित्सक ने अपने खास चिकित्सक दोस्तों को ये दास्तां सुनाई। इस पूरे घटनाक्रम में एक बात है जिसका जिक्र तत्कालीन एसएचओ जगदंबा सिंह ने अपनी दर्ज कराई रिपोर्ट में नहीं किया। इस रिपोर्ट में उन्होंने सन्नी पुत्र देवेंद्र मलिक निवासी सैनिक विहार कॉलोनी कंकड़खेड़ा मेरठ, महेश पुत्र रघुनाथ, अनूप पुत्र जगदीश निवासी कोलाहर नौहझील और नितेश का जिक्र किया। जबकि विश्वसनीय सूत्र बताते है कि जब अपहरणकर्ताओं ने डाक्टर को उसकी गाड़ी में डाल लिया तो उन्होंने चिकित्सक से उसका परिचय पूछा। यानि एक बार बदमाशों को भी इस बात की गफलत हुई कि उन्होंने कहीं किसी गलत आदमी का तो अपहरण नहीं कर लिया है। इस पर उन्होंने डाक्टर से उनका पूरा परिचय, उनके घर, हाॅस्पीटल, प्रेक्टिस के स्थानों की जानकारी ली। ये जानकारी उन्होंने फोन पर किसी शख्स को दी। उसी शख्स ने करीब दस मिनट बाद बदमाशों को बताया कि जिसका अपहरण हुआ है वो सही है। बड़ा सवाल ये है कि आखिर इस कांड का मास्टर माइंड कौन है। पुलिस संदेह के घेरे में इसलिए है कि जब उसने बदमाशों की काॅल डिटेल, सीडीआर निकलवा ली तो रिपोर्ट में उस पांचवे शख्स का जिक्र क्यों नहीं किया। इस मास्टर माइंड को लेकर चिकित्सक भी परेशान है और तरह-तरह की चर्चाएं फिजां में तैर रही है।
पूर्व पीएम राजीव गांधी के सामने दिलीप चतुर्वेदी को एसएस आहलूवालिया ने चलती ट्रेन से दिया था धक्का
विजय कुमार गुप्ता
मथुरा। बात उस समय की है जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री पद से हट चुके थे। वे एक जन सभा को संबोधित करने के लिये फ्रांटियर मेल द्वारा दिल्ली से भरतपुर जा रहे थे। मथुरा के पत्रकारों को इसकी भनक लग गई और पत्रकारों का दल भी उसी ट्रेन में सवार हो लिया।
पत्रकार सवाल पर सवाल पूछे जा रहे थे और भरतपुर स्टेशन पर ट्रेन धीमी होने लगी। राजीव गांधी के साथ तत्कालीन विधायक प्रदीप माथुर के अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री एसएस आहलूवालिया व अन्य राष्ट्रीय नेता भी थे। जब प्लेटफार्म पर ट्रेन रैंग रही थी और पत्रकार राजीव गांधी से प्रश्न पर प्रश्न पूछे जा रहे थे। यह बात एसएस आहलूवालिया को नागवार गुजर रही थी। इसी मध्य दिलीप चतुर्वेदी जो वर्तमान में दैनिक हिंदुस्तान मथुरा के जिला प्रतिनिधि हैं तथा उस समय दैनिक आज में थे, की एसएस आहलूवालिया से नौंक-झौंक हो गयी। इसी दौरान आहलूवालिया बौखला उठे और उन्होंने दिलीप चतुर्वेदी को चलती ट्रेन से धक्का दे दिया। दिलीप लड़खड़ाते हुए प्लेटफार्म पर आ गए और जमीन पर गिरते-गिरते बाल-बाल बचे तथा उन्होंने अपने को संभाल लिया।
इस बात पर सभी पत्रकार एकदम क्रोधित होकर राजीव गांधी से आहलूवालिया द्वारा की गई इस नीचतापूर्ण हरकत की शिकायत करने लगे। राजीव गांधी को भी आहलूवालिया की यह बात बहुत नागवार गुजरी और न सिर्फ उन्होंने आहलूवालिया को उनके इस कृत्य के लिये डांटा बल्कि स्वयं भी हाथ जोड़ कर माफी मांगी।
चलती ट्रेन में एक और रोचक किस्सा हुआ। जब प्रदीप माथुर ने पत्रकार वार्ता के बाद मेरा परिचय राजीव गांधी से यह कहकर कराया कि ये विजय गुप्ता जी हैं, हमारे यहां के वरिष्ठ पत्रकार हैं। इस पर राजीव गांधी ने खड़े होकर अभिवादन करते हुए मुझसे सीट पर बैठने को कहा तब मैंने उनसे कहा कि पहले आप तशरीफ रखिये। राजीव गांधी बोले कि नहीं आप पहले बैठे। फिर मैंने पुनः आग्रह किया कि आपके सामने पहले मेरा बैठना ठीक नहीं, आप ही पहले बैठिये। तीन-चार बार पहले आप, पहले आप हुई और फिर पता नहीं राजीव गांधी को क्या सूझा कि उन्होंने मेरे दोनों कंधों को पकड़ा और पूरी ताकत लगाकर जबरदस्ती पहले मुझे सीट पर बैठाया और खुद बाद में बैठे।
ऐसी महानता थी राजीव गांधी में कि वे छोटे से छोटे व्यक्ति की भी इतनी कद्र करते थे। उनकी सौम्यता और सज्जनता तारीफेकाबिल थी।
भरतपुर तक की इस यात्रा में तत्कालीन विधायक प्रदीप माथुर से उनकी निकटता स्पष्ट प्रतीत हो रही थी। एक बार तो उन्होंने प्रदीप माथुर की बढ़ी हुई तौंद पर भी कटाक्ष किया और कहा कि प्रदीप तुम्हारी तौंद बहुत बढ़ रही है, इसे कम करो। प्रदीप माथुर झेंप गए और बोले कि ठीक है सर, अब इसे कम करूंगा।
रात के अंधेरे में गुपचुप नीलाम कर दीं मंडी की दुकानें
-व्यापारियों ने पूल बनाकर लगायीं बोलियां, अधिकारियों ने उड़ा दी नियमों की धज्जियां मथुरा। कृषि उत्पादन मंडी समिति की दुकानों की नीलामी में बड़ा घालमेल सामने आया है। नियमों को ताक पर रखकर इन दुकानों की नीलामी देर रात तक की गई। इस दौरान अधिकारियों की मूक सहमति पर व्यापारियो ने पूल बना लिए। मिलजुलकर बोलियां लगायीं और दुकानें खरीद ली। कृषि उत्पादन मंडी समिति के अंतर्गत मुख्य मंडी स्थल मथुरा, उपमंडी वृंदावन, राया, गोवर्धन की दुकानों की नीलामी बीती 29 जनवरी को की जानी थी। 28 जनवरी को मंडी में अतिक्रमण हटाने को लेकर बवाल हो गया। इस दौरान एक व्यापारी के सिर में चोट भी आई। व्यापारियों ने मंडी बंद का ऐलान कर दिया। बवाल के अगले दिन यानि 29 जनवरी को दुकानों की नीलामी प्रस्तावित थी। मंडी में बवाल, व्यापारियों के मंडी बंद करने के ऐलान के बीच अधिकारियों ने 29 जनवरी की देर रात नीलामी की प्रक्रिया शुरू की। जबकि इस नीलामी प्रक्रिया के लिए सुबह 11 बजे का समय निर्धारित था। जब निर्धारित समय पर दुकानों की नीलामी नही हुई तो दूरदराज से आए व्यापारी लौट गए। देर रात नीलामी होने के चलते इस प्रक्रिया में चंद गिने चुने व्यापारियों ने ही हिस्सा लिया। अधिकारियों ने नियमों को दरकिनार कर इस प्रक्रिया को पूरा कराया। बताया गया कि इस दौरान व्यापारियों ने आपस में पूल बना लिए। मिलजुलकर बोलियां लगायीं और बेहद कम कीमत पर दुकानें खरीद ली। इसमें कई ऐसे लोगों ने भी फायदा उठाया जिन्हें इस बात का अंदाजा था कि अगर अतिक्रमण हटाओ अभियान सख्ती से चलाया गया तो नीलामी चबूतरों पर काबिज लोग दुकानों को मूंहमांगी कीमत पर ले लेंगे। ऐसे लोगों ने नीलामी प्रक्रिया में प्रत्यक्ष, अप्रत्यक्ष रूप से भाग लिया। बताया गया कि सबकुछ अधिकारियों की सहमति पर हुआ है। इस संदर्भ में जब मंडी के सभापति और नगर मजिस्ट्रेट मनोज कुमार सिंह से पूछा गया तो उन्होंने नीलामी को नियमानुसार बताया लेकिन निर्धारित 11 बजे के स्थान पर देर रात प्रक्रिया शुरू करने के सवाल को वो टाल गए। इन दुकानों की हुई नीलामी मथुरा गल्ला मंडी की 16 दुकानें, उपमंडी वृंदावन में गल्ला खंड की एक, फल सब्जी खंड की एक, फूल मंडी परिसर की 9 दुकानें, राया में फल सब्जी मंडी की रिक्त 22 दुकानें, गल्ला मंडी की 5, गोवर्धन में गल्ला मंडी की एक, प्रधान मंडी स्थल में सुपर मार्केट की 25 दुकानें
रूपयों से भरा थैला लूट कर भाग रहे बदमाश को युवकों ने पकड़ा
मथुरा। जैंत केे चैमुहां में दिनदहाड़े चाकू मारकर लूट की वारदात से सनसनी फैल गईं । लोगों ने लूट कर भाग रहे एक बदमाश को पकड़ कर पुलिस को सौंपा वही घायल को अस्पताल में भर्ती कराया है। बताते चलें कि बड़ौदा मार्ग पर लगने वाली दुकानों से सिंडिकेट बैंक के प्रतिदिन जमा राशि खाते के पैसों को एकत्रित कर रहे करीब 55 वर्षीय विजेंद्र अग्रवाल को बाइक सवार तीन बदमाशों ने पैसों से भरा बैग छीना विरोध करने पर बदमाशों ने विजेंद्र के पेट में चाकू मारकर घायल कर दिया और फायर करते हुए वहां से भागने लगे। वही पास खड़े गांव के कुछ बहादुर युवकों ने भागते बदमाशों में से एक को पकड़ लिया जिसे सूचना पर पहुंची जैत पुलिस को सौंप दिया है। कस्बे में दिनदहाड़े हुई लूट की घटना से सनसनी फैल गई घायल विजेंद्र को इलाज के लिए मथुरा स्थित सिटी हाॅस्पिटल भेज दिया गया।
एसएसपी के पीआरओ बने जैंत चौकी इंचार्ज, तबादलों की सूची देखिए
मथुरा। एसएसपी शलभ माथुर ने पीआरओ नवीन कुमार को चौकी प्रभारी जैंत बनाया है। जैंत चौकी प्रभारी नीरज भाटी लाइन हाजिर किए गए। चौकी प्रभारी ओल विजयबहादुर सिंह को चौकी प्रभारी सौंख,, थाना हाइवे में तैनात एसआई संदीप कुमार चौकी प्रभारी ओल बनाए गए है। चौकी प्रभारी डीगगेट शिवशरन सिंह का ट्रांस्फर निरस्त किया गयाहै पूर्व में चौकी प्रभारी डीगगेट बनाए गए अनुज मलिक का ट्रांस्फर संशोधित करते हुए अब उन्हें एसएसआई थाना गोवर्धन बनाया गया है।
थाने पहुंची अजीबो-गरीब शिकायत, प्रिंसिपल ने कहा पति नहीं बांटने दे रहा बोर्ड परीक्षा के प्रवेश पत्र
मथुरा। बलदेव के नगला मोहन जुगसना स्थित जेपी स्मारक इंटर काॅलेज की प्रिंसिपल भावना शर्मा ने अपने पति पर गंभीर आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी है. भावना शर्मा का कहना है कि उनका पति कुछ समय पूर्व एक लड़की को भगा ले गया था। अब वह दोनों शादी करना चाहते हैं और इसके लिए उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। भावना शर्मा ने कहा कि उसके पति ने धमकी दी है कि वह उसे विद्यालय में बच्चों की प्रवेश पत्र नहीं बांटने देगा, जिससे सैकड़ों बच्चे बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने से वंचित हो सकते हैं. प्रिंसिपल भावना शर्मा ने अपने पति से अपनी जान का खतरा बताते हुए सुरक्षा की गुहार लगाई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।