मथुराl मथुरा रिफाइनरी ने बड़े जोश और देशभक्ति के साथ 76वां गणतंत्र दिवस मनाया| रिफाइनरी नगर के सहस्त्राब्दी स्टेडियम मे आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत श्री अजय कुमार तिवारी, कार्यकारी निदेशक और रिफाइनरी प्रमुख, मथुरा रिफाइनरी ने तिरंगा फहराकर कीl इसके बाद सभी उपस्थित अधिकारियों, कर्मचारियों, परिवार जनों और स्कूली बच्चों ने ने एक साथ राष्ट्रगान गाया।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर रिफाइनरी के वरिष्ठ अधिकारियों, कर्मचारी संघ व ओफ़ीसर्स एसीसिएशन के पदाधिकारियों, डीसी-सीआईएसएफ, केंद्रीय विद्यालय और दिल्ली पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्यों, दीर्घकालीन सेवा पुरस्कार विजेताओं, सी आई एस एफ के श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले जवान और स्कूली बच्चों की सभा को बधाई देते हुए, कार्यकारी निदेशक और रिफाइनरी प्रमुख, मथुरा रिफाइनरी श्री तिवारी ने कहा कि 26 जनवरी सभी भारतीयों के लिए बहुत ही खास दिन है क्योंकि इस दिन हम गणतांत्रिक देश बने और अपना संविधान अपनाया। उन्होंने कहा कि इन सात दशकों से भी ज़्यादा के समय में हमने अपने संविधान का पालन किया है और सभी क्षेत्रों में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। इस अवसर पर श्री तिवारी ने आईओसी और मथुरा रिफाइनरी की उपलब्धियों को भी साझा किया और निगम को अधिक से अधिक ऊंचाइयों पर ले जाने में सभी कर्मचारियो के प्रयासों की सराहना कीl उन्होंने कहा कि हमने पहले भी विषम परिस्थितियों में बेहतर कार्य कर दिखाया है और आगे भी हमें हर परिस्थिति से पार पाते हुए कामयाबी के नए आयाम बनाने हैl इस अवसर पर उन्होने निकटवर्ती ग्रामों से पधारे ग्राम प्रधानों और प्रधान प्रतिनिधियों को भी सम्मानित किया और रिफाइनरी के प्रति उनके निरंतर सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया|
गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान केन्द्रीय विद्यालय, दिल्ली पब्लिक स्कूल, सी आई एस एफ और डीजीआर गार्ड्स की टुकड़ी ने मार्चपास्ट किया साथ ही स्कूलों के छात्र-छात्राओं द्वारा नृत्य प्रदर्शन ने माहौल को राष्ट्रवादी जोश से भर दिया। सीआईएसएफ कर्मियों द्वारा वी आई पी सुरक्षा का डेमो का बहुत अच्छी तरह से प्रदर्शन किया गया। साथ ही दिल्ली पब्लिक स्कूल, केंद्रीय विद्यालय और रिफाइनरी के विभागों द्वारा झांकियों की प्रस्तुति की गई जिसे सभी ने सराहा|
निगम के साथ 25 और 30 साल की लंबी सेवा पूरी करने वाले कर्मचारियों को भी कार्यकारी निदेशक व रिफाइनरी प्रमुख द्वारा सम्मानित किया गयाl
मथुरा रिफाइनरी ने धूम-धाम से मनाया 76वां गणतंत्र दिवस
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के संस्थानों में हर्षोल्लास से मना गणतंत्र दिवस
- समानता और भाईचारा हमारे संविधान का मूलः डॉ. रामकिशोर अग्रवाल
मथुरा। आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के शैक्षिक संस्थानों राजीव इंटरनेशनल स्कूल, राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट, राजीव एकेडमी फॉर फार्मेसी, के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर, के.डी. डेंटल कॉलेज, जी.एल. बजाज ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस तथा के.डी. कॉलेज ऑफ नर्सिंग एण्ड पैरामेडिकल साइंस में देशभक्ति से ओत-प्रोत कार्यक्रमों के बीच 76वां गणतंत्र दिवस मनाया गया। रविवार सुबह सभी शैक्षिक संस्थान प्रमुखों ने ध्वजारोहण और राष्ट्रगान के बाद छात्र-छात्राओं को गणतंत्र दिवस की महत्ता से अवगत कराया। इस अवसर पर आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल और प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने सभी गुरुजनों, छात्र-छात्राओं तथा कर्मचारियों को गणतंत्र दिवस की बधाई दी।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा कि न्याय, आजादी, समानता और भाईचारा हमारे संविधान का मूल हैं, इनके बिना हम देश के विकास की बात नहीं सोच सकते। युवा हमारे देश का भविष्य हैं, वह अपनी सकारात्मक सोच से राष्ट्र का कायाकल्प कर सकते हैं। प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने सभी संस्थानों के शिक्षकों, छात्र-छात्राओं तथा कर्मचारियों को गणतंत्र दिवस की बधाई देते हुए कहा कि देश की प्रगति में हम सभी का सहयोग जरूरी है। हम सब जब तक पूर्ण निष्ठा और ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन नहीं करेंगे तब तक हमारे राष्ट्र का विकास नहीं हो सकता।
के.डी. मेडिकल कॉलेज में ध्वजारोहण के बाद चिकित्सा निदेशक डॉ. राजेन्द्र कुमार ने अपने सम्बोधन में कहा कि हमें वाकई यदि अपने देश से प्यार और लगाव है तो हमें अपने विचारों में बदलाव लाना होगा। समानता और आपसी भाईचारे के बिना हम अपने देश और समाज की तरक्की नहीं कर सकते। आज का दिन लाखों कुर्बानियों के बाद हमें नसीब हुआ है, लिहाजा राष्ट्र की सम्प्रभुता की रक्षा हम सभी का कर्तव्य है। हम जो भी कार्य करें उसमें ईमानदारी, समानता और भाईचारे का बोध जरूरी है। इससे पूर्व कॉलेज की छात्राओं कीर्ति, स्वरांजलि, कंचन, प्रांजलि, रूपाली, पलक आदि ने मनमोहन रंगोली बनाई तथा राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत कार्यक्रम पेश किए। इस अवसर पर उप महाप्रबंधक मनोज कुमार गुप्ता, डॉ. अचल शर्मा, डॉ. प्रिंस अग्रवाल, डॉ. राहुल गोयल आदि ने छात्र-छात्राओं का हौसला बढ़ाया।
राजीव इंटरनेशनल स्कूल में ध्वजारोहण शैक्षिक संयोजिका प्रिया मदान ने किया। ध्वजारोहण के बाद विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने एक से बढ़कर एक देशभक्तिपूर्ण कार्यक्रम प्रस्तुत किए। कार्यक्रम का संचालन कक्षा 9 की छात्राओं राधिका एवं म्यांशी ने किया। के.डी. डेंटल कॉलेज के प्राचार्य और डीन डॉ. मनेष लाहौरी ने ध्वजारोहण के बाद अपने सम्बोधन में कहा कि भारत की गरिमा और सम्प्रभुता को बनाए रखना सिर्फ सैनिकों का ही नहीं बल्कि हम सबका कर्तव्य है। जीएल बजाज की निदेशक प्रो. नीता अवस्थी ने कहा कि भारतीय संस्कृति वसुधैव कुटुम्बकम, जियो और जीने दो, सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे संतु निरामया की पक्षधर है। इसकी रक्षा और देश का विकास युवा तरुणाई के कंधों पर है। राजीव एकेडमी के निदेशक डॉ. अभिषेक सिंह भदौरिया ने छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि राष्ट्रीयता की भावना का प्रदर्शन करने की बजाय हमें मुल्क के विकास का संकल्प लेना चाहिए।
राजीव एकेडमी फॉर फार्मेसी के निदेशक डॉ. देवेन्द्र पाठक ने कहा कि गणतंत्र दिवस प्रत्येक भारतीय को महापुरुषों के आदर्शों पर चलने की नसीहत देता है। उन्होंने कहा कि हमारी युवा पीढ़ी को कम से कम एक बार अपने संविधान का वाचन अवश्य करना चाहिए। हमारे संविधान में क्या लिखा है, इसका ज्ञान युवा पीढ़ी को जरूर होना चाहिए। के.डी. कॉलेज ऑफ नर्सिंग एण्ड पैरामेडिकल साइंस की प्राचार्य एन.पी. चानू ने कहा कि 1950 में जब देश ने पहला गणतंत्र दिवस मनाया, उस वक्त का जज्बा, उस जमाने के लोगों के जज्बात और आज के हालातों में बहुत फर्क आ गया है। अब हम अपने राष्ट्रीय पर्व तो मनाते हैं लेकिन उनमें औपचारिकता की सिकुड़न आ गयी है। लोगों के दिलों में अब वह उत्साह हिलोरें नहीं मारता। आज के समय में आवश्यकता है अपने कुविचार व कुसंस्कारों के खिलाफ लड़ने की। उन्होंने कहा कि हमारा तिरंगा हर भारतीय के अंदर उत्साह, स्वाभिमान और गौरव का संचार करता है।
गणतंत्र दिवस की खुशी में झूमा वी पी एस
हर्ष, गौरव, उल्लास, जोश व उमंग का प्रतीक है गणतंत्र दिवस : डॉ ओमजी
-छात्र-छात्राओं ने दी एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक प्रस्तुति
वृंदावन। भारत के संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों को समर्पित राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस हर भारत के नागरिक के लिए हर्ष, गौरव, उल्लास, जोश व उमंग का प्रतीक है। इसी हर्ष व उल्लास की भावना से ओतप्रोत मथुरा मार्ग स्थित वृंदावन पब्लिक स्कूल में 75 वां गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया गया। विद्यालय के निदेशक शिक्षाविद डॉ. ओमजी द्वारा ध्वजारोहण किया गया। छात्र छात्राओं द्वारा राष्ट्रीय गान कर देशभक्ति परक नारों का उद्घोष किया। साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने हर एक व्यक्ति को देशभक्ति की भावना से सराबोर कर दिया।
शालू शर्मा के निर्देशन में कक्षा 4 की छात्रा रुचि ने देशभक्ति पूर्ण कविता ‘नील गगन में उन्मुक्त तिरंगा’ कविता पाठ किया व अंजना शर्मा एवं वंदना शर्मा के निर्देशन में आरंभ है प्रचंड समूह गान में कक्षा प्रथम से 12वीं तक के छात्रों ने अपनी सहभागिता से संपूर्ण वातावरण को भारत माता की जय से उद्घोषित कर दिया। शालू अग्रवाल के निर्देशन में भारत माता के वीर सपूत नामक विषय पर एक लघु नाटिका प्रस्तुत की गई। जिसने उपस्थित समस्त लोगों की आंखों को नम कर दिया। प्रिया अग्रवाल, सर्वदा वर्मा व निधि गौर के निर्देशन में शास्त्रीय नृत्य में छात्रों की भाव भंगिमा ने देशभक्ति पूर्ण माहौल बना दिया। शारीरिक सौष्ठव का प्रदर्शन करते हुए शिवानी वर्मा के निर्देशन में छात्रों ने एरोबिक्स में तालियां बटोरीं। उमा शर्मा के निर्देशन में पी जी, यूकेजी और एलजी के छात्रों के मनमोहक नृत्य से सब का मन मोह लिया
निदेशक डॉ ओमजी ने कहा कि राष्ट्रीय पर्वों को आयोजित करना हमारा सामाजिक, नैतिक व मौलिक दायित्व है। इसी के साथ हमें उन अमर शहीदों के बलिदान को भूलना नहीं चाहिए व नई पीढ़ी में उनके शौर्य और वीरता को स्थानांतरित करके समाज व देश के कल्याण में अपना सहयोग देना चाहिए। छात्रों में भी देश, समाज व परिवार के प्रति भक्ति की भावना होनी चाहिए। कार्यक्रम का संचालन प्राइमरी कक्षा से तृषा और कुशाग्र तथा कक्षा 9 से आयुष्मान व प्राची ने किया। इस अवसर पर वी पी एस परिवार के सभी सदस्य उपस्थित थे।
76वां गणतंत्र दिवस समारोह उल्लासपूर्ण वातावरण में संपन्न
मथुरा, 26 जनवरी 2025/ रमनलाल शोरावाला पब्लिक स्कूल के प्रांगण में 76वें गणतंत्र दिवस का भव्य आयोजन अद्वितीय देशभक्ति और उल्लास की भावना के साथ किया गया। इस शुभ अवसर पर विद्यालय के माननीय चेयरमेन श्री वीरेन्द्र गोयल ने तिरंगे की शान में ध्वजारोहण किया। राष्ट्रगान की गूंज ने पूरे वातावरण को देशभक्ति के रस में सराबोर कर दिया।
समारोह का शुभारंभ विविध सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से हुआ, जिनमें विद्यार्थियों की अद्भुत प्रतिभा और सृजनात्मकता ने उपस्थित जनसमूह को मंत्रमुग्ध कर दिया। कक्षा दसवीं की छात्रा प्राप्ति अग्रवाल द्वारा प्रस्तुत ओजपूर्ण कविता ने दर्शकों के हृदय में राष्ट्रप्रेम की प्रखर ज्वाला प्रज्वलित कर दी। योगा, डांस, मार्शल आर्ट और पिरामिड नृत्य की कलात्मक प्रस्तुतियों ने समारोह को ऊंचाई प्रदान की।
विद्यालय के समर्पित स्टॉफ में से श्री हरवंश सिंह ने अपनी सुमधुर आवाज और ढोलक की ताल पर ‘दिल दिया है, जान भी देंगे’ गीत प्रस्तुत कर समारोह में जोश भर दिया। इसके साथ ही छात्रों ने नाट्य प्रस्तुतियों, गीतों और नृत्यों के माध्यम से स्वतंत्रता सेनानियों के अतुलनीय योगदान और भारतीय संविधान की महत्ता पर प्रकाश डाला।
इस शुभ अवसर पर विद्यालय की डायरेक्टर श्रीमती लता गोयल ने अपने प्रेरणादायक उद्बोधन में कहा, “आज 76वें गणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं। इस ऐतिहासिक दिन पर प्रधानमंत्री ने लाल किले पर झंडा फहराया और देशवासियों को संबोधित किया। इस वर्ष के मुख्य अतिथि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति हैं, और लाखों लोग इस समारोह को देखने के लिए लाल किले पर एकत्रित हुए हैं।
यह दिन हमें हमारे संविधान, स्वतंत्रता सेनानियों और सैनिकों के बलिदान की याद दिलाता है। हमारे सैनिक, जो सीमाओं पर हमारी सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं, उनके प्रति हमें सदैव कृतज्ञ रहना चाहिए। यह पर्व हमें देश की एकता और अखंडता बनाए रखने का संदेश देता है।
आज हमें यह प्रण लेना चाहिए कि हम जिम्मेदार नागरिक बनकर देश की गरिमा को और ऊंचा करेंगे। हमारी संस्कृति, परंपराएं, और ‘अतिथि देवो भवः’ की भावना विश्वभर में सम्मानित है। भारत ने विकास और प्रगति के क्षेत्र में एक विशेष स्थान बनाया है, और हमें इसे और आगे बढ़ाने के लिए प्रयासरत रहना चाहिए।
हम सब भारतीय, चाहे किसी भी धर्म या जाति के हों, एक हैं और हमेशा एक रहेंगे। आइए, मिलकर इस महान देश की प्रगति में योगदान दें।
प्रधानाचार्य श्री आर.के. शर्मा ने अपने सारगर्भित संबोधन में कहा, “विद्यालय का उद्देश्य केवल शिक्षण तक सीमित नहीं है, बल्कि यह बच्चों को आदर्श नागरिक बनाने की दिशा में समर्पित है। गणतंत्र दिवस भारतीय संस्कृति, परंपरा और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति सम्मान प्रकट करने का पर्व है।”
उप-प्रधानाचार्य श्री प्रभात सिंह ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि “एक सशक्त और उन्नत भारत का निर्माण केवल शिक्षा और अनुशासन के माध्यम से संभव है। हमें अपने कर्तव्यों को निभाते हुए देश की सेवा के प्रति सदैव जागरूक रहना चाहिए।”
समारोह का समापन संविधान की रक्षा और राष्ट्र की सेवा का संकल्प लेकर किया गया। इस गरिमामय अवसर पर विद्यालय के डायरेक्टर श्री अभिषेक गोयल, श्री हिमांशू गोयल, समस्त शिक्षक-शिक्षिकाएँ, अभिभावक और विद्यार्थियों ने अपनी उपस्थिति से आयोजन को ऐतिहासिक बना दिया।
देश की आन, बान, शान की रक्षा के संकल्प साथ फहराया तिरंगा
- संस्कार सिटी में एनके ग्रुप द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहरा मनाया 76वां गणतंत्र दिवस
वृंदावन। रुकमणि विहार स्थित संस्कार सिटी में एनके ग्रुप द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराकर 76 वां गणतंत्र दिवस मनाया गया। जीएलए के चीफ फाइनेंस ऑफीसर एवं ग्रुप के निदेशक विवेक अग्रवाल ने ध्वजारोहण किया।
उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस हमारे लिए गर्व का दिन है। इस पर्व पर हमारा सिर गर्व से ऊंचा हो जाता है, क्योंकि स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान के द्वारा आजादी प्राप्त हुई। इसलिए हमें उनके बहुमूल्य बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देना चाहिए। कहा कि आज का दिन सबसे बेहतर दिन है जब हमें अपने देश के वास्तविक अर्थ, स्थिति, प्रतिष्ठा और सबसे जरुरी मानवता की संस्कृति को संरक्षित करने के लिए प्रतिज्ञा करनी चाहिए।
इसे पूर्व समारोह में बच्चों ने देश की आन, बान, शान की रक्षा का संकल्प लेते हुए देशभक्ति परक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देकर खूब तालियां बटोरीं।
इस अवसर पर अतुल पाठक, मेघा रावत, देवेन्द्र अग्रवाल, योगेश पुरोहित, मुकेश रामेश्वर, ध्रुव, राकेश आदि उपस्थित थे।
भक्तिभाव के बीच मना के.डी. मेडिकल कॉलेज का स्थापना दिवस
- वैदिक मंत्रोच्चार के बीच श्रीअखिलेश्वर महादेव का रुद्राभिषेक
- कन्या भोज के बाद हजारों श्रद्धालुओं ने ग्रहण की प्रसादी
मथुरा। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच श्रीअखिलेश्वर महादेव का रुद्राभिषेक और हवन-पूजन कर के.डी. मेडिकल कॉलेज का दसवां स्थापना दिवस मनाया गया। आचार्य एवं पंडितों द्वारा कराए गए पूजा-पाठ के बाद आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, श्रीमती विनय अग्रवाल, प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल तथा महाप्रबंधक अरुण अग्रवाल ने कन्याओं को भोजन कराया। कन्या भोज के बाद हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसादी ग्रहण की।
शुक्रवार को सुबह से ही के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर परिसर में भक्तिभाव का माहौल रहा। ज्ञातव्य है कि के.डी. मेडिकल कॉलेज के स्थापना दिवस पर साल 2016 में कॉलेज परिसर में स्थित श्रीअखिलेश्वर महादेव मंदिर में विभिन्न देवी-देवताओं की प्राण-प्रतिष्ठा हुई थी। इसी उपलक्ष्य में प्रतिवर्ष कॉलेज के स्थापना दिवस पर पूजा-पाठ के बाद भण्डारे का आयोजन किया जाता है। शुक्रवार को श्रीअखिलेश्वर महादेव मंदिर की भव्य सजावट की गई, उसके बाद आचार्य करपात्री द्विवेदी, पंडित देवनाथ द्विवेदी, पंडित विकास मिश्रा, पंडित विवेक मिश्रा आदि द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मंदिर में प्रतिष्ठापित विभिन्न देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना कराने के बाद महाआरती कराई गई।
श्रीअखिलेश्वर महादेव मंदिर के दसवें प्रतिष्ठापन समारोह में पूजा-पाठ के बाद आचार्य करपात्री द्विवेदी ने बताया कि भगवान भोलेनाथ अतिशीघ्र प्रसन्न होकर भक्त की मनोकामना पूरी करते हैं। उन्होंने बताया कि शिव के द्वादश ज्योतिर्लिंगों का बहुत महत्व है। इन ज्योतिर्लिंगों के दर्शन मात्र से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इन ज्योतिर्लिंगों के 12 नाम सुबह-सुबह स्मरण करने से सभी मनोकामनाओं की पूर्ति के साथ दिन की शुरुआत भी बेहतर होती है। आचार्य द्विवेदी ने बताया कि 12 ज्योर्तिलिंगो को एक मंत्र में समाहित किया गया है।
कैलाशपति शिव त्रिदेवों में एक हैं। शेष दो देवों के नाम ब्रह्मा और विष्णु हैं। शिव इन सभी में सर्वश्रेष्ठ हैं। ब्रह्मा और विष्णु इन्हीं की उपासना करते हैं। शिव कैलाशवासी हैं, इसलिए इन्हें कैलाशपति कहा जाता है। आचार्य द्विवेदी ने कहा कि महाबली हनुमानजी की आराधना से सभी ग्रहों का दोष शांत हो जाता है। हनुमानजी और सूर्यदेव एक-दूसरे के स्वरूप हैं, इसलिए हनुमान साधना करने वाले साधकों में सूर्य तत्व अर्थात आत्मविश्वास, ओज, तेजस्विता आदि स्वत: ही आ जाते हैं।
लगभग दो घण्टे चले पूजा-पाठ में के.डी. मेडिकल कॉलेज के डीन और प्राचार्य डॉ. रामकुमार अशोका, चिकित्सा निदेशक डॉ. राजेन्द्र कुमार, उप महाप्रबंधक मनोज कुमार गुप्ता, राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट के निदेशक डॉ. अभिषेक सिंह भदौरिया, राजीव एकेडमी फॉर फार्मेसी के निदेशक डॉ. देवेन्द्र पाठक, जी.एल. बजाज की निदेशक प्रो. नीता अवस्थी, राजीव इंटरनेशनल स्कूल की शैक्षिक संयोजिका प्रिया मदान, प्रशासनिक अधिकारी नीरज छापड़िया, लेखाधिकारी लव अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में चिकित्सक, प्राध्यापक, छात्र-छात्राएं एवं कर्मचारीगण शामिल रहे। अंत में सभी श्रद्धालुओं ने प्रसादी ग्रहण की।
संस्कृति विवि, पीआई इंडस्ट्रीज, जर्मनी ने छात्रों को दीं कृषि क्षेत्र की महत्वपूर्ण जानकारियां
मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर ने पीआई इंडस्ट्रीज, जर्मनी के सहयोग से “शिक्षा और अनुसंधान के लिए नवाचार विकास के अवसर” विषय पर एक महत्वपूर्ण सेमिनार का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में कृषि और संबद्ध विषयों के क्षेत्र में प्रगति और करियर की संभावनाओं पर चर्चा करने के लिए विशेषज्ञों ने विद्यार्थियों को इस क्षेत्र में उपलब्ध अवसरों की भी विस्तार से जानकारी दी।
विशेषज्ञ वक्ता के रूप में पीआई इंडस्ट्री जर्मनी के डवलपमेंट प्रमुख डॉ. क्लाउस कुंज ने कृषि, इंजीनियरिंग, जैव प्रौद्योगिकी, बुनियादी विज्ञान और प्रबंधन सहित विभिन्न क्षेत्रों के विद्यार्थियों को पीआई इंडस्ट्रीज द्वारा प्रदान किए जाने वाले विशाल अवसरों पर जोर दिया। उन्होंने अनुसंधान, उत्पाद विकास और व्यावसायीकरण को बढ़ावा देने में विविध कौशल और मानसिकता के महत्व पर प्रकाश डाला। डॉ. कुंज ने कृषि छात्रों को भी लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया। डॉ. क्लाउस कुंज ने कृषि, इंजीनियरिंग, जैव प्रौद्योगिकी, बुनियादी विज्ञान और प्रबंधन सहित विभिन्न क्षेत्रों के छात्रों को पीआई इंडस्ट्रीज द्वारा प्रदान किए जाने वाले अवसरों का लाभ उठाने पर जोर दिया। उन्होंने अनुसंधान, उत्पाद विकास और व्यावसायीकरण को बढ़ावा देने में विविध कौशल और मानसिकता के महत्व पर प्रकाश डाला। डॉ. कुंज ने कृषि छात्रों को व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करने के लिए पीआई इंडस्ट्रीज द्वारा पेश किए गए छह महीने के इंटर्नशिप कार्यक्रम का लाभ उठाने के लिए भी प्रोत्साहित किया।
विशिष्ठ अतिथि अतिथि डॉ. चक्रधर पाल ने कृषि में नवाचार, विकास और अनुसंधान को बढ़ावा देने में सहयोग के महत्व के बारे में बात की। उन्होंने बदलते पर्यावरण पैटर्न के बारे में चिंता व्यक्त की और छात्रों से स्थायी समाधान खोजने में सक्रिय रूप से संलग्न होने का आग्रह किया। सेमिनार की शुरुआत कृषि विद्यालय के डीन डॉ. कंचन कुमार सिंह द्वारा सेमिनार की विषय संबंधी जानकारी देने से हुई। उन्होंने अनुसंधान और विकास में प्रतिष्ठित वक्ताओं के विशाल अनुभव पर प्रकाश डाला। संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एम.बी. चेट्टी ने वक्ताओं का स्वागत किया और कृषि पेशेवरों की अगली पीढ़ी को प्रेरित करने में उनके प्रयासों की सराहना की।
सेमिनार का समापन स्कूल ऑफ एजुकेशन से डॉ. रानू गुप्ता द्वारा दिए गए धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ। उन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए वक्ताओं, आयोजकों और उपस्थित लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया। इस सेमिनार द्वारा विद्यार्थियों को उद्योग की अपेक्षाओं के बारे में जानकारी हासिल करने और अवसरों का पता लगाने के लिए एक अमूल्य मंच प्रदान किया गया और कृषि चुनौतियों से निपटने में नवाचार की महत्वपूर्ण भूमिका के महत्व को जानने में सहयोग मिला।
जीएलए में कैपजेमिनी लैब की शुरूआत, विद्यार्थियां के लिए खुलेंगे रोजगार के द्वार
- जीएलए में आईटी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी कैपजेमिनी ने शुरू की लैब
मथुरा : आईटी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी कैपजेमिनी ने जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा में अपनी कोड एक्सपीरियेंस सेंटर (सीईसी) लैब खोली है। लैब के माध्यम से विद्यार्थी आईटी के क्षेत्र में तो सशक्त होंगे ही, बल्कि आसानी से रोजगार पाने के भी अवसर हासिल होंगे।
विदित रहे कि कैपजेमिनी कंपनी से जीएलए विश्वविद्यालय का एक लंबा नाता है। प्रतिवर्ष यह कंपनी विश्वविद्यालय में कैंपस प्लेसमेंट के माध्यम से सैकड़ों विद्यार्थियों को हर वर्ष रोजगार उपलब्ध कराती है। विद्यार्थियों के लिए रोजगार पाने की राह आसान हो सके तथा प्लेसमेंट पाने वाले विद्यार्थी विश्वविद्यालय में ही ट्रेनिंग ले सकें, इसके लिए कंपनी ने विश्वविद्यालय में ही अपनी कोड एक्सपीरियेंस सेंटर (सीईसी) लैब स्थापित की है।
शुक्रवार को कैपजेमिनी का लैब शुभारंभ जीएलए के सीईओ नीरज अग्रवाल एवं कैपजेमिनी के एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसीडेंट इंडिया लीडर फॉर क्लाउड एंड कस्टम जीबीएल रिवॉन डिसिल्वा एवं वाइस प्रेसीडेंट एंड हेड अर्ली कॅरियर प्रोग्राम पुनीत कुमरा तथा वाइस प्रेसीडेंट सिद्धार्थ दीक्षित ने किया। इस अवसर पर सीईओ नीरज अग्रवाल ने कहा कि कैपजेमिनी पिछले कई वर्षों से जीएलए से जुड़ी हुई है। हर वर्ष कंपनी अधिकारियों द्वारा विद्यार्थियों का स्किल डेवलपमेंट परखा जाता है। इसके साथ ही कैंपस प्लेसमेंट कर प्रतिवर्ष सैकड़ों विद्यार्थियों को रोजगार प्रदान कर रही है।
शैक्षणिक वर्ष 2024-25 में भी कंपनी ने कैंपस प्लेसमेंट के दौरान 289 विद्यार्थियों को रोजगार प्रदान किया। यह विश्वविद्यालय के लिए बहुत बड़े गर्व का पल है। अब यह किसी से छुपा नहीं है कि विद्यार्थियों के भविष्य को संजोने के लिए विश्वविद्यालय कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है।

कंपनी कैपजेमिनी के रिवोन डिसिल्वा ने कहा कि विश्वविद्यालय में स्थापित लैब के माध्यम से हर वर्ष रोजगार पाने वाले विद्यार्थी इसी लैब में बेहतर ट्रेनिंग ले सकेंगे। लैब में विद्यार्थियों के भविष्य और आज की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए बेहतर संसाधन उपलब्ध हैं। कंपनी के नियमानुसार आडियो-वीडियो इक्यूपमेंट, 6 टच पैनल, मीटिंग रूम, प्ले एरिया, कैफेटेरिया सहित आदि संसाधन लैब के अंदर हैं। प्लेसमेंट पाने वाले विद्यार्थी जावा और डॉटनेट टेक्नोलॉजी के तहत यहां से अपनी ट्रेनिंग आसानी से पूरी करेंगे। इसके बाद कंपनी में पूर्ण लगन से सेवाएं देंगे।
कंप्यूटर इंजीनियरिंग एंड एप्लीकेशंस विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर एवं लैब के स्पोक पर्सन डा. मयंक श्रीवास्तव ने बताया कि लैब में कंपनी विशेषज्ञ छात्रों को ट्रेनिंग देंगे। इसके अलावा जब प्लेसमेंट वाले छात्रों की ट्रेनिंग समय पूर्ण होने के बाद अन्य छात्रों को इस लैब में विभिन्न प्रोजेक्टों पर कार्य करने के अवसर मिलेंगे। जिससे अन्य विद्यार्थी भी आईटी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी में आसानी से रोजगार हासिल करने में सक्षम हो सकें।
जीएलए के कुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता, सीएफओ विवेक अग्रवाल ने कंपनी के पदाधिकारियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि कंपनी ने जीएलए की उत्कृष्ट शिक्षा पर भरोसा जताकर लैब खोली है। यही लैब विद्यार्थियों के लिए रोजगार के द्वार खोलेगी। अब छात्रां को भी अपनी कमर कसकर तैयार रहने की जरूरत है। कंपनी मे माध्यम से ऐसे अवसर हर किसी संस्थान को नहीं मिलते।
इस मौके पर जीएलए के डीन एकेडमिक प्रो. आशीष शर्मा, कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग के डीन प्रो. अशोक भंसाली, कैपजेमिनी के सीनियर निदेशक सुमन, शरद खन्ना, तपाल पुनीत देसाई, नेहा कौल, ब्रिजलैब से नारायण उपस्थित रहे।
संस्कृति विवि के 30 विद्यार्थियों को “साटा विकास समूह” ने दी नौकरी
मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय के मैकेनिकल इंजीनियरिंग डिप्लोमा के 30 विद्यार्थियों को मशीनिंग उत्पाद डिजाइनिंग के क्षेत्र में विश्वविख्यात कंपनी साटा विकास समूह ने कैंपस प्लेसमेंट के दौरान अपने यहां नौकरी के लिए चयनित किया है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस चयन पर हर्ष व्यक्त करते हुए विद्यार्थियों को उज्ज्वल भविष्य की बधाई दी है।
कंपनी से आए एचआर विभाग के अधिकारियों ने बताया कि उभरते भारतीय और एशियाई ऑटोमोटिव बाजारों पर कब्जा करने की दृष्टि से 2007 में स्थापित, साटा (SATA) विकास, विकास समूह और इटली के साटा स्पा (जिसे पहले मार्टिनेली कहा जाता था) के बीच एक संयुक्त उद्यम है, जो सटीक मशीनिंग के विशिष्ट परिदृश्य में एक प्रमुख वैश्विक खिलाड़ी है। मोटर वाहन. फिक्स्चर, सटीक मशीनिंग और उच्च तकनीक और उच्च गुणवत्ता वाले घटकों की एक विस्तृत श्रृंखला के संयोजन को डिजाइन करने में इसकी क्षमताएं मुख्य रूप से यात्री कार, उपयोगिता वाहन में ओईएम के लिए इंजन, ट्रांसमिशन और कंप्रेसर घटकों में तब्दील हो जाती हैं।
संस्कृति प्लेसमेंट सेल के अधिकारी आनंद कुमार तिवारी ने बताया कि कंपनी द्वारा संस्कृति विवि मैकेनिकल डिप्लोमा के छात्र दीपक शर्मा, मो. महफूज, योगेश वार्ष्णेय, गौतम सिंह, रोहित, भगत सिंह, मनोज सिंह, राधा वल्लभ, विवेक कुमार यादव, दिनेश, राजेश कुमार, देवेश, मोनू, विष्णु, भूपेंद्र, प्रशांत गोला, हरेश कुमार, आकाश कुमार, जितेंद्र कुमार कदम, सौरव, त्रिलोक, अभय राजपूत, सुनील, आकाश कुमार, राधेश्याम, जीतू, रूपेश, हरिकिशन, संदीप, नरेश
को नौकरी दी गई है। विद्यार्थियों के इस चयन पर हर्ष व्यक्त करते हुए विवि की सीईओ डी.मीनाक्षी शर्मा और कुलपति प्रो.एमबी चेट्टी ने बधाई दी है। साथ ही उनको कंपनी के साथ मन लगाकर काम करने और विवि का नाम रौशन करने की नसीहत भी दी।
जीएलए के अल्यूमिनाई ने आईईएस में हासिल की बेस्ट रैंक
- जीएलए के दो अल्यूमिनाई ने यूपीएससी आईईएस की परीक्षा में हासिल की 7वीं और 86वीं रैंक
मथुरा : अगर हौंसले हों बुलंद हों तो मुठ्ठी में हर मुकाम है। इन्हीं हौसलों को लेकर जीएलए विष्वविद्यालय, मथुरा के मैकेनिकल इंजीनियरिंग के अल्यूमिनाई दिनेश शर्मा और सिविल इंजीनियरिंग के अभिनव सिंह ने नौकरी के साथ-साथ तैयारी के दौरान (यूपीएससी) आईईएस-इंडियन इंजीनियरिंग सर्विस परीक्षा में सफलता हासिल कर विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया है।
विश्वविद्यालय में बीटेक मैकेनिकल के छात्र रहे दिनेष शर्मा ने विश्वविद्यालय में कैंपस प्लेसमेंट के दौरान जुनून और काबिलियत के दम पर वर्ष 2015 में सैमसंग कंपनी में बेहतरीन पैकेज पर रोजगार हासिल किया और दिल्ली में गेट अथवा इंडियन इंजीनियरिंग सर्विस (आईईएस) की तैयारी करने में जुटे रहे। वर्ष 2016 के बाद ही उन्होंने इंजीनियरिंग बैकग्राउंड की गेट की परीक्षा में सफलतम प्रदर्शन दिखाया। इसके बाद भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र की लिखित परीक्षा में 4 बार सफलता हासिल की। गेट परीक्षा के अच्छे अंकों के आधार पर उन्होंने आइआइटी बीएचयू से वर्ष 2019 में एमटेक किया। इसी बीच पढ़ाई के दौरान उनका चयन डैनमार्क की कंपनी रैमबोल में हुआ, जहां वर्श 2021 तक असिस्टेंट डिजाइन इंजीनियर के पद पर सेवाएं दीं। वर्श 2021 में इसरो में साइंटिस्ट बन गए। इसके बाद भी यूपीएससी आईईएस की तैयारी में जुटे रहे। बीते दिनों (यूपीएससी) इंडियन इंजीनियरिंग सर्विसेस के परीक्षा में परिणाम 7वीं रैंक हासिल की।
अल्यूमिनाई छात्र ने बताया कि उनके पिता ओमप्रकाश शर्मा पुत्र लंबरदार कान्हाराम गांव मुबारिकपुर पोस्ट नौहझील में खेती करते हैं। छात्र ने बताया कि मेरे परिवार ने काफी सपोर्ट किया, तब जाकर आज यह सफलता हाथ लगी है। छात्र ने जीएलए में दी जा रही क्वालिटी एजुकेशन और शांत-वातावरण की सराहना की। उन्होंने कहा कि हमेशां आगे बढ़ने की तमन्ना ही सफलता हासिल कराती है।
विभागाध्यक्ष प्रो. पियूष सिंघल एवं एसोसिएट डीन रिसर्च प्रो. कमल शर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय छात्रों को नौकरी दिलाने में नित-नए रिकॉर्ड दर्ज कर रहा है। भारतीय कंपनियों में भी कोर ब्रांच के छात्रों की मांग बढ़ी है। आज भी मैकेनिकल के छात्र एक से बढ़कर एक कोर कंपनी में विभिन्न प्रोजेक्टों पर कार्य कर नित-नए आयाम स्थापित कर रहे हैं।
सिविल इंजीनियरिंग के अभिनव को आईईएस में 86वीं रैंक
जीएलए विश्वविद्यालय के बीटेक सिविल इंजीनियरिंग के छात्र रहे अभिनव सिंह ने (यूपीएससी) इंडियन इंजीनियरिंग सर्विस की परीक्षा में 86वीं रैंक हासिल की है। छात्र ने बताया कि विश्वविद्यालय उत्कृष्ट शिक्षा ने इस मुकाम तक पहुंचाया है। वर्ष 2022 में विश्वविद्यालय में पढ़ाई के दौरान टाटा कंसल्टेंसी इंजीनियरिंग में प्लेसमेंट हुआ। आगामी परीक्षाओं की तैयारी के दौरान एसएससी जेई की परीक्षा में सफलता हासिल करने के बाद वर्श 2024 में सीपीडब्लूडी विभाग में चयन मिला। इसके बाद भी यूपीएससी आईईएस परीक्षा की तैयारी जुटे रहे और अंततः सफलता हाथ लगी। पिता राकेश चंद यूपी सिंचाई विभाग में असिस्टेंट इंजीनियर हैं। सिविल इंजीनियरिंग विभाग के विभागाध्यक्ष मोहित वर्मा ने अल्यूमिनाई की काबिलियत पर जोर देते हुए कहा कि ऐसे छात्रों से अध्ययनरत् छात्रों को सीख लेने की जरूरत है, क्योंकि यही छात्र आज देश के विकास में अह्म योगदान दे रहे हैं। यह वह छात्र हैं जो अपने परिवार पर बोझ न बनकर स्वयं ही जंगी मैदान पर डटकर मुकाबला कर रहे हैं और ऊंचाईयों को छू रहे हैं।