मथुरा। एसएसपी शलभ माथुर ने पीआरओ नवीन कुमार को चौकी प्रभारी जैंत बनाया है। जैंत चौकी प्रभारी नीरज भाटी लाइन हाजिर किए गए। चौकी प्रभारी ओल विजयबहादुर सिंह को चौकी प्रभारी सौंख,, थाना हाइवे में तैनात एसआई संदीप कुमार चौकी प्रभारी ओल बनाए गए है। चौकी प्रभारी डीगगेट शिवशरन सिंह का ट्रांस्फर निरस्त किया गयाहै पूर्व में चौकी प्रभारी डीगगेट बनाए गए अनुज मलिक का ट्रांस्फर संशोधित करते हुए अब उन्हें एसएसआई थाना गोवर्धन बनाया गया है।
थाने पहुंची अजीबो-गरीब शिकायत, प्रिंसिपल ने कहा पति नहीं बांटने दे रहा बोर्ड परीक्षा के प्रवेश पत्र
मथुरा। बलदेव के नगला मोहन जुगसना स्थित जेपी स्मारक इंटर काॅलेज की प्रिंसिपल भावना शर्मा ने अपने पति पर गंभीर आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी है. भावना शर्मा का कहना है कि उनका पति कुछ समय पूर्व एक लड़की को भगा ले गया था। अब वह दोनों शादी करना चाहते हैं और इसके लिए उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। भावना शर्मा ने कहा कि उसके पति ने धमकी दी है कि वह उसे विद्यालय में बच्चों की प्रवेश पत्र नहीं बांटने देगा, जिससे सैकड़ों बच्चे बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने से वंचित हो सकते हैं. प्रिंसिपल भावना शर्मा ने अपने पति से अपनी जान का खतरा बताते हुए सुरक्षा की गुहार लगाई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
डाक्टर निर्विकल्प कांड के बाद थाना हाइवे पुलिस का एक और कारनामा, पढ़कर आप भी रह जाएंगे दंग
मथुरा। डाक्टर निर्विकल्प अपहरण कांड में यूपी पुलिस की थू-थू कराने वाली थाना हाइवे पुलिस अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रही है। अब युवती की छेड़खानी और तमंचे लहराने के मामले में पुलिस ने कलम से एक बार फिर खेल कर दिया। आरोप है कि पुलिस को सौंपे गए आरोपी थाने से छोड़ दिए गए।
बुधवार को थाना हाइवे क्षेत्र के देवीपुरा स्थित किशोरीकुंज में एक युवती को इसी कॉलोनी के दो युवक और उनके एक अन्य साथी ने छेड़ दिया था। जब युवती ने इसका विरोध किया तो तमंचे तानकर गोली से उड़ाने की धमकी दी। इस घटना को काॅलोनी के कई लोगों ने देख लिया। उन्होंने युवती के परिजनों को घटना की सूचना दे दी। सूचना मिलते ही परिजन मौके पर पहुंच गए। उन्होंने भी युवकों का विरोध करना शुरू कर दिया। बौखलाए युवकों ने परिजनों को भी हड़काना शुरू कर दिया। यह देख कॉलोनी वासी भी युवती के पक्ष में उतर आए। मामला बढ़ते देख युवक तमंचे लहराते हुए अपने घरों की ओर भागने लगे। कॉलोनीवासियों ने परिजनों संग युवकों को घरों से पकड़ लिया। और थाना हाइवे पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस की भनक लगते ही। आरोपियों ने तमंचों को इधर उधर फेंक दिया। मगर चर्चा के मुताबिक पुलिस ने आरोपियों से करीब आधा दर्जन जिंदा कारतूस बरामद कर लिए। और तीनों युवकों को थाने ले गई। तमाम कॉलोनीवासी भी थाने में पहुंच गए। और पुलिस से शिकायत करने लगे कि उपरोक्त युवक पूर्व में छेड़खानी और तमंचा लहराने की कई घटना कर चुके हैं। मगर पुलिस के द्वारा उनके खिलाफ कोई ठोस कार्यवाही नहीं की जाती। जिससे दबंग युवकों के हौसले बुलंद हैं। कॉलोनीवासियों का आक्रोश बढ़ता देख पुलिस ने एक आरोपी का चालान कर दिया। बाकी दो को चर्चा के मुताबिक लेनदेन कर छोड़ दिया। जिससे पुलिस कार्यवाही पर तमाम सवाल उठ रहे हैं। जबकि इस थाना क्षेत्र से डाक्टर निर्विकल्प कांड अभी ठंडा नहीं हुआ कि फिर भी पुलिस मनमानी से बाज नहीं आ रही है। जब इस बारे में थाना हाइवे के कार्यवाहक थाना प्रभारी सुंदर सिंह कसाना से जानकारी की गई तो वह घटना की जानकारी देने से बचते रहे। काफी पूछने पर बताया कि काॅलोनी वासी की तहरीर पर एक युवक पर कार्यवाही की गई है। बाकी दो को निर्दोष मानकर छोड़ दिया गया है। लेनदेन की चर्चा केवल अफवाह है। क्या कार्रवाई की गई है यह बताने से इनकार कर दिया।
सीएए पर दिया था भड़काऊ भाषण, रिहाई से ठीक पहले पुलिस ने लगा दी रासुका
मथुरा जिला कारागार में बंद गोरखपुर के डॉ. कफील खान की रिहाई अटक गई है। शुक्रवार को डॉ. कफील की रिहाई से पहले अलीगढ़ पुलिस ने उनके खिलाफ रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) का आदेश तामील करा दिया।
12 दिसंबर को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में गोरखपुर निवासी डॉ. कफील ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ भड़काऊ भाषण दिया था। इसका वीडियो वायरल होने पर डॉ. कफील पर अलीगढ़ प्रशासन ने कार्रवाई की।
भड़काऊ भाषण के बाद एसटीएफ ने डॉ. कफील को मुंबई के एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया। अलीगढ़ लाए जाने के बाद एएमयू में तनाव को देखते हुए 31 जनवरी को डॉ. कफील को मथुरा जिला कारागार शिफ्ट कर दिया गया।
बृहस्पतिवार की रात आठ बजे बाद रिहाई परवाना मथुरा जेल पर पहुंचा। देर होने के कारण रात में डॉ. कफील की रिहाई नहीं हो सकी। शुक्रवार सुबह जेल प्रशासन कफील की रिहाई की तैयारी कर रहा था, तभी अलीगढ़ पुलिस के दरोगा योगेश गौतम एनएसए का आदेश लेकर जिला जेल पहुंच गए। यहां जेल में एनएसए तामील कराया गया।
महिला का शव लेकर जा रहा कैंटर डिवाइडर से टकराकर पलटा, 30 लोग घायल
मथुरा। ये दर्दनांक हादसा थाना जमुनापार क्षेत्र में यमुना एक्सप्रेसवे के माइल स्टोन-106 के पास हुआ। शुक्रवार तड़के तकरीबन 4.30 बजे डिवाइडर से टकराकर बेकाबू हुआ आयशर कैंटर पलट गया। इससे उसमें सवार 30 लोग घायल हो गए।
पुलिस ने घायलों को वृंदावन के सौ शैय्या और जिला अस्पताल में भर्ती कराया। ये सभी लोग दिल्ली से आगरा के गांव गोसली महिला का शव लेकर जा रहे थे। चालक को नींद की झपकी आने से यह हादसा हुआ। घटना के बाद चालक भाग गया।
आगरा के थाना खेरा राठौर के गांव गोसली निवासी धर्मवीर सिंह की पत्नी कुसुमा (36) की बीमारी के चलते दिल्ली में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। परिजन व अन्य लोग शव को आयशर कैंटर में रखकर आगरा आ रहे थे।
ये घायलों की सूची
मुल्लो पत्नी सुरेश, प्रेमवती पत्नी जगदीश, पृथ्वीराज पुत्र मंगल सिंह, आनंदी देवी पत्नी जगदीश, सोमवती पत्नी धर्मवीर, अंगूरी पत्नी बहादुर, उर्मिला पत्नी सूर्यभान, मीना पत्नी प्रमोद, सीमा पत्नी मनीष, सीमा राम पुत्र नरपति, सूर्यभान पुत्र राम सिंह, कलावती पत्नी रामरूप, भूरी देवी पत्नी सुरेंद्र, सुरेंद्र पुत्र रामलाल, राधा पुत्री दुलीराम, सुनीता पत्नी रामचंद्र, मीरा पत्नी सुरेश, संतो पत्नी करन, देवी पत्नी वीरेंद्र, दयानंद पुत्र रघुवीर, विमला पत्नी मुन्नालाल, माया पत्नी कंबोज सिंह, पिंकी पत्नी सुनील, दुलीराम पुत्र रामसनेही, गजेंद्र सिंह पुत्र सुरेश, रामसरन पुत्र सोबरन, श्रीकृष्णा पुत्र रामसनेही।
वर्दी में सपा महासचिव रामगोपाल के पैर छूने पर गिरी गाज, सीओ सिटी राकेश कुमार को लाइन भेजा
मथुरा। एक समारोह में सपा नेता रामगोपाल यादव के पैर छूना सीओ सिटी राकेश कुमार को भारी पड़ गया। उन्हें सीओ सिटी पद से हटा दिया है। राकेश कुमार को सीओ लाइन बनाया गया है।
गौरतलब है कि 9 फरवरी को रिफाइनरी क्षेत्र में आयोजित एक कार्यक्रम में सपा नेता रामगोपाल यादव आये थे। वहां पर वर्दी में मौजूद सीओ सिटी राकेश कुमार ने उनके पांव छूए थे। वहां पर उस समय बहुत से लोग मौजूद थे। राकेश कुमार द्वारा सपा नेता रामगोपाल यादव के पांव छूते हुए फोटो वायरल हो गया था।
एआरटीओ प्रशासन की गाड़ी पर पत्थर से हमला, रिपोर्ट दर्ज
मथुरा। आगरा-दिल्ली हाईवे पर पुराने एआरटीओ पुल केे पास एआरटीओ (प्रशासन) बबिता वर्मा की स्कार्पियो गाड़ी पर पत्थर मारकर जानलेवा हमला किया गया। गाड़ी के टूटे शीशे उनके ऊपर गिरे, पर वह बाल-बाल बच गईं। सूचना पर पहुंची हाईवे पुलिस ने हमलावर की तलाश की, पर कोई हत्थे नहीं चढ़ सका। एआरटीओ प्रशासन की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर किया गया है।
राजेंद्र सिंह होंगे मथुरा के नए डीआईओएस, और भी हुए है तबादले, पढ़िए
लखनऊ। उत्तर प्रदेश शैक्षिक (सामान्य शिक्षा संवर्ग) सेवा समूह-क श्रेणी के तीन अधिकारियों को शासकीय एवं जनहित के आधार पर उनके वर्तमान पद से स्थानांतरित करते हुए नवीन तैनाती प्रदान की गई है।
आगरा के जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) द्वितीय राजेंद्र सिंह का मथुरा में डीआईओएस के पद पर स्थानांतरण किया गया है। बीती देर शाम को स्थानांतरण आदेश जारी हो गया। मथुरा के जिला विद्यालय निरीक्षक के निलंबन के बाद वहां पद रिक्त था।
मैनपुरी के डीआईओएस सर्वेश कुमार का सहायक निदेशक राज्य परियोजना कार्यालय उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा अभियान लखनऊ के पद पर स्थानांतरण हुआ है। उनकी जगह मनोज कुमार वर्मा भेजा गया है। मनोज कुमार राज्य परियोजना कार्यालय उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा अभियान लखनऊ में सहायक निदेशक थे।
बीट सिपाही से लेकर एसएसपी तक वाकिफ थे निर्विकल्प अपहरण कांड से, एसएसपी पर भी गिरेगी गाज
मथुरा में अपहृत डाक्टर निर्विकल्प की फिरौती की रकम का बंदरबांट करने के मामले में एसएसपी से लेकर एसएचओ तक की भूमिका साफ हो गई है। इस मामले में इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है। सीओ को सर्किल से हटा दिया गया है। एसएसपी/डीआईजी को हटाने की तैयारी है।
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार आईजी आगरा ए सतीश गणेश द्वारा की गई जांच में एसएसपी से लेकर एसएचओ तक की भूमिका संदिग्ध बताई गई है। उन्होंने अपनी रिपोर्ट शासन को भेज दी है। इस मामले में जिला स्तर पर कार्रवाई भी कर दी गई है।
बताया जा रहा है कि इस मामले में एसएसपी शलभ माथुर के खिलाफ भी कार्रवाई तय है। फिलहाल शलभ माथुर को मथुरा से हटाने की तैयारी है। वहीं डाक्टर का अपहरण करने वाले चारों बदमाशों पर 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है।
मंडी में अतिक्रमण हटाने के लिए फिर चलेगा अभियान, कोर्ट से स्टे वाले मामलों में सचिव का ये रहेगा रूख
मथुरा। मंडी निदेशक से बैठक के बाद मंडी सचिव सुनील शर्मा ने बताया मथुरा में एक बार फिर अतिक्रमण हटाने के लिए अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने निचली अदालत से स्टे लेने वाले मामलों का परीक्षण जिला शासकीय अधिवक्ताा से कराने के बाद कानूनी कार्यवाही की रणनीति बनाए जाने की बात कही है।
गुरूवार को मंडी सचिव लखनऊ में मंडी निदेशक जितेंद्र पाल सिंह द्वारा बुलाई बैठक में शामिल होने गए थे। इस बैठक में भाग लेने के बाद सचिव सुनील शर्मा ने बताया आदेश स्पष्ट है मंडी में अतिक्रमण हर हाल में हटकर रहेंगे। इसके साथ ही अब मंडी में चल रही हड़ताल को लेकर भी सख्त रवैया अपनाया जाएगा।
हम आपको बता दें कि मंडी परिसर में 268 कारोबारियों ने अवैध रूप से अतिक्रमण कर रखा था। अतिक्रमण हटाने को लेकर मंडी प्रशासन ने कारोबारियों को चेतावनी दी, इसके बाद 76 व्यापारियों ने स्वतः ही अपने अतिक्रमण हटा लिए।
मंडी प्रशासन ने जेसीबी से अतिक्रमणों को हटवाया। लेकिन करीब 50 व्यापारी निचली अदालतों से स्टे ले आए। इसके बाद गुरूवार को मंडी निदेशक ने प्रदेश भर के सचिवों के साथ बैठक में स्पष्ट कह दिया कि स्टे का कानूनी परीक्षण कराकर कार्यवाही अमल में लाई जाए। मंडी प्रशासन किसी को बेदखल नहीं कर रहा है। सिर्फ हटाने की बात कह रहा है। इससे पूर्व व्यापारियों के एक प्रतिनिधि मंडल ने मांट के विधायक पंडित श्याम सुंदर शर्मा के नेतृत्व में निदेशक से मुलाकात कर अपनी समस्याएं रखीं।