Saturday, May 3, 2025
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मथुरा जनपद में 11 सितंबर को लगेगी राष्ट्रीय लोक अदालत

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मथुरा। जनपद न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष यशवंत कुमार मिश्र के निर्देशन में 11 सितंबर को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन जिला मुख्यालय एवं तहसील न्यायालयों में होने जा रहा है।इसमें बिजली, पानी सहित बैंक और मोबाइल कंपनियों के वादों का निस्तारण किया जाएगा।


जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मथुरा की सचिव सोनिका वर्मा ने बताया कि आयोजित होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत में आपराधिक शमनीय वाद, पारिवारिक वाद, मोटर दुर्घटना प्रतिकर अधिनियम के वाद, बिजली व पानी से संबंधित मामले, धारा 138 एन आई एक्ट के मामले, भू-राजस्व, सेवा संबंधित मामले एवं बैंक/मोबाइल कंपनियों के प्री-लिटिगेशन मामलों के साथ-साथ सुलह समझौते के माध्यम से निस्तारण योग्य अन्य विवाद जिसमें पक्षकार पारस्परिक सद्भावना के अधीन संधि के लिए इच्छुक हो, वह मामले राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से निस्तारण किए जाएंगे।

राधावैली हाईराइज में वन विभाग के सहयोग से लगाए गए पौधे

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मथुरा। हाईवे स्थित राधावैली में आज वन विभाग के सहयोग से उपयोगी और छायादार पेड़ों के पौधे लगाए गए। इस मौके पर हाईराइज में रहने वाली महिलाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। वन विभाग के अधिकारियों ने महिलाओं के उत्साह को देखते हुए विभाग द्वारा आगे भी सहयोग करते रहने का आश्वासन दिया और सभी को लगाए गए पौधों की लगातार देखभाल करते रहने के लिए प्रेरित किया।

पौधे रोपते क्षेत्रिय वन अधिकारी मेघराज शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार किशन चतुर्वेदी।


सोमवार की सुबह नौ बजे के करीब हल्की-हल्की बूंदाबांदी के बीच राधावैली निर्मला टावर के समक्ष पार्क में कस्तूरबा विद्यालय की शिक्षिका रंजना मिश्रा की अगुवाई में सविताजी, रूपालीजी, पूजाजी, दिव्याजी, मीराजी, अमृताजी, रेखाजी, रोहिणी चतुर्वेदी, कल्पनाजी, चंचल, अभिषेक, राज चौधरी, खूबीराम, गिरधारी आदि वन विभाग के द्वारा उपलब्ध कराए गए पौधों को लगाने में जुट गए।

पौध रोपण के इस कार्यक्रम का शुभारंभ क्षेत्रिय वन अधिकारी मेघराज शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार किशन चतुर्वेदी द्वारा किया गया। वन विभाग की ओर से इस मौके पर बदन सिंह, रमेश चंद्र शर्मा, हरिकिशन, राजपाल सिंह व डोरीलाल द्वारा भी पौध रोपण में सहयोग किया गया। कार्यक्रम के उपरांत कालोनीवासियों द्वारा क्षेत्रिय वन अधिकारी मेघराज शर्मा का श्री राधा-कृष्ण की छवि प्रदान कर सम्मान किया गया।

रोजगार परक पाठ्यक्रम बन रहे हैं विद्यार्थियों की पहली पसंद


संस्कृति विवि में प्रवेश के लिए संपर्क कर रही है विद्यार्थियों की बड़ी संख्या


मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय में सभी विषयों में प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। पिछले कुछ दिनों के दौरान प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों और प्रवेश के लिए जानकारी लेने वाले अभिभावकों और विद्यार्थियों में बड़ी संख्या ऐसी है जिन्होंने रोजगारपरक पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने में अधिक रुचि दिखाई है। जहां व्यक्तिगत रूप से और आनलाइन विद्यार्थी विवि के एडमीशन सेल से संपर्क कर रहे हैं, वहां विवि उनको निशुल्क काउंसलिंग की सुविधा भी प्रदान कर रहा है।

प्रवेश प्रक्रिया को कोर्डिनेट कर रहीं संस्कृति स्कूल आफ मेडिकल एंड एलाइड साइंसेज की डीन डा.पल्लवी श्रीवास्तव ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान दौर का विद्यार्थी बहुत सजग और समझदार है। अधिकांश विद्यार्थियों की बातचीत से यह स्पष्ट हुआ है कि विद्यार्थी अब अपने भविष्य के प्रति बहुत गंभीर है और अपनी रुचि और लक्ष्य को लेकर ही उच्च शिक्षा में आगे बढ़ना चाहता है। विवि के विशेषज्ञ जहां विद्यार्थी विषय के चयन में दुविधा महसूस कर रहे हैं वहां पूरा समय देकर उनकी इस दुविधा को दूर करने में हर तरह का ज्ञान उपलब्ध करा रहे हैं।

डा. पल्लवी बताती हैं कि इंजीनियरिंग की कोर ब्रांचेज में स्पेशलाइजेशन के लिए सपोर्टिव कोर्सेज को लेकर विद्यार्थियों द्वारा काफी सवाल पूछे जा रहे हैं। प्रवेश चाहने वाले विद्यार्थियों द्वारा ऐसे सवाल पूछे जाने पर ही यह स्पष्ट होता है कि अब वे वही शिक्षा हासिल करना चाहते हैं जो उनको रोजगार दिलाने में सहायक हो या फिर उनके उद्यमी बनने का सपना पूरा कर सके। डा. पल्लवी बताती हैं कि विवि के इंजीनियरिंग, बिजनेस मैनेजमेंट, लीगल स्टडी, एग्रीकल्चर, नर्सिंग, फैशन डिजाइनिंग, मेडिकल एंड अलाइड साइंसेज के स्कूलों में प्रवेश के इच्छुक विद्यार्थियों की संख्या बताती है कि रुचि किस ओर अधिक है। उधर संस्कृति आयुर्वेद एंड यूनाऩी मेडिकल कालेज, फार्मेसी के कोर्सेज में भी पढ़ने की इच्छा रखने वालों की बड़ी संख्या सामने आ रही है।

डा. पल्लवी ने बताया कि प्रवेश चाहने वाले बहुत सारे विद्यार्थी जो व्यक्तिगत रूप से विवि आ रहे हैं वे यहां का वातावरण, खेल सुविधाएं, खेल के मैदान, जिम, पुस्तकालय, अत्याधुनिक लैब देखकर काफी प्रभावित हो रहे हैं। संस्कृति विवि द्वारा दी जा रही अंतर्राष्ट्रीय स्तर की उच्च शिक्षा के साथ-साथ यहां अन्य गतिविधियों के लिए भी उच्च मानकों वाली व्यवस्थाएं की गई हैं। उच्च शिक्षा के गिने-चुने अंतर्राष्ट्रीय केंद्र के रूप संस्कृति विवि को स्थापित करने की सोच के साथ ही विवि आगे बढ़ रहा है।

मथुरा की इस मां को दो महीने पहले लापता हुए अपने बेटों के वापस आने का इंतजार

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मथुरा। थाना रिफाइनरी क्षेत्र में घर से लापता हुए दो सगे भाइयों का लापता होने के दो माह बाद भी पुलिस पता नहीं लगा पाई है। पीड़ित परिवार और इनकी मां इन दोनों बेटों के वापस आने राह देख रही है। लापता बेटों की तलाश में पुलिस की मदद के लिए पीड़ित परिवार थाने के चक्कर लगा लगाकर थक गया है, लेकिन पुलिस का कोई भी अधिकारी इस परिवार की गुहार सुनने को तैयार नहीं है।

थाना रिफाइनरी क्षेत्र के अंतर्गत गांव बाद के धनगर मोहल्ला निवासी तुलसीराम के बेटे आशीष उम्र 19 वर्ष और आकाश उम्र क़रीब 16 वर्ष घर से अचानक निकल गए। परिवार को जब उनके रहस्यमई तरीके से घर से लापता होने की खबर मिली तो परिवार में हड़कंप मच गया। परिवार के सदस्यों ने दोनों बेटों को ढूंढने के लिए पूरा जोर लगा दिया, लेकिन दोनों बेटों का पता नहीं चल पाया।

थक हार कर पीड़ित परिवार ने पुलिस को सूचना दी। परिजनों की तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज कर लिया लेकिन पुलिस अब भी इन दोनों भाइयों का पता नहीं लगा पाई है। पीड़ित परिवार पुलिस के चक्कर लगा लगा कर थक गया है, लेकिन कोई भी अधिकारी सुनने को तैयार नहीं है।

वहीं आकाश और आशीष के चचेरे भाई विष्णु ने बताया 23 मई 2021 को रात को सभी लोग सोए। 24 मई की सुबह जब जगाने के लिए उन्हें चाचा तुलसीराम छत पर गए तो दोनों भाइयों में से कोई नहीं मिला। विष्णु ने बताया कि 26 तारीख को लापता होने का मुकदमा थाना रिफाइनरी में दर्ज कराया। तब से लेकर आज तक पुलिस के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। पुलिस के द्वारा केवल आश्वासन दिया जाता है।

मां शकुंतला और बहन सुमन आज भी यह उम्मीद लेकर बैठे हैं कि उनके परिवार के दो सदस्य सकुशल वापस लौट कर आएंगे। पीड़ित परिवार पुलिस की कार्यप्रणाली से संतुष्ट नहीं है। मां और बहन को आज भी आशीष और आकाश की याद आती है तो दोनों की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं लेते हैं। परिवार के सभी सदस्य आज भी दोनों के वापस आने का इंतजार कर रहे हैं।

ओलंपिक में महिला हॉकी टीम मैडल के करीब, जानिए क्या कहा मथुरा की हॉकी महिला खिलाड़ियों ने

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मथुरा। टोक्यो ओलंपिक में महिला हॉकी टीम ने सेमीफाइनल में जीत हासिल कर लिया है। देश की महिला हॉकी टीम मैडल से बस एक कदम पीछे हैं। देश की महिला हॉकी टीम की जीत को लेकर मथुरा की महिला हॉकी टीम में गजब का उत्साह है। मथुरा की महिला हॉकी खिलाड़ियों ने भारतीय टीम को शुभकमानाएं दी हैं। आइए जानते हैं मथुरा की महिला हॉकी खिलाड़ियों ने क्या कहा-

केआर कॉलेज की महिला हॉकी टीम की कैप्टन प्रीती ने नियो न्यूज से हुई विशेष बातचीत में कहा कि टोक्यो ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम ने विश्व की कई बड़ी टीमों को हराकर सेमी फाइनल में कदम रखा है। ऐसा हॉकी के इतिहास 48 साल बाद हुआ है। इससे भारतीय टीम के मैडल लाने की उम्मीद और ज्यादा हो गई है। निश्चित ही भारतीय टीम हॉकी जीतकर ही आएगी।

महिला हॉकी टीम की कैप्टन प्रीती

हॉकी टीम की खिलाड़ी वैशाली भारद्वाज ने कहा कि देश की महिला हॉकी टीम टोक्यो में सेमी फाइनल में पहुंच गई। यह भी देश के लिए बड़ी उपलब्धि है। लगातार जीत से निश्चित ही मेडल इस बार टीम मेडल जीत कर लाएगी।

वैशाली भारद्वाज


महिला खिलाड़ी शिवानी चौधरी का कहना है कि इस बार उम्मीद ही नहंी पूरा विश्वास है भारत भारत के लिए महिला हॉकी टीम मेडल जीत कर ही लाएगी। महिला हॉकी टीम इस बार इतिहास रचने जा रही है। ऑस्टे्रलिया को हराकर फाइनल तक पहुंचना। अब बस मेडल से भारतीय टीम एक कदम दूर है।

शिवानी चौधरी

केआर कॉलेज की महिला हॉकी टीम के कोच दलवीर सिंह ने बताया कि टोक्यो ओलंपिक में इस बार महिला हॉकी टीम ने जो मैच जीते हैं, इससे मेडल जीतने की उम्मीद और अधिक हो गई है। भारतीय टीम ने क्वाटर फाइनल में ऑस्टे्रलिया को हराया। ऑस्टे्रेलिया भी दुनिया की नंबर वन टीम रही है।

महिला हॉकी टीम के कोच दलवीर सिंह

इससे उम्मीद कर सकते है कि भारतीय टीम निश्चित ही मेडल लेकर आएगी। देश में 1980 से महिला हॉकी की शुरुआत हुई। जब से पहली बार ऐसा मौका मिला है कि हम टोक्यो ओलंपिक में मेडल जीतने के मुकाबले में हैं। अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मनोबल बहुत ऊपर होना चाहिए। इसके बाद फिटनेस लेबल, प्रैक्टिस, स्किल्स होते है। लेकिन उस लेबल पर जाकर आपको मनोबल ऊपर रखना चाहिए।


उन्होंने बताया कि महिला हॉकी खिलाड़ियों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। खिलाड़ियों के अभिभावकों को बार-बार समझाना पड़ता है। उन्हें चिंता रहती है कि वह सुरक्षित हैं कि नहीं। बड़ी मुश्किल से समझाबुझाकर उन्हें ग्राउंड तक लाना होता है। पहले तो बच्चे घर से निकलकर ग्राउंड तक आ जाए यही सबसे बड़ी चुनौती है।

उन्होंने कहा कि महिला हॉकी टीम खड़ा करने में सबसे बड़ी भूमिका माहौल की है। जो कि यहां कम ही देखने को मिलता है। यदि बच्चे मैदान तक आ जाएं तो संसाधन हम जुटा भी सकते हैं। संसाधन भी कमी है। क्यों कि आजकल जो हॉकी हो रही है, वह एस्कोटस पर हो रही है, जबकि मथुरा और आगरा में भी एस्कोटस नहीं है।
कोच दलवीर सिंह ने कहा कि यह टोक्यो से मैडल जीत कर लाना बहुत बड़ी उपलब्धि होगी। वह और उनकी टीम जीत से पहले ही बधाई देना चाहेंगे और उनकी जीत के लिए ईश्वर से भी प्रार्थना करेंगे।

के.डी. डेंटल कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने दिखाया कौशल


मौखिक स्वच्छता सप्ताह में दीं मनमोहक प्रस्तुतियां


मथुरा। के.डी. डेंटल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल के स्नातक और स्नातकोत्तर छात्र-छात्राओं ने 29 जुलाई से दो अगस्त तक चले मौखिक स्वच्छता सप्ताह में पोस्टर प्रस्तुति, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता तथा ग्रैफिटी पेंटिंग के माध्यम से अपनी प्रतिभा और कौशल का शानदार प्रदर्शन किया। इस अवसर पर विशेषज्ञ दंत चिकित्सकों ने ऑनलाइन वेबिनार के माध्यम से युवा पीढ़ी और दंत पीड़ितों को सामान्य स्वास्थ्य को बनाए रखने में दांतों की साफ-सफाई के महत्व से रूबरू कराया।

के.डी. डेंटल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल के पीरियोडोंटोलॉजी विभाग द्वारा यह आयोजन इंडियन पीरियोडॉन्टिक्स के जनक और इंडियन सोसाइटी ऑफ पीरियोडोंटोलॉजी (आईएसपी) के संस्थापक डॉ. जी.बी. शंकवलकर की यादों को जीवंत रखने के लिए किया गया। मौखिक स्वच्छता सप्ताह में संस्थान के स्नातक और स्नातकोत्तर छात्र-छात्राओं ने पोस्टर प्रस्तुति, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता और ग्रैफिटी पेंटिंग के माध्यम से दांतों की सफाई के महत्व को रेखांकित किया। डॉ. शिव मंजूनाथ ने सामान्य स्वास्थ्य को बनाए रखने में मौखिक स्वच्छता के महत्व से छात्र-छात्राओं और दंत पीड़ितों को अवगत कराया।


मौखिक स्वच्छता सप्ताह में प्रतिदिन प्राचार्य और डीन डॉ. मनेष लाहौरी की अगुवाई में संस्थान द्वारा आम जनता को टूथ पेस्ट, माउथ वॉश और टूथ ब्रश सहित ओरल हाइजीन सहायता किट वितरित किए गए। डॉ. लाहौरी ने आम जनता को मौखिक स्वास्थ्य के महत्व की भी जानकारी भी दी। इस अवसर पर वीडियो के माध्यम से मरीजों को ओरल हाइजीन के लिए प्रेरित किया गया। इस आयोजन से मथुरा जनपद के 120 से अधिक दंत पीड़ित लाभान्वित हुए। अंत में डॉ. लाहौरी ने पोस्टर प्रस्तुति, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता और ग्रैफिटी पेंटिंग के विजेताओं को प्रमाण-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।


प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में बी.डी.एस. अंतिम वर्ष के श्रेयवर्धन और शालू पाठक प्रथम, अमिषा शर्मा, गुंजन यादव दूसरे स्थान पर रहीं। पोस्टर प्रतियोगिता में बी.डी.एस. तृतीय वर्ष की सुप्रिया रॉय, प्रकृति, यतिका सिंह विजेता, उत्कर्ष दुबे, पलक गर्ग, सोना चाहर, सोनिका गुप्ता उप-विजेता तथा शालिनी पाल, साक्षी जायसवाल, श्रुति अग्रवाल, चंचल शर्मा तीसरे स्थान पर रहीं।

ग्रैफिटी पेंटिंग में बी.डी.एस. तृतीय वर्ष की अनुपमा शर्मा, अंजलि गुप्ता, दामिनी सिंह, प्रियंवदा सागर, प्रिया राज, शिवालिका अग्रवाल प्रथम तथा बी.डी.एस. अंतिम वर्ष की नेहा अग्रवाल, शालू पाठक, शिवम यादव, शिवांगी दुबे, शिवानी सिंह, शुभम शर्मा द्वितीय तथा बी.डी.एस. तृतीय वर्ष की कृति, गौरवी मल्होत्रा, हर्षिता श्रीवास्तव, दीपलता, डॉली, अंजलि शर्मा तीसरे स्थान पर रहीं। सप्ताह भर चले इस कार्यक्रम में पीरियोडोंटोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. शैलेन्द्र, डॉ. सतेन्द्र, डॉ. आदित्य, प्रशासनिक अधिकारी नीरज छापड़िया तथा पोस्टग्रेजुएट छात्र-छात्राओं का विशेष योगदान रहा।

राम मंदिर के महंत को जान का खतरा, दो लाख रुपए की मांगी गई थी चौथ

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– महंत रघुनाथ दास ने कहा- पुलिस ने कार्रवाई नहीं की तो जल्द मिलेंगे सीएम से

– तीन नामजद सहित चार के विरुद्ध महंत ने कराया था केस दर्ज

वृंदावन। राम मंदिर के महंत से दो लाख रुपए की चौथ मांगने और जान से मारने की धमकी देने का मामला सामने आया है। महंत ने चार आरोपियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई। लेकिन पुलिस ने किसी तरह की कार्रवाई नहीं की है। महंत को अपनी जान का खतरा सता रहा है। नामजदों से डरे-सहमे महंत ने पुलिस उच्चाधिकारियों से नामजद आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है और कहा कि यदि पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं की गई तो वे सीएम योगी से मिलकर सुरक्षा न्याय की गुहार लगाएंगे।


अटल्ला चुंगी स्थित राम मंदिर के महंत रघुनाथ दास ने कहा कि 28 जुलाई को रमणरेती क्षेत्र निवासी आशीष कुमार उर्फ चिंटू पुत्र परशुराम गौतम, कमई छाता निवासी राजवीर सिंह पुत्र मिही लाल, मांट निवासी राहुल शर्मा एवं एक अज्ञात के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई थी। इन पर महंत ने दो लाख रुपए चौथ वसूलने न देने पर मठ और मंदिर को बदनाम करने एवं जान से मारने की धमकी देने के आरोप लगाए थे। इसके अलावा कई गंभीर आरोप भी लगाए गए हैं। महंत ने आरोपियों से अपने जान का खतरा होने की भी आश्ांका जाहिर की थी। एफआईआर के चार दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस द्वारा किसी तरह की कार्रवाई न किए जाने पर महंत ने चिंता जाहिर की है। महंत रघुनाथ दास ने कहा कि आरोपियों से उनकी जान को खतरा ह। वह मुझे और मेरे मंदिर एवं आश्रम को नुकसान पहुंचा सकते हैं।


महंत रघुनाथ दास ने कहा कि यदि पुलिस द्वारा आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं की गई तो वह प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलेंगे और उनके समक्ष शहर के माफियाओं और उनके साथ हुई घटना से अवगत कराकर राम मंदिर और स्वयं की सुरक्षा की मांग करेंगे।


कोतवाली प्रभारी विनोद कुमार का कहना है कि महंत रघुनाथ दास की तहरीर पर तीन नामजद एवं एक अज्ञात के विरुद्ध धारा 384 समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। एसआई विनोद भारद्वाज द्वारा जांच की जा रही है। जांच पड़ताल करके इस मामले में कार्रवाई की जाएगी।

मथुरा के चांदी कारोबारी से लाखों की लूट के आरोपी जीएसटी अफसरों के घरों पर कुर्की का नोटिस चस्पा

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मथुरा। मथुरा के चांदी कारोबारी से 43 लाख रुपये की लूट के मामले में फरार जीएसटी आरोपी अफसरों के घरों को कुर्क करने से पहले पुलिस ने उनके घरों पर रविवार को नोटिस चस्पा किए जाएंगे। इसके लिए लोहामंडी पुलिस की टीम लखनऊ और चंदौली स्थित अफसरों के घरों के लिए रवाना हो गई है। नोटिस चस्पा करने के बावजूद आरोपियों के हाथ न आने पर उनके विरुद्ध कुर्की की कार्रवाई की जाएगी।


मथुरा के गोविंद नगर निवासी प्रदीप अग्रवाल 30 अप्रैल को बिहार से चांदी के जेवरात बेचकर लौट रहे थे। लखनऊ एक्सप्रेस वे के फतेहाबाद टोल पर कारोबारी की गाड़ी को वाणिज्य कर अधिकारियों और कर्मचारियों ने रोक लिया था। आरोप है कि कारोबारी को जयपुर हाउस स्थित ऑफिस ले जाकर बैग में रखे 43 लाख रुपये लूट लिए थे। व्यापारी की शिकायत पर विभागीय जांच हुई। 12 मई को मुकदमा दर्ज किया गया। इसमें असिस्टेंट कमिश्नर वाणिज्य कर अजय कुमार और कर अधिकारी शैलेंद्र कुमार, सिपाही संजीव कुमार और निजी चालक दिनेश कुमार को नामजद किया। संजीव और दिनेश को जेल भेजा गया था। अधिकारी फरार हैं।


सीओ सदर राजीव कुमार ने बताया कि अजय कुमार और शैलेंद्र कुमार की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम लगी हैं। वह फरार हैं। इस पर कोर्ट से कुर्की पूर्व सूचना (धारा 82) का आदेश ले लिया है। अजय कुमार लखनऊ के इंदिरा नगर और शैलेंद्र कुमार चंदौली के रहने वाले हैं।

रविवार को थाना लोहामंडी पुलिस की टीम दोनों आरोपी अधिकारियों के घरों पर नोटिस चस्पा करने के लिए रवाना कर दी गई है। इससे पहले आरोपियों के सिकंदरा स्थित फ्लैट में नोटिस चस्पा किए जा चुके हैं। एक महीने में आरोपियों के नहीं पकड़े जाने पर कुर्की का आदेश लिया जाएगा। इसके बाद कार्रवाई की जाएगी।

बड़ी खबर: यूपी में 16 अगस्त से स्कूल व पांच अगस्त से खुलेंगे डिग्री कॉलेज

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 16 अगस्त से सभी माध्यमिक स्कूल-कॉलेज खुल जाएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस तरह के आदेश जारी किए हैं। वहीं 5 अगस्त से राज्य के सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में स्नातक के एडमिशन होंगे। एक सितंबर से उच्च शिक्षण संस्थानों में कक्षाएं चलेंगी। वहीं, कक्षा 9 से 12 तक के स्कूलों में 16 अगस्त से ही पढ़ाई शुरू हो जाएगी। कक्षा 1 से 8वीं तक स्कूल खोलने का निर्णय अभी नहीं हुआ, इन स्कूलों में अभी ऑनलाइन क्लासेज चलेंगी

राज्य सरकार की गाइडलाइन के अनुसार, स्कूल और कॉलेज 50% क्षमता के साथ ही खुल सकेंगे। मतलब आधे छात्र ही स्कूल आ पाएंगे। केवल उन्हीं छात्रों, शिक्षकों और स्टाफ को शिक्षण संस्थानों में आने की अनुमति होगी जिनमें कोई लक्षण नहीं होगा।

इन चार बातों का रखना होगा ख्याल

माध्यमिक स्कूलों में आधी क्षमता यानी 50% स्टूडेंट्स आएंगे।
यूनिवर्सिटी और डिग्री कॉलेज में 1 सितंबर से पढ़ाई शुरू होगी।
शिक्षण संस्थानों में सैनिटाइजर, इंफ्रारेड थर्मामीटर, मास्क आदि का इंतजाम करना होगा।
दो गज की दूरी की पालन करते हुए स्कूल खुलेंगे।

फिरोजाबाद जिले का नाम बदलकर हो सकता है चन्द्रनगर, जिला पंचायत ने दी मंजूरी

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फिरोजाबाद। यूपी के फिरोजाबाद जिले का नाम बदल सकता है। फिरोजाबाद का प्राचीन नाम चंद्रनगर रखे जाने का प्रस्ताव जिला पंचायत अध्यक्ष हर्षिता सिंह की अध्यक्षता में पारित कर दिया गया। जिला पंचायत सभागार में शनिवार को पहली बैठक आयोजित की गई थी। बैठक में वित्तीय वर्ष 2021-22 में 21 करोड़ से अधिक धनराशि से कराए जाने वाले विकास कार्यों के बजट को भी हरी झंडी दी गई।

द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए जिला पंचायत की अध्यक्ष हर्षिता सिंह ने कहा, “प्रस्ताव को शनिवार को एक सत्र में मौखिक रूप से पेश किया गया था जब अधिकांश सदस्य मौजूद थे। यह प्रस्ताव बीजेपी नेता और पार्टी के पूर्व जिला प्रमुख प्रखंड प्रमुख लक्ष्मी नारायण द्वारा लाया गया था। सदन ने इस प्रस्ताव को पारित कर दिया क्योंकि किसी ने कोई विरोध नहीं दिखाया। सदन में एक भी व्यक्ति ने इसका विरोध नहीं किया। अगले हफ्ते तक हम जिला मजिस्ट्रेट को प्रस्ताव के बारे में सूचित करते हुए एक पत्र लिखेंगे। फिर वह आगे की कार्रवाई करेंगे और सरकार को लिखेंगे। अंतत: सरकार नाम परिवर्तन के बारे में अंतिम निर्णय लेगी।”

फिरोजाबाद का नाम बदलने की वजह के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा, ‘हम नाम नहीं बदल रहे हैं। हम बस पुराने नाम पर वापस जा रहे हैं, जो मुगलों के भारत आने से पहले चंद्रनगर था। फिरोज शाह, जो बादशाह अकबर के प्रतिनिधि थे, उन्होंने इस जगह का नाम फिरोजाबाद रखा। 1560 के दशक से पहले, इस जगह का नाम राजा चंद्र सेन के नाम पर रखा गया था, जिन्होंने मुगलों से पहले शासन किया था।” वहीं बीजेपी नेता और पार्टी के पूर्व जिला प्रमुख प्रखंड प्रमुख लक्ष्मी नारायण यादव ने कहा कि ‘पूरा जिला यह बदलाव चाहता था। मैंने इस प्रस्ताव को नए सत्र में पहले आदेश के रूप में पढ़ा। इसे ध्वनि मत से पारित कर दिया गया।’