Monday, September 8, 2025
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संस्कृति विवि का दिव्य और भव्य दीक्षांत समारोह ….

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मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय के छठवें दीक्षांत समारोह का भव्य और दिव्य आयोजन विश्वविद्यालय के मुख्य मैदान में 12 अगस्त को सुबह 10.30 बजे से किया जा रहा है। दीक्षांत समारोह राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त हस्तियों के सानिध्य में होगा। इसके तुरंत बाद सनातन धर्म संवाद आयोजित किया जाएगा जिसमें देश के प्रतिष्ठित संतजन को सुनने का अवसर भी मिलेगा।
विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इस प्रतिष्ठापूर्ण दीक्षांत समारोह में विश्वविद्यालय के विशेष शैक्षणिक कीर्तिमान स्थापित करने वाले 46 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक, 44 विद्यार्थियों को रजत पदक और 39 विद्यार्थियों को कांस्य पदक से सम्मानित किया जाएगा। समारोह के दौरान विद्यार्थियों को 21 पीएचडी और स्नातक एवं स्नातकोत्तर करने वाले कुल 2045 विद्यार्थियों को डिग्रियां देकर सम्मानित किया जाएगा। वहीं अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त शिक्षक, न्यूमरोलॉजिस्ट एवं मेंटर डा. जेसी चौधरी को मानद उपाधि से सम्मानित किया जाएगा।
दीक्षांत समारोह में फिल्म कलाकार, कवि, लेखक एवं वक्ता आशुतोष राणा, अनंतश्री विभूषित जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी सतीशाचार्य, पूज्य दीदी मां साध्वी ऋतंभराजी, पुंडरीक महाराज, पुराण मनीषी कौशिकजी महाराज, चिन्मयानंद बापूजी, सुधांशु जी महाराज, आचार्य मनीष जी ( आयुर्वेद ), जगद्गुरु हिमांगी सखी, आचार्य प्रमोद कृष्णम्, डा. नलिनाक्ष एस व्यासजी, भारतीय विवि संघ के अध्यक्ष एवं कानपुर विवि के कुलपति विनय पाठक, गोल्डी ग्रुप के संदीप गोयनका, शारदापीठ शंकराचार्य अनंतश्री स्वामी अमृतानंद देव तीर्थजी आदि हस्तियां भाग लेने आ रही हैं।

केले के हिंडोले में विराजमान होकर राजाधिराज दिए दर्शन

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पुष्टिमार्ग संप्रदाय के मंदिर ठाकुर द्वारकाधीश के विधि एवं मीडिया प्रभारी राकेश तिवारी एडवोकेट ने बताया के श्रावण मास में हिंडोले और घटाओं के कार्यक्रम ठाकुर मंदिर द्वारकाधीश में होते हैं जिनका निर्धारण मंदिर के गोस्वामी श्री श्री 108 डॉक्टर वागिश कुमार जी महाराज तृतीय पीठाधीश्वर कांकरोली नरेश जी के द्वारा किए जाते हैं और उनके सफल निर्देशन मंदिर के गोस्वामी श्री श्री 108 कांकरोली युवराज वेदांत कुमार जी महाराज एवं सिद्धांत कुमार जी महाराज के द्वारा किया जाता है उसी के तहत रविवार को भाद्रपद कृष्ण पक्ष प्रतिपदा के दिन ठाकुर द्वारिकाधीश जी महाराज केले के हिंडोले में विराजमान हुए
यह क्रम पूरे सावन मास में निरंतर जारी रहा और कल ठाकुर जी का हिंडोले विजय का मनोरथ होगा जिसमे ठाकुर जी सोने चांदी के हिंडोले में विराजमान होंगे और इस आयोजन के बाद सावन की घटा और हिंडोले के उत्सव समाप्त हो जायेंगे।

कान्हा माखन ग्रुप ऑफ़ स्कूल्स द्वारा रक्षाबंधन का भव्य और उत्साहपूर्ण उत्सव

वृंदावन। कान्हा माखन ग्रुप ऑफ़ स्कूल्स द्वारा रक्षाबंधन की पूर्व संध्या पर विद्यार्थियों ने एक प्रेरणादायक एवं संस्कारपूर्ण पहल करते हुए जिले के प्रमुख गणमान्य व प्रशासनिक अधिकारियों को राखी बाँधकर अपने स्नेह, सम्मान और कृतज्ञता का भाव प्रकट किया। यह आयोजन न केवल सांस्कृतिक मूल्यों को बढ़ावा देने वाला था, बल्कि सामाजिक एकता और मथुरा की जनता के कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।
इस सांस्कृतिक आयोजन में ब्रज तीर्थ विकास परिषद् के वाईस चेयरमैन शैलजाकांत मिश्रा, पारस पार्थ विभाग प्रचारक आरएसएस, मांट क्षेत्र के विधायक राजेश चौधरी, एसएसपी ट्रैफिक मनोज कुमार यादव , कर्नल जी. एस. गिल (भारतीय सेना ) सिटी मजिस्ट्रेट, सीडीओ मनीष मीणा, होमगार्ड कमांडेंट डॉ. शैलेंद्र प्रताप सिंह को हस्तनिर्मित रंग-बिरंगी राखियां बांधीं और उनके प्रति अपनी शुभकामनाएं व्यक्त कीं।
छात्राओं ने राखी बांधते समय इन सम्मानित व्यक्तियों से मथुरा की जनता के कल्याण, शिक्षा, सुरक्षा, और समग्र विकास के लिए निरंतर प्रयास करने का वचन लिया। इस अवसर पर सभी गणमान्य व्यक्तियों ने छात्राओं के इस भावनात्मक और सांस्कृतिक पहल की दिल से सराहना की। उन्होंने मथुरा के विकास, महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा, और सामाजिक उत्थान के लिए अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया।
इस अवसर पर कान्हा माखन ग्रुप ऑफ़ स्कूल ने विभिन्न शैक्षिक परिसरों में रक्षाबंधन का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया और विद्यार्थियों द्वारा अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन करते हुए राखी बनाने की कला को प्रस्तुत किया गया।
यह आयोजन न केवल रक्षाबंधन के पारंपरिक मूल्यों को जीवंत करने में सफल रहा, बल्कि समाज के प्रति जिम्मेदारी और नेतृत्व की भावना को भी प्रोत्साहित करता है।

राजीव इंटरनेशनल स्कूल के होनहारों ने दिखाया बौद्धिक कौशलयंग एंटरप्रेन्योर्स मीट में तैयार किए नई-नई कम्पनियों के प्रोडक्ट


मथुरा। छात्र-छात्राओं की बौद्धिक क्षमता के मूल्यांकन के लिए राजीव इंटरनेशनल स्कूल में शुक्रवार को यंग एंटरप्रेन्योर्स मीट का आयोजन किया गया। इसमें वाणिज्य संकाय के 11वीं और 12वीं के छात्र-छात्राओं ने नई-नई कम्पनियों के प्रोडक्ट तैयार कर अपने बौद्धिक कौशल का परिचय दिया। यंग एंटरप्रेन्योर्स मीट में 10 समूहों ने हिस्सा लिया तथा विजेता और उप-विजेता समूहों को ट्रॉफी एवं प्रमाण पत्र देकर पुरस्कृत किया गया।
छात्र-छात्राओं की बौद्धिक क्षमता और कौशल मूल्यांकन के लिए राजीव इंटरनेशनल स्कूल में आयोजित यंग एंटरप्रेन्योर्स मीट में भारत रूट, कलर क्यू, क्रूजी, गोल्डन बर्ड, गुलरू, शिया नोवा, खाताफाई, डॉ रेफ फ्यूल, स्वर्ण चांदी, तुलसी मिंट नामक दस समूहों ने हिस्सा लिया। प्रत्येक समूह के सदस्यों ने एक से बढ़कर एक प्रोडक्ट बनाकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। विद्यार्थियों ने वेबसाइट के माध्यम से तरह-तरह के प्रोडक्ट बनाए और सर्विस प्रोवाइड करवाई।
सभी समूहों के छात्र-छात्राओं ने पुरानी धरोहर को सहेजना, कलर ब्लाइंडनेस की समस्या का समाधान, ऑनलाइन सर्विस प्रोवाइड करवाना, विदेशियों को भारतीय संस्कृति के बारे में बताना, फूलों के बेस से अगरबत्ती, धूपबत्ती, इत्र आदि बनाना, शिया बटर से क्रीम, शैम्पू आदि बनाना, एआई के माध्यम से दुकानदारों के अकाउंट खुलवाना, जिम में रेस्टोरेंट खोलकर प्रोटीन की व्यवस्था करना, चांदी पर सोने की पॉलिश कर गहनों को कस्टमाइज करना एवं ऑर्गेनिक प्रोडक्ट बनाना जैसी सुविधाएं उपलब्ध करवाईं।
छात्र-छात्राओं के बौद्धिक कौशल का मूल्यांकन अरविंद चौधरी (आनर राधिका स्वीट्स मथुरा) तथा प्रफुल्ल गोयल (आनर प्रज्ञा पब्लिकेशन) ने किया। निर्णायकों ने विद्यार्थियों के वर्क ऑफ रिसर्च एवं प्रजेंटेशन स्किल के आधार पर विजेता तथा उप-विजेता समूहों का चयन किया। यंग एंटरप्रेन्योर्स मीट में डॉ रेफ फ्यूल समूह को विजेता, खाताफाय समूह को उप-विजेता तथा तुलसी टिंट समूह को तीसरा पुरस्कार प्रदान किया गया। विजेता-उपविजेता विद्यार्थियों को ट्रॉफी एवं प्रमाण-पत्र प्रदान कर पुरस्कृत किया गया। निर्णायकों ने छात्र-छात्राओं के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि जिन्हें इस बार विजेता ट्रॉफी नहीं मिली उन्हें निराश नहीं होना चाहिए। आपने अपना बेहतरीन प्रदर्शन किया यही सबसे बड़ी जीत है। यंग एंटरप्रेन्योर्स मीट की सफलता में उपासना अग्रवाल, सनी सोलंकी, एकता सिंह, श्वेता गौर आदि का विशेष योगदान रहा।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने यंग एंटरप्रेन्योर्स मीट में हिस्सा लेने वाले प्रत्येक विद्यार्थी की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि राजीव इंटरनेशनल स्कूल का उद्देश्य ही छात्र-छात्राओं में रचनात्मकता, समस्या-समाधान, सहयोग और लचीलेपन को महत्व देने वाली मानसिकता विकसित करना है। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि 21वीं सदी चुनौतियों और अवसरों से भरी है, ऐसे में छात्र-छात्राओं की स्किल मजबूत करते हुए उनमें नवाचार के बीज प्रस्फुटित किया जाना बहुत जरूरी है। राजीव इंटरनेशनल स्कूल के चेयरमैन मनोज अग्रवाल ने छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि वे अपने प्रयास जारी रखें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक बच्चे में विकास की मानसिकता होती है, जरूरत उसे समय से पहचान कर प्रोत्साहित किया जाना है। अंत में प्रधानाध्यापिका प्रिया मदान ने अतिथियों को स्मृति चिह्न भेंटकर उनका आभार माना।
चित्र कैप्शनः अतिथियों के साथ यंग एंटरप्रेन्योर्स मीट के विजेता तथा उपविजेता छात्र-छात्राएं।

शिक्षा से शक्ति तक का सफर जीएलए में पावरलिफ्टिंग क्लब की शुरुआत

  • “पावरलिफ्टिंग केवल एक खेल नहीं, बल्कि आत्मनियंत्रण, संतुलित जीवनशैली और मानसिक दृढ़ता का प्रतीक : विवेक
    जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा में खेल संस्कृति को नई ऊर्जा प्रदान करते हुए विश्वविद्यालय के खेल विभाग द्वारा पावरलिफ्टिंग क्लब का भव्य शुभारंभ अत्यंत उत्साह, गरिमा और परंपरागत विधि-विधान के साथ सम्पन्न हुआ, जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों के शारीरिक सशक्तिकरण, आत्मबल वृद्धि और प्रतिस्पर्धात्मक खेलों के प्रति उनकी रुचि को बढ़ावा देना रहा।

इस ऐतिहासिक अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता, मुख्य वित्त अधिकारी विवेक अग्रवाल, कुलसचिव अशोक कुमार सिंह द्वारा संयुक्त रूप से फीता काटकर क्लब का विधिवत शुभारंभ किया गया तथा मां सरस्वती एवं विश्वविद्यालय के प्रेरणा स्रोत पूज्यनीय श्री गणेशी लाल अग्रवाल जी को पुष्पांजलि अर्पित कर धार्मिक परंपराओं के अनुसार समारोह की शुभ शुरुआत की गई। इसके उपरांत क्लब के प्रतीक चिन्ह (लोगो) का अनावरण कर उद्घाटन समारोह को औपचारिक पूर्णता प्रदान की गई।

इस अवसर पर बोलते हुए मुख्य वित्त अधिकारी विवेक अग्रवाल ने कहा कि “पावरलिफ्टिंग केवल एक खेल नहीं, बल्कि आत्मनियंत्रण, संतुलित जीवनशैली और मानसिक दृढ़ता का प्रतीक है। आज के युग में जब युवा पीढ़ी को अनेक मानसिक एवं सामाजिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, ऐसे में इस प्रकार के खेल न केवल शारीरिक ताकत देते हैं, बल्कि अंदर से भी व्यक्ति को मजबूत बनाते हैं। विश्वविद्यालय का यह कदम एक स्वस्थ, सशक्त और अनुशासित युवा निर्माण की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।

उद्घाटन समारोह को आगे संबोधित करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अनुप कुमार गुप्ता ने कहा कि जीएलए विश्वविद्यालय ने सदैव विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास को प्राथमिकता दी है और पावरलिफ्टिंग क्लब का गठन इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि “शिक्षा केवल पुस्तकीय ज्ञान तक सीमित नहीं रहनी चाहिए, बल्कि वह विद्यार्थियों को मानसिक, सामाजिक और शारीरिक रूप से सक्षम बनाने वाली होनी चाहिए। पावरलिफ्टिंग जैसे खेल युवाओं में आत्मअनुशासन, आत्मविश्वास, साहस और दृढ़ता का संचार करते हैं। इस क्लब के माध्यम से हमारे छात्र न केवल खेलों में उत्कृष्टता प्राप्त करेंगे, बल्कि जीवन के हर क्षेत्र में अपनी क्षमता का सर्वोत्तम प्रदर्शन कर सकेंगे।”

आयोजन की समस्त रूपरेखा एवं संचालन खेल विभाग के मेंटॉर एवं जिम प्रशिक्षक मनुदेव आर्य के दक्ष नेतृत्व में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों से अधिकारीगण, शिक्षकगण, कर्मचारीगण एवं बड़ी संख्या में खेल प्रेमी छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे, जिनकी सक्रिय सहभागिता ने आयोजन को ऊर्जा और प्रेरणा से भर दिया।

उद्घाटन समारोह में डीन स्टूडेंट वेलफेयर डा. हिमांशु शर्मा एवं चीफ वार्डन डा. अंबुज मिश्रा ने विद्यार्थियों को पावरलिफ्टिंग की महत्वता पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि जीएलए विश्वविद्यालय के शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता के साथ-साथ तकनीकी कौशल, नवाचार, स्वास्थ्य एवं व्यक्तित्व विकास को समान महत्व देने की परंपरा का यह आयोजन एक उदाहरण बनकर उभरा है।

पावरलिफ्टिंग क्लब की स्थापना में विद्यार्थियों की उत्साहजनक भागीदारी रही, जिनमें प्रमुख रूप से यशवर्धन शुक्ला (अध्यक्ष), पार्थ शुक्ला (उपाध्यक्ष), हर्ष कौशिक, मुदित चौधरी, आयुष शर्मा, विष्णु, शिवम सिंह, देवेश चौहान आदि छात्रगण की भूमिका विशेष रूप से सराहनीय रही, जिनके उत्साह, नेतृत्व और अनुशासन से क्लब को एक मजबूत आधार मिला।

त्यौहार से पहले मिठाई के गोदामों पर छापेमारी

मथुरा।आयुक्त, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, उत्तर प्रदेश लखनऊ एवं जिलाधिकारी, मथुरा के आदेश के अनुपालन में आगामी रक्षाबन्धन एवं जन्माष्टमी पर्व के दृष्टिगत धीरेन्द्र प्रताप सिंह, सहायक आयुक्त (खाद्य) द्वितीय, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, मथुरा के निर्देशन एवं ज्ञानपाल सिंह, मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी के नेतृत्व में खाद्य सचल दल द्वारा जनपद मथुरा में अभियान चलाकर कुल 16 खाद्य पदार्थों के नमूने संग्रहित किये गये। कसाई पाड़ा पाण्डे वाली गली गोवर्धन से खोआ व घेवर, नौहझील से घेवर व बर्फी, कोसीकलां से घेवर व बर्फी, बल्देव क्षेत्र से घेवर एवं राया से सोनपपड़ी व घेवर, दाऊजी की बगीची वृन्दावन से मलाई लड्डू तथा रूकमणी बिहार वृन्दावन से तैयार सब्जी, डीग अड्डा गोवर्धन स्थित डेयरी से खोआ, मंडी चौराहा मथुरा से सरसों का तेल, मसानी लिंक रोड मथुरा से मोतीकंद और नमकीन, यमुना विहार लक्ष्मी नगर से कुल्फी के नमूने संग्रहित किये गये। वृन्दावन में बांके बिहारी मंदिर के सामने स्थित मिठाई की दुकान में अस्वच्छकर दशा में बिक्री हेतु भंडारित लगभग 10 कि0ग्रा0 दूषित पेडे़ नष्ट कराये गये। सचल दल में भरत सिंह, मोहर सिंह कुशवाह, अरूण कुमार, दलवीर सिंह, राम नरेश, धर्मेन्द्र सिंह, जितेन्द्र सिंह एवं रीना शर्मा सम्मिलित रहीं। संग्रहित किये गये उपरोक्त नमूने विश्लेषण हेतु राजकीय खाद्य प्रयोगशाला प्रेषित किये जा रहे हैं। जांच रिपोर्ट प्राप्त होने के उपरान्त अग्रिम विधिक कार्यवाही की जायेगी। दिनांक 28 जुलाई 2025 से चलाये जा रहे विशेष अभियान में अभी तक कुल 71 खाद्य एवं पेय पदार्थों के नमूने संग्रहित किये जा चुके हैं। खाद्य एवं पेय पदार्थों विशेषकर-खोआ, पनीर, दुग्ध उत्पाद से निर्मित खाद्य पदार्थ, खाद्य तेल, घी एवं वनस्पति, विभिन्न प्रकार की मिठाईयां व अन्य खाद्य पदार्थ यथा कुट्टू का आटा, बेसन, मैदा आदि में मिलावट पर प्रभावी रोकथाम हेतु विशेष अभियान जन्माष्टमी पर्व तक जारी रहेगा।

हनुमान प्रसाद धानुका ने ताईक्वांडो व वुशु प्रतियोगिता में जीते स्वर्ण पदक

वृंदावन। हनुमान प्रसाद धानुका सरस्वती बालिका विद्या मंदिर की छात्राओं ने केशव माधव सरस्वती विद्या मंदिर, ककोड़, बुलन्दशहर में विद्या भारती पश्चिम उप्र क्षेत्र द्वारा आयोजित 37वाँ क्षेत्रीय टूर्नामेंट ताईक्वांडो व बुशु प्रतियोगिता में अपनी सहभागिता की। जिसमें छात्राओं ने 6 स्वर्ण पदक, 8 रजत व 6 कांस्य पदक जीते।
छात्रा अंतरा गुप्ता, संस्कृति आनंद, अदिति भारद्वाज, खुशबू शर्मा, तानिय प्रजापति, आभा शर्मा ने स्वर्ण पदक, परी गोयल, काश्वी गोस्वामी, अजंलि सिंह, रितिका, अर्चना कुमारी, कनक जायस, अनन्या गोला, राधिका वर्मा, दीक्षा शर्मा ने रजत एवं समृद्धि, माधवी शर्मा, राधिका जायस, निहारिका, नन्दिनी कुंतल, दीपिका सिंह ने कांस्य पदक प्राप्त किये।
ताइक्वांडो व वुशु प्रतियोगिता में विजयी छात्राएं सितम्बर माह में राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता सरस्वती विद्या मंदिर, झारखण्ड में सहभागिता करेंगी।
छात्राओं की सफलता में खेल प्रशिक्षिक शीतल वशिष्ठ, सुनील सिंह व भावना सिंह का सहयोग सराहनीय रहा।
विद्यालय प्रबंध समिति से पद्मनाभ गोस्वामी, रेखा माहेश्वरी, विश्वनाथ गुप्ता, कमल खण्डेलवाल, भरत शर्मा, उमेश शर्मा एवं प्रधानाचार्या डॉ. अंजू सूद ने छात्राओं का उत्साहवर्धन करते हुए अपना आशीर्वाद प्रदान किया।

चित्र परिचयः संस्कृति विवि में हुए हरियाली तीज महोत्सव की तीज क्वीन, डा.रीना रानी को पुरुस्कृत करतीं संस्कृति विवि की सीई हो डा. श्रीमती मीनाक्षी शर्मा।

मथुरा। संस्कृति विवि में हरियाली तीज महोत्सव के दौरान हुई विभिन्न प्रतियोगिताओं में स्कूल आफ फैशन डिजाइनिंग की डीन सुश्री शिल्पा डेनिस फिलिप्स को तीज क्वीन, स्कूल आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाजी की डा. रीना रानी को मिस बनी ठनी और स्कूल आफ एजूकेशन की डा. प्रियंका गौतम को मिस टैलेंट के खिताब से सम्मानित किया गया।
हरियाली तीज उत्सव के अंतर्गत हुई प्रतियोगिताओं के निर्णायक मंडल संस्कृति विवि की सीईओ डा. श्रीमती मीनाक्षी शर्मा, एसओआईटी की प्रो. गरिमा गोस्वामी और संस्कृति आयुर्वेदिक कालेज की सहा.प्रो डॉ. एकता कपूर ने एक कार्यक्रम के मध्य विजेताओं को पुरुस्कार देकर सम्मानित किया। बताते चलें कि विवि में हरियाली तीज महोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। यह कार्यक्रम सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने और नारीत्व, परंपरा और त्योहार के आध्यात्मिक महत्व का जश्न मनाने के उद्देश्य से संस्कृति विवि के सांस्कृतिक और विरासत क्लब द्वारा आयोजित किया गया था। कार्यक्रम का उद्देश्य महिला संकाय और कर्मचारियों को उत्सव की भावना में एक साथ आने, अपनी रचनात्मकता व्यक्त करने और एकता और अपनेपन की भावना को बढ़ावा देने के लिए एक जीवंत मंच प्रदान करना था। कार्यक्रम सुश्री शुभ्रा पांडे, सहायक प्रोफेसर, एसओईआईटी, संस्कृति विश्वविद्यालय के गर्मजोशी भरे स्वागत भाषण के साथ शुरू हुआ। मुख्य अतिथि, संस्कृति विश्वविद्यालय की सीईओ डॉ. मीनाक्षी शर्मा थीं। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न मनोरंजक खेलों का आयोजन किया गया। संगीत की धुनों पर प्रतिभागियों ने जीवंत धुनों पर नृत्य किया और ऊर्जा और उत्साह के साथ त्योहार मनाया। देर तक महिला संकाय सदस्यों ने डीजे पर जमकर नृत्य किया। प्रत्येक महिला संकाय और स्टाफ सदस्य को स्मृति चिह्न प्रदान किए गए। कार्यक्रम का समापन कार्यक्रम की समन्वयक डॉ. रीना रानी द्वारा हार्दिक धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। कार्यक्रम का संचालन शिवम भारद्वाज द्वारा किया गया। कार्यक्रम में सुश्री शुभ्रा पांडे, डा. दुर्गेश वाधवा, डा. डीएस तोमर आदि की उपस्थिति विशेष रूप से उल्लेखनीय रही।

छात्र-छात्राओं ने नुक्कड़ नाटक से दिया स्तनपान का संदेशके.डी. मेडिकल कॉलेज में स्तनपान सप्ताह का समापन’माँ का दूध, हर बच्चे का अधिकार’


मथुरा। के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर के छात्र-छात्राओं ने गुरुवार को संदेशपरक नुक्कड़ नाटक से महिलाओं और तीमरदारों को स्तनपान के महत्व की जानकारी दी। कम्युनिटी मेडिसिन विभाग द्वारा आयोजित इस नुक्कड़ नाटक का उद्देश्य स्तनपान के बारे में जागरूकता बढ़ाना, गलत धारणाओं को दूर करना तथा स्तनपान से जुड़ी भ्रांतियों से जुड़े मुद्दों पर प्रकाश डालना था। इससे पहले छात्र-छात्राओं ने रंगोली, पोस्टर मेकिंग, क्विज, रील आदि प्रतियोगिताओं में अपना बौद्धिक कौशल दिखाकर सभी की वाहवाही लूटी। स्तनपान सप्ताह के समापन अवसर पर नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत करने वाले छात्र-छात्राओं को अतिथियों द्वारा प्रशस्ति पत्र प्रदान कर उनका उत्साहवर्धन किया गया।
स्तनपान सप्ताह के अंतिम दिन मेडिकल छात्र-छात्राओं ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं को स्तनपान के महत्व और उसके लाभों की जानकारी दी। नुक्कड़ नाटक के माध्यम से छात्र-छात्राओं ने बताया कि नवजात शिशु के लिए मां का दूध अमृत समान है। यह शिशु को सभी आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है तथा उसे बीमारियों से भी बचाता है। छात्र-छात्राओं ने नुक्कड़ नाटक में उन गलत परम्पराओं पर कटाक्ष किया जोकि शिशु के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालती हैं। नुक्कड़ नाटक में यह भी बताया गया कि माताएं भीड़भाड़ में अपने बच्चे को कैसे दूध पिला सकती हैं। छात्र-छात्राओं ने माताओं को स्तनपान के स्वास्थ्य लाभों से प्रेरित करते हुए ‘माँ का दूध, हर बच्चे का अधिकार’ संदेश दिया। नुक्कड़ नाटक में नवजात शिशु को शहद अथवा बोतल से दूध पिलाने के दुष्परिणाम भी बताए गए।
विभागाध्यक्ष कम्युनिटी मेडिसिन डॉ. अमनजोत कौर चौहान ने बताया कि स्तनपान सप्ताह में मेडिकल छात्र-छात्राओं ने रंगोली, पोस्टर मेकिंग, क्विज, रील तथा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से महिलाओं और तीमारदारों को जो संदेश दिया उसका पालन कर स्वस्थ समाज के संकल्प को पूरा किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि नवजात बच्चों के लिए मां का दूध अमृत समान है। स्तनपान करने वाले बच्चे दस्त, निमोनिया, सेप्टिक जैसी बीमारियों से बचे रहते हैं। इतना ही नहीं स्तनपान से महिलाएं मोटापे का शिकार नहीं होतीं तथा बच्चेदानी और ब्रेस्ट कैंसर से भी बच जाती हैं। डॉ. अमनजोत ने बताया कि जो बच्चे डिब्बा बंद या दूसरा दूध पीते हैं उनके मुकाबले मां का दूध पीने वाले बच्चे शारीरिक और मानसिक रूप से ज्यादा बेहतर होते हैं। इसलिए सभी माताओं को चाहिए कि वह अपने नवजात बच्चों को डेढ़ से दो साल की आयु तक स्तनपान जरूर करवाएं।
चिकित्सा निदेशक डॉ. राजेन्द्र कुमार ने के.डी. मेडिकल कॉलेज में एक से सात अगस्त तक शिशु रोग विभाग, महिला एवं प्रसूति रोग विभाग तथा सामुदायिक चिकित्सा विभाग द्वारा विश्व स्तनपान सप्ताह में आयोजित विविध कार्यक्रमों की सराहना की तथा मां के दूध से होने वाले फायदे बताए। स्तनपान सप्ताह में आयोजित कार्यक्रमों की कॉलेज के डीन और प्राचार्य डॉ. आर.के. अशोका, महिला एवं प्रसूति रोग विभागाध्यक्ष डॉ. वी.पी. पांडेय, विभागाध्यक्ष शिशु रोग डॉ. के.पी. दत्ता, विभागाध्यक्ष सामुदायिक चिकित्सा डॉ. अमनजोत कौर, विभागाध्यक्ष मेडिसिन डॉ. मंजू पांडेय, विभागाध्यक्ष क्षय रोग डॉ. एस.के. बंसल आदि ने मुक्तकंठ से प्रशंसा की। इस अवसर पर डॉ. बिश्वाविनोद सानफुई, डॉ. स्वेता सिंह, डॉ. शुभ्रा दुबे, डॉ. अमन गुप्ता, डॉ. निशांत गुप्ता, डॉ. अंकुर कुमार आदि ने छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. निशांत गुप्ता ने किया तथा आभार डॉ. अमनजोत कौर ने माना।
चित्र कैप्शनः अतिथियों के साथ नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत करने वाले के.डी. मेडिकल कॉलेज के छात्र-छात्राएं। नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत करते विद्यार्थी।

मेडिकल छात्र-छात्राओं ने रंगोली और पोस्टरों से दिया स्तनपान का संदेश


के.डी. मेडिकल कॉलेज में हो रहे विश्व स्तनपान सप्ताह में विविध कार्यक्रम
मथुरा। के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर के कम्युनिटी मेडिसिन विभाग द्वारा मंगलवार को विश्व स्तनपान सप्ताह के तहत मां के दूध की महत्ता को प्रचारित करने के लिए रंगोली और पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मेडिकल छात्र-छात्राओं ने एक से बढ़कर एक संदेशपरक रंगोली और पोस्टरों से ग्रामीण महिलाओं को स्तनपान का संदेश दिया। प्रतियोगिता के समापन अवसर पर डीन और प्राचार्य डॉ. आर.के. अशोका, चिकित्सा निदेशक डॉ. राजेन्द्र कुमार तथा उप-चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अम्बरीश कुमार ने विजेता छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति-पत्र प्रदान कर उनका हौसला बढ़ाया।
डीन और प्राचार्य डॉ. आर.के. अशोका ने मेडिकल छात्र-छात्राओं के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने रंगोली और पोस्टरों के माध्यम से स्तनपान का जो संदेश दिया, उसका समाज को जरूर लाभ मिलेगा। डॉ. अशोका ने प्रतियोगिता के विजेता-उप-विजेता छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए अन्य प्रतिभागी टीमों का भी हौसला बढ़ाया। उन्होंने कहा कि हर शिशु को मां का दूध कम से कम छह माह तक जरूर पिलाना चाहिए क्योंकि मां का दूध हर तरह से सर्वोत्तम आहार है।
चिकित्सा निदेशक डॉ. राजेन्द्र कुमार ने मेडिकल छात्र-छात्राओं के प्रजेंटेशन की सराहना करते हुए कहा कि स्तनपान के महत्व को रंगोली और पोस्टर के माध्यम से उजागर करना काबिलेतारीफ है। उन्होंने इस पहल की सराहना की और कहा कि ऐसे आयोजनों से समाज में स्तनपान के महत्व का प्रचार प्रसार करने में मदद मिलती है। उप चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अम्बरीश आनंद ने स्तनपान के लाभ और महत्व को दृश्य और रचनात्मक तरीकों से प्रस्तुत करने वाले छात्र-छात्राओं की प्रशंसा करते हुए सभी माताओं का आह्वान किया कि अपने शिशु को स्तनपान जरूर कराएं क्योंकि मां का दूध ही बच्चे का सर्वोत्तम आहार है।
प्रतियोगिता में मेडिकल छात्र-छात्राओं ने रंगोली और पोस्टरों के माध्यम से स्तनपान के महत्व को सुंदर और प्रभावशाली ढंग से प्रदर्शित किया। रंगोली में जहां विविध रंगों और डिजाइनों के माध्यम से स्तनपान के सकारात्मक पहलुओं को उजागर किया गया वहीं पोस्टरों में भी स्तनपान के फायदे और उसकी आवश्यकता पर जोर दिया गया। विभागाध्यक्ष कम्युनिटी मेडिसिन डॉ. अमनजोत कौर चौहान ने बताया कि छात्र-छात्राएं कई दिनों से पोस्टर प्रजेंटेशन और रंगोली के माध्यम से लोगों को स्तनपान के महत्व के बारे में जागरूक करने की तैयारी कर रहे थे। छात्र-छात्राओं ने इस आयोजन के माध्यम से यह संदेश दिया कि मां का दूध शिशुओं के लिए बहुत लाभकारी है। प्रतियोगिता के निर्णायकों डॉ. वी.पी. पांडेय और डॉ. मंजू पाण्डेय ने प्रत्येक रंगोली और पोस्टरों का अवलोकन करने के बाद विजेता तथा उप-विजेता टीमों की घोषणा की।
रंगोली प्रतियोगिता में समृद्धि कलमोदिया, संजीवनी सहाय एवं सेजल मित्तल की टीम विजेता तथा राधिका सिंह, रेमी सिंह और संकल्प पांडेय की टीम उप विजेता रही। इसी तरह पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में मानसी चौबे, वैष्णवी चौकसे, वैशाली गौतम एवं वंशिका शर्मा की टीम विजेता तथा रूपेश कुमार वर्मा और प्रिया सिंह की टीम उप-विजेता रही। डॉ. गौरी शंकर गोयल, डॉ. बिश्वाविनोद सानफुई, डॉ. स्वेता सिंह, डॉ. शुभ्रा दुबे, डॉ. अमन गुप्ता, डॉ. निशांत गुप्ता, डॉ. अंकुर कुमार आदि ने प्रतिभागी छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन किया। अंत में विभागाध्यक्ष कम्युनिटी मेडिसिन डॉ. अमनजोत कौर चौहान ने सफल आयोजन के लिए सभी का आभार माना।
चित्र कैप्शनः अतिथियों के साथ रंगोली और पोस्टर प्रतियोगिता के प्रतिभागी छात्र-छात्राएं।