Sunday, June 1, 2025
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फेयरवेल पार्टी में जीएल बजाज के छात्र-छात्राओं ने जमाया रंग

  • गर्वित पाठक मिस्टर तो श्रेयांशी शर्मा बनीं मिस फेयरवेल

मथुरा। जी.एल. बजाज ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस मथुरा में शनिवार को हर तरफ मस्ती और उल्लास का माहौल रहा। बी.टेक. कम्प्यूटर साइंस एण्ड इंजीनियरिंग तृतीय वर्ष के छात्र-छात्राओं ने अपने सीनियर्स को फेयरवेल पार्टी देकर उनके स्वर्णिम भविष्य की कामना की। फेयरवेल पार्टी का शुभारम्भ संस्थान की निदेशक प्रो. नीता अवस्थी द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलित कर किया गया। अंत में निर्णायकों द्वारा गर्वित पाठक को मिस्टर फेयरवेल तथा श्रेयांशी शर्मा को मिस फेयरवेल चुना गया।
शनिवार शाम को जी.एल. बजाज ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस का सभागार बी.टेक. कम्प्यूटर साइंस एण्ड इंजीनियरिंग के छात्र-छात्राओं के मनमोहक कार्यक्रमों के नाम रहा। बी.टेक. कम्प्यूटर साइंस एण्ड इंजीनियरिंग तृतीय वर्ष के छात्र-छात्राओं ने अपने सीनियर्स के सम्मान में एक से बढ़कर एक रंगारंग कार्यक्रम पेश किए। फेयरवेल पार्टी लगभग चार घंटे चली। इस अवसर पर जूनियर छात्र-छात्राओं ने अपने भावुक भाषणों, गीत, नृत्य और मनोरंजक स्क्रिप्ट के माध्यम से अपनी कृतज्ञता तथा प्रशंसा व्यक्त की। सीनियर छात्र-छात्राओं ने अपने जूनियर साथियों से मिले प्यार और स्नेह को दिल से सराहा। पूरे कार्यक्रम के दौरान बजती तालियां दर्शा रही थीं कि इस फेयरवेल पार्टी की यादें इनके दिलोदिमाग में लम्बे समय तक बनी रहेंगी।
फेयरवेल पार्टी में छात्र-छात्राओं की सफल यात्रा को शॉर्ट रील के माध्यम से दिखाया गया, इसके बाद बी.टेक. कम्प्यूटर साइंस एण्ड इंजीनियरिंग के छात्र-छात्राओं ने दिल को छू लेने वाले कई कार्यक्रम प्रस्तुत किये। इस अवसर पर जूनियर्स ने सीनियर्स के लिए स्वागत गीत और नृत्य में भावों का ऐसा संयोजन किया कि मौका सचमुच विशेष हो गया। अगली कड़ी में यादों का ऐसा पिटारा खुला, जिसमें अध्यापकों के साथ कक्षाओं के खास पल, उनके डांटने और समझाने के पल, सीनियर्स के साथ डिस्कशन, जूनियर्स के लिए सीनियर्स का एप्रिसिएशन, कुछ ऐसे पल जो सेल्फी के रूप में आए और स्लाइड का हिस्सा बने।
छात्र-छात्राओं के ग्रुप डांस ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों को एक खास मुकाम दिया। तत्पश्चात कार्यक्रम के अगले चरण में बी.टेक. अन्तिम वर्ष के विद्यार्थियों ने संस्थान में अपने अध्ययनकाल के दौरान हासिल अनुभव जूनियर विद्यार्थियों के साथ बांटे तथा सफल छात्र जीवन हेतु उन्हें आवश्यक सलाह दी। इस अवसर पर बी.टेक. तृतीय वर्ष के छात्र-छात्राओं द्वारा अपने सीनियर्स को उनके साथ बिताये तीन वर्षों के अनुभव के आधार पर कुछ उपनाम दिए गए जोकि फेयरवेल पार्टी के सबसे अधिक मनोरंजक पल रहे।
फेयरवेल पार्टी के सुनहरे पलों में सबसे भावविभोर कर देने वाला वो क्षण रहा जब बी.टेक. अन्तिम वर्ष के छात्र-छात्राओं द्वारा जी.एल. बजाज में चार वर्ष के बिताए हुए खूबसूरत पलों को चलचित्र द्वारा प्रस्तुत किया गया। छात्र-छात्राओं की इस प्रस्तुति ने सभी को भाव-विभोर कर दिया। कार्यक्रम के अन्तिम चरण में सभी सीनियर्स को जूनियर्स द्वारा स्मृति चिह्न भेंट किये गए तथा उनके सुनहरे भविष्य की मंगलकामना के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया। संस्थान की निदेशक प्रो. नीता अवस्थी ने सभी विदा ले रहे छात्र-छात्राओं को कॉलेज का एम्बेसडर मानते हुए हमेशा लगन और मेहनत से अपने लक्ष्य को हासिल करने का आह्वान किया। छात्र-छात्राओं के नयनाभिराम कार्यक्रमों की विभागाध्यक्ष डॉ. रमाकान्त बघेल, डॉ. भोले सिंह, डॉ. वी.के. सिंह, डॉ. शशी शेखर, नन्दनी शर्मा, ऋचा मिश्रा, मेधा खेनवार, सोनिका आदि ने मुक्तकंठ से सराहना की।

स्मैक के नशा से बर्बाद होता बरसाना

  • बरसाना में खुलेआम बिक रही है स्मैक

रिपोर्ट राघव शर्मा

बरसाना: धार्मिक नगरी बरसाना में उड़ता पंजाब की तरह स्मैक के नशा में युवा पीढ़ी बर्बाद होती जा रही है। बरसाना में खुलेआम स्मैक की बिक्री हो रही है। जबकि पुलिस मूक दर्शक बनी हुई है।

आस्था व श्रद्धा का केंद्र कहे जाने वाले बरसाना में दिन रोज हजारों श्रद्धालु राधारानी के दर्शन करने आते है। ऐसे में धार्मिक नगरी में खुलेआम गली, मौहल्ला चौराहा पर स्मैक की बिक्री होती है। स्मैक से युवा पीढ़ी बर्बादी की कगार पर है। सुबह हो या शाम लोग स्मैक के नशा में चूर रहते है। स्मैक पीने वालों का आतंक इस कदर है कि आए दिन कस्बे से बाइक चोरी हो रही है। यहां तक की स्मैक पीने की लत जिन युवाओं में लग गई है वो इस नशा के लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाते है।

सफेद सिल्वर पेपर पर स्मैक रखा युवा उसके धुआं को मुंह में खींचते नजर आते है। जिसके बाद उक्त सफेद नशा में युवा सुध बुध तक को बैठते है। जबकि पूर्व में स्मैक के नशा से तीन युवाओं की मौत तक हो गई है। सबसे हैरान कि बात तो यह है कि सुदामा चौक, मैन बाजार, पुराना अड्डा, बरसाना देहात में खुलेआम स्मैक की बिक्री हो रही है। जबकि पुलिस मूक दर्शक बनी हुई है। स्मैक पीने वाले युवाओं को अगर यह न मिले तो वो चोरी करने को मजबूर हो जाते है। स्थानीय निवासी भगत सिंह ने बताया कि कस्बे में खुलेआम स्मैक बिक रही है। जिससे युवा पीढ़ी बर्बादी के कगार पर है। नरसिंह ने बताया कि सुबह हो शाम हर वक्त स्मैक पीने वाले लोगों का झुंड तक लग जाता है। यहां तक की स्कूल बंद होने के बाद स्मैक पीने वाले एकत्र हो जाते है।

बरसाना – राधा रानी के मंदिर के रास्तों पर 11 स्थानों पर बनेंगे आरओ प्लांट, शौचालय, बाथरूम

  • बरसाना राधारानी मंदिर के रोप वे का जल्द होगा लोड ट्रायल

रिपोर्ट राघव शर्मा

बरसाना । श्री राधारानी की नगरी बरसाना में उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के तत्वावधान में माता जी गौशाला मान मंदिर सेवा संस्थान के सहयोग से संचालित राधा रसोई में प्रतिदिन सैकडों की संख्या में श्रद्धालु भोजन प्रसाद ग्रहण कर लाभ उठा रहे हैं। आज इस राधा रसोई का ब्रज तीर्थ विकास परिषद के सीईओ विप्रा उपाध्यक्ष एसवी सिंह व मथुरा— वृंदावन विकास प्राधिकरण के सचिव अ​रविद कुमार द्विवेदी और डिप्टी सीईओ जे पी पांडेय ने संयुक्त रूप से निरीक्षण किया।
ब्रज तीर्थ विकास परिषद के सीईओ ने इसका संचालन देख रहे कर्मचारियों व स्वयं सेवकों से कहा कि यहां अधिक से अधिक श्रद्धालुओं को नि:शुल्क भोजन की व्यवस्था कराई जाए। इसके लिए एक व्यक्ति यात्रियों से अनुरोध करने के लिए लाडलीजी मंदिर के रास्ते पर खडा किया जाए। यहां दोनों अधिकारियों ने राधाजी के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को भोजन परोसा। भोजन में एकादशी व्रत का फलहार दिया गया। बाद में यही भोजन स्वयं पाया । यहां भोजन करने बाद यात्रियों ने बताया कि यह सरकार और मानमंदिर सेवा संस्थान का सराहनीय प्रयास है। इसका संचालन देख रहे मानमंदिर सेवा संस्थान के स्वयं सेवक हरिपद दास महाराज ने बताया कि राधा रसोई में प्रतिदिन सुबह आठ से दोपहर दो बजे तक और शाम को पांच से रात्रि आठ बजे तक भोजन कराया जाता हैं।
रविवार को दोपहर उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के सीईओ व विप्रा उपाध्यक्ष एसवी सिंह व एमवीडीए के सचिव अ​रविंद कुमार द्विवेदी पत्रकारों के दल के साथ राधारानी की नगरी बरसाना में पहुंचे।उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के सीईओ एवं विप्रा उपाध्यक्ष ने कहा कि कमिश्नर ऋतु माहेश्वरी मंशा है ब्रज के तीर्थ स्थल को बरसाना को विकसित किया जाए। उनके निर्देश पर उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद व एमवीडीए दोनों मिलकर प्रयासरत हैं। उन्होंने यहां सर्वप्रथम बरसाना में पीपीपी मॉडल पर बन रहे रोप वे का निरीक्षण किया। उसके बाद दोनों अधिकारियों ने लाडलीजी मंदिर में राधा जी के दर्शन किए। साथ ही मंदिर केगर्भग्रह की चौखट पर माथा टेक कर मनौती मांगी।
विप्रा उपाध्यक्ष ने पत्रकारों के दल को बताया कि बरसाना में आने वाले श्रद्धालुओं को धूप व वर्षा से बचाने केलिए सभी रास्तों पर टीन शेड की व्यवस्था की जा रही है। इसके अलावा मंदिर के रास्तों के 11 स्थान चिन्हित किए गए हैं। जिन पर वाटर कूलर, आरओ प्लांट, शौचालय बाथरूम, विश्राम स्थल आदि की व्यवस्था की जाएगी। इसके कार्य शीघ्र प्रारंभ हो जाएंगे। इसके गोवर्धन ड्रेन को ढका जाएगा। उंचागांव के दूसरे रास्ते को बनाया जाएगा। राधा बाग के समीप उस पर पुल का का निर्माण किया जाएगा। यहां अन्य कार्य विचाराधीन है। उन पर शीघ्र कार्य योजना तैयार हो रही है। विप्रा उपाध्यक्ष ने बताया कि बरसाना के रोप वे का कार्य प्रगति पर है। अब इसका 20—25 दिन लोड का ट्रायल हो होगा। उसके सफल होने पर इसको यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए चालू करा दिया जाएगा। यहां के बाद विप्रा उपाध्यक्ष व ​सचिव दोनों गहवरवन रमेश बाबा महाराज से आशीर्वाद लेने पहुंचे। वहां संत ब्रजराज उर्फ सुनील सिंह ने मंदिर के निर्माण व अन्य जानकारी दीं।
निरीक्षण में उप्र ब्रज तीर्थ विकास परिषद के डिप्टी सीईओ जे पी पांडेय, परिषद के सहायक अभियंता आर पी यादव, दूधनाथ यादव, विप्रा के जेई सर्वेश गुप्ता, परिषद के कोर्डिनेटर चंद्र प्रताप सिंह सिकरवार आदि ने निरीक्षण किया।

समर कैंप कुछ मस्ती – कुछ पढ़ाई में बच्चे निखरेंगे प्रतिभा

  • द सारंग हाई इम्पेक्ट स्कूल मं समर केम्प का आयोजन 20 मई से 03 जून तक

वृंदावन। गर्मियों की छुट्टी आते ही बच्चे हो या बड़े सभी में एक अलग ही उत्साह आ जाता है। किन्तु समय के साथ-साथ सामाजिक व्यवस्थाएँ बदली हैं और सम्मिलित परिवार भी कम होते गए हैं। एकल परिवार में भी या तो माता-पिता दोनों ही या कम से कम एक तो आवश्यक रूप से कार्यरत रहते हैं। ऐसे में बच्चों के गर्मियों की छुट्टी के समय का सदुपयोग होना बहुत आवश्यक है जिससे बच्चे बहुत दिनों के लिए पढ़ाई के परिवेश से दूर न हों।
इसी बात को ध्यान में रखते हुए मथुरा जिले के प्रथम क्रेम्ब्रिज बोर्ड स्कूल द सारंग हाई इम्पेक्ट स्कूल में समर केम्प का आयोजन 20 मई से 03 जून तक किया जाएगा। समर केम्प का आयोजन विद्यालय परिसर, चैतन्य विहार, फेज-1 में ही रखा गया है। सम्पूर्ण विद्यालय कक्ष एसी सुविधा से सुसज्जित हैं।

समर केम्प में विद्यार्थी साइंस प्रोजेक्ट, केरियर गाइडेंस, आत्मविश्वास परामर्श, नाटक विधा, नृत्य एवं वाद्ययंत्र तो सीखेंगे ही साथ ही शेक बनाना, कागज के बैग बनाना, फ्रेंडशिप बैंड, पत्तियों के क्राउन, तीलियों से चित्रकला, कहानी कहने की कला व सृजन आदि ढेरों कलाओं का ज्ञान अर्जित करेंगे। अंतिम दो दिनों विशेष आयोजन रखे गए हैं। एक दिन बच्चों के लिए वाटरपार्क का इंतजाम किया गया है और अंतिम दिन नाटक की प्रस्तुति एवं सीखी हुई विद्याओं की प्रदर्शनी का आयोजन होगा जिसमें अभिभावक भी आमंत्रित होंगे।
लाइक स्किल्स के लिए इससे अच्छा कार्यक्रम हो ही नहीं सकता अतः विद्यार्थियों को यह समर केम्प आवश्यक रूप से करना चाहिए।

के.डी. डेंटल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल को मिली कॉन्शियस सेडेशन मशीन की सौगात

  • विशेषज्ञों ने छोटे बच्चों की दर्दरहित दंत चिकित्सा पर डाला प्रकाश

मथुरा। दंत चिकित्सा के क्षेत्र में समूचे बृज मण्डल में अपनी विशिष्ट पहचान रखने वाला के.डी. डेंटल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल लगातार अपनी चिकित्सा सुविधाओं में इजाफा कर रहा है। हाल ही में प्रबंधन के प्रयासों से यहां पेडोडॉन्टिक्स विभाग को दूसरी कॉन्शियस सेडेशन मशीन की सौगात मिली है। कॉन्शियस सेडेशन मशीन की उपयोगिता पर आयोजित दो दिवसीय चेतन बेहोशी कार्यशाला में विशेषज्ञों ने सैकड़ों बीडीएस छात्र-छात्राओं, एमडीएस प्रशिक्षुओं तथा दंत चिकित्सकों को बताया कि कॉन्शियस सेडेशन मशीन छोटे बच्चों की दर्दरहित दंत चिकित्सा का सबसे अच्छा माध्यम है।
दो दिवसीय कार्यशाला के पहले दिन अहमदाबाद के प्रख्यात वक्ता डॉ. आकाश पटदोइया ने बताया कि सेडेशन दंत चिकित्सा आपको आरामदायक बनाए रखती है। यह दांतों की चिन्ता से पीड़ित लोगों या लम्बे समय से इलाज करा रहे लोगों तथा बच्चों के लिए काफी फायदेमंद है। उन्होंने बताया कि सचेतन बेहोश करने की तकनीक एक ऐसी तकनीक है जिसमें किसी दवा या नशीली दवाओं के उपयोग से केंद्रीय तंत्रिका तंत्र (सीएनएस) में अवसाद की स्थिति उत्पन्न हो जाती है, जिससे उपचार किया जा सकता है, लेकिन इस दौरान बेहोश करने की पूरी अवधि के दौरान रोगी के साथ मौखिक सम्पर्क बनाए रखा जाता है। बेहोश करने की क्रिया का स्तर ऐसा होना चाहिए कि रोगी सचेत रहे, सुरक्षात्मक प्रतिक्रिया बनाए रखे और मौखिक आदेशों को समझने तथा उनका जवाब देने में सक्षम हो। उन्होंने कहा कि कॉन्शियस सेडेशन पूरी तरह से सुरक्षित है।
दूसरे दिन जयपुर के विशेषज्ञ दंत चिकित्सक डॉ. दीपेश प्रजापति ने बताया कि सचेतन बेहोशी एक ऐसी चीज़ है जो दंत चिकित्सकों को अपने दंत चिकित्सालय में कई रोगियों का इलाज करने की अनुमति देती है। यह चिंता वाले रोगियों के लिए एक शानदार विकल्प है और इसका उपयोग रूट कैनाल, गहरी मसूड़ों की सफाई और दंत प्रत्यारोपण सहित कई उपचारों के लिए किया जा सकता है। सेडेशन दंत चिकित्सा दांत निकालने के बारे में आपकी चिंता को प्रबंधित करने और यह सुनिश्चित करने का एक तरीका है कि इसके बाद कोई दर्द न हो।
डॉ. प्रजापति ने बताया कि मौखिक चेतन बेहोशी एक प्रकार की बेहोशी है जिसे आप अपनी प्रक्रिया से पहले मौखिक रूप से लेते हैं। इसका उपयोग किसी भी दंत प्रक्रिया के लिए किया जा सकता है लेकिन इसका उपयोग आमतौर पर दांत निकालने के लिए किया जाता है। उपचार के दौरान दवा आपको आराम और शांति महसूस करने में मदद करेगी, जिससे आप अपने मुंह में क्या हो रहा है, इसके बारे में घबराहट या चिंता महसूस किए बिना कुर्सी पर आराम कर पाएंगे। दूसरे दिन के अंतिम सत्र में “हैंड्स ऑन प्रोग्राम” के दौरान प्रत्येक पंजीकृत प्रतिभागी को कॉन्शियस सेडेशन मशीन का प्रशिक्षण देने के साथ उसे काम करने का मौका दिया गया।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने के.डी. डेंटल कॉलेज में कॉन्शियस सेडेशन की दूसरी इकाई की स्थापना पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इससे बृज मण्डल के दंत पीड़ितों को दर्दरहित उपचार में मदद मिलेगी। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि हमारा उद्देश्य हर बृजवासी को निरोगी रखना है। प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने कहा कि कॉन्शियस सेडेशन मशीन बच्चों के दंत उपचार में वरदान साबित होगी। अंत में संस्थान के डीन और प्राचार्य डॉ. मनेष लाहौरी ने इस सफल कार्यशाला के लिए विभागाध्यक्ष पेडोडॉन्टिक्स डॉ. सोनल गुप्ता और उनके टीम सदस्यों की मुक्तकंठ से प्रशंसा की।

पेट्रोल-डीजल और प्रदूषण बचाने में ईको ड्राइव सबसे कारगर, जी.एल. बजाज के छात्र-छात्राओं ने आइडियाथॉन में रखे अपने विचार

मथुरा। छात्र-छात्राओं में नवाचार, सृजनात्मक सोच और उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए जी.एल. बजाज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, मथुरा में एक तकनीकी कार्यक्रम आइडियाथॉन आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं की टीमों ने विविध विषयों पर अपने-अपने विचार रखे। निर्णायक मण्डल ने “ईको ड्राइव” पर सारगर्भित ज्ञान साझा करने वाली काइनेटिक ऋषि टीम को न केवल पहला स्थान प्रदान किया बल्कि टीम के सदस्यों सर्वांग शुक्ला, कुशाग्र, प्रणव सिंह, भूमिका शर्मा तथा वंशिका कौशिक को शील्ड के साथ ही 51 सौ रुपये का चेक प्रदान कर उनका हौसला बढ़ाया।
आइडियाथॉन कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने अपनी नवोन्मेषी सोच और समस्या समाधान क्षमताओं का शानदार प्रदर्शन किया। इस कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने विविध सामाजिक समस्याओं को बताने के साथ ही उनके समाधान पर भी अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम के अंतिम दिन निर्णायक मंडल में शामिल प्रियस इंडिया ट्रेडिंग के संस्थापक, निदेशक और मैनिसो के मालिक ऋषभ खंडेलवाल, एरेटे प्रा.लि. के स्पेशल ऑप्स भारत वार्ष्णेय तथा कंसल्टेंट क्यूए के संस्थापक सूर्यांक सिंह चौधरी के सम्मुख छात्र-छात्राओं ने दिए गए विषयों पर अपने-अपने विचार साझा किए।
प्रतिभागियों की रचनात्मकता और सरलता से प्रभावित होकर निर्णायक मंडल ने बाजार और उद्योग की जरूरतों पर बहुमूल्य प्रतिक्रियाएं और अंतर्दृष्टि प्रदान की। आइडियाथॉन की विजेता टीम काइनेटिक ऋषि के छात्र-छात्राओं ने “ईको ड्राइव” पर विचार व्यक्त करते हुए कहा कि मौजूदा समय में पर्यावरण प्रदूषण समूची दुनिया के सामने एक बड़ी चुनौती है। एक तरफ जहां पेट्रोल व डीजल की कीमतें आसमान छू रही हैं वहीं इससे प्रदूषण में भी काफी इजाफा हो रहा है।
छात्र-छात्राओं ने बताया कि यदि हमारा समाज ईको-ह्वीकल ड्राइविंग को आत्मसात कर ले तो इससे न केवल पेट्रोल और डीजल की बचत होगी बल्कि प्रदूषण भी कम फैलेगा और पर्यावरण को भी नुकसान नहीं होगा। विजेता टीम के सदस्यों ने बताया कि ईको ड्राइविंग व्यवहार और प्रशिक्षण प्रथाओं से ईंधन अर्थव्यवस्था में 11 से 50 फीसदी तक का सुधार हो सकता है। इसके अलावा सीओटू के उत्सर्जन में भी भारी कमी हो सकती है। इससे पर्यावरण के अलावा सामाजिक लाभ भी है। भारत में एक टन सीओटू उत्सर्जन से अर्थव्यवस्था को लगभग 86 डॉलर का नुकसान होता है।
संस्थान की निदेशक प्रो. नीता अवस्थी ने कहा कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्र-छात्राओं को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए एक मंच प्रदान करना है। ऐसे कार्यक्रमों से सहयोग और टीम वर्क को प्रोत्साहन मिलता है। प्रो. अवस्थी ने कहा कि जी.एल. बजाज छात्र-छात्राओं के बीच नवाचार और उत्कृष्टता को बढ़ावा देने को प्रतिबद्ध है। इस सफल कार्यक्रम के लिए उन्होंने विभिन्न विभाग प्रमुखों तथा संकाय सदस्यों के मार्गदर्शन की मुक्तकंठ से प्रशंसा की। कुल मिलाकर आइडियाथॉन एक उल्लेखनीय कार्यक्रम रहा, जिसमें न केवल छात्र-छात्राओं को प्रतिभा प्रदर्शन का मौका मिला बल्कि उन्हें बहुत कुछ सीखने को भी मिला।

कभी न करें मौखिक स्वास्थ्य की अनदेखीः डॉ. मनेष लाहौरीके.डी. डेंटल कॉलेज में विश्व मौखिक स्वास्थ्य दिवस पर हुए विविध कार्यक्रम

मथुरा। अपने मौखिक स्वास्थ्य की देखभाल करना हम सभी का दायित्व है। यदि हमारा मुंह स्वस्थ होगा तभी शरीर भी निरोगी रहेगा। स्वस्थ मुंह खाए गए भोजन को आपके शरीर में सही तरीके से पहुंचाता है। जो भोजन आप खाते हैं वह आपके अंग और प्रतिरक्षा प्रणाली के इष्टतम कार्य के लिए ऊर्जा और संसाधन प्रदान करता है लिहाजा हमें अपने मौखिक स्वास्थ्य की कभी अनदेखी नहीं करनी चाहिए। यह बातें के.डी. डेंटल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल में आयोजित विश्व ऑर्थोडॉन्टिक स्वास्थ्य दिवस पर प्राचार्य और डीन डॉ. मनेष लाहौरी ने छात्र-छात्राओं तथा उपस्थित मरीजों को बताईं।
के.डी. डेंटल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल में बुधवार को ऑर्थोडॉन्टिक्स और डेंटोफेशियल ऑर्थोपेडिक्स विभाग द्वारा विश्व मौखिक स्वास्थ्य दिवस पर विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस अवसर पर दंत चिकित्सा विशेषज्ञों ने जटिल दंत प्रक्रियाओं के प्रबंधन पर विस्तार से प्रकाश डाला। विशेषज्ञ दंत चिकित्सकों ने गलत संरेखित दांतों को ठीक करने के लिए क्लियर एलाइनर, लिंगुअल ब्रेसिज़, सिरेमिक ब्रेसिज़ और सेल्फ-लिगेटिंग ब्रेसिज़ जैसी उन्नत उपचार तकनीकों को समझाया।


चिकित्सकों ने कटे होंठ और कटे तालु की स्थिति के लिए विशेष देखभाल के साथ-साथ सर्जिकल और गैर-सर्जिकल दोनों तरीकों के माध्यम से कंकाल संबंधी अनियमितताओं वाले रोगियों की जानकारी दी। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण ऑर्थोडॉन्टिक रूप से उपचारित मामलों की प्रस्तुति थी, जिसमें ऑर्थोडॉन्टिक देखभाल में विभाग की विशेषज्ञता और प्रगति का प्रदर्शन किया गया। विश्व ऑर्थोडॉन्टिक स्वास्थ्य दिवस पर न केवल दंत समस्याओं पर चर्चा हुई बल्कि दंत चिकित्सा के क्षेत्र में के.डी. डेंटल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल की प्रतिबद्धता पर भी प्रकाश डाला गया।
प्राचार्य डॉ. लाहौरी ने बताया कि हमारे दंत चिकित्सक हर आयु वर्ग के लोगों का पूरी शिद्दत से उपचार करने में सिद्धहस्त हैं। के.डी. डेंटल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल के ऑर्थोडॉन्टिस्ट बच्चों और वयस्कों की देखभाल करने के साथ ही इनविज़लाइन और इनविज़लाइन टीन सेवाओं के प्रमुख प्रदाता होने पर गर्व करते हैं। हमारे पास सभी रोगियों का करुणा और वैयक्तिकता के साथ इलाज करने की क्षमता है, जिनमें विशेष आवश्यकता वाले मरीज भी शामिल हैं क्योंकि हमारे पास उन बच्चों के लिए भी उपचार कक्ष उपलब्ध हैं जिन्हें अतिरिक्त गोपनीयता और अनुकूलित देखभाल विकल्पों की आवश्यकता होती है।
कार्यक्रम के दौरान प्रो. (डॉ.) अतुल कुमार सिंह (एचओडी ऑफ ऑर्थोडॉन्टिक्स) ने बताया कि टेढे़ मेढ़े, अनियमित दांत व जबड़े का मुख्य कारण अनुवांशिकी होता है। इसके साथ ही मुंह के श्वांस लेने, कुपोषण, जीभ की बनावट, गलत ढंग से भोजन करना भी इसकी वजह हो सकती है। अंत में डॉ. लाहौरी द्वारा प्रो. (डॉ.) ओंकार सिंह यादव, प्रो. (डॉ.) अतुल कुमार सिंह और प्रशासनिक अधिकारी नीरज छापरिया को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में नए संकाय सदस्य (रीडर) के रूप में प्रो. (डॉ.) अंकित चौधरी का परिचय प्राचार्य डॉ. मनेष लाहौरी ने दिया। कार्यक्रम में सभी विभागों के प्रमुख, संकाय सदस्य, छात्र-छात्राएं, मरीज और अटेंडर उपस्थित रहे।

वीपीएस में मनाई गई आइसक्रीम पार्टी, बच्चों के चेहरे पर आई मुस्कान

वृंदावन। बढ़ती गर्मी को देखते हुए वृंदावन नर्सरी स्कूल में बुधवार को आइसक्रीम डे का आयोजन किया गया। जिसमें वी.एन.एस की कक्षा पी.जी, एल.के.जी व यू.के.जी के छात्र व छात्रा मौजूद रहे।
बच्चों ने अपने मनपसंद आइसक्रीम खाई। वी .एन. एस में शिक्षा के साथ-साथ प्रतियोगिता के आयोजन से बच्चों के तनाव से मुक्ति मिलती है व गर्मी की छुट्टियों से पहले कई प्रतियोगिता करवाई जाती है।
सभी बच्चों ने भीषण गर्मी में आइसक्रीम पार्टी का लुफ्त उठाया। आइसक्रीम डे बच्चों के लिए बहुत ही ज्यादा मनोरंजपूर्ण अनुभव वाला साबित हुआ।
शिक्षिकाओं द्वारा बच्चों को भीषण गर्मी में बचाव के उपाय तथा हेल्दी फूड, पानी ज्यादा से ज्यादा पीना, जूसी फ्रूट का सेवन करने के लिए कहा।
इस अवसर पर माधुरी शुक्ला, श्रुति शर्मा, अनामिका सक्सेना, ललिता, अनुपमा पाठक, भावना शर्मा मौजूद रहीं।

सी. बी. एस. ई. के 12वीं की परीक्षा परिणाम में वी पी एस के छात्रों ने रचा इतिहास

वृंदावन। शैक्षिक सफलता में नए-नए आयामों को स्थापित करते हुए वृंदावन पब्लिक स्कूल के छात्रों ने अभूतपुर्व सफलता हासिल करके विद्यालय का नाम रोशन किया।
विज्ञान वर्ग के प्रथम स्थान पर गोविंद गुप्ता ने 98% अंक लाकर पूरे विद्यालय को गौरवान्वित किया। वी पी एस के इस छात्र ने सभी विषयों में 95 से ऊपर अंक प्राप्त किये तथा केमिस्ट्री में 100 में से 100 अंक लाकर अपनी उत्कृष्टता का परिचय दिया। वहीं द्वितीय स्थान पर तान्या अग्रवाल ने 96% अंक प्राप्त किया वह कंप्यूटर साइंस में 100 में से 100 अंक लाकर अपनी सर्वोक्रष्टता का परचम लहराया। तृतीय स्थान पर ईशान गौर 87%, चतुर्थ स्थान पर प्रिया सैनी ने 86% तथा पांचवी स्थान पर 82% प्रतिशत लाकर विद्यालय को हर्ष अनुभव कराया। वही वाणिज्य वर्ग से सागर दिवाकर ने 88% तथा अकाउंट में 100 में से 95 अंक प्राप्त किये। वहीं द्वितीय स्थान पर चाहत शर्मा ने 83 % व तृतीय स्थान पर मनमोहन ने 81% से रहे। अधिकतम अंको को श्रेणी में कंप्यूटर साइंस में 100 तान्या अग्रवाल,,केमिस्ट्री मे 100, गोविन्द गुप्ता ने, अंग्रेजी में 99, गोविन्द गुप्ता, गणित में 95 गोविन्द गुप्ता, , फिजिक्स मे 98 गोविन्द गुप्ता, बायोलॉजी में 95 तान्या अग्रवअग्रवा, अकाउंट में 95 सागर दिवाकर के रहे।
प्रथम श्रेणी से विज्ञान वर्ग मे 36 द्वितीय श्रेणी मे 4 छात्र रहे वही वाणिज्य वर्ग मे प्रथम श्रेणी मे 17 छात्र व द्वितीय श्रेणी मे 12 छात्र उत्तीर्ण रहे। हिंदी में विशेष योग्यता प्राप्त करने वाले छात्रों की संख्या 27,अंग्रेजी मे 35, फिजिक्स मे 10 छात्र, 8 केमिस्ट्री मे, शारीरिक शिक्षा मे 32 छात्र ने अपनी। विषयों मे उतरकृष्टता प्रदर्शित की। इसी के साथ कक्षा 10 के परीक्षा परिणाम में कक्षा 10 के परीक्षा परिणामों में भी छात्रों ने बाजी मारी और अभूतपुर्व सफलता हासिल की । इसमें प्रथम स्थान पर भूमि गुप्ता, द्वितीय स्थान पर युग शर्मा व तृतीय स्थान पर कृति अग्रवाल रही। वही अधिकतम अंकों की संख्या में ब्यूटी एंड वैलनेस विषय में 100 में से गणित में युग शर्मा ने 99 सामाजिक अध्ययन में, ने 98 विज्ञान में 98 हिंदी में 98 युग शर्मा इंग्लिश में मानसी भारद्वाज ने 98 प्राप्त किये।
लगभग 15 बच्चों ने 90 प्रतिशत से ऊपर प्राप्तांक प्राप्त किये।
ब्यूटी एंड वैलनेस में 90 से ऊपर लाने वाले छात्रों की संख्या 10 लगभग, हिंदी में 9 छात्रों में , अंग्रेजी में आठ छात्रों में, गणित में 11 छात्रों ने, विज्ञान में 11 छात्रों ने विषय में अपनी उत्कृष्ट का परिचय दिया।
इसी के साथ लगभग 60 छात्रों ने प्रथम श्रेणी व 30 छात्रों ने द्वितीय श्रेणी से अपन नी इस सफलता को अपने नाम दर्ज कराया।
विद्यालय के निदेशक डॉ. ओम जी व प्रधानाचार्य कृति शर्मा ने छात्रों को शुभकामनाएं दीं व उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

राजीव एकेडमी के पांच छात्र-छात्राओं को मिला उच्च पैकेज पर जॉब, चयनित विद्यार्थी एज्यूकेशनल कन्सल्टेंट कम्पनी में देंगे सेवाएं

मथुरा। राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट के छात्र-छात्राएं लगातार राष्ट्रीय-बहुराष्ट्रीय कम्पनियों को अपने शैक्षणिक कौशल और कुशाग्रबुद्धि से न केवल प्रभावित कर रहे हैं बल्कि उच्च पैकेज पर सेवा का अवसर भी हासिल कर रहे हैं। हाल ही में यहां के पांच छात्र-छात्राओं का नोएडा में संचालित एज्यूकेशनल कन्सल्टेंट कम्पनी कैम्पशाला में उच्च पैकेज पर चयन किया गया है। शिक्षा पूरी करने से पहले ही मिल इस सफलता से छात्र-छात्राओं के साथ ही अभिभावक भी खुश हैं।
राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट के ट्रेनिंग एण्ड प्लेसमेंट विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बीते दिनों कैम्पस प्लेसमेंट को आए एज्यूकेशनल कन्सल्टेंट कम्पनी कैम्पशाला के पदाधिकारियों द्वारा यहां के छात्र-छात्राओं के शैक्षणिक कौशल का मूल्यांकन करने के बाद उनका साक्षात्कार लिया गया। अंत में कम्पनी पदाधिकारियों ने बीबीए की अंशिका खण्डेलवाल, मयंक शर्मा, पलक गुप्ता तथा बी.ई.कॉम की फाल्गुनी अग्रवाल और तनिष्क सोनी को उच्च पैकेज पर आफर लेटर प्रदान किए।
कम्पनी के अधिकारियों ने छात्र-छात्राओं को बताया कि बहुत कम समय में इस कम्पनी ने बहुत तेजी से ग्रोथ किया है। कम्पनी छात्र-छात्राओं और विश्वविद्यालय के मध्य प्रोफेशनल्स की कार्य गुणवत्ता सुधार के क्षेत्र में एक ब्रिज का कार्य करती है। यह कम्पनी एज्यूकेशनल कन्सल्टेंट का कार्य करती है। इसके अलावा एक्सटेंशिव कोर्स उद्देश्य से संबंधित उपयोगी सूचनाएं, अपग्रेड करिअर आप्शन, उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एडिशनल टेक्नोलॉजी सेक्टर तथा इसके अंतर्गत नवाचार और शैक्षिक प्रोसेस को अपग्रेड करने की टेक्निक भी उपलब्ध कराती है। कम्पनी का मुख्यालय नोएडा में है।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने चयनित छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए अपने संदेश में कहा कि वर्तमान समय में हर क्षेत्र में आधुनिक टेक्नोलॉजी और उसमें लगातार होते अपडेशन के चलते सभी प्रोफेशनल्स को कार्य स्थल पर कार्य करने के लिए उसी अपडेशन के अनुरूप कार्य सम्पादन करना होता है जिससे कार्य निष्पादन और गुणवत्ता में कोई कोर कसर शेष न रहे। इसी के लिए कम्पनियां (नियोक्ता) और कर्मचारी के मध्य कई विश्वविद्यालय एडिशनल टेक्निक विकसित कर रहे हैं जिससे नियुक्त हुए प्रोफेशनल को कार्य करते समय कठिनाई महसूस नहीं हो।
प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने चयनित छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। श्री अग्रवाल ने कहा कि मौजूदा समय में हर क्षेत्र में नवीनतम तकनीक को प्राथमिकता दी जा रही है लिहाजा हर विद्यार्थी को अपने शैक्षणिक कौशल को हमेशा अपडेट करते रहना चाहिए।
संस्थान के निदेशक डॉ. अमर कुमार सक्सेना ने कहा कि प्रोफेशनल कोर्स करते समय ही यदि छात्र-छात्राएं अपनी स्किल को सुधार लें तो उन्हें हर क्षेत्र में लाभ प्राप्त होगा। डॉ. सक्सेना ने कहा कि राजीव एकेडमी में वर्षभर शिक्षा के साथ ही छात्र-छात्राओं को कॉर्पोरेट जगत की आवश्यकता के अनुसार तैयार किया जाता है। यहां छात्र-छात्राओं को कॉर्पोरेट जगत में कदम रखने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन भी प्रदान किया जाता है। छात्र-छात्राओं को प्रदान किया जाने वाला सॉफ्ट स्किल प्रशिक्षण उन्हें अपनी व्यक्तिगत क्षमता को पहचानने में मदद करता है।