Wednesday, June 25, 2025
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प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति रक्तदान कर बचाए मानव जीवन


के.डी. हॉस्पिटल में रक्तदान कर लिया मानव रक्षा का संकल्प
मथुरा। रक्तदान दुनिया का सबसे बड़ा दान है। हमें स्वेच्छा से रक्तदान कर मानव जीवन की रक्षा में अपना योगदान देना चाहिए। रक्तदान से कभी कोई गम्भीर बीमारी नहीं होती इसलिए प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति को न केवल रक्तदान करना चाहिए बल्कि दूसरे लोगों को भी प्रेरित करना चाहिए। यह बातें के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर में पैथालॉजी विभाग द्वारा शनिवार को आयोजित विश्व रक्तदान दिवस पर विभागाध्यक्ष पैथालॉजी एण्ड ब्लड बैंक डॉ. प्रणीता सिंह ने रक्तदाताओं को बताईं।
डॉ. प्रणीता सिंह ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति का जीवन अनमोल है, लिहाजा हमें दूसरों का जीवन बचाने के लिए समय समय पर रक्तदान करते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि हमें अपने समाज और राष्ट्र को स्वस्थ रखना है तो आबादी की दृष्टि से कम से कम एक फीसदी यूनिट रक्त ब्लड बैंकों में हमेशा उपलब्ध होना चाहिए। यदि ब्लड बैंकों में रक्त होगा तो किसी गम्भीर बीमारी या आपातकालीन स्वास्थ्य स्थिति में समय से रक्त की कमी को पूरा कर लोगों का जीवन बचाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि इस साल का थीम रक्त दें, आशा दें: साथ मिलकर हम जीवन बचाते हैं, रखा गया है।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा कि रक्त की कमी वालों के लिए इसकी पूर्ति जीवन दान जैसी है। डॉ. अग्रवाल ने रक्तदान के प्रति लोगों की भ्रांतियों को दूर करते हुए कहा कि शरीर में प्रत्येक तीन महीने में नए ब्लड का निर्माण होता है लिहाजा हर तीन महीने बाद कोई भी स्वस्थ व्यक्ति रक्तदान कर सकता है। रक्तदान से शरीर में कोई कमी नहीं आती। उन्होंने कहा कि रक्त की एक-एक बूंद की कीमत होती है। इसका अहसास हमें तब होता है जब आपात स्थिति में इसकी आवश्यकता होती है।
के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर के चेयरमैन मनोज अग्रवाल ने अपने संदेश में रक्तदान को जीवन दान बताते हुए कहा कि हर व्यक्ति को एक-दूसरे के सहयोग के लिए तत्पर रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि रक्तदान करने वाले दूसरे को जिन्दगी देने का पुण्य काम करते हैं। श्री अग्रवाल ने कहा कि रक्त किसी कम्पनी में नहीं बनता, इसलिए समाज के प्रत्येक व्यक्ति को रक्तदान जैसे जीवन रक्षक कार्य में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। श्री अग्रवाल ने रक्तदान के प्रति आस-पास के लोगों को भी जागरूक करने का आह्वान किया।
शिविर में 2024 बैच के मेडिकल छात्रों ने रक्तदान कर मानव जीवन रक्षा का संकल्प लिया। रक्तदान करने वालों में आदित्य कुमार शर्मा, आदित्य रतन श्रीवास्तव, मोहित कुहुक, रोहन चौधरी, रंजीत सैनी, योगेश राजपूत, महेश शर्मा आदि शामिल हैं। इस अवसर पर डॉ. प्रणीता सिंह, डॉ. संगीता सिंह, डॉ. अम्बरीश कुमार, डॉ. निखिल, डॉ. सोनम, डॉ. योगिता, डॉ. शुभम ने रक्तदान कर लोगों की जीवन रक्षा का अनुकरणीय उदाहरण पेश करने वाले रक्तदाताओं का उत्साहवर्धन किया। सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक चले शिविर में सहयोग टेक्निकल सुपरवाइजर एच.एस. शेखावत, वीरेश कुमार, एओ अमित शर्मा, दीपक शर्मा, अखिलेश शुक्ला, टेक्नीशियन विजय सिंह, अजय शर्मा, भगत सिंह, पंकज जोशी, नर्सिंग स्टॉफ सुषमा देवी, ललित, कांती देवी आदि ने किया।
चित्र कैप्शनः विश्व रक्तदान दिवस पर के.डी. हॉस्पिटल में रक्तदान करते लोग।

राजीव एकेडमी के 84 बीबीए छात्र-छात्राओं को मिली उच्च पैकेज पर जॉब

इस 41 कम्पनियां प्लेसमेंट को आईं, 122 छात्र-छात्राओं को जॉब ऑफर
मथुरा। राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट के बीबीए छात्र-छात्राओं के लिए यह साल खुशियों भरा पैगाम लेकर आया। इस साल यहां कैम्पस प्लेसमेंट को आई 41 नामचीन कम्पनियों ने 122 जॉब आफर किए जिसमें से 84 छात्र-छात्राओं ने उच्च पैकेज पर मिले अवसर को स्वीकार करते हुए अपने स्वर्णिम करियर की तरफ कदम बढ़ाए।
संस्थान के ट्रेनिंग एण्ड प्लेसमेंट विभाग प्रमुख डॉ. विकास जैन ने बताया कि राजीव एकेडमी की उच्चस्तरीय शिक्षा प्रणाली युवाओं की पहली पसंद है। इसकी वजह यहां के छात्र-छात्राओं को मिल रही क्वालिटीपूर्ण शिक्षा तथा उच्च पैकेज पर जॉब के शानदार अवसर हैं। डॉ. जैन ने बताया कि प्रतिवर्ष की भांति इस साल भी यहां के 84 बीबीए छात्र-छात्राओं को राष्ट्रीय तथा बहुराष्ट्रीय कम्पनियों में उच्च पैकेज पर सेवा का अवसर मिला है। इस साल यहां देश-विदेश की 41 नामचीन कम्पनियां प्लेसमेंट को आईं जिन्होंने 122 जॉब ऑफर दिए जिनमें 84 छात्र-छात्राओं ने विभिन्न कम्पनियां ज्वाइन कीं। इन छात्र-छात्राओं में छायन अग्रवाल और अक्षत शर्मा को रुपये 8.58 लाख के सालाना पैकेज पर करियर की उड़ान भरने का मौका मिला है।
साढ़े आठ लाख सालाना पैकेज पर जॉब मिलने से न केवल छायन और अक्षत खुश हैं बल्कि उनके माता-पिता की खुशी का भी कोई ठिकाना नहीं है। उच्च पैकेज पर चयनित इन दोनों बीबीए छात्रों ने कहा कि अब करिअर को सही दिशा मिली है। चयन प्रक्रिया की इसी कड़ी में अम्बिका चौहान, अवनीत ओबेराय, दीपक अग्रवाल, ध्रुव जैन, दिवाकर भारद्वाज, हर्ष रावत, जतिन कुमार, करन सिंह तोमर, कौशल ठाकुर, मुस्कान शर्मा, नेहा अग्रवाल, प्राची सिंह, प्रियांशी शर्मा, श्रेया शर्मा, यशु मोर आदि ने भी शानदार सफलता हासिल कर राजीव एकेडमी का गौरव बढ़ाया है।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल, प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल तथा संस्थान के निदेशक डॉ. अभिषेक सिंह भदौरिया ने विभिन्न राष्ट्रीय-बहुराष्ट्रीय कम्पनियों में उच्च पैकेज पर चयनित सभी बीबीए छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा कि राजीव एकेडमी का मुख्य उद्देश्य युवा पीढ़ी को किताबी ज्ञान के साथ उनकी स्किल्स को निखारना है। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि आज के समय में कोई भी युवा सिर्फ किताबी ज्ञान से अपना करियर नहीं संवार सकता।
निदेशक डॉ. अभिषेक सिंह भदौरिया ने कहा कि छात्र-छात्राओं की सफलता में माता-पिता का प्रोत्साहन तथा शिक्षकों का मार्गदर्शन अहम होता है, इसलिए प्रत्येक विद्यार्थी को यदि सफलता हासिल करनी है तो उसे बड़ों और गुरुजनों का मार्गदर्शन प्राप्त करते रहना चाहिए। डॉ. भदौरिया ने कहा कि राजीव एकेडमी में प्रवेश के बाद प्रत्येक छात्र-छात्रा को किताबी ज्ञान देने के साथ, उसे प्लेसमेंट की तैयारी भी कराई जाती है, यही वजह है कि यहां हर संकाय के छात्र-छात्राएं अपने करियर की ऊंची उड़ान भरते हैं।
फोटो कैप्शनः विभिन्न कम्पनियों में चयनित राजीव एकेडमी के बीबीए के छात्र-छात्राएं।

छात्र-छात्राओं को बताईं एडवांस्ड एक्सेल और एआई टूल्स की खूबियां


जीएल बजाज में तीन दिवसीय कार्यशाला का समापन
मथुरा। एक्सेल लम्बे समय से डेटा विश्लेषण और व्यावसायिक संचालन की रीढ़ रहा है। 1982 में इसके निर्माण के बाद से सूचना को व्यवस्थित करने, विश्लेषण करने तथा विजुअलाइज करने की इसकी क्षमता ने इसे दुनिया भर के पेशेवरों के लिए अपरिहार्य बना दिया है। यही वजह है कि माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल कौशल की आवश्यकता वाली नौकरियों की उच्च मांग बनी हुई है, जो तकनीकी परिदृश्य के निरंतर विकास के बावजूद इसकी महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करती है। यह बातें जी.एल. बजाज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, मथुरा के प्रबंधन विभाग द्वारा “एडवांस्ड एक्सेल एवं आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस टूल्स पर आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला में 8डुजाइट लर्निंग एण्ड कंसल्टेंट्स तथा फिनएक्सेल एकेडमी के सीईओ सुमित गुलाटी ने छात्र-छात्राओं को बताईं।
श्री गुलाटी ने छात्र-छात्राओं को बताया कि एक्सेल का भविष्य मुख्य रूप से एआई-संचालित संवर्द्धन में निहित है जो कार्यों को स्वचालित करता है, डेटा विश्लेषण क्षमताओं में सुधार करता है तथा बुद्धिमत्ता प्रदान करने में सहायता करता है। उम्मीद है कि एक्सेल भविष्य में और अधिक सहज और शक्तिशाली उपकरण के रूप में विकसित होगा, जो उपयोगकर्ताओं को उनके डेटा से गहन अंतर्दृष्टि प्राप्त करने तथा अधिक तेजी से सूचित निर्णय लेने में सक्षम बनाएगा।
श्री गुलाटी ने बताया कि एआई संचालित एक्सेल सुविधाएं व्यवसायों के वित्तीय डेटा को बेहतर ढंग से प्रबंधित करने, रुझानों और पैटर्न की पहचान करने तथा अधिक सटीक पूर्वानुमान बनाने में मदद कर सकती हैं। यह विशेष रूप से उन उद्योगों के लिए उपयोगी है जो अत्यधिक आर्थिक डेटा के साथ काम करते हैं। तीन दिवसीय कार्यशाला में श्री गुलाटी ने छात्र-छात्राओं को एक्सेल के उन्नत फीचर्स, डेटा प्रबंधन तथा एआई आधारित टूल्स के व्यावहारिक उपयोग की बारीकियों से भी अवगत कराया।
अतिथि वक्ता श्री गुलाटी ने आगाह किया कि एक्सेल उपयोगकर्ताओं को एआई संचालित सुविधाओं पर बहुत अधिक निर्भर होने के सम्भावित नुकसानों पर भी ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी भी तकनीक की तरह इसमें भी अति-निर्भरता और आत्मसंतुष्टि का जोखिम होता है, जिसके कारण त्रुटियां पकड़ में नहीं आ पातीं या महत्वपूर्ण जानकारियां नजरअंदाज हो जाती हैं। कार्यशाला की समन्वयक सोनिया चौधरी ने बताया कि इस तीन दिवसीय कार्यशाला का उद्देश्य जीएल बजाज के छात्र-छात्राओं को आधुनिक व्यापारिक परिवेश में आवश्यक तकनीकी ज्ञान से निपुण करना था।
संस्थान की निदेशक प्रो. (डॉ.) नीता अवस्थी ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज के डिजिटल युग में एक्सेल का एकीकरण एआई तकनीकों के साथ अत्यंत महत्वपूर्ण हो गया है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की कार्यशालाएं जी.एल. बजाज संस्थान की उद्योग-उन्मुख, भविष्य-सम्मत शिक्षा की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं। यह पहल संस्थान की शैक्षणिक उत्कृष्टता और पेशेवर विकास के प्रति दृढ़ संकल्प का सूचक है। कार्यशाला के समापन अवसर पर विभागाध्यक्ष प्रबंधन डॉ. शशि शेखर ने अतिथि वक्ता सुमित गुलाटी को स्मृति चिह्न भेंटकर उनका आभार माना। इतना ही नहीं उन्होंने इस तीन दिवसीय कार्यशाला को विद्यार्थियों के लिए बहुत उपयोगी बताया।
चित्र कैप्शनः छात्र-छात्राओं को एडवांस्ड एक्सेल और एआई टूल्स की खूबियां बताते सुमित गुलाटी तथा दूसरे चित्र में कार्यशाला के समापन अवसर पर अतिथि वक्ता सुमित गुलाटी को स्मृति चिह्न भेंट करते विभागाध्यक्ष प्रबंधन डॉ. शशि शेखर।

अपर पुलिस महानिदेशक रेलवे के निर्देशन, पुलिस उप महानिरीक्षक रेलवे लखनऊ/प्रयागराज के पर्यवेक्षण, पुलिस अधीक्षक रेलवे आगरा के मार्गदर्शन एवं पुलिस उपाधीक्षक रेलवे आगरा

अपर पुलिस महानिदेशक रेलवे के निर्देशन, पुलिस उप महानिरीक्षक रेलवे लखनऊ/प्रयागराज के पर्यवेक्षण, पुलिस अधीक्षक रेलवे आगरा के मार्गदर्शन एवं पुलिस उपाधीक्षक रेलवे आगरा की देखरेख एवं प्रभारी निरीक्षक यादराम सिंह थाना जीआरपी मथुरा जंक्शन के नेतृत्व में अपराध एवं अपराधियो के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के तहत थाना जीआरपी मथुरा जंक्शन पुलिस टीम द्वारा अभियुक्त जयपाल पुत्र खूब चन्द निवासी ग्राम साधन थाना अछनेरा जिला आगरा उम्र करीब 47 वर्ष को रेलवे स्टेशन मथुरा जंक्शन के प्लेटफार्म नम्बर 8 के आगरा साईड के अन्तिम छोर से गिरफ्तार किया गया । अभियुक्त के कब्जे से 02 मोबाइल फोन पोको कम्पनी जिसका IMEI N0-(1) 868652065357021 (2) 868652065357039 सम्बंधित मु0अ0स0-181/24,धारा 379,411 भादवि व दूसरा मोबाइल फोन रेडमी कम्पनी जिसका IMEI N0- (1) 868480056916799 (2) 868480056916807 संबंधित मु0अ0स0 113/25 धारा 305(C)/317(2) बीएनएस 2023 थाना जी0आर0पी0 मथुरा जं0 बरामद किया गया । अभियुक्तगण को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है ।

वी पी एस के छात्र ने नीट परीक्षा में हासिल की 3868 वीं रैंक -ईशान गौर ने विद्यालय का नाम किया रोशन

वृंदावन। कड़ी मेहनत व उचित मार्गदर्शन एक व्यक्ति के जीवन में विशेष महत्व रखते हैं। जिससे वह अपने सपनों की उड़ान भर सफलता के आसमान को छू सकता है। ऐसी ही भावनाओं से प्रेरित वीपीएस के होनहार छात्र ईशान गौर ने नीट-2025 में 3868 वीं रैंक के साथ उत्तीर्ण होने पर न केवल विद्यालय को बल्कि संपूर्ण जनपद को गौरवान्वित किया है। छात्र ने चिकित्सा के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर की इस परीक्षा में 460 अंक प्राप्त किए हैं। कक्षा नर्सरी से लेकर 12वीं तक वृंदावन पब्लिक स्कूल में शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्र ने अपनी सफलता का श्रेय विद्यालय प्रबंधन व समस्त विद्यालय परिवार को दिया।
ईशान ने बताया कि बचपन से ही विद्यालय के गुरुजनों ने उन्हें कड़ी मेहनत, दृढ़ संकल्प और दृढ़ता का जो पाठ पढ़ाया, आज उसी का फल मिला है।
गौरतलब है कि छात्र ईशान गौर वृंदावन पब्लिक स्कूल के प्रारंभ से ही एक प्रतिभाशाली छात्र रहे हैं। जिन्होंने कक्षा 10 में 12वीं में भी उच्चतम अंकों से विद्यालय को हर्ष व गौरव का अनुभव कराया है। चिकित्सा के क्षेत्र में छात्र के भविष्य के प्रयासों के लिए विद्यालय के निदेशक शिक्षाविद डॉ ओम जी, निदेशिका निधि शर्मा व प्रधानाचार्य कृति शर्मा ने शुभकामना देते हुए कहा कि वीपीएस के छात्र इसी प्रकार निरंतर नई ऊँचाइयाँ प्राप्त करते रहें।

राजीव एकेडमी के 84 बीबीए छात्र-छात्राओं को मिली उच्च पैकेज पर जॉबइस वर्ष 41 कम्पनियां प्लेसमेंट को आईं, 122 छात्र-छात्राओं को जॉब ऑफर


मथुरा। राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट के बीबीए छात्र-छात्राओं के लिए यह साल खुशियों भरा पैगाम लेकर आया। इस साल यहां कैम्पस प्लेसमेंट को आई 41 नामचीन कम्पनियों ने 122 जॉब आफर किए जिसमें से 84 छात्र-छात्राओं ने उच्च पैकेज पर मिले अवसर को स्वीकार करते हुए अपने स्वर्णिम करियर की तरफ कदम बढ़ाए।
संस्थान के ट्रेनिंग एण्ड प्लेसमेंट विभाग प्रमुख डॉ. विकास जैन ने बताया कि राजीव एकेडमी की उच्चस्तरीय शिक्षा प्रणाली युवाओं की पहली पसंद है। इसकी वजह यहां के छात्र-छात्राओं को मिल रही क्वालिटीपूर्ण शिक्षा तथा उच्च पैकेज पर जॉब के शानदार अवसर हैं। डॉ. जैन ने बताया कि प्रतिवर्ष की भांति इस साल भी यहां के 84 बीबीए छात्र-छात्राओं को राष्ट्रीय तथा बहुराष्ट्रीय कम्पनियों में उच्च पैकेज पर सेवा का अवसर मिला है। इस साल यहां देश-विदेश की 41 नामचीन कम्पनियां प्लेसमेंट को आईं जिन्होंने 122 जॉब ऑफर दिए जिनमें 84 छात्र-छात्राओं ने विभिन्न कम्पनियां ज्वाइन कीं। इन छात्र-छात्राओं में छायन अग्रवाल और अक्षत शर्मा को रुपये 8.58 लाख के सालाना पैकेज पर करियर की उड़ान भरने का मौका मिला है।
साढ़े आठ लाख सालाना पैकेज पर जॉब मिलने से न केवल छायन और अक्षत खुश हैं बल्कि उनके माता-पिता की खुशी का भी कोई ठिकाना नहीं है। उच्च पैकेज पर चयनित इन दोनों बीबीए छात्रों ने कहा कि अब करिअर को सही दिशा मिली है। चयन प्रक्रिया की इसी कड़ी में अम्बिका चौहान, अवनीत ओबेराय, दीपक अग्रवाल, ध्रुव जैन, दिवाकर भारद्वाज, हर्ष रावत, जतिन कुमार, करन सिंह तोमर, कौशल ठाकुर, मुस्कान शर्मा, नेहा अग्रवाल, प्राची सिंह, प्रियांशी शर्मा, श्रेया शर्मा, यशु मोर आदि ने भी शानदार सफलता हासिल कर राजीव एकेडमी का गौरव बढ़ाया है।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल, प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल तथा संस्थान के निदेशक डॉ. अभिषेक सिंह भदौरिया ने विभिन्न राष्ट्रीय-बहुराष्ट्रीय कम्पनियों में उच्च पैकेज पर चयनित सभी बीबीए छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा कि राजीव एकेडमी का मुख्य उद्देश्य युवा पीढ़ी को किताबी ज्ञान के साथ उनकी स्किल्स को निखारना है। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि आज के समय में कोई भी युवा सिर्फ किताबी ज्ञान से अपना करियर नहीं संवार सकता।
निदेशक डॉ. अभिषेक सिंह भदौरिया ने कहा कि छात्र-छात्राओं की सफलता में माता-पिता का प्रोत्साहन तथा शिक्षकों का मार्गदर्शन अहम होता है, इसलिए प्रत्येक विद्यार्थी को यदि सफलता हासिल करनी है तो उसे बड़ों और गुरुजनों का मार्गदर्शन प्राप्त करते रहना चाहिए। डॉ. भदौरिया ने कहा कि राजीव एकेडमी में प्रवेश के बाद प्रत्येक छात्र-छात्रा को किताबी ज्ञान देने के साथ, उसे प्लेसमेंट की तैयारी भी कराई जाती है, यही वजह है कि यहां हर संकाय के छात्र-छात्राएं अपने करियर की ऊंची उड़ान भरते हैं।
फोटो कैप्शनः विभिन्न कम्पनियों में चयनित राजीव एकेडमी के बीबीए के छात्र-छात्राएं।

एनपीटीइएल” राष्ट्रीय रैंकिंग में जीएलए विश्वविद्यालय शिखर पर-जीएलए एनपीटीइएल की राष्ट्रीय रैंकिंग में उतर प्रदेश में प्रथम स्थान और भारत में सातवें स्थान पर


-जीएलए विश्वविद्यालय के छात्रों को शिक्षा और रोजगार के साथ मिल रहे “आईआईटीः स्वयंम-एनपीटीइएल” से कोर्स प्रमाणपत्र के अवसर
मथुरा : विद्यार्थियों के बेहतर प्रदर्शन के आधार पर जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा पांचवी बार एनपीटीइएल (नेशनल प्रोग्राम ऑन टेक्नोलॉजी एन्हांस्ड लर्निंग) राष्ट्रीय रैंकिंग में शिखर की ओर अग्रसर है। इस बार परीक्षा परिणाम के अनुसार जीएलए विश्विद्यालय उतर प्रदेश में प्रथम स्थान और भारत में सातवें स्थान पर पहुंच गया है

भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा संचालित “स्वयंम प्लेटफार्म” पिछले छह वर्षो में जीएलए विश्वविद्यालय के 50 हज़ार से अधिक विद्यार्थियों ने एनपीटीइएल लोकल चैप्टर कोर्स करने के लिए पंजीकरण कराया। इनमें से 40 हज़ार से अधिक विद्यार्थी प्रमाणपत्र हासिल कर चुके हैं। इस वर्ष जनवरी से अप्रैल सेशन के लिए 8 हजार 700 से अधिक छात्रों ने पंजीकरण कराया, जिसमें से 8 हजार विद्याथिर्यों ने सफलता पाई। इनमें 450 टॉपर, 67 गोल्ड, 1791 सिल्वर, 4 हजार 315 को एलीट प्रमाणपत्र हासिल हुआ। 1000 से अधिक छात्र एनपीटीइएल स्टार रहे, जिसमें विषयानुसार रेटिंग में प्रबंधन और बहु-विषयक शामिल हैं।

इस वर्ष मई 2025 में “स्वयंम प्लेटफार्म” ने एनपीटीइएल लोकल चैप्टर रैंकिंग जारी की। इसमें देश में शीर्ष प्रदर्शन करने वाले 200 संस्थानों शामिल हैं। इस सूची में जीएलए विश्वविद्यालय मथुरा को उत्तर प्रदेश में प्रथम स्थान और भारत में सातवां स्थान हासिल हुआ और जीएलए को शीर्ष 10 एनपीटीइएल लोकल चैप्टर में सबसे उच्चतम रैंकिंग “एएए” के साथ देश के अग्रणी संस्थानो में शामिल किया गया है। यह रैकिंग इस बात का प्रमाण है कि जीएलए विश्वविद्यालय प्रदेश में ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर समकक्ष विश्वविद्यालय के समान ही अभियांत्रकी, प्रबंधन, विज्ञान आदि विषयों में उत्कृष्ट शिक्षा प्रदान कर रहा है।

जीएलए एनपीटीइएल लोकल चैप्टर के समन्वयक एवं पुस्तकालयाध्यक्ष डा. राजेश कुमार ने बताया कि पिछले छह वर्षों में स्वयंम प्लेटफार्म के माध्यम से विभिन्न प्रमाणपत्र कोर्स करने में रूचि दिखाने वाले छात्रों की अगर बात की जाये तो वर्ष 2024 में 16 हज़ार से अधिक छात्रों ने पंजीकरण कराया था। उन्होंने बताया कि विद्याथियों के लिए उक्त प्लेटफार्म पर उपलव्ध पाठ्यक्रम उनके कौशल और उद्यमिता विकास के लिए बहुत ही उपयोगी है। इसलिए विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए उनको प्रोत्साहित किया जाता है, जिसके फलस्वरूप जीएलए विश्वविद्यालय ने एनपीटीइएल में “एएए” उच्चतम रैंकिंग प्राप्त किया।

कुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता ने बताया कि आइआइटी के प्रोफेसरो के द्वारा एनपीटीइएल पर संचालित किये जा रहे कोर्सों में विद्यार्थियों का अच्छा रूझान देखने को मिल रहा है। इसके अलावा “स्वयंम प्लेटफार्म” पर भी जीएलए विश्वविद्यालय के प्रोफेसरो के रिकार्डेड लेक्चर उपलब्ध हैं। इन रिकार्डेड लेक्चर के माध्यम से विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। यह सभी कोर्स यूजीसी, एआईसीटीई और भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय से मान्यता प्राप्त हैं।

इस उपलब्धि पर जीएलए विश्वविद्यालय के सीईओ नीरज अग्रवाल, सीएफओ विवेक अग्रवाल एवं कुलसचिव अशोक कुमार सिंह ने हर्ष जताते हुए सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों और विश्वविद्यालय के एनपीटीइएल लोकल चैप्टर के समन्वयक टीम को शुभकामनायें प्रेषित कीं।

संस्कृति विवि के छात्र ने नेशनल चैंपियनशिप में भी जीता गोल्ड


मथुरा। जयपुर में हुई सातवीं चैंपियशिप ऑफ चैंपियंस ऑल इंडिया कराते में संस्कृति विश्विद्यालय के छात्र दिव्यम सिंह ने एक बार फिर अपना लोहा मनवाते हुए गोल्ड मेडल जीता। इससे पूर्व वे उत्तर प्रदेश चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीत चुके हैं।
इस चैंपियनशिप में देशभर से 800 से ज्यादा खिलाड़ियों ने भाग लिया। संस्कृति विश्वविद्यालय में फैशन डिजाइनिंग स्कूल के इस छात्र ने मथुरा जिले का नाम रोशन करते हुए प्रतिद्वंदी खिलाड़ियों को जबरदस्त शिकस्त देकर सोना जीत लिया।
प्रतियोगिता में देशभर से आए खिलाडियों ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक जीते। बताते चलें कि दिव्यम संस्कृति विश्विद्यालय में संस्कृति स्कूल ऑफ फैशन डिजाइनिंग का छात्र है। दिव्यम के इस शानदार प्रदर्शन पर फैशन डिजाइनिंग की शिक्षिका शिल्पा सहित विवि के सभी शिक्षकों ने हर्ष व्यक्त करते हुए बधाई दी है।

ब्रज को प्लास्टिक मुक्त बनाने की दिशा में श्रीकांत शर्मा की पहल: यमुना के स्वामी घाट से बंगाली घाट तक चला सफाई अभियान

मथुरा- ब्रज की पावन भूमि को स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त बनाने के उद्देश्य से पूर्व ऊर्जा मंत्री और मथुरा-वृंदावन के विधायक श्रीकांत शर्मा ने ‘प्लास्टिक मुक्त मथुरा-वृंदावन’ अभियान का आगाज किया है। इसी क्रम में आज उन्होंने स्वयं यमुना के स्वामी घाट से बंगाली घाट तक चलाया और वृहद सफाई अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने यमुना के घाटों और आसपास के क्षेत्रों से प्लास्टिक कचरे को हटाने पर विशेष जोर दिया।

अभियान के दौरान श्रीकांत शर्मा ने स्थानीय निवासियों, श्रद्धालुओं से इस महत्वपूर्ण पहल में सक्रिय रूप से सहभागिता करने की अपील की। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि ब्रज की स्वच्छता केवल सरकारी प्रयासों से संभव नहीं है, बल्कि इसमें जनभागीदारी अत्यंत आवश्यक है।

अभियान का उद्देश्य और महत्व:
यह अभियान ब्रज क्षेत्र में बढ़ते प्लास्टिक प्रदूषण की गंभीर समस्या से निपटने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यमुना नदी, जो ब्रज की जीवनरेखा है, लगातार प्लास्टिक और अन्य अपशिष्टों से प्रदूषित हो रही है, जिससे न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुँच रहा है, बल्कि नदी के पारिस्थितिकी तंत्र और उसमें रहने वाले जीवों पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। इसके अतिरिक्त, मथुरा-वृंदावन एक प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थल है, जहाँ हर साल लाखों श्रद्धालु और पर्यटक आते हैं। प्लास्टिक कचरे का जमावड़ा न केवल इस क्षेत्र की सुंदरता को कम करता है, बल्कि स्वच्छता और स्वास्थ्य के लिए भी खतरा पैदा करता है।

श्रीकांत शर्मा ने अभियान के दौरान कहा, “यह हमारी नैतिक जिम्मेदारी है कि हम अपनी पवित्र यमुना और ब्रज भूमि को स्वच्छ रखें। प्लास्टिक एक गंभीर समस्या है जो हमारे पर्यावरण को लगातार प्रदूषित कर रही है। हमें सामूहिक रूप से इस चुनौती का सामना करना होगा और प्लास्टिक के उपयोग को कम करके या पूरी तरह से समाप्त करके ‘प्लास्टिक मुक्त मथुरा-वृंदावन’ के लक्ष्य को प्राप्त करना होगा।”

पूर्व के प्रयास और भविष्य की योजनाएं:

यह पहली बार नहीं है जब श्रीकांत शर्मा ने ब्रज की स्वच्छता के लिए प्रयास किए हैं। पूर्व में भी उन्होंने यमुना घाटों के निरीक्षण और प्लास्टिक मुक्त अभियान को गति देने के निर्देश दिए थे। उन्होंने यमुना में गिरने वाले नालों को बंद करने पर भी जोर दिया है, हालांकि यह एक बड़ी चुनौती बनी हुई है और इस दिशा में अभी भी बहुत काम किया जाना बाकी है।
इस अभियान के माध्यम से, श्रीकांत शर्मा न केवल घाटों की तात्कालिक सफाई सुनिश्चित कर रहे हैं, बल्कि लोगों में प्लास्टिक के हानिकारक प्रभावों के प्रति जागरूकता भी पैदा कर रहे हैं। उम्मीद है कि यह पहल ब्रज को वास्तव में प्लास्टिक मुक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगी, जिससे न केवल पर्यावरण को लाभ होगा, बल्कि स्थानीय लोगों और आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण भी सुनिश्चित होगा।
उन्होंने सभी से अपील की कि वे अपने दैनिक जीवन में प्लास्टिक के उपयोग को बंद करें और कूड़े को सही जगह पर ही डालें ताकि मथुरा-वृंदावन की पवित्रता बनी रहे।

प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति रक्तदान कर बचाए मानव जीवनके.डी. हॉस्पिटल में रक्तदान कर लिया मानव रक्षा का संकल्प


मथुरा। रक्तदान दुनिया का सबसे बड़ा दान है। हमें स्वेच्छा से रक्तदान कर मानव जीवन की रक्षा में अपना योगदान देना चाहिए। रक्तदान से कभी कोई गम्भीर बीमारी नहीं होती इसलिए प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति को न केवल रक्तदान करना चाहिए बल्कि दूसरे लोगों को भी प्रेरित करना चाहिए। यह बातें के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर में पैथालॉजी विभाग द्वारा शनिवार को आयोजित विश्व रक्तदान दिवस पर विभागाध्यक्ष पैथालॉजी एण्ड ब्लड बैंक डॉ. प्रणीता सिंह ने रक्तदाताओं को बताईं।
डॉ. प्रणीता सिंह ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति का जीवन अनमोल है, लिहाजा हमें दूसरों का जीवन बचाने के लिए समय समय पर रक्तदान करते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि हमें अपने समाज और राष्ट्र को स्वस्थ रखना है तो आबादी की दृष्टि से कम से कम एक फीसदी यूनिट रक्त ब्लड बैंकों में हमेशा उपलब्ध होना चाहिए। यदि ब्लड बैंकों में रक्त होगा तो किसी गम्भीर बीमारी या आपातकालीन स्वास्थ्य स्थिति में समय से रक्त की कमी को पूरा कर लोगों का जीवन बचाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि इस साल का थीम रक्त दें, आशा दें: साथ मिलकर हम जीवन बचाते हैं, रखा गया है।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा कि रक्त की कमी वालों के लिए इसकी पूर्ति जीवन दान जैसी है। डॉ. अग्रवाल ने रक्तदान के प्रति लोगों की भ्रांतियों को दूर करते हुए कहा कि शरीर में प्रत्येक तीन महीने में नए ब्लड का निर्माण होता है लिहाजा हर तीन महीने बाद कोई भी स्वस्थ व्यक्ति रक्तदान कर सकता है। रक्तदान से शरीर में कोई कमी नहीं आती। उन्होंने कहा कि रक्त की एक-एक बूंद की कीमत होती है। इसका अहसास हमें तब होता है जब आपात स्थिति में इसकी आवश्यकता होती है।
के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर के चेयरमैन मनोज अग्रवाल ने अपने संदेश में रक्तदान को जीवन दान बताते हुए कहा कि हर व्यक्ति को एक-दूसरे के सहयोग के लिए तत्पर रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि रक्तदान करने वाले दूसरे को जिन्दगी देने का पुण्य काम करते हैं। श्री अग्रवाल ने कहा कि रक्त किसी कम्पनी में नहीं बनता, इसलिए समाज के प्रत्येक व्यक्ति को रक्तदान जैसे जीवन रक्षक कार्य में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। श्री अग्रवाल ने रक्तदान के प्रति आस-पास के लोगों को भी जागरूक करने का आह्वान किया।
शिविर में 2024 बैच के मेडिकल छात्रों ने रक्तदान कर मानव जीवन रक्षा का संकल्प लिया। रक्तदान करने वालों में आदित्य कुमार शर्मा, आदित्य रतन श्रीवास्तव, मोहित कुहुक, रोहन चौधरी, रंजीत सैनी, योगेश राजपूत, महेश शर्मा आदि शामिल हैं। इस अवसर पर डॉ. प्रणीता सिंह, डॉ. संगीता सिंह, डॉ. अम्बरीश कुमार, डॉ. निखिल, डॉ. सोनम, डॉ. योगिता, डॉ. शुभम ने रक्तदान कर लोगों की जीवन रक्षा का अनुकरणीय उदाहरण पेश करने वाले रक्तदाताओं का उत्साहवर्धन किया। सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक चले शिविर में सहयोग टेक्निकल सुपरवाइजर एच.एस. शेखावत, वीरेश कुमार, एओ अमित शर्मा, दीपक शर्मा, अखिलेश शुक्ला, टेक्नीशियन विजय सिंह, अजय शर्मा, भगत सिंह, पंकज जोशी, नर्सिंग स्टॉफ सुषमा देवी, ललित, कांती देवी आदि ने किया।
चित्र कैप्शनः विश्व रक्तदान दिवस पर के.डी. हॉस्पिटल में रक्तदान करते लोग।