Wednesday, December 17, 2025
Home Blog Page 577

घरों के ऊपर से जा रही हाईटेंशन लाइन से कालोनीवासियों को हर पल सता रहा डर

0

मथुरा। मथुरा- वृंदावन नगर निगम क्षेत्र की कालोनियों में विद्युत अधिकारियों की अनदेखी के चलते लोग लोगों को अपनी जान का भय बना हुआ है। घरों और चन्द्रलेखा स्टेडियम के ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन से लोगों में बड़ी दुर्घटना का भय बना रहता है।

निगम के वार्ड संख्या 39 की कॉलोनी उषा एनक्लेव, मधुबन वाटिका, पुष्प विहार एवं महोली रोड जयगुरुदेव के पीछे आदि क्षेत्रों के साथ चंद्रलेखा स्टेडियम के ऊपर से गुजर रही 33000 केवी की बड़ी लाइन के चलते स्थानीय निवासी काफी भयभीत हैं।

मधुवन वाटिका में रहने वाले राकेश शर्मा, सोवरन सिंह, रितिक अग्रवाल, सोहन सिंह का कहना है कि बड़ी लाइन के चलते दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है। आए दिन इन तारों में से चिंगारी निकलती है। चिंगारी के चलते कभी-कभी हादसा भी हो जाता है।

उन्होंने कहा कि इसकी शिकायत उन्होंने कई बार संबंधित विभाग से की है लेकिन अभी तक नतीजा शून्य रहा है। स्थानीय लोगों ने यही बताया कि आए दिन खंभों में करंट आता रहता है, जिसके चलते कभी-कभी लोगों की जान भी आफत हो जाती है। जानवर भी आए दिन खंभों से चिपक के रह जाते हैं। इस तरह के कई हादसे कालोनी में हो चुके हैं।

खासतौर पर बरसात के दिनों में लोगों को काफी परेशानी होती है बच्चों और बुजुर्गों को जान का खतरा बना रहता है। लोगों ने विद्युत अधिकारियों से मांग की है कि इन खंभों को हटा करके जनता की जान माल की सुरक्षा की जाए।

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर मंदिरों और घरों में रात 12 बजे 5 मिनट के लिए बजेंगे घंटे और शंख

0

मथुरा। जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने कलेक्टे्रट सभागार में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की व्यवस्थाओं को लेकर की। जिसमें बताया कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर 30 व 31 की रात्रि 12 बजे 05 मिनट के लिए सभी मन्दिरों पर बजेंगे घंटा एवं शंख। उन्होंने कहा कि इस कार्य में सभी श्रद्धालु कोविड-19 का पालन करते हुए अपना योगदान दें। उन्होंने जनपद वासियों से अनुरोध किया कि वे अपने घरों में रहकर दिनांक 30 और 31 की रात्रि 12 बजे घंटा एवं शंख बजायें। उन्होंने कहा कि सभी श्रद्धालु इलेक्ट्र्रॉनिक यंत्र मन्दिर परिसर में न लायें और पर्स, बेल्ट, जूत्ते चप्पल तथा अपना कीमती सामान मन्दिर में न लायें।

श्री चहल ने नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिये कि संबंधित चैराहा एवं गलियों की लाईटों से सजावट करें और आवारा पशुओं को पकड़वा कर गौशाला भेजना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जल के टैंकरों की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध रहें, जिससे श्रद्धालुओं को पानी की असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि शहर में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाये और भण्डारे करने वाले भक्तों को अनुमति देने से पहले शर्तें पूरी करवा ली जायें।

जिलाधिकारी ने कहा कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी से पूर्व अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया जाये और मुक्त अतिक्रमण हुई जगह को चिन्हित कर पुन: अतिक्रमण न हो सके, ऐसी व्यवस्था की जाये। उन्होंने कहा कि सभी सड़कों की मरम्मत गुणवत्ता एवं नियमानुसार करायी जायें और किसी भी सड़क में गढ्ढा न रहे।

डीएम ने एसपी क्राइम एवं सुरक्षा को निर्देश दिये कि मन्दिर के आस-पास विशेष चैकिंग अभियान चलाया जाये और मन्दिर के आस-पास बिना पास वालों को खड़ा न होने दिया जाये। उन्होंने कहा कि इस कार्य में लापरवाही नहीं होनी चाहिए। मन्दिर कमेटी के सदस्य एवं पुलिस, सीआरपीएफ से बैठक कर आवश्यक कार्यवाही की जाये।

श्री चहल ने पुलिस, नगर निगम एवं श्रीकृष्ण जन्मभूमि के पदाधिकारियों को निर्देश दिये कि सभी अपना-अपना पब्लिक एन्नाउन्समेंट सिस्टम को संचालित रखें और जूत्ते, चप्पल, पर्स, बेल्ट, कीमती सामान एवं कोविड-19 के प्रतिशत सावधानियों के बारें में अवगत कराते रहें। उन्होंने कहा कि सभी संबंधित स्थानों पर सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था कर ली जाये, यदि कोई सीसीटीवी सिस्टम खराब स्थिति में है, तो तत्काल प्रभाव से ठीक करवा लिये जायें।

जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि संबंधित स्थानों का निरीक्षण कर अपना स्वास्थ्य कैम्प लगाने की कार्यवाही करें और आवश्यकतानुसार एम्बुलेंस भी लगाई जायें। उन्होंने कहा कि अपने अधीनस्थों के साथ एवं मन्दिर कमेटी के साथ समन्वय स्थापित कर कार्य को शीघ्रता के साथ पूर्ण कराना सुनिश्चित करें।

बैठक में नगर आयुक्त अनुनय झा0, ज्वांइट मजिस्टेज्ट प्रशांत नागर, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व योगानन्द पाण्डेय, अपर जिलाधिकारी प्रशासन सतीश कुमार त्रिपाठी, नगर मजिस्टेज्ट जवाहर लाल श्रीवास्तव, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 रचना गुप्ता, एमवीडीए ओएसडी क्रान्तिशेखर सिंह, सहित सभी उप जिलाधिकारी, विभिन्न मन्दिरों के सेवायत तथा अधिकारीगण उपस्थित थे।

बिहार के नेता की बेटी बॉलीवुड में मचा रहीं धमाल, कातिल अदाओं से हर कोई हैरान

0


नई दिल्ली। बॉलीवुड में कई ऐसे सितारें हैं, जो बिहार के रहने वाले हैं और बॉलीवुड में नाम कमा रहे हैं। नेहा शर्मा भी बिहार के भागलपुर से मायानगरी मुंबई में आईं और अपनी अलग पहचान बनाने में सफल रहीं। बॉलीवुड अभिनेत्री नेहा शर्मा एक पॉलिटिकल फैमिली से है, उनके बारे में हम आपको विस्तार से बताएंगे कि नेहा कहां की रहने वाली हैं और उनका राजनीति से क्या लेना-देना है।


बॉलीवुड एक्ट्रेस नेहा शर्मा बिहार के कांग्रेसी नेता अजीत शर्मा की बेटी हैं। अजीत शर्मा कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा पहुंचे थे, चुनाव प्रचार और रैलियों के दौरान नेहा भी अपने पिता के साथ नजर आई थीं, नेहा ने पिता के साथ कई चुनावी दौरे भी किए थे।

साल 2007 में नेहा ने तेलुगू फिल्म ‘चिरूथा’ से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की। बॉलीवुड में नेहा ने फिल्म ‘क्रूक’ से एंट्री की, इस फिल्म में वो इमरान हाशमी के साथ नजर आई थीं। नेहा को इस फिल्म में खूब पसंद किया गया था और वो एकदम से सुर्खियों में आ गई थीं। बीते साल नेहा शर्मा ‘बिग बॉस 13’ के विजेता सिद्धार्थ शुक्ला के साथ नजर आई थीं, दोनों ने साथ में एक म्यूजिक वीडियो किया, लोगों ने दोनों की केमिस्ट्री पसंद की थी, इनका गाना एक हिट रोमांटिक नंबर था।

नेहा, अजय देवगन स्टारर ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘तान्हा जी: द अनसंग वॉरियर’ में भी दिखी थीं, फिल्म में नेहा कमला देवी के किरदार में दिखी थी, नेहा का रोल काफी छोटा था, लेकिन वो इस छोटे रोल में भी अपीलिंग लगी थीं, लोगों ने उनकी खूबसूरती की खूब तारीफ की थी।

नेहा शर्मा ट्रेंड कथक डांसर हैं, इतना ही नहीं नेहा ने लंदन के पाइनएप्ल डांस स्टूडियोज से कई अलग-अलग डांस फॉर्मस में ट्रेनिंग भी ली हुई है, फिलहाल उन्हें अपने कमाल के डांस मूव्स दिखाने का मौका फिल्मों में नहीं मिला।
नेहा शर्मा बेहद खूबसूरत हैं, वो अपनी तस्वीरों से लोगों को दीवाना बना देती हैं. सोशल मीडिया पर नेहा खूब एक्टिव हैं और आए दिन अपनी शानदार तस्वीरें फैंस के साथ साझा करती रहती हैं. उनके लुक्स की लोग खूब तारीफ भी करते हैं।

नेहा शर्मा की दो और बहने हैं और एक भाई है, उनकी दोनों बहने बड़ी ग्लैमरस हैं, वहीं एक बहन उनके साथ मुंबई में ही रहती हैं, जिन्हें अक्सर साथ स्पॉट किया जाता है, उन्होंने भी नेहा जैसे ही बॉलीवुड में एंट्री कर ली है।
नेहा शर्मा बॉलीवुड में करियर बना चुकी हैं, उनकी छोटी बहन आएशा शर्मा भी बॉलीवुड एक्ट्रेस हैं, फिल्म ‘सत्यमेव जयते’ में जॉन अब्राहम के साथ नजर आईं, खूबसूरती के मामले में आएशा भी अपनी बड़ी बहन नेहा से कम नहीं।

जीएलए बीटेक सिविल के चार अल्यूमिनाई छात्रों का बीआरओ में चयन


मथुरा। दृढ़ सकंल्प कर लिया जाए तो फिर इंसान हर मुकाम को हासिल कर सकता है। क्योंकि हर व्यक्ति के अंदर कोई न कोई अच्छी आदतें जरूर होती हैं, जो सफलता पाने में उसकी मदद करती है। दृढ़ संकल्प, लगन और कड़ी मेहनत के दम पर जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के चार अल्यूमिनाई छात्रों का मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस के अन्तर्गत बॉर्डर रोड़ ऑर्गनाइज़ेशन में जूनियर कमीशन्ड ऑफीसर के पद पर चयन हुआ है।


बीते वर्ष 2018 में स्टाफ सिलेक्शन कमीशन ने बीआरओ में जेई पद के लिए आवेदन मांगे थे। आवेदन के बाद वर्ष 2019 सितंबर माह में प्री परीक्षा आयोजित की गई। इसके बाद वर्ष 2019 अक्टॅूबर माह में मुख्य परीक्षा हुई। प्री और मुख्य परीक्षा में जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के बीटेक सिविल इंजीनियरिंग के अल्यूमिनाई छात्र कृष्ण मुरारी शर्मा, रोहिताश, मोहित सैनी एवं योगेन्द्र सिंह ने सफलता हासिल की। बीते माह में हुए मेड़ीकल के दौरान चारों छात्रों को जूनियर कमीशन्ड ऑफीसर पद पर चयन मिला है।

जेसीओ पद पर चयनित बलदेव निवासी कृष्ण मुरारी शर्मा और रोहिताश तथा मथुरा निवासी मोहित सैनी एवं योगेन्द्र सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय में पढ़ाई के दौरान प्राफेसरों के द्वारा दिए गए किताबी ज्ञान के साथ-साथ कॉन्स्ट्रक्शन के क्षेत्र में प्रयोगात्मक तरीके से अच्छा ज्ञान मिला। विभाग की आधुनिक लैब इस क्षेत्र में रिसर्च करने की अच्छी जगह है। विभिन्न संस्थाओं में ट्रेनिंग करने के अवसर भी विश्वविद्यालय के सिविल विभाग द्वारा प्राप्त हुए।

विभागाध्यक्ष प्रो. सुधीर गोयल ने बताया कि केन्द्र सरकार व राज्य सरकारें विकास की ओर अग्रसर हैं। देशवाशियों को अच्छी सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस के अंतर्गत कार्य करने वाले बार्डर रोड़ ऑर्गेनाइज़ेशन के माध्यम से बार्डरों पर रोड़मैप तैयार कर सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। ऐसे में सिविल इंजीनियरों की प्राइवेट सेक्टर के साथ-साथ सरकार सेवाओं में भी मांग बढ़ी है। बीआरओ में चयन हुए छात्रां को उन्होंने शुभकामनायें दीं।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में गर्भवती महिलाओं की जांच व टीकाकरण हुआ

0

विनीत उपाध्याय
फरह।
फरह ब्लॉक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर ए एनसी दिवस के तहत गर्भवती महिलाओं की जांच कराई गई और जो महिलाएं शिशुओं को जन्म देने वाली हैं उनका बैंक मे खाता खुलवाया गया। वही अंतरा दिवस के माध्यम में बहुत-सी महिलाओं के इंजेक्शन लगाया गया, जिस इंजेक्शन के लगने से महिलाओं के पहले और दूसरा बच्चा होने में जल्दबाजी ना हो और कम से कम 4 या 5 साल का समय लगे। जो महिलाएं अपने बच्चों में उम्र का दरमियान चाहती है। उन महिलाओं ने अंतरा का इंजेक्शन लगवाया।


महिलाओं की जांच डॉक्टर अंजली शर्मा व अंजली वर्मन ने की बही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉक्टर पारुल मित्तल ने जानकारी देते हुए बताया के इससे जनसंख्या वृद्धि पर रोक लगने में सहायता मिलेगी और महिलाओं को स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारियों ने जागृत किया।

इस मौके पर डॉक्टर रामवीर सिंह। डॉ. नवल किशोर, डॉ. शिवकुमार, डा. अंजली शर्मा, डा. अंजली वर्मन मौजूद रहे।

केंद्रीय राज्य मंत्री बी एल वर्मा का भाजपा कार्यकर्ताओं ने किया स्वागत

0

विनीत उपाध्याय
फरह।
मथुरा मे जन आशीर्वाद यात्रा की अगुवाई करते हुए मंगलवार को केंद्रीय राज्य मंत्री बी एल वर्मा का आगरा रवाना होने के दौरान हाईवे स्थित प्रकाश फार्म पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। कार्यकर्ताओं ने भारतीय जनता पार्टी व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जिंदाबाद के नारे लगाए।

नगला चंद्रभान स्थित दीनदयाल धाम में पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्मस्थली की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
इस मौक़े पर भाजपा जिलाध्यक्ष बहन मधु शर्मा, ब्लॉक प्रमुख फरह अनिल सिंह, ज़िला महामंत्री महिपाल सिंह, बलदेव विधायक प्रतिनिधि पंकज प्रकाश, तरुण प्रकाश, राजेंद्र प्रधान, प्रेमसिंह प्रधान, सुरेश सिंह, नारायण पाठक, जगमोहन पाठक,भीकम चंद दुबे, लालसिंह, भगवान सिंह प्रधान, हरिशंकर दीक्षित सनोरा, संजय सिंह, गब्बर सिंह, लखन सिंह, सुनील सिंह आदि मौजूद रहे।

अलीगढ़ का नाम बदलकर हरिगढ रखने की कवायत तेज, शासन को भेजा प्रस्ताव

0

अलीगढ। उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद और फैजाबाद के बाद अब अलीगढ़ का नाम भी बदलने की कवायद तेज हो गई है। जिला पंचायत की बोर्ड बैठक में अलीगढ़ का नाम बदलकर ‘हरिगढ़’ रखे जाने का प्रस्ताव पास हुआ है। इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी गई है।

जानकारी के मुताबिक, जिला पंचायत की सोमवार को दूसरी बोर्ड बैठक में नवनिर्वाचित अध्यक्ष विजय सिंह की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार परिसर में सभी सदस्यों की मौजूदगी में अलीगढ़ ज़िले का नाम बदलकर हरिगढ़ करने का प्रस्ताव पास किया गया। गोविंद वल्लभ पंत सभागार प्रांगण में बैठक के दौरान विधायकगण और ब्लॉक प्रमुख भी मौजूद रहे। पंचायत अध्यक्ष विजय सिंह ने सभी जनप्रतिनिधियों से उनके सुझाव मांगे तो सभी नेताओं ने अपनी सहमति दर्ज कराई और यथासम्भव सहयोग का आश्वासन देते हुए जिले का नाम बदलने का प्रस्ताव शासन को भेज दिया है। जिला पंचायत सदस्य केहरी सिंह और उमेश यादव ने अलीगढ़ जिले का नाम बदलकर हरिगढ़ करने का प्रस्ताव पेश किया था, जिस पर सभी सदस्यों ने बैठक कर अपनी सहमति दर्ज करा दी है।

पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ने भी किया था नाम बदलने का प्रयास

असल में अलीगढ़ का नाम बदले जाने की मांग काफी पुरानी है। विश्व हिन्दू परिषद ने साल 2015 में अलीगढ़ में प्रस्ताव पास कर कहा था कि अलीगढ़ का प्राचीन नाम हरिगढ़ ही है। इसे बाद में अलीगढ़ कर दिया गया था, इसलिए इसे अलीगढ़ को हरिगढ़ किया जाना चाहिए। वैसे भी देश और यूपी की सियासत में इस जिले और शहर की अपनी अहमियत रही है। कल्याण सिंह ने साल 1992 में मुख्यमंत्री रहते हुए इसका नाम हरिगढ़ करने कोशिश की थी लेकिन उस वक्त केंद्र में कांग्रेस सरकार थी, इसलिए उनकी कोशिशें परवान नहीं चढ़ सकीं।

सरकार पूर्व में भी बदल चुकी है कई शहरों के नाम

सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ इससे पहले भी कई बड़े शहरों के नाम बदल चुके हैं। इनमें इलाहाबाद को प्रयागराज और फैजाबाद को अयोध्या करना शामिल है।

यूपी बोर्ड परीक्षा : 9वीं-12वीं तक के लिए शैक्षणिक सत्र 2021-22 का एकेडमिक कैलेंडर जारी


प्रयागराज। यूपी बोर्ड ने माध्यमिक विद्यालयों के शैक्षणिक सत्र 2021-22 के एकेडमिक कैलेंडर जारी कर दिया है। इसके तहत कक्षा 9 से 12 तक की सभी कक्षाओं में ऑनलाइन और ऑफलाइन शिक्षण कार्य 15 जनवरी-2022 तक पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं।

प्री-बोर्ड की लिखित परीक्षा और कक्षा 9 एवं 11 की वार्षिक गृह परीक्षा फरवरी-2022 के प्रथम सप्ताह में होग। हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा मार्च के चौथे सप्ताह में होगी। बता दें कि बोर्ड की ओर से जारी तिथियां कोविड-19 के हालात और समय-समय पर सरकार की ओर से जारी दिशा निर्देशों के अनुरूप होंगी। बता दें कि आज ही 9वीं से 12वीं तक के स्कूल खोले गए हैं।

प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा निदेशक विनय कुमार पाण्डेय के निर्देश पर परिषद सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने सभी जेडी, डीडीआर और डीआईओएस को पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र में बताया है कि ऑनलाइन शिक्षण कार्य 20 मई से चल रहा है। अब 16 अगस्त से विद्यार्थियों की भौतिक उपस्थिति में कक्षाएं शुरू कर दी गई हैं।

उन्होंने कहा है कि नवंबर के द्वितीय सप्ताह में अर्धवार्षिक परीक्षा की प्रयोगात्मक परीक्षाएं कराई जाएंगी। 15 नवंबर तक पढ़ाने के लिए निर्धारित पाठ्यक्रम के आधार पर अद्र्धवार्षिक परीक्षा नवंबर के तीसरे सप्ताह में कराई जाएगी और इसके प्राप्तांकों को परिषद की वेबसाइट पर दिसंबर के दूसरे सप्ताह तक अपलोड करना होगा।

प्री बोर्ड की प्रयोगात्मक परीक्षाएं 24 जनवरी से

कक्षा 9, 10, 11, 12 का ऑनलाइन और ऑफलाइन शिक्षण कार्य भी समय से पूरा करने का निर्णय लिया गया है। 24 जनवरी से 31 जनवरी 2022 तक प्री बोर्ड की प्रयोगात्मक परीक्षा होगी। फरवरी के पहले सप्ताह में प्री बोर्ड की लिखित परीक्षा और कक्षा 9 और 11 के वार्षिक परीक्षाएं कराई जाएंगी। फरवरी के तीसरे सप्ताह तक प्री बोर्ड परीक्षा और वार्षिक परीक्षा के अंक परिषद की वेबसाइट पर अपलोड कर दिए जाएंगे।

जानिए महत्वपूर्ण तारीख

  • ऑनलाइन शिक्षण कार्य प्रारंभ किए जाने की तिथि-20 मई 2021
  • अर्धवार्षिक परीक्षा की प्रयोगात्मक परीक्षाओं का आयोजन-नवंबर 2021 के द्वितीय सप्ताह में
  • नवंबर 2021 के तृतीय सप्ताह में अर्धवार्षिक परीक्षा के लिखित परीक्षा का आयोजन
  • दिसंबर 2021 के द्वितीय सप्ताह तक अर्धवार्षिक परीक्षा के प्राप्त अंकों को माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट पर अपलोड करना होगा।
  • 15 जनवरी 2022 सभी से कक्षाओं में ऑनलाइन ऑफलाइन शिक्षण कार्य पूर्ण किए जाने की तिथि कक्षा 9, 10, 11, 12 का सिलेबस पूरा करने की तिथि
  • 24 से 31 जनवरी 2022 तक प्री बोर्ड की प्रयोगात्मक परीक्षाओं का आयोजन
  • फरवरी 2022 के प्रथम सप्ताह से प्री बोर्ड की लिखित परीक्षा व कक्षा 9 व 11 के वार्षिक ग्रह परीक्षा का आयोजन
  • फरवरी 2022 के तृतीय सप्ताह तक प्री बोर्ड परीक्षा के प्राप्तांक को तथा वार्षिक परीक्षा के प्राप्त अंकों को परिषद की वेबसाइट पर अपलोड करना
  • फरवरी 2022 के चतुर्थ सप्ताह में बोर्ड की प्रयोगात्मक परीक्षाओं का आयोजन
  • मार्च 2022 के चतुर्थ सप्ताह में बोर्ड परीक्षा का आयोजन
  • अप्रैल 2022 आगामी सत्र के प्रारंभ होने की तिथि

दो बच्चों की नीति अपनाने वालों को सरकारी योजनाओं का फायदा, सब्सिडी का भी मिलेगा लाभ

0

लखनऊ। यूपी पॉपूलेशन कंट्रोल का मसौदा तेयार कर लिया गया है। उत्तर प्रदेश विधि आयोग ने जनसंख्या मसौदा तैयार कर सीएम ऑफिस में पेश कर किया है। मसौदे में दो दो से ज्यादा बच्चे पैदा करने वालों को लेकर पेशकश की गई ह। मसौदे में कहा गया कि दो से ज्यादा बच्चे वाले परिवार या दम्पत्ति को सरकारी नौकरी से वंचित रखा जाए। उन्हें स्थानीय निकाय चुनाव लड़ने, सरकारी नौकरी में आवेदन करने या किसी भी तरह की सब्सिडी के प्रावधान से दूर रखा जाए। बता दें कि यूपी पॉपुलेशन कंट्रोल बिल को लेकर 19 जुलाई तक लोगों से आयोग ने अपनी वेबसाइट पर सुझाव मांगे गए थे।


मसौदे में टू चाइल्ड प्लान का समर्थन

आयोग की सचिव सपना त्रिपाठी ने कहा कि संशोधित मसौदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ऑफिस में जमा कर दिया गया है। आयोग को सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के जजों और वकीलों समेत करीब 8500 सुझाव मिले थे। करीब 99.5्र प्रतिशत लोगों ने जनसंख्या नियंत्रण् कानून का समर्थन किया था। सपना त्रिपाठी ने कहाा कि कई फैसलां में सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा है कि दो बच्चों की नीति जीवन और व्यक्तिगत स्वतंत्रता की सुरक्षा नहीं है और न ही यह धर्म की स्वतंत्रता के खिलाफ है। यह नीति देश के कल्याण के लिए है और देश के विकास के लिए बहुत ही जरुरी है।

दो बच्चों वालों को सरकारी फायदे


मसौदे के मुताबिक अगर किसी के दो से ज्यादा बच्चे हैं, जिनमें एक का जन्म तय तारीख के बाद हुआ है तो उसे सरकारी नीति का उल्लंघन माना जाएगा। इसके हिसाब से पहले से दो बच्चों वाला व्यक्ति अधिनियम की अधिसूचना के एक साल के भीतर तीसरा बच्चा पैदा कर सकता है। वहीं अपनी मर्जी से नसबंदी करवाने वाले कपल को इसी पॉलिसी में कंसीडर किया जा सकता है। अगर पत्नी की उम्र 45 वर्ष है और उनके छोटे बच्चे की उम्र 10 साल है तो उसे पॉलिसी में कंसीडर किया जाएगा। ड्राफ्ट बिल के मुताबिक जो व्यक्ति टू चाइल्ड पॉलिसी को अपनाएगा। उसे हाउसिंग बोर्ड या डेवलपमेंट अथॉरिटी से प्लॉट या हाउस साइट की खरीद पर सब्सिडी का लाभा मिलेगा। वहीं घर बनाने और खरीदने के लिए कम ब्याज पर लोन का फायदा भी मिलेगा

ब्लैक फंगस के डर से पति-पत्नी ने की खुदकुशी, सुसाइड नोट में लिखी चौकाने वाली बात

0

बीमारी के खौंफ को लेकर एक दर्दनाक घटना सामने आई है। ब्लैक फंगस के डर से एक दंपति ने आत्महत्या कर ली है। दोनों पति-पत्नी कोरोना संक्रमित हो गए थे। अपने सुसाइड नोट में पति ने लिखा कि मेरी पत्नी मधुमेह की मरीज है, समाचार चैनलों ने दिखाया कि कोरोना से संक्रमित मधुमेह रोगी भी ब्लैक फंगस से संक्रमित होंगे और अपने अंगों को खो देंगे। यह मामला कर्नाटक के मैंगलोर का है।

आजतक की खबर के मुताबिक, सुसाइड नोट में पति ने कहा कि हमने यह मान लिया कि इससे काफी कीमत चुकानी पड़ेगी और इसलिए हम खुदकुशी कर कर रहे हैं। मृतकों की पहचान रमेश (40) और गुना आर सुवर्णा (35) के रूप में हुई है। दोनों मैंगलोर के बैकम्पाद्यो के एक अपार्टमेंट में रह रहे थे। रमेश की पत्नी गुना सुवर्णा मधुमेह से पीड़ित थीं।

पिछले एक हफ्ते में दोनों में कोविड-19 संक्रमण के लक्षण दिखे। सुसाइड से पहले पति-पत्नी ने शहर के पुलिस आयुक्त एन शशि कुमार को एक ऑडियो मैसेज भी भेजा। इस ऑडियो मैसेज में दंपति ने कहा कि ब्लैक फंगस को लेकर वह डरे हैं, इसलिए उन्होंने अपने को समाप्त करने का फैसला किया है।

इसके बाद पुलिस कमिश्नर ने उनसे कोई भी जल्दबाजी में कदम न उठाने का अनुरोध किया। उन्होंने (कमिश्नर) मीडिया समूहों के माध्यम से दंपति को खोजने और उनकी जान बचाने का भी अनुरोध किया। इस बीच पुलिस अपार्टमेंट में पहुंची और पाया कि दोनों ने आत्महत्या कर ली है।

सुसाइड नोट में कहा गया है कि गुना ने कुछ स्वास्थ्य समस्याओं के कारण कभी बच्चा पैदा नहीं कर सकती और इसलिए लोगों के साथ घुलने-मिलने से बचती थी, क्योंकि वे उससे इसके बारे में पूछते थे। नोट में लिखा था, ‘मैंने और मेरे पति ने तय किया है, हम शरण पंपवेल और सत्यजीत सुरथकल से हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार हमारा अंतिम संस्कार करने का अनुरोध करते हैं, हमने इसके लिए 1 लाख रुपये रखे हैं, मैं पुलिस आयुक्त एन शशि कुमार, शरण पंपवेल और सत्यजीत सुरथकल से हमारे अंतिम संस्कार में सहयोग करने करने की अपील करती हूं।’

सुसाइड नोट में आगे लिखा था, ‘घर का सामान गरीबों में बांट देना चाहिए और यह हमारे माता-पिता के किसी काम का नहीं है, हम अपने घर के मालिकों से माफी मांगते है। इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री सुधाकर ने कहा कि मैंगलोर में एक दंपति ने कोविड के सकारात्मक परीक्षण के बाद आत्महत्या कर ली, यह दुर्भाग्यपूर्ण है। कर्नाटक में 28 लाख लोग कोविड से ठीक हो चुके हैं।