Sunday, October 19, 2025
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दो लाख रुपए में ग्राम प्रधान ने कराई 5 नलों की मरम्मत

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  • ग्राम पंचायत किशनपुर का मामला
  • योगीराज में नहीं भ्रष्टाचारियों को खौफ

मथुरा, ग्राम पंचायत किशनपुर खंड विकास अधिकारी बलदेव के विरुद्ध नंदकिशोर पाराशर पुत्र श्री कैलाश बाबू निवासी गांव किशनपुर तहसील महावन जिला मथुरा द्वारा शिकायती पत्र 3.1.2024 को जिलाधिकारी को दिया गया था जिसके बाद से इस संबंध में जिलाधिकारी के आदेश पर जिला प्रोवेशन अधिकारी को जांच अधिकारी नामित किया गया तथा जांच में तकनीकी सहयोग हेतु अवर अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण विभाग विकासखंड फरह को अधिकृत किया गया जिला अधिकारी की आदेश के बाद उक्त समिति द्वारा जांच पड़ताल की गई जिसमें जांच पड़ताल में पाया गया कि श्रीमती शीला देवी प्रधान ग्राम पंचायत किशनपुर द्वारा ग्राम पंचायत में लगे हेड पंप की री बोर में भारी अनियमितता की गई है जिसका कोई बिल वाउचर ग्राम प्रधान द्वारा जांच समिति को नहीं दिया गया इसके साथ ही बताया जाता है कि ग्राम प्रधान के देवर श्री भगवान को ₹7000 का भुगतान किया गया वहीं बताते चले की जांच में पाया गया कि गांव में दुष्यंत पाराशर पुत्र श्री जानकी पाराशर शहीद स्थल पर हेड पंप लगा है ग्रामीणों ने बताया कि शहीद स्थल पर जो हेड पंप लगाया गया है वह निजी खर्चे पर लगा है, वहीं शहीद स्थल से कुछ आगे चलकर शिव मंदिर के अंदर भी एक नल लगा होना बताया गया जबकि भौतिक सत्यापन के दौरान जानकारी प्राप्त हुई कि यह निजी मंदिर है मौके पर कोई नया या पुराना नल नहीं पाया गया पुजारी के द्वारा बताया कि इसमें समरसेबल लगा है तथा इस हेतु भी ₹5161 रुपए का भुगतान किया गया, जिस के दुरुपयोग और अपव्यय के लिए ग्राम प्रधान एवं सचिव संयुक्त रूप से दोषी पाए गए हैं इसी के साथ-साथ जिला प्रशासन द्वारा ग्राम प्रधान एवं ग्राम पंचायत सचिव को 2,52,665 रुपए के सरकारी धन के दुरुपयोग का दोषी पाया गया है जिस पर जिलाधिकारी ने ग्राम प्रधान एवं सचिव को नोटिस जारी किया है तथा ग्राम प्रधान के लिए कहा गया है कि भारी अनियमितता पाए जाने के साथ ही क्यों ना आपको पद से मुक्त कर दिया जाए तथा 3 सदस्यीय समिति गठित कर दी जाए इसके साथ ही प्रशासनिक जांच में पंचायत सचिव को भी दोषी माना गया है जिला अधिकारी द्वारा 15 दिन का नोटिस जवाब देने के लिए दिया गया, जो कि अब समाप्त हो गया है अन्यथा की दृष्टि में जिला प्रशासन द्वारा ग्राम प्रधान के अधिकार सीज करने की कार्रवाई की जाएगी जिलाधिकारी द्वारा यह प्रतिलिपि मुख्य विकास अधिकारी उप जिलाधिकारी महावन एवं जिला पंचायत राज अधिकारी मथुरा सहित खंड विकास अधिकारी बलदेव को भी सौंप गई है तथा इसकी एक प्रतिलिपि ग्राम प्रधान श्रीमती शीला देवी तथा सहायक विकास अधिकारी बलदेव को दी गई है।

राजीव इंटरनेशनल स्कूल में स्पर्धा-2024 का समापन

  • विजेता छात्र-छात्राओं को मेडल-प्रशस्ति पत्र देकर किया पुरस्कृत
  • तन-मन को स्वस्थ रखने के लिए खेल बहुत जरूरीः डॉ. रामकिशोर अग्रवाल

मथुरा। राजीव इंटरनेशनल स्कूल में बुधवार को खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को मेडल, प्रशस्ति-पत्र तथा ट्रॉफी प्रदान कर स्पर्धा-2024 का समापन किया गया। आर.आई.एस. के विभिन्न क्रीड़ांगनों में सप्ताह भर चले खेलों में छात्र-छात्राओं ने न केवल उत्साह-उमंग के बीच सहभागिता की बल्कि अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से सभी को प्रभावित भी किया। प्रतियोगिता के समापन अवसर पर नन्हें-मुन्ने छात्र-छात्राओं ने मनमोहक कार्यक्रम पेश कर सभी का दिल जीता।
राजीव इंटरनेशनल स्कूल में 21 से 27 नवम्बर तक आयोजित स्पर्धा-2024 में छात्र-छात्राओं ने जोश, उमंग और उत्साह से भाग लिया। बुधवार को प्रतियोगिता के समापन अवसर पर विभिन्न खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को मेडल, प्रशस्ति पत्र तथा ट्रॉफी प्रदान कर पुरस्कृत किया गया। विद्यालय के शारीरिक शिक्षकों ने बताया कि स्पर्धा-2024 में कक्षा नौ से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं ने जहां बास्केटबॉल, रस्साकशी, लम्बीकूद, 100, 200 तथा 400 मीटर दौड़, रिले रेस, गोलाफेंक, फुटबॉल आदि में अपना कौशल दिखाया वहीं छोटी कक्षाओं के विद्यार्थियों ने स्पून रेस, लेमन रेस जैसी आकर्षक प्रतियोगिताओं में अपने हुनर का शानदार आगाज किया। प्रतियोगिता के अंतिम दिन भी कई स्पर्धाओं का आयोजन किया गया, जिसमें छात्र-छात्राओं के बीच मेडल जीतने की जबर्दस्त होड़ देखी गई।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने अपने संदेश में सभी प्रतिभागी छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि विद्यार्थी जीवन में शिक्षा के साथ खेलकूद भी बहुत जरूरी है। खेलों से हमारा शरीर फिट तथा मन तरोताजा रहता है। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि यदि हमें निरोगी तथा तन-मन से स्वस्थ रहना है तो प्रतिदिन किसी न किसी खेल में सहभागिता जरूर करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि खेलों के माध्यम से बच्चों की प्रतिभा को तराशा जा सकता है। बच्चों में ज्ञान बढ़ाने के लिए भी खेल बहुत जरूरी है।
प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने विजेता तथा उप-विजेता छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि जीत-हार खेल का हिस्सा है। हमें हारने पर निराश होने की बजाय यह ध्यान देना चाहिए कि गलती कहां हुई। श्री अग्रवाल ने कहा कि खेल हमें नेतृत्व क्षमता, सहभागिता, समानता, अनुशासन, आत्मनियंत्रण तथा दबाव वाली परिस्थितियों में उभरना सिखाते हैं। उन्होंने कहा कि अच्छा स्वास्थ्य एवं अच्छी समझ जीवन के दो सर्वोत्तम वरदान हैं, इन दोनों की प्राप्ति के लिए जीवन में खिलाड़ी भावना से खेलना आवश्यक है।
शैक्षिक संयोजिका प्रिया मदान ने सभी छात्र-छात्राओं को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बधाई देते हुए कहा कि जीवन में शारीरिक रूप से स्वस्थ और फिट रहना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि शरीर और दिमाग को विकसित करने के लिए खेल महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। खेल तनाव को दूर करने के साथ आपके कंसन्ट्रेशन को बनाए रखने में भी मददगार होते हैं। उन्होंने कहा कि स्वस्थ रहने के लिए व्यायाम, योग, प्राणायाम, संतुलित पोषक-आहार आदि तो महत्वपूर्ण घटक हैं ही, इसके अलावा खेल भी बहुत महत्वपूर्ण है।

थाना कोसीकलां में आपका स्वागत है, कई महीनों से जर्जर अवस्था में थाने का मुख्य द्वार

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कोसीकलाँ कहने को तो कोसी में कोतवाली है जिसके अंतर्गत 8 चौकियां 55 गाँव आते है लेकिन इसके रखरखाव के लिए किसी की कोई जिम्मेदारी नही है पूर्व तैनात रहे थाना प्रभारी एस के सिह ने कोसी के समाजसेवियों का सहयोग लेकर मुख्य द्वार का सौन्दर्यकरण कराया था वही पूर्व में रहे थाना प्रभारी रहे अमित कुमार, अनुज राणा अरुण बालियान ने पूरे थाना परिसर की साज सज्जा एवं पेड़ पौधों के रखरखाव की व्यवस्था की। जब सभी थानों का सुंदरता का उत्तर प्रदेश में आकलन किया गया तो कोसीकला थाने को पहला स्थान दिया गया। अधिकारियों ने भूरी भूरी प्रशंसा की। पूर्व रहे अधिकारियों के स्थानांतरण हो जाने पर किसी ने भी रखरखाव की जिम्मेदारी नही ली। जिसके कारण कोसीकलाँ कोतवाली के हालात बद से बद्दर हो गए चारों ओर गन्दगी दिखाई देती है फरियादियों के बैठने के लिए रखी हुई स्थाई कुर्सियों पर पक्षियों की गंदगी और धूल पड़ी रहती है मुख्य द्वार के पास फरियादियों के लिए बनाया गया नया टॉयलेट पूरी तरह टूट चूका है टॉयलेटों से गन्दा पानी बाहर बह रहा है AC एवं शीशों पर धूल जम रही है

इतना ही नही मेन गेट पर लगा थाना कोसीकलाँ का बिजली का बोर्ड नेम पट्टिका कई महीनों से टूट कर हादसे को शिकार देने के लिए लटक चुकी है कभी भी टूटकर नीचे गिरी तो बड़ा हादसा होने की संभावना बनी हुई है जबकि थाना कोसीकलाँ पर तैनात समस्त पुलिस कर्मी इसी के नीचे से निकलकर प्रतिदिन के कार्यो को अंजाम देते हैं लेकिन थाना प्रभारी सहित थाना पुलिस इस टूटे हुए बोर्ड से जानकर अनजान बनी हुई है ओर देखने के बाद अनदेखी कर रहे है। आला अधिकारी भी रोजाना इसको देखकर चले जाते हैं। आपको बता दें कि बोर्ड के नीचे बनाई गई पुलिया भी क्षतिग्रस्त हो चुकी है जिसमें से लोहे की सरिया निकल रही है लेकिन थाना पुलिस का इस ओर ध्यान नहीं गया। गौरतलब है कि अगर जल्द ही इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो किसी बड़े हादसे होने का अंदेशा होने से इनकार नहीं किया जा सकता अब देखना है यह है कि थाना पुलिस कितने दिन में इन कमियों पर कितने दिनों में संज्ञान लेती हैं।

संभल जैसी हिंसा रोकने को जरूरी है सनातन बोर्ड, जनसंख्या पर लगे नियंत्रण

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  • संभल हिंसा के दोषियों को मिले कड़ी सजा
  • न्यायलय और संविधान को न मानने वाली हिंसक विचारधारा को रोकना जरूरी : देवकीनंदन महाराज
  • आज ये हालात हैं 20 साल बाद क्या होगा

वृंदावन। संभल हिंसा को लेकर के धर्मगुरु देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि सनातन बोर्ड की हम इसीलिए मांग कर रहे हैं जिससे कि भविष्य में संभल जैसी हिंसा की पुनरावृति ना हो सके। हिंदू समुदाय, सनातनी अपने धर्म स्थलों की सुरक्षा कर सकें और फिर बाद में उन्हें इस तरह की किसी भी प्रकार की हिंसा का सामना न करना पड़े।
उन्होंने कहा कि सर्वे का आदेश कोर्ट ने दिया था उसके बावजूद जब सर्वे करने टीम पहुंची तो दंगाइयों ने पुलिस फोर्स पर ही पत्थरबाजी कर दी। इसके बाद हिंसा भड़क गई। जबकि कोर्ट के आदेशों को मानना चाहिए था। सरकारी सर्वे के बाद सारी चीज खुद ब खुद सामने आने वाली थी। हमें इसी बात का डर है कि आज ये हालात हैं तो आगे 10, 20 साल बाद क्या होगा ? उन्होंने कहा कि संभल हिंसा के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए। उन्होंने मांग की सरकार जल्द से जल्द सनातन बोर्ड बनाकर के सनातनी हितों की रक्षा करें।
कानपुर में भागवत कथा कह रहे देवकीनंदन महाराज ने कहा कि यदि भारत को उभरते हुए देखना है तो ऐसी हिंसक विचारधारा को रोकना होगा, जो न्यायालय और संविधान को भी न मानकर जानलेवा हिंसा पर उतर आए। इसीलिए देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून भी जरूरी है।
गौरतलब है कि देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज ने अभी कुछ दिनों पहले ही 16 नवंबर को दिल्ली में सनातन धर्म संसद का आयोजन किया था। जिसमें देश से शंकराचार्य एवं बड़े संत कथाकार शामिल हुए थे। इसमें बड़ी संख्या में सनातनी एकत्रित हुए थे। धर्माचार्यों ने सनातन धर्म संसद में यह मांग प्रमुखता से रखी थी कि देश में वक्फ बोर्ड की तरह सनातन बोर्ड भी जल्द से जल्द बनाया जाए ।

रक्तदान है किसी की जान इससे मिलती आत्मसंतुष्टि : नारायण दास

मथुरा : रक्तदान से कई लोगों की जिंदगी बचती है। रक्तदान का कितना महत्व है इसका अहसास हमें तब होता है जब हमारा कोई निकटतम व्यक्ति जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा होता है। रक्तदान कर हम जहां एक ओर किसी का जीवन बचाते हैं वहीं दूसरी ओर इससे जबर्दस्त आत्म संतुष्टि मिलती है।

विद्यार्थियों से यह प्रेरणादायक बात करते हुए मंगलवार को जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा में कुलाधिपति नारायण दास अग्रवाल ने एचडीएफसी बैंक और सद्भावना ब्लड बैंक द्वारा आयोजित रक्तशिविर का शुभारंभ करते हुए कहा कि रक्तदान करने से कोई हानि नहीं होती बल्कि, कई के प्रकार लाभ होते हैं। इसलिए हम सभी को रक्तदान के लिए आगे आना चाहिए।

पूर्व में लोग जिस प्रकार दूसरों की सहायता के लिए आगे आते थे, ठीक उसी प्रकार आज युवा वर्ग की भी यही सोच आगे बढ़ रही है कि हर तबके के व्यक्ति का जीवन बहुमूल्य है। इसलिए हर युवा बहुत कुछ करने के लिए प्रयासरत है और कर रहा है। इसी का परिणाम जीएलए में आयोजित रक्तदान शिविर में देखने को मिला है।

एचडीएफसी के ऑपरेशन मैनेजर निमिष मंगल एवं सद्भावना ब्लड बैंक के निदेशक संजीव सारस्वत ने बताया कि सुबह से जीएलए विश्वविद्यालय में रक्तदान शिविर का आयोजन हुआ। शिविर में शुरूआती दौर से विद्यार्थियां ने बढ़चढ़कर रक्तदान के लिए भाग लिया। 200 से अधिक विद्यार्थियों ने रक्तदान कर महादान के इस शिविर में अपना योगदान दिया। किसी भी विद्यार्थी के अंदर कोई भय नहीं था।

रक्तदान करते हुए बीटेक कम्प्यूटर साइंस के छात्र रौनक राज तथा छात्रा अंशिका रावत ने बताया कि शिविर में रक्तदान करते समय बहुत प्रसन्नता हुई और मन को शांति मिली। शांति इसलिए मिली कि दूसरों के जीवन के लिए रक्त का दान किया। प्रसन्नता इसलिए हुई कि जीएलए विश्वविद्यालय में यह शिविर आयोजित हुआ और विद्यार्थियों ने इसमें बढ़चढ़कर प्रतिभाग किया।

इस अवसर पर जीएलए के सीएफओ विवेक अग्रवाल, प्रतिकुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता, कुलसचिव अशोक कुमार सिंह, जीएलए के मेडिकल ऑफीसर डा. मनोज, एचडीएफसी से अनिल शर्मा, गिर्राज अग्रवाल, अशोक कुमार, रवि शर्मा, सद्भावना से मोहित सारस्वत, तरूण कुमार पाल, सुशील कुमार, रिंकू आदि उपस्थित रहे।

संस्कृति विवि के विद्यार्थियों का एड-टेक कंपनी हाइक एजूकेशन में हुआ चयन

मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय के एमबीए, बीबीए, बी.काम और बीसीए के विद्यार्थियों को प्रसिद्ध एड-टेक कंपनी हाइक एजूकेशन ने अपने यहां अच्छे वेतनमान पर नौकरी देने के लिए चयनित किया है। कैंपस प्लेसमेंट के दौरान विद्यार्थियों के इस चयन पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने हर्ष व्यक्त करते हुए चयनित विद्यार्थियों को बधाई दी है।
कंपनी से आए एचआर विभाग की अधिकारी पूर्वी गुप्ता ने बताया कि हाइक एजुकेशन की शुरुआत 2014 में दो दूरदर्शी लोगों की एक टीम द्वारा की गई थी, जिनका लक्ष्य एड-टेक उद्योग में क्रांति लाना था। इसका उद्देश्य उच्च शिक्षा प्राप्त करने के इच्छुक पेशेवरों और शीर्ष विश्वविद्यालयों के बीच अंतर को पाटना था। हाइक एजुकेशन अग्रणी एड-टेक कंपनियों में से एक है जो छात्रों को समर्थन और सहायता देने के लिए शीर्ष बी-स्कूलों के साथ काम करती है। शुरुआत में नोएडा में एक छोटी सी जगह से शुरू हुआ हाइक अब 5 से अधिक स्थानों पर अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुका है और इसका लगातार विस्तार हो रहा है। कंपनी का मुख्यालय गुड़गांव (गुरुग्राम) में स्थित है। संगठन अपने लक्ष्य का पालन करने के मामले में ऊंची उड़ान भर रहा है। इसने 1,00,000 से अधिक पेशेवरों को उनके करियर के लक्ष्यों को हासिल करने में मदद की है। संबद्ध विश्वविद्यालयों द्वारा पेश किए जाने वाले एमबीए, स्नातक कार्यक्रम और विभिन्न अन्य डिप्लोमा और प्रमाणन कार्यक्रम जैसे ऑनलाइन पाठ्यक्रम कई पेशेवरों को उनके लक्ष्य हासिल करने में मदद कर रहे हैं।
संस्कृति ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल के हेड जय वर्धन नगाइच एवं साफ्टस्किल ट्रेनर जयकांत तिवारी ने बताया कि कंपनी द्वारा विवि के छह विद्यार्थियों दीपांजलि द्विवेदी, अर्पिता श्रीवास्तव को बिजनेस डवलपमेंट मैनेजर तथा अमन उपाध्याय, कार्तिक उपाध्याय, देवांशी लवानियां, अदिति सिन्हा को बिजनेस डवलपमेंट एक्जीक्यूटिव के पद के लिए चुना गया है। विद्यार्थियों के इस चयन पर हर्ष व्यक्त करते हुए विवि की सीईओ मीनाक्षी शर्मा और कुलपति प्रो.एमबी चेट्टी ने बधाई दी है। साथ ही उनको कंपनी के साथ मन लगाकर काम करने और विवि का नाम रौशन करने की नसीहत भी दी।

जी.एल. बजाज के छात्र-छात्राओं ने देखा अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला

  • प्रबंधन संकाय के युवाओं ने शैक्षिक भ्रमण में जुटाई लाभकारी जानकारी

मथुरा। जी.एल. बजाज ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस मथुरा के प्रबंधन अध्ययन विभाग के छात्र-छात्राओं ने विगत दिवस नई दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहे अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले (आईआईटीएफ) का अवलोकन किया। आईआईटीएफ में छात्र-छात्राओं को उद्योग जगत के विशेषज्ञों तथा कई पेशेवरों से मिलने का अवसर मिला जिनसे उन्होंने करियर से जुड़े कई राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय विकल्पों पर विस्तार से जानकारी हासिल की। अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले से वापस लौटे छात्र-छात्राओं ने संस्थान की निदेशक प्रो. नीता अवस्थी से अपने अनुभव साझा किए।
विभागाध्यक्ष प्रबंधन अध्ययन डॉ. शशी शेखर, स्तुति गौतम तथा सोनिया चौधरी के मार्गदर्शन में गए एमबीए प्रथम तथा द्वितीय वर्ष के छात्र-छात्राओं को अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में वैश्विक और राष्ट्रीय उद्योगों की गतिशीलता को सीधे अनुभव करने का अवसर मिला। व्यापार मेले में छात्र-छात्राओं ने विभिन्न क्षेत्रों के उत्पादों, सेवाओं तथा नवाचारों को न केवल देखा बल्कि व्यवसायों की नेटवर्किंग, संभावित ग्राहकों से संवाद, साझेदारियां स्थापित करने तथा उद्योग की नवीनतम प्रवृत्तियों पर जानकारी प्राप्त की। छात्र-छात्राओं के लिए यह मेला बाजार की गतिशीलता और वास्तविक व्यापार प्रथाओं को समझने का अमूल्य अनुभव साबित हुआ।
इस शैक्षिक भ्रमण में छात्र-छात्राओं ने विभिन्न उद्योगों की प्रौद्योगिकियों, निर्माण, स्वास्थ्य देखभाल तथा अन्य क्षेत्रों की प्रदर्शिनियों को देखा। छात्र-छात्राओं को यह समझने का भी मौका मिला कि कोई व्यवसायी किस प्रकार इन प्लेटफार्मों का उपयोग बाजार अनुसंधान, ग्राहक प्राथमिकताओं को समझने तथा प्रतिस्पर्धियों के उत्पादों का विश्लेषण करने के लिए करते हैं। शैक्षिक भ्रमण में विद्यार्थियों को विभिन्न उत्पादों और सेवाओं की जानकारी मिलने के साथ उन्हें विभिन्न क्षेत्रों में हो रहे नवाचारों का विस्तृत दृष्टिकोण भी प्राप्त हुआ।
अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में छात्र-छात्राओं को खादी इंडिया पवेलियन में लगे लगभग दो सौ स्टॉलों पर भारतवर्ष के अलग-अलग क्षेत्रों के कारीगरों द्वारा निर्मित उत्पादों को देखने का मौका मिला। इन स्टॉलों में भारत की समृद्ध विरासत, शिल्प कौशल और हस्तकला देखते ही बन रही थी। स्टॉल के संचालकों ने छात्र-छात्राओं को बताया कि पिछले 10 वर्षों में देश में खादी और ग्रामोद्योग कारोबार में जबर्दस्त इजाफा हुआ है तथा पिछले वित्त वर्ष में 10.17 लाख युवाओं को रोजगार मिला है। मेले में छात्र-छात्राओं ने पवेलियन में स्थापित देशी चरखा, पेटी चरखा, विद्युत चालित कुम्हारी चॉक, कच्ची घानी तेल निकालने की प्रक्रिया, मंदिर में पूजा के लिए उपयोग किए हुए पुष्पों को री-साइकल कर बनाई गई अगरबत्ती-धूपबत्ती के सजीव प्रदर्शन देखे।
विभागाध्यक्ष प्रबंधन अध्ययन डॉ. शशी शेखर ने बताया कि यह शैक्षिक यात्रा छात्र-छात्राओं के लिए वास्तविक व्यापार परिदृश्यों से जुड़ने और उद्योग पेशेवरों के साथ नेटवर्क बनाने का शानदार अवसर साबित हुई। उन्होंने कहा कि प्रबंधन अध्ययन विभाग भविष्य में भी छात्र-छात्राओं के लिए इस प्रकार के शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम आयोजित करेगा ताकि उन्हें प्रबंधन के क्षेत्र में सैद्धांतिक ज्ञान और व्यावहारिक अनुभव दोनों का समुचित प्रशिक्षण मिल सके।

वीपीएस के छात्र जी एल ए के ‘सृजन- 2024’ में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए हुए सम्मानित

वृंदावन। छात्रों के चहुंमुखी विकास की प्रक्रिया में सदैव कृतसंकल्पित व तत्पर वृंदावन पब्लिक स्कूल के छात्रों ने अपनी प्रतिभा हुनर व योग्यता का परचम लहराकर कई पदकों व स्मृति चिन्ह पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। गौरतलब है कि जीएलए विश्वविद्यालय में प्रतिवर्ष ‘सृजन’ नामक अंतर्विद्यालयी प्रतियोगिता का आयोजन होता है। जिसमें वृंदावन पब्लिक स्कूल के छात्र प्रतिभाग करते हैं व अधिकतम सम्मानों पर अपनी उत्कृष्टता सिद्ध करते हैं। इस वर्ष सृजन- 2024 में विद्यालय द्वारा नुक्कड़ नाटक, जिज्ञासा, आलाप , मुद्रा, मंथन, संवाद, क्रीड़ा, कलाकृति आदि विभिन्न क्षेत्रों में छात्रों ने अपनी श्रेष्ठता साबित कर विद्यालय को गौरवान्वित किया।
जिसमें आलाप समूह गान में प्रथम स्थान व एकल गान में प्रथम रनर अप की ट्रॉफी अपने नाम की। सरगम क्लब से संगीत विभाग की संयोजिका अंजना शर्मा के निर्देशन में आनंद सोनी ने एकल गान में यह सम्मान प्राप्त किया तथा मोहन, शिव, हर्ष, भव्य, जतिन, हिमांशु ने समूह गान में अपनी श्रेष्ठ गायकी से निर्णायकों को रिझाया। वहीं क्रीड़ा प्रतियोगिता के अंतर्गत कराटे में जाह्नवी शर्मा ने प्रथम, कुश शर्मा, कुणाल गौतम व रितिक राठौर ने द्वितीय तथा रितु तिवारी, अर्पित बघेल व अनेका ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। नटराज क्लब से निधि गोर व सर्वदा वर्मा के निर्देशन में मुद्रा प्रतियोगिता अंतर्गत आशी अग्रवाल ने अर्धनारीश्वर का प्रतिरूप ले शिव व पार्वती के तांडव नृत्य का उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सभी दर्शकों व निर्णायकों की तालियां बटोरीं। साथ ही दुर्गेश ने इस नृत्य में सराहनीय भूमिका निभाई व प्रथम स्थान प्राप्त किया। समूह नृत्य में राजस्थानी लोकगीत कालबेलिया की उत्कृष्टतम प्रस्तुति देकर द्वितीय स्थान प्राप्त किया। जिसमें कृति पाठक, श्वेता सिंह, शेरल अग्रवाल, श्वेता सिंह, नंदिनी वर्मा, प्रीति गोला, सृष्टि दास, नंदिनी विश्वास, श्रद्धा अग्रवाल, कामिनी सैनी वैष्णवी शर्मा व दिव्यांशु ने बहुत ही तालबद्ध नृत्य कर सबको झूमने पर मजबूर कर दिया। समूह नृत्य में पायल सैनी का निर्देशन भी प्रशंसनीय था। इसी क्रम में मंथन नामक पीपीटी प्रेजेंटेशन में एकता अग्रवाल रित्त्विक अग्रवाल के निर्देशन में ई- शॉपिंग और रिटेलिंग खरीरदारी विषय को लेकर प्रेजेंटेशन तैयार किया गया। जिसमें इन्होंने प्रथम स्थान प्राप्त किया। इस प्रतियोगिता में गौरांग, आयुष्मान दास, भूमि गुप्ता, शानवी कुलश्रेष्ठ ने शानदार प्रस्तुति दी व शुभम अग्रवाल व गौरांग का योगदान विशेष सराहनीय रहा।
वही’ जिज्ञासा’ विज्ञान प्रोजेक्ट में प्रशांत शर्मा के निर्देशन में’ ब्लाइंड शूज ‘मॉडल को प्रथम स्थान मिला जिसमें खुशी, सुमित, जय ने स्वर्ण पदक हासिल किया। अपने इस मॉडल में छात्रों ने नेत्रहीन व्यक्तियों के जीवन में आने वाले कठिनाई को दूर करने हेतु एक ऐसे शूज का निर्माण किया। जिससे कहीं टकराने पर अलार्म बजने पर अपने जीवन को सुरक्षा प्रदान कर सकें।
संवाद प्रतियोगिता अंतर्गत अंग्रेजी विभाग के निर्देशन में सीमा पहुंच रिचा दुबे दिव्या शर्मा व शुभम चौरसिया के निर्देशन में समूह परिचर्या राउंड में कृतिर अग्रवाल ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया।
छात्रों की अद्वितीय सफलता पर विद्यालय की प्राचार्या कृति शर्मा ने बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। साथ ही उन्होंने छात्रों और उनके मेंटर्स के प्रयासों की भूरि- भूरि प्रशंसा की।

राजीव एकेडमी में वित्तीय शिक्षा पर हुई दो दिवसीय कार्यशाला

  • बच्चों को बचपन से ही वित्तीय शिक्षा की जानकारी देना जरूरी

मथुरा। हमारे देश में हर अभिभावक बच्चों के जन्म के साथ ही उसके लिए कई तरह के सपने बुनने लगता है। उनकी शिक्षा-दीक्षा को सुनिश्चित करने के लिए छोटी-छोटी बचत से लेकर बैंकों में सावधि जमा खाता या फिक्स्ड डिपॉजिट तक के बारे में सोचता है लेकिन कभी भी उसका ध्यान बच्चों की वित्तीय शिक्षा (फाइनेंशियल एज्यूकेशन) पर नहीं जाता। जबकि प्रत्येक बच्चे को यदि बचपन से ही वित्तीय शिक्षा मिले तो वे बड़े होकर स्वावलम्बी बन अपना करियर आसानी से संवार सकते हैं। यह बातें राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट के एमबीए विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला में सेबी के मान्यता प्राप्त ट्रेनर नवाबुद्दीन ने प्रबंधन के छात्र-छात्राओं को बताईं।
राजीव एकेडमी के एमबीए फाइनेंशियल क्लब द्वारा आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला में फाइनेंशियल एज्यूकेशन पर अपने विचार साझा करते हुए रिसोर्स परसन नवाबुद्दीन ने कहा कि हमारे देश के विद्यार्थियों को वित्तीय शिक्षा पर साक्षर होना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि आज भी देश की बड़ी जनसंख्या को वित्तीय शिक्षा पर आधी अधूरी जानकारी है। हमारे यहां पढ़-लिखकर धन कमाने का उद्देश्य ही शिक्षित होना माना जाता है। यह आज के युग का कटु सत्य है। रिसोर्स परसन ने छात्र-छात्राओं को बताया कि जब आप एक ही कार्य को लम्बे समय तक करते हैं तो एक्सपर्ट कहलाते हैं। यह हमारे करियर के लिए बहुत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि करियर को देखते हुए हमें पहले फाइनेंशियल लिटरेट होना होगा बाद में एक्सपर्ट।
उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी को वित्तीय कौशल जैसे बचत, निवेश और वित्तीय बाजार में करियर बनाने की शिक्षा बहुत आवश्यक है। छात्र-छात्राओं को वित्तीय साक्षरता में सशक्त बनने के लिए उन्हें सक्रिय रूप से अपनी पहुंच का विस्तार करना होगा। इसके अंतर्गत वित्तीय साक्षरता, वित्तीय बाजार में करियर बनाना, शेयर मार्केट में ट्रेडिंग और विनिवेश कैसे शुरू करें आदि पर फोकस करना होगा। ये स्नातक और स्नातकोत्तर दोनों ही कक्षा के विद्यार्थियों के लिए बहुत आवश्यक है।
रिसोर्स परसन ने विद्यार्थियों के प्रश्नों के उत्तर में कहा कि इंट्रा डे ट्रेडिंग के लिए तकनीकी विश्लेषण, शेयरों में निवेश के लिए मौलिक विश्लेषण या वित्तीय बाजार में करियर निर्माण जैसे विषयों पर शिक्षण संस्थाओं में और अधिक कार्यशालाओं का निरन्तर आयोजन होना चाहिए। उन्होंने अद्यतन निवेशक शिक्षा, निवेशक शिक्षा कार्यक्रम, एमडीपी कार्यक्रम, सेबी वित्तीय संसाधन व्यक्ति पुनश्चर्या, सेबी वित्तीय संसाधन, व्यक्तियों का पैनलीकरण, पॉकेट मनी, स्कूलों-कॉलेजों में वित्तीय शिक्षा तथा संकाय विकास पर भी सारगर्भित विचार साझा किए। उन्होंने निवेश की महत्ता एवं वित्तीय निवेश के अवसरों के विषय में भी छात्र-छात्राओं को विस्तार से जानकारी दी।
एमबीए द्वितीय वर्ष की छात्रा पूर्विका आर्य और गौरी खण्डेलवाल ने कार्यशाला के संचालन में सराहनीय योगदान दिया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में एमबीए के विभाग प्रमुख डॉ. विकास जैन ने रिसोर्स परसन नवाबुद्दीन को पुष्पगुच्छ प्रदान कर सम्मानित किया तथा संस्थान के निदेशक डॉ. अभिषेक सिंह ने आभार माना।

पानी भरने गई किशोरी से दो दोस्तों ने किया दुराचार

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  • आरोपितों ने बनाया किशोरी के दुराचार का वीडियो

रिपोर्ट – राघव शर्मा

बरसाना – हैंडपंप पर पानी भरने गई किशोरी के साथ जबरन दो दोस्तों ने मुंह में कपड़ा भरकर दुराचार किया। इस दौरान आरोपियों ने ब्लैकमेल के लिए किशोरी के साथ दुराचार का अशलील वीडियो भी बनाया। घटना के बाद पीड़िता के स्वजनों ने आरोपितों के खिलाफ थाना बरसाना में मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं पुलिस ने भी पीड़िता का मैडिकल कराया।

नंदगांव के समीप ब्रिजवारी गांव में 19 नवम्बर कि शाम करीब चार बजे एक किशोरी हैंडपम्प से पानी लेने गई थी। इसी दौरान गांव के पवन व छोटू ने उसे पकड लिया। जिसके बाद श्मशान के पीछे रक्षा में ले जाकर मुंह में कपड़ा बांधकर बारी बारी से दुराचार किया। वहीं भविष्य में ब्लैक करने की नीयत से दुराचार की वीडियो भी बना ली। इस दौरान दुराचार की बात किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी भी दी। घटना के बाद किशोरी ने दुराचार की बात अपनी भाभी को बताई। जिसके बाद पीड़िता के स्वजनों ने आरोपितों के खिलाफ थाना बरसाना में मुकदमा दर्ज कराया।
थाना प्रभारी निरीक्षक अरविंद कुमार निर्वाल ने बताया कि पीड़िता कि मां की तहरीर पर दो युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। शीघ्र ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा। वहीं पीड़िता का मैडिकल करा दिया गया है।