Saturday, December 20, 2025
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डेयरी की आड़ में बनाया जा रहा था जहरीला नकली दूध, मक्खन, 7 गिरफ्तार, 10 हजार लीटर सिंथेटिक दूध कराया नष्ट

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मथुरा। बल्देव के समीप जुगसना गांव में रजिस्टर्ड डेयरी पर लंबे समय से नकली दूध, मक्खन और क्रीम बनाने के गोरखधंधे का खुलासा हुआ है। पुलिस ने लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वाले सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। मौके से मिले दस हजार लीटर जहरीला नकली दूध को नष्ट कराया गया है।

रविवार को बल्देव पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। मुखबिर की सूचना पर बल्देव पुलिस निकट के जुगसना गांव में एक रजिस्टर्ड डेयरी में छापामार कार्रवाई की है। यहां बड़े पैमाने पर नकली दूध, मक्खन और क्रीम बनाई जा रही थी। पुलिस ने डेयरी से सात लोगों को गिऱफ्तार कर लिया। क्योंकि मामला खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन से जुड़ा हुआ था, तो खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम मौके पर बुलाई गई।

पुलिस के साथ-साथ टीम भी डेयरी पर लोगों को दूध के रुप में जहर तैयार करने के इस गोरखधंधे को देख हैरान रह गई। पुलिस टीम ने छापे के दौरान दस हजार लीटर नकली जहरीला दूध, 50 रिफाइंड ऑयल के टिन, 50 किलो कास्टिक सोड़ा, डिटरजेंट पाउडर, हाईड्रोजन परऑक्साइड की 25 लीटर की कैन सहित तीस नकली दूध मक्खन और क्रीम बनाने के उपकरण मिले हैं। एसडीएम महावन की मौजूदगी में 10 हजार लीटर नकली दूध नष्ट कराया दिया। वहीं पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर सात लोगों को जेल भेज दिया है।

गिरफ्तार लोगों में मुन्ना लाल उर्फ प्रेम चन्द्र पुत्र रामगोपाल निवासी जुगसना, अतुल अग्रवाल पुत्र मुन्ना लाल अग्रवाल निवासी जुगसना, आकाश अग्रवाल पुत्र मुना लाल अग्रवाल, अजरुद़दीन उर्फ छोटे पुत्र बिजेन्द्र खान निवासी नगला मोहन, अकील खान पुत्र दिलशेर खान निवासी नगला मोहन, जगन्नाथ पुत्र गीतम सिंह निवासी खोदूआ, सुधीर पुत्र प्रकाश निवासी भरऊ शामिल हैं।

एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया कि जुगसना गांव में मुन्नालाल ने प्रेमचन्द्र अग्रवाल मिल्क कलेक् शन सेंटरर के नाम से फर्म रजिस्टर्ड करा रखी थी। इस फर्म की आड़ में आरोपियों द्वारा मिलावटी नकली दूध, मक्खन एवं क्रीम तेयार कर मथुरा के साथ-साथ सादाबाद, इगलास, फैजाबाद, दिल्ली तक सप्लाई किया जाता था।

मथुरा की दो ड्रेनों को लेकर केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने एनएमसीजी से तलब की रिपोर्ट

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मथुरा। केन्द्रीय जलशक्ति राज्यमंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने एनएमसीजी से मथुरा में यमुना को प्रदूषित करने वाली दो ड्रेनों को नमामि गंगे योजना में शामिल न करने की रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने विभाग से इसके पीछे के कारण और इसे लेकर जल्द ही कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं। ताकि इनका दूषित जल सीधे यमुना में न जाकर शोधित हो सके। उन्होंने स्थाानीय लोगों की शिकायत पर एनएमसीजी के निदेशक देवेन्द्र मथुरिया से इस संबंध में निर्देश दिए हैं।


केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल मथुरा-वृंदावन की धार्मिक यात्रा पर सपरिवार आए थे। उन्होंने यहां ठाकुर बाँकेबिहारी मंदिर और राधावल्लभ मंदिर में दर्शन कर पूजा अर्चना की। इसके बाद प्रहालाद सिंह पटेल परिवार के साथा श्रीकृ़ष्ण जन्मभूमि के दर्शन किए। इस दौरान हिन्दूवादी नेता गोपेश्वरनाथ चतुर्वेदी ने उन्हें यमुना में गिर रहे नालों को बंद कराने की मांग को लेकर ज्ञापन दिया।

इस ज्ञापन में कोसी डे्रेन औरर मासूम नगर एवं कोयला अलीपुर डे्रेन को योजना में शामिल न किए जाने की भी शिकायत की थी। इस पर केन्द्रीय मंत्री ने एनएमसीजी के निदेशक देवेन्द्र मथुरिया से अभी तक दोनों ड्रेनों को योजना में शामिल न होने का जवाब मांगा। इस संबंध में दिल्ली पहुंचते ही प्रीफिसिबिल्टी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। वहीं केन्द्रीय मंत्री ने मसानी एसटीपी और एसपीएस का निरीक्षण किया। उन्होंने नमामि गंगे योजना के तहत हो रहे कार्यों में जलनिगम को तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।

कोविड-19 : भारत में 39,070 नए मामले, 491 मरीजों की मौत

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नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के 39,070 नए मामले सामने आने से संक्रमण के मामले बढ़कर 3,19,34,455 हुए जबकि 491 और लोगों के जान गंवाने से मृतक संख्या 4,27,862 हो गयी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के रविवार सुबह आठ बजे तक अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 4,06,822 हुई, जो संक्रमण के कुल मामलों का 1.27 प्रतिशत है। कोरोना वायरस से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 97.39 प्रतिशत है।

आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 5,331 मामलों की कमी आयी है। इस बीमारी से उबरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 3,10,99,771 हुई है जबकि मृत्यु दर 1.34 प्रतिशत है। मंत्रालय ने बताया कि शनिवार को कोविड-19 का पता लगाने के लिए 17,22,221 नमूनों की जांच की गयी और इसी के साथ ही अब तक जांचे गए नमूनों की संख्या 48,00,39,185 हो गयी है। दैनिक संक्रमण दर 2.27 प्रतिशत है। पिछले 13 दिनों से यह तीन प्रतिशत से कम है। साप्ताहिक संक्रमण दर 2.38 प्रतिशत है।रविवार सुबह तक देशव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत कोविड-19 रोधी टीकों की 50.68 करोड़ खुराक दी जा चुकी है।

देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार हो गए। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।

मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, जिन 491 और लोगों की मौत हुई है उनमें से 139 की केरल में और 128 लोगों की मौत महाराष्ट्र में हुई है। देश में अभी तक इस महामारी से कुल 4,27,862 लोग जान गंवा चुके हैं। इनमें से सबसे अधिक 1,33,845 लोगों की मौत महाराष्ट्र में, 36,773 की कर्नाटक, 34,289 की तमिलनाडु, 25,066 की दिल्ली, 22,773 की उत्तर प्रदेश, 18,217 की पश्चिम बंगाल और 17,654 लोगों की मौत केरल में हुई।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब तक जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।

ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के बाद अब नीरज चोपड़ा का लक्ष्य 90 मीटर भाला फेंकना

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टोक्यो। भाला फेंक के स्टार एथलीट नीरज चोपड़ा ने ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचने के बाद आगामी प्रतियोगिताओं में 90 मीटर भाला फेंकने को अपना अगला लक्ष्य बनाया है। ओलंपिक में भारत के दूसरे व्यक्तिगत स्वर्ण पदक विजेता नीरज तो शनिवार को ही खेलों के रिकार्ड (90.57 मीटर) को तोड़ने का प्रयास कर रहे थे लेकिन वह वहां तक नहीं पहुंच पाये।

चोपड़ा ने अपने ऐतिहासिक प्रदर्शन के बाद कहा, ‘‘भाला फेंक एक तकनीकी स्पर्धा है और काफी कुछ दिन की फार्म पर निर्भर करता है। इसलिए मेरा अगला लक्ष्य 90 मीटर की दूरी तय करना है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस साल केवल ओलंपिक पर ध्यान दे रहा था। अब मैंने स्वर्ण पदक जीत लिया है तो मैं भावी प्रतियोगिताओं के लिये योजनाएं बनाऊंगा।

भारत लौटने के बाद मैं अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिये विदेशों के वीजा हासिल करने की कोशिश करूंगा।’’ चोपड़ा ने 13 जुलाई को गेटशीड डायमंड लीग से हटने के बाद कहा था कि वह ओलंपिक के बाद इस शीर्ष स्तर की एक दिन की सीरीज के बाकी चरणों में हिस्सा ले सकते हैं। लुसाने (26 अगस्त) और पेरिस (28 अगस्त) के चरणों के अलावा ज्यूरिख में नौ सितंबर को होने वाले फाइनल में भी भाला फेंक की स्पर्धा शामिल है।
हरियाणा के पानीपत के खांद्रा गांव के रहने वाले 23 वर्षीय नीरज ने कहा कि वह किसी तरह के दबाव में नहीं थे और वैसा ही काम कर रहे थे जैसा कि अन्य अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के दौरान करते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘किसी तरह का दबाव नहीं था और मैं इसमें (ओलंपिक) किसी अन्य प्रतियोगिता की तरह ही भाग ले रहा था। यह ऐसा ही था कि मैं पहले भी इन एथलीटों के खिलाफ भाग ले चुका हूं और चिंता की कोई बात नहीं है। इससे मैं अपने प्रदर्शन पर ध्यान केंद्रित कर पाया। इससे मुझे स्वर्ण पदक जीतने में मदद मिली।’’

चोपड़ा ने कहा, ‘‘हां, मैं यह सोच रहा था कि भारत ने अब तक एक एथलेटिक्स में पदक नहीं जीता है लेकिन एक बार जब मेरे हाथ में भाला आया तो ये चीजें मेरे दिमाग में नहीं आयी। ’’ चोपड़ा ने ओलंपिक से पहले तीन अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया था लेकिन केवल एक में चोटी के एथलीट शामिल थे।

बच्चे वापस लौट रहे हैं स्कूल, कोरोना से बचाव के लिए रखें इन खास बातों का ख्याल

नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण के केस कम मिलने के बाद देश में बहुत से स्कूल खुलने लगे हैं। कोरोना महामारी के शुरू होने के बाद से पिछले करीब 17 माह से स्कूलों को बंद रखा गया था और बच्चे ऑनलाइन क्लास की मदद से पढ़ाई कर रहे हैं। लेकिन, अब कई राज्यों में स्कूलों को खोला जा रहा है तो पैरेंट्स के मन में कई तरह के सवाल उठ रहे हैं कि बच्चों को स्कूल में कोरोना संक्रमण से कैसे बचाया जाए। उन्हें महामारी में सुरक्षित रहने की ट्रेनिंग कैसे दी जाए?

जॉन्स हॉपकिंस मेडीसिन की रिसर्च के मुताबिक ज्यादातर बच्चे साल में 7-8 बार सर्दी-जुकाम के शिकार होते हैं जबकि बड़े सिर्फ 2-3 बार ही सर्दी-जुकाम से ग्रसित होते हैं। बच्चों का इम्यून सिस्टम उतना स्ट्रॉन्ग नहीं होता जिस कारण वह जल्दी वायरस या अन्य बीमारियों के शिकार बन सकते हैं। ऐसे में हम आपको कुछ टिप्स बताने वाले हैं जिससे आप अपने बच्चों को स्कूल में कोरोना संक्रमण से बचा सकते हैं। आइए जानते हैं उन टिप्स के बारे में-

बच्चों को अच्छी आदतों के बारे में बताए

कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए बच्चों को अच्छी आदतों के बारे में बताना बेहद जरूरी है। उन्हें कोविड-19 संक्रमण से बचाने के लिए हाथों को अच्छी तरह से धोना की जरूरत को समझाना जरूरी है। उन्हें यह समझाए कि हाथों को 20 सेकेंड तक अच्छी तरह से धोए और उसके बाद ही कुछ खाए पिएं। उन्हें अपनी हाथों में खांसने छींकने के बजाए किसी टिश्यू की मदद लेनी चाहिए। वैसे तो हम बच्चों को हर चीज शेयर करना सीखाते हैं लेकिन, कोरोना महामारी में हमें उन्हें शेयर नहीं करना सिखाना होगा जिससे संक्रमण ना फैल सके।

बच्चों का रेगुलर चेकअप करें

बच्चों का स्कूल खुल रहा है तो माता-पिता को ज्यादा सजग रहने की जरूरत है। आप हमेशा अपने बच्चों के स्वास्थ्य को हमेशा प्रथमिकता पर रखें और डॉक्टर से रेगुलर चेकअप कराते रहें। इस बात का भी खास ख्याल रखें कि बच्चे को कई अन्य बीमारियों से लड़ने की वैक्सीन जरूर लगवाए। यह उनके इम्यून सिस्टम को मजबूत करेगा। अक्टूबर के महीने तक बच्चे को एनफ्लूएंजा वायरस की वैक्सीन जरूर लगवाएं. बच्चे की जरा भी तबियत खराब होने पर उसके डॉक्टर से संपर्क करें।

यूपी में रोबोट ने किया सफल ऑपरेशन, मरीज की मां द्वारा डोनेट की किडनी की गई ट्रांसप्लांट

लखनऊ। टेक्नोलॉजी तेजी से तरक्की कर रही है। अब इंसान ही क्या रोबोट भी मरीजों का सफल ऑपरेशन करते हैं। मेडिकल साइंस में मशीन सबकी जरुरत बनती जा रही है। लखनऊ में ऐसा ही एक मामला सामने आया है। यहां के संजय गांधी पीजीआई में रोबोट की मदद से 42 वर्षीय महिला का सफल किडनी ट्रांसप्लांट किया गया है। डॉक्टरों ने पूरी तरह से रोबोट की मदद से यह ऑपेरशन किया। दावा किया जा रहा है कि यूपी में यह पहला रोबोट से किडनी ट्रांसप्लांट है। पीजीआई के रीनल साइंस विभाग के डॉक्टरों ने यह ऑपरेशन कियाा है।


पीजीआई अस्पताल के डॉक्टरों ने पूरी तरह रोबोट की मदद से एक महिला की किडनी ट्रांसप्लांट की है। बाराबंकी निवासी 42 साल की महिला का किडनी ट्रांसप्लांट किया है। महिला मरीज को उनकी मां ने ही किडनी दी है। इलाज के बाद महिला और मां दोनों ही स्वस्थ्य हैं। महिला को किडनी में समस्या होने के बाद उन्हें पीजीआई में भर्ती किया गया, जहां नेफ्रोलॉजी, यूरोलॉजी ओर एनेस्थिसिया विभाग के डॉक्टरों ने रोबोट के जरिए महिला की किडनी ट्रांसप्लांट की। महिलाा को अभी तीस से चार दिन डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है। इसके बाद महिला को अस्पताल से छुट्टी दी जाएगी।

पीजीआई के निदेशक डॉ. आरके धीमन ने कहा कि संस्थान में अब तक 200 ऑपेरशन रोबोट से हो चुके हैं। लेकिन प्रदेश में पहली बार रोबोट से किडनी ट्रांसप्लांट की गई है। पीजीआई के नेफ्रोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. नारायण प्रसाद ने कहा कि महिला को 2019 में किडनी की समस्या हुई थी। महिला मरीज की मां ने किडनी डोनेट की। किडनी डोनेट करने के बाद ट्रांसप्लांटेशन की तैयारियां शुरु की गई। उन्होंने कहा कि रोबोट से सफल किडनी ट्रांसप्लांअ हुआ।

मां ने बेटे और बेटी को फांसी पर लटकाया, फिर खुद ने भी दे दी जान

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बाड़मेर। राजस्थान के बाड़मेर में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। यहां एक महिला ने अपने छह साल की बेटी ओर तीन साल के बेटे को फंदे पर लटका दिया और उसके बाद खुद भी फांसी लगा ली। एक साथ एक परिवार के तीन लोगों की मौत से कोहराम मच गया। मौके पर पहुंची पुलिस तीनों के शवों को पोस्टमॉर्ट के लिए भेज दिए और जांच पड़ताल शुरु कर दी है। वहंी महिला के भाई ने पति पर दहेज के लिए प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है।


यह मामला वाड़मेर जिले में सदर थाना क्षेत्र के वांकलपुरा है। महिला रसाल कंवर की शादी सात साल पहले यहां रहने वाले माधव सिंह से हुई थी।। माधव सिंह ट्रक चालक है। रसाल कंवर के छह साल की बेटी जसु ओर तीन साल का बेटा विक्रम भी था।

घटना शुक्रवार रात की बताई जा रही है। शनिवार सुबह जब 12 बजे तक घर में कोई हलचल नहीं हुई तो पड़ौसियों को शक हुआ। जब पड़ौसियों ने घर के अन्दर देखा तो उनके होश उड़ गए। महिला और उसके दोनों बच्चों की लाशें फंदे से लटकी हुई थी।

पड़ौसियों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने घर का अंदर से बंद दरवाजा तोड़ा और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। साथ ही पुलिस ने परिजनों को सूचित किया है।

महिला ने कर दी सारी हदें पार, पहले पति को दिया जहर फिर काटा प्राइवेट पार्ट

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पटना। दानापुर के फुलवारीशरीफ इलाके में पति-पत्नी का घरेलू विवाद खौफनाक घटना में बदल गया। घरेलू विवाद के चलते नाराज पत्नी ने अपने पति को पहले जहर देकर मारने की कोशिश की और बाद में बेहोशी के हालत में महिला ने पति का प्राइवेट पार्ट काट डाला। घटना का शिकार हुआ व्यक्ति खून से लहुलुहान पुलिस थाने पहुंचा। पुलिस ने घायल व्यक्ति को तुरंत इलाज के लिए अस्पताल भेजा, तब कहीं उसकी जान बच सकी। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी महिला 2 बच्चों के साथ फरार हो गई है। पीड़ित ने मामले को लेकर फुलवारीशरीफ थाने में शिकायत दर्ज कराई है।

घटना के बाद पीड़ित मनोवर मालिक खून से लथपथ होकर फुलवारीशरीफ थाने पहुंचा जहां पुलिस सिपाहियों ने उसे नशे में होने के कारण थप्पड़ लगा दिये। इसके बाद मनोवर थाने में मौजूद एक दरोगी से मिला जिसे वह पहचानता था। मनोवर ने दरोगा को अपनी पूरी व्यथा सुनाई। पूरी कहानी सुनने के बाद दरोगा भी हैरान रह गए। पुलिस ने तुरंत पीड़ि़त को अस्पताल भेजा। उपचार के बाद मनोवर को बेहतर इलाज के लिए पटना स्थित पीएमसीएच भेज दिया गया जहां उसका इलाज चल रहा है।

घटना में घायल हुए शख्स ने बताया कि फुलवारी के ग्वालटोली की रहने वाली उसकी पत्नी की पहले भी शादी हो चुकी है। इससे पहले उसके 5 बच्चे थे। इनमें से 3 बच्चों की संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गई थी और दो बच्चे जिंदा हैं। पीड़ित ने बताया कि पांच साल पहले उनकी शादी हुई थी। इसके बाद दोनों के दो बच्चे पैदा हुए थे। पीड़ित का कहना है कि 7 अगस्त की रात दोनों में कहासुनी हुई थी। जिसके बाद उसकी पत्नी ने पहले उसे जहर दिया और बाद में उसके प्राइवेट पार्ट को काट दिया। घटना के बाद अब पीड़ित पटना में न रहकर जहानाबाद स्थित अपने पैतृक गांव वापस लौट जाना चाहता है।

छह दिन से लापता सेल्स मैनेजर का शव बोरे में मिला, महिला गिरफ्तार

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आगरा। आगरा पुलिस को रविवार सुबह ट्रांसपोर्ट नगर में झाड़ियों में एक शव मिला है। जो कि एक बोरी में बंद था। पुलिस ने मृतक की पहचान थाना एत्माद्दौला के ट्रांस यमुना फेस टू के रहने वाले सुनील कुमार शर्मा के रुप में की है। सुनील 2 अगस्त से लापता था। पुलिस ने इस मामले में एक महिला आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है जबकि उसका पति और दूसरा आरोपी फरार है।

सुनील कुमार 2 अगस्त को अपने घर से ड्यूटी के लिए निकला था। वह एक ऑटोमोबाइल कंपनी में सेल्स मैनेजर था। सोमवार 2 अगस्त को वह घर से काम पर गया, लेकिन देर शाम तक घर नहंी लौटा। मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ आ रहा था। घरवालों को चिंता होने लगी। काफी तलाश किया और थकहार कर थाना एत्माद्दौला में गुमशुदगी दर्ज कराई।

छह लोगों के विरुद्ध केस दर्ज

सुनील की छानबीन में लगी पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इसमें सामने आया कि सुनील अपने घर से गांधी नगर निवासी अजय उर्फ डकैत के घर गए थे, लेकिन वे घर से निकलते हुए दिखाई नहीं दिए। पुलिस अजय के घर पहुंची, लेकिन तब तक अजय अपनी पत्नी मोना को लेकर फरार हो गया था। इसके बाद पुलिस ने अपहरण का मुकदमा किया था। 4 अगस्त को पुलिस ने छह लोगों के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज किया था।

मोना ने खोला राज

शनिवार रात पुलिस ने मोना को गिरफ्तार कर लिया। मोना ने बताया कि 7 साल पहले मोना और उसके पति अजय उर्फ डकैत सुनील के घर पर किराए पर रहते थे। तब से उनकी पहचान थी। स्थानीय पुलिस ने बताया कि मोना और अजय ने मिलकर सुनील की हत्या की है। पुलिस इसे लेनदेन का मामला बता रही है।

ताज महल के आस-पास के मकान ताज के रंग में रंगेंगे, सौंदर्यीकरण में जुटा एडीए

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आगरा। प्रदेश सरकार द्वारा ताजनगरी के सौंदर्यीकरण के सौंदर्यीकरण के आदेश के बाद आगरा विकास प्राधिकरण ने शहर को सजाने और संवारने की तैयारी शुरु का दी है। ताजमहल पूर्वी गेट स्थित शिल्पग्राम से फतेहाबाद रोड, एमजी रोड पर भगवान टॉकीज चौराहे तक सड़क के दोनों ओर के मकानों और दुकानों को सफेद रंग में रंगा जाएगा। ये रंग ऑफ वाइट होगा जो बिल्कुल ताजमहल से मिलता जुलता होगा। इसके लिए आगरा विकास प्राधिकरण (एडीए) ने पर्यटन उद्यमियों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के संचालकों के साथ बैठक कर अपनी मंशा से अवगत कराया है।

सफेद रंग के होंगे मकान और दुकान

एडीए ने पहले ही साफ कर दिया है कि इसका खर्च भवन या दुकान-शोरूम के मालिक को ही उठाना होगा। वहीं व्यापारियों ने वीआईपी रोड और संजय प्लेस को भी इसमें शामिल करने का सुझाव दिया है। एडीए उपाध्यक्ष राजेन्द्र पेंसिया ने बताया कि 16 जुलाई को प्रदेश सरकार से निर्देश आए है, जिसमे ताजमहल पूर्वी गेट स्थित शिल्पग्राम से फतेहाबाद रोड होते हुए प्रतापपुरा,एमजी रोड,भगवान टॉकीज तक भवनों को आफ व्हाइट रंग से रंगा जाएगा।

वहीं दुकानों के बाहर लगे बोर्ड और साइनेज कॉफी रंग के होंगे। एडीए उपाध्यक्ष ने बताया कि जो भवन,दुकान या प्रतिष्ठान का स्वामी ऐसा नहीं करेगा तो इस स्थिति में उसका रंगरोगन एडीए करेगा और स्वामी से खर्च वसूला जाएगा।

संजय प्लेस को भी रंगने का आया सुझाव

संजय प्लेस को भी एक रंग में रंगने का सुझाव आया है। संजय प्लेस कपड़ा मार्केट ने सुझाव दिया कि संजय प्लेस को भी इस योजना में शामिल किया जाए। यहां बेतरतीब ढंग से होर्डिंग, साइनेज लगे हैं। एक रंग की इमारतों में एक साइनेज होंगे तो अच्छा लगेगा।