


चित्र परिचयः संस्कृति विवि के संतोष मैमोरियल हाल में आयोजित 14वें श्री शारदा शताब्दी सम्मान समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित करते कैबिनेट मिनिस्टर चौ. लक्ष्मीनरायण।
चित्र परिचयः14वें श्री शारदा शताब्दी सम्मान समारोह में श्रीमद् जगदगुरु शंकराचार्य शारदा सर्वज्ञ पीठाधीश्वर स्वामी श्री अमृतानंद देव तीर्थ जी महाराज संस्कृति विवि के कुलाधिपति डा. सचिन गुप्ता को सम्मानित करते हुए।
चित्र परिचयः श्रीमद् जगदगुरु शंकराचार्य शारदा सर्वज्ञ पीठाधीश्वर स्वामी श्री अमृतानंद देव तीर्थ जी महाराज 14वें श्री शारदा शताब्दी सम्मान समारोह का दीप जलाकर शुभारंभ करते हुए।
संस्कृति विवि शिक्षा, संस्कृति और धर्म के क्षेत्र में मील का पत्थरः चौ.लक्ष्मीनरायण
मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय के संतोष मैमोरियल सभागार में 14वें श्री शारदा शताब्दी सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि, कैबिनेट मिनिस्टर लक्ष्मीनरायण चौधरी ने कहा कि मेरे क्षेत्र में छह विश्वविद्यालय हैं लेकिन अकेला संस्कृति विवि ऐसा विवि है जो शिक्षा के साथ-साथ धर्म और संस्कृति को साथ लेकर चल रहा है। इसलिए मुझे लगता है कि ये विवि देश के विद्यार्थियों को सुदृढ़ भविष्य निर्माण के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
डेयरी मंत्री ने कहा कि मैं संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डा.सचिन गुप्ता का इसलिए भी प्रशंसक हूं कि आज जब सब एलोपैथी का झंडा उठा रहे हैं, ऐसे माहौल में आप प्राकृतिक और आयुर्वेदिक चिकित्सा की शिक्षा अपने विवि में दे रहे हैं। आपका सौभाग्य उसी वक्त से बन गया जबकि विवि में गौ सेवा भी शुरू की गई है। हर किसी के सामने बाधाएं आती हैं और अच्छे काम करने वालों के सामने कुछ ज्यादह ही आती हैं। मैं तो इस विवि से शुरू से ही जुड़ा हूं और क्षेत्र की जनता भी इस विश्वविद्यालय से लगाव रखती है। उन्होंने कहा कि हमारे लिए कितने सौभाग्य कि बात है कि शंकराचार्य शारदा सर्वज्ञ पीठाधीश्वर स्वामी अमृतानंद देव तीर्थ जी महाराज संस्कृति विवि में चातुर्मास कर रहे हैं। आज उनके दर्शन हुए, ये मेरा सौभाग्य है। आज इस समारोह में सम्मानित होने वाले सनातन संस्कृति के वैश्विक दूतों को मैं बधाई देता हूं।
दीप प्रज्ज्वलन के बाद संस्कृति विवि के संतोष मैमोरियल सभागार में श्रीमद् जगदगुरु शंकराचार्य शारदा सर्वज्ञ पीठाधीश्वर स्वामी श्री अमृतानंद देव तीर्थ जी महाराज की उपस्थिति में सनातन संस्कृति की पवित्र धारा को विश्व मंच पर प्रज्ज्वलित करने वाली प्रतिष्ठित हस्तियों को श्री शारदा शताब्दी विद्या-विवेक रत्न, श्री शारदा वाणी-प्रकाश रत्न, श्री शारदा शताब्दी शक्ति-नाद रत्न प्रदान किए गए। महाराष्ट्र के उप मुख्य मंत्री एकनाथ शिंदे को उनकी अनुपस्थिति में उनके प्रतिनिधि को, विजन दिव्यांग फाउंडेशन के अध्यक्ष मुकेश गुप्ता, सेवानिवृत आईएएस डा. विश्वपति त्रिवेदी, सचिव ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग जम्मू,आईएएस एजाज असद को उनकी अनुपस्थिति में उनके प्रतिनिधि को, पूर्व डीजीपी आईपीएस ओम प्रकाश सिंह, सागर शिवाजी राव जोंघले मुबई, अखिल भारतीय श्रध्दालु सभा ब्रज किशोर दुबे, लोक नायक ओरछा, मध्य प्रदेश उमेश यादव, संस्कृति विवि की सीईओ डा. मीनाक्षी शर्मा, अखिल भारतीय फुटवीयर एसोसिएशन के अध्यक्ष पूरन डावर, संयुक्त सचिव भारतीय विवि संघ आलोक कुमार मिश्र को श्री शारदा शताब्दी विद्या-विवेक रत्न 2025 से सम्मानित किया गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संभल आईपीएस कु. अनुकृति शर्मा, वरिष्ठ पेशेवर भारतीय सेना से सेवानिवृत मेजर जनरल हरि सिंह, बनारस हिंदू विवि की डा. प्रियंका सिंह, उद्योगपति, पर्यावरणविद् मथुरा रंजीत चतुर्वेदी, पूर्व सैन्य अधिकारी जम्मू एंड कश्मीर डा. अशोक रैना, सेवा निवृत वायु सेना अधिकारी स्क्वाड्रन लीडर अतुल कुमार सिंह, समाजिक कार्यकर्ता आगरा, मनीष अग्रवाल, प्रबंधक श्रीमती शांति देवी डिग्री कालेज आगरा भूप सिंह इंदौलिया, बरसिया एडवरटाइसिंग लि. के सीईओ भारत बरसिया को शारदा शताब्दी-वाणी प्रकाश रत्न 2025 से सम्मानित किया गया। डा. कृष्णकांत द्विवेदी, सैफ खान बाबा, कृष्ण चंद्र बाजपेयी, प्रो. डा. विनोद कुमार नागर, पूर्व कार्यकारी निदेशक, पावर ग्रिड कार्पोरेशन सुभाष चंद्र सिंह को शारदा शताब्दी शक्ति नाद रत्न 2025 से सम्मानित किया गया। सभी हस्तियों को शंकराचार्य शारदा सर्वज्ञ पीठाधीश्वर स्वामी अमृतानंद देव तीर्थ जी महाराज और कैबिनेट मंत्री चौ. लक्ष्मीनरायण द्वारा सम्मानित किया गया। श्रीमद् जगदगुरु शंकराचार्य शारदा सर्वज्ञ पीठाधीश्वर स्वामी श्री अमृतानंद देव तीर्थ जी महाराज द्वारा संस्कृति विवि के कुलाधिपति डा. सचिन गुप्ता को पटुका ओढ़ाकर, माला भेंटकर सम्मानित किया गया। सभी विशिष्ठ जनों को संस्कृति विवि के कुलाधिपति डा. सचिन गुप्ता द्वारा सम्मानित किया गया।
समारोह के दौरान हिमांचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आडियो –वीडियो के माध्यम से समारोह के लिए शुभकामनाएं प्रेषित कीं। समारोह में वक्ताओं ने पाक अधिकृत काश्मीर में स्थित शारदा पीठ की प्राचीनता और इतिहास के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए इसकी जीर्ण दशा पर चिंता व्यक्त की। वक्ताओं ने शारदा पीठ को पुनः हासिल करने के लिए समवेत स्वर में मांग उठाई।
कार्यक्रम का संचालन संस्कृति विवि छात्रा तपस्या, जाह्नवी पाराशर ने किया समारोह के आयोजन को सफलता पूर्वक संपन्न कराने में संस्कृति विवि के डा. रजनीश त्यागी, डा. डीएस तोमर, डा. एकता कपूर का विशेष योगदान रहा।