नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण को लेकर कांग्रेस नेता केंद्र और यूपी सरकार पर हमलावर हैं। इसी कड़ी में कांग्रेस नेता और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने यूपी में गंगा नदी में तैर रहे शवों की न्यायिक जांच की मांग की है। जो हुआ वह अमानवीय और अपराधिक है। बिहार के बक्सर जिले के चौसा में महादेवा घाट और श्मशान घाट के बीच गंगा तट पर 71 शव बहते हुए मिले थे। मंगलवार को इन सभी शवों को पोस्टमार्टम को दफना दिया गया था।
फिर शवों की पहचान को डीएनए जांच के लिए नमूने सुरक्षित रख लिए गए थे। हालांकि, शवों के गलने से कोरोना संक्रमण का पता नहीं लग सका था। फिर भी बुधवार को जिला प्रशासन द्वारा गंगा नदी में लगाए गए जाल में उत्तर प्रदेश की तरफ से बहकर आए कुल पांच शव फंसे मिले। इनमें दो शव मंगलवार को जाल में फंसे थे। इससे पहले सोमवार को यूपी के हमीरपुर में यमुना नदी में सात शव उतराते मिले थे। इसके अलावा यूपी के गाजीपुर और बलिया में गंगा नदी में तैरते हुए शव मिले थे।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि गंगा में तैरती हुई अस्थियां महज एक आंकड़ा नहीं हैं, वे किसी के पिता, माता, भाई और बहन हैं। जो कुछ हुआ है वह आपको आपके अंदर तक हिला देता है। इसकी उसी सरकार से जवाबदेही होनी चाहिए जो बुरी तरह से विफल कर चुकी है।
गंगा किनारे दफन शवों का लगा अंबार, बिखरे पड़े कफन
उन्नाव जिले में गंगा के तकरीबन हर तट पर रेती में दफन शवों का अंबार लगा है। बक्सर हो या रौतापुर, परियर हो या बंदीमाता माता घाट हर जगह जिधर नजर डालिए, उधर रेत में शव दफनाकर समाधि बनाई गई दिखती है। जगह-जगह कफन बिखरे पड़े हैं। ये हालात कोरोना महामारी की भयावहता बयां करने के लिए काफी हैं। वहीं, पहले से अंतिम संस्कार के लिए तय घाटों पर भी चिताएं ही चिताएं लगी हुई हैं। खास बात ये है कि शवों को दफनाने में की गई जल्दबाजी से मानवीय संवेदनाएं तार-तार की जा रहीं हैं।
मथुरा में ऐसा पहली बार हुआ किस सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ मथुरा में आए और करीब सवा दो घंटे ठहरे, लेकिन भाजपा का एक भी पदाधिकारी और कार्यकर्ता उनसे मिल नहीं सका। मथुरा आगमन पर सीएम ने पहली बार पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से दूरी बनाई। यहां तक कि कुछ भाजपा पदाधिकारी ने सीएम योगी का स्वागत करने के लिए हैलीपैड स्थल पर पहुंचने का प्रयास किया। लेकिन सीएम के इशारे पर अधिकारियों ने उन्हें हैलीपैड स्थल पर एंट्री नहीं दी।
यही कारण है कि भाजपा के महानगर अध्यक्ष, महानगर महामंत्री अपनी बात सीएम तक न रखकर सोशल मीडिया पर ही अधिकारियों की शिकायत कर मन की भड़ास निकाल रहे हैं। प्रदेश में भाजपा सरकार में भाजपा कार्यकर्ताओं की लगातार अनदेखी की जा रही है। इसी कसक पार्टी कार्यकर्ताओं के दिलो ं में घर कर रही है। अपने मन की इस कसक को पार्टी कार्यकर्ता अब दबी जुबान से यदा कदा कह भी रहे हैं। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण हाल ही में सोशल मीडिया पर भी देखने को मिल रहा है।
वहीं मथुरा वृंदावन क्षेत्र से रिकॉर्ड वोटों से जीतकर ऊर्जामंत्री बने श्रीकांत शर्मा का यूपी सरकार में दबदबा देखने को मिल रहा है। ऊर्जामंत्री सीएम योगी के शुरुआत से लेकर आखिर तक साथ रहे और व्यवस्थाओं को दिखवाया। कुछ समय के लिए प्रोटोकॉल का ध्यान रखते हुए विधायक पूरन प्रकाश, कारिंदा सिंह और मेयर डॉ. मुकेश आर्य बंधु को भी सीएम सानिध्य मिल सका।
सीएम योगी आदित्यनाथ इस बार पार्टी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं के साथ स्थानीय नेताओं को भी आइना दिखा गए और बता गए कि सिर्फ राजनीति से नहीं जनता के बीच रहने के लिए कुछ कार्य दिखाना भी पड़ेगा।
मथुरा। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड-19 एक महामारी है इसे सामान्य फ्लू मानने की भूल नहीं करनी चाहिए। इस महामारी से बचाव ही सर्वोत्तम उपाय है और अगर बीमारी हो जाती है तो उसे छुपाए नहीं। उसकी टेस्टिंग कराएं और इलाज कराएं।
यह बात सीएम योगी ने मथुरा आगमन पर एमवीडीए में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि लोगों से अपील की है कि जागरूकता लाने की आवश्यकता है। ग्रामीण क्षेत्रों में निगरानी समिति स्टिंग के माध्यम से ही चिन्हित कर रही है। इस महामारी के खिलाफ हमें सामूहिक रूप से लड़ना है। कोई भी ऐसी बात ना करें जो हेल्थ वर्कर या कोरोना वॉरियर के मनोबल को तोड़े। जो लोग इसकी चपेट में आ चुके हैंं उन्हें हतोत्साहित करे। एमवीडीए में 13 मिनट के अपने संबोधन में सीएम ने बताया कि यूपी में ढाई लाख कोरोना टेस्ट प्रतिदिन किए जा रहे हैं। कोरोना टेस्ट की क्षमता मार्च माह तक डेढ़ लाख तक थी।
उन्होंने कहा कि देश में कोरोना की पहली लहर के दौरान संक्रमण इतना तीव्र नहीं था। लोग लेवल वन, लेवल 2, लेवल 3 मैं भी ठीक हो रहे थे, ऑक्सीजन की आवश्यकता इतनी नहीं थी। लेकिन कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की मांग बढ़ी है। इसक लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा विदेशों से ऑक्सीजन मंगाई जा रही है। देश में भी जगह-जगह ऑक्सीजन प्लांट लगाने का कार्य किया जा रहा है। देश में अब ऑक्सीजन पर्याप्त है। सीएम योगी ने कहा कि कोरोन से सुरक्षा कवच के लिए टीकाकरण अभियान जोरों से चल रहा है। सरकार ने ग्लोबल टेंडर भी जारी किया है।
मथुरा में भी 18 साल से ऊपर के लोगों के लिए टीकाकरण कार्यक्रम प्रारंभ हो चुका है। प्रदेश में 265700 से अधिक युवाओं को भी टीकाकरण जोड़ा है और मथुरा वृंदावन में भी 6000 से भी अधिक युवाओं को टीका लगाया जा चुका है। अलग अलग जनपदों को 20,000 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराए हैं।
सीएम योगी ने कहा कि अपने स्वार्थ के लिए और चर्चाओं में बने रहने के लिए लोग जब जिम्मेदार पदों पर बैठकर ऐसी हरकतें करते हैं यह पूरे अभियान को कमजोर करने की चेष्टा होती है। इसे हर हाल में रोकने की आवश्यकता है। सभी लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है। हाई रिस्क से जुड़े जो लोग हैं घर से बाहर ना निकले प्रोटोकॉल का पालन करें।
सीएम योगी का मथुरा में यह रहा कार्यक्रम
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवारप दोपहर 2.20 बजे मथुरा के वेटरीनरी विश्वविद्यालय के हेलीपैड उतरे। यहां प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने स्थानीय विधायक होने के तौर पर मथुरा आगमन पर उनका स्वागत किया। यहां डीएम, एसएसपी एवं ब्रज तीर्थ विकास बोर्ड के अध्यक्ष मौजूद रहे। विश्वविद्यालय के गेस्टहाउस में लंच किया।
सीएम योगी इंटीग्रेटेड कोविड-19 सेंटर का निरीक्षण करने के लिए मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण कार्यालय पहुंचे, जहां योगी आदित्यनाथ ने कोविड-कमांड सेंटर का निरीक्षण किया। इसके बाद जिला अस्पताल पहुंच। यहां कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए की गई व्यवस्थाओं को परखा। कोरोना इलाज करा रहे मरीजों और उनके तीमारदारों से भी बातचीत की। कोविड सेंटर निरीक्षण के बाद सीएम योगी पत्रकारों से मुखातिब हुए। इसके बाद सीएम योगी ने कोविड-पॉजिटिव होम आइसोलेट मरीज माहेश्वरी के घर के पास कंटेंटमेंट जॉन पहुंचे। यहां माहेश्वरी परिवार से मुलाकात करने के बाद वह वेटरीनरी विश्वविद्यालय से आगरा के लिए रवाना हो गए।
सीएम ने अफसरों से किए ये सवाल
कोविड कमांड सेंटर का निरीक्षण करने के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से कोविड-19 के बारे हालात और रणनीति पर बात की। सीएम ने अधिकारियों से पूछा कि प्रतिदिन कितनी कॉल आती है? किस तरीके से आप कोविड-मरीज को एंबुलेंस और अन्य सुविधाएं मुहैया कराते हैं?
सीएम योगी आदित्यनाथ का कार्य काबिलेतारीफ है: अजय माहेश्वरी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डैंपियर नगर स्थित अजय माहेश्वरी के होम आइसोलेट सभी परिजनों से मिले। जहां उन्होंने अजय माहेश्वरी के सभी परिजनों का हालचाल जाना महेश्वरी का पूरा परिवार संक्रमित हो गया था। सीएम योगी ने माहेश्वरी परिवार से पूछा कि उन्हें सरकार के द्वारा दी जाने वाली सुविधाएं मिल पा रही है या नहीं। अजय माहेश्वरी ने कहा कि पहली बार प्रदेश के मुखिया उनके यहां आए और उनके परिवार के बारे में हालचाल जाना। सरकार द्वारा मिलने वाली कोविड- सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। इस तरह अचानक प्रदेश के मुखिया के आने पर बहुत खुशी हुई है। यही नहीं सीएम योगी आदित्यनाथ का कार्य काबिले तारीफ है।
गोरखपुर। गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रोड स्थित बद्रिका हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर को जिलाधिकारी के आदेश पर सील कर दिया गया और अस्पताल प्रबंधक एवं एक कर्मचारी के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। पीड़ित परिजनों ने अस्पताल संचालक पर आरोप लगाया कि वह इलाज के नाम पर कोरोना संक्रमित परिजनों से अवैध वसूली की है। पीड़ित ने इस मामले की शिकायत पीड़ित परिजनों ने मंडलायुक्त से की थी। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने अस्पताल को सील करने का आदेश देते हुए अस्पताल के प्रबंधक सौरभ कुमार और कर्मचारी राजेश जायसवाल के खिलाफ केस दर्ज कराया है।
4 घंटे का वसूला 51 हजार रुपये, बिल बनाए 27 हजार
हुमायूंपुर निवासी उदय प्रताप सिंह ने बताया कि उनकी भाभी नीलम सिंह कोरोना संक्रमित थीं। 30 अप्रैल को बद्रिका हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में एडमिट कराया। यहां चार घंटे का अस्पताल संचालकों ने संक्रमित के परिजनों से 51 हजार रुपये वसूले और 27 हजार का बिल बनाया, जिसके बाद उदय ने मंडलायुक्त से अस्पताल के खिलाफ मनमाना पैसा वसूलने की शिकायत की थी।
अस्पताल संचालकों ने शव से निकाल लिए थे गहने
इसी तरह बांसगांव के बबलू ने आरोप लगाया है कि बीते 28 अप्रैल को अपनी बीमार मां गंगोत्री देवी को बद्रिका हॉस्पिटल में एडमिट कराया था। यहां उनसे 1.10 लाख रुपये की मांग की गई। उन्होंने 70 हजार रुपये जमा कर मां को एडमिट कराया। दूसरे दिन अस्पताल संचालकों ने शेष 40 हजार रुपये की मांग की तो उन्होंने अपनी मां को देखने के लिए कहा।
इस पर अस्पताल संचालकों ने उन्हें नर्सिंग होम के अंदर जाने से रोक लिया। शंका होने पर बबलू ने एक चिकित्सक से बात की तो पता चला कि उनकी मां की मौत हो चुकी है। उधर, जब शव मिला तो बॉडी से मां के गहने गायब थे। बबलू ने अवैध वसूली और शव से गहने चुराने का आरोप लगाते हुए मंडलायुक्त से शिकायत की थी।
मथुरा। गुरुवार दोपहर को मथुरा आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा व्यवस्था में एमवीडीए पर मुस्तैद एक सिपाही की अचानक तबियत बिगड़ गई और वह बेहोश होकर गिर पड़ा। इससे पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। सिपाही को जिला अस्पताल पहुंचाया गया। जहां उसका उपचार किया जा रहा है।
सीएम के मथुरा आने को लेकर सुबह से ही जिला प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद रहा। इसी के चलते योगी आदित्यनाथ के मथुरा आगमन को लेकर भारी पुलिस बल कदम-कदम पर लगाया गया। इस बीच अद्धा पुलिस चौकी पर तैनात हेड कांस्टेबल सचिन कुमार भी वीआईपी ड्यूटी में एमवीडीए पर मुस्तैद थे। तभी तेज गर्मी होने के कारण हेड कांस्टेबल सचिन कुमार बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़े, जिसे देख पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया और बेहोशी की हालत में हेड कांस्टेबल को आनन-फानन में उपचार के लिए मथुरा के जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
इस संबंध में जानकारी देते साथी सब इंस्पेक्टर ने बताया कि सचिन कुमार अददा पुलिस चौकी पर तैनात हैं और इनकी वीआईपी ड्यूटी लगी हुई थी । और तेज गर्मी होने के कारण यह अचेत होकर गिर गए थे फिलहाल मथुरा के जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है।
मथुरा। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अलीगढ़ से चलकर गुरुवार दोपहर 2:30 बजे वेटरीनरी विश्वविद्यालय परिसरस में स्थित हेलीपैड पर उतरे। यहां डीएम नवनीत सिंह चहल, आगरा मंडल के पुलिस महा निरीक्षक नवीन अरोड़ा, एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर मथुरा वृंदावन नगर निगम के नगर आयुक्त अनुनय झा, उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्र ने उनकी आगवानी की।
मुख्यमंत्री सीधे गेस्ट हाउस के लिए रवाना हो गए। मुख्यमंत्री यहां आधा घंटे से अधिक समय रुकने के पश्चात जिला अस्पताल में मरीजों से मुलाक़ात करेंगे। इस दौरान स्थानीय नेताओं को सीएम के पास तक नहीं जाने दिया। वहीं सीएम योगी ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच रोगियों से मिले और उनसे दवा और स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में जानकारी ली।
गेस्ट हाउस में उनसे ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा विधायक पूरन प्रकाश ठाकुर, कारिन्दा सिंह एवं उत्तर प्रदेश व्यापारी कल्याण बोर्ड के चेयरमैन रविकांत गर्ग, मेयर डॉ. मुकेश आर्यबंधु ने मुलाकात की है। कोरोना पॉजिटिव होने के कारण केबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मीनारायण यहां नहीं आए।
वृन्दावन। नगला नेता गांव में चुनावी रंजिश को लेकर गांव के ही लोगोें ने एक महिला के साथ छेड़छाड़ व मारपीट कर दी। बचाव में आए ससुर समेत दो लोगों पर भी लाठी डंडों से हमला कर घायल कर दिया। इस मामले में पीड़ित पक्ष ने गांव के पांच लोगों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की है।
पंचायत चुनाव को लेकर रंजिश और विवादों का दौर थमने का नाम नही ले रहा है। ताजा मामला रिपोर्टिंग पुलिस चौकी जैंत अंतर्गत नगला नेता का है। जहां चुनाव में समर्थन न करने पर एक महिला के साथ छेड़छाड़ व उसके परिजनों के साथ मारपीट की गई। इस मामले में वृन्दावन कोतवाली पहुंची पीड़िता ने आरोप लगाया कि बुधवार शाम 7 बजे वह अपने प्लॉट पर पशुओं को चारा डालने गए थी । तभी अपने घर के सामने बैठे 5 नामजद आरोपियों ने चुनाव में समर्थन न करने की बात कहते हुए उसके साथ गाली गलौज करते हुए छेड़छाड़ की । शोर सुनकर आये महिला के ससुर और उनके बड़े भाई के साथ नामजदों ने लाठी डंडों से मारपीट घायल कर दिया । जिससे उन्हें गंभीर चोट आई है।
पीड़ित महिला ने आरोपी नगला नेता गांव निवासी योगेश, परशुराम, नरेश, चिंटू, करतार के विरुद्ध नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने घायलों को उपचार के लिए भेजा और आरोपियों की तलाश शुरु कर दी है।
मथुरा। पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया पर सीएमओ डॉ. रचना गुप्ता को हटाने की मांग तेज होने लगी है। लोगों के बाद अब भाजपा के महानगर अध्यक्ष विनोद अग्रवाल ने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट कर सीएमओ को हटाने की मांग कर डाली।
सोशल मीडिया पर भाजना महानगर अध्यक्ष द्वारा की गई पोस्ट में सीएमओ के हटाने के लिए एक स्लोगन भी दिया है। जिसमें कहा गया है कि मथुरा बचाओ सीएमओ हटाओ। सीएमओ डॉ. रचना गुप्ता पार्टी के नेताओं का फोन नहीं उठाती। उन्होंने सीएमओ ऑफिस को मिलने वाले रेमडिसीविर इंजेक्शन के बारे में कहा है कि कहीं पता नहीं चलता कि वह कहां जा रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से तत्काल सीएमओ को हटाने की मांग की है। फेसबुक पोस्ट पर महानगर अध्यक्ष श्री अग्रवाल का कहना है कि मुख्यमंत्री की सक्रियता से मथुरा छोड़कर अन्य सभी जिलों में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या घटती जा रही है परंतु मथुरा में स्थिति बिल्कुल विपरीत है। उनका कहना है कि सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह चरमरा गई है।
वहीं भाजपा के महानगर महामंत्री प्रदीप गोस्वामी ने भी सोाशल मीडिया के माध्यम से सीएमओ डॉ. रचना गुप्ता को हटाने की मांग की मांग की है। जिले में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण के लिए सीएमओ को जिम्मेदार ठहराया है और लापरवाह करार दिया है। महानगर महामंत्री ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर सीएमओ को लापरवाह स्वास्थ्य अधिकारी करा दिया और जल्द हटाने की की मांग की है।
भाजपा नेता एवं वृंदावन मंडल प्रभारी संजय गोविल ने कहा कि सीएमओ डॉ. रचना सिंह कोरोना महामारी को नियंत्रण करने में नाकाम साबित हो रही हैं। वह न तो जनता के फोन उठाती है न ही किसी जन प्रतिनिधि को संतुष्टिपरक जवाब दे रही हैं। ऐसे ढुलमुल रवैया के कारण मथुरा कोरोना महामारी से मुकाबला करने में पिछड़ सकता है। इसलिए सीएमओ को हटाकर सक्रीय स्वास्थ्य अधिकारी को मथुरा में लाया जाना अतिआवश्यक है।
आपको बता दें कि दो दिन पहले प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा द्वारा कोरोना महामारी की रोकथाम की व्यवस्थाएं का निरीक्षण किया गया था। इस दौरान ऊर्जामंत्री को वह संतुष्टिपरक जवाब नहीं दे पाईं। इस पर ऊर्जा मंत्री ने सीएमओ डॉ. रचना गुप्ता को कड़ी फटकार लगाई और सुधार के निर्देश दिए थे।
मथुरा। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना महामारी को लेकर निरीक्षण के बीच शहर के डैंपियर नगर स्थित ट्रांसपोर्टर छोटेलाल माहेश्वरी के आवास पर परिजनों से मुलाकात करेंगे। यहां वह करीब 3:30 बजे आएंगे। इस परिवार के सात लोग पॉजिटिव हुए थे जिनमें अभी वृद्ध सुशीला देवी नयति अस्पताल में भर्ती हैं जबकि स्वयं छोटेलाल पॉजिटिव होने के कारण घर में ही होम आईसोलेशन में अपना उपचार करा रहे हैं।
गुरुवार सुबह जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने निरीक्षण करते हुए परिजनों से बातचीत की। गोरी पायल रेस्टोरेंट के ठीक सामने अजय विजय माहेश्वरी का आवास है। इनके परिजनों से मुख्यमंत्री से बातचीत करेंगे। सीएम का कार्यक्रम आने के बाद बुधवार को सायं जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल एसएसपी डॉ गौरव गौरव ग्रोवर नगर आयुक्त अनुनय झा ने मौके का निरीक्षण किया और परिजनों को बताए कि वह मुख्यमंत्री से क्या-क्या बातचीत करेंगे। इस बीच सोख अड्डा रेलवे फाटक से गोरी पायल तक की सड़क पर प्रशासन की टीन की बैरीकटिंग कर दी है । सुबह से ही आवागमन रोक दिया गया है। सीएम की परिवार के साथ मुलाकात का कार्यक्रम शासन से आए सीएम के कार्यक्रम नहीं था। इसे गोपनीय रखा गया था। लेििकन इस संबंध में प्रशासनिक अधिकारियों को मैसेज दे दिया गया था।
गुरुवार से सुबह से ही डंैपियर गनर के समूचे एरिया में अभूतपूर्व साफ-सफाई धुलाई के बाद सेनेटजेशन कराया गया है नालियों से गंदगी निकाल कर एंटी लारवा की दवा डाली गई है। सड़क के दोनों और चूने का छिड़काव भी किया गया है घर के सामने बने पार्क को चाक-चौबंद कर दिया गया है । पार्क में आनन-फानन में लेवल कर सुंदर गमले रखे जा रहे हैं। वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ अलीगढ में निरीक्षण कर रहे हैं। वहां पत्रकारों से वार्ता करने के बाद मथुरा के लिए हैलीकॉप्टर से रवाना होने वाले हैं।
नई दिल्ली। कोरोना के खिलाफ जारी लड़ाई के बीच एक और बड़ा कदम उठाया जा रहा है। ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को 2 से 18 साल तक के बच्चों पर ट्रायल की मंजूरी दे दी है। पहले कोरोना वैक्सीन पर निगाह रखने वाली सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने इसके टायल की सिफारिश की थी।
जानकारी के मुताबिक भारत बायोटेक की ओर से ये ट्रायल 525 वॉलटियर्स पर किया जाएगा। इनमें 2 से 18 साल तक के बच्चों पर यह टेस्ट किया जा रहा है। कोवैक्सीन और क्लीनीकल ट्रायल का फेज तीन होगा। ट्रायल के दौरान पहली और दूसरी वैक्सीन की डोज 28 दिनों के अंतर पर दिया जाएगा।
आपको बता दे कि कनाडा ओर अमेरिका मेें बच्चों का वैक्सीनेशन का अभियान शुरु हो गया है। लेकिन भारत में न अभी पूर्णरुपेण वृद्धजनों को भी वैक्सीन नहीं लग पाई है। युवा वर्ग भी वैक्सीन के लिए भटक रहा है।