Friday, September 26, 2025
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एसएसपी ने किया आंशिक फेरबदल, चौकी प्रभारी सहित दो दर्जन दारोगाओं का बदला कार्यक्षेत्र

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एस एस पी डॉ गौरव ग्रोवर ने चौकी इंचार्ज सहित दो दर्जन दारोगाओं के तबादले किए हैं। एसएसपी द्वारा किए गए आंशिक फेरबदल में चौकी प्रभारी कृष्णानगर हरेंद्र मलिक को हटाकर चौकी प्रभारी धौली प्याऊ बनाया है वही चौकी प्रभारी धौली प्याऊ धीरज यादव को हटाकर एसआई मथुरा कोतवाली स्थानांतरित कर दिया है। त्रिपुरेश कोशिश को चौकी प्रभारी कृष्णा नगर बनाया है। बाघ बहादुर चौकी इंचार्ज नरेश कुमार को हटा दिया है। राजवीर सिंह को चौकी प्रभारी रंगजी वृन्दावन बनाया है। मनोज कुमार को चौकी प्रभारी अद्दा, शैलेश शर्मा को चौकी प्रभारी बिहारी जी, विनोद कुमार को चौकी प्रभारी मथुरा गेट वृंदावन ,अमित कुमार को चौकी प्रभारी केशव धाम,मोहित कुमार को चौकी प्रभारी खयरा बनाया है। दरोगाओं के तबादले की पढ़िए पूरी लिस्ट।

देर रात कोरोना के 2 केस और मिले

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देर रात कोरोना के 2 केस और मिले
मथुरा में कोरोना के 2 नए मरीज और मिले
होली गेट निवासी नमकीन व्यापारी के परिवार के 2 लोग और कोरोना की चपेट में
नमकीन कारोबारी की पत्नी और बेटा कोरोना पाॅजिटिव निकले
2 दिन पूर्व नमकीन कारोबारी की कोरोना से हुई थी मौत
नमकीन व्यापारी के संपर्क में आए लोग चिंतित
जिले में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे

बडे धूमधाम से निकली भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा

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भगवान जगन्नाथ रथयात्रा भारत का एक प्रमुख त्यौहार है जो कि उड़ीसा के पुरी में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है* यह त्यौहार हर साल आषाढ़ महीने के शुक्ल पक्ष द्वितीय के दिन मनाया जाता है,
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि इस रथ यात्रा का आयोजन सदियों से भव्य तरीके से मनाया जाता रहा है लेकिन इस वक्त कोरोनावायरस का प्रकोप चल रहा है लेकिन भक्तों की श्रद्धा को ध्यान में रखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने रथ यात्रा को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ आयोजित करने की अनुमति दे दी है आपको बता दें कि इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने कोरोनावायरस के चलते 18 जून को रथ यात्रा को आयोजित करने पर प्रतिबंध लगा दिया था,
लेकिन बाद में सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों की पीठ ने इस संबंध में अपना फैसला सुनाया और सरकार व केंद्र और राज्य सरकार ने स्वास्थ्य से समझौता करके रथ यात्रा को आयोजित करने की अनुमति दे दी साथ ही इस कोरोनावायरस महामारी के दौर में रथयात्रा कैसे आयोजित होनी है इसको लेकर गाइडलाइन भी जारी की सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि 500 लोगों से ज्यादा रथ को नहीं खींचंगे और सभी का कोविड-19 परीक्षण होगा दिशा निर्देशों के अनुसार 2 रथों के बीच 1 घंटे का अंतराल होगा साथ ही सरकार ने यह भी कहा था कि रथ यात्रा के दौरान *पुरी में कर्फ्यू रहेगा साथ ही रथ यात्रा में शामिल होने वाले सभी व्यक्तियों के रिकॉर्ड रखने के लिए उड़ीसा सरकार को निर्देश दिए गए क्योंकि हर साल इस रथयात्रा में लाखों श्रद्धालु शामिल होने आते हैं इन सभी गाइडलाइन का पालन करते हुए उड़ीसा के पुरी में आज भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा पूरे सोशल डिस्टेंसिंग के साथ निकाली गई साथ ही सभी भक्तों के रथ यात्रा में शामिल होने से पहले थर्मल स्क्रीनिंग करने के बाद ही उन्हें प्रवेश दिया गया

 

जी.एल. बजाज के छात्रों ने यूवी-सी प्रकाश के प्रभाव पर किया शोध

रिसर्च पेपर इंटरनेशनल जर्नल ऑफ ट्रेण्ड इन साइंटिफिक रिसर्च एण्ड डेवलपमेंट में प्रकाशित
मथुरा। जी.एल. बजाज ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस, मथुरा के ईसीई तृतीय वर्ष के मेधावी छात्रों मनीष रंजन और सुमित कुमार सिंह का एक और रिसर्च पेपर इंटरनेशनल जर्नल ऑफ ट्रेण्ड इन साइंटिफिक रिसर्च एण्ड डेवलपमेंट में प्रकाशित हुआ है। इन छात्रों ने बैक्टीरिया और वायरस पर यूवी-सी (पराबैंगनी-सी) प्रकाश के प्रभाव पर अनुसंधान किया है। इससे पहले इन्होंने इंडस्ट्रीज में पी.सी.बी. फैब्रिकेशन एण्ड मैन्यूफैक्चरिंग की भविष्य में उपयोगिता और होने वाले बदलाओं पर शोध किया था। इन छात्रों की शानदार उपलब्धि पर आर.के. एज्यूकेशन हब के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल, चेयरमैन मनोज अग्रवाल और संस्थान के निदेशक डॉ. एल.के. त्यागी ने बधाई देते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।
अपने शोध पर मनीष रंजन और सुमित कुमार सिंह का कहना है कि इस समय समूची दुनिया कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ रही है। यह ऐसा सूक्ष्म वायरस है जिसे हम सिर्फ विशेष उपकरण (एक माइक्रोस्कोप) के माध्यम से ही देख सकते हैं। यह सूक्ष्म जीवाणु आमतौर पर एक-कोशिका वाले होते हैं, जो हर जगह पाए जा सकते हैं। यह वायरस जीवित कोशिकाओं के अंदर प्रतिकृति करता है। इंफ्लुएंजा, चिकनपॉक्स, टाइफाइड जैसी कई बीमारियां भी बैक्टीरिया और वायरस से ही फैलती हैं। हमने बैक्टीरिया और वायरस पर यूवी-सी प्रकाश के प्रभाव के बारे में शोध किया है।
इनका कहना है कि पराबैंगनी प्रकाश में तीन तरंगें यूवी-ए, यूवी-बी और यूवी-सी होती हैं। इन छात्रों का मानना है कि यूवी-सी तकनीक के माध्यम से एक सेकेंड के भीतर सभी तरह के बैक्टीरिया और वायरस के 99.99 प्रतिशत से अधिक हिस्से को नष्ट किया जा सकता है। यूवी-सी प्रकाश का उपयोग कई अनुप्रयोगों जैसे जल शोधन, वायु बंध्याकरण, खाद्य प्रसंस्करण सतह की सफाई आदि में सफलतापूर्वक किया जा चुका है। छात्रों का कहना है कि सुदूर यूवी-सी प्रकाश की एक बहुत सीमित सीमा होती है जो मानव त्वचा की बाहरी मृत-कोशिका परत या आंख में आंसू की परत के माध्यम से प्रवेश नहीं कर सकती, इसलिए यह मानव स्वास्थ्य के लिए खतरा नहीं है।
मनीष रंजन और सुमित कुमार सिंह का कहना है कि वायरस और बैक्टीरिया मानव कोशिकाओं की तुलना में बहुत छोटे हैं, यूवी-सी प्रकाश उनके डीएनए तक पहुंच सकते हैं और उन्हें मार सकते हैं। इन छात्रों का मानना है कि यूवी-सी तकनीक सूक्ष्म से सूक्ष्म वायरस, बैक्टीरिया, गलन और कीटाणुओं के खिलाफ प्रभावी साबित हो सकती है। इनका कहना है कि यूवी-सी का इंस्टॉलेशन कम पैसे में हो सकता है तथा इसका संचालन और रखरखाव आसान होने के साथ वायरस की प्रभावशीलता को मापना सरल है।

राष्ट्रीय सनातन एकता मंच ने प्रधानमंत्री के नाम दिया ज्ञापन। चाइना के व्यापार का किया विरोध

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भारत चीन सीमा पर हुए तनाव के बाद भारत में चाइना के खिलाफ विरोध तेज होने लगे हैं चीन की सीमा पर 20 भारतीय जवानों के शहीद होने के बाद देशभर में चाइना के सामान व व्यापार का विरोध होने लगा है। मथुरा में राष्ट्रीय सनातन एकता मंच के पदाधिकारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम संबोधित ज्ञापन मथुरा जिला प्रशासन को सौंपा है ।ज्ञापन के माध्यम से मांग की है कि चीन द्वारा सीमा पर की जा रही घुसपैठ और उसकी धोखेबाजी की नीति के चलते भारत में चीन के व्यापार पर पूरी तरह रोक लगा दी जाए। राष्ट्रीय सनातन एकता मंच के जिलाध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने कहा कि देश में चीनी व्यापार पर प्रतिबंध लगेगा तो देश आत्मनिर्भरता की ओर भी बढ़ेगा। ज्ञापन के दौरान प्रदेश संगठन सचिव ललित चतुर्वेदी, जिला संगठन सचिव लखन लाल बघेल ,धर्मवीर अग्रवाल, ललित चौहान ,मनोज मित्तल, सुनील सिंह आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

 

उत्तर प्रदेश सरकार का शस्त्र लाइसेंस सत्यापन को लेकर नया आदेश

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यू एन आई नंबर के बिना लाइसेंस होगा रद्द।

उत्तर प्रदेश सरकार ने लाइसेंस वेरिफिकेशन को लेकर नया आदेश जारी किया है ।इस आदेश के तहत सभी जिला मजिस्ट्रेट को सभी लाइसेंस रिकॉर्ड एन डी ए एल एलिस के पोर्टल पर 29 जून तक अपलोड कराने होंगे ।शस्त्र लाइसेंस के नए आदेश के तहत शासन ने लाइसेंस धारकों के लिए यह भी निर्देश दिया है कि एक लाइसेंस धारक दो से अधिक शास्त्र नहीं रख सकता है अगर किसी लाइसेंस धारक के पास तीन शस्त्र हैं तो उसे एक शस्त्र जमा करना होगा। यूपी सरकार का शस्त्र लाइसेंस सत्यापन का क्या है नया आदेश पढ़िए।.…….आदेश

 

तेज रफ्तार से गाड़ी आई और शैलेज भगत ने छलांग लगाई

रिपोर्ट – विजय कुमार गुप्ता

मथुरा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के चहेते पूर्व डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस तथा वर्तमान में चीफ सेक्रेट्री का दर्जा प्राप्त संत शैलजाकांत बचपन में बड़े ऊधमी थे। आजकल के गंभीर और शांत स्वभाव के शैलजाकांत मिश्र के बारे में कोई सोच भी नहीं सकता कि ये ऐसे खतरनाक ऊधमी रहे होंगे जो जान की बाजी लगाने से भी नहीं चूकते थे।
शैलजाकांत जी बताते हैं कि आजमगढ़ में जहां उनका घर था, उसके आगे सड़क थी। वहां होकर गाड़ियों का आवागमन रहता था। जब कोई गाड़ी तेज रफ्तार से गुजरती तो वे उसके एकदम निकट आते ही हिरण की तरह कुलांचे भरते हुए सड़क पार कर जाते।
कई बार ऐसा भी हुआ कि मौत से दो-दो हाथ हो गये लेकिन रिस्क उठाकर अपनी हसरत पूरी करने की तमन्ना के आगे घरवालों की डांट डपट और अपनी जान की परवाह भी बालक शैलजाकांत के आगे बोनी पड़ जाती थी। बोनी पड़ेगी भी क्यों नहीं संत शिरोमणि देवराहा बाबा का आशीर्वाद जो उनके साथ था।
उल्लेखनीय है कि शैलजाकांत जी की माताजी उन्हें बहुत छोटी सी उम्र से ही संत देवराहा बाबा के पैरों को धो-धो कर उस चरणामृत को पिलाती थी। देवराहा बाबा उन्हें प्यार से शैलेज भगत या शैलेज बच्चा कहा करते थे। मिश्रा जी की कई पीढ़ियों की संत देवराहा बाबा के प्रति अटूट श्रद्धा चली आ रही थी जिसमें ननिहाल भी शामिल था।
दरअसल मैंने कुछ दिन पूर्व अपने ऊधमीपन के बारे में एक समाचार छापा कि ‘मैं अभी तक सुधरा नहीं’। इसी संदर्भ में मिश्रा जी ने मुझसे कहा कि विजय बाबू बचपन में तो मैं भी बहुत ऊधमी रहा था। इस घटना को बताते समय मिश्रा जी ने मुझसे कहा कि विजय बाबू इसे छाप मत देना और मैंने उनसे वादा भी कर लिया किन्तु मेरा ऊधमीपन जाने वाला कहां। मैंने बाद में अनुनय विनय करके उन्हें खबर छापने के लिए आखिर मना ही लिया क्योंकि जब अपने ऊधमीपन को छाप दिया तो फिर मिश्रा जी को भला कैसे छोड़ सकता हूं। वे एक बार मुझसे कह भी चुके हैं, विजय बाबू आप से बतियाना बड़ा खतरनाक होता है। इसीलिए मन की बात करते समय अक्सर मुझसे कहते रहते हैं कि इसे छाप मत देना। वो वाली कहावत है कि दूध का जला छाछ को भी फूंक-फूंक कर पीता है।
मुझमें और मिश्रा जी में फर्क इतना है कि वे भले ही बचपन में ऊधमी रहे हों किन्तु बड़े होकर सुधर गये लेकिन मैं तो अभी तक नहीं सुधरा। बल्कि यों कहा जाय कि बचपन से बुढ़ापा आ गया लेकिन ऊधमीपन जाने का नाम नहीं ले रहा। उल्टे दिन दूना और रात चौगुना बढ़ता ही चला जा रहा है।

आयुष मंत्रालय ने रामदेव की दवा पर लगाई रोक

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केंद्रीय आयुष मंत्रालय ने कारोबारी बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि द्वारा कोविड-19 की आयुर्वेदिक दवा बनाने के दावे पर संज्ञान लिया है।
मंत्रालय ने इस दवा के प्रचार प्रसार पर रोक लगाने का आदेश दिया है।
मंत्रालय ने कंपनी से कहा है कि दवा का विवरण उपलब्ध कराए। जब तक इस दवा और दावे की पड़ताल न हो जाये इस दवा का विज्ञापन,प्रचार ,प्रसार रोका जाए।
मेरठ के CMHO पहले ही कह चुके हैं कि पतंजलि द्वारा बनाई गई कोरोना की दवा से मरीजों के ठीक होने का दावा फ़र्ज़ी है

 

 

मथुरा में कोरोना संक्रमण के 4 नए मरीज और मिले

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होलीगेट की कोयला वाली गली में 1 मरीज और मिला

कस्बा सोंख देहात में कोरोना के 2 मरीज और मिले

मांट के गांव डडीसरा में 1 प्रवासी व्यक्ति पाॅजिटिव निकला

शहर और देहात दोनों क्षेत्रों में तेजी से पैर पसार रहा संक्रमण

जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 274 के पार

विश्व प्रसिद्ध ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में मनाया गया रथयात्रा महोत्सव

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रिपोर्ट – अरुण यादव

वृंदावन। पुरी की जगन्नाथ रथयात्रा की तर्ज पर धर्म नगरी वृंदावन में भी रथयात्रा महोत्सव की धूम रही। इसी श्रृंखला में विश्वविख्यात ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में रथयात्रा महोत्सव के अवसर पर सेवायत गोस्वामियों द्वारा ठाकुर बांकेबिहारी जी को चांदी के भव्य रथ पर आरूढ़ किया गया। परंतु कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए शासन के निर्देश पर करीब 3 माह से मंदिरों के पट आम दर्शनार्थियों के लिए बंद होने के कारण इस वर्ष भक्तजन रथयात्रा महोत्सव में शामिल नहीं हो सके और रथ में विराजे अपने आराध्य के दर्शनों से भी वंचित रहे।