यमुना एक्सप्रेसवे पर मंगलवार की देर रात कोतवाली सुरीर क्षेत्र के माइल स्टोन 92 पर ट्रैवलर पंक्चर होने पर मलेशिया के पर्यटक भड़क गए। इस दौरान उन्होंने खूब हंगामा किया। सभी लोग नोएडा से आगरा जा रहे थे। मौके पर पहुंची सुरीर पुलिस ने पर्यटकों को शांत कराया।
ट्रैवलर चालक सागर सिंह निवासी करतार नगर, दिल्ली मंगलवार की देररात मलेशिया से घूमने आए चार पुरुष और पांच महिलाओं के दल को आगरा घुमाने के लिए निकला था। जब वह एक्सप्रेसवे से गुजर रहा था तभी 92 माइल स्टोन के पास गाड़ी पंक्चर हो गई। इससे मलेशिया के पर्यटकों ने ट्रैवलर में लात मारकर गुस्से का इजहार किया। वहीं चालक द्वारा स्टेपनी बदलने के दौरान देर होने पर पर्यटक भड़क गए।
यमुना एक्सप्रेस वे पर गाड़ी हो गई पंचर तो पर्यटकों ने कर दिया हंगामा
पोस्टमार्टम के बाद भी चांदी कारोबारी की मौत का कारण स्प्ष्ट नही, विसरा सुरक्षित
मथुरा। चांदी गलाई में काम आने वाली घरिया बेचने वाले व्यापारी की मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका। वीडियोग्राफी के मध्य डॉक्टरों के पैनल से हुए पोस्टमार्टम के बाद विसरा सुरक्षित रखा गया है। बुधवार को गोविंदनगर के सेक्टर जी-वन में गोदाम में व्यापारी मृत मिला था। पुलिस सुरक्षा में व्यापारी का अंतिम संस्कार किया गया।
शहर के मंडी रामदास की गली चैबदारन निवासी नत्थोमल वर्मा (51) पुत्र स्व. डोरीलाल वर्मा चार फरवरी की सुबह सात बजे दूध लेने निकला तो फिर घर नहीं लौटा। पत्नी आशादेवी को चिंता हुई तो बेटे आयुष को पिता को तलाशने के लिए कहा। देरशाम छह बजे गोविंदनगर के सेक्टर जी-वन पर गोदाम पर पहुंचा तो देखा पिता फर्श पर मृत पड़ा हुआ था। पुलिस ने बताया कि व्यापारी के शव का वीडियोग्राफी के मध्य दो डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया गया। इसमें मौत का कारण साफ नहीं होने के चलते विसरा सुरक्षित किया गया है। पुलिस सुरक्षा में मोक्षधाम पर व्यापारी का अंतिम संस्कार किया गया है। फिलहाल पुलिस की टीमें जांच में जुटी हुई हैं।
मंडी समिति में जेसीबी ने ढहाए अतिक्रमण, 27 चिंहित जगहों पर चला अभियान
मथुरा। बुधवार को मंडी अफसरों ने मंडी परिसर में अवैध रूप से किए गए अतिक्रमण पर जेसीबी चलवाई। भारी पुलिस बल व मंडी के सुरक्षा गार्डों की मौजूदगी के चलते कारोबारी विरोध नहीं कर सके।
मंडी परिसर में 268 कारोबारियों ने अवैध रूप से अतिक्रमण कर रखा है। अतिक्रमण हटाने को लेकर मंडी प्रशासन ने कारोबारियों को नोटिस दिया और चिन्हांकन किया था। इसके बाद 76 व्यापारियों ने स्वतः ही अपने अतिक्रमण हटा लिए।
बुधवार दोपहर एक बजे से मंडी प्रशासन के लोगों ने हाईवे व मंडी चैकी पुलिस व मंडी के 20 सुरक्षा गार्ड व मंडी इंस्पेक्टर व कर्मचारियों की मौजूदगी में जेसीबी से अतिक्रमण हटाना शुरू किया। सायं पांच बजे तक जेसीबी से अनाज व फल व सब्जी मंडी में 27 कच्चे, पक्के अवैध रूप से किए गए अतिक्रमण ढहा दिए गए। इनमें कई कारोबारियों ने दुकानों के पीछे पक्के गोदाम बना रखे थे, उनको भी ढहा दिया। मंडी सचिव सुनील कुमार शर्मा ने बताया कि बुधवार को 27 अवैध अतिक्रमण हटाए गए हैं। दुकानदारों ने गुरुवार को 12 बजे तक अतिक्रमण हटवाने को समय मांगा है। यदि 12 बजे तक वे नहीं हटाएंगे तो जेसीबी से उसे तोड़ दिया जाएगा।
कान्हा जन्म सुन आई, यशोदा मइया दे दो बधाई……
मथुरा। भक्त मंडल द्वारा माधवपुरी काॅलोनी में आयोजित श्रीमद भागवत कथा में बुधवार को भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का उत्सव मनाया गया। व्यास गद्दी से आचार्य भगवत स्वरूप महाराज ने भक्तों को प्रभु श्रीकृष्ण के जन्म की कथा सुनाई। द्वापर में कंस के आंतक, जेल में बंद देवकी के आठवें पुत्र के रूप में भगवान श्रीकृष्ण का जन्म, वासुदेव का यमुना पार कर नंद बाबा के घर तक उन्हें पहुंचाने की कथा का मार्मिक वर्णन श्रद्धालुओं को आनंदित कर गया। इस बीच संगीत की स्वर लहरियों पर भजनों ने पंडाल को आनंद से सराबोर कर दिया। भावुक भक्तगण सुध बुध खोकर नाचने लगे।
इससे पूर्व श्रीमद भागवत का विधि विधान से पूजन किया गया। व्यास गद्दी पर विराजमान कथावाचक आचार्य भगवत स्वरूप ने इस कथा का महात्तम बताया। कलियुग में श्रीमद भागवत कथा के श्रवण से ही सभी पापों का नाश हो जाता है और मनुष्य वैकुंठ में स्थान पाता है। कथा के दौरान भगवान श्रीकृष्ण के जन्म पर नंदबाबा और माता यशोदा के घर उत्सव मनाया गया। इस दौरान गांव की सखियां माता यशोदा के घर बधाई लेने पहुंची। यहां बधाई गायन हुआ, कान्हा जन्म सुन आई, यशोदा मइया ले लो बधाई, यशोदा जायौ ललना मैं वेदन में सुन आई, गीतों पर महिलाएं थिरकने लगीं। नंदबाबा के स्वरूप ने खुशी में खेल खिलौने लुटाए। गुरूवार को श्रीगिरिराज पूजन की लीला का वर्णन होगा।
मंदिरों एवं संतों द्वारा अपने जन्मदिन पर केक काटना शर्मनाक-देवकी नंदन कुम्हेरिया
विजय कुमार गुप्ता
मथुरा। सुप्रसिद्ध कवि, साहित्यकार एवं पत्रकार श्री देवकी नंदन कुम्हेरिया ने इस बात पर गहरा रोष व्यक्त किया है कि अब तो मंदिरों और संतों द्वारा भी अपने जन्मदिन पर केक काटा जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह अत्यंत शर्मनाक हैं।
87 वर्षीय श्री कुम्हेरिया अपने जमाने की अत्यंत ख्याति प्राप्त हस्ती रहे हैं। वे अत्यंत विद्वान हैं। उन्होंने कई पुस्तकों की रचना भी की है। पिछले कुछ वर्ष पूर्व गिर जाने के कारण उनकी रीढ़ की हड्डी चटक गई थी। इस वजह से वे ज्यादा चल फिर नहीं पाते तथा गोवर्धन स्थित निवास पर ही रहते हैं।
विगत दिवस इस संवाददाता से फोन पर हुई बातचीत के दौरान उन्होंने वेदना व्यक्त करते हुए कहा कि गुप्ता जी हर क्षेत्र में गिरावट ही गिरावट हो रही है। यहां तक कि जो लोग संतों का आवरण डाले हुए हैं, वे भी अपनी मूल संस्कृति से विमुख होकर पाश्चात्य संस्कृति की ओर अग्रसर हो रहे हैं।
श्री कुम्हेरिया जी कहते हैं कि जब धर्म और संस्कृति के ठेकेदार बने ये तथाकथित संत ही अंग्रेजियत का अनुसरण करेंगे और बात-बात में महिलाओं तक से माई डियर-माई डियर करके बात करेंगे तो फिर हमारी संस्कृति धीरे-धीरे नष्ट ही हो जायेगी।
उल्लेखनीय है कि आज कल सच्चे संत तो नाम मात्र के है लेकिन संतों के नाम पर लुगाड़ों की बाढ़ आ गई है।
मजेदार बात तो यह है कि साधु-संतों के नाम पर कुछ नये-नये बाचाल लड़के भी कथा वाचक बनकर इस प्रतिस्पर्धा में शामिल हो रहे हैं। उनकी बोली भाषा और आंखों में झलकती वासना से स्पष्ट हो जाता है कि ये गाय की खाल में भेड़िये हैं। समय-समय पर अखबारों में छपी खबरों से स्थिति खुद ब खुद स्पष्ट हो जाती है। युवा तो युवा बुजुर्ग साधु वेशधारी लोग भी इस प्रतिस्पर्धा में शामिल हैं। वे मौका लगते ही सुंदर लड़कियों का चुम्बन लेने व उनसे आलिंगनबद्ध हो जाने से भी नहीं चूकते। कुम्हेरिया जी की वेदना एक दम सही है।
कुम्हेरिया जी कहते हैं कि पिछले दिनों मैंने अखबार में पढ़ा कि एक मंदिर में केक काटकर जन्मोत्सव मनाया। वे कहते हैं कि हद हो गई, ये सब क्या हो रहा है? केक काटना, फिर मोमबत्ती जलाकर फूंक मारना हमारी संस्कृति का हिस्सा नहीं है। फूंक मारने पर हवा के साथ थूक के छींटे स्वतः ही निकलते हैं और केक भी झूठा हो जाता है। फिर उस झूठे केक को प्रसाद की तरह बांट कर खाया जाता है।
उनका कहना है कि जन्मदिन पर भजन, कीर्तन, पूजा-पाठ, कथा, हवन आदि होने चाहिए तथा ठाकुर जी को खीर या हलवा आदि मिष्ठान का भोग लगना चाहिये। यह सब पोंगा पंथी गलत है।
जब बाबा ने पलटी मारी
कुम्हेरिया जी ने बातचीत के दौरान एक रोचक किस्सा भी सुनाया। वे कहते हैं कि बात लगभग तीन दशक पुरानी है। जब गोपबंधु पटनायक जिलाधिकारी थे तथा मानसी गंगा में सफाई अभियान जोर-शोर से चल रहा था।
उसी दौरान मैंने जागरण में एक खबर छापी जिसमें कहा था कि मानसी गंगा में अपार खजाना है। उस पर भी नजर रखी जानी चाहिये क्योंकि भरतपुर के राजा महाराजा खासकर राजा मान सिंह जिनका नाम ही मानसी गंगा के नाम पर रखा गया था, अक्सर मुठ्ठी भर-भर कर सोने की अशर्फियां और गिन्नी बीचों-बीच में फैंका करते थे (भेंट स्वरूप चढ़ाते थे)। इसके अलावा सफाई के ठेके में भी घालमेल के कुछ सवाल उठाये।
कुम्हेरिया जी बताते हैं कि इस समाचार के बाद सफाई अभियान में सक्रिय भूमिका अदा कर रहे एक बाबा ने मुझे बुलाया। मेरे जाते ही एकदम गंभीर मुद्रा में पहले पूछा कि यह समाचार किसने लिखा? इस पर मैंने कहा कि महाराज जी मैंने लिखा।
बस इतना सुनते ही बाबा बोले कि मुझे केवल बाबा ही मत समझना, तुम्हें हथकड़ियां डलवा दूंगा। इस पर मैंने भी उसी अंदाज में जबाव दिया कि मैं भी बृजवासी हूँ, मुझे भी ऐरा-गेरा मत समझना, बाबा मैं तुम्हारी धूल कूट दूंगा। बस इतना सुनते ही बाबा एक दम डाउन होकर पलट गऐ और बोले कि अरे मैं तो मजाक कर रहा था। उसके बाद जब-जब कही बाबा किसी कार्यक्रम में मिले तब-तब एकदम गहककर बात करते तथा कहते कि अरे भाई तुम तो हमारे बड़े पुराने स्नेही हो।
बेटे की हत्या का दोष सिद्ध होने पर पिता को उम्रकैद, बस इतनी सी बात पर दीवार में मार दिया था सिर
पड़ोसी के घर से रोटी मांग कर खाने पर गुस्साए पिता ने अपने छह वर्षीय बेटे को पीट-पीटकर मार डाला था। मामले में एडीजे अष्टम की कोर्ट ने चार वर्ष बाद दोषी पिता को उम्रकैद की सजा सुनाई है। साथ ही एक लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है।
वारदात 17 मई 2015 में रिफाइनरी क्षेत्र की कॉलोनी गिर्राज वाटिका में हुई। यहां के रहने वाले राजेन्द्र योगी ने अपने छह वर्षीय पुत्र धर्मेन्द्र को पड़ोसी के घर से रोटी मांग कर खाने के बाद गुस्से में न केवल मारपीट की बल्कि उसका सिर दीवार से टकरा दिया था।
इससे उसकी मौत हो गई थी। इसके बाद वह मौके से भाग गया था। बाद में अभियुक्त के जीजा कुशलपाल ने राजेंद्र योगी के खिलाफ थाना रिफाइनरी में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने पिता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
मामले की सुनवाई एडीजे अष्टम के न्यायाधीश देवकांत शुक्ला की अदालत में हुई। इसमें एडीजीसी ऊधम सिंह ने आठ गवाह पेश किये। न्यायालय ने दोषी पिता को आजीवन कारावास तथा एक लाख के अर्थदंड की सजा सुनाई।
शादी के लिए नहीं मिली छुट्टी तो सिपाही ने ट्वीट पर जताया दुख, पुलिस महकमे में खलबली
मथुरा में तैनात उत्तर प्रदेश पुलिस के एक सिपाही ने शादी के लिए छुट्टी न मिलने पर ऐसा ट्वीट किया, जिससे पुलिस महकमे में खलबली मच गई। आनन-फानन में सिपाही को लखनऊ के डिफेंस एक्सपो की ड्यूटी से बुलाकर 14 दिन की छुट्टी स्वीकृत कर दी गई है। उसकी जगह दूसरे सिपाही को लखनऊ रवाना कर दिया गया है।
झांसी निवासी सिपाही यशवेंद्र सिंह मथुरा के थाना सदर बाजार में हैं। लखनऊ में डिफेंस एक्सपो में सिपाही की ड्यूटी लगा दी गई। आठ फरवरी को शादी होने का सिपाही ने दुखड़ा रोया, फिर भी सिपाही को 30 जनवरी को लखनऊ के डिफेंस एक्सपो की ड्यूटी के लिए रवाना कर दिया गया।
इसके बाद सिपाही ने अपने टिृवटर हैंडल से ट्वीट किया कि आठ फरवरी की शादी के लिए छुट्टी तक नहीं मिली। सिपाही के इस ट्वीट ने मथुरा पुलिस महकमे में खलबली मचा दी। आनन-फानन में लखनऊ डिफेंस एक्सपो की ड्यूटी के लिए भेजे गए सिपाही को वापस बुलाने का फरमान भी जारी कर दिया गया।
उसकी जगह थाना सदर बाजार के सिपाही विजयपाल को लखनऊ रवाना किया गया है। विजयपाल के पहुंचते ही सिपाही लखनऊ से मथुरा लौटेगा। एसपी सिटी अशोक कुमार मीणा ने बताया कि सिपाही ने कोई प्रार्थना पत्र नहीं दिया था। प्रार्थना पत्र आते ही सिपाही को शादी के लिए 14 दिन की छुट्टी स्वीकृत की जाएगी।
चांदी कारोबारी की मफलर से गला घोंटकर हत्या, गोदाम में मिला शव
मथुरा। अपराधिक घटनाएं थम का नाम नहीं ले रहीं है। थाना गोविंद नगर क्षेत्र में चांदी कारोबारी की मफलर से गला घोंटकर हत्या कर दी गई। चांदी कारोबारी मंगलवार सुबह गोदाम पर गए थे, लेकिन उसके बाद घर नहीं लौटे। शाम को गोदाम में उनका शव मिला।
गोविंद नगर की गली चैबदारान निवासी 51 वर्षीय नत्थोमल वर्मा का चांदी का कारोबार है। उनका गोदाम गोविंद नगर के सेक्टर जी वन इलाके में हैं। मंगलवार सुबह सात बजे नत्थोमल वर्मा घर से गोदाम के लिए निकले थे। इसके बाद वो घर नहीं लौटे। मां आशादेवी व परिवारीजनों ने फोन मिलाया, लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ।
मां के कहने पर बेटे दीपक को खोजने के लिए भेजा। दीपक जब गोदाम पहुंचा तो वहां पिता का शव फर्श पर पड़ा देखा। सूचना पर परिवारीजन, थाना पुलिस के साथ सीओ सिटी राकेश कुमार मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने घटनास्थल पर छानबीन की।
मृतक कारोबारी के दो बेटे आयुष, दीपक और तीन बेटियां दीपा, ज्योति, चंचल है। बेटा दीपक फतेहाबाद में बिजली विभाग में अकाउंटेंट है। इसके अलावा तीन बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। घटना से परिवारीजनों को रो-रोकर बुरा हाल है।
बरसाना की लठामार होली की ड्रोन कैमरों से होगी निगरानी
बरसाना-नन्दगांव की लठामार होली पर ड्रोन कैमरों से निगरानी की जायेगी। होली के दौरान महिला श्रद्धालुओं से छेड़खानी रोकने को सादा कपड़ों में पुलिस कर्मी तैनात होंगे। मंदिर जाने के मार्ग वन-वे रहेंगे। वाहनों के लिए समुचित पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी। मंगलवार को बरसाना-नन्दगांव की लठामार होली की सुरक्षा व्यवस्था की तैयारियों का जायजा लेने एसएसपी शलभ माथुर ने बरसाना और नन्दगांव के होली स्थलों का निरीक्षण किया। इस दौरान पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया कि नन्दगांव बरसाना की लठामार होली की सुरक्षा व्यवस्था मजबूत रहेगी। समूचे मेला क्षेत्र की निगरानी ड्रोन कैमरे से की जाएगी। होली के दौरान महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए सादा कपड़ों में महिला पुलिसकर्मियों के साथ पुलिस कर्मी तैनात किए जाएंगे। मंदिर जाने के मार्ग वनवे रहेंगे। सभी कुण्डों की बैरिकेडिंग की जाएगी। छोटे बड़े वाहनों को खड़े करने के लिए पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी। राधबिहारी इंटर कालेज में सांस्क्रतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस मौके पर एसपी ट्रैफिक बृजेश सिंह, एसडीएम गोवर्धन राहुल यादव, सीओ वरुण कुमार, अधिशासी अधिकारी राजेश चैधरी, इस्पेक्टर सुभाष चंद पांडेय मौजूद थे।
मंडी अतिक्रमणः कोर्ट से नहीं मिला स्टे, पक्के निर्माण होंगे ध्वस्त, इनको मिली थोड़ी राहत
मथुरा। मंडी के व्यापारियों ने अतिक्रमण अभियान को लेकर इसके खिलाफ जनपद न्यायालय के जूनियर डिवीजन में अपील दायर कर स्थगन आदेश भी लेने का प्रयास किया है। लेकिन अभी तक न्यायालय ने उन्हें इस मामले में स्टे नहीं दिया है। इसमें अनाज मंडी यूनियन के दीनदयाल सहित 38 अन्य आढ़त व्यापारियों ने संयुक्त अपील की थी। इस मामले की अगली सुनवाई 6 फरवरी को होगी। वहीं न्यायालय में मंडी समिति के अधिवक्ता ने उपस्थित होकर शासन के आदेश की प्रति और व्यापारियों को किए गए आवंटन की प्रतियां भी उपलब्ध कराई है।
बुधवार को चलने वाले अभियान के दौरान यहां पहले पक्के अतिक्रमण हटवाए जाएंगे। इसके अलावा अस्थाई अतिक्रमण (नीलामी चबूतरों पर लगे लकड़ी के जाल) करने वाले व्यापारियों को स्वयं ही अपने अतिक्रमण हटाने के लिए कुछ और समय देने का निर्णय लिया गया है। मंडी प्रशासन के अनुसार उन्हें मात्र एक और सप्ताह की मोहलत दी जा रही है। इसके बाद भी यदि वह अस्थाई अतिक्रमण नहीं हटाएंगे तो बलपूर्वक अतिक्रमण हटवा दिए जाएंगे।