मथुरा जनपद में 39वीं मंडलीय बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता का मंगलवार को आयोजन हुआ। बेसिक शिक्षा विभाग के द्वारा आयोजित मंडलीय बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता मथुरा के स्वर्गीय मोहन पहलवान स्टेडियम गणेशरा पर किया गया, जिसमें मंडल भर के विभिन्न जनपदों से आए खिलाड़ियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित जिला पंचायत अध्यक्ष किशन चौधरी एवं मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक ऐश्वर्या लक्ष्मी के साथ जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सुनील दत्त के द्वारा शिक्षा की देवी मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस दौरान बालक बालिका वर्ग में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में मथुरा आगरा मैनपुरी फिरोजाबाद जिलों से आए खिलाड़ियों ने भाग लेकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इस प्रतियोगिता में दौड़, लंबी कूद, कबड्डी, खो-खो, गोला फेक, ऊंची कूद, तस्तरी फेक, वॉलीबॉल, बैडमिंटन, जूडो, कुश्ती जैसे खेलों की प्रतियोगिता आयोजित की गई।सिंगल बैडमिंटन प्रतियोगिता में मैनपुरी के अमन कुमार ने जीत दर्ज कर मेडल प्राप्त किया।
मथुरा – 39वीं मंडलीय बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता का आयोजन हुआ, खिलाड़ियों ने अपनी खेल प्रतिभा का किया प्रदर्शन
जीएल बजाज में एआर लेंस क्रिएशन पर कार्यशाला आयोजित
- संवर्धित वास्तविकता शिक्षा में कई उद्देश्यों की पूर्ति करने में सक्षम
- हैकविदइंडिया कम्युनिटी के गठन से मिलेगा नवाचार को बढ़ावा
मथुरा। संवर्धित वास्तविकता (एआर) आपकी कक्षा में कई तरह के उद्देश्यों की पूर्ति कर सकती है। यह रोमांचक तकनीक वास्तविक दुनिया के ऊपर आभासी सामग्री की परतें बनाती है, जिससे छात्र-छात्राओं को पूरी तरह से नए तरीके की सामग्री से रूबरू होने का अवसर मिलता है। यह बातें मंगलवार को जीएल बजाज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स, मथुरा में “हैकविदइंडिया कम्युनिटी” के सहयोग से एआर लेंस क्रिएशन पर आयोजित विशेष कार्यशाला में मुख्य वक्ता छवि गर्ग (सह-संस्थापक, भारत एक्सआर एवं एरिएक्सा पार्टनर, स्नैप एआर) ने प्राध्यापकों के साथ ही छात्र-छात्राओं को बताईं।
सुश्री गर्ग ने बताया कि जब कक्षा में संवर्धित वास्तविकता लाने का फैसला किया जाए तो यह भी सुनिश्चित करें कि आप सीखने को प्राथमिकता दे रहे हैं। यह भी सुनिश्चित करें कि गतिविधियां आपके सीखने के उद्देश्य से जुड़ी हों तथा छात्र-छात्राओं के समक्ष पेश करने से पहले तकनीक का परीक्षण किया गया हो। उन्होंने कहा कि संवर्धित वास्तविकता (एआर) सीखने के अनुभवों को बढ़ा सकती है और रोजमर्रा के पठन-पाठन को भी ऊर्जावान बना सकती है। कार्यशाला में अतिथि वक्ता ने छात्र-छात्राओं को ऑगमेंटेड रियलिटी की मूलभूत जानकारी प्रदान करने के साथ ही उन्हें इंटरेक्टिव एआर लेंस डिजाइन करने की व्यावहारिक जानकारी भी दी। छवि गर्ग की विशेषज्ञता से छात्र-छात्राओं को एआर डेवलपमेंट की बारीकियों से अवगत होने का मौका मिला तथा इस उभरती तकनीक की असीम सम्भावनाओं की जानकारी भी मिली।
इस कार्याशाला में ऑगमेंटेड रियलिटी, वर्चुअल रियलिटी और मिक्स्ड रियलिटी के बीच अंतर स्पष्ट किया गया। साथ ही, नई तकनीकों में एआर, वीआर तथा एमआर के विस्तार और उनके फायदों के बारे में जानकारी दी गई। इतना ही नहीं कार्यशाला में छात्र-छात्राओं को स्नैप लेंस के उपयोग, एआर लेंस के कार्य और उसकी विशेषताओं से भी अवगत कराया गया। इस दौरान छा-छात्राओं को स्नैप एआर टूल्स का उपयोग करके कस्टम फ़िल्टर प्रभाव बनाने की प्रक्रिया समझाई गई।
आयोजन को ज्ञानवर्धक बनाने के लिए भारत के सबसे बड़े हैकविदइंडिया समुदाय के प्रतिनिधि आदित्य सिंह और हार्दिक सिंह ने छात्र-छात्राओं के साथ अपने अनुभव साझा किए और सफल हैकाथॉन भागीदारी के लिए उपयोगी सुझाव दिए। उन्होंने बताया कि हैकविदइंडिया भारत का सबसे बड़ा और सबसे प्रभावशाली हैकाथॉन समुदाय है। नवाचार, सहयोग और सीखने को बढ़ावा देने के मिशन के साथ हैकविदइंडिया देश भर में तकनीक के प्रति उत्साही, डेवलपर्स और रचनात्मक समस्या-समाधानकर्ताओं के लिए एक केंद्र बन गया है।
सत्र का समापन एक इंटरेक्टिव प्रश्नोत्तरी के साथ हुआ, जिसमें छात्र-छात्राओं को एआर टेक्नोलॉजी और उसके अनुप्रयोगों पर गहराई से चर्चा करने का अवसर मिला। इस पहल का उद्देश्य कॉलेज में एक मजबूत डेवलपर कम्युनिटी का निर्माण करना है, जो नई तकनीकों के क्षेत्र में सीखने और नेटवर्किंग को बढ़ावा देगा। कार्यक्रम का संचालन फैकल्टी कोऑर्डिनेटर ऋचा मिश्रा और स्टूडेंट कोऑर्डिनेटर शिवम कुशवाह (बी.टेक, तृतीय वर्ष) द्वारा किया गया। प्राध्यापक संजीव कुमार सिंह ने अतिथि वक्ताओं को स्मृति चिह्न भेंटकर उनका स्वागत किया। अंत में इंजीनियर ऋचा मिश्रा ने सभी का आभार माना।
टैलेंट फिएस्टा 2025 : रचनात्मकता और ज्ञान का एक भव्य उत्सव
- सारंग हाई इम्पैक्ट स्कूल में आयोजित हुआ टैलेंट फिएस्टा 2025
- विभिन्न स्कूलों के लगभग 200 छात्रों ने लिया बढ़-चढ़कर हिस्सा
वृंदावन। चैतन्य विहार स्थित सारंग हाई इम्पैक्ट स्कूल में आयोजित टैलेंट फिएस्टा 2025 में विभिन्न स्कूलों के लगभग 200 छात्रों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम में निदेशक खुशबू सोढ़ी, मार्तंड उपाध्याय और प्रिंसिपल अंजू मल्होत्रा और इस्कॉन मंदिर वृंदावन के अध्यक्ष पंचगौड़ा दास प्रभु ने लोगों को भगवद गीता पर एक प्रेरक व्याख्यान दिया और जीवन के बहुमूल्य सबक बताए।
उत्सव में युवा दिमाग में कलात्मक और बौद्धिक विकास को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन की गई विविध गतिविधियाँ शामिल थीं। प्रतियोगिताओं में ड्राइंग और पेंटिंग, आर्ट और क्राफ्ट, सुलेख, कहानी सुनाना, श्लोक जप, एकल वाद्य प्रदर्शन, ओलंपियाड (विज्ञान, गणित, सामान्य ज्ञान और अंग्रेजी भाषा) को शामिल किया गया था।
अपनी असाधारण प्रतिभाओं के सम्मान में, दो आयु समूहों में प्रत्येक श्रेणी में तीन विजेताओं को सम्मानित किया गया। 6 से 9 वर्ष और 10 से 14 वर्ष। इसके अतिरिक्त तीन असाधारण बहुमुखी प्रतिभा वाले बच्चों अक्षिता शुक्ला, मृदुल सोढ़ी और अन्वी उपाध्याय को विशेष पुरस्कार दिए गए। जिसमें एक साइकिल, एक टैबलेट और एक स्कूटर शामिल है। विजेताओं के लिए अन्य पुरस्कार भी उनकी संबंधित प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए सावधानीपूर्वक चुने गए थे।
कर्सिव राइटिंग में अभय शर्मा, पार्थ सैनी और वंशिका दास (10 से 14 वर्ष), अक्षिता शुक्ला, पुरुषोत्तम, शिवरंजिनी (6 से 9 वर्ष) ने क्रमशः पहला, दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया। ड्रॉइंग और पेंटिंग में स्तुति यादव, रुक्मणी बंसल और पीहू (10 से 14 वर्ष), पुरुषोत्तम, अक्षिता शुक्ला, रौनक (6 से 9 वर्ष) ने क्रमशः पहला, दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया। आर्ट एंड क्राफ्ट में नव्या अग्रवाल, खनक सिंह और नैना सैनी (10 से 14 वर्ष), त्रिनव सिंह और युविका सिंह (6 से 9 वर्ष) ने क्रमशः पहला, दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया। इसके अलावा स्टोरी टेलिंग में दिव्यांशी, अध्वय और हिमांशु (10 से 14 वर्ष), राध्या और आराध्या भारती (6 से 9 वर्ष) ने क्रमशः पहला, दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया। इसके बाद सोलो इंस्ट्रूमेंटल परफॉर्मेंस में पार्थ, सुप्रिया, मृदुल, नव्या, पावनी (10 से 14 वर्ष), आद्या (6 से 9 वर्ष) ने क्रमशः पहला, दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया। इसके अलावा श्लोक जाप में पावनी, अन्वी, ऋषिका (10 से 14 वर्ष), राध्या, कृष्णा बब्बर और भव्यश्री (6 से 9 वर्ष) ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त किया। अंत में ओलंपियाड में विजेता क्रमशः मृदुल सोढ़ी, विष्णु यादव, अर्नव शुक्ला (10 से 14 वर्ष), हार्दिक, नित्या गुप्ता और अक्षिता शुक्ला (6 से 9 वर्ष) रहे।
प्रत्येक प्रतिभागी छात्र को ज्ञान और सीखने की भावना को बढ़ावा देने के लिए भगवद गीता की एक प्रति भेंट की गई। कार्यक्रम का समापन पुरस्कार वितरण समारोह के साथ हुआ।
मुख्य अतिथि एचजी पंच गौड़ा प्रभु दास ने एक प्रेरक संबोधन दिया।
टैलेंट फिएस्टा 2025 ने सफलतापूर्वक एक ऐसा माहौल बनाया, जिसमें युवा प्रतिभाओं का जश्न मनाया गया, बौद्धिक जिज्ञासा को बढ़ावा दिया गया और सांस्कृतिक विरासत को सम्मानित किया गया। इस आयोजन ने सभी उपस्थित लोगों पर अमिट छाप छोड़ी तथा आने वाले वर्षों में इसके और भी शानदार आयोजन का वादा किया।
टैक्स बार ऐसोसिएशन यूथ मथुरा का 12वाँ शपथग्रहण समारोह आयोजित किया गया
टैक्स बार ऐसोसिएशन यूथ मथुरा का 12वाँ शपथग्रहण समारोह आयोजित किया गया। जिसमे प्रदेश भर से कर अधिवक्ता उपस्थित हुए। मुख्य अतिथि हर्ष शर्मा एडवोकेट संथापक अध्यक्ष उत्तर प्रदेश कर अधिवक्ता संगठन रहे जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रेम सुंदर उपाध्याय महामंत्री उपकास द्वारा मंच साझा किया कार्यक्रम में 2025-26 नवीन कार्यकारिणी में अध्यक्ष आशीष कुमार लवानिया महामंत्री शेखर शर्मा कोषाध्यक्ष शुभम शर्मा, उपाध्यक्ष इनकम टैक्स मनीष गुप्ता,उपाध्यक्ष जी एस टी सागर बंसल,संयुक्त सचिव जी एस टी गोविंद सोलंकी , संयुक्त सचिव इनकम टैक्स मृदुल मोहन मित्तल लाइब्रेरी सेक्रेटरी रवि कांत वर्षने और विकास बंसल ऑडिटर तपिश अग्रवाल ने पद और गोपनीयता की शपथ ली कार्यक्रम का संचालन गौरव अग्रवाल एडवोकेट द्वारा किया गया।कार्यक्रम के संयोजक उमेश अग्रवाल ने बताया कि टैक्स बार यूथ समाज के साथ मिलकर कार्य करता रहा है और आगे भी करेगा । कार्यक्रम में मुख्य रूप से नटवर वशिष्ठ,अमित सक्सेना,मोहित खंडेलवाल ,आशीष कृष्ण शर्मा,मोहित गुप्ता आदि उपस्थित रहे,
जीएलए ग्रेनो कैंपस में छात्र और अभिभावकों का हुआ सम्मान
- जीएलए ग्रेटर नोएडा ऑफ कैंपस में अल्यूमिनाई, छात्र और अभिभावक सम्मान समारोह आयोजित हुआ
ग्रेटर नोएडा : जीएलए यूनिवर्सिटी, ग्रेटर नोएडा ऑफ कैंपस ने हाल ही में एक विशेष मेंटर-मेंटी कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें देश की दिग्गज कंपनियों में उच्च पदां पर सेवाएं दे रहे 20 से अधिक प्रतिष्ठित अल्यूमिनाई कैंपस पहुंचे। इस पहल का उद्देश्य अल्यूमिनाई की सहभागिता को मजबूत करना और अध्ययनरत् छात्रों को मूल्यवान मार्गदर्शन प्रदान करना था।
कार्यक्रम के तहत, प्रत्येक मेंटर को एक मेंटी सौंपा गया, जिससे एक-से-एक प्रभावी संवाद को बढ़ावा मिला। चर्चाओं में आईटी उद्योग के वर्तमान रुझान, भविष्य की तकनीकी प्रगति और करियर विकास रणनीतियों पर ध्यान केंद्रित किया गया। अल्यूमिनाई ने अपने व्यावसायिक अनुभव साझा किए, जिससे छात्रों को तकनीकी उद्योग के बदलते परिदृश्य की गहरी समझ प्राप्त हुई।
इसी दौरान अध्ययनरत छात्र और उनके अभिभावकों के लिए सम्मान समारोह आयोजित हुआ, जहां अध्ययनरत मेधावी छात्रों को उनके उत्कृष्ट शैक्षणिक प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। तत्पश्चात् अभिभावकों और शिक्षकों के बीच एक संवाद सत्र आयोजित हुआ। इस सत्र के दौरान शिक्षकों ने विश्वविद्यालय के द्वारा छात्रों को उपलब्ध करायी जा रही उत्कृष्ट शिक्षा और आगामी समय में प्लेसमेंट के लिए आने वाली दिग्गज कंपनियों के बारे में जानकारी दी।
अल्यूमिनाई, अध्ययनरत् छात्र और उनके अभिभावकों का सम्मान करते हुए विश्वविद्यालय के सीईओ नीरज अग्रवाल ने कार्यक्रम में करियर विकास, उद्योग के रुझान और अल्यूमिनाई नेटवर्क और विश्वविद्यालय के बीच संभावित सहयोग पर मूल्यवान चर्चा की। उन्होंने अल्यूमिनाई और अध्ययनरत छात्रों की निरंतर भागीदारी की सराहना की और विश्वविद्यालय के भविष्य के दृष्टिकोण को साझा किया। उन्होंने उद्योग और अकादमिक क्षेत्र के सहयोग के महत्व को रेखांकित किया।
जीएलए ऑफ कैंपस के प्रतिकुलपति डा. दिवाकर भारद्वाज विश्वविद्यालय की प्रगति और भविष्य की योजनाओं का अवलोकन प्रस्तुत किया। ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट विभाग सीनियर वाइस प्रेसीडेंट कॉरपोरेट रिलेशन जयदीप सिन्हा ने करियर के अवसरों और प्लेसमेंट रणनीतियों पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम का संचालन अंग्रेजी विभाग की असिस्टें प्रोफेसर युगा शर्मा ने किया। इस अवसर पर अल्यूमिनाई रिलेशन विभाग के वाइस प्रेसीडेंट प्रिंस वोहरा, कम्प्यूटर साइंस विभाग के एसोसिएट विभागाध्यक्ष डा. सुनील कुमार शर्मा, डा. हिमांशु शर्मा, डा. सचिन राठौड़, डा. पीपी गुप्ता, डा. तनुज, डा. भामिनी, अमन श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।
संस्कृति विवि में विद्यार्थियों को बताए बेहतरीन मोबाइल फोटोग्राफी के गुर
मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय के फोटोग्राफी क्लब द्वारा विश्वविद्यालय के सेमिनार हॉल में मोबाइल फोटोग्राफी इवेंट का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में स्टूडेंट काउंसिल के सक्रिय रूप से सम्मलित होने के कारण छात्रों ने कार्यक्रम में विशेष रुचि ली। इस अनूठे आयोजन के दौरान विद्यार्थियों को मोबाइल से फोटो खींचने की बारिकियों को विस्तार से बताया गया और यह भी बताया गया कि अच्छे चित्र खींचने के लिए किन-किन बातों का ध्यान रखा जाय।
कार्यक्रम के दौरान ईशान समीर ने मोबाइल फोटोग्राफी के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। श्रेयांश त्रिपाठी ने बेसिक मोबाइल फोटोग्राफी से जुड़ी महत्वपूर्ण तकनीकियों को प्रभावी ढंग से समझाया। संस्कृति विवि के फोटोग्राफर निखिल शर्मा ने विस्तार से कैमरे के प्रयोग और बारीकियों को विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि एक मोबाइल फोन से हम कैसे शानदार तस्वीरें ले सकते हैं और सही एंगल, लाइटिंग और फ्रेमिंग के बारे में ज्ञानवर्धन किया। निखिल शर्मा ने छात्रों को यह भी बताया कि अपनी यादों को कैप्चर करने और उन पलो को खूबसूरत बनाने के लिए फोटोग्राफी कितनी अहम होती है। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्रों ने भाग लिया और अपने मोबाइल कैमरों से शानदार तस्वीरें खींचकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इस आयोजन ने यह सिद्ध कर दिया कि फोटोग्राफी केवल महंगे उपकरणों पर निर्भर नहीं होती, बल्कि यह दृष्टिकोण, रचनात्मकता और प्रकाश संयोजन का अद्भुत समावेश है।
कार्यक्रम की शुरुआत परंपरागत दीप प्रज्वलन से हुई, जिसमें डीन डॉ. डी. एस. तोमर, डॉ. वैराचल्ली, डॉ. रीना रानी, डॉ. पंकज गोस्वामी, निखिल शर्मा और डॉ. श्वेता तिवारी ने दीप प्रज्वलित किया। कार्यक्रम का संचालन स्टूडेंट काउंसिल की वाइस प्रेसिडेंट अनामिका बेनिवाल और कल्चरल क्लब के मीडिया कोऑर्डिनेटर कैफ इरशाद ने शानदार एंकरिंग के साथ किया, जिसने पूरे आयोजन में जोश और उत्साह का माहौल बनाए रखा। स्टूडेंट काउंसिल के प्रेसिडेंट यश श्रीवास्तव, फोटोग्राफी क्लब के प्रमुख सदस्य श्रेयांश त्रिपाठी (अध्यक्ष), दीपू यादव (उपाध्यक्ष), ईशान समीर (इवेंट कोऑर्डिनेटर), कोमल तिवारी (ट्रेजरर), सिद्धि शुक्ला (सेक्रेटरी), प्रशांत (जॉइंट सेक्रेटरी) और मयंक राजपूत (मीडिया कोऑर्डिनेटर) ने आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
के.डी. डेंटल कॉलेज को मिले दो राष्ट्रीय अवॉर्ड
- डॉ. मनेष लाहौरी डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम पुरस्कार से सम्मानित
- के.डी. डेंटल कॉलेज को मिला इनोवेशन एक्जिबिट पुरस्कार
मथुरा। दंत चिकित्सा क्षेत्र के अग्रणी संस्थानों में शुमार के.डी. डेंटल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल को 15 और 16 फरवरी को इंडियन डेंटल एसोसिएशन द्वारा देश की राजधानी नई दिल्ली में दो राष्ट्रीय पुरस्कारों से नवाजा गया। संस्थान के डीन और प्राचार्य डॉ. मनेष लाहौरी को ओरल हेल्थ एज्यूकेशन, आउटरीच एण्ड अवेयरनेस में अग्रणी भूमिका के लिए जहां डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम अवॉर्ड प्रदान किया गया वहीं ओरल हेल्थकेयर में सर्वश्रेष्ठ सामुदायिक आउटरीच श्रेणी में संस्थान को इनोवेशन एक्जिबिट पुरस्कार मिला।
डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा डॉ. अम्बेडकर इंटरनेशनल सेंटर नई दिल्ली में आयोजित गरिमामय समारोह में के.डी. डेंटल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल के डीन और प्राचार्य डॉ. मनेष लाहौरी को मौखिक स्वास्थ्य सामुदायिक सेवाओं और स्वास्थ्य शिक्षा प्रदान करने वाले बड़े पैमाने पर आउटरीच कार्यक्रमों के माध्यम से मौखिक स्वास्थ्य को आगे बढ़ाने में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम अवॉर्ड से नवाजा गया। सांसद डॉ. राजेश मिश्रा के करकमलों से वितरित हुए पुरस्कारों में डॉ. लाहौरी की अस्वस्थता के चलते उनका पुरस्कार संस्थान की संकाय सदस्य डॉ. नवप्रीत कौर ने ग्रहण किया। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम अवॉर्ड मिलने पर डॉ. मनेष लाहौरी ने कहा कि प्रत्येक पुरस्कार से खुशी के साथ ही जवाबदेही का संदेश मिलता है।
इसी कड़ी में 15-16 फरवरी को इंडियन डेंटल एसोसिएशन की पहल पर “ओरल हेल्थ इनोवेशन एण्ड रिसर्च पर ग्लोबल कॉनक्लेव का आयोजन किया गया। दो दिन चले ग्लोबल कॉनक्लेव के समापन अवसर पर 16 फरवरी को के.डी. डेंटल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल को इंडियन डेंटल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. सुभ्रा नंदी, महासचिव डॉ. अशोक धोबले, कॉनक्लेव के अध्यक्ष डॉ. राजीव चुघ, आयोजन सचिव डॉ. शरद कपूर, स्वागताध्यक्ष डॉ. ओ.पी. खरबंदा आदि ने इनोवेशन एक्जिबिट अवार्ड्स की श्रेणी में “ओरल हेल्थकेयर अवॉर्ड के साथ सर्वश्रेष्ठ सामुदायिक आउटरीच” से सम्मानित किया गया।
पुरस्कारों की इसी कड़ी में डॉ. अकील (बाल चिकित्सा और निवारक दंत चिकित्सा विभाग) ने पेपर प्रस्तुति में दूसरा पुरस्कार जीता, जबकि डॉ. प्रगति, डॉ. निशा और डॉ. आतशी (प्रोस्थोडॉन्टिक्स विभाग) ने टेबल क्लीनिक में तीसरा पुरस्कार हासिल किया। कॉनक्लेव में के.डी. डेंटल कॉलेज की संकाय सदस्य डॉ. नवप्रीत कौर, डॉ. विवेक, डॉ. मनीष और डॉ. यशी आदि की भूमिका सराहनीय रही। कॉनक्लेव में के.डी. डेंटल कॉलेज के डॉ. श्रेय श्रीवास्तव (ओरल और मैक्सिलोफेशियल सर्जरी विभाग) मुख्य वक्ता तथा डॉ. अभिषेक शर्मा (प्रोस्थोडॉन्टिक्स विभाग) पैनल चर्चा का हिस्सा थे। ग्लोबल कॉनक्लेव में संस्थान के स्नातकोत्तर छात्रों (प्रोस्थोडॉन्टिक्स विभाग) ने भी भाग लिया। डॉ. शिखा, डॉ. संस्कृति, डॉ. यामिनी, डॉ. यश, डॉ. प्राची, डॉ. रज़ौसिनुओ, डॉ. पूजा, डॉ. शुभम, डॉ. अपूर्वा, डॉ. शुभांगी आदि ने ग्लोबल कॉनक्लेव की प्रशंसा करते हुए इसे काफी ज्ञानवर्धक माना।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल तथा प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने के.डी. डेंटल कॉलेज को मिले दो राष्ट्रीय पुरस्कारों पर प्रसन्नता व्यक्त करते उन्हें बधाई दी और कहा कि इन पुरस्कारों से कॉलेज का सम्मान देशभर में बढ़ा है। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि ये उपलब्धियां शिक्षा और सामुदायिक सेवा दोनों में हमारी संस्था के समर्पण और उत्कृष्टता को उजागर करती हैं।
साधु और बिच्छू की कहानी
विजय गुप्ता की कलम से
मथुरा। साधु और बिच्छू की वह कहानी तो सभी ने सुन रखी होगी, जिसमें साधु डंक मारने वाले बिच्छू की रक्षा करता है। कुछ इसी प्रकार की एक कहानी जो मुझसे जुड़ी हुई है आपको बताता हूं।
बात बहुत पुरानी है उस समय में पत्रकारिता के क्षेत्र में नौसिखिया था। अपने पराये और भले बुरे का ज्ञान तो था नहीं, जो जैसे बहका देता बहक जाता है जो जैसे उकसा देता उकस जाता यानी अपनी गांठ की बुद्धि का इस्तेमाल करने की जरूरत भी नहीं समझता।
एक दिन की बात है एक महान?व्यक्ति ने मुझे श्रद्धेय देशभक्त वाजपेई जी जो उस समय वरिष्ठ पत्रकार होने के अलावा अमरनाथ विद्या आश्रम के प्रधानाचार्य भी थे, के खिलाफ मुझे उकसाया उनके उकसावे के बाद मैंने कहा कि ठीक है, जब कभी मौका मिलेगा तो देशभक्त जी और अमरनाथ दोनों की अच्छी खासी खबर ले डालूंगा।
पर उन महान विभूति? ने कहा कि “जब कभी मौका मिलेगा इसका क्या मतलब? आज ही क्यों नहीं, और अभी क्यों नहीं? चूंकि उन महापुरुष? से मेरी उस समय खूब अच्छी घुटती थी इसी वजह से मैंने आव देखा न ताव तुरंत अपने फोटोग्राफर को स्कूटर पर बैठाया और जा पहुंचा अमरनाथ विद्या आश्रम तथा मेन गेट का फोटो कराया और अगले दिन ही “आज” अखबार में फोटो के साथ लंबी चौड़ी खबर जिसमें वेवजह खूब नमक मिर्च डाला हुआ था छाप मारी।
इस खबर के बाद शहर में हड़कंप सा मच गया क्योंकि उस समय आज अखबार का डंका बजता था। सबसे ज्यादा आश्चर्यजनक बात यह कि न तो देशभक्त जी ने मुझे कोई उलाहना दिया और जब कभी आमने-सामने मिलने पर वही सौहार्दपूर्ण तरीके से व्यवहार किया।
बात आई गई हो गई। समय ने पलटा खाया और जिन महान विभूति? ने मुझे उकसाया वे मेरी छोटी सी मजाक से ऐसे आग बबूला हो गए कि पूंछो मत। बात दिनों दिन बढ़ती चली गई और वह मेरे खून के ऐसे प्यास हुए कि उचित अनुचित कोई भी हथकंडा अपनाने से पीछे नहीं हटे। सब लोग जानते हैं इस पूरे घटनाक्रम को।
मजेदार बात तो यह है कि जो महान विभूति? मेरे खून के प्यासे तक हो गए थे के लिए मैं इतना किया कि शायद उनके घर वालों तक ने नहीं किया होगा। हर संकट में परछाईं की तरह उनके साथ रहा। खैर इस बात को और लंबा खींचने से कोई फायदा नहीं क्योंकि आगे चलकर मैंने भी कोई कसर बाकी नहीं रखी उनके कपड़े फाड़ने में। यहां तक कि लंगोटी भी नहीं छोड़ी अर्थात हिसाब किताब चुकता करके ही माना।
मैं तो प्रसंग से भी भटके जा रहा हूं। अब आता हूं असली मुद्दे पर। जिन देशभक्त जी को मुझ बिच्छू ने डंक मारा था उन्होंने ही कदम-कदम पर मेरी रक्षा की और हर संकट में मेरे कवच बने। जबकि वे उन दिनों पावर में थे यदि मन में खुन्नस मानते तो मेरा किसी न किसी प्रकार अनिष्ट भी कर सकते थे। लेकिन उन्होंने बदी का बदला नेकी में दिया। धन्य हैं देशभक्त जी और धिक्कार है विजय गुप्ता को।
मैं देशभक्त जी के इस दुर्लभ संत्तव के प्रति नत मस्तक हूं और ताजिंदगी उनके एहसान को नहीं भूलूंगा। देशभक्ति की गिरिराज जी के परम भक्त हैं इस समय उनकी उम्र 85 वर्ष है। कुछ वर्षों पूर्व तक वे अक्सर गिर्राज जी की सपत्नीक दंडवती परिक्रमा भी करते रहते थे उसके बाद पैदल। अब तो पैदल भी नहीं कर पाते तथा कुछ समय पूर्व बैटरी रिक्शा से परिक्रमा करते हुए मंडलायुक्त श्री शैलेंद्र कुमार सिंह ने देखा था। इस समय देशभक्त जी बहुत अस्वस्थ हैं। गिर्राज महाराज ऐसी कृपा करें कि वे पूर्ण स्वस्थ होकर फिर से परिक्रमा लगना शुरू कर दें। जय गिर्राज बाबा की।
देशभक्त जी के संपर्क नंबर 9412279199
9149256570
राजीव एकेडमी में महिला उद्यमिता कौशल विकास प्रशिक्षण का समापन
- 24 दिवसीय उद्यमिता प्रशिक्षण में छात्राओं ने सीखे आत्मनिर्भरता के गुर
मथुरा। राष्ट्रीय उद्यमिता और लघु व्यवसाय विकास संस्थान, भारत सरकार द्वारा राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट में आयोजित 24 दिवसीय महिला उद्यमिता कौशल विकास प्रशिक्षण का शनिवार को प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट प्रदान कर समापन किया गया। इस अवसर पर राष्ट्रीय उद्यमिता और लघु व्यवसाय विकास संस्थान के पदाधिकारी शिवम दुआ ने कहा कि महिलाओं के सहयोग बिना राष्ट्र का विकास सम्भव नहीं इसीलिए उन्हें प्रशिक्षण के माध्यम से आत्मनिर्भरता का पाठ पढ़ाया जा रहा है।
श्री दुआ ने कहा कि राष्ट्रीय उद्यमिता और लघु व्यवसाय विकास संस्थान महिला उद्यमिता और कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षण, परामर्श, अनुसंधान आदि कार्यों में संलग्न है। 24 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के समापन अवसर उन्होंने कहा कि महिला उद्यमी नवाचार और सुदृढ़ता की उज्ज्वल किरण बनकर उभर रही हैं, उद्योगों को बदल रही हैं और अपने दूरदर्शी नेतृत्व से कठिन से कठिन बाधाओं को पार कर रही हैं। उनके उद्यम केवल व्यवसाय नहीं हैं, वे दृढ़ संकल्प, रचनात्मकता और सशक्तीकरण की शक्तिशाली कहानियां हैं, जो अनगिनत लोगों को बड़े सपने देखने के लिए प्रेरित करती हैं।
श्री दुआ ने कहा कि देश में संतुलित विकास के लिए महिला उद्यमियों के सतत विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से स्टार्टअप इंडिया पहलों, योजनाओं, सक्षम नेटवर्क और समुदायों के निर्माण और स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र में विविध हितधारकों के बीच भागीदारी को सक्रिय करने के माध्यम से भारत में महिला उद्यमिता को मजबूत करने को प्रतिबद्ध है। 24 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में भारत सरकार की ओर से विशेषज्ञों ने छात्राओं को नवीन उद्योग और इण्डस्ट्री लगाने के आवश्यक टिप्स प्रदान किए। भारत सरकार की ओर से आए विशेषज्ञों ने बताया कि महिला उद्यमिता कौशल विकास प्रशिक्षण से देश के विभिन्न क्षेत्रों की छात्राएं और महिलाएं स्वयं का उद्यम खड़ा करने के लिए प्रेरित हो रही हैं।
एमबीए विभागाध्यक्ष डॉ. विकास जैन ने बताया कि राजीव एकेडमी में चले प्रशिक्षण के बाद राष्ट्रीय उद्यमिता और लघु व्यवसाय विकास संस्थान के अधिकारियों द्वारा दो दर्जन से अधिक ऊर्जावान प्रतिभाशाली छात्राओं का चयन किया गया है। इन चयनित छात्राओं को निर्धारित पाठ्यक्रम के अंतर्गत चार सप्ताह की विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी जोकि ऑनलाइन होगी। उक्त ऑनलाइन पैडागोजी ट्रेनिंग में चयनित महिलाओं तथा छात्राओं को सैद्धांतिक, प्रायोगिक और केस बेस्ड डिस्कशन के माध्यम से उद्यमिता के क्षेत्र में प्रोत्साहित किया जाएगा। समापन अवसर पर छात्राओं ने रिसोर्स परसन से कई प्रकार के प्रश्नों के उत्तर और कई समस्याओं के समाधान प्राप्त किए।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने छात्राओं और महिलाओं के लिए भारत सरकार के स्किल मंत्रालय द्वारा शुरू किये गए उक्त प्रोग्राम को देश की महिलाओं के उत्थान में मील का पत्थर बताते हुए कहा कि इससे आज की महिला या आज की छात्रा कल की सफल उद्योगपति होगी तथा राष्ट्र के विकास में अपना अमूल्य योगदान देगी। उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल और प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने महिला उद्यमिता कौशल विकास प्रशिक्षण की तारीफ करते हुए कहा कि इससे छात्राएं स्वावलम्बी होंगी तथा राष्ट्र तेजी से विकास करेगा। राष्ट्रीय उद्यमिता और लघु व्यवसाय विकास संस्थान के अधिकारियों का स्वागत निदेशक डॉ. अभिषेक सिंह भदौरिया ने किया। उन्होंने छात्राओं से ऐसे प्रोग्रामों में अधिक से अधिक सहभागिता का आह्वान किया। अंत में एमबीए विभागाध्यक्ष डॉ. विकास जैन ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।
एआई का अनियंत्रित विकास मानवता के लिए खतराः प्रो. एस.के. काक
- जी.एल. बजाज में दो दिवसीय इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस का समापन
मथुरा। आने वाला समय कृत्रिम बुद्धिमत्ता का है लेकिन इसका अनियंत्रित विकास मानवता के लिए घातक साबित हो सकता है। ऐसे में एआई विकास में पारदर्शिता व नियमन के अंतरराष्ट्रीय मानक बनाने भी जरूरी हैं। जरूरी है कि हम एआई की वैश्विक चुनौती के बीच अपने इंजीनियरों व वैज्ञानिकों की मेधा का बेहतर उपयोग करके नई खोजों का मार्ग प्रशस्त करें अन्यथा भारत कृत्रिम बुद्धिमत्ता की नई खोजों की दौड़ में पिछड़ जाएगा। यह बातें मुख्य अतिथि प्रो. एस.के. काक (सीईई के एक्जीक्यूटिव बोर्ड सदस्य) ने जीएल बजाज ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस मथुरा द्वारा आयोजित दो दिवसीय इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन इंटेलिजेंट कंट्रोल, कम्प्यूटिंग एंड कम्युनिकेशन (आईसी3-2025) के समापन अवसर पर शिक्षाविदों और शोधकर्ताओं को बताईं।
प्रो. काक ने अपने सम्बोधन में कहा कि डिजिटल विभाजन को कम करने के लिये एआई पहुंच को बढ़ावा देने, इसे खुला, समावेशी, पारदर्शी, नैतिक, सुरक्षित और भरोसेमंद बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता इस सदी में मानवता के लिये नया कोड लिख रही है लेकिन वैश्विक भलाई के लिए इसे तरीके से विकसित किया जाना जरूरी है। प्रो. काक ने कहा कि एआई नवाचार को बढ़ावा तो दिया जाना चाहिए लेकिन इसके नियमन को भी नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। निश्चित रूप से एआई के इस्तेमाल से बेहतर कार्य संस्कृति पैदा होगी लेकिन हमें कृत्रिम मेधा के नियमन और नवाचार के साथ रोजगार के अवसर भी बढ़ाने होंगे। इतना ही नहीं भारतीय युवाओं को भी खुद को इस नई चुनौती के अनुरूप तैयार करना होगा। प्रो. काक ने अपने सम्बोधन में बहु-विषयक अनुसंधान के महत्व को रेखांकित करने के साथ इसे तकनीकी प्रगति के लिए अनिवार्य बताया।
दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में विशेषज्ञों ने इनोवेशन को अपनाना: अत्याधुनिक विकास की खोज विषय पर 230 से अधिक शोध-पत्र प्रस्तुत किए। यह शोध पांच प्रमुख ट्रैकों को कवर कर रहे थे। सम्मेलन के दौरान 10 विभिन्न हॉलों में सत्र आयोजित किए गए, जिससे शोधकर्ताओं और विशेषज्ञों को अपने विचार साझा करने और ज्ञान विनिमय का अवसर मिला। सम्मेलन में शैक्षणिक और उद्योग क्षेत्र के प्रतिष्ठित विशेषज्ञों तथा शोधकर्ताओं ने एआई-संचालित नियंत्रण प्रणालियों, अगली पीढ़ी की कम्प्यूटिंग तकनीकों और उन्नत संचार प्रणालियों पर गहन चर्चाएं कीं। यह सम्मेलन न केवल अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देने का मंच बना बल्कि इससे भविष्य में शैक्षिक और उद्योग क्षेत्र के बीच सहयोग की बुनियाद भी मजबूत होगी।
सम्मेलन के समापन अवसर पर जीएल बजाज की निदेशक प्रो. नीता अवस्थी ने सभी प्रतिभागियों, सत्र अध्यक्षों और आयोजन समिति के प्रयासों की सराहना करते हुए उनका आभार माना। अपने समापन भाषण में प्रो. अवस्थी ने इस सम्मेलन को तकनीकी नवाचारों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच बताया और शोधकर्ताओं को भविष्य में और अधिक खोजपरक अनुसंधान करने के लिए प्रेरित किया। सम्मेलन के अध्यक्ष प्रो. वी.के. सिंह ने आईसी3- 2025 की सफलता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इससे नवाचार और वैश्विक स्तर पर ज्ञान-विनिमय को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि आईसी-3 का अगला संस्करण 2026 में आयोजित किया जाएगा, जिसमें और भी व्यापक विषयों पर चर्चा होगी। प्रो. वी.के. सिंह ने आयोजन समिति पदाधिकारियों, सत्र अध्यक्षों, मुख्य वक्ताओं तथा प्रायोजकों के अमूल्य योगदान की मुक्तकंठ से सराहना करते हुए सभी का आभार माना। इस दौरान श्रेष्ठ शोध पत्र पुरस्कार समारोह में विभिन्न श्रेणियों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले अनुसंधानकर्ताओं को सम्मानित किया गया।