Sunday, October 19, 2025
Home Blog Page 54

वीपीएस में धूमधाम के साथ मनाया गया क्रिसमस डे

  • बच्चों ने प्रस्तुत किए एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम
  • सेंटा क्लॉज की ड्रेस पहनकर खूब मचाया धमाल

वृंदावन। धोरैरा स्थित वृंदावन पब्लिक स्कूल एवं वृंदावन नर्सरी स्कूल में क्रिसमस डे का धूमधाम से आयोजन किया गया। जिसमें कक्षा नर्सरी से पंचम तक के सभी बच्चे सम्मिलित थे। जिसमें नन्हे- मुन्ने बच्चे सेंटा क्लाॅज की ड्रेस पहनकर आए और सभी को टाॅफियाँ व उपहार बाँटे।
प्रार्थना सभा में जिंगल बैल- जिंगल बैल गाने की सुमधुर प्रस्तुति पर सभी झूम उठे। विद्यालय परिसर में सजाये गए क्रिसमस ट्री पर लगे उपहारों ने बच्चों का मन मोह लिया। कक्षा तृतीय से पंचम तक के बच्चों द्वारा एक सांस्कृतिक नृत्य की प्रस्तुति दी गई। कक्षा पंचम की आर्या मिश्रा ने ईसा मसीह के जीवन पर आधारित एक कहानी सुनाई। जिसमें ईसा मसीह के मार्गदर्शन पर चलने का आह्वान किया गया और क्रिसमस की बधाई दी गयी। इसके साथ ही बच्चों को प्रतिवर्ष 25 दिसंबर को मनाए जाने वाले तुलसी पूजन व उसके औषधीय व अध्यात्मिक गुणों से भी अवगत कराया। सभी बच्चों ने माँ वृंदा के मंत्रोच्चारण के साथ तुलसी की पूजा अर्चना की व सदैव स्वस्थ व खुशहाल रहने की प्रार्थना की।
इस अवसर पर सपना शर्मा, पूजा तिवारी, शिवानी गोयल, विष्णुप्रिया शर्मा, राधिका गौड़, उपमा, रितु शर्मा, शालू शर्मा, रेणुका राय, उमा शर्मा मौजूद थीं।

आरआईएस की छात्रा ने राष्ट्रीय स्तर पर फहराया अपनी मेधा का परचम

  • आईआईटी नई दिल्ली में किरण बेदी के करकमलों से सम्मानित
  • चैम्पियंस ट्रॉफी, प्रमाण-पत्र और नगद कैश प्राइज जीत बढ़ाया गौरव

मथुरा। प्रतिभा उम्र की मोहताज नहीं होती, इस बात को सिद्ध किया है राजीव इंटरनेशनल स्कूल की मेधावी छात्रा रौनिका नागपाल ने राष्ट्रीय अबेकस प्रतियोगिता जीतकर। राष्ट्रीय स्तर पर अपनी बौद्धिक क्षमता का शानदार आगाज करने वाली रौनिका को आईआईटी नई दिल्ली में आयोजित सम्मान समारोह में देश की प्रथम महिला आईपीएस ऑफिसर किरण बेदी के करकमलों से सम्मानित किया गया। उसे सम्मान स्वरूप विजेता ट्रॉफी तथा 31 सौ रुपये कैश प्राइज मिला।
कम उम्र से ही छात्र-छात्राओं के सम्पूर्ण मस्तिष्क का विकास सुनिश्चित करने तथा उनकी गणितीय क्षमता को बढ़ाने के लिए प्रतिवर्ष ब्रेनोब्रेन अबेकस प्रतियोगिता विभिन्न शहरों में आयोजित की जाती है। इसी कड़ी में विगत दिनों एनएसडीसी स्किल इंडिया से स्वीकृत अबेकस एवं वैदिक मैथ स्टडीज संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय ब्रेनोब्रेन अबेकस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में राजीव इंटरनेशनल स्कूल की कक्षा 6 की छात्रा रौनिका नागपाल ने न केवल सहभागिता की बल्कि कुछ मिनट के अंदर ही सैकड़ों कठिन सवालों के सही उत्तर देकर चैम्पियंस ट्रॉफी अपने नाम कर ली। देश की पहली महिला पुलिस अधिकारी किरण बेदी ने छात्रा रौनिका को शानदार प्रदर्शन के लिए जहां चैम्पियंस ट्रॉफी, प्रमाण-पत्र और 31 सौ रुपये का नकद पारितोषिक देकर उसका उत्साहवर्धन किया वहीं छात्रा की मेधा को निखारने वाली विद्यालय की शिक्षिका श्वेता शर्मा को भी सम्मानित किया।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने नई दिल्ली में शानदार सफलता हासिल करने वाली मेधावी छात्रा रौनिका को बधाई देते हुए कहा कि सिर्फ किताबी ज्ञान से ही सम्पूर्ण व्यक्तित्व का विकास नहीं हो सकता। इसीलिए राजीव इंटरनेशनल स्कूल द्वारा प्रत्येक विद्यार्थी की रुचि को ध्यान में रखते हुए उसे प्रतिस्पर्धी अवसर प्रदान किए जाते हैं। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि ब्रेनोब्रेन अबेकस जैसी प्रतियोगिताओं से विद्यार्थियों की बौद्धिक तथा गणितीय क्षमता का विकास होता है।
प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने विजेता रौनिका को बधाई देते हुए उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। श्री अग्रवाल ने कहा कि आज के समय में प्रत्येक माता-पिता अपने बच्चे की गणितीय तथा सीखने की क्षमता को लेकर चिंतित रहते हैं। राजीव इंटरनेशनल स्कूल प्रत्येक बच्चे को जल्दी और प्रभावी ढंग से सीखने, ध्यान केन्द्रित करने के लिए लगातार प्रशिक्षित करता है ताकि वह अपने मस्तिष्क को पहले से कहीं अधिक प्रभावी ढंग से उपयोग में ला सकें। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही एक ऐसा क्षेत्र है जहां हर समस्या का समाधान है। यदि बचपन से ही बच्चों को प्रतिस्पर्धात्मक माहौल और अवसर मिलें तो वह हर मुश्किल काम को आसान कर सकते हैं।
विद्यालय की शैक्षिक संयोजिका प्रिया मदान ने बताया कि राजीव इंटरनेशनल स्कूल की छात्रा रौनिका ने नई दिल्ली में अपनी बौद्धिक और मानसिक क्षमता से शानदार सफलता हासिल की है। उसने समूचे ब्रज का गौरव बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि आरआईएस का उद्देश्य छात्र-छात्राओं के ज्ञान और कौशल में इजाफा करना है ताकि बच्चे हर क्षेत्र में सफलता के नए-नए प्रतिमान स्थापित करें। उन्होंने मेधावी रौनिका को बधाई देते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

आगरा मंडल में माह नवम्बर -2024 में बिना उचित कारण अलार्म चेन खीचने (ACP) वाले 221 लोंगो पर कार्यवाही

0

मंडल रेल प्रबंधक आगरा तेज प्रकाश अग्रवाल के दिशा निर्देशन में आगरा मंडल में माह नवम्बर -2024 में बिना उचित कारण अलार्म चेन खीचने (ACP) वाले 221 लोंगो पर कार्यवाही करके 11,120/- रूपये जुर्माना वसूला गया | आगरा मण्डल सभी रेल उपयोगकर्ताओं के लिए बेहतर यात्री सुविधाओं को उपलब्ध कराने के क्षेत्र में निरंतर प्रयासरत है| इन्ही प्रयासों के क्रम में आगरा मण्डल के वाणिज्य विभाग एवं रेलवे सुरक्षा बल द्वारा बिना उचित कारण के अलार्म चेन खीचने वालों के विरुद्ध निरंतर सघन चेकिंग अभियान चलाये जा रहे है| जिसमे नवम्बर -2024 में आगरा छावनी रेलवे स्टेशन पर 82, आगरा किला स्टेशन पर 09, मथुरा जंक्शन पर 110, कोसीकलां स्टेशन पर 8 व धौलपुर स्टेशन पर 07 लोंगो पर कार्यवाही कर जुर्माना वसूला गया |
रेल प्रशासन अपने सम्मानित यात्रियों से अनुरोध करता है कि बिना उचित एवं प्रर्याप्त कारण के चेन पुलिंग न करें ,ऐसा करना दंडनीय अपराध है | उक्त कृत्य से आपके साथी यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है|

के.डी. हॉस्पिटल के निःशुल्क नेत्र शिविर में उमड़ रही भीड़

  • दादी मां कांती देवी की स्मृति में एक माह चलेगा शिविर
  • शिविर में सभी तरह के ऑपरेशन, दवाएं और खाना-रहना फ्री

मथुरा। किसी के जीवन को रोशनी देना सबसे पुण्य का कार्य है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर प्रबंधन द्वारा धर्मपरायण दादी मां कांती देवी की स्मृति में एक माह का निःशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर लगाया गया है। शुक्रवार 20 दिसम्बर से शुरू हुए इस शिविर में नेत्र रोगियों के सभी तरह के ऑपरेशन निःशुल्क किए जा रहे हैं। इतना ही नहीं नेत्र पीड़ितों की सभी तरह की जांचें, दवाएं तथा खाने-रहने की सुविधा भी पूरी तरह से निःशुल्क की गई है।
सोमवार को दादी मां कांती देवी के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर नेत्र रोग विभागाध्यक्ष डॉ. अमित कुमार जैन ने बताया कि के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर प्रबंधन द्वारा गरीब और जरूरतमंद लोगों को नेत्र सम्बन्धी समस्याओं से निजात दिलाने के लिए 20 दिसम्बर से एक माह का निःशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर लगाया गया है। शिविर में प्रतिदिन सैकड़ों नेत्र रोगी आ रहे हैं जिनका विशेषज्ञ चिकित्सक जांच और उपचार कर रहे हैं। शिविर में सभी तरह की जांचें करने के बाद दवाएं मुफ्त दी जा रही हैं तथा जो मरीज मोतियाबिंद, कालापानी या कॉर्निया आदि से पीड़ित हैं, उन्हें ऑपरेशन के लिए भर्ती किया जा रहा है।
चिकित्सा शिविर का लाभ उठाने के लिए सुबह से ही नेत्र रोगी परिजनों के साथ पहुंच रहे हैं। उनका पंजीयन करने के बाद नेत्र रोग विभागाध्यक्ष डॉ. अमित कुमार जैन के नेतृत्व में विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. वंदना बाथम, डॉ. अंजली चौधरी, डॉ. शिल्पा गुप्ता, डॉ. अनुपमा, डॉ. आकाश, डॉ. अनुराग, डॉ. मेघा अरोरा, ए.ओ. अखिलेश शुक्ला, टेक्नीशियन नरेश कुमार, मुकुट चौधरी, मुकेश, इरफान, सुनील आदि के सहयोग से नेत्र रोगियों की जांचें और उपचार किया जा रहा है। डॉ. जैन का कहना है कि जिस किसी को भी आंख सम्बन्धी किसी भी तरह की परेशानी है, वह सुबह नौ से शाम चार बजे तक के.डी. हॉस्पिटल में आकर निःशुल्क चिकित्सा शिविर का लाभ उठा सकता है। यह शिविर 19 जनवरी तक चलेगा।
डॉ. जैन का कहना है कि के.डी. हॉस्पिटल में फंडस कैमरा, ओसीटी तथा ग्रीन लेजर जैसी अत्याधुनिक मशीनों के होने से यहां सफेद मोतियाबिंद, काला मोतियाबिंद तथा आंखों के पर्दे (रेटिना) से पीड़ित मरीजों का आसानी से ऑपरेशन और उपचार सम्भव हो पाता है। डॉ. जैन बताते हैं कि यहां विशेषज्ञ चिकित्सकों की देखरेख में लेटेस्ट मशीनों द्वारा हर तरह की आंखों की परेशानी का उपचार सहजता से सम्भव है।
डॉ. जैन का कहना है कि के.डी. हॉस्पिटल के नेत्र रोग विभाग में ग्रीन लेजर, रेटिना एंजियोग्राफी, ओसीटी, रेटिना में सूजन, टोनोमेट्री, गोनियोस्कोपी, ग्लूकोमा, एक्स्ट्रा ऑक्यूलर सर्जरी, रेटिनोस्कोपी, आंखों की सोनोग्राफी जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। यहां डायबिटिक तथा हाइपरटेंसिव मरीजों के रेटिना सम्बन्धी विकारों की जांच एवं इलाज की भी पूर्ण सुविधा उपलब्ध है।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल का कहना है कि आंखें मनुष्य के जीवन का सबसे अहम अंग हैं। आंखों के जरिए ही वह दुनिया देख सकता है इसीलिए हमने एक माह के निःशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर के आयोजन का फैसला लिया है। प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने नेत्र पीड़ितों से शिविर का अधिकाधिक लाभ उठाने का आह्वान किया। श्री अग्रवाल का कहना है कि के.डी. हॉस्पिटल का उद्देश्य हर पीड़ित को अच्छी व बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना है।

नर्सेज बिना चिकित्सकीय कार्य असम्भवः डॉ. आर.के. अशोका

  • लैम्प लाइटिंग सेरेमनी के साथ के.डी. कॉलेज ऑफ नर्सिंग में सत्रारम्भ

मथुरा। चिकित्सा के क्षेत्र में चिकित्सक और नर्सेज एक गाड़ी के दो पहिए के समान हैं। नर्सिंग शिक्षा चिकित्सा का ऐसा सेवाभावी अंग है जिसके बिना चिकित्सकीय कार्य असम्भव है। नर्सेज चिकित्सकों और मरीजों के बीच की अहम कड़ी होती हैं लिहाजा उन्हें अपने सेवाभाव का दायरा बढ़ाना बहुत जरूरी है। सेवाभाव की शुरुआत हमें अपने घर से ही करनी चाहिए। यह बातें के.डी. कॉलेज ऑफ नर्सिंग एण्ड पैरामेडिकल साइंस के लैम्प लाइटिंग सेरेमनी 2024 में के.डी. मेडिकल कॉलेज के डीन और प्राचार्य डॉ. आर.के. अशोका ने बीएससी नर्सिंग तथा जीएनएम के नवागंतुक छात्र-छात्राओं को बताईं। कार्यक्रम का शुभारम्भ मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण तथा दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने लैम्प लाइटिंग के माध्यम से फ्लोरेंस नाइटेंगल को याद करते हुए उनके कृतित्व और व्यक्तित्व को आत्मसात करने की शपथ ली।
डॉ. अशोका ने छात्र-छात्राओं को बताया कि नर्सेज और पैरामेडिक्स स्वास्थ्य तथा चिकित्सा क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आधुनिक चिकित्सा पद्धति में प्रशिक्षित नर्सेज तथा योग्य पैरामेडिक्स की देश ही नहीं दुनिया भर में मांग है लिहाजा आप लोग लगन और मेहनत से इस क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं। डॉ. अशोका ने छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि वे अपनी जिम्मेदारी कभी दूसरे पर न डालें। इस अवसर पर डॉ. अशोका ने कहा कि आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप शिक्षा के क्षेत्र में जो उच्च मानदंड स्थापित कर रहा है, इसका सारा श्रेय इस ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल, प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल तथा महाप्रबंधक अरुण अग्रवाल को जाता है। डॉ. अग्रवाल चाहते हैं कि आर. के. ग्रुप के शैक्षिक संस्थानों से पढ़कर निकला हर विद्यार्थी समाज के सामने अपने कार्यों से नजीर बने।
इस अवसर पर उप-प्राचार्य डॉ. राजेन्द्र कुमार ने कहा कि ज्ञान और मृदु व्यवहार ही नर्स का प्रमुख गुण होता है। नर्स का काम सिर्फ मरीज को दवा देना ही नहीं बल्कि उससे भावनात्मक लगाव रखते हुए उसके सेवा की जिम्मेदारी भी होती है। उन्होंने कहा कि चूंकि नर्सिंग स्टाफ मरीज के ज्यादा करीब होता है तथा उनकी देखरेख करता है लिहाजा उसके चेहरे पर हमेशा मुस्कराहट तथा रोगी के प्रति विनम्र व्यवहार होना चाहिए। डॉ. राजेन्द्र कुमार ने कहा कि चिकित्सा तंत्र में नर्सिंग की अवधारणा बहुत पहले से रही है, पर वह आधुनिक समय की तरह व्यवस्थित नहीं थी। ऐसा करने में इंग्लैंड की फ्लोरेंस नाइटेंगल की अग्रणी भूमिका रही। उन्होंने बड़े समर्पण के साथ यह दिखाया कि नर्सिंग की भूमिका चिकित्सा में कितनी महत्वपूर्ण है। आज यह भूमिका इतनी बड़ी है कि चिकित्सा की वह धुरी बन चुकी है। मरीज की आधी बीमारी तो नर्सेज के अच्छे व्यवहार से ही ठीक हो जाती है।
के.डी. कॉलेज ऑफ नर्सिंग एण्ड पैरामेडिकल साइंस की प्राचार्य एन.पी. चानू ने अपने सम्बोधन में कहा कि नवागंतुक छात्र-छात्राएं कॉलेज को अपना घर-परिवार मानकर शिक्षा ग्रहण करें। उन्हें कोई परेशानी होती है तो उसे जरूर बताएं। उन्होंने नवागंतुक छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि वे यहां अनुशासन में रहकर शिक्षा हासिल करें तथा अपने सेवाभावी कार्यों से चिकित्सा के क्षेत्र में नजीर स्थापित करें। यह क्षेत्र सम्भावनाओं से परिपूर्ण है। प्राचार्य एन.पी. चानू ने छात्र-छात्राओं को कड़ी मेहनत तथा अच्छे व्यवहार के लिए प्रेरित किया। उन्होंने छात्र-छात्राओं को के.डी. कॉलेज ऑफ नर्सिंग एण्ड पैरामेडिकल साइंस का चयन करने के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि यहां न केवल किताबी ज्ञान मिलेगा बल्कि प्रयोगात्मक अनुभव हासिल करने के अच्छे से अच्छे अवसर भी मिलेंगे।
नर्सिंग सुपरिंटेंडेंट शीला मैंसी ने कहा कि आर.के. ग्रुप का शिक्षा के क्षेत्र में विशिष्ट स्थान है लिहाजा सभी छात्र-छात्राएं अनुशासन और मेहनत से शिक्षा और प्रशिक्षण हासिल कर अपने सपनों को साकार करें। ओरिएंटेशन प्रोग्राम में कॉलेज के शिक्षकों गौरव त्यागी, उदयवीर, नीतेश कुमार, दर्शन, शुभम, हेमंत, नितिन, आकांक्षा झा, यती, ज्योति नरेन्द्र गोस्वामी, अभय शर्मा आदि ने छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन किया।

ऑपरेशन यात्री सुरक्षा के तहत यात्री सामान की चोरी करने वाले 02 महिला एवं 01 पुरुष को 10 लाख कीमत के आभूषण के साथ किया गिरफ्तार

0

दिनांक 16.12.2024 को गाड़ी सं. 22222 निजामुद्दीन- मुंबई राजधानी एक्सप्रेस से आगरा छावनी पर हुई यात्री सामान चोरी में क्राइम विंग(D&I)आगरा द्वारा सीसीटीवी सर्विलांस कर संदिग्धों को चिन्हित कर जीआरपी आगरा छावनी के साथ सुरागसी कर अपराधियों के ठिकानों का पता लगाया गया |
दिनांक 19.12.2024 को रे.सु.ब.क्राइम विंग (D&I) आगरा, जी.आर.पी. आगरा छाबनी एवं रे.सु.ब. आगरा छाबनी स्टाफ के साथ संयुक्त रूम से टीम बनाकर सूचना पर 01पुरुष एवं 02 महिला शातिर चोरों को ग्यासपुरा आगरा अभियुक्तगणों का निवास शशिकांत का किराया का मकान से समय चोरी के आभूषणो के साथ गिरफ्तार किया गया। उनके कब्जे से बरामद आभूषणों को राजधानी एक्सप्रेस एवं पूर्व मे अन्य ट्रेनों से आगरा छावनी स्टेशन पर यात्रियों से चोरी करना स्वीकार किया गया |
इस मामले में टीम ने चंदन उर्फ चंदू पुत्र नंदलाल उम्र 36 वर्ष निवासी ए-394/एच 312 टी हट्स कठपुतली कॉलोनी न्यू पटेल नगर दिल्ली हाल पता ग्यासपुर मराठा बस्ती थाना शाहगंज जिला आगरा,वंदना पत्नी चंदन उर्फ चंदू उपाध्याय उम्र 33 वर्ष और करिश्मा पत्नी महिपाल उम्र 26 वर्ष को पकड़ा गया है।
पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से सोने के एक जोड़ी टॉप,सोने की एक चैन में खुशी लिखा लॉकेट ,सोने की एक चैन,सोने की अंगूठी,सोने की एक चैन में S लिखा लॉकेट,सोने की एक अंगूठी पट्टी के आकार, सोने का एक पेंडल मय काले मोतियों की माला, सोने के कान के झाले,सोने का एक कंगन,सोने का एक मंगलसूत्र,सोने की दो अंगूठी,सोने का एक पेंडल में मोतियों की माला,चांदी की एक जोड़ी पायल सहित नकद 1700/- रूपये बरामद किये गए है।वहीं बरामद आभूषणों की कीमत करीब 10 लाख रुपए आंकी गयी है।

जीएलए के छात्रों ने स्मार्ट इंडिया हैकथॉन में लहराया परचम

  • जीएलए इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन और कम्प्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग के छात्रों ने दिखाया तकनीकी शिक्षा का कमाल

मथुरा : जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के विद्यार्थी केन्द्र सरकार के विजन स्मार्ट इंडिया और नवाचार में जुटे हुए हैं। हर दिन विजन और मिशन को लेकर स्मार्ट इंडिया हैकथॉन में नवाचार करने में जुटे हुए हैं और बडे़-बडे़ पुरस्कार हासिल कर जीएलए की उत्कृष्ट शिक्षा का परचम लहरा रहे हैं।

जयपुर में आयोजित स्मार्ट इंडिया हैकथॉन 24 के ग्रैंड फिनाले में जीएलए विश्वविद्यालय के इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग विभाग की टीम “इलेक्ट्रोविज़न“ ने “डिलीवरी वर्कफोर्स के लिए समाधान“ प्रस्तुत करते हुए “प्रगति एक्स“ नामक प्रोजेक्ट तैयार किया। यह प्रोजेक्ट डिलीवरी कर्मियों की सुरक्षा, दक्षता, स्वास्थ्य और कार्य-जीवन संतुलन के लिए एक समग्र समाधान है, जिसमें वाहन दुर्घटना पहचान प्रणाली और एंटी-स्लीप अलर्ट सिस्टम जैसे फीचर्स शामिल हैं। छात्रों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए जीत हासिल की। टीम का नेतृत्व अभिषेक शर्मा ने किया, जिनके साथ धीरज राजपूत, बृजेश मौर्य, आदित्य कुमार, निकुंज अग्रवाल और शुभी गर्ग शामिल थे।

विभागाध्यक्ष प्रो. विनय कुमार देवलिया ने बताया कि यह 5 दिनों तक चलने वाला 120 घंटे का हैकथॉन था, जिसे आधिकारिक तौर पर दुनिया का सबसे बड़ा हैकथॉन माना जाता है। इस दौरान टीम ने दिन-रात मेहनत की। अपने लक्ष्य को प्राप्त करने की प्रतिबद्धता ने उन्हें सफलता दिलाई। सफलता के बाद छात्रों को 1 लाख रूपए की पुरस्कार राशि तथा उत्कृष्टता प्रमाण वहां की निर्णायक टीम ने दिया।

एसोसिएट डीन एकेडमिक डा. आशीष शुक्ला एवं एसोसिएट विभागाध्यक्ष डा. मनीष गुप्ता टीम को तकनीकी और मानसिक समर्थन प्रदान किया। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन, “युवा शक्ति के माध्यम से विकसित भारत के समाधान प्रस्तुत करने“ को साकार करते हुए, स्मार्ट इंडिया हैकथॉन 2024 ने देशभर के 8 हजार 52 छात्रों और एक हजार 342 टीमों को नवाचार के इस महायज्ञ में भाग लेने का मौका दिया। जीएलए विश्वविद्यालय की टीम ने राष्ट्रीय प्राथमिकताओं और वैश्विक चुनौतियों पर आधारित समस्या विवरण का अभिनव समाधान प्रस्तुत कर यह उपलब्धि प्राप्त की।

टीम इलेक्ट्रोविज़न की यह जीत न केवल उनके नवाचार और मेहनत का प्रमाण है, बल्कि जीएलए विश्वविद्यालय के शिक्षा और अनुसंधान में उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है। यह सफलता पूरे विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गौरवान्वित करती है।
कुलपति प्रो. फाल्गुनी गुप्ता, चीफ फाइनेंस ऑफीसर विवेक अग्रवाल, प्रतिकुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता, कुलसचिव अशोक कुमार सिंह ने विद्यार्थियों को प्रेरित किया।

इंसेट

ग्वालियर हैकथॉन में हासिल किया प्रथम स्थान

मथुरा : ग्वालियर स्थित ’अटल बिहारी वाजपेयी- भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी एवं प्रबंधन संस्थान में आयोजित प्रतिष्ठित हैकथॉन में जीएलए विश्वविद्यालय की टीम ’टेकअमिड’ ने अपनी असाधारण प्रतिभा और मेहनत से पहला स्थान प्राप्त किया। टीम के तीन मेधावी बीटेक कम्प्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग छात्र आयुषी कतरौलिया, आर्यन शर्मा और रुद्र गुप्ता ने मिलकर एक ऐसा प्रोजेक्ट बनाया, जो लोगों की बोलने और अपनी बात बेहतर तरीके से समझाने की क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। इस प्रोजेक्ट में नई तकनीकों और कंप्यूटर की समझ का उपयोग किया गया है।

सीईए विभाग के डीन प्रो. अशांक भसाली एवं डीन स्टूडेंट वेलफेयर डा. हिमांशु शर्मा ने बताया कि इस हैकथॉन में पूरे देश से चयनित 65 टीमों ने भाग लिया, जिनमें ’टेकअमिड’ टीम ने अपनी अनोखी सोच और बेहतरीन मॉडल से निर्णायकों को प्रभावित किया। निर्णायक टीम जीएलए के छात्रों को 75 हजार का प्राइज पूल प्रदान किया।

भगवान श्रीकृष्ण विश्व के सर्वोच्च मैनेजमेंट गुरु

  • प्रबन्धन एवं राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर विद्वतजनों का मंथन
  • राजीव एकेडमी के निदेशक व विभागाध्यक्ष ने भी साझा किए विचार

मथुरा। नई दिल्ली स्थित इग्नू यूनिवर्सिटी कैम्पस में प्रबन्धन एवं राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 पर आयोजित दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस में देशभर के विद्वतजनों ने अपने-अपने विचार साझा किए। विद्वानों ने युवा पीढ़ी का आह्वान किया कि वे विदेशों की तरफ भागने की बजाय भारतीय शिक्षा पद्धति को अपनाएं। नई शिक्षा नीति पर आयोजित कॉन्फ्रेंस में राजीव एकेडमी के निदेशक प्रो. अभिषेक कुमार सिंह तथा विभागाध्यक्ष प्रबंधन डॉ. विकास जैन ने भी अपने सारगर्भित विचार व्यक्त किए।
प्रबन्धन एवं राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 विषय पर हुई राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में विद्वतजनों ने कहा कि अब शिक्षा में ऐसी नई चीजें लाई जाएं जिससे सम्पूर्ण शिक्षा तंत्र में पूर्ण सुधार हो सके। इस अवसर पर एआईसीटीई के चेयरमैन प्रो. टी.जी. सीतारमण ने बताया कि नई शिक्षा नीति से हमने अब तक क्या क्या उपलब्धियां हासिल कीं तथा आगे क्या-क्या सुधार करने हैं। डॉ. अतुल कोठारी (राष्ट्रीय सचिव शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास, नई दिल्ली) ने कहा कि आज का युवा नित नई ऊंचाईयों पर पहुंच रहा है। हमें अब युवाओं की शिक्षा के साथ भारत को विश्वस्तर पर स्थापित करना है।
प्रो. आलोक कुमार चक्रवाल कुलपति, गुरुघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर छत्तीसगढ़ ने अपने उद्बोधन में कहा कि शिक्षा में हमें नए आयाम जोड़ने होंगे। हमें युवाओं को बुलंदियों पर ले जाना है। प्रो. अभिषेक कुमार सिंह भदौरिया ने कहा कि नई शिक्षा नीति को लागू करके रोजगार के अधिक से अधिक अवसर पैदा करने होंगे। डॉ. जयेन्द्र सिंह जाधव (राष्ट्रीय संयोजक प्रबन्धन शिक्षा, शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास) ने कहा कि हम कक्षाओं में छात्र-छात्राओं के सामने पश्चिमी सभ्यता के उदाहरण देने से बचें। हम अपनी कक्षाओं में छात्र-छात्राओं को भारतीय मूल से जुड़े उद्योगपतियों के उदाहरण दें।
डॉ. जाधव ने भगवान श्रीकृष्ण को विश्व का सर्वोच्च मैनेजमेंट गुरु बताते हुए कहा कि भारतीय सभ्यता के वे सर्वोच्च प्रबंधन के ज्ञाता थे। हमें श्रीकृष्ण के उदाहरण कक्षाओं में देने चाहिए। डॉ. आलोक चौबे (कुल सचिव इग्नू) ने कहा कि हमारा युवा विदेश खासकर पश्चिमी देशों की ओर भाग रहा है जबकि हमारी पद्धति और गुरुकुलों का प्रबंधन आज भी सबसे उत्तम है।
उन्होंने कहा कि तक्षशिला और नालन्दा विश्वविद्यालय विश्व के प्रथम विश्वविद्यालय थे जहाँ विदेशों से कई हजार विद्यार्थी अध्ययन करने आया करते थे तथा उन्हें कई प्रकार के विषयों की शिक्षा दी जाती थी। युवा पीढ़ी को आज पश्चिम की ओर भागने की बजाय उसे अपने अतीत को देखकर कार्य करना चाहिए। राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में न्यू एज्यूकेशन पॉलिसी-2020 पर कई अन्य विद्वानों ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए। अंत में प्रो. उमा कांजीलाल (कुलपति इग्नू) ने देशभर से आए सभी विद्वतजनों का आभार माना।

संस्कृति आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज की राष्ट्रीय सेमिनार में गंभीर मुद्दों पर हुई चर्चा

मथुरा। संस्कृति आयुर्वैदिक मेडिकल कॉलेज व हॉस्पिटल में दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। संस्कृति आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज के द्रव्यगुण विज्ञान विभाग व रस शास्त्र भैषज्य कल्पना विभाग के संयुक्त तत्वाधान में ‘फार्माकोविजिलेंस, एडवर्स ड्रग रिएक्शंस व ड्रग आईडेंटिफिकेशन'(“औषधियम -2024”) विषय पर इस सेमिनार का आयोजन किया गया।
इस दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार में विशेषज्ञ वक्ता प्रो. रवि नारायण आचार्य डायरेक्टर जनरल, सीसीआरएएस, आयुष मंत्रालय, नई दिल्ली द्वारा बताया गया कि फार्माकोविजिलेंस का मुख्य उद्देश्य सभी प्रकार की औषधियां का सुरक्षित व उचित उपयोग करना है| उन्होंने बताया कि औषधि लेने के बाद किसी भी तरह के होने वाले अवांछित दुष्प्रभाव की पहचान कर, उनका विश्लेषण व मानकीकरण करना, रिपोर्टिंग करना तथा भविष्य मैं औषधीयों का प्रतिकूल प्रभाव नहीं हो उसके लिए किन उपायों को अपनाना चाहिए।
प्रो. सुदीप्त कुमार रथ डीन, इंट्रडिसीप्लिनरी स्टडीज व विभागाध्यक्ष द्रव्य गुण विज्ञान विभाग, राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान, जयपुर ने कहा कि दवाओं के दुष्प्रभाव की किस तरह से रिपोर्टिंग व मॉनिटरिंग करना चाहिए, इसको अच्छी तरह से समझना होगा। उन्होंने आयुर्वेद में फार्माकोविजिलेंस की आवश्यकता, जड़ी-बूटियों के बढ़ते वैश्विक उपयोग, सुरक्षा संबंधी चिंताओं, औषध गुणवत्ता की समस्याओं, नियामक आवश्यकताओं और प्रभावशीलता व सुरक्षा जैसे विषयों पर बारीक जानकारी देते हुए कहा कि इसको सुनिश्चित करने के लिए वैज्ञानिक प्रमाण की जरूरत है। साथ ही औषधीयों के परस्पर प्रभाव व प्रतिकूल दुष्प्रभावों की निगरानी व मानकीकरण सुनिश्चित करना आदि विषयों पर भी उन्होंने विस्तार से चर्चा ।
अतिथि वक्ता डॉ. अजयन सदानंदन प्रेसिडेंट, इंडियन मेडिकल हेरिटेज, कांजीकोडे, पलक्कड़, केरल द्वारा फील्ड विजिट में औषधीयों की सटीक पहचान व उनकी चिकित्सकीय उपयोगिता के बारे में व्यवहारिक जानकारी दी। साथ ही वृक्षायुर्वेद व ऑर्गेनिक फार्मिंग पर विस्तार से बताया। इस दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का मूल उद्देश्य आयुर्वेदिक औषधियां की पहचान में ज्ञान वृद्धि, वैज्ञानिक प्रमाणीकरण को बढ़ावा देना, फार्माकोविजिलेंस की आवश्यकता, उद्देश्य, औषधीय के प्रतिकूल व अवांछित दुष्प्रभाव की पहचान, विश्लेषण, मॉनिटरिंग व रिपोर्टिंग करना आदि विषयों पर विद्यार्थियों को बारीक से बारीक जानकारी उपलब्ध कराना था। इस दृष्टि से सेमिनार अपने उद्देश्यों में काफी हद तक सफल रही।
संगोष्ठी में भाग लेने वाले यूजी, पीजी पीएचडी स्कॉलर्स व अन्य प्रतिभागियों ने विशेष वक्ताओं के व्याख्यानों के माध्यम से उपयोगी जानकारी प्राप्त की तथा इन महत्वपूर्ण जानकारी को लोगों तक पहुंचाने का संकल्प लिया। सेमिनार का शुभारंभ संस्कृति यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति डॉ. सचिन गुप्ता द्वारा, कुलपति डॉ. एमबी चेट्टी व सीईओ डॉ. मीनाक्षी शर्मा द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। उद्घाटन के दौरान संस्कृति आयुर्वेद मेडिकल कालेज एवं हास्पिटल के प्राचार्य डॉ. एम. मोहनन (ऑर्गेनाइजिंग चेयरपर्सन) व विभागाध्यक्ष डॉ. वी वी रामा राव (आर्गैनाइजिंग सेक्रेटरी) व अन्य संकाय सदस्य डॉ. दिलीप पात्ति, डॉ. इ वी रेड्डी, डॉ. प्रतिभा, डॉ. लक्ष्मी, डॉ. अनीश, डॉ. अनिला, डॉ. सुरभि आदि उपस्थित रहे। सेमिनार में लगभग 350 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया ।

बीएसए डिग्री कॉलेज प्रबंधन समिति के पदाधिकारी द्वारा अवैध रूप से धन निकासी को लेकर एसटीएफ की आर्थिक अपराध शाखा करेगी जांच

मथुरा। बी एस ए कॉलेज मथुरा के खातों से गैरकानूनी ढंग से श्री अग्रवाल शिक्षा मंडल के मंत्री द्वारा धनराशि अन्य संस्थाओं के खातों में हस्तांतरित करने की शिकायत पर पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश ने जांच के लिए स्पेशल टास्क फोर्स आगरा को नियुक्त किया है। एस टी एफ ने जांच प्रारंभ करते हुए मंत्री किशोर कुमार अग्रवाल एवं शिवम अग्रवाल को तीन दिन के अंदर आगरा पुलिस लाइन में सभी कागजात के साथ उपस्थित होने के निर्देश दिए हैं। बताया जाता है इस मामले की शीघ्र जांच आर्थिक अपराध शाखा उत्तर प्रदेश द्वारा भी की जाएगी। इस कार्यवाही से कालेज के कथित प्रबंधन में हड़कंप मच गया है। टीचर्स एसोसिएशन बी.एस.ए.कॉलेज, मथुरा के अध्यक्ष, महामंत्री द्वारा गृह सचिव एवं पुलिस महानिदेशक लखनऊ को शिकायती पत्र प्रेषित किया गया था जिसमें उल्लेख किया गया था कि महाविद्यालय में कुलपति डॉ. बी.आर. अम्बेडकर विश्वविद्यालय, आगरा द्वारा अस्वीकृत/अनानुमोदित प्रबन्ध तन्त्र द्वारा बीएसए कॉलेज के खातों से अनाधिकृत रूप से श्री अग्रवाल शिक्षा मण्डल (रजि.) मथुरा जिसके कि मंत्री किशोर कुमार अग्रवाल (कोयला वाले) है के खातों में एवं उनकी अन्य संस्थाओं के खार्तों में हस्तानांतरित की गई करोड़ों रूपये की धनराशि गंभीर वित्तीय अनियमितता एवं भ्रष्टचार की श्रेणी में आता है। टीचर्स एसोसिएशन की शिकायत का संज्ञान लेकर पुलिस महानिदेशक ने उक्त प्रकरण की जांच हेतु स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) फोल्ड यूनिट आगरा को नामित किया है। स्पेशल टास्क फोर्स मधुरा ने अपने पत्र 12 दिसम्बर 2024 को किशोर कुमार अग्रवाल एवं शिवम अग्रवाल पुत्र किशोर कुमार अग्रवाल को पत्र प्रेषित करते हुए उन्हें तीन दिवस के अन्दर स्पेशल टास्क फोर्स पुलिस लाइन आगरा पर प्रातः 11:00 बजे उपस्थित होने हेतु निर्देशित किया है। विश्वस्त सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि उक्त प्रकरण की जांच आर्थिक अपराध शाखा उ.प्र.द्वारा भी निकट भविष्य में की जायेगी। संज्ञान में यह भी आया है कि किशोर कुमार अग्रवाल एवं शिवम अग्रवाल के अतिरिक्त विनोद गर्ग एवं उनके अन्य सहयोगियों को भी एसटीएफ फील्ड यूनिट आगरा द्वारा उपस्थित होने हेतु पत्र प्रेषित किये गये हैं। अब यह निश्चित है कि महाविद्यालय में की गई गंभीर वित्तीय अनियमितताओं की वास्तविक जांच एसटीएफ द्वारा की जायेगी और दोषियों के विरूद्ध संगीन धाराओं में कड़ी कार्यवाही होगी जिससे कि भविष्य में इस तरह की पुनरावृत्ति न हो।