Friday, May 2, 2025
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फिर महंगा हुआ गैस सिलेंडर, प्रति सिलेंडर 73 रुपये की बढ़ोतरी की हुई बढ़ोतरी

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नई दिल्ली। एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में एक बार फिर से बढ़ोतरी की गई है। सरकारी तेल कंपनियों ने गैस सिलेंडर की कीमतों में 73.5 रुपये प्रति सिलेंडर का बढ़ा दिया है। कंपनियों ने इस महीने सिर्फ कॉमर्शियल गैस की कीमतों में बढोतरी की है। वहीं, घरेलू रसोई गैस सिलेंडर पुरानी दर पर ही मिलेंगे। दिल्ली में 19 किग्रा कमर्शियल गैस सिलेंडर का दाम 1,500 रुपये से बढ़कर 1623 रुपये प्रति सिलेंडर गए हैं।

जुलाई में घरेलू गैस सिलेंडर के दामों में हुआ था इजाफा

14.2 किलोग्राम वाले गैस सिलेंडर की कीमतें पिछले महीने वाली चलेंगी। जुलाई महीने में तेल कंपनियों ने घरेलू गैस सिलेंडर के दामों में 25.50 प्रति सिलेंडर बढ़ोतरी का एलान किया था। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 14.2 किलोग्राम बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर के दाम 834.50 रुपये हैं, वहीं, मुंबई में 834.50 रुपये, कोलकाता में गैस सिलेंडर का भाव 861 रुपये और चेन्नई में 850.50 रुपये प्रति सिलेंडर है।

नगर निगम की अनदेखी: कछुआ गति से चल रहे सीवर डालने का कार्य बना मुसीबत, लोगों में रोष

मथुरा। शहर के महोली रोड स्थित बलदेव पुरी कॉलोनी के सामने कछुआ गति से चल रहे सीवर लाइन डालने का कार्य लोगों की परेशानी का कारण बना हुआ। पिछले कई माह से चल रहे कार्य के कारण मार्ग में गडढे हो गए हैं। जिससे लोग दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। लगातार निगम की अनदेखी के चलते क्षेत्रीय लोगों में रोष व्याप्त है।

कालोनी निवासी रमेश यादव, रितिक, जयंत चौधरी का कहना है कि बरसात के मौसम होने के कारण गलियों में गहरे गड्ढे हो रहे हैं, जिनमें जलभराव जैसी स्थिति बनी रहती है। इन गड्ढों में वाहन फंस जाते हैं। वही राहगीर भी इन गड्ढों में गिर कर चोटिल हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि बिजली के बॉक्स भी पानी के अंदर लगे हुए हैं, जिसमें करंट फैलने का खतरा हर समय बना रहता है। जिसे देख स्थानीय नागरिकों में रोष व्याप्त है।

संजय शर्मा, सुरेन्द्र तिवारी का यह भी कहना है कि नगर निगम के द्वारा सीवर लाइन डाली जा रही हैं, जिससे महीनों से गड्ढा खोदकर तो पटक दिए गए हैं लेकिन ठेकेदारों की मनमानी के चलते कछुआ गति से कार्य चल रहा है। लोग काफी परेशानी का सामना कर रहे हैं।

मथुरा में यमुना का जलस्तर बढ़ा, तटवर्ती क्षेत्रों में मची हलचल, प्रशासन हुआ चौकन्ना

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मथुरा। पहाड़ों पर हो रही लगातार मूसलाधार बारिश के बाद मैदानी इलाकों की नदियां उफान लेने लगी है। दिल्ली में खतरे के निशान से ऊपर पहुंचे जल स्तर के बाद अब मथुरा में यमुना का जल स्तर लगातार बढ रहा है। इससे यमुना के तटवर्ती क्षेत्रों में रह रहे लोगों में खलबली मची है।


रविवार को हरियाणा के हथिनी कुंड से दो लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इससे पहले सात लाख क्सूसेक पानी छोड़ा गया था। इसका प्रभाव मथुरा में भी देखने को मिल रहा है। हालांकि अभी यमुना का जल स्तर खतरे के निशान से नीचे हैं। लेकिन यमुना में बढ़ते जल स्तर ने यमुना किनारे बसीं दर्जनों अवैध कालोनियों में खलबली मची है। लोग अपने सामान और घरों को सुरक्षित करने में जतन करने लगे हैं।


वहीं जिला प्रशासन ने यमुना के बढते जल स्तर को लेकर तटवर्ती क्षेत्रों में निगरानी शुरु कर दी है। निचले स्तर के गांव पर राजस्व विभाग की टीम लगातार नजर बनाए हुए हैं।

दो दिवसीय ताई कमांडो व कराटे चैम्पियनशिप का शुभारंभ, आठ राज्यों के 65 खिलाड़ियों के बीच होगा मुकाबला

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मथुरा। मथुरा के सरस्वती कुंड क्षेत्र स्थित नेशनल चैंबर भवन में दो दिवसीय ताई कमांडो और कराटे चैम्पियनशिप का आयोजन का शुभारंभ हुआ। इस प्रतियोगिता में देश के 8 राज्यों के प्रतिभागियों के बीच मुकाबला होगा।

ब्रज स्पोट्र्स अकादमी के तत्वावधान में आयोजित चैंनियनशिप में खेल के पहले दिन 65 खिलाड़ियों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया। कराटे एक प्राचीन कला है और पुराने समय मे इस पद्धति का स्तेमाल सुरक्षा के लिए किया जाता था। आज भी यह कला आत्म रक्षा का सबसे अच्छा माध्यम है। ख़ास तौर से युवतियों और महिलाओं के लिए यह कला आत्म रक्षा के लिए बेहद उपयोगी है।

प्रतियोगिता का उद्घाटन करते हुए पूर्व मंत्री और उत्तर प्रदेश के व्यपारी कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष रविकांत गर्ग ने किया उन्होंने कहा कि खेल में भारत की स्थिति पर भी दु:ख जताया उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों की गलती को आज देश भुगत रहा है। उन्होंने कहा कि यह कला हमारे लिए बेहद उपयोगी कला है। इस कला से हम अपनी सुरक्षा कर सकते है। तो वहीं थाना अध्यक्ष गोविंद नगर विजय कुमार ने खिलाड़ियों के जोश और प्रतिभा के लिए उन्हें प्रोत्साहित किया।

थाना अध्यक्ष गोविंद नगर विजय कुमार द्वारा बच्चों की प्रतिभा को जमकर सराहा गया। पार्षद धुर्व नारायण द्वारा सभी राज्य से आए कोच का सिस्टाचार परिचय कराया और उन्हें पकटा पहना कर सम्मान किया।

कार्यक्रम में शिरकत करते हुए हरीश कुमार शर्मा, राजेन्द्र शर्मा, अजय कुमार उन्नाव, अजीत कुमार लखनऊ , गणेश कुमार, भावुक यादव, सत्यवीर, पूरन सिंह मौजूद रहे। इस कार्यक्रम संचालन महेंद्र सिंह और अशरफ द्वारा किया गया।

युवा सोच दिवस: भारत शर्मा युवा सोच रत्न पुरुस्कार से सम्मानित

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मथुरा। युवा सोच आर्मी व युवा सोच भारत रिसर्च एसोसिएशन द्वारा एक अगस्त को युवा सोच दिवस के अवसर पर युवा सोच रत्न पुरस्कार का आयोजन कर किया जिसमें पूरे भारत वर्ष से 1200 हस्तियों का नामिनेशन किया गया था। जूरी मैंबर्स द्वारा दिए गए वोटों के आधार पर अट्ठाईस राज्यों के 101 अवार्डियों का चयन किया गया है। जिसमे मथुरा जनपद से एकमात्र युवा प्रतिभाशाली भारत शर्मा को युवा सोच रत्न 2021के लिए चयनित किया गया।

संस्थापक रोहित कुमार जोगी ने बताया की कोविड १९ को देखते हुए कार्यक्रम वर्चुअल जूम पर दोपहर 11 बजे से 2 बजे तक रखा गया जिसमें देश की जानी मानी हस्ती अतिथि के तौर पर उपस्थित हो रही है मुख्य अतिथि आईआरएस अमनप्रीत ज्वाइंट कमिश्नर इनकम टैक्स, विशेष अतिथि- मेजर जनरल पीके सहगल विशेषज्ञ, होनली अतिथि- कर्नल अशोक तारा वीर चक्र, विशिष्ट अतिथि- डॉ तनवीर जॉइंट हेड एमिटी इंस्टिट्यूट ऑफ़ फार्मेसी, एमिटी यूनिवर्सिटी नोएडा, प्रोफेसर राजीव चौधरी डीन स्टूडेंट वेलफेयर पंडित रविशंकर शुक्ला विश्वविद्यालय, अतिथि डॉ तिलक तनवर ऑथर गिनेस वर्ल्ड रिकॉर्ड, प्रदीप खैर टेड स्पीकर , मुख्य सहयोग कर्ता- डॉ गौरव शर्मा एजुकेशन सोसाइटी सोनीपत, हरियाणा योगेश कुमार सचिव ने कहा भारत युवाओं का देश है, किसी भी देश की रीढ़ उस देश का युवा होता है।

संंस्थापक रोहित कुमार ने बताया की मथुरा जनपद में प्रतिभाशाली युवा भारत शर्मा जनपद में विभिन्न सामाजिक एवम आध्यात्मिक कार्यों में विशेष रूप से संलग्न रहते है। राष्ट्र की समग्र जिम्मेदारी हमारे युवाओं के कंधों पर है। युवा सोच आर्मी व युवा सोच भारत रिसर्च एसोसिएशन सहयोगी संस्था जी सील एजुकेशनल सोसाइटी की मानवीय पहल के तहत नेकी की राह युवा सोच रत्न पुरस्कार 2021 – राष्ट्र के युवाओं के कौशल को मजबूत करने के लिए एक पहल की घोषणा करते हुए बहुत गर्व महसूस कर रही है।

भारत शर्मा

हमारे देश के युवाओं के लिए वस्तुतः एक नई पहचान और स्वयं के प्रेणादायक कार्यों को देश, समाज तक पहुँचा कर सम्मान प्राप्त करने का एक सुनहरा अवसर है, जो समाज या राष्ट्र के कल्याण के लिए लगन से सेवा कर रहे है उनसे अनेक और भी प्रेरणा ले, और राष्ट्र की समृद्वि में भागीदार बने, इसमे स्वयंसेवक, स्कूल पास आउट /कॉलेज के छात्रों / पेशेवर युवाओं के लिए अपने मानवता वादी कार्यो और समाज के लिए उत्कृष्ट कार्यो के लिए स्वयं की एक पहचान का शानदार अवसर है दिया गया है।

इस अवसर पर संचालन अभिषेक राय, जॉइंट सेक्रेटरी साधना भारद्वाज, समन्वयक हिमांशु भारद्वाज, गरिमा संस्थापक , लावण्या सदस्य आदि उपस्थित रहेे । भारत शर्मा के युवा सोच रत्न पुरुस्कार मिलने पर विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने हर्ष व्यक्त किया है। हर्ष व्यक्त करने वालो ने पंडित रामदेव भारद्वाज, इजी मनोज शर्मा, ब्रह्म कीर्ति दल के जुगेंद्र भारद्वाज, आचार्य रामविलास चतुर्वेदी, संजय पंडित, श्रीराम शर्मा आदि ने हर्ष व्यक्त किया है।

हर्षोल्लास से मनाई गई शहीद बबलू सिंह की पाँचवी पुण्यतिथि, गांववासियों ने दी श्रद्धांजलि

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विनीत उपाध्याय
फरह।
फरह ब्लाक के गांव झंडीपुर में आज सेना मेडल से सम्मानित शहीद बबलू सिंह की पांचवीं पुण्यतिथि पर उनके पैतृक गांव झंडी पुर में गांव के लोग व उनके क्षेत्र के लोगों ने हवन पूजन किया। शहीद बबलू सिंह अमर रहे अमर रहे के नारे लगाए व सभी ने शहीद बबलू सिंह की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि दी पौधारोपण किया साथ में कोविड-19 वैक्सिंन कैंप लगाया। बूढ़े जवान बच्चे महिलाओं सभी को वैक्सीन लगाने के साथ-साथ प्रसाद वितरण किया।


पुण्यतिथि के मौके पर बबलू सिंह के स्मारक स्थल पर उन्हीं की जाट रेजीमेंट सेना के उच्च अधिकारी मेजर एस के सिंह गोल की तरफ से सूबेदार जवाहर सिंह सीआईएसएफ इंस्पेक्टर गिरीश सिंह, अनिल कुमार बीएसएफ महिपाल सिंह पुलिस लाइन मथुरा थाना फरह से एसएसआई सतवीर सिंह, राष्ट्रीय लोक दल पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष व जिला पंचायत अनूप चौधरी, ब्लाक प्रमुख अनिल सिंह, डॉ अशोक अग्रवाल, ठाकुर सुरेश सिंह तरकर, महिपाल सिंह, भगवान सिंह, प्रेम सिंह प्रधान, लाल सिंह ने शहीद बबलू सिंह की प्रतिमा पर फूल अर्पित करके उनको श्रद्धांजलि अर्पित की।

श्रद्धांजलि अर्पित के समय शहीद बबलू सिंह के पिताजी मलूका राम

वह शहीद की पत्नी वीरांगना रविता देवी बच्चे द्रोणा चौधरी गरिमा चौधरी शहीद के भाई निर्भय सिंह हरिओम चौधरी सतीश चौधरी बहन अंजना. तारा बाबा फौजी बच्चों से कम से रोहतांग हरदम सिंह देवेंद्र सिंह प्रेम ठेकेदार तोरण सिंह जी तो रोहन सुखपाल प्रदान महावीर राधे नवाब मुकेश फौजी विक्रम सिंह कृष्ण वीर अजीत सिंह व समस्त झंडीपुर ग्राम वासियों ने शहीद बबलू सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की।

नरेन्द्र मोदी और पार्टी के खिलाफ बागी तेवर वरुण गांधी को पड़े भारी, ऐसे हुआ नेता का अज्ञातवास

नई दिल्ली। मोदी सरकार में मंत्री मेनका गांधी के बेटे वरुण गांधी ने अपनी राजनीति की शुरुआत ताई सोनिया गांधी के खिलाफ की थी। मेनका गांधी ने इंदिया के रहते हुए ही घर छोड़ दिया था। बाद में उन्होंने भाजपा के साथ राजनीति में कदम रखा। भाजपा को भी सोनिया की काट के लिए कोई नेता चाहिए थी और ऐसे में परिवार की बहू से बेहतर कौन हो सकता था? मेनका गांधी के बाद उनके बेटे वरुण गांधी ने भी राजनीति में एंट्री की और देखते ही देखते भाजपा के बड़े नेताओं में शामिल हो गए।


वरुण गांधी को लेकर कई तरह के सवाल खड़े होते हैं। शायद अब वरुण और भाजपा के बीच की खाई गहरी भी नजर आती है। वरुण काफी बेबाकी से अपनी बात रखते हैं। साल 2014 में वरुण गांधी को भाजपा महासचिव और पश्चिम बंगाल का प्रभारी बनाया गया था। यहां नरेन्द्र मोदी की एक विशाल रैली हुई थी। पार्टी नेताओं ने इस रैली में दो लाख लोगों के आने का दावा किया था। लेकिन वरुण ने पार्टी लाइन से अलग बयान दिया था।


नरेन्द्र मोदी के रैली के बाद वरुण गांधी ने कहा था कि यह ठीक ठाक था… वहां 40 से 50 हजार के करीब लोग थे। आप लोगों को गलत आंकड़े लि रहे हैं। यह सच नहीं है कि दो लाख लोग पहुंचे थे। भीड़ तो सिर्फ 40- 50 लोगों की थी। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजप को ऐतिहासिक बहुमत मिला और प्रधानमंत्री की कुर्सी पर नरेन्द्र मोदी बैठे7 इसके बाद मेनका गांधी को कैबिनेट मंत्री बनाया गया, लेकिन वरुण को बागी तेवर दिखाने का अंजाम भुगतना पड़ा।

चुनाव के बाद अमित शाह को भाजपा अध्यक्ष बना दिया गया। पार्टी में परिवार के एक सदस्य को एक पद को हवाला देते हुए वरुण गांधी को भाजपा महासचिव के पद से हटा दिया गया। इसके बाद वरुण और पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के बीच दूरी बढ़ती चली गई। सत्याग्रह की रिपोर्ट के मुताबिक, वरुण को अमित शाह के करीबी नेता घमंडी और महत्वाकांक्षी भी मानते हैं। यही वजह है कि वह अमित शाह की फेवरेट लिस्ट में फिर नहीं बैठते।


इसके अलावा वरुण गांधी के नाम भी ‘गांधी’ है। लेकिन नेता इसके खिलाफ खुलकर बोलते हैं। पार्टी में वरुण गांधी को बड़ा पद देने से पार्टी को दिक्कत का भी सामना करना पड़ रहा था। यही वजह रही कि वरुण लगातार पार्टी से दूर होते गए और 2019 के चुनाव के बाद तो मेनका और वरुण दोनों में से किसी को भी मोदी मंत्रीमंडल में जगह नहीं दी गई। कयास लगाए जा रहे थे कि हाल ही में हुए मंत्रिमंडल विस्तार में वरुण गांधी अच्छा पद पा सकते हैं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

यहां शादी के बाद दुल्हन नहीं बल्कि दूल्हे की होती है विदाई

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भारत को अनेकता में एकता की भूमि कहा जाता है। हमारी संस्कृति, विचार, खान-पान और रहन-सहन का तरीका बाकी दुनिया से बहुत अलग है। ये सभी खास चीजें भारत को दूसरे देशों से अलग बनाती हैं। लेकिन, क्या आपने कभी किसी ऐसे समुदाय के बारे में सुना है जहां शादी के बाद दुल्हन दूल्हे के घर नहीं जाती बल्कि दूल्हा दुल्हन के घर रहता है।

हम बात कर रहे हैं मेघालय की खासी जनजाति की, पूर्वोत्तर भारतीय राज्य मेघालय में खासी समुदाय महिलाओं के अधिकारों का सबसे अच्छा उदाहरण माना जाता है। इस राज्य की लगभग 25 प्रतिशत आबादी इसी समुदाय की है और ये सभी समुदाय मातृसत्तात्मक हैं।

आपको जानकर हैरानी होगी कि इस समुदाय में माता-पिता की संपत्ति पर महिलाओं का पहला अधिकार होता है। परिवार की सबसे छोटी बेटी की जिम्मेदारी सबसे ज्यादा होती है और घर की संपत्ति की असली मालिक भी एक महिला ही होती है। इस समुदाय के लोगों को अपना जीवनसाथी चुनने की पूरी आजादी है। वहीं महिलाएं अपनी पसंद के किसी भी समय अपनी शादी तोड़ सकती हैं।

खासी जनजाति के अलावा मेघालय की अन्य दो जनजातियों (गारो और जयंतिया) में भी यही प्रथा है। इन दो जनजातियों में ये व्यवस्थाएं हैं। यहां भी शादी के बाद दूल्हा अपने ससुराल में रहता है। जहां देखा जाता है कि लड़का होना ज्यादा मनाया जाता है, वहीं इस समुदाय में इसका ठीक उल्टा होता है। इस समुदाय के लोगों का संगीत से विशेष लगाव होता है। वे गिटार, बांसुरी, ड्रम आदि जैसे विभिन्न वाद्ययंत्रों को गाते और बजाते हैं।

यहां जमकर शराब पीकर लोग कमा रहे हैं लाखों रुपए , बेहद दिलचस्प है मामला

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यह दुनिया अजीबोगरीब चीजों से भरी पड़ी है। इतना ही नहीं समय-समय पर लोग अजीबोगरीब हरकतें कर सुर्खियों में बने रहते हैं। हैरानी की बात यह है कि लोग इन सभी चीजों में गहरी दिलचस्पी भी दिखाते हैं। अब इस मामले को देखिए, क्या आपने कभी सुना है कि लोग जमकर शराब पीने के बदले लाखों रुपये कमाते हैं। यह सुनकर आपको अजीब लग रहा होगा। लेकिन, आजकल चीन में कुछ ऐसा ही हो रहा है। लोग लाइवस्ट्रीम के जरिए जमकर शराब पीते हैं और इससे मोटी कमाई करते हैं। तो आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला?

हम सभी जानते हैं कि इन दिनों दुनिया में ऑनलाइन की लोकप्रियता बढ़ गई है। इससे लोगों की जिंदगी लगातार बदल रही है। कई लोगों की जिंदगी सुधर रही है तो कई बर्बाद हो रहे हैं। हालांकि चीन से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने सभी को हैरान कर दिया है. आजकल लोग ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए ऑनलाइन गेम खेलकर, सामान बेचकर, आइडिया देकर या कुछ और करके पैसे कमा रहे हैं।

इतना ही नहीं लोग इनके चाहने वालों को भी बढ़ा रहे हैं। लेकिन, आजकल चीन में लोग लाइवस्ट्रीम के जरिए जमकर शराब पी रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई लोग लाइव जाकर बीयर, व्हिस्की, वाइन और तरह-तरह के नशीले पदार्थों का सेवन करते हैं. फिर अपने प्रशंसकों का मनोरंजन करें। नतीजतन, उनकी लोकप्रियता बढ़ रही है और वे मोटी कमाई कर रहे हैं।

एक रिपोर्ट के मुताबिक ऐसा करके कई लोगों ने उनके लाखों फैन बना लिए हैं. बताया जा रहा है कि ऐसे लोग हफ्ते में चार-पांच बार लाइव आते हैं और शराब पीकर अपनों का मनोरंजन करते हैं. सबसे बड़ी बात ये है कि ऐसा करके वो लाखों कमा रहे हैं. हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि इसका असर एक्टर्स की सेहत पर भी पड़ रहा है. इससे पहले भी ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें कई लोगों की जान गई थी। पिछले साल, चीनी प्रशासन ने कुछ वीडियो पर प्रतिबंध लगा दिया था। लेकिन, एक बार फिर ऐसे मामले सुर्खियां बटोर रहे हैं।

देश का ऐसा अनोखा घर, जिस घर के दो दरवाजे खुलते हैं दो राज्यों में

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इस दुनिया में हमेशा कोई न कोई ऐसा मामला होता है, जिसके बारे में जानकर काफी हैरानी होती है। कभी-कभी इस पर विश्वास करना मुश्किल हो जाता है। अब एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है जिसने लोगों को झकझोर कर रख दिया है. यह मामला पंजाब और हरियाणा की सीमा पर स्थित एक घर का है, जिसमें एक दरवाजा पंजाब में और दूसरा हरियाणा में खुलता है। यह सुनकर आप हैरान रह गए होंगे और शायद आपको यकीन न हो। लेकिन, ये पूरी तरह सच है. तो आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला?

चाहे देश हो, राज्य हो या गांव, हर जगह सीमाएं होती हैं। जैसे-जैसे सीमाएं बदलती हैं, वैसे-वैसे चीजों की पहचान भी होती है। लेकिन, कभी-कभी सीमाओं की कहानी काफी दिलचस्प होती है। सूची में अब एक सदन शामिल है, जो सीमाओं के कारण चर्चा में है। बताया जा रहा है कि धर्मशाला से सटे एक मकान में 70 वर्षीय जगवंती देवी अपने पूरे परिवार के साथ रहती हैं। लेकिन, उनके घर को लेकर एक बड़ा मामला सामने आया है। क्योंकि, घर का एक दरवाजा पंजाब में और दूसरा हरियाणा में खुलता है। अब इस घर के बीच में एक दीवार खड़ी कर दी गई है। हालांकि दीवार खींचने के पीछे कोई पारिवारिक विवाद नहीं है बल्कि यह सरकारी दफ्तर की वजह से है।

रिपोट्र्स के मुताबिक, जगवंती देवी ने हाल ही में अपने घर का विस्तार किया था। नतीजा यह है कि इसका आधा हिस्सा हरियाणा राज्य के अंतर्गत आ गया है। उन्होंने तीन माह पहले बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन भी किया था। हालांकि जमीन की रजिस्ट्री उर्दू में है। जिस पर इसका विरोध किया गया। फिर पंजाबी भाषा में रजिस्ट्री हुई। इसका भी विरोध किया गया। तब इसे अंग्रेजी में पंजीकृत किया गया था। कयास लगाए जा रहे थे कि कनेक्शन मिल जाएगा। हालांकि बिजली विभाग ने इसका विरोध किया।

विभाग का कहना है कि यह घर दो राज्यों में बना है। जब तक दीवार नहीं बन जाती, कनेक्शन नहीं दिया जाएगा। इसलिए जगवंती को मजबूर होकर घर के बीच में दीवार बनानी पड़ी। यहां आपको बता दें कि पहले हरियाणा पंजाब से अलग होकर बना था। उस समय भी कई घरों में लकीरें खींची गई थीं। एक बार फिर मामला सामने आया और ऐसी समस्या खड़ी हो गई। दूसरी ओर दीवार खड़ी करते ही सास-बहू खिड़की से बात करती हैं। फिलहाल यह मामला पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।