Monday, October 20, 2025
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वी पी एस के छात्रों ने रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम में दिया अपनी प्रतिभा का परिचय

वृंदावन। शैक्षिक गतिविधियों में छात्रों को नए-नए अवसर प्रदान करने की श्रृंखला में विद्यालय द्वारा हर संभव प्रयास किया जाता रहता है। इसी क्रम में रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम वृंदावन में सोमवार को एक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें वी पी एस के छात्रों ने अपनी वाचन अभिव्यक्ति व स्वरचित कविता से निर्णायक मंडल का मन मोह लिया।
गौरतलब है कि रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम में प्रतिवर्ष युवाओं को प्रोत्साहन करने हेतु छात्रों के दक्षता व कौशल को परखने व निखारने हेतु प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है। जिसमें वी पी एस के छात्र बढ चढ़कर हिस्सा लेते हैं और विजयी सूची में अपना नाम दर्ज कराते हैं।
स्वरचित कविता प्रतियोगिता में कक्षा 11 से कृति अग्रवाल ने और ‘युवाओं में अपरिमित शक्ति’ विषय पर आयुष्मान दास, कामिनी सैनी और जागृति अग्रवाल ने जीत कर विद्यालय को गौरवान्वित किया। प्रतियोगिता के सफल आयोजन में सपना शर्मा, प्रियदर्शनी आचार्य ,दिनेश पोखरीवाल का विशेष योगदान रहा। विद्यालय की प्रधानाचार्य कृति शर्मा ने छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। समस्त विजयी छात्रों ने अपनी इस सफलता का श्रेय विद्यालय प्रबंधन और अपने गुरुओं को दिया।

राज्यस्तरीय खेल प्रतियोगिता में जीएल बजाज के छात्रों का शानदार प्रदर्शन

  • लखनऊ में आयोजित प्रतियोगिता में दो स्वर्ण सहित 6 पदक जीते

मथुरा। जी.एल. बजाज ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस मथुरा के छात्र-छात्राओं ने लखनऊ में सम्पन्न डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश की राज्यस्तरीय खेल प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन करते हुए दो स्वर्ण तथा चार रजत पदक सहित कुल 6 पदक जीतकर जनपद को गौरवान्वित किया। आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल, प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल, संस्थान की निदेशक प्रो. नीता अवस्थी तथा रजिस्ट्रार विपिन धीमान ने राज्यस्तरीय खेल प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन कर लौटे विद्यार्थियों को बधाई देते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
संस्थान के खेल अधिकारी लोकेश शर्मा ने बताया कि हाल ही में राजधानी लखनऊ में आयोजित डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश की राज्यस्तरीय खेल प्रतियोगिता में जीएल बजाज के विद्यार्थियों ने शानदार प्रदर्शन किया। संस्थान के 13 विद्यार्थियों ने राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया जिसमें दो स्वर्ण तथा चार रजत पदक जीते। शतरंज स्पर्धा में जहां शिवा गौतम ने स्वर्ण पदक जीता वहीं कोमल चौधरी ने लम्बीकूद में स्वर्णिम सफलता हासिल की। कोमल ने 100 मीटर फर्राटा दौड़ में भी रजत पदक जीता।
इसी तरह आलोक वर्मा ने शॉटपुट तथा डिस्कस थ्रो में चांदी के पदकों से अपना गला सजाया। टेबल टेनिस में संकल्प कुमार निषाद, प्रशांत शर्मा तथा दिनेश सिंह ने रजत पदक अपने नाम किया। खेल अधिकारी लोकेश शर्मा ने बताया कि इससे पहले आगरा में हुए जोनल स्पोर्ट्स फेस्ट में जी.एल. बजाज के छात्र-छात्राओं ने आठ स्वर्ण, चार रजत तथा दो कांस्य सहित कुल 14 पदक जीते थे। छात्र-छात्राओं ने अपनी इस सफलता का श्रेय संस्थान की निदेशक प्रो. नीता अवस्थी के प्रोत्साहन तथा खेल अधिकारी लोकेश शर्मा के कुशल मार्गदर्शन को दिया।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए जी.एल. बजाज के छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि आज के समय में खेल सिर्फ मनोरंजन का साधन नहीं बल्कि करियर का शानदार विकल्प भी हैं। डॉ. अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा कि खेल शारीरिक तथा मानसिक रूप से स्वस्थ रहने में मददगार होते हैं लिहाजा प्रत्येक छात्र तथा छात्रा को प्रतिदिन कुछ समय खेलों को देने का आह्वान किया। संस्थान की निदेशक प्रो. नीता अवस्थी ने कहा कि जी.एल. बजाज के छात्र-छात्राएं शिक्षा ही नहीं बल्कि अन्य गतिविधियों में भी जिस तरह सफलताएं हासिल कर रहे हैं, वह गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि संस्थान का उद्देश्य प्रत्येक विद्यार्थी का सम्पूर्ण व्यक्तित्व विकास करना है।

कराटे रॉयल चैलेंजर कप में खिलाड़ियों ने दिखाई प्रतिभा

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  • जी एल ए विश्वविद्यालय में हुआ कराटे रॉयल चैलेंजर कप का आयोजन

वृंदावन। कराटे फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित आठवां रॉयल चैलेंजर कप का आयोजन जी एल ए विश्वविद्यालय, मथुरा में 16 एवं 17 नवंबर को हुआ।
प्रतियोगिता में देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए प्रतिभागियों ने अपनी खेल प्रतिभा का प्रदर्शन कर दर्शकों को रोमांचित किया।
जी एल ए विश्वविद्यालय के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर एवं कराटे एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट विवेक अग्रवाल ने कहा कि आज के समय में आत्मरक्षा के साथ-साथ खेल के क्षेत्र में कराटे में भारत ने अपनी नई पहचान बनाई है।
कराटे एसोसिएशन ऑफ इंडिया के प्रेसीडेंट एवं विशेष अथिति बैकुंठ सिंह, विशिष्ठ अतिथि रॉयल चैलेंजस कप के टेक्निकल डायरेक्टर शिहन जयदेव शर्मा सहित आदि अतिथियों ने छात्र खिलाड़ियों का उत्साह वर्धन किया।

बलदेव रजवाहा के हाल-बेहाल से किसान परेशान, सिंचाई विभाग के अधिकारी नींद में

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  • निचली मांट ब्रांच गंग नहर के उच्चाधिकारियों ने नहीं किया निरीक्षण
  • अधिशाषी अभियंता बोले मेरे पास एक काम नहीं, बल्कि कई जिले

मथुरा/बलदेव : निचली मांट ब्रांच गंग नहर से निकलने वाले बलदेव रजवाहा के हाल बेहाल हैं। उच्चाधिकारी लीपापोती करने में जुटे हैं। रजवाहा के हाल बेहाल के बारे में JE, SDO, एक्सशियन, SE तथा चीफ इंजीनियर तक को अवगत कराया गया।

बीते दिनों बलदेव रजवाहा की सफाई हुई है। सफाई यह प्रतीत कर रही है कि मौके पर कोई अधिकारी उपस्थित नहीं था। रजवाहा की गंदगी किसानों के रास्ते पर डाल दी गयी, जिससे किसानों को काफी परेशानी हो रही है।

किसान पंकज बौहरे कहते हैं सफाई रजवाहा की कराई या किसानों का रास्ता अधिकारियों ने रोका है। इससे यह प्रतीत होता है कि अधिकारी कहीं समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं हैं। जबकि हाल बेहाल के बारे में छोटे अधिकारियों यानि JE से लेकर चीफ इंजीनियर तक को व्हाट्सएप एवं कॉल के माध्यम से अवगत कराया गया। SE तो दो दिन से फ़ोन ही अटेंड नहीं कर रहे हैं। SDO और SE ने फ़ोन अटेंड तक नहीं किया और न ही मौके पर पहुंचे।

किसान गोपाल पांडेय ने बताया कि निचली मांट ब्रांच गंग नहर के अधिकारियों से 150 बीघा चक के करीब 70 से 80 किसानों को सुगम रास्ता देने के लिए साफ रजवाहा की पटरी तथा एक छोटा अस्थाई या स्थाई पुल की मांग की, जिससे किसान पैदल अपने खेतों पर पहुंचकर फसल की रखवाली कर सकें और चारा आसानी से ला सकें, लेकिन उच्चाधिकारियों ने किसानों के सामने नियम कायदे गिना दिए। राम बौहरे कहते हैं कि नियम सिर्फ सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने किसानों का रास्ता रोकने के लिए बनाए हैं या फिर सभी के लिए, लेकिन ऐसा नहीं है। पास बने निजी पुलों पर ध्यान देना चाहिए। जबकि हम किसान तो सिर्फ एक छोटे पुल की मांग कर रहे हैं। इसमें भी अधिकारी किसानों को धता बता रहे हैं। पटरी तो ऐसी कर दीं हैं कि एक बार चारे का बोझ लेकर अधिकारी स्वयं निकल कर दिखाएं यह हम किसानों की मांग है। SE ने व्हाट्सअप के माध्यम से कहा है कि वह पिछले दो दिन से कॉन्फ्रेंस में हैं, किसानों की मांग के लिए एक्सशियन को कहा है।

वी पी एस में शिक्षक क्षमता कौशल सेमीनार में अध्यापकों ने सीखे शिक्षण के गुण

वृंदावन। छात्रों व शिक्षकों के मानसिक विकास व व्यक्तित्व में अभिवृद्धि करने हेतु विद्यालय द्वारा समय-समय पर विभिन्न प्रशिक्षण तकनीक को सिखाने हेतु विशेषज्ञों द्वारा सेमिनार का आयोजन होता रहा है। इसी श्रृंखला में आज मथुरा मार्ग स्थित वृंदावन पब्लिक स्कूल में एक सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसका उद्देश्य छात्रों के लिए अधिगम वातावरण को आनंददायक बनाने के टिप्स देना रहा। जिसके अंतर्गत जीवन जीवन कौशल व नैतिक मूल्यों पर आधारित शिक्षा देने पर बल दिया गया। साथी छात्रों के अंत में व्यक्तित्व को निखारने के लिए स्तरीय तकनीकी बताई गई जिससे छात्रों का चहुमुखी विकास हो सके। कार्यक्रम का संचालन रिचा दुबे द्वारा किया गया। समस्त वी पी एस परिवार की उपस्थिति सराहनीय रही।

राष्ट्रीय कॉन्क्लेव में विशेषज्ञ चिकित्सकों ने हड्डियों की मजबूती पर दिया जोर

  • के.डी. मेडिकल कॉलेज में भारत में गठिया और ऑस्टियोपोरोसिस पर हुई मंत्रणा

मथुरा। हड्डियां हमारे शरीर का सपोर्ट सिस्टम होती हैं। ये शरीर को आकार देने के साथ-साथ अंगों का भी बचाव करती हैं। हड्डियों की मजबूती से ही हमारा शरीर गतिशील हो पाता है लिहाजा हमें अपने दैनिक जीवन में स्वस्थ आहार, व्यायाम तथा सूर्य के प्रकाश का उचित सम्पर्क बनाए रखने की कोशिश करनी चाहिए। यह बातें शनिवार को के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर में आयोजित भारत में गठिया और ऑस्टियोपोरोसिस कॉन्क्लेव के छठे संस्करण में देश के जाने-माने चिकित्सकों ने बताईं। कॉन्क्लेव का शुभारम्भ प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल, डॉ. धनंजय गुप्ता, डीन और प्राचार्य डॉ. आर.के. अशोका तथा महाप्रबंधक अरुण अग्रवाल द्वारा मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर किया गया।
लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से शनिवार को के.डी. मेडिकल कॉलेज में आयोजित गठिया और ऑस्टियोपोरोसिस कॉन्क्लेव में विशेषज्ञ चिकित्सकों ने ऑस्टियोपोरोसिस और गठिया उत्क्रमण पर विस्तार से जानकारी दी। चिकित्सकों ने बताया कि गठिया की समस्या का निदान सिर्फ सर्जरी ही नहीं है बल्कि कुछ दवाओं और इंजेक्शन द्वारा भी समस्या से निजात पाई जा सकती है। कॉन्क्लेव के अध्यक्ष डॉ. धनंजय गुप्ता ने अपने उद्बोधन में कहा कि ऑस्टियोपोरोसिस एक ऐसी बीमारी है जो हड्डियों को कमजोर बना देती है। इससे मामूली सा गिरने या टकराने पर भी हड्डी टूटने का जोखिम बहुत बढ़ जाता है। इस बीमारी के कोई स्पष्ट लक्षण नहीं होते, इसलिए बहुत से लोगों को तब तक पता नहीं चलता कि उन्हें ऑस्टियोपोरोसिस है जब तक कि उन्हें फ्रैक्चर न हो जाए। फ्रैक्चर जीवन की कार्यशैली को बदल देता है। ऑस्टियोपोरोसिस और गठिया के प्रति असावधानी असहनीय दर्द के साथ जीवन भर की विकलांगता दे सकती है, इसलिए ऑस्टियोपोरोसिस को रोकना बहुत जरूरी है।
इस अवसर पर डॉ. मनीष चतुर्वेदी ने एनआईएचएफडब्ल्यू की योजनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। डॉ. चतुर्वेदी ने कहा कि चिकित्सा क्षेत्र बदलाव के दौर से गुजर रहा है। उन्होंने वैकल्पिक दवाइयों तथा स्वस्थ रहने के उपाय बताए। कॉन्क्लेव के आयोजन सचिव डॉ. विक्रम शर्मा ने विशेषज्ञ चिकित्सकों का स्वागत करते हुए कहा कि ऑस्टियोपोरोसिस के उचित प्रबंधन का महत्वपूर्ण हिस्सा शिक्षा है। हर कोई अपनी जीवनशैली में बदलाव लाकर ऑस्टियोपोरोसिस को विकसित होने से रोक सकता है। कॉन्क्लेव में विशेषज्ञ चिकित्सकों ने बताया कि मौजूदा समय में हड्डियों की कमजोरी को बिना सर्जरी दवाओं तथा इंजेक्शन से भी ठीक किया जा सकता है। दवाएं तथा इंजेक्शन रोगी की स्थिति को देखकर प्रयोग में लाना चाहिए।
कॉन्क्लेव में प्राचार्य और डीन डॉ. आर.के. अशोका, हड्डी रोग विभागाध्यक्ष डॉ. अमित रे, डॉ. अमित शर्मा (एलएचएमसी नई दिल्ली), डॉ. अनिल जैन (पूर्व डीन यूसीएमएस नई दिल्ली), डॉ. बी.एस. मूर्ति (धर्मशिला नारायना हॉस्पिटल), डॉ. धनंजय गुप्ता, डॉ. धनंजय साबत (एमएएमसी दिल्ली), डॉ. कामरान फारुकी (एम्स दिल्ली) डॉ. मनीष चतुर्वेदी (एनआईएचएफडब्ल्यू नई दिल्ली), डॉ. साहिल बत्रा (एम्स दिल्ली), डॉ. विवेक जांगिरा (एलएचएमसी नई दिल्ली), डॉ. विजय शर्मा (एम्स नई दिल्ली), डॉ. हर्षित जैन आदि ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किए।
कॉन्क्लेव को सफल बनाने में डॉ. अनुज ढींगरा, डॉ. विवेक चांडक, डॉ. प्रतीक अग्रवाल, डॉ. अमित कंसल, डॉ. आशुतोष अग्रवाल, डॉ. संजय त्रिपाठी, डॉ. प्रखर मित्तल, डॉ. संजीव गुप्ता, डॉ. हेमराज सैनी, डॉ. सौरभ वशिष्ट, डॉ. अमित अग्रवाल आदि का अहम योगदान रहा। इस अवसर पर के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर के विभागाध्यक्षों डॉ. अमित कुमार जैन, डॉ. श्याम बिहारी शर्मा, डॉ. गौरव सिंह, डॉ. वी.पी. पांडेय, डॉ. लीना गोयल, डॉ. मंजू पांडेय, डॉ. प्रणीता सिंह आदि ने बाहर से आए सभी चिकित्सकों के विचारों का समर्थन करते हुए उनका अभिनंदन किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अनन्या ने किया तथा आभार डॉ. विक्रम शर्मा ने माना।

संस्कृति यूनिवर्सिटी में मनाया गया विश्व रेडियोग्राफी दिवस

मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय में स्कूल ऑफ मेडिकल एंड अलाइड साइंसेज द्वारा आयोजित विश्व रेडियोग्राफी दिवस पर रेडियोलाजी पर इस क्षेत्र में प्रगति को लेकर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य की आधुनिक देखभाल में रेडियोलॉजिकल विज्ञान के महत्व पर प्रकाश डालने के लिए छात्रों, शिक्षकों की एक व्याख्यान प्रतियोगिता हुई।

कार्यक्रम की शुरुआत रेडियोलॉजिकल इमेजिंग तकनीक विभाग (आरआईटी) में सहायक प्रोफेसर सुश्री नंदिनी व्यास के स्वागत भाषण के साथ हुई। प्रो. नंदनी ने कार्यक्रम की रूपरेखा और विषय संबधी जानकारी दी। उद्घाटन भाषण के बाद मात्रामापी (डोसिमेट्री) में हालिया प्रगति पर सहायक प्रोफेसर आरआईटी नीतीश वर्मा ने श्रोताओं को विकिरण माप और सुरक्षा में अत्याधुनिक अंतर्दृष्टि के महत्वपूर्ण जानकारियां दीं।
कार्यक्रम के दौरान स्टूडेंट वेलफेयर विभाग के डीन डी. एस. तोमर ने मौलिक ज्ञान में पेशेवर अभ्यास को आधार बनाने के महत्व पर जोर दिया और छात्रों से अपने संबंधित क्षेत्रों की जड़ों से जुड़े रहने का आग्रह किया। उन्होंने विभिन्न स्वास्थ्य देखभाल विषयों के बीच सहयोग और साझा सीख के मूल्य पर प्रकाश डाला। सहायक डीएसडब्लू डॉ. पी.के. उपाध्याय ने उन चक्रों के बारे में बताया जो हमारे शरीर को जोड़ते हैं और जिनका बहुत गहरा अर्थ है। साथ ही उन्होंने सभी स्वास्थ्य देखभाल व्यवसायों के अंतर्संबंध पर बात करते हुए इस बात पर जोर दिया कि प्रत्येक पेशा वैज्ञानिक ज्ञान को आगे बढ़ाने और व्यापक रोगी प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
कॉलेज ऑफ एलाइड एजुकेशन एंड हेल्थ साइंसेज मेरठ के सहायक प्रोफेसर वीरेंद्र कुमार मौर्य इस कार्यक्रम में आनलाइन शामिल हुए। उन्होंने बीएससी रेडियोलॉजिकल इमेजिंग तकनीक के विषय पर व्याख्यान दिया। । उन्होंने रेडियोलॉजी में कैरियर के अवसरों, डायग्नोस्टिक्स में रेडियोलॉजिकल इमेजिंग के महत्व और क्षेत्र में कुशल पेशेवरों की बढ़ती आवश्यकता पर बहुमूल्य जानकारी प्रदान की।
संस्कृति यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार मनीष मिश्रा, नर्सिंग स्कूल के प्राचार्य डॉ. केके पाराशर, फिजियोथैरेपी विभागाध्यक्ष डॉ. आशीष चौहान, फिजियोथेरेपी के डॉ. गौरव सरवांग, रेडियोलॉजिकल इमेजिंग तकनीक के एचओडी जगदीश सर, ऑप्टोमेट्री के कार्यक्रम समन्वयक हर्ष ठाकुर और कार्यक्रम की संयोजिका सुश्री नंदिनी व्यास सहित स्कूल ऑफ मेडिकल एंड एलाइड साइंसेज के संकाय सदस्य ने विचार व्यक्त किए। योगेश कौशिक, ऋषभ दुबे, और डॉ. कौशलेंद्र सिंह ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया और इसकी सफलता में योगदान दिया।
शैक्षणिक सत्रों के अलावा मौखिक और पोस्टर प्रतियोगिताएँ भी हुईं। मौखिक प्रतियोगिता में बी.एससी. रेडियोलॉजिकल इमेजिंग तकनीक तृतीय सेमेस्टर की छात्रा अंजली शर्मा ने प्रथम, बी.एससी. रेडियोलॉजिकल इमेजिंग तकनीक सेमेस्टर की छात्रा प्रिया ने द्वितीय तथा बी.एससी. रेडियोलॉजिकल इमेजिंग तकनीक तृतीय सेमेस्टर की छात्रा माहिरा सिद्दीकी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। वहीं पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में छात्रा वंशिका ने प्रथम, खुशी शाक्य एवं प्रशांत चौहान ने द्वितीय तथा छात्रा रिद्दी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
कार्यक्रम का समापन रेडियोलॉजिकल इमेजिंग तकनीक के एचओडी डॉ. गौरव सरवांग के धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ।

जीवन जीने की कला सिखाती है भागवत : सुतीक्ष्ण दास

  • ठाकुर सनातन बिहारी के पाटोत्सव का विद्वत संगोष्ठी के साथ हुआ समापन

वृंदावन। ठाकुर सनातन बिहारी जी के पाटोत्सव का आज कार्तिक पूर्णिमा पर हवन यज्ञ, भंडारे एवं विद्वत गोष्ठी के साथ समापन हो गया। नाभा पीठाधीश्वर सुतीक्षण दास देवाचार्य महाराज ने कहा कि सनातन संस्कार धाम में अनेकों वर्ष से धार्मिक अनुष्ठान एवं सनातन धर्म को आगे बढ़ाने के लिए गतिविधियां चलती रहती हैं। सनातन बिहारी जी के पावन प्रांगण में जिस प्रकार से संतों एवं ब्राह्मणों समेत अभ्यागत तथा समाज के निम्न वर्ग के व्यक्ति का भी सम्मान किया जाता है। यह सराहना योग्य है। जगतगुरु बलराम दास देवाचार्य महाराज ने कहा कि श्रीमद् भागवत व्यक्ति को भागवत तत्व के साथ जीवन जीने की कला सिखाती है समता और एकता का दिव्य संदेश भागवत के माध्यम से भागवत भूषण आचार्य रामविलास चतुर्वेदी प्रदान कर रहे हैं।
महामंडलेश्वर भास्करानंद महाराज ने कहा कि भागवत को सदैव श्रवण करना चाहिए जैसे शरीर की पुष्टि भोजन से होती है ऐसे ही मन की शुद्धता और संतुष्टि भगवान की कथा से होती है। आचार्य कौशिक महाराज ने कहा कि भागवत के माध्यम से सनातन संस्कार धाम सभी संतो को आहुत करके उनका हमेशा सेवा करके अग्रणी स्थान प्राप्त करता है आचार्य बद्रीश महाराज एवं चतुर नारायण महाराज ने कहा कि सनातन बिहारी जी का यह दिव्य प्रांगण सनातन धर्म को आगे बढ़ाने में सदैव अग्रणी रहा है एवं माया की निवृत्ति हेतु मनुष्य को सदैव आगे बढ़कर अपने कल्याणार्थ काम करना चाहिए।
भागवत भूषण आचार्य राम विलास चतुर्वेदी ने कहा कि जिस प्रकार से आज वृंदावन में प्रदूषण बढ़ता चला जा रहा है यह चिंता का विषय है यमुना की शुद्धि, परिक्रमा की स्वच्छता एवं वृक्षारोपण करने की विशेष आवश्यकता है।
इस अवसर पर मनु श्री जी महाराज, बलराम आचार्य, बिहारी लाल वशिष्ठ, शंकर लाल गोयल, गिरधारी लाल खेतान, जितेंद्र सिंह राणा, आशीष अग्रवाल, श्याम सुंदर मुथरेजा, जितेंद्र शास्त्री, गुलशन चतुर्वेदी, बृजेश चतुर्वेदी, सिद्धार्थ त्रिपाठी, पवन शास्त्री, संदीप शास्त्री, रामकृपाल त्रिपाठी आदि उपस्थित रहे।

लाड़लेय ठाकुर संग ब्रजवासियों ने दी परिक्रमा

  • कार्तिक पूर्णिमा के दिन लाडलेय ठाकुर के साथ सप्तकोसीय परिक्रमा लगाते ब्रजवासी।

रिपोर्ट राघव शर्मा

बरसानाअष्ट सखियों के गांव के ब्रजवासियों ने हर साल की तरह ब्रजोद्धारक ब्रजाचार्य श्रील् नारायण भट्ट जी के लाडलेय् ठाकुर के साथ गुरुवार को राधारानी के अष्ट सखी गांवों की दो दिवसीय सप्तकोसीय परिक्रमा दी। इस दौरान बृजवासियों ने अष्ट सखी गांवों के लीला स्थलों के दर्शन किए।

गुरुवार को दो दिवसीय सप्तकोसीय परिक्रमा का शुभारंभ प्रियाकुण्ड से प्रातः सात बजे श्रील नारायण भट्ट के वंशज ब्रजाचार्य पीठ के प्रवक्ता घनश्यामराज भट्ट व ललितापीठाधीश्वर गोस्वामी कृष्णानन्द भट्ट के अगुवाई में लाडले ठाकुर के साथ भजन कीर्तन के साथ हुआ। अष्टसखी गांवों की ब्रज परिक्रमा प्रिया कुंड से प्रारंभ होकर गुलाब सखी की समाधी स्थल, गोपाल जी मंदिर गाजीपुर, प्रेम सरोवर, प्रेम बिहारी मंदिर, सुदामा कुटी, राम मंदिर, संकेत गांव में स्थित महाप्रभु की बैठक, कत्यानी मंदिर, संकेत बिहारी मंदिर, ठाकुर राधारमण जी मंदिर,

ब्रजेश्वर महादेव, रावल वन, पाडर वन, ब्रह्मचारी बगीचा, डभाला कात्यानी शक्ति पीठ, राधा रानी संखियों संग खेलन लीला स्थली नौवारी चौवारी, (गिर्राज जी के अनुज) गिर्राज गेंदुआ, मुरली के दर्शन करते हुए, रतन कुंड, छोटी कदम खंडी से दर्शन करते हुए, फिसलनी शिला, पुष्कर कूप, छप्पन कटोरा, ऊंचागांव श्रील् नारायण भट्ट जी की समाधि, त्रिवेणी कूप एवं देह कुंड का आचमन करते हुए श्री प्रिया जी की प्रधान सखी ललिता जी के दर्शन करते हुए दाऊजी मंदिर में दर्शन के पश्चात भोग प्रसाद ग्रहण कर विश्राम और उसके बाद प्रवचन का आनद लिया। उसके बाद यात्रा माता मैया दर्शन, सुलौखर, प्रिया कुंड, श्री प्रियेश्वर महादेव एवं हनुमान जी के दर्शन कर, गुलाब सखी, गोपाल जी मंदिर परिक्रमा, प्रेम सरोवर, राधा गोविंद जी, श्री प्रेम बिहारी दर्शन, श्री सुदामा कुटी, अहरी राम दरबार दर्शन करते हुए राणा की प्याऊ स्थित श्री हनुमान जी दर्शन, (रंगीली महल) कीर्ति मंदिर में कीरत माता के दर्शन करते हुए राधारानी मंदिर गेट पर बरसाना सप्तकोषीय परिक्रमा का विसर्जन हुआ। यात्रा में प्रमुख रूप से पीठाधीश्वर गोस्वामी उपेंद्र नारायण भट्ट, पीठ के प्रवक्ता गोस्वामी घनश्याम राज भट्ट, यात्रा के व्यवस्थापक समाजसेवी क्रांतिकारी पदम् फौजी, गोविंद मुनीम, रोहित भट्ट, गोस्वामी ठाकुर प्रसाद, अरुण भट्ट, सर्वेश भट्ट, गोस्वामी दिनेश नारायण भट्ट, मितुल भट्ट सहित हजारों की संख्या में ब्रजवासी शामिल थे।

दिव्य पर्वतों के दर्शन से यात्री हुए बहुत प्रसन्न

रिपोर्ट – राघव शर्मा

बरसाना राधा रानी ब्रज यात्रा ने भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं के साक्षी आदि बद्री के दिव्य पर्वत (नर पर्वत,नारायण पर्वत,मैनाक ,पर्वत,द्रोणाचल पर्वत कंनकाचल पर्वत, त्रिकूट पर्वत ,विंध्याचल पर्वत ,गंध मादन पर्वत, धवल गिरि,)तथा बदरी वन ,तपो वन ,मालती वन ,गंगोत्री यमुनोत्री योग माया मंदिर हर की पौढी हरिद्वार गज ग्राह शिला देव सरोवर आदि लीला स्थलों का दर्शन सभी यात्रियों ने किया ।यहाँ की दिव्य छटा ने सब को मंत्र मुग्ध कर दिया ।सभी यात्री बहुत ही प्रसन्न नज़र आ रहे थे।उन्हें लग रहा था मनों वे उत्तराखण्ड में विचरण कर रहे हों ।पर्वतों की चोटी पर बैठ कर सभी पर्वतों को मान मंदिर के ब्रज दास ने यात्रियों को दिखाया ।इस अवसर पर राधा कान्त शास्त्री ने बताया कि जिन लीला स्थलों के दर्शन आप कर रहे है यह ब्रज के विरक्त संत पद्म श्री रमेश बाबा की जीवन भर की तपस्या का फल है ।पर्वतों के सर्वनाश में लगे सैकड़ों खनन माफियाओं को बाबा ने लंबी लड़ाई के पश्चात यहाँ से भगा दिया था तब कही इनका दर्शन कर पारहे हैं ।उन्होंने कहा कि बाबा की यात्रा पर्यावरण रक्षण में अग्रणी है ।यात्रा के माध्यम से बहुत से आंदोलन किए गए हैं । पर्वतों की रक्षा में कभी कोई दिक्कत आएगी तो सभी यात्री कभी भी किसी भी बड़े आंदोलन में कूद सकते हैं । कल यात्रा पासोपा विलोंद होते हुए केदार नाथ जाएगी ।