Monday, October 20, 2025
Home Blog Page 64

राज्यस्तरीय कुश्ती प्रतियोगिता में पहलवानों के अनोखे दाव पेचों ने किया हैरान

0

मथुरा । नगर में आयोजित प्रदेश स्तरीय महिला एवं पुरुष कुश्ती प्रतियोगिता का आयोजन विशेष आकर्षण का केंद्र रहा । स्थानीय एवं प्रदेश के दिग्गज पहलवानों ने कुश्तियों के दौरान अपने परिश्रम,दमखम का जोरदार प्रदर्शन किया।
कुश्ती संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष कमल किशोर वार्ष्णेय ने बताया कि 3 दिवसीय प्रतियोगिता के दौरान महिलाओं एवं पुरुषों की अनेक कुश्तियों हुई जिसमें की अपनी विशेष तैयारियों के साथ खिलाड़ियों ने बहुत उम्दा प्रदर्शन किया । आयोजन में नगर के प्रतिष्ठित लोगो ने पहुंचकर पहलवानों का उत्साह वर्धन किया। कुश्तियों को देखने प्रतियोगिता में भाग ना लेने वाले नगर के खिलाड़ियों और जनता जनार्दन ने बड़े उत्साह के साथ बड़ी संख्या में उपस्थित होकर पहलवानों का उत्साह वर्धन किया।
प्रतियोगिता के दौरान अतिथि के रूप में पहुंचे वरिष्ठ पत्रकार किशन चतुर्वेदी ने कहा ब्रिज में कुश्ती की परम्परा आदि काल से है। यहां के पहलवान श्री कृष्ण के बड़े भाई दाऊजी को अपना आराध्य मानते है और उन्हीं की आस्था के अनुरूप पहलवानी का प्रशिक्षण लेते है। दाऊजी का आशीर्वाद ब्रिज के पहलवानों पर हमेशा बना रहता है।इस कुश्ती प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी पहलवानों को जो जीते है या हारे है बधाई देता हु और हारने वाले पहलवानों को विशेष रूप से कहना चाहता हु कि बिना हारे आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त नहीं होता वे निरंतर अभ्याश करे एक दिन उनकी जीत भी सुनिश्चित है।
ठा.आर के सिंह यदुवंशी पूर्व पहलवान ने खिलाड़ियों को कुश्ती के लिए बधाई और उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी और कहा कि हमारे लिए ये गर्व की बात है कि कुश्ती जैसे प्राचीन खेल में आप लोगों की इतनी रुचि है। में चाहता हूं आप अपने दम खम से देश की नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जीत हासिल कर भारत का नाम ऊंचा करे ।
विगत 3 दिन से चल रहे महिला व पुरुष कुश्ती चैम्पियनशिप के समापन समारोह में आज मुख्यातिथि तेजवंत जैन ( एमएम बिल्डर्स ) कार्यक्रम अध्यक्ष व प्रदेश उपाध्यक्ष कमल किशोर वार्ष्णेय, उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ के महासचिव सुरेश उपाध्याय,भाजपा जिलाध्यक्ष निर्भय पांडेय ,भाजपा महानगर अध्यक्ष घनश्याम लोधी, महासचिव जनार्दन पहलवान, जिलाध्यक्ष राजकुमार शर्मा,किशन चतुर्वेदी ( वरिष्ठ पत्रकार ) ठा.आर के सिंह यदुवंशी,देवेंद्र पहलवान,शिवाले पहलवान,ललित मोहन शर्मा,हरेकृष्ण भदौरिया, रामनिवास पहलवान,प्रसून जैन व प्रियांक पंडित,ध्रुव वार्ष्णेय, लाला पहलवान,अन्नू वैध,दीपक बडगुजर, सौरभ जैन,विनय शर्मा,कुलदीप गुर्जर,ब्रजमोहन सिंह,पूर्वांचल केसरी तेजबहादुर, दल्लन आजमगढ़, मयंकप्रताप सिंह,धर्म सिंह,भगवान सिंह,मोहन श्याम गुर्जर,सोनू पहलवान,निहाल सिंह, ओंकार सिसोदिया,कुमरपाल, हरदयाल एवं अन्य कुश्ती संघ के पदाधिकारी मौजूद रहे।।

महिलाओं को स्वावलंबी एवं आत्मनिर्भर बनाने के क्षेत्र में एक अनूठा कदम

0
  • सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय और भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान द्वारा उद्यमिता सह कौशल विकास कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ
  • वृंदावन सेवा संस्थान द्वारा संचालित केंद्र पर हुआ शुभारंभ

वृंदावन। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार और भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान उत्तर क्षेत्रीय कार्यालय लखनऊ द्वारा संभावित महिला उद्यमियों के लिए उद्यमिता सह कौशल विकास कार्यक्रम का शुभारम्भ वृन्दावन सेवा संस्थान, गोपाल वाटिका में किया गया l
कार्यक्रम का शुभारम्भ
जिला उद्योग केंद्र, मथुरा
के उपायुक्त रामेंद्र कुमार, वृन्दावन सेवा संस्थान के अध्यक्ष लक्षमण प्रसाद अग्रवाल, विश्वनाथ गुप्ता, संस्था की ट्रेनर सविता शर्मा , सानिया अब्बासी एवं भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान से प्रभु नारायण श्रीवास्तव द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया l
उपायुक्त रामेंद्र कुमार ने बताया कि संस्थान महिलाओं के लिए विशेष कौशल विकास प्रक्षिक्षण जो कि गारमेंट मेकिंग विषय में है यह छः सप्ताह का है। साथ ही कार्यक्रम में उद्यम प्रबंधन के मुख्य विषय जैसे उद्यमी के गुण, उद्यमी बनने के फायदे, उद्यम अवसर की पहचान एवं चयन, उद्यम स्थापना प्रक्रिया, समस्या समाधान, मार्केटिंग, किस कार्य के लिए किससे मिले इत्यादि और सरकार द्वारा स्वरोजगार को बढ़ावा देने हेतु चलाई जा रही योजनाओ की जानकारी दी जाएगी।
पी एन श्रीवास्तव ने बताया कि उनकी संस्था भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान, अहमदाबाद की स्थापना आई डी बी आई, स्टेट बैंक आफ इंडिया, आई सी आई सी आई और आई एफ सी आई द्वारा स्थापित किया गया है। यह संस्था पूरे देश में उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए शिक्षण, प्रषिक्षण और शोध का कार्य करती है।
लक्ष्मण अग्रवाल ने कहा कि आप महिलाएं प्रशिक्षण प्राप्त कर अपना उद्योग की स्थापना कर रोजगार देने वाली बनें जिससे आप अपने परिवार में आने वाली पीढ़ी को भी रोजगार दे सकें।
विश्वनाथ गुप्ता ने लोन प्रक्रिया के बारे में प्रतिभागियों को जानकारी दी। जिला उद्योग केन्द्र, मथुरा के अधिकारी ने सरकार द्वारा स्वरोजगार हेतु चलाए जा रहे योजनाएं जैसे पी एम ई जी पी, वी एस एस वाई, मुख्य मंत्री युवा रोजगार योजना, ओ डी ओ पी आदि की जानकारी प्रतिभागियों को दी । जिससे प्रतिभागी इन योजनाओं का लाभ उठा सकें l
चयनित 30 छात्राओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस प्रशिक्षण के बाद, प्रशिक्षु सरकारी योजनाओं एवम् बैंक ऋण आसानी से प्राप्त कर सकती हैं।

ईवी में आग लगने की समस्या से बचाएगी जीएलए के छात्रों की तकनीक, पेटेंट पब्लिश

  • इलेक्ट्रिक व्हीकल में आग लगने की समस्या का सुलझाने का विचार जीएलए के छात्रों ने किया साझा, पेटेंट हुआ पब्लिश

मथुरा : अक्सर देखा जाता है कि ईवी वाहनों में बैटरी का तापमान अधिक होने के कारण आग लग जाती है। ऐसी कई घटनाएं सामने भी आयी हैं। ऐसी समस्याओं के मद्देनजर जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर और छात्रों ने एक नई तकनीक का विचार पेश किया है, जिससे कहीं हद तक घटनाएं कम होंगी। छात्रों के विचार का पेटेंट पब्लिश हो चुका है।

जीएलए विश्वविद्यालय में मैकेनिकल विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. पीयूष सिंघल के दिशा-निर्देशन में छात्र अस्तित्व दुबे, यश अग्रवाल, लक्ष्मण सिंह ने एक ऐसी तकनीक विकसित करने का शानदार विचार पेश किया, जिसमें वाहन यात्रियों को इलेक्ट्रिक वाहन का बैटरी तापमान सेंसर के माध्यम बताया जा सकता है और इलेक्ट्रिक वाहन की बैटरी के अधिक गर्म होने की स्थिति में वाहन की बैटरी को ठंडा करने के लिए कूलिंग सिस्टम को सक्रिय किया जा सकता है। इससे वाहन में सवार यात्रियों की जान बचाई जा सकती है और बैटरी की लाइफ बढ़ाई जा सकती है।

प्रो. पीयूष सिंघल ने बताया कि ऑटोमोबाइल उद्योग के इस नए युग में इलेक्ट्रिक वाहन का युग है, जो इस बदलती दुनियां और पर्यावरणीय स्थिति में कुशल और प्रभावी है, लेकिन इलेक्ट्रिक वाहन अभी भी विकासशील चरण में हैं। इन वाहनों में ऐसी घटनाएं सामने आयी हैं, जिसमें बैटरी के ज्यादा गर्म होने के कारण कभी-कभी आग लग जाती है या धुंआ निकलने लग जाता है। इन वाहनों के प्रभावी उपयोग के लिए छात्रों ने एक ऐसी प्रणाली का विचार पेश किया है, जो एक तापमान सेंसर का उपयोग करके इलेक्ट्रिक वाहन की बैटरी के वास्तविक समय के तापमान को इंगित कर सकती है।

इस तकनीक के अन्तर्गत तीन अलग-अलग एलईडी बल्बों के माध्यम से बैटरी तापमान सीमा को इंगित करेगा। हरा एलईडी बल्ब 10 डिग्री सेल्सियस से 40 डिग्री सेल्सियस के बीच का तापमान है। पीला एलईडी बल्ब इंगित करेगा कि बैटरी का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से 80 डिग्री सेल्सियस के बीच है और लाल एलईडी बल्ब इंगित करेगा कि बैटरी का तापमान 80 डिग्री सेल्सियस और उससे अधिक है। हरी एलईडी इंगित करेगी कि बैटरी इष्टतम स्थिति में है। यह बल्ब वाहन में मीटर के पास होंगे। जब तापमान 40 से 80 के बीच होगा तो पूर्व शीतलन प्रणाली सक्रिय हो जायेगी और बैटरी के तापमान को इष्टतम स्थिति में बनाए रखने का प्रयास करेगी, जो कि 10 से 40 डिग्री सेल्सियस है।

छात्र यश अग्रवाल ने बताया कि जब लाल एलईडी बल्ब संकेत देना शुरू कर दे तो इसका मतलब है कि तकनीकी सहायता की आवश्यकता है और जो व्यक्ति वाहन में यात्रा कर रहे हैं वह वाहन से बाहर निकलें, जिससे यदि वाहन में आग लग जाए तो व्यक्ति की जान बच जाये।

डीन रिसर्च प्रो. कमल शर्मा ने बताया कि सब कुछ ठीक रहा तो छात्रों द्वारा सुझायी गयी तकनीक ईवी के लिए काफी फायदेमंद साबित होगी। इसका विचार पब्लिश होने के बाद इस पर कार्य किया जायेगा और पेटेंट ग्रांट के लिए फाइल की जायेगी।

किसी भी कार्य की सफलता के लिए आत्मविश्वास और निडरता जरूरी : बेतकेकर

  • परमेश्वरी देवी धानुका विद्यालय में हुआ सेमिनार का आयोजन
  • छात्र छात्राओं को दिए शैक्षणिक विकास तथा अध्ययन कौशल में वृद्धि के टिप्स
  • कई विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने की सहभागिता

वृंदावन। गौशाला नगर स्थित परमेश्वरी देवी धानुका सरस्वती विद्या मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में शैक्षणिक विकास तथा अध्ययन कौशल में वृद्धि के लिए विद्यार्थियों और शिक्षकों हेतु सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें विद्या भारती ब्रज प्रदेश के मथुरा संकुल के विद्यालयों ने भाग लिया। सेमिनार को संबोधित करते हुए विद्या भारती के पूर्व उपाध्यक्ष दिलीप बेतकेकर ने कहा कि शिक्षक को अपने विषय को कक्षा में बहुत ही सरल और सहज ढंग से प्रस्तुत करना चाहिए। शिक्षण में छात्र की सक्रियता बहुत जरूरी है। आनंदपूर्वक सीखना समय की मांग है। दो चरणों में आयोजित कार्यक्रम के प्रथम चरण में विभिन्न विद्यालयों से आए छात्रों को संबोधित करते हुए श्री बेतकेकर ने कहा कि किसी भी कार्य की सफलता के लिए आत्मविश्वास और निडरता जरूरी है। उन्होंने एक महिला का उदाहरण देते हुए कहा कि उसके हाथ नहीं होने के बावजूद वह हवाई जहाज उड़ाती है। वह सारे काम अपने पैरों से ही करती है। उन्होंने एक अन्य व्यक्ति का उदाहरण देते हुए कहा कि उसके न हाथ हैं और न ही पैर, फिर भी वह सारे अद्भुत काम करता है। इसलिए हमें हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए। छोटे-छोटे महत्वपूर्ण कार्यों को अच्छे से करना आदत बन जाती है और फिर आदतें हमारे संस्कार बन जाती हैं, इसलिए हमें सभी छोटे-छोटे व्यक्तिगत, पारिवारिक और सामाजिक कार्यों को अच्छे से करना चाहिए। रात को सोने से पहले अपने दांतों को ब्रश करना, नियमित स्नान करना, अपने कपड़ों को व्यवस्थित रखना, अपने कमरे को व्यवस्थित रखना आदि का अभ्यास करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मोबाइल फोन का सही इस्तेमाल अच्छा है लेकिन अत्यधिक इस्तेमाल हानिकारक है। बाजार में रेडीमेड खाद्य पदार्थ स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक हैं। घर का बना खाना और पेय ही स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।
द्वितीय चरण में सभी विद्यालयों के प्रधानाचार्य एवं आचार्यों को संबोधित करते हुए श्री बेतकेकर ने शिक्षण में आकर्षण और रोचकता का समावेश करने की आवश्यकता पर बल दिया और अनेक प्रयोगों एवं क्रियाकलापों को प्रयोगात्मक रूप से प्रदर्शित करते हुए छात्रों के लिए शिक्षण को सरल स्वीकार्य एवं उपयोगी बनाने की कला को विकसित करने पर जोर दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के प्रबंधक शिवेंद्र कुमार गौतम ने की। धन्यवाद ज्ञापन प्रधानाचार्य श्याम प्रकाश पांडे ने किया। कार्यक्रम में रामकली देवी सरस्वती विद्या मंदिर, केशवधाम सरस्वती विद्या मंदिर, श्यामसुंदर धानुका सरस्वती विद्या मंदिर, हनुमान प्रसाद धानुका, सत्यादेवी गर्ग और सरस्वती विद्या मंदिर, छाता इत्यादि विद्यालयों के छात्र छात्राओं ने सेमिनार के प्रश्नोत्तर सत्र में अपनी जिज्ञासाओं को भी रखा जिसका श्री बेतकेकर ने कुशलता पूर्वक समाधान किया। कार्यक्रम में विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्यों में लोकेश्वर प्रताप सिंह, शशांक तिवारी, नरेंद्र दत्त शर्मा, विजय लक्ष्मी सावंत आदि उपस्थित रहे।

जीएल बजाज के छात्र-छात्राओं ने समझीं उद्यमिता की गूढ़ बातें

  • मजबूत मानसिकता ही बनाती है इंसान को सफल उद्यमी

मथुरा। भारत एक ऐसा देश है जो अपनी विविध सांस्कृतिक परम्पराओं तथा आर्थिक विविधता के समृद्ध ताने-बाने के लिए जाना जाता है, जहां उद्यमशीलता की भावना एक एकीकृत शक्ति बन जाती है, जो नवाचार को बढ़ावा देती है तथा अर्थव्यवस्था के गतिशील विकास में योगदान देती है। युवाओं में बढ़ती उद्यमशीलता की ललक राष्ट्र के विकास को गति देने के साथ ही पारम्परिक बाजारों को डिजिटल बाजारों में बदलने का काम कर रही है। उद्यमशीलता ने भौगोलिक और क्षेत्रीय सीमाओं को पार कर लिया है। यह बातें राष्ट्रीय उद्यमिता दिवस पर छात्र-छात्राओं को कीनेटिक सेज टेक्नोलॉजीज के संस्थापक और सीईओ सर्वांग शुक्ला ने बताईं।
जीएल बजाज में राष्ट्रीय उद्यमिता दिवस पर हुई प्रेरक उद्यमी वार्ता में सर्वांग शुक्ला के साथ ही कीनेटिक सेज टेक्नोलॉजीज के सह-संस्थापक कुशाग्र शुक्ला ने भी अपने विचार साझा किए। उद्यमी वार्ता के शुभारम्भ से पूर्व याग्निक शर्मा ने अतिथियों सर्वांग शुक्ला तथा कुशाग्र शुक्ला का स्वागत किया। सर्वांग शुक्ला ने कहा कि मुंबई की चहल-पहल भरी सड़कों से लेकर बेंगलुरु के टेक हब और दिल्ली के सांस्कृतिक मेलजोल वाले इलाकों तक, भारत में उद्यमी सिर्फ कारोबारी नेता ही नहीं हैं, बल्कि बदलाव के आर्किटेक्ट भी हैं। उन्हें सिर्फ उनकी कॉर्पोरेट सफलताओं के लिए ही नहीं बल्कि उनके स्थानीय व्यवसायों और स्टार्टअप के लिए भी सम्मानित किया जाता है, जो समुदायों में बदलाव लाते हैं। वे सामाजिक चुनौतियों का समाधान करने तथा सामाजिक विकास और सकारात्मक बदलाव में योगदान देने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाते हैं।
कुशाग्र शुक्ला ने कहा कि भारत में राष्ट्रीय उद्यमिता दिवस कैलेंडर पर सिर्फ एक तारीख से कहीं बढ़कर है। गतिशील भावना को पहचानना राष्ट्र को आगे बढ़ाता है, जोखिम उठाने वालों, सपने देखने वालों तथा भारत के आर्थिक भाग्य को आकार देने वाले लोगों के हौसले को बढ़ाता है। उन्होंने छात्र-छात्राओं का आह्वान किया की वे उद्यमशीलता की यात्रा की विविधता को अपनाएं तथा व्यवसायों और पूरे समाज को बदलने के लिए विचारों की शक्ति को स्वीकार करें। सर्वांग शुक्ला और कुशाग्र शुक्ला ने अपने उद्यमी यात्रा के अनुभव साझा किए। इसके बाद छात्र-छात्राओं के विविध प्रश्नों का समाधान भी किया।
कुकी वर्सने ने राष्ट्रीय उद्यमिता दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि एक सफल उद्यमी बनने के लिए, अपने लक्ष्यों के प्रति एक मजबूत मानसिकता रखना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि मैं एक ऐसी दुनिया देखना चाहती हूँ जहाँ लिंग बाधा को तोड़ दे और योग्यता ही सफलता का एकमात्र मानदंड बन जाए। कार्यक्रम के अंत में सुमित अग्रवाल ने धन्यवाद ज्ञापित किया। अमित सिंह तथा समीक्षा ने अतिथियों का स्मृति चिह्न भेंटकर अभिनंदन किया। कार्यक्रम के समन्वय ब्रजेश कुमार उमर और विवेक भारद्वाज ने कार्यक्रम में सहयोग के लिए डॉ. शशि शेखर, वाइस प्रेसीडेंट, इंस्टीट्यूशन्स इनोवेशन काउंसिल (आईआईसी), सोनिया चौधरी तथा रामदर्शन सारस्वत का आभार माना।

कातिलों के कातिल यारों के यार बड़े ही जीदार

विजय गुप्ता की कलम से

     मथुरा। इनकी दोस्ती कातिलानी, इनकी दुश्मनी कातिलानी, इनकी नजर कातिलानी इनकी हर अदा में कातिलाना पन समाया हुआ है। और तो और उम्र को गच्चा देने के मामले में भी ये बड़े ही कातिल हैं। इन्होंने रेखा और हेमा मालिनी तक को पीछे धकेल रखा है। जीवन की सत्तर सीढियों तक पहुंच कर भी सत्रह वालों तक को जमीन सुंघाने की कुब्बत रखते हैं।
     नाम है इनका महेश पाठक दूसरा उपनाम है “नानू”। नानू नाम पर बटन दबाते ही इनकी जन्मपत्री खुल जाती है। ना ये एम.पी. हैं, न एम.एल.ए. और ना ही मिनिस्टर पर अपनी निराली अदाबाजी के कारण इनसे भी आगे बहुत कुछ हैं। इनका सबसे निराला अंदाज है “जब प्यार किया तो प्यार किया जब नफरत की तो नफरत की, इनका सिद्धांत है आपको ना मानें ताके बाप को ना मानें”।
     अब इनके बारे में ज्यादा बताने जताने की कोई जरूरत नहीं। दुनियां वाले जानते हैं कि महेश पाठक कौन है? और क्या उसकी क्षमताएं हैं? बस इतना जरूर कहूंगा की बचपन से लेकर अब बुढ़ापे तक। क्षमा करें मैं बुढ़ापा गलत लिख गया। भूल सुधार करते हुए बुढ़ापे की जगह सत्तर सीढ़ी चढ़ने तक किए देता हूं। यानी पांच  छः दशकों से इन्होंने अपना झंडा फहरा रखा है वह मथुरा के इतिहास में बेमिसाल है। हर वर्ष की तरह कंस का मेला आ गया। कंस को मारने वालों की अगुवाई लंबे समय से कर रहे हैं। कंसों के वध के तो ये पुराने शौकीन हैं ही।
     अंत में एक बात और कह कर लेखनी को विराम देता हूं कि इनके यहां पित्रों की बड़ी जबरदस्त मानता है। शायद पित्र भक्ति की शक्ति ही इनके साथ रहती है। इनकी पित्र भक्ति को मेरा सलाम।

सनातन धर्म संसद के लिये हुआ भूमि पूजन, किया सुंदरकाण्ड का पाठ

  • भागवत कलशों के साथ 15 को निकलेगी सनातन यात्रा
  • 16 नवम्बर को सनातन धर्म संसद में जुटेंगे देशभर के संत और सनातनी
  • सनातन बोर्ड के गठन को लेकर देवकीनंदन महाराज ने बुलाई है सनातन धर्म संसद

वृंदावन/दिल्ली । 16 नवम्बर को होने वाली सनातन धर्म संसद’l के लिये भूमि पूजन कर धर्मध्वजा स्थापित की गयी है । ध्वजपूजन पश्चात सुन्दर काण्ड का पाठ किया गया । विशाल आयोजन के लिये बड़ी संख्या में कारीगर पण्डाल एवं मुख्य मंच बनाने में लगे हैं । धर्म संसद से पूर्व सनातन न्यास फाउन्डेशन के अध्यक्ष देवकीनंदन महाराज भागवत सनातन यात्रा निकालेंगे। वहीं 16 नवम्बर को बड़ी संख्या में देशभर से संत-कथाकार एवं सनातनी दिल्ली पहुँचेगें ।
आपको बताते चलें कि देवकीनंदन ठाकुरजी महाराज द्वारा वक्फ बोर्ड की तरह सनातन बोर्ड के गठन, श्रीकृष्ण जन्मभूमि निर्माण जैसे विषयों के साथ सनातन धर्म पर हो रहे कुठारघातों पर रणनीति तय करने के लिये संत-कथाकार एवं सनातन धर्मालम्बियों की एक सनातन धर्म संसद बुलाई गयी है ।
रविवार को पश्चिमी घोंडा दिल्ली में करतार नगर के सामने यमुना खादर चौथा-पांचवां पुस्ता रोड स्थित आयोजन स्थल पर महामंण्लेश्वर संत नवल किशोर दास महाराज, महामंडलेश्वर पाताल पुरी, वेद मूर्ति नंद महाराज एवं अन्य गणमान्य लोगों के साथ आयोजन समिति सदस्यों ने भूमि पूजन कर धर्म ध्वजा स्थापित की । समिति सदस्यों ने सुंदर काण्ड का पाठ कर आयोजन की सफलता की कामना की । प्रचार-प्रसार के लिये ई-रिक्शा को हरी झण्डी दिखायी ।
सनातन न्यास फाउन्डेशन के सचिव विजय शर्मा ने जानकारी देते हुये बताया कि न्यास के अध्यक्ष देवकीनंदन ठाकुरजी महाराज 15 नवम्बर को सनातन यात्रा निकालेंगे । 16 को सनातन धर्म संसद का आयोजन होगा, जिसमें देशभर से संत-कथाकार सनातन बोर्ड की आवश्यकता पर अपने विचार रखेंगे । इसके पश्चात 17 से 23 नवम्बर तक श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन होगा। कहा कि आयोजन की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं । विशाल पण्डाल एवं मंच के लिये एमपी, हरिद्वार, आगरा से 250 से अधिक कारीगर कार्य कर रहे हैं । आयोजन की व्यवस्थाओं एवं प्रचार-प्रसार के लिये 5 हजार कार्यकर्ता बनाये गये हैं ।
इस कार्यक्रम में अवधेश दास महाराज, वेद व्यास शास्त्री, क्षेत्रीय विधायक अजय महावर एवं निगम पार्षद छाया गौरव शर्मा, पार्षद रेखा रानी, शैलेश सिंघल, शेरा राम भादू , मुकेश पाण्डेय, भू प्रकाश शर्मा, सूरज बंसल, वीर सिंह, नीरज एवं आयोजन समिति के सभी सदस्य उपस्थित रहे।

तीन वन परिक्रमार्थियों को वितरित किया हलवा पूड़ी का प्रसाद

0
  • भक्तिभाव में सेवा करने से होती है आनंद की अनुभूति : विवेक

मथुरा : कार्तिक मास गोपाष्टमी के पर्व पर एनके ग्रुप परिवार ने तीन वन एवं पंचकोसी परिक्रमार्थियों को पुण्य लाभ अर्जित करने के लिए प्रसाद वितरित किया। परिक्रमार्थियों को प्रसाद में एनके ग्रुप के निदेशक एवं जीएलए विश्वविद्यालय के सीएफओ विवेक अग्रवाल ने हलवा पूड़ी का प्रसाद वितरित किया। इस अवसर पर विवेक अग्रवाल ने कहा कि यह अवसर बहुत ही खास है। कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की नवमी जो अक्षया नवमी के नाम से भी जाना जाता है के अवसर पर तीन वन एवं वृंदावन की परिक्रमा को श्रद्धालु भारी संख्या में उमड़ते हैं। उन्होंने बताया कि प्रसाद वितरण के अवसर पर परिक्रमार्थियों का उत्साह देखने लायक था। पूरा परिक्रमा मार्ग हरिनाम संकीर्तन और राधे-राधे के स्वरों से गुंजायमान होता रहा। ऐसे एनके ग्रुप परिवार भक्तिभाव में डूब गया। विदित रहे कि कार्तिक मास के अवसर पर श्रद्धालुओं ने परिक्रमा के दौरान मथुरा में कंकाली देवी मंदिर, भूतेश्वर मंदिर, श्रीकृष्ण जन्मस्थान, महाविद्या देवी मंदिर, चौमुंडा देवी मंदिर, छटीकरा में गरूण गोविंद मंदिर, वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर, राधा बल्लभ मंदिर, गोपेश्वर महादेव मंदिर, निधिवन, टटिया स्था आदि मंदिरों आराध्य प्रभु के दर्शन किए। कुछ श्रद्धालुओं ने सिर्फ वृंदावन और कुछ ने मथुरा की पंचकोसीय परिक्रमा लगाई। प्रसाद वितरण के दौरान एनके ग्रुप परिवार उपस्थित रहा।

छात्रा आभा शर्मा का एस जी एफ आई बुशु प्रतियोगिता में हुआ चयन

  • अखिल भारतीय बुशु प्रतियोगिता में आभा शर्मा प्रथम और दीपिका रही द्वितीय

वृंदावन। 35वीं अखिल भारतीय बुशु प्रतियोगिता सरस्वती विद्या मंदिर, भरतगढ़, दतिया (मप्र) में आयोजित हुई। जिसमें हनुमान प्रसाद धानुका विद्यालय की 2 छात्राओं ने सहभागिता की। प्रथम स्थान पर आभा शर्मा, द्वितीय स्थान पर दीपिका ने स्वर्ण एवं रजत पदक प्राप्त किया। इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में चयनित होने के लिए छात्राओं ने विद्यालय स्तर, जिला स्तर व राज्य स्तर पर अपनी शानदार प्रदर्शन क्षमता का परिचय दिया। छात्राओं ने बुशु के अपने उत्कृष्ट कौशल और कठोर अभ्यास से यह सिद्ध किया कि समर्पण और मेहनत से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
विद्यालय की प्रधानाचार्य डॉ अंजू सूद ने बताया कि प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली छात्रा आभा शर्मा एस जी एफ आई प्रतियोगिता में दिसम्बर 2024 में दिल्ली में सहभागिता करेंगी।
छात्रा की सफलता में विद्यालय की शारीरिक आचार्य मेघा गौतम का सहयोग रहा।
इस अवसर पर विद्यालय प्रबन्ध समिति से पद्मनाभ गोस्वामी, विश्वनाथ अग्रवाल, रेखा माहेश्वरी, उमेश चंद शर्मा, कमल खंडेलवाल, भरत शर्मा आदि ने विजयी छात्राओं को हार्दिक शुभकामनाएँ दी एवं आगामी प्रतियोगिताओं के लिए विजयश्री का आशीर्वाद दिया।

ब्रज लोक कला संग्रहालय देख कर समझें ब्रज की संस्कृति : हेमामालिनी

  • छटीकरा-राधाकुण्ड रोड पर खुले ब्रज लोक कला एवं शिल्प संग्रहालय देख सांसद हेमा गदगद
  • ऐसी ब्रज संस्कृति को युवा पीढ़ी को समझना एवं संरक्षित रखना चाहिए

वृंदावन। राधाकुण्ड रोड बहुलावन में स्थित ब्रज लोक कला एवं शिल्प संग्रहालय को देखने पहुंची सांसद हेमा मालिनी ने संग्रहालय में रखी वस्तुओं को देखा व यहां रखी गयी ब्रज संस्कृति की वस्तुओं के संग्रह में कितना समय व परिश्रम लगा है। जिसे युवा पीढ़ी को समझना चाहिए व इसे वर्षों तक संरक्षित रखा जाना चाहिए। यहां आकर ही ब्रज संस्कृति को सही से जाना व समझा जा सकता है।
सांसद हेमामालिनी के संग्रहालय पहुंचने पर उनका स्वागत डॉ. उमेश चन्द्र शर्मा व कपिल उपाध्याय ने किया। सांसद ने संग्रहालय के मुख्यद्वार पर रखे विशाल बम्व को बजाया। सात अलग-अलग वीथिकाओं में रखी हर वस्तु को उन्होंने देखा व उनके विषय में जानकारी की। ग्वाल संस्कृति का एक मात्र व अनूठा संग्रहालय जिसमें ब्रज संस्कृति की प्राचीन वस्तुओं का संकलन किया गया है तथा आमजन के अवलाकनार्थ इन्हें यहां संरक्षित किया गया है। सांसद हेमा मालिनी ने कहा कि प्राचीन संस्कृति से आज की युवा पीढी़ को परिचय करना चाहिए यहां संरक्षित कर सुरक्षित रखी गयी प्राचीन वस्तुओं के संग्रह में कितना समय लगा होगा तथा इसके पीछे कितना परिश्रम लगा होगा यह यहां आने पर ही समझा जा सकता है। उन्होंने संग्रहालय की पुस्तिका में अपने विचार लिखते हुए लिखा है कि ब्रज लोक कला एवं शिल्प संग्रहालय, मथुरा में आकर मैं इस खूबसूरत संग्रहालय को देखकर बहुत प्रभावित हुई हूँ। हमारी प्राचीन कला और संस्कृति के विभिन्न रूप को बहुत अच्छी तरह से यहां संरक्षित किया गया है। आने वाली पीढ़ी के लिए इसे वर्षों तक बनाए रखना चाहिए। ताकि वह इसे देख सकें और प्राचीन संस्कृति को समझ सकें। मेरी सभी को शुभकामनाएँ तथा प्यार, आप सभी यहां आकर देखें व आनंद लें।