प्राथमिक विद्यालय बाद मथुरा में नन्हे मुन्ने बच्चों द्वारा रामलीला का आयोजन किया गया।श्री राम जी के वनवास से लेकर अयोध्या वापस आने तक के सुंदर दृश्यों को नन्हे बच्चों द्वारा बहुत सुंदर एवं अद्भुत प्रस्तुति से मंचित किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों को अपनी संस्कृति को जानना और अधर्म पर धर्म की विजय का संदेश देना था । ग्रामीणों द्वारा लंका विजय कर अवधपुरी लौटे मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के स्वागत में दीपों को जलाकर पूजा अर्चना की गई। सभी ने चहुं ओर से पुष्पवर्षा की। रामलीला की सवारी संपूर्ण ग्राम में निकाली गई। ग्राम वासियों ने मंगल गीत गाते हुए प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में उप शिक्षा निदेशक श्री राजेंद्र बाबू जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी महोदय एवं खंड शिक्षा अधिकारी महोदय मथुरा, श्रीजी मंदिर बाद के महंतजी का पूर्ण रूपेण सहयोग एवं आशीर्वाद मिला। खंडशिक्षा अधिकारी महोदय राकेश कुमार जी द्वारा बच्चों को परितोषक देकर प्रोत्साहित किया गया। कार्यक्रम संचालिका प्रधानाध्यापिका नीरज मथुरिया की ओर से सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया गया। छात्र कलाकार भानु, हनी, भावना, विजय, अभिजीत,कुलदीप, चंद्रकांत, दुष्यंत ठाकुर ने अपने उच्च कोटि के अभिनय से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम में विशेष रूप से सहयोगी गुड्डी शर्मा, हसमत, कुसुम देवी, सुषमा देवी, भूरी, रजनी, अंजलि, आदि रहे। सफल आयोजन हेतु निर्माता निर्देशक रहीं नीरज मथुरिया प्रअ की अतिथियों ने भूरी-भूरी प्रशंसा कर उत्साहवर्धन किया।
जीएलए पॉलीटेक्निक का छात्र एशिया और इंडिया बुक रिकॉर्ड में दर्ज
- पैरों से नहीं बल्कि हाथों से चलने का जीएलए के छात्र ने बनाया रिकॉर्ड
मथुरा : अक्सर सुना और देखा जाता है कि किसी व्यक्ति ने दौड़ में सफलता हासिल की है, लेकिन जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के पॉलीटेक्निक संस्थान के केमिकल इंजीनियरिंग के छात्र ने हाथों से तेजी चलने का एक रिकॉर्ड दर्ज किया है। जिसे एशिया बुक रिकॉर्ड और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड ने जगह दी है।
जीएलए डिप्लोमा केमिकल इंजीनियरिंग के छात्र मोहित कुमार प्रजापति ने पैर नहीं बल्कि हाथों से चलने का एक राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया है। छात्र ने हाथां से लगभग 30 सेकेंड में 80 कदम चलने का एक रिकॉर्ड दर्ज किया है। छात्र इस सफलता को एशिया और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड ने दर्ज कर छात्र को प्रमाण-पत्र जारी किया है।
हाल ही में एशिया और इंडिया बुक में दर्ज हुए रिकॉर्ड के बारे में छात्र ने जानकारी देते हुए बताया कि पैरों को ऊपर कर हाथों से चलने की सीख के लिए उन्होंने कई दफा प्रेक्टिस की, जिसे करीब 5 वर्ष हो चुके हैं। प्रेक्ट्सि की वीडियो वह सोशल प्लेटफॉर्म पर शेयर करते रहे। सोशल प्लेटफॉर्म से जुडे़ लोगों ने भी इस काबिलियत को सराहा। इसके बाद एशिया और इंडिया बुक रिकॉर्ड ने भी इस मोहित कुमार प्रजापति नाम को जगह दी।
छात्र ने बताया कि हाथों से चलने में अब बिल्कुल गिरने का डर नहीं लगता। अब तो बहुत आसान हो गया है। हर दिन कई बार वह ऐसा करते हैं। छात्र हाथों से चलने का एक और नया रिकॉर्ड बनाने में जुट गया है। उनका मानना है कि जल्द ही गिनीज वर्ल्ड बुक रिकॉर्ड में नाम दर्ज होगा। यह भी एक बड़ी सफलता होगी।
छात्र द्वारा राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाने एवं एशिया और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज होने पर पॉलीटेक्निक संस्थान के प्राचार्य डा. विकास शर्मा एवं डीन स्टूडेंट वेलफेयर विभाग के डीन हिमांशु शर्मा ने सम्मानित किया। सम्मान मिलने पर छात्र ने कहा कि यह सम्मान न केवल मेरे लिए गर्व का क्षण है, बल्कि मेरे जैसे युवाओं को अपनी क्षमताओं पर विश्वास करने और कठिन परिश्रम करने के लिए प्रेरित भी करता है। जीएलए यूनिवर्सिटी ने हमेशां छात्रों के समग्र विकास को प्राथमिकता दी है और इस सम्मान से और अधिक प्रोत्साहन मिला है कि भविष्य में भी अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए मेहनत की जाय।
माँट में राधा रानी ब्रज़ यात्रा का भव्य स्वागत
रिपोर्ट – राघव शर्मा
बरसाना भांडीर वन से प्रातःकाल यात्रा ने प्रस्थान किया तो माँट के ब्रजवासी जो देर रात्रि सेही यात्रा के स्वागत की तैयारियाँ कर रहे थे उन्होंने यात्रियों को पुष्प वर्षा ,पुष्प मालाओं व दुपट्टों से सुसज्जित कर दिया । वहीं मार्ग को रंगोलियों से आव्छादित कर अपनी भावना का इज़हार किया।यात्रियों ने विहारी जी के दर्शन किए ।गाँव में ब्रज वासिओं को हरिनाम प्रभात फेरी के लिए राधा कान्त शास्त्री ने प्रेरित किया। और कहा कि भगवन्नाम से बड़ा कोई साधन लोक कल्याण का नहीं है ।
माँटसे नांचते गाते यात्री बेलवन पहुँचे और तपोलीन लक्ष्मी जी के दर्शन किए ।इस अवसर पर शास्त्री ने बताया कि ब्रज वसुंधरा की पावन रज देवताओं के लिये भी दुर्लभ है और उसी ब्रज रज की प्राप्ति की चाह में निरंतर तपस्या कर रहीं हैं ।कल यात्रा राधा रानी दर्शन करते हुए वृंदावन पहुँचेगी जहां दो दिन का प्रवास रहेगा
संस्कृति विवि में वीरांगना अहिल्याबाई पर हुई संभाषण कौशल प्रतियोगिता
मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय में उत्तर प्रदेश सरकार के मिशन शक्ति फेस-5 के तत्वावधान में महिला सशक्तिकरण की प्रतिमूर्ति व धर्म उवीरांगना रानी अहिल्याबाई होलकर के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर सम्भाषण कौशल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। यह प्रतियोगिता महारानी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित की गई जिसमें 38 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्रीमती कीर्ति शर्मा, महिला रही।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्रीमती कीर्ति शर्मा समन्वयक, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, मथुरा ने बताया कि महारानी अहिल्याबाई होलकर एक महान मराठा शासक थीं जिन्होंने अपने राज्य की सीमाओं के बाहर भारत-भर के प्रसिद्ध तीर्थों और स्थानों पर मन्दिर बनवाए तथा अपनी यथाशक्ति सामर्थ्य से सनातन संस्कृति को संरक्षित किया।
विश्वविद्यालय की सीईओ डा मीनाक्षी शर्मा ने कहा कि अहिल्याबाई होलकर ने अपने राज्य में न्याय और व्यवस्था की स्थापना के लिए काम किया और उन्होंने सदैव सर्व समाज के मध्य समरसता के लिए कार्य किया।उन्होंने बताया कि रानी अहिल्याबाई होलकर एक असाधारण शासनकर्ता, न्यायप्रिय लोक कल्याणकारी और पर्यावरण संरक्षिका थी।
डा रजनीश त्यागी ने कहा कि भारत का इतिहास सदैव वीरांगनाओं के यश व गौरव गाथाओं से भरा पड़ा हुआ। भारत वर्ष 2047 तक एक ‘विकसित’ राष्ट्र बनने की महत्त्वाकांक्षा रखता है जिसे शिव एवं शक्ति के आध्यात्मिक शक्ति स्वरूप में प्राप्त किया जा सकेगा।इस चुनौती को पार करने में सामाजिक सशक्तिकरण के साथ महिलाओं का सशक्तीकरण मुख्य रूप से केंद्रीय भूमिका में रहेगा।
निर्णायक मंडल में मुख्य रूप से डा रजनीश त्यागी, श्री रतीश शर्मा, श्रीमती ऋतु भार्गव एवं श्रीमती मीरा चौधरी रही। कार्यक्रम के पूर्व में संस्कृति विश्वविद्यालय के डीन छात्र कल्याण डा डी एस तोमर ने विषय प्रवर्तन के साथ स्वागत उद्बोधन दिया। कार्यक्रम का संचालन नोडल अधिकारी डा. रीना रानी व अपूर्वा गौतम ने किया। प्रतियोगिता में कु. खूश्बू ने प्रथम, कु आशु , कु भूमिका चौधरी,बी एस सी ने द्वितीय तथा कु पूजा यादव ,कु दीपशिखा , कु श्रीयांशी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से डा दुर्गेश वाधवा, डा निशा चंदेल, डा जयालक्ष्मी, ज्योति पंत , प्रकति , सुकृति, यश श्रीवास्तव, संजना सोलंकी, शिवम्, पूजा इत्यादि सैकड़ों छात्राओं की उपस्थिति रही। अंत में सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए गये।
दीपों की जगमग से चमका वी पी एस
वृंदावन। त्योहार, उत्सव या पर्व जहाँ एक ओर हमें हमारी संस्कृति से परिचित कराते हैं वहीं जीवन की नीरसता को भी खत्म करते हैं । ऐसे ही भावों से ओतप्रोत हो मथुरा मार्ग स्थित वृंदावन पब्लिक स्कूल में दीपोत्सव का पर्व बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। जिसमें समस्त विद्यालय परिसर खुशी व प्रसन्नता के भावों से सराबोर हो गया। इस अवसर पर छात्रों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम किए गए। जिनमें नृत्य, नाटिका, रामलीला, राम भजन इत्यादि शामिल थे। कार्यक्रम का शुभारंभ संगीत विभाग के निर्देशन में तैयार संपूर्ण रामायण का पद रूप में गायन किया गया जिसमें लव -कुश के रूप में आनंद सोनी के साथ समस्त समूह के छात्रों ने ‘हम कथा सुनाते राम सकल गुण राम ‘की से हुआ। तत्पश्चात समस्त छात्राओं ने अपने-अपने नृत्य की शानदार प्रस्तुतियां दीं ।जिसमें समस्त परिकर को तालियों की गड़गड़ाहट से गुंजायमान कर दिया। नृत्य कलाकार के रूप में नेहा, विधि, रिया, नेहा, खुशी नंदिनी ,राधिका विशाल निकिता यशिका क शिका हार्दिक तृप्ति आदि छात्र-छात्राओं ने शास्त्रीय उपशास्त्रीय गीतों पर नृत्य प्रस्तुत कर अपनी कला के अद्भुत रंगों को बिखरे। तत्पश्चात कक्षा 12वीं के छात्र-छात्राओं द्वारा शानदार राम कथा का मंचन किया गया जिसमें बाल कांड से लेकर अयोध्या कांड तक समस्त रामायण को मंच पर दर्शाया गया जिसमें हर्ष, नंदिनी, मोहन, प्रशांत कुमार ,शशांक ,जी निशा यामिनी टिंकल पूनम भूमि नेहा श्वेता ऋषि प्रद्युम्न तरुण, पवन आदि ने रामायण के महत्वपूर्ण पात्रों के किरदारों को जीवित कर दिया जिसे आशी अग्रवाल के निर्देशन में तैयार किया गया। इस अवसर पर सीमा पाहुजा ने छात्रों को इस पांच दिवसीय त्यौहार को मनाने के महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डाला । इसी श्रृंखला में कक्षा पी जी से बारहवीं तक के सभी छात्र रंगीन परिधान में विद्यालय आए । प्रार्थना सभा में भगवान श्री राम के भजन ‘मेरे घर राम आएंगे के: साथ किया गया तत्पश्चात छात्रों ने अपने पसंदीदा गीतों का नृत्य प्रस्तुत कर कार्यक्रम को चार चांद लगा दिया नृत्य की विशेष परिस्थितियों ने उपस्थित बच्चों में गुरुजनों का मन मोह लिया साथी बच्चों के लिए रंगोली दिया डेकोरेशन थाली डेकोरेशन झालर मेकिंग और क्ले द्वारा लक्ष्मी गणेश मेकिंग आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया विद्यालय के निदेशक शिक्षाविद डा .ओम जी ने विद्यार्थियों को संदेश दिया कि हमारा भाग्य हमारे अच्छे कर्मों से परिभाषित होता है इसलिए हमेशा जीवन में सही काम करने चाहिए। हमें भगवान राम के जीवन से प्रेरणा लेकर अपने मन के अंधकार को दूर करके ज्ञान के प्रकाश का दीपक जलाना चाहिए । इस उत्सव पर दीपावली का त्योहार सुरक्षित तरीके से मनाने की सलाह दी व पर्यावरण बचाने के लिए दीपावली पर आतिशबाजी न करने की शपथ दिलाई। इस कार्यक्रम में सीमा पाहुजा निधि गौर , शालू अग्रवाल, जूही मिश्रा अंजना शर्मा अशोक सैनी भारत भूषण प्रिया अग्रवाल दिनेश ,शिवानी वर्मा,देवांश सिंह आदि के साथ समस्त वी पी एस परिवार की उपस्थिति सराहनीय रही।
राधा कृष्ण विवाह स्थल ( भांडीर वट)में पहुँची राधा रानी ब्रज यात्रा
रिपोर्ट राघव शर्मा
बरसाना बालहारा से यमुना पार करने के लिए वृंदावन से बहुतसारे स्टीमर बुलायेगये जिनके द्वारा कई घंटों में यमुना पार हुए 12 से 15 हज़ार यात्री।यमुना के दोनों किनारे रंग विरंगे परिधानों में खड़े यात्री एसे लग रहे थे मनों कोई दिव्य पुरुष यमुना महा रानी की स्तुति कर रहे हों ।
यमुना के डूब क्षेत्र से चलकर श्याम वन की परिक्रमा करते हुए वंशी वट में यात्री पहुँचे ।यहाँ तापोलींन संतों के भी दर्शन का लाभ मिला । श्याम कुंड के दर्शन भी किए । वंशी वट में यात्रा का संत श्री वृंदावन दास जी ने भव्य स्वागत किया ।मान बिहारी लाल की आरती उतारी और सभी भक्तों को प्रसाद वितरण किया। अंत मे भांडीर वट की पावन धरा के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त हुआ । यह वही पावन भूमि है जहां राधा माधव का विवाह श्री ब्रह्माजी ने विधिवत संपन्न कराया था ।ब्रह्म वैवर्त पुराण और गर्ग संहिता मैं यह बात स्पष्ट की गई है बाबा नर सिंह दास बाबा ब्रज शरण दास ब्रज दास राधा कान्त शास्त्री नीलमणि दास पंडित रामा शंकर दुबे आदि यात्रा का संचालन कर रहे थे ।
राजीव एकेडमी के छात्र-छात्राओं को पढ़ाया आत्मसम्मान का पाठ
- करियर निर्माण में आत्म जागरूकता दिखाती सफलता की राह
मथुरा। राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट में मंगलवार को अतिथि वक्ता डॉ. शालिनी खण्डेलवाल (प्रोफेसर-आईबीएस गुरुग्राम) ने एमबीए और एमसीए के छात्र-छात्राओं को करियर निर्माण में स्वयं की जागरूकता तथा आत्मसम्मान को जरूरी बताया। उन्होंने कहा कि आत्मविश्वास हमारे जीवन के सभी क्षेत्रों को प्रभावित करता है। जब हम आत्मविश्वास का अनुभव करते हैं, तब हम जानते हैं कि हमारे पास लक्ष्य निर्धारित करने तथा उसे प्राप्त करने की क्षमता है। स्वयं की जागरूकता से हम असफलताओं के साथ तालमेल बिठा सकते हैं, गलतियों से सीख सकते हैं तथा जब चीजें योजना के अनुसार नहीं होतीं तब भी आगे बढ़ सकते हैं।
डॉ. शालिनी ने कहा कि आत्मसम्मान वह तरीका है जिससे हम अपने बारे में सोचते हैं और स्वयं को महत्व देते हैं। यदि हम हर समय स्वयं की आलोचना करेंगे तो हमारे अंदर नकारात्मक भाव पैदा होगा। इससे हमारा आत्मसम्मान घटेगा। बुल्डिंग सेल्फ एस्टीम थ्रू सेल्फ अवेयरनेस विषय पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि व्यक्ति के जीवन में उसका आत्मसम्मान ही उसे जीने की राह दिखाता है। अपने आत्मसम्मान का निर्माण करना तथा सकारात्मक आत्म जागरूकता पैदा करना प्रत्येक व्यक्ति, छात्र-छात्रा का पहला कर्तव्य होना चाहिए।
अतिथि वक्ता ने कहा कि एक मनुष्य के रूप में हम अपनी खुद की ताकत और क्षमताओं का मूल्यांकन कर अपने आत्मसम्मान में इजाफा कर सकते हैं। आप कौन हैं और दुनिया को क्या देना है, इसके साथ शांति से जीवन व्यतीत करना उच्च आत्मसम्मान रखने का एक प्रमुख हिस्सा है। उन्होंने कहा कि आत्मसम्मान जीवन की एक मीठी खुराक है जिसे हासिल कर लेने के बाद विद्यार्थी का हर क्षेत्र में झण्डा फहरता है। यह चरित्र से सीधा-सीधा जुड़ा मामला है। उन्होंने कहा कि यदि आप स्थिर आत्मसम्मान वाले बनेंगे तो कारपोरेट जगत की हर कम्पनी आपको लपकने के लिए तैयार होगी।
आपका आत्मसम्मान आपके निर्णय लेने की प्रक्रिया, आपके रिश्तों, आपके भावनात्मक स्वास्थ्य और आपके समग्र कल्याण को प्रभावित करता है। यह हमारी प्रेरणा को भी प्रभावित करता हैं क्योकि स्वयं के बारे में स्वस्थ सकारात्मक दृष्टिकोण वाले छात्र-छात्रा ही अपनी क्षमता को समझते व पहचानते हैं। इसी के माध्यम से वे नई चुनौतियों का सामना करने को प्रेरित होते हैं।
अतिथि वक्ता ने कहा कि आपका आत्मसम्मान आपकी कमजोरियों से भी प्रभावित हो सकता है। अतः स्वयं की कमजोरियों को दूर करें। आप शारीरिक व मानसिक दोनों स्तरों पर एक्टिव रहें जिससे आपका आत्मसम्मान हमेशा बना रहे। उन्होंने सलाह दी कि कभी भी आत्मनिर्माण की प्रक्रिया में दूसरों की नकल न करें बल्कि आप स्वयं को पहचानें तथा स्वयं का आकलन करते हुए भविष्य निर्माण की तरफ अपने कदम बढ़ाएं, सफलता आपके कदम चूमेगी। अंत में संस्थान के निदेशक डॉ. अमर कुमार सक्सेना ने रिसोर्स परसन डॉ. शालिनी खण्डेलवाल का पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया।
जोनल स्पोर्ट्स फेस्ट आगरा में जी.एल. बजाज का जलवा
- आठ स्वर्ण, चार रजत सहित जीते कुल 14 पदक
मथुरा। जी.एल. बजाज ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस के छात्र-छात्राओं ने आरबीएस इंजीनियरिंग कॉलेज बिचपुरी आगरा में सम्पन्न डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश के जोनल स्पोर्ट्स फेस्ट में कमाल का प्रदर्शन करते हुए आठ स्वर्ण, चार रजत तथा दो कांस्य सहित कुल 14 पदक जीतकर अपनी धाक जमाई। जोनल स्पोर्ट्स फेस्ट में शानदार प्रदर्शन कर लौटे छात्र-छात्राओं का संस्थान की निदेशक प्रो. नीता अवस्थी ने हौसला बढ़ाते हुए प्रदेश स्तर पर और बेहतर प्रदर्शन की शुभकामनाएं दीं।
खेल अधिकारी लोकेश शर्मा ने बताया कि आरबीएस इंजीनियरिंग कॉलेज बिचपुरी, आगरा में सम्पन्न एकेटीयू के जोनल स्पोर्ट्स फेस्ट में जी.एल. बजाज के छात्र-छात्राओं ने आठ स्वर्ण सहित कुल 14 पदक जीते। खेल अधिकारी श्री शर्मा ने बताया कि प्रतियोगिता में संस्थान के 60 से अधिक छात्र-छात्राओं ने प्रतिभागिता की तथा आलोक वर्मा ने शॉटपुट, डिस्कस थ्रो में स्वर्ण तथा जेवलिन थ्रो में कांस्य पदक जीता। इसी तरह कोमल चौधरी ने 100 मीटर दौड़ और लम्बी कूद में स्वर्णिम सफलता हासिल कर संस्थान तथा मथुरा जनपद का गौरव बढ़ाया।
शतरंज प्रतियोगिता में शिवा गौतम ने स्वर्ण तो बैडमिंटन बालक वर्ग में हर्षित थापा, साहिल सैफी, दानियाल अली और सुमित गोस्वामी ने भी स्वर्णिम सफलता हासिल की। टेबल टेनिस बालक वर्ग में संकल्प कुमार निषाद, प्रशांत शर्मा, दिनेश सिंह और सौरव कुमार पांडेय ने स्वर्ण पदक जीता वहीं टेबल टेनिस गर्ल्स में मनीषा शर्मा, सृष्टि शर्मा और अदिति शर्मा गोल्डन गर्ल बनीं। लम्बी कूद में संकल्प कुमार निषाद तो खो-खो में इशिता सिंह की टीम ने चांदी के तमगे जीते।
चार गुणा 100 मीटर रिले रेस में विशा विकल, प्राची वशिष्ठ, खुशबू चौधरी और कोमल चौधरी की चौकड़ी ने रजत पदक जीता। शतरंज में वर्षा गौतम ने रजत तो 200 मीटर दौड़ में विशा विकल ने कांस्य पदक जीता। पदक विजेता खिलाड़ियों ने अपनी इस सफलता का श्रेय खेल अधिकारी लोकेश शर्मा को देते हुए कहा कि वे राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में भी शानदार प्रदर्शन करते हुए कॉलेज का गौरव बढ़ाएंगे।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल, प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल, संस्थान की निदेशक प्रो. (डॉ.) नीता अवस्थी एवं रजिस्ट्रार विपिन धीमान ने छात्र-छात्राओं की शानदार सफलता पर खुशी व्यक्त करते हुए उन्हें बधाई दी। डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने कहा कि खेलों से तन-मन स्वस्थ रहता है लिहाजा प्रत्येक विद्यार्थी को प्रतिदिन किसी न किसी खेल में जरूर हिस्सा लेना चाहिए।
जीएलए में एक मंच पर जुटे कॉरपोरेट जगत के दिग्गज
- जीएलए में आयोजित लीडरशिप समिट में उद्योग जगत के दिग्गजों ने अवसर और चुनौतियों पर विद्यार्थियों के साथ की चर्चा
मथुरा। जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा में प्रबंधन संकाय, कम्प्यूटर अभियांत्रिकी संकाय एवं विधि संकाय द्वारा इंडियन काउंसिल ऑफ़ सोशल साइंस रिसर्च, एनएचआरडीएन मथुरा चैप्टर व ट्रेनिंग प्लेसमेंट विभाग के विशेष सहयोग से ’लीडिंग द फ्यूचरः पावर ऑफ़ रीस्किलिंग एंड अपस्किलिंग’ विषय पर आधारित लीडरशिप समिट का आयोजन किया गया। समिट में देश-विदेश की नामी-गिरामी कंपनियों के उच्च पदस्थ अधिकारियों ने शिरकत की।
कार्यक्रम मां सरस्वती एवं जीएलए विश्वविद्यालय के प्रेरणास्त्रोत स्व. श्री गणेशीलाल अग्रवाल के चित्रपट के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित एवं माल्यार्पण संग हुआ। शुभारंभ सत्र में जीएलए के प्रतिकुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता ने स्वागत संबोधन देते हुए अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि आज का समय निरंतर कौशल विकास का है और यह समिट विद्यार्थियों, उद्योग जगत के विशेषज्ञों और शिक्षकों को एक साथ जोड़कर इस ओर अपना योगदान देगी।
विषय प्रवर्तन करते हुए प्रबंधन संकाय के निदेशक प्रो. अनुराग सिंह ने समिट के महत्त्व और अपेक्षाओं पर प्रकाश डाला। साथ ही उन्होंने जीएलए विश्वविद्यालय की अब तक की यात्रा को अतिथियों संग साझा किया।
समिट के विशिष्ट अतिथि पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं ऋषिहुड विश्विद्यालय के कुलाधिपति सुरेश प्रभु ने अपने वीडियो संदेश में कहा कि मथुरा नगरी की आध्यात्म और ज्ञान के क्षेत्र में एक विशेष पहचान है। उन्होंने प्रभु श्रीकृष्ण का उदाहरण देते हुए नेतृत्व और नेतृत्वकर्ता के महत्त्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कोई भी कार्य अथवा कला-कौशल छोटी या बड़ी नहीं होती, उसका अभ्यास, सही उपयोग एवं समयानुसार अपग्रेडेशन जरूरी है। हमें निरंतर सीखने की एक संस्कृति विकसित करने की आवश्यकता है, ताकि हम बदलती परिस्थितियों के अनुरूप स्वयं को सशक्त बना सकें।
मुख्य अतिथि मारूति सुजुकी इंडिया के सीएचआरओ सलिल लाल ने मारुति सुजुकी का उदाहरण देते हुए प्रतिस्पर्धी बने रहने के लिए कर्मचारियों के कौशल उन्नयन के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने रीस्किलिंग के लिए उद्योग-आधारित दृष्टिकोण की वकालत की एवं इसमें शैक्षणिक संस्थानों की सक्रिय रूप से भागीदारी पर जोर दिया। अंत में उन्होंने उन्होंने कहा कि भविष्य तकनीकी प्रगति से आकार ले रहा है और ऐसे में संगठनों को सतत कौशल विकास का अपना पारिस्थितिकी तंत्र बनाना चाहिए।
विशिष्ट अतिथि मेरिडयन सॉल्यूशंस के सीईओ शंकर कंबम ने वर्तमान समय में आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस के माध्यम से कार्यस्थल पर आ रहे सकारात्मक बदलावों एवं चुनौतियों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी को अपनाने से हर क्षेत्र में विशेष अवसर भी बन रहे हैं, जिन्हें सतत कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से ही भुनाया जा सकता है। अंत में उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को भी एआई तकनीकों के सही प्रयोग पर ध्यान देना चाहिए और साथ ही कॉरपोरेट जगत के साथ बेहतर संबंध बनाने के प्रयास शुरू करने चाहिए। विशिष्ट अतिथि डीएलएफ साइबर सिटी डेवलपर्स के जनरल काउंसिल मनीष लांबा ने निरंतर सीखने का समर्थन करने वाले कानूनी ढांचे और आजीवन सीखने की संस्कृति को बढ़ावा देने के संगठनात्मक लाभों के बारे में जानकारी प्रदान की। उन्होंने उभरती प्रौद्योगिकियों को समायोजित करने के लिए कानूनी ढांचे में अनुकूलनशीलता पर जोर दिया एवं नियामक चुनौतियों पर बात करते हुए कानूनी और व्यावसायिक परिदृश्य में अनुपालन हेतु कौशल उन्नयन की आवश्यकताओं पर प्रकाश डाला।
मोबाइलपे ई-कॉमर्स के सीईओ समापन सत्र के मुख्य अतिथि श्रीकृष्ण चौधरी ने आयोजन की सराहना करते हुए समिट को समसामयिक बताया। उन्होंने कहा कि अपने मानव-संसाधन की रिस्क्लिंग और अपस्किलिंग को किसी भी संस्थान के प्रबंधन द्वारा एक अभिन्न अंग व सतत प्रक्रिया के तौर पर समायोजित किया जाना बेहद आवश्यक है। विशिष्ट अतिथि केपीएमजी के टेलेंट एक्वीजिशन हेड मीसल ने अपने संस्थान द्वारा कर्मचारियों रिस्किलिंग और अपस्किलिंग के लिए अपनाई गई प्रक्रियाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बदलते तकनीकी परिवेश में अपने कौशल विकास पर ध्यान देना जरूरी है। टेली सॉल्यूशंस के सीएचआरओ डा. नागना गौडा एसजे ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग तकनीकों का सही उपयोग करने वाले प्रबंधक आज की दुनिया में सबसे प्रभावी साबित हो सकते हैं। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम इन तकनीकों का उपयोग कर अपने कार्यबल को सशक्त बना सकें और नए बदलावों के लिए तैयार रहें।
शुभारंभ सत्र में धन्यवाद ज्ञापन इंस्टीट्यूट ऑफ लीगल स्टडीज एंड रिसर्च के डीन प्रो. सोमेश धमीजा व समापन सत्र में धन्यवाद ज्ञापन सीईए विभाग के डीन प्रो. अशोक भंसाली द्वारा दिया गया। उन्होंने कहा कि निरंतर शिक्षा और पेशेवर विकास न केवल व्यक्तिगत स्तर पर, बल्कि किसी भी संस्थान के समग्र विकास हेतु महत्वपूर्ण हैं। सभी प्रतिभागियों ने इस चर्चा से महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि प्राप्त की, जिससे नवाचार और परिवर्तन लाने में मदद मिलेगी।
समिट के सफल समापन पर जीएलए के सीईओ नीरज अग्रवाल, सीएफओ विवेक अग्रवाल एवं कुलसचिव अशोक कुमार सिंह ने आयोजन समिति के सभी सदस्यों के प्रयासों की सराहना की तथा आमंत्रित अतिथियों को धन्यवाद देने के साथ ही दीपावली की शुभकामनाएं दीं।
समिट में विधि, प्रबंधन एवं कंप्यूटर इंजीनियरिंग एंड एप्लीकेशन विभाग के विद्यार्थियों हेतु पेनल एवं राउंड टेबल डिस्कशन सत्रों का आयोजन किया गया। कम्प्यूटर संकाय के विद्यार्थियों द्वारा तैयार किए गए प्रोजेक्टों को आमंत्रित विशेषज्ञों के सामने प्रदर्शित किया गया, जिन्हें अतिथियों द्वारा सराहा गया एवं उनमें बेहतरी हेतु आवश्यक सलाह भी दी गई।
विभिन्न क्षेत्रों के आमंत्रित विषय विशेषज्ञों में कॉम्पटीशन कमीशन ऑफ इंडिया के निदेशक (विधि) डा. केडी सिंह, डीएसए लीगल के पार्टनर अनुर्य सबरबाल, इनोवा सॉल्यूशंस के लीगल हेड जयप्रकाश पांडे, एक्मे सोलर होल्ड़िंगस के वीपी एचआर नितिन पाल, माइक्रोसॉफ्ट से यूनिवर्सिटी रिकू्रटिंग रिलेशन इंडिया लीड मौ0 फहाद, सोमानी सरेमिकस के एचआर हेड अतिश भट्टाचार्य, एसएआर गु्रप ऑफ कंपनीज के जनरल काउंसिल प्रशांत अग्रवाल, सेंटर फॉर साइट के कंपनी सेक्रेटरी एवं लीगल हेड सतीश पांडे, एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स के सीनियर वीपी हेमेन्दु सिन्हा, इंजी इंडिया के जनरल काउंसिल पथिक अरोडा, केपीआईटी टेक्नोलॉजी से हेड कैंपस अबिनाश मोहपात्रा, वीवीडीएन टेक्नोलॉजी से सुबनेश शर्मा, इंफोगेन के सीएचआरओ राजीव नेथानी, सैप से एपीजेसी हेड टेलैंट एक्वीजीशन कमल स्टेफेन, टेक महिंद्रा के फ्रेशर हायरिंग एंड ट्रेनिंग हेड उमेश गंजाले हम्मूराबी एंड सोलोमन पार्टनर्स की ज्योति चौधरी, विष्णु मेहरा एंड कंपनी के पार्टनर करन मेहरा, एनएलयू दिल्ली की डा. सुशीला, लिनोवो इंडिया से सुजो जोसेफ, सोपरा बैंकिंग सॉफ्टवेयर के टेलैंट एक्वीजीशन अमित जौहरी, ऑरिएंट बेल से सुमित सलुजा, ब्लूपाई कंसल्टिंग की डायरेक्टर एचआर मोनिका मारवाह, एटलासिएन के टीए एंड साइट लीड वेंकटेश नीलम, आईओसीएल के डीजीएम दीप चंद वर्मा व सीनियर मैनेजर राम राज, पारेख इंटेग्रेटेड सर्विस के हेड एचआर बालासुब्रमण्यम सेतुरमन, अमंत्य टेक्नोलॉजी की वीपी एचआर टीए ममता यादव, फेरे टेक्नोलॉजी की एसोसिएट वाइस प्रेसीडेंट मोनिका पाराशर, सन फ्यूल इलेक्ट्रिक के फाउंडर सुधीर नायक, सोपरा स्टेरिया के हेड प्रभंजन प्रसून, गोल्ड स्टार ज्वेलरी वाइस प्रेसीडेंट सौम्या बडग्यान, कंतार एनालिटिक से तन्वी चतुर्वेदी, युबी के सीएचआरओ अभिषेक मेहरोत्रा, ब्लूव्हील्स से प्रणय प्रकाश, जेयू एग्री साइंसेस से शिवाजी सिंह, यंग माइंडस व वीमेन विद विंग्स की शैफाली संगल, क्रेडलवाइज से आशीष बंका, आरवी सॉल्यूशंस से भावना सचदेवा, मेगामेक्स गु्रप से राजेश सिंह, कुसुम हेल्थकेयर से अनिल त्यागी, आर्ट हाउसिंग फाइनेंस से अनिल साहनी, बिजस्ट्रीट से रिषभ कुमार, एनिक्स सिस्टम से निधि वाजपेयी एवं अमित मिश्रा, सेफएक्सप्रेस से विजय वशिष्ठ, जेनेक्स एनीमल हेल्थ से स्वाती गुप्ता, आरएनएफ टेक्नोलॉजी से गुंजन मिश्रा, वीईई टेक्नोलॉजी के सीएचआरओ भूपेन्द्र जोशी, विंडमोलर एंड होल्शर गु्रप के हेड एचआर भरत राना, पेंटर वाटर इंडिया हेड एचआर सुनील त्यागी, बिजीनेक्सट से लिपिका मोहंती, कोफोर्ज से अनीश जेन, क्लेरिऑन टेक्नोलॉजी से राजशेखर विश्वनाथन, मोबीलर से रिषी बंसल, एक्सपोरा से जेमिन शाह, एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक से सचिन शर्मा, सिंपल एनर्जी से श्रीनाथ, एनसीआर वोयीक्स से मोनिका सिंह ने अपने अनुभव एवं ज्ञान को विद्यार्थियों संग साझा किया।
इस अवसर पर जीएलए के प्रतिकुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता, प्रबंधन संकाय के निदेशक प्रो. अनुराग सिंह, विधि संकाय के डीन प्रो. सोमेश धमीजा, सीईए विभाग के डीन प्रो. अशोक भंसाली ने आमंत्रित अतिथियों को स्मृति चिन्ह् भेंटकर सम्मानित किया। समिट में बतौर मीडिया पार्टनर बिजनेस स्टेंडर्ड का सहयोग रहा।
वीपीएस के छात्रों ने संस्कृति कैंपस यात्रा में सीखी भावी कैरियर की सही दिशा
वृंदावन। छात्रों के जीवन में शैक्षिक उत्कृष्टता के साथ-साथ सही समय पर करियर का सही दिशा निर्देश भी आवश्यक होता है ताकि वे अपने करियर को अपनी रुचि, क्षमता, दक्षता, कौशल से एक मुकाम पर ले जाएं। इसी उद्देश्य से मथुरा मार्ग स्थित वृंदावन पब्लिक स्कूल के छात्रों को कैरियर संबंधी मार्गदर्शन देने के लिए समय – समय पर लब्ध प्रतिष्ठत विश्वविद्यालयों द्वारा कुशल विशेषज्ञों के निर्देशन में सेमिनार आयोजित किए जाते हैं। इसका उद्देश्य कैरियर मार्गदर्शन और कैंपस टूर प्रदान करना है, जिसमें विभिन्न प्रकार की प्रयोगशालाएं और अन्य शैक्षणिक चीजें शामिल हैं जो छात्रों को उनके भविष्य के कैरियर में सहायक होती है।
शनिवार को संस्कृति यूनिवर्सिटी के तत्वावधान में वी पी एस के छात्र करियर गाइडेंस के लिए सेमिनार में सम्मिलित हुए, जहां उन्होंने करियर को चुनने में कई विकल्पों की जानकारी ली। जिनसे अब तक वह अनभिज्ञ रहे।
सेमिनार संयोजक राजीव सिंह ने कक्षा 11 व 12 वीं के विज्ञान, वाणिज्य व कला वर्ग के विद्यार्थियों को विभिन्न क्षेत्रों के बारे में जानकारी दी। इसके लिए समस्त छात्रों ने प्रबंधन समिति के प्रति आभार व्यक्त किया। इस शैक्षिक सेमिनार में भारत भूषण उपाध्याय व शिवानी वर्मा आदि का सहयोग रहा।