Saturday, October 11, 2025
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यूपी में आज 2287 कोरोना मरीज सामने आए, 157 संक्रमितों की मौत

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लखनऊ। पिछले एक सप्ताह में कोरोना के मामलों में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है, लेकिन कोविड से मौत के आंकड़ों में मामूली अंतर मिला है। शनिवार को प्रदेश में दो हजार 287 नए मामले सामने आए हैं। वहीं कोरोना से 157 लोगों की मौत हुई है। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि शनिवार को 7902 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में एक्टिव केस भी घटे हैं। इस समय एक्टिव केसों की संख्या 46021 रह गई है। उन्होंने बताया कि 96.1 रिकवरी हुई है।

पीएम मोदी का बड़ा एलान: कोरोना की वजह से अनाथ हुए बच्चों को पीएम केयर्स से दिए जाएंगे 10 लाख

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नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक और बड़ी घोषणा की है। पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना महामारी में जो बच्चे अनाथ हो गए हैं उन्हें पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना के तहत सहायता दी जाएगी। ऐसे बच्चों को 18 साल की उम्र में मासिक वजीफा और 23 साल की उम्र में पीएम केयर्स से 10 लाख रूपये का फंड दिया जाएगा। ऐसे बच्चों को केंद्र सरकार मुफ्त शिक्षा सुनिश्चित करेगी। यह जानकारी प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा दी गई है।

पीएमओ ने यह भी बताया कि कोरोना की वजह से जिन बच्चों ने अपने माता और पिता को खो दिया है, उन्हें उच्च शिक्षा के लिए लोन की सहायता दी जाएगी। पीएम केयर्स फंड से इसका ब्याज दिया जाएगा। इसके साथ ही उन्हें 18 साल तक 5 लाख रुपये का मुफ्त स्वास्थ्य बीमा भी मिलेगा। इसके प्रीमियम का भुगतान पीएम केयर्स फंड से किया जाएगा।

इस खास सहायता का एलान करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ऐसे कठिन समय में एक समाज के रूप में हमारा कर्तव्य है कि हम अपने बच्चों की देखभाल करें और एक उज्ज्वल भविष्य की आशा जगाएं। कोविड-19 के कारण माता-पिता या जीवित माता-पिता या कानूनी अभिभावक/दत्तक माता और पिता दोनों को खोने वाले सभी बच्चों को ‘पीएम-केयर्स फॉर चिल्ड्रन’ योजना के तहत सहायता दी जाएगी।

प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से बताया गया कि पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन के सौजन्य से कोरोना प्रभावित बच्चों के समर्थन और उनके सशक्तिकरण के लिए कदम उठाया गया है। सरकार उन बच्चों के साथ खड़ी है, जिन्होंने कोरोना के कारण अपने माता-पिता को खो दिया है।

के.डी. डेंटल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल में हुआ ऑनलाइन वेबिनार


डॉ. विशाल गुप्ता ने छात्र-छात्राओं को बोन ग्राफ्टिंग की उपयोगिता समझाई

मथुरा। के.डी. डेंटल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल के डीन और प्राचार्य डॉ. मनेश लाहौरी द्वारा शनिवार को एक ऑनलाइन वेबिनार का आयोजन किया गया। इस वेबिनार में जाने-माने दंत रोग विशेषज्ञ और डब्ल्यूसीओआई जापान द्वारा पुरस्कृत डॉ. विशाल गुप्ता ने इम्प्लांटोलॉजी में “गाइडेड बोन रीजनरेशन” विषय पर अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने छात्र-छात्राओं को बोन ग्राफ्टिंग की उपयोगिता समझाई।


डॉ. विशाल गुप्ता ने के.डी. डेंटल कॉलेज से ही दंत शल्य चिकित्सा में स्नातक की पढ़ाई पूरी की। 2009 में उन्होंने ग्रेजुएशन के दौरान ही एक साल का डेंटल इम्प्लांट प्रोग्राम पूरा किया। डेंटल कॉलेज और फिर विश्व प्रसिद्ध, यूसीएलए (यू.एस.ए.) से डेंटल इम्प्लांटोलॉजी में एक साल का मास्टर्स प्रोग्राम पूरा करने वाले डॉ. विशाल गुप्ता ने वेबिनार में बोन ग्राफ्टिंग पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बोन ग्राफ्टिंग का उपयोग करके इम्प्लांट लगाने से पहले रूटीन डेंटल प्रैक्टिस में सामने आए सिंगल टूथ बोन डिफेक्ट, मल्टीपल टूथ बोन डिफेक्ट या पूरे जबड़े को कवर करने वाले दोष का इलाज करने का छात्र-छात्राओं को रोडमैप भी समझाया। डॉ. गुप्ता ने पृष्ठभूमि, सिद्धांत, प्रोटोकॉल, गाइडेड बोन रीजनरेशन में प्रयुक्त सामग्री, सफलता का मानदंड और जीबीआर के दीर्घकालिक परिणामों पर भी चर्चा की। उन्होंने अस्थि झिल्लियों के उपयोग पर भी जोर दिया।

इस दौरान संस्थान के भावी दंत चिकित्सकों ने लाइव प्रश्नावली के माध्यम से कई तरह के सवाल भी पूछे जिनके डॉ. गुप्ता ने सटीक जवाब दिए। उन्होंने बहुत अच्छे तरीके से छात्र-छात्राओं की जिज्ञासा को शांत किया। डॉ. गुप्ता की जहां तक बात है वह आगरा और नई दिल्ली शहरों में सफल दंत प्रत्यारोपण हॉस्पिटल चलाने के साथ-साथ यूसीएएस, एमयूआरसीआईए, स्पेन और बुसान विश्वविद्यालय (कोरिया) जैसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों के साथ विभिन्न राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय दंत प्रत्यारोपण प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भारत का गौरव बढ़ाया।

डॉ. गुप्ता ने “ट्रीटमेंट प्लानिंग स्टेप्स इन ओरल इम्प्लांटोलॉजी, ए कलर्ड एटलस” पुस्तक भी लिखी है, जिसकी पहली प्रति उन्होंने भारत के पूर्व राष्ट्रपति, स्वर्गीय प्रणब मुखर्जी को 2017 में भेंट की थी। इन्हें डब्ल्यूसीओआई जापान से एक राजनयिक पुरस्कार भी मिला है। इन्हें आईसीडी, यूएसए और एओआई, भारत से फेलोशिप भी प्राप्त हुई हैं। डॉ. गुप्ता एक फैकल्टी के रूप में फुकेत में रोटरी क्लब, यूएसए द्वारा आयोजित वर्ल्ड डेंटल ट्रीटमेंट कैंप का हिस्सा भी रह चुके हैं।

वेबिनार को छात्र-छात्राओं ने बहुत उपयोगी बताया तथा संस्थान के प्राचार्य डॉ. मनेश लाहौरी ने डॉ. गुप्ता का आभार माना। वेबिनार के सफल आयोजन में के.डी. डेंटल कॉलेज के प्राध्यापकों तथा प्रशासनिक अधिकारी नीरज छापड़िया का विशेष योगदान रहा। संस्थान के प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने कहा कि ऐसे वेबिनारों से छात्र-छात्राओं को बहुत कुछ सीखने को मिलता है। छात्र-छात्राएं जो भी सीखते हैं उन्हें समय-समय पर उनका प्रयोग भी अमल में लाना चाहिए।

UP बोर्ड कक्षा 10 की परीक्षा रद्द, 12वीं की परीक्षा जुलाई के दूसरे सप्ताह में होंगी


लखनऊ। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने हाल ही में ऐलान किया है कि यूपी बोर्ड की कक्षा दस की परीक्षा रद़्द कर दी गई है। कक्षा दस के विद्यार्थी प्रमोट किए जाएंगे। वहीं 12वीं की बोर्ड परीक्षा एक माह के बाद जुलाई के दूसरे सप्ताह में आयोजित की जाएंगी। उप मुख्यमंत्री ने बताया कि बोर्ड परीक्षा समय 1.30 घंटे कम किया जाएगा। बोर्ड परीक्षाओं 10 में से तीन प्रश्नों का जवाब देना होगा। उप मुख्यमंत्री ने यह जानकारी हाल ही में दी है।

जुलाई में होगी 12वीं की परीक्षा

दिनेश शर्मा ने बताया कि बच्चों के भविष्य को देखते हुए कक्षा 12वीं की परीक्षा को कराने का निर्णय लिया गया है। इस दौरान सभी किस्म की सावधानियां बरतते हुए जुलाई के दूसरे सप्ताह में परीक्षा को प्रस्तावित किया गया है। जल्द ही पूरा शेड्यूल जारी कर दिया जाएगा। खास बात है कि इस बार परीक्षा सिर्फ 15 दिन में खत्म हो जाएगी। साथ ही पेपर का समय 3 घंटे से घटाकर डेढ़ घंटे कर दिया गया है. किसी भी पेपर में 10 सवाल होंगे। उसमें से 3 के जवाब देने होंगे।

10वीं की परीक्षा रद्द

वहीं, जिस बात का अनुमान लगाया जा रहा था, वही हुआ. कक्षा 10वीं की परीक्षा को रद्द करने का फैसला लिया गया है। डिप्टी सीएम ने बताया कि बच्चों के हित को देखते हुए 10वीं की परीक्षा को रद्द करने का निर्णय लिया गया है। अब छात्र कक्षा 10वीं के छात्र सीधे 11वीं के लिए प्रमोट कर दिए जाएंगे. इस विषय में उत्तर प्रदेश मध्यमिक शिक्षा परिषद को दिशा-निर्देश बनाने को कहा गया है।

बोर्ड अपलोड करा रहा है नंबर्स

गौरतलब है कि इससे पहले यूपी बोर्ड की ओर से स्कूल को आदेश दिए गए थे कि कक्षा 9वीं और 10वीं के प्रीबोर्ड-छमाही के अंक वेबसाइट पर अपलोड किए जाएं। माना जा रहा है कि इसी के आधार पर कक्षा 10वीं के परिणाम जारी किए जाएंगे। हालांकि, अभी तक बोर्ड की ओर से कोई जानकारी सामने नहीं आई है कि रिजल्ट के लिए क्या रोड मैप अपनाया जाएगा।

वात्सल्य ग्राम में तैयार हो रहा 100 ऑक्सीजन बेड का अस्पताल, 31 मई को होगा शुभारंभ

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वृन्दावन। कोरोना महामारी को देखते हुए वात्सल्य ग्राम में सौ ऑक्सीजन बेड अस्पताल का तैयार किया जा रहा है। जिसे वात्सल्य कोविउ सेंटर नाम दिया गया। इसका शुभारंभ 31 मई को किया जाएगा। इस अस्पताल में न सिर्फ कोविड मरीजों का इलाज होगा बल्कि अन्य रोगों से परेशान रोगियों का भी इलाज हो सकेगा। यह आधुनिक व प्राचीन चिकित्सा पद्दति मिश्रित यह पहला अस्पताल होगा।

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने जिस तरीके से देश भर में अपना कहर बरपाया है। बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में लोगो ने अपनो को खोया है। अब उससे निजात पाने के लिये तैयारियां शुरू हो चुकी है। आईसी एमआर द्वारा जल्द ही तीसरी लहर की सम्भावना जताई जा रही है। लोग एक बार इलाज के अभाव में दम न तोड़े। इसके लिये सामाजिक सरोकार से जुड़ी संस्थाएं आगे बढ़ रही है। वात्सल्यग्राम ने भी बेहतर इलाज मुहैया कराने का संकल्प दोहराया है। 31 मई को सौ शैय्या कोविड केयर सेंटर का शुभारंभ किया जा रहा है।

साध्वी ऋतम्भरा ने बताया कि यह अस्पताल आधुनिक व प्राचीन चिकित्सा पद्दति का मिश्रण होगा। अस्पताल में मरीजो को शारिरिक, मानसिक व बौद्विक रूप से सबल बनाया जायेगा।

पंडित मृदुलकांत शास्त्री ने बताया कि यह अस्पताल सिर्फ कोविड इलाज के लिये नही है। आने वाले समय मे इस अस्पताल में अन्य बीमारियों का इलाज भी कुशल चिकित्सको द्वारा किया जाएगा। जिससे जनपद को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सके।

बरसाना के धौनी कुण्ड के समीप पेड़ से लटका मिला साधु का शव

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बरसाना। निकटवर्ती गांव चिकसोली में स्थित कुण्ड पर एक साधु का शव पेड़ पर फंदे से लटका मिला। शव से तेज दुर्गंध आ रही है। पुलिस द्वारा बताया जा रहा है कि शव करीब 3-4 दिन पुराना प्रतीत हो रहा है। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।

बरसाना के गांव चिकसोली में स्थित धौनी कुण्ड पर झोंपड़ी बनाकर कई साधु रह रहे हैं। विगत चार पांच वर्ष पहले अयोध्या से आए श्यामदास नामक साधु भी धौनी कुण्ड पर रहने लगा। शनिवार को उक्त साधु का शव एक पेड़ पर फंदे पर लटका मिला। शव की जानकारी तब मिली जब जंगल गए ग्रामीणों को पेड़ से लटके साधु के शव को देखा गया। उन्होंने ग्राम प्रधान मुरारी शर्मा को यह जानकरी दी। प्रधान ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव को पेड़ से उतरवा कर पोस्टमार्टम के भेज दिया।

एसआई शिव कुमार शर्मा ने बताया कि एक साधु का शव पेड़ पर फंदे पर लटका मिला है। शव से दुर्गंध आनी शुरू हो गई है इसके कारण शव तीन से चार दिन पुराना प्रतीत लग रहा है। उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। मौत का कारण स्पष्ट नही हो सका है। जांच की जा रही है।

अब केन्द्र राज्यों को नहीं देगा रेमडेसिविर इंजेक्शन, सीधे कंपनी से करनी होगी खरीदारी

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नई दिल्ली। देश में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान हर तरफ रेमडेसिविर इंजेक्शन की मारामारी देखी गई। यूपी सहित कई राज्यों में इंजेक्शन की जमकर कालाबाजारी हुई। इसके अलावा कई शहरों में पुलिस ने नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन भी जब्त किए। कम प्रोडक्शन होने के चलते ये इंजेक्शन केंद्र सरकार की तरफ से दी जा रही थी। लेकिन सरकार ने ऐलान किया है कि अब राज्य सरकार खुद अपनी जरूरत के हिसाब से ये इंजेक्शन खरीद सकते हैं।

केन्द्रीय रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने शनिवार को ऐलान किया कि सरकार ने राज्यों को रेमडेसिविर के केंद्रीय आवंटन को बंद करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि नेशनल फार्मास्युटिकल्स प्राइसिंग एजेंसी और सीडीएससीओ को देश में रेमडेसिविर की उपलब्धता पर लगातार नजर रखने का निर्देश दिया गया है।

अब ज्यादा हो रहा है प्रोडक्शन

सरकार के मुताबिक अब देश में रेमडेसिविर इंजेक्शन बनाने के प्लांट 20 से बढ़कर 60 हो गए हैं। साथ ही सरकार ने कहा है कि अब डिमांड से ज्यादा सप्लाई है। मंडाविया ने सोशल मीडिया पर ऐलान करते हुए लिखा, ‘मुझे आप सभी को ये बताते हुए खुशी और संतुष्टि हो रही है कि रेमडेसिविर का उत्पादन दस गुना बढ़ गया है। पीएम मोदी के कुशल नेतृत्व में 11 अप्रैल 2021 को हर रोज़ 33,000 इंजेक्शन की वायल बन रही थी। लेकिन अब हर रोज़ ये बढ़ कर साढ़े 3 लाख पहुंच गया है।’

कोरोना के इलाज में इस्तेमाल

बता दें कि अमेरिका की कंपनी गिलिएड साइंसेस के पास रेमडेसिविर का पेटेंट है। उसने चार भारतीय कंपनियों से इसे बनाने का एग्रीमेंट किया, वो कंपनियां हैं-सिप्ला, हेटेरो लैब्स, जुबलिएंट लाइफसाइंसेस और मिलान। ये चारों कंपनियां बड़े पैमाने पर उसे बनाती हैं और दुनिया के तकरीबन 126 देशों को इसका निर्यात करती हैं। ये मंहगी दवा है, जिसकी कीमत भारतीय बाजार में करीब 4800 रुपये है लेकिन कालाबाजार में ये कहीं ज्यादा ऊंची कीमत में बेचा जा रही थी।

2 वर्ष के कोरोना काल में सर्वाधिक पीड़ित व्यापारी वर्ग को राहत दे सरकार: अजय कांत गर्ग

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मथुरा। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष अजय कांत गर्ग ने केंद्र एवं प्रदेश सरकार को कोरोना महामारी के कारण व्यापारी वर्ग हो रही परेशानियों से अवगत कराया है। उन्होंने कोरोना काल में व्यापारियों पर हुए केस वापस लेने के अलावा बिजली बिल, टैक्स में भी राहत देने की मांग की है। इसके अलावा व्यापारियों को व्यापार खोलने की छूट देने की मांग की है।


श्री गर्ग ने सरकारों से अनुरोध करते हुए कहा है कि कोरोना से सर्वाधिक पीड़ित वर्ग व्यापारी वर्ग है जो एक तरफ अपने दुकानों को ,उद्योगों को बंद करके बैठा है वहीं सभी प्रकार के टैक्स, कर्मचारियों को वेतन,बिजली का बिल, अनेकों देनदारियां एवम सभी खर्चे उसको समय पर देने पड़ रहे हैं। जबकि उसके लिए किसी भी तरह की राहत ना पिछले वर्ष मिली ना इस बार अभी तक मिली है। यहां तक की व्यापारियों को कोरोना योद्धा घोषित करने की बात थी वह भी पूरी नहीं हुई।

उन्होंने प्रदेश एवं केंद्र सरकारों से अनुरोध किया है कि व्यापारी वर्ग केंद्र और प्रदेश सरकारों को यहां एक ओर राजस्व देता है बल्कि हजारों करोड़ों लोगों को अपने यहां अनेकों तरह की नौकरी करने के अवसर प्रदान करता है। विपदा आने पर यह वर्ग हर समय समाज के हर वर्ग का सहयोग करता है लेकिन पिछली कोरोना लहर में एवं अबकी बार फिर से कोरोना लहर में व्यापारी का बंद व्यापार असहनीय हो गया है।

उन्होंने प्रदेश सरकार से एवं केंद्र सरकार से तुरंत व्यापारी वर्ग को राहत देने की अपील करते हुए कोरोना काल में मुकदमों को वापस लेने, प्रत्येक शहर कपितय अधिकारियों द्वारा व्यापारी को प्रताड़ित करते हुए जितने चालान काटे हैं उन चालानों को वापसी लेने एवं बैंक ब्याज, बिजली बिल, आयकर, जीएसटी आदि मैं भी रियायत देने के साथ ही व्यापारी वर्ग को अपना व्यापार खोलने की अनुमति देने का अनुरोध किया है।

अलीगढ़ शराब कांड: अब तक 28 की मौत, कई ने गंवाई आंखों की रोशनी, 6 गिरफ्तार

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अलीगढ़। अलीगढ में जहरीली शराब से मौतों का सिलसिला जारी है। एक साल के अंदर छठी बार प्रदेश में जहरीली शराब ने लोगों की जिंदगियां छीन ली हैं। इस बार जहरीली शराब से एक के बाद एक मौतें अलीगढ के चार थाना क्षेत्र में हो रही हैं। जहरीली शराब पीने से मरने वालों की तादाद अब 28 पहुंच गई है। इसके अलावा कई लोगों की आखों की रोशनी चली गई है। इस मामले में अब तक 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है। डीएम ने घटना की मैजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। वहीं जिला आबकारी अधिकारी समेत पांच अधिकारियों को सस्पेंड किया गया है।

प्रशासन ने 22 मौतों की पुष्टि की

तीन अलग-अलग इलाकों में सरकारी ठेकों से देसी शराब खरीदी गई थी। अलीगढ़ के एसएसपी ने अब तक 22 लोगों की मौत की पुष्टि की है। वहीं डेढ़ दर्जन से ज्यादा लोगों की हालत अभी भी लगातार नाजुक बनी हुई है। करसुआ,अंडला, हैवतपुर,फतेहपुर,सुजापुर,छेरत गांव के साथ अब रायट गांव के पांच लागों की मौत हो गई है। वहीं शराब पीने से गंभीर हालत में 15 लोग जेएन मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है।

इससे पहले अलीगढ़ के अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व विधान जयसवाल ने बताया कि थाना लोधा, खैर और जवां के कुछ गांवों में शराब के सेवन से 18 व्यक्तियों (सरकारी आंकड़ा) की मृत्यु हुई है। 12 लोगों की हालत नाजुक है और उनका इलाज किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले के निवासी मृतकों को मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना कल्याण योजना के तहत 5-5 लाख की आर्थिक सहायता राशि दिए जाने की कार्रवाई शासन-प्रशासन स्तर से की जा रही है।

कई ने इलाज के दौरान गंवाई आंखों की रोशनी

अस्पताल में भर्ती कई लोगों की हालत गंभीर है। वहीं जिन लोगों का इलाज चल रहा है, उनमें से कई ने अपनी आंखों की रोशनी गंवा दी है। जिला प्रशासन को गांव करसुआ और खैर कोतवाली क्षेत्र के गांव अंडला, नंदपुर पला, राइट, हेतपुर में जहरीली शराब के पीने से कई लोगों की मौत की सूचना पर मिली थी। प्रशासन ने बीमार लोगों को ऐंबुलेंस से जिला अस्पताल भिजवाया।

उधर, घटना के बाद ग्रामीणों में भारी आक्रोश पनप गया। ग्रामीणों ने प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के सामने विरोध जताया। इसी दौरान पता चला कि गांव के बाहर आईओसी बॉटलिंग प्लांट पर आए कंटेनरों के दो ड्राइवर लापता हैं। बाद में दोनों अपने कंटेनरों में बेहोश पड़े मिले। उन दोनों को भी तत्काल जिला अस्पताल भिजवाया गया।

जिला आबकारी अधिकारी समेत 5 सस्पेंड

घटना के बाद अपर मुख्य सचिव (आबकारी) संजय एस भूसरेड्डी ने अलीगढ़ के जिला आबकारी अधिकारी धीरज शर्मा, आबकारी निरीक्षक राजेश कुमार यादव, चंद्रप्रकाश यादव, प्रधान आबकारी आरक्षी अशोक कुमार और आरक्षी रामराज राना को निलंबित कर दिया है। तीनों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के भी निर्देश दिए गए हैं।

डीएम चंद्रभूषण सिंह ने मामले में एडीएम प्रशासन को मैजिस्ट्रेटी जांच सौंप दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आरोपियों पर एनएसए लगाने का आदेश देते हुए मामले में सख्त कार्रवाई की बात कही है।

समाज कल्याण विभाग में निलंबित बाबू की पत्नी 5 साल से न्याय के लिए भटक रही है दर-दर, कहा- पति बेवफा है

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मथुरा। पिछले माह करोड़ों के छात्रवृति घोटाले में निलंबित हुए समाज कल्याण विभाग में बाबू की पहली पत्नी पति की बेवफाई से परेशान होकर न्याय के लिए दर-दर भटक रही है। शनिवार को महिला फिर राजीव भवन में अधिकारियों के पास न्याय की लेकर आई। महिला का पति पर यह भी आरोप हे कि उसने एक पत्नी होते दूसरी शादी की है। अब वह पत्नी और बच्चे से दूर हो गया है। पत्नी ने इस संबंध मे पति यानि बाबू के विरुद्ध पुलिस केस भी दर्ज किया है। लेकिन पुलिस ने भी इस मामले में किसी तरह की क कार्रवाई नहीं की है।


राजीव भवन पहुंची समाज कल्याण विभाग के निलंबित बाबू नवीन मल्होत्रा की एक पत्नी ने बताया कि उसके पति समाज कल्याण विभाग में कनिष्ठ लिपिक के पद पर कार्यरत थे। पिछले महीने वह निलंबित हो गए हैं। बाबू की पहली पत्नी का आरोप है कि उसके होते हुए पति ने विभाग में ही कार्य करने वाली एक चित्रा नाम की लड़की से शादी रचा ली है। उसके एक 11 नवंबर को एक बेटा भी हो गया है। इस संबंध में दो बार प्रार्थना पत्र एसपी सिटी और समाज कल्याण विभाग में भी दे चुकी हूं। लेकिन न पुलिस ने ही किसी तरह की कार्रवाई न ही विभाग ने पत्नी शिकायत पर गौर किया। बाबू की पहली पत्नी का कहना हे कि समाज कल्याण विभाग में तीन बार प्रार्थना पत्र दे चुकी हैं।

बाबू नवीन मल्होत्रा की पहली पत्नी ने बताया कि उनके पति घर पिछले 5 साल से नहीं आ रहे हैं। उनके तीन बच्चे हैं। जो कि अभी पढ़ रहे हैं। समाज कल्याण विभाग में अधिकारियों ने पहली पत्नी को बताया कि उनके पति की जांच डिप्टी डायरेक्टर स्तर पर हो रही है। वहां जाकर वह बयान दर्ज करा कर आएं।

पीड़ित पत्नी ने कहा कि मेरे होते हुए दूसरी शादी पति कैसे कर सकता है। दूसरी शादी अवैध है। इस संबध में कई बाद पुलिस से भी गुहार लगाई है। लेकिन पुलिस इस मामले की लगातार अनदेखी कर रही है और उसे न्याय नहीं दिला रही है।