Wednesday, October 22, 2025
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खुद पर विश्वास ही सफलता की महत्वपूर्ण सीढ़ी : नीरज

  • जीएलए विश्वविद्यालय की प्रयास टीम ने मुरादाबाद के चंदौसी में आयोजित किया ‘सुनो अपने दिल की‘ एवं ‘श्रेयांस सत्कार समारोह‘ कार्यक्रम

मथुरा : जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा ने मुरादाबाद के चंदौसी नगर में ‘सुनो अपने दिल की‘ एवं ‘श्रेयांस सत्कार समारोह‘ कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम में विभिन्न इंटर स्कूली छात्रों के करीब एक हजार छात्रों को जीएलए के सीईओ मोटिवेशनल स्पीकर नीरज अग्रवाल ने ढेरों सफलता के मंत्र दिए। इसके बाद जीएलए विश्वविद्यालय के अल्यूमिनाई और उनके अभिभावकों को सम्मानित किया।

मोटिवेशनल स्पीकर नीरज का मानना है कि समय-समय पर आयोजित छात्रों के पेशन को बदलने के लिए विभिन्न सेशनों के माध्यम से जितने छात्रों तक पहुंचा जाय वह उनके लिए कम है। अब तक वह 20 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं से रूबरू हो चुके हैं। आज वह कहते हैं कि इन 20 हजार में से अगर 20 छात्रों ने भी सफलता की सीढ़ी को चूम लिया तो उनका मिशन सफल होगा।

इसी मिशन को सफल बनाने और छात्रों में उमंग पैदा करने के लिए मंगलवार को विश्वविद्यालय की प्रयास टीम द्वारा आयोजित ‘सुनो अपने दिल की‘ कार्यक्रम में सिल्वर स्टोर सीनियर सेकेंड्री स्कूल, केएचएमसी स्कूल, एंग्लो वेदिक कॉन्वेंट स्कूल, भगतजी इंटरनेशनल स्कूल भजोही, जीके सिल्वर स्टोन स्कूल, न्यू सत्यम एकेडमी, एएम वर्ल्ड स्कूल, सिल्व स्टोन स्कूल, ओपजीएम स्कूल चंदौसी, डी पॉल स्कूल बिलारी, एसडीबी स्कूल बिसौली, सरस्वती विद्या मंदिर, एंजल पब्लिक स्कूल, एचएम ग्लोबल स्कूल संभल के करीब एक हजार छात्र-छात्राओं को सफलता के ढेरों मंत्र देते हुए नीरज ने कहा कि हर कोई व्यक्ति किसी न किसी से प्यार करता है। यह अक्सर देखा भी जाता है और सुना भी, लेकिन व्यक्ति ने कभी भी अपने आप से प्यार नहीं किया और न ही अपनी पीठ थपथपायी। छात्रों हमेषा अपने आप से प्यार करना सीखो और कभी अपने आपको भी धन्यवाद दो। एक शेर के माध्यम से अपनी बात रखते हुए कहा कि यकीन करिए उम्मीद खोना, हाथ पांव खोने से कहीं अधिक बुरा है। उम्मीद हमेशां बनाये रखें और उस उम्मीद को पूरा करने को एड़ी चोटी का जोर लगाएं।

छात्र-छात्राओं को अपनी जिम्मेदारियां, अपना भविश्य, अपना रूख खुद तय करना होगा। दुनियां में कोई कार्य ऐसा नहीं जो हम खुद न कर सकें। उन्होंने और शेरो- शायरी के माध्यम से अपनी बात को विराम देते हुए कहा कि हार हो जाती है जब मान लिया जाता है, जीत तब होती जब ठान लिया जाता है।

‘सुनो अपने दिल की‘ कार्यक्रम के तत्पश्चात ‘श्रेयांस सत्कार समारोह‘ आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में मुरादाबाद मंडल के विभिन्न क्षेत्रों से जीएलए विश्वविद्यालय के अल्यूमिनाई एवं उनके अभिभावकगण उपस्थित हुए। इस अवसर पर जीएलए के सीईओ नीरज अग्रवाल एवं प्रतिकुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता ने 100 से अधिक अल्यूमिनाई और अभिभावकों को पीत-पट्टिका और सम्मान पत्र एवं उपहार भेंटकर सम्मानित किया। सम्मान पाकर अभिभावकों के चेहरे खिल उठे। जीएलए के छात्र रहे शांतनु मित्तल के पिता अनुराग मित्तल ने कहा कि सम्मान पाकर ऐसा लग रहा है कि हम अपने किसी पारिवारिक कार्यक्रम में आये और यह सम्मान हमें अपने ही किसी ने दिया। उन्होंने कहा कि वह अपने बेटे को जीएलए से शिक्षा दिलाकर बहुत खुश हैं। जीएलए उत्कृष्ट शिक्षा का बेहतर संस्थान। इसी दौरान विभिन्न स्कूलों के 50 से अधिक शिक्षकों को सम्मानित किया गया। इसी दौरान अल्यूमिनाई ने अपने अनुभव भी साझा किए। देर शाम स्कूल प्राचार्यों के साथ जीएलए के सीईओ एवं प्रतिकुलपति ने चाय पर चर्चा की।

इस दौरान प्रतिकुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता ने अल्यूमिनाई और उनके अभिभावकों को विश्वविद्यालय परिवार का हिस्सा बताया। कहा कि छात्र-छात्राओं की सफलता से विश्वविद्यालय का नाम रोशन हो रहा है। यहां छात्र विश्वभर में अच्छी नौकरियों में हैं। उन्होंने बताया कि जीएलए परिवार ने पूर्व से अब तक बहुत इजाफा किया है। अब जीएलए विष्वविद्यालय ने मथुरा के अलावा नोएडा में भी अपना ऑफ कैंपस खोला है। जहां छात्रों को शिक्षा प्रदान करना शुरू हो चुका है। इसके अलावा जीएलए ऑनलाइन कोर्सेज भी संचालित कर रहा है। ऑनलाइन कोर्स में छात्रों की अच्छी खासी संख्या है। यह सब जीएलए परिवार के ही सदस्य हैं।

कार्यक्रम का संचालन अंग्रेजी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डा. विवेक मेहरोत्रा एवं तान्या श्रीवास्तव ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में डा. अमित अग्रवाल, अमित शंखधर, शशांक, कनक एवं एकता शर्मा का सहयोग सराहनीय रहा।

अखिल भारतीय ताइक्वांडो प्रतियोगिता में लहराया धानुका की छात्राओं ने लहराया परचम

  • छवि सारस्वत का हुआ S.G.F.I. में चयन
  • अन्य प्रतियोगिताओं में भी विद्यालय की छात्राएं अब्बल रहीं

वृंदावन। 35 वीं अखिल भारतीय ताइक्वांडो प्रतियोगिता महावीरी सरस्वती विद्या मंदिर में आयोजित हुई। जिसमें हनुमान प्रसाद धानुका विद्यालय की 5 छात्राओं ने प्रतिभागिता की। जिसमें प्रथम स्थान पर छवि सारस्वत रही। द्वितीय स्थान आयुषी पाल, रिद्धि चौधरी व तृतीय स्थान परी गोयल, अर्चना कुमारी ने प्राप्त किया
प्रधानाचार्य डॉ अंजू सूद ने बताया कि प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली छात्रा छवि सारस्वत आने वाली प्रतियोगिता जो विदिशा (मध्य प्रदेश) में 8 नवम्बर से 12 नवम्बर 2024 तक आयोजित प्रतियोगिता में प्रतिभागिता करेगी।
वहीं 35 वीं अखिल भारतीय योगासन खेलकूद प्रतियोगिता हेमराज सरवती विद्या मंदिर, गाजियाबाद में 2 अक्टूबर से 6 अक्टूबर तक आयोजित हुई जिसमें विद्यालय की छात्रा उन्नति ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
सी०बी०एस०ई० द्वारा आयोजित शतंरज प्रतियोगिता नालन्दा वर्ल्ड स्कूल, सहारनपुर में 28 सितम्बर से 1 अक्टूबर 2024 तक आयोजित हुई जिसमें अंडर-19 में आराध्या, नन्दिनी, सोनिया, ललिता ने तृतीय स्थान, अंडर-17 में हिमानी, ईशिका, साक्षी ने चतुर्थ व अंडर-14 में रूही, सुप्रिया, आन्या व राशि ने पंचम स्थान प्राप्त किया।
छात्राओं की सफलता में विद्यालय की आचार्या मेघा गौतम, रागिनी आजाद व आचार्य सुनील सिंह का निर्देशन रहा।
इस अवसर पर विद्यालय प्रबन्ध समिति से पद्मनाभ गोस्वामी, बाँके बिहारी शर्मा, विश्वनाथ अग्रवाल, रेखा माहेश्वरी, उमेश चंद शर्मा, मयंक मृणाल महेश अग्रवाल आदि ने विजयी छात्राओं को हार्दिक शुभकामनाएँ दी एवं आगामी प्रतियोगिताओं के लिए विजयश्री का आशीर्वाद दिया।

संस्कृति विवि में हुआ ‘उप्र साइबर सेफ अभियान’ का शुभारंभ

मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय में एक भव्य कार्यक्रम के दौरान राज्य में डिजिटल सुरक्षा जागरूकता और साइबर सुरक्षा को बढ़ाने के उद्देश्य से ‘उप्र साइबर सेफ अभियान’ का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश सरकार के इलेक्ट्रानिक एवं आईटी मंत्री सुनील शर्मा ने इस मौके पर वर्तमान साइबर सुरक्षा खतरों के बीच भी, भारतीय साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों की बढ़ती वैश्विक मांग पर प्रकाश डालते हुए चुनौतियों को अवसर के रूप में देखने की प्रधान मंत्री की नीति पर जोर दिया।
संस्कृति विश्वविद्यालय और इंटरनेशनल कॉलेज फॉर सिक्योरिटी स्टडीज (आईसीएसएस) की इस महत्वपूर्ण पहल के मौके पर आईटी मंत्री ने कहा कि साइबर सिक्योरिटी का क्षेत्र ऐसा है जहां विद्यार्थियों के लिए रोजगार के अनेक अवसर बनेंगे। उन्होंने कहा कि साइबर सुरक्षा सबके लिए एक चुनौती है इसपर सभी राज्यों को मिलकर काम करना होगा। संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डा. सचिन गुप्ता ने कहा कि आज सारा विश्व साइबर अटैक की चुनौतियों से जूझ रहा है। हमें भी इसके लिए तैयार रहना होगा। उन्होंने इस मौके पर आईटी मंत्री से संस्कृति में एक एक्सीलेंसी सेंटर स्थापित करने की आवश्यकता बताई।
विशिष्ठ अतिथि के रूप में लखनऊ विश्वविद्यालय के कंप्यूटर विज्ञान विभाग के प्रमुख प्रो. पुनीत मिश्रा ने आज की दुनिया में साइबर सुरक्षा की चुनौतियों के बारे में बताया, विशेष रूप से मोबाइल फोन के उपयोग के माध्यम से इन खतरों को बढ़ाने में मानव व्यवहार की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने एक लचीले साइबर सुरक्षा ढांचे के निर्माण में शिक्षा और अनुसंधान की तत्काल आवश्यकता पर बल दिया।
इंटरनेशनल कॉलेज फॉर सिक्योरिटी स्टडीज के अध्यक्ष डॉ. राज सिंह नेहरा ने साइबर सुरक्षा क्षेत्र में करियर विकल्पों पर जोर दिया। डॉ. नेहरा ने डिजिटल स्पेस की सुरक्षा में सामूहिक प्रयासों के महत्व को रेखांकित करते हुए, इस नेक काम के लिए संस्कृति विश्वविद्यालय के साथ सहयोग करने पर गर्व व्यक्त किया। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे इन पाठ्यक्रमों को न केवल सैद्धांतिक ज्ञान बल्कि व्यावहारिक प्रशिक्षण के माध्यम से व्यावहारिक अनुभव भी प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। उन्होंने यह भी टिप्पणी की कि डिजिटल फोरेंसिक और एथिकल हैकिंग जैसे पाठ्यक्रम केवल अकादमिक ऐड-ऑन नहीं हैं, बल्कि साइबर कार्यबल के निर्माण के लिए व्यावहारिक उपयोगिताएँ हैं जो एक सामान्य डिग्री छात्र की तुलना में नौकरी के लिए उपयोगी हैं। उद्योग अनुरूप पाठ्यक्रम में शिक्षित होने से उन्हें आईसीएसएस सहित आईटी फर्मों में नियुक्ति के बेहतर अवसर मिल सकते हैं।
कार्यक्रम के दौरान प्रदेश सरकार के इलेक्ट्रानिक एवं आईटी मंत्री सुनील शर्मा ने साइबर सुरक्षा से जुड़े पाठ्यक्रमों को पूर्ण करने वाले संस्कृति विवि के विद्यार्थियों को प्रमाणपत्र प्रदान किए। ईसी-काउंसिल के कार्तिक अत्री, संस्कृति विवि के कुलपति डॉ. एम.बी. चेट्टी ने भी अपने उद्बोधन दिए। कार्यक्रम का संचालन संस्कृति प्लेसमेंट एंड ट्रेनिंग विभाग की ज्योति यादव ने किया।

राजीव इंटरनेशनल स्कूल की छात्राओं ने मेरठ में बढ़ाया मथुरा का मान

  • सीबीएसई बास्केटबॉल अंडर 19-गर्ल्स क्लस्टर में जीता कांस्य पदक

मथुरा। दयावती मोदी एकेडमी मेरठ में हुई सीबीएसई क्लस्टर बालिका बास्केटबॉल चैम्पियनशिप के अण्डर-19 आयु समूह में राजीव इंटरनेशनल स्कूल की छात्राओं ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए पहली बार कांस्य पदक जीतकर समूचे मथुरा जनपद को गौरवान्वित किया है। इस आयु वर्ग का स्वर्ण पदक दिल्ली पब्लिक स्कूल नोएडा तथा रजत पदक आर्मी पब्लिक स्कूल नोएडा ने जीता।
जानकारी के अनुसार दो से पांच अक्टूबर तक दयावती मोदी एकेडमी मेरठ में सीबीएसई क्लस्टर बालिका बास्केटबॉल चैम्पियनशिप का आयोजन किया गया, जिसमें 30 से अधिक स्कूलों की छात्राओं ने अपना खेल कौशल दिखाया। इस प्रतियोगिता में राजीव इंटरनेशनल स्कूल की अण्डर-19 टीम ने अपने शारीरिक शिक्षकों वोमेश और रेखा के मार्गदर्शन में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए पहली बार अपने स्कूल और मथुरा जनपद को कांस्य पदक दिलाया। टीम में शामिल भाव्या अग्रवाल, एंजल खंडेलवाल, जान्हवी चौधरी, आद्या सिंह, आन्या, शिवानी, भक्ति, मान्यता चौधरी, प्रिंसी, नव्या, युक्ति सिंह, अक्षरा माहेश्वरी, वंशिका अग्रवाल, गुलाल गोयल, अविका राहुल अग्रवाल ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए ऐतिहासिक सफलता हासिल की।
प्रतियोगिता के समापन और पारितोषिक वितरण समारोह में मुख्य अतिथि एसडीएम सरधना महेश दीक्षित, विशिष्ट अतिथि पैरा एशियन गेम्स विजेता दीपेंद्र कुमार, बीएसए आशा चौधरी, सीबीएसई ज्वाइंट सेक्रेटरी डॉ. आरपी सिंह, मनोचिकित्सक डॉ. पूनम देवदत्त आदि ने विजेता तथा उप विजेता टीमों को पुरस्कृत करते हुए खिलाड़ी बेटियों का उत्साहवर्धन किया। अतिथियों ने आरआईएस की छात्राओं को मेडल तथा ट्रॉफी प्रदान कर हौसला बढ़ाया।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने छात्राओं की इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि खेल हमारे जीवन का आवश्यक हिस्सा हैं। स्वस्थ शरीर और दिमाग को विकसित करने के लिए खेल महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि लगातार पढ़ाई के दौरान कई बार तनाव की स्थिति होती है। ऐसे में खेल इस तनाव को दूर करने का बेहतर माध्यम हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह दिमाग के सही विकास के लिए शिक्षा जरूरी है, उसी तरह शारीरिक विकास के लिए खेल महत्वपूर्ण हैं।
प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने बास्केटबॉल में ऐतिहासिक सफलता हासिल करने पर छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि आज के समय में खेल मनोरंजन ही नहीं बल्कि शानदार करियर भी हैं। श्री अग्रवाल ने कहा कि शिक्षा के माध्यम से हम टीमभावना नहीं सीख सकते लेकिन खेलों में सहभागिता से यह सम्भव है। श्री अग्रवाल ने आह्वान किया कि सभी बच्चे पढ़ाई के साथ ही खेलों को भी अपने जीवन का हिस्सा बनाएं।
शैक्षिक संयोजिका प्रिया मदान ने छात्राओं को शानदार सफलता के लिए बधाई देते हुए कहा कि शिक्षा और खेल एक-दूसरे के पूरक हैं, लिहाजा प्रतिदिन खेलों को कुछ समय देकर हम स्वस्थ मन और निरोगी काया हासिल कर सकते हैं।

जीएलए बायोटेक में खुली आधुनिक लैब खतरनाक बीमारियों पर होगा शोध

  • गंभीर बीमारियों को देखते हुए जीएलए बायोटेक विभाग ने ऐसी बीमारियों से लड़ने के लिए खोली आधुनिक लैब, छात्र आसानी से करेंगे शोध

मथुरा : लाइलाज जैसी बीमारियों को देखते हुए जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के बायोटेक विभाग ने आगामी समय में ऐसी खतरनाक बीमारियों से लड़ने के लिए आधुनिक प्रयोगशाला तैयार की है। प्रयोगशाला में ऐसे संसाधन विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध कराये गए है, जहां विद्यार्थी अधिकतर बीमारियों पर गहन और सरल शोध कर सकें।

असाधारण जनसंख्या वृद्धि के कारण वातावरण में खतरनाक रोगों का निरंतर उद्भव एवं प्रसार हो रहा है, जिसके चलते अत्यधिक मात्रा में पशु-पक्षी एवं मनुष्य गंभीर रूप से प्रभावित हो रहे हैं। बीमारियों के चलते ही देश की आर्थिक हानि भी हो रही है, अपितु मानव जीवन पर भी नकारात्मक प्रभाव हो रहा है। सभी ने कोविड महामारी में भी पूरी दुनियां में हाहाकार मचते देखा है, जिसमे मृत्यु दर बुलेट से भी तीव्र गति से पूरे विश्व में बढ़ गयी थी। इसी कड़ी में मंकी पॅाक्स, डेंगू, निपाह वायरस, बर्ड फ्लू, जीका वायरस एवं म्यूटेशन के कारण कोविड वायरस की कई सारी खतरनाक किस्में आ गई हैं।

ऐसी खतरनाक बीमारियों की किस्म को मद्देनजर रखते हुए मथुरा में जीएलए विश्वविद्यालय ने आधुनिक प्रयोगशाला का निर्माण करवाया है, जो कि अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार है। यह प्रयोगशाला मथुरा एवं आसपास के क्षेत्र के विद्यार्थियों को जैव प्रौद्योगिकी में उपयोग की जाने वाली आधुनिक मशीनों एवं उनकी ट्रेनिंग के बारे में अवगत कराएगी और भविष्य में होने वाली ऐसी बीमारियों के लिए एक प्रशिक्षित जनशक्ति प्रदान करेगी। इन खतरनाक बीमारियों के उचित प्रबंधन से एक संसार और एक स्वास्थ्य की परिकल्पना को भी साकार किया जा सकेगा।
यह प्रयोगशाला उन छात्रों के लिए भी वरदान साबित होगी, जो कि आर्थिक रूप से अधिक संपन्न नहीं है। यहां के विद्यार्थी बायोटेक्नोलॉजी की तकनीक सीखकर देश और दुनियां की कई प्रयोगशालाओं एवं कम्पनीज में कार्य कर रहे हैं ।

बायोटेक विभाग मथुरा क्षेत्र के विभिन्न स्कूलों के सीनियर सेकेंडरी विद्यार्थियों को बायोटेक एवं विज्ञान में रुचि बढ़ाने के लिए समय-समय पर ट्रेनिंग एवं वर्कशॉप आयोजित करता है और आगामी समय में इसमें वृद्धि देखने को मिलेगी। भविष्य में आठवीं एवं दसवीं के विद्यार्थियों को भी ऐसी गतिविधियों में शामिल किया जाएगा।

बायोटेक विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. शूरवीर सिंह ने विश्वविद्यालय के कुलाधिपति नारायण दास अग्रवाल को मथुरा क्षेत्र में ऐसी प्रयोगशाला बनवाने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि बायोटेक विभाग में प्रयोगशालाएं बहुत हैं, जहां विभिन्न क्षेत्रों के लिए शोध किया जा रहा है, लेकिन लाइलाज बीमारियों पर शोध हेतु यह प्रयोगशाला आगरा मंडल के विद्यार्थियों के लिए रोजगार उत्पन्न करने के तौर पर उभर कर सामने आएगी। उन्होंने बताया कि पशुओं की प्रजनन क्षमता को लेकर भी बायोटेक विभाग ने कई शोध किए हैं। जिनसे पशुओं को लाभ मिला है तथा ऐसे शोधों के लिए सरकार से सहायता प्राप्त हुई है।

कुशल चिकित्सक बन करें पीड़ित मानवता की सेवाः डॉ. आर.के. अशोका

  • के.डी. मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस-2024 सत्र का शुभारम्भ
  • ओरिएंटेशन कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं को दी अनुशासन की सीख

मथुरा। चिकित्सक का पेशा चुनौतीपूर्ण होने के बावजूद हमारा समाज उसे सेवाभाव के लिए भगवान तुल्य मानता है लेकिन यह तभी सम्भव है, जब हम एक अच्छे और कुशल चिकित्सक के रूप में पीड़ित मानवता की सेवा करें। जीवन का हर क्षण अमूल्य है। जो छात्र समय के मूल्य को पहचानते हैं वही सफलता के शिखर पर पहुंचते हैं। समय का मूल्य भी अनुशासन में रहकर ही समझ में आता है। यह बातें सोमवार को के.डी. मेडिकल कॉलेज के आडिटोरियम में आयोजित ओरिएंटेशन प्रोग्राम में डीन और प्राचार्य डॉ. आर.के. अशोका ने एमबीबीएस के नवागंतुक छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए बताईं।
ओरिएंटेशन प्रोग्राम का शुभारम्भ आर.के. ग्रुप के महाप्रबंधक अरुण अग्रवाल, प्राचार्य डॉ. आर.के. अशोका, उप चिकित्सा अधीक्षक डॉ. गौरव सिंह, विभागाध्यक्ष (महिला एवं प्रसूति रोग) डॉ. वीपी पांडेय, विभागाध्यक्ष नेत्र रोग डॉ. अमित कुमार जैन, विभागाध्यक्ष पैथालॉजी डॉ. प्रणीता सिंह तथा उप महाप्रबंधक मनोज गुप्ता द्वारा मां सरस्वती वंदना के बीच विद्या की आराध्य देवी को माल्यार्पण और दीप प्रज्वलित कर किया गया। प्राचार्य डॉ. अशोका ने अपने सम्बोधन में कहा कि छात्र जीवन में अनुशासन का बहुत महत्व है। अनुशासन में रहकर एक साधारण विद्यार्थी भी सफलता के शिखर पर पहुंच सकता है।
डॉ. अशोका ने अपने सम्बोधन में सभी अभिभावकों से आग्रह किया कि यदि वह अपने बच्चे को कुशल चिकित्सक बनाने का सपना देखते हैं तो उनका यह दायित्व है कि उसकी हर गतिविधि पर नजर रखें। डॉ. अशोका ने नवागंतुक छात्र-छात्राओं तथा अभिभावकों को आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के सभी शैक्षिक संस्थानों के साथ ही के.डी. मेडिकल कॉलेज की उपलब्धियों तथा शैक्षिक और प्रयोगात्मक गतिविधियों की विस्तार से जानकारी दी। डॉ. अशोका ने छात्र-छात्राओं को बताया कि आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल को ब्रज क्षेत्र में उच्च शिक्षा का जनक माना जाता है। उनके प्रयासों को ग्रुप के उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल तथा प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल शिद्दत से फलीभूत कर रहे हैं।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने अपने संदेश में नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं की चिकित्सा की पढ़ाई के लिए के.डी. मेडिकल कॉलेज के चयन के लिए प्रशंसा की। डॉ. अग्रवाल ने विश्वास दिलाया कि यहां हर बच्चे को संस्कार, शिक्षा और बेहतर करियर मिलेगा। प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने नवागंतुक छात्र-छात्राओं से पूरे मनोयोग से शिक्षण-प्रशिक्षण हासिल करने का आह्वान किया। श्री अग्रवाल ने कहा कि आप लोग यहां से पढ़कर डॉक्टर नहीं अच्छे डॉक्टर बनकर निकलेंगे यही उम्मीद है।
महाप्रबंधक अरुण अग्रवाल ने कहा कि के.डी. मेडिकल कॉलेज सिर्फ शिक्षा का संस्थान ही नहीं बल्कि एक परिवार है जिसमें प्रत्येक बच्चे को शिक्षा और संस्कार दोनों प्रदान किए जाते हैं। यहां प्राध्यापकों द्वारा प्रत्येक छात्र एवं छात्रा को सही मार्गदर्शन देने के साथ उनमें नैतिक एवं भावनात्मक बदलाव लाने के प्रयास किए जाते हैं। श्री अग्रवाल ने छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि वह सिर्फ अनुशासन में रहकर पढ़ाई पर ध्यान दें। उप महाप्रबंधक मनोज गुप्ता ने कहा कि के.डी. मेडिकल कॉलेज में प्रत्येक विद्यार्थी को पारिवारिक माहौल मिलता है। श्री गुप्ता ने अभिभावकों और छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेण्टर को अपना परिवार समझें। संस्थान में किसी भी छात्र-छात्रा को कोई परेशानी नहीं होगी।
उप चिकित्सा अधीक्षक डॉ. गौरव सिंह ने कहा कि के.डी. मेडिकल कॉलेज उत्तर प्रदेश के निजी चिकित्सा संस्थानों ही नहीं शासकीय चिकित्सा संस्थानों में भी श्रेष्ठतम है। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं को अनुशासन और चिकित्सकीय नैतिकता की शपथ दिलाई गई। ओरिएंटेशन प्रोग्राम में अभिभावकों और नवागंतुक छात्र-छात्राओं ने एम.बी.बी.एस. की पढ़ाई के लिए के.डी. मेडिकल कॉलेज के चयन पर अपने-अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम में सभी विभागाध्यक्षों डॉ. वी.पी. पांडेय, डॉ. गौरीशंकर गोयल, डॉ. के.पी. दत्ता, डॉ. तेजेन्द्र सिंह, डॉ. अमित रे, डॉ. ए.के. जैन, डॉ. प्रणीता सिंह, डॉ. राहुल गोयल आदि ने अपने-अपने विभागों की उपलब्धियां बताते नवागंतुक छात्र-छात्राओं का अनुशासन में रहते हुए लगन और मेहनत से अपना लक्ष्य हासिल करने का आह्वान किया। कार्यक्रम के संयोजक डॉ. अभी भूषण मिश्रा ने नवागंतुक छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन करते हुए उन्हें कुशल चिकित्सक बनने की शुभकामनाएं दीं। आभार डॉ. प्रणीता सिंह ने माना।

मातृशक्ति दुर्गा बहिनी के द्वारा गोष्ठी का आयोजन किया गया

बरसाना में विश्व हिंदू परिषद की मातृशक्ति और दुर्गा वाहिनी के द्वारा दुर्गा अष्टमी व गोष्ठी का कार्यक्रम किया गया जिसमें माताओ और बहनों को समाज में चल रहे धार्मिक घटनाओं से अवगत कराया गया और कैसे हम अपनी धर्म संस्कृति अपने सनातन को बचाएं व समाज में उसके अस्तित्व को बनाए रखें जिससे कि हमारे आने वाली पीढ़ी को यह मिल सके उसके बारे में अवगत कराया गया। माताओं और बहनों को देश में चल रहे सनातन के प्रति षड्यंत्र से अवगत कराया गया और उससे बचने के उन्हें तरीके बताए गए कैसे हमारे परिवार की हमारे देश की हमारे मोहल्ले की माता बहने स्वावलंबी बनी साहसी बने निडर बन और अपने धर्म और संस्कृति के प्रति कट्टर बने यह उन्हें समझाया गया।
कार्यक्रम में पड़ोस की माता बहनों के साथ-साथ स्कूल की बच्चियों की भी सहभागिता रही पूर्ण संख्या सभी को मिलाकर 100 रही सभी ने कार्यक्रम को पूरा सहयोग किया।

वेद लक्ष्यणा गाय चलता फिरता कल्प वृक्ष है : मलूक पीठाधीश्वर

  • माताजी गौशाला में कथा श्रवण करने पहुंचे बज के प्रतिष्ठित

रिपोर्ट राघव शर्मा

बरसाना। राधा रानी की क्रीड़ास्थली मैं चल रही नौ दिवसीय गो भक्तमाल कथा के चौथे दिन व्यासपीठ से मलूक पीठाधीश्वर डॉक्टर राजेंद्र दास महाराज ने गौ माता की महिमा का विभिन्न ग्रंथो और वेदों के आधार पर बड़ा सरस् वर्णन किया। महाराज जी ने बताया कि युगल स्वरूप श्री राधाकृष्ण का प्रेम पुंज ही गौमाता के रूप में प्रकट हुआ है। उन्होंने कहा कि जिस घर में वेद लक्षणा भारतीय नस्ल की एक गाय है समझो वहां चलता फिरता कल्पवृक्ष उपस्थित है।

रविवार को चतुर्थ दिवस की कथा श्रवण करने के लिए वृंदावन से पीपा पीठाधीश्वर बलराम दास महाराज, नाथद्वारा से सगरिया बाबा, जाटेरी धाम से बिपिन विहारी बाबा, अक्षय पात्र से अनंतवीर्य दास पहुंचे। सभी ने रमेश बाबा और व्यासपीठ पर विराजमान डॉ राजेंद्र दास महाराज का पटुका पहना कर सम्मानित किया, वहीं माताजी गौशाला के महंत ब्रजशरण महाराज व नृसिंह दास बाबा ने सभी अतिथियों का श्रीजी की चुनरी ओढ़ा कर स्वागत किया।

गो भक्तमाल कथा के मध्य महाराज जी ने व्यासपीठ से गौमाता की अनंत महिमा का वर्णन करते हुआ कहा कि गाय प्राण तत्व से उत्पन्न हुई है, सारे संसार का प्राण गौमाता ही है।गाय का नाम ही अग्निहोत्र यानि यज्ञ है।गाय अमृत मयी है। अमृत कि सुगंध से गौमाता प्रकट हुई है। इतना ही नहीं ब्रह्मा जी ने मनुष्य को गाय के रूप में अमृत सुलभ कराया है।
कथा में विशेष रूप से गोविन्द बल्लभ दास जी, बिहारी दास महाराज टटिया स्थान, श्रीनारायण उपाध्याय, रमेश चंद्र गोस्वामी नंदगांव, नंदकुमार गोस्वामी, राधाकांत शास्त्री, गोपेश बाबा, माधवी शरण बाबा, सुनील सिंह उपस्थित रहे।

संस्कार युक्त बच्चे ही समाज और देश का नाम करते हैं रोशन : कार्तिक

  • भारत विकास परिषद् ने आयोजित की राष्ट्रीय समूह गान, संस्कृत गान एवं लोकगीत प्रतियोगिता
  • प्रतियोगिता में हनुमान प्रसाद धानुका विद्यालय की छात्राएं रहीं प्रथम

वृन्दावन। भारत विकास परिषद वृन्दावन शाखा द्वारा राष्ट्रीय समूह गान,संस्कृत गान एवं लोकगीत प्रतियोगिता का आयोजन परमेश्वरी देवी धानुका सरस्वती विद्या मंदिर में सम्पन्न हुआ। इस प्रतियोगिता में नगर के विभिन्न विद्यालयों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया ।
राधा रमन मंदिर के सेवायत आचार्य कार्तिक गोस्वामी ने कहा कि ऐसे संस्कृतिपरक कार्यक्रमों से बच्चों में संस्कार की नींव पड़ती है, और ऐसे संस्कार युक्त बच्चे ही अपने समाज और देश का नाम रोशन करते हैं।
मुख्य अतिथि बसेरा ग्रुप के चेयरमैन राम किशन अग्रवाल ने भारत विकास परिषद की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे देशभक्ति परक कार्यक्रमों से देशभक्ति की भावना का संचार परिषद हमारी युवा पीढ़ी में कर रही है। अध्यक्षता करते हुए पार्षद राधाकृष्ण पाठक ने कहा कि सस्वर एक सूत्र में देशभक्ति गान से बच्चों में देशभक्ति का जज्वा पैदा होता है और देश एवं समाज मे राष्ट्रीय एकता और सदभाव का वातावरण बनता है ।
प्रतियोगिता में हनुमान प्रसाद धानुका सरस्वती बालिका विद्या मंदिर की छात्राओं ने प्रथम स्थान प्राप्त कर विजेता की ट्रॉफी प्राप्त की। इस प्रतियोगिता में कान्हा माखन पब्लिक स्कूल, रामकली देवी सरस्वती बालिका विद्या मंदिर,सत्या देवी गर्ग सरस्वती विद्या मंदिर , इंडियन पब्लिक स्कूल , परमेश्वरी देवी धानुका सरस्वती विद्या मंदिर ने भाग लेकर सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया। विजेता टीम आगामी 17 अक्टूबर को आगरा में आयोजित प्रांतीय प्रतियोगिता में भाग लेगी।
इस अवसर पर प्रांतीय अध्यक्ष उमेश बंसल , प्रांतीय संयुक्त सचिव मनीष जैन, सचिव दीपक अग्रवाल , कोषाध्यक्ष विमल अग्रवाल आदि उपस्थित थे। निर्णायक की भूमिका लोक सीमा मोरवाल , सचिन ब्रजवासी, प्रिया गोस्वामी ने निभाई। संचालन आकाश शर्मा एवं धन्यवाद ज्ञापन वृन्दावन शाखा अध्यक्ष विनय गोस्वामी ने किया।

मेडिकल छात्र-छात्राओं ने कूची और रंगों के माध्यम से दिखाई कल्पनाशीलता

  • के.डी. मेडिकल कॉलेज में हुई पैथार्ट प्रतिस्पर्धा, विजेता छात्र-छात्राओं को किया पुरस्कृत

मथुरा। के.डी. मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर में शनिवार शाम पैथालॉजी विभाग द्वारा आयोजित पैथार्ट प्रतिस्पर्धा में मेडिकल छात्र-छात्राओं ने शरीर के आंतरिक अंगों में रोग कैसे फैलते हैं, उसे अपनी काल्पनिक कूची और रंगों के माध्यम से प्रदर्शित किया। पैथार्ट प्रतिस्पर्धा में के.डी. मेडिकल कॉलेज के साथ ही कई अन्य मेडिकल कॉलेजों के छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लेकर अपनी मेधा का परिचय दिया।
पैथार्ट प्रतिस्पर्धा का शुभारम्भ मुख्य अतिथि प्रो. (डॉ.) हरेन्द्र कुमार एस.एन. मेडिकल कॉलेज आगरा, प्राचार्य और डीन डॉ. आर.के. अशोका, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजेन्द्र कुमार, डॉ. श्याम बिहारी शर्मा, डॉ. वी.के. पांडेय, डॉ. मंजू पांडेय, विभागाध्यक्ष पैथालॉजी डॉ. प्रणीता जे. सिंह, डॉ. अम्बरीश कुमार आदि ने मां सरस्वती के छायाचित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलित कर किया। मेडिकल छात्राओं ने सरस्वती वंदना तो एक छात्रा ने मां दुर्गा की स्तुति की। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. हरेन्द्र कुमार ने अपने उद्बोधन में कहा कि शरीर की संरचना और उसकी कार्यविधि की जानकारी होना प्रत्येक मेडिकल विद्यार्थी के लिए अति आवश्यक है क्योंकि डॉक्टर का काम ही उचित निदान पर निर्भर होता है। उन्होंने छात्र-छात्राओं से कुशल चिकित्सक बनने का आह्वान किया।
डीन डॉ. आर.के. अशोका ने आयोजन की प्रशंसा करते हुए पैथालॉजी विभाग के आइडियाज की सराहना की। उन्होंने कहा कि मरीज के शरीर के किस अंग में समस्या है या सही कार्य नहीं कर रहा इसके लिए पैथालॉजी का ज्ञान होना जरूरी है। अगर सर्जरी की बात करें तो शल्य चिकित्सक को यह ज्ञान होना अति आवश्यक है कि वह जिस अंग की सर्जरी कर रहा है, उसे कैसे बचाना है, कैसे पहचानना है और पैथालॉजी की जांच के माध्यम से रोग सुनिश्चित करना है। डॉ. अशोका ने सभी प्रतिस्पर्धी छात्र-छात्राओं की कलात्मक क्षमता की मुक्तकंठ से सराहना की।
डॉ. प्रणीता जे. सिंह ने पैथार्ट प्रतिस्पर्धा की जानकारी देते हुए कहा कि इसका उद्देश्य यह जानना है कि भावी चिकित्सकों को पैथालॉजी की जानकारी है या नहीं। उन्होंने कहा कि माइक्रो स्कोप के माध्यम से शरीर के आंतरिक अंगों की विकृत संरचना को सहजता से देखा जा सकता है। प्रतिस्पर्धा में के.डी. मेडिकल कॉलेज के वर्ष 2021, 2022 तथा 2023 बैच के छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। प्रतिस्पर्धा में 23 ग्रुपों के छात्र-छात्राओं द्वारा अपनी-अपनी कूची और रंगों के माध्यम से शरीर के आंतरिक हिस्सों में फैलने वाले विभिन्न रोगों को शानदार तरीके से प्रदर्शित किया गया।
अंत में निर्णायक मण्डल में शामिल प्रो. (डॉ.) हरेन्द्र कुमार, डॉ. आर.के. अशोका, डॉ. श्याम बिहारी शर्मा, डॉ. मंजू पाण्डेय, डॉ. वी.पी. पाण्डेय तथा डॉ. प्रणीता सिंह ने सभी ग्रुप प्रतिस्पर्धियों के पोस्टरों को देखने के बाद उनसे कुछ प्रश्न भी पूछे, उसके बाद विजेता-उपविजेता छात्र-छात्राओं की घोषणा की। अंत में मुख्य अतिथि तथा अन्य गणमान्य चिकित्सकों द्वारा स्पर्धा में ग्रुप नम्बर आठ (2023 बैच) को विजेता, ग्रुप नम्बर सात (2022 बैच) को उप-विजेता तथा ग्रुप नम्बर 11 और 12 (2022 बैच) को संयुक्त रूप से तृतीय स्थान हासिल करने के लिए मेडल, प्रशस्ति पत्र तथा ट्रॉफी प्रदान कर पुरस्कृत किया गया। पैथार्ट प्रतिस्पर्धा में शिरकत करने वाले छात्र-छात्राओं की कलात्मक क्षमता की उपस्थित विभागाध्यक्षों ने जमकर सराहना की। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अम्बरीश कुमार ने किया तथा आभार आयोजन समिति की सचिव डॉ. संगीता सिंह ने माना।