Wednesday, October 22, 2025
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उत्तर प्रदेश सरकार भी शीघ्र गौमाता को राज्यमाता का सम्मान दें : राजेंद्र दास महाराज

  • कथा सुनने पहुंचे केबिनेट मंत्री
  • कथा में धूमधाम से हुआ सुरभि प्राकट्य महोत्सव

रिपोर्ट राघव शर्मा

बरसाना। माताजी गौशाला में चल रहीं गो भक्तमाल कथा में तीसरे दिन उत्तर प्रदेश के केबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण कथा सुनने पहुचे, जहाँ उन्होंने पदम श्री संत रमेश बाबा और मलूक पीठाधीश्वर डॉ राजेंद्र दास महाराज का फूल माला पहना कर स्वागत किया। इस बीच व्यास पीठ से डॉ राजेंद्र दास महाराज ने कहा कि जैसे महाराष्ट्र सरकार ने गौमाता को राज्य माता का दर्जा दिया है, उसी तरह अब योगी जी महाराज भी उत्तर प्रदेश में भी गौमाता को राज्य माता घोषित करें।
गौमाता की महिमा का वर्णन करते हुए महाराज जी ने कहा कि गोवश कि उपस्थिति से ही ब्रज ब्रज है। उन्होंने कहा कि बरसाना में रमेश बाबा बहुत बड़ी गौसेवा सेवा कर रहे है, ये सब श्रीजी स्वयं बाबा महाराज के माध्यम से करा रहीं है। गाय से समस्त सृष्टि का पोषण होता है।
गौमाता कि हो रहीं दुर्दशा पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि किसान भारत की प्राचीन गौ आधारित कृषि परम्परा को भूल गया, किसानो ने गाय का आश्रय लेना छोड़ दिया, तभी से किसान आत्महत्या करने लगे। धरती को एक तरफ तो माता कहते है, दूसरी तरफ उसी भूमि पर किसान विष डाल रहा है। तभी किसानो की दुर्दशा हो रहीं है। कृषि अमृत की जगह विष युक्त हो गयी। ब्रज के किसानो से आग्रह करते हुए कहा की ब्रजवासी किसान फिर से गौ युक्त कृषि प्रारम्भ कर दे, फिर से खुशहाली दिखने लगेगी।

कथा के मध्य सुरभि प्राकट्य महोत्सव सम्पन्न हुआ, इस दौरान खूब बधाई गायन हुआ और बधाई लुटाई गयी।

कथा में प्रमुख रूप से प्रसिद्ध उद्योगपति जय प्रकाश त्यागी, भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष मनोज फौजदार, प्रीतम प्रधान, सेवा निवृत न्यायाधीश श्री श्रीनारायण उपाध्याय, ब्रजशरण महाराज,डॉ रामजीलाल शास्त्री, भक्त शरण महाराज, नृसिंह बाबा, राधाकांत शास्त्री, आचार्य सुरेश शर्मा, सुनील सिंह, लोकेश गोस्वामी, सज्जन शर्मा उपस्थित रहे।

ब्रह्मांड की जननी मां अम्बे के नौ रूपों की पूजा का महापर्व है नवरात्रि : डॉ राजीव द्विवेदी

  • मिशन शक्ति अंतर्गत वृंदावन शोध संस्थान द्वारा आयोजित की गई प्रतियोगिताएं
  • विजयी छात्र-छात्राओं को किया गया पुरस्कृत

वृंदावन। वृंदावन शोध संस्थान द्वारा मिशन शक्ति अंतर्गत शारदीय नवरात्रि के अवसर पर राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, भद्रवन, माँट, मथुरा के संयुक्त तत्वावधान में 186 विद्यालयी बच्चों की नौ देवी स्वरूप-सज्जा, देवी लोकगीत गायन प्रतियोगिता, लोकनृत्य एवं लोकगाथा का आयोजन विद्यालय में किया गया।
संस्थान के निदेशक डॉ. राजीव द्विवेदी ने कहा कि मिशन शक्ति अंतर्गत संस्थान प्रतिवर्ष कार्यक्रम आयोजित करता है। नवरात्रि शक्ति की उपासना, आध्यात्मिक ऊर्जा के संचय और ब्रह्मांड की जननी मां अम्बे के नौ रूपों की पूजा का महापर्व है, जो नौ रातों तक चलता है, जिसमें देवी दुर्गा द्वारा सन्निहित दिव्य स्त्री ऊर्जा का उत्सव मनाया जाता है।
इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती पूजन एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ विद्यालयी छात्र छात्राओं द्वारा श्री गणेशा, ए गिरि नन्दिनी नृत्य एवं संस्कृत गीत नृत्य वीणावादिनी एवं भवानी अष्टकम् गीत के साथ हुआ। कार्यक्रम में विद्यालयी छात्र छात्राओं द्वारा देवी के नौ स्वरूपों का नृत्य सहित प्रदर्शन किया गया एवं देवी लोक गीत गायन की प्रस्तुति दी गई। देवी लोक गीत गायन प्रतियोगिता में कक्षा 10 की शिवानी गौतम ने रात को रूको मइया सबेरे चले जाना हेतु प्रथम, कु. मधु ने पवन उड़ा कर ले गई रे माँ की चुनरिया हेतु द्वितीय एवं कु. नेहा ने मैंने मइया सजाई बरसात हो गई हेतु तृतीय स्थान प्राप्त किया। शिवानी राघव, ज्योति, डॉली, लक्ष्मी आदि शेष प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार डॉ. राजीव द्विवेदी, निदेशक, वृन्दावन शोध संस्थान द्वारा प्रदान किया गया।
प्रधानाचार्य अलका तिवारी, नम्रता यादव, डॉ. रोली तिवारी, ज्योति वर्मा, विनीता शर्मा, उषा यादव एवं सुरेन्द्र कुमार ने विद्यालय की ओर से तथा संस्थान से कार्यक्रम समन्वयक ममता कुमारी, उमाशंकर पुरोहित, शिवम शुक्ला एवं रनवीर उपस्थित रहे।

ब्रज हेरिटेज फेस्ट’ में चमकीं वी पी एस की प्रतिभाएं

वृंदावन। शैक्षिक व सह शैक्षिक गतिविधियों के द्वारा छात्रों के सर्वांगीण विकास की प्रक्रिया में मथुरा मार्ग स्थित धौरेरा में वृंदावन पब्लिक स्कूल के छात्रों ने पदक, स्मृति चिन्ह व प्रमाण पत्र प्राप्त कर विद्यालय को गौरवान्वित किया। गौरतलब है की छटीकरा स्थित चंद्रोदय मंदिर में ब्रज हेरिटेज फेस्ट नामक अंतर्विद्यालयी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें मथुरा के विभिन्न विद्यालयों के प्रतिभागियों ने अपनी सहभागिता दर्ज की। साथ ही वृंदावन पब्लिक स्कूल के छात्रों ने भी बढ़-चढ़कर सहभागिता कर फर्स्ट रनर ट्रॉफी अपने नाम की। जिसमें छात्रों ने वैदिक मंत्र उच्चारण, श्लोक उच्चारण, लोकगीत, लोक नृत्य,वाद्य यंत्र, गायन , शास्त्रीय गायन, शास्त्रीय नृत्य, हिंदी वाग्मिता, अंग्रेजी वाग्मिता, हिंदी अंग्रेजी हस्त लेखन, भाषण, वैदिक कहानी, कला, चित्रकारी आदि विभिन्न विषयों में प्रथम, द्वितीय, तृतीय व सान्त्वना पुरस्कार प्राप्त किये। कक्षा एलकेजी से लोक नृत्य में नव्या, वैदिक मंत्र उच्चारण में नव्या चुग तथा यूकेजी में क्रमशः प्रथम व तृतीय कृष्णा राइम्स में भाविका और युक्ति ने पुरस्कार प्राप्त किया।
इसी क्रम में पेंसिल शेडिंग में कक्षा 4 से आयु मिश्रा ने तृतीय तथा अंग्रेजी हस्त लेखन में कक्षा 5 से प्रज्ञा सक्सेना, हिंदी लेखन में कक्षा 5 से आदित्य पाल ने तीसरा तथा कक्षा 6 से एलोकेशन इंग्लिश में शौर्य कुलश्रेष्ठ ने ग्रीटिंग कार्ड मेकिंग में कृष्ण अरोड़ा ने पुरस्कार प्राप्त किया। लोक गायन में कक्षा 4 से अग्रिमा अग्रवाल ,लोक नृत्य में कक्षा चार से युक्ति शुक्ला, हिंदी लेखन में नीरज बर्मन कक्षा 5 से यूकेजी से निशी गोयल ने सांत्वना पुरस्कार जीते। इसी क्रम में कक्षा 6 से 12 तक के छात्रों में वाद्य यंत्र में हनी ने प्रथम कक्षा 9 से वैदिक कहानी में नव्या अग्रवाल ने प्रथम आयुष्मान दास ने तथा वाद्य यंत्र संगीत समूह में प्रियांशी बंसल, अदिति शर्मा, काव्या शर्मा समूह गायन में द्वितीय स्थान वहीं संगीत एकल गायन में हिमांशु सोनी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
हस्त लेखन अंग्रेजी में हिमांशी गुलाटी ने देती है तथा बाग में ता हिंदी और अंग्रेजी में कक्षा 10 से शालू और उन्नति ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया। कक्षा 10वीं 12 से हस्तरेखा अंग्रेजी हिंदी वाग्मिता, वाद्य यंत्र संगीत एकल में क्रमशः मोहन नेपाल , कृर्ति अग्रवाल, पायल सैनी, कनक फौजदार और हर्ष वत्स, गोपेश शर्मा, शिव भारद्वाज, भव्य शर्मा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया तथा हस्त लेखन में कैलाश चौधरी, रागनी वर्मा कृर्ति पाठक ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। निबंध लेखन में और हस्त लेखन में स्तुति शर्मा ने पुरुस्कार प्राप्त किया बागमिता हिंदी में शानवी कुलश्रेष्ठ ने स्थान प्राप्त किया। हस्त लेखन हिंदी में जानवी सोनी दामोदर परिहार स्तुति वर्षा मनीष भारद्वाज नेवी पुरस्कारों में अपनी दावेदारी सुनिश्चित की।
प्रतियोगिता की सफल संयोजन में हिंदी विभाग से प्रियदर्शनी आचार्य, पार्वती शर्मा, मनोज सारथी, अंग्रेजी विभाग से दिव्या शर्मा, सीमा पाहुजा, रिचा दुबे, संगीत विभाग से अंजना शर्मा व वंदना कौशिक कला विभाग से हेमलता वर्मा और राधिका गॉड ने छात्रों का उचित मार्गदर्शन किया।
साथ ही शालू शर्मा ,पूजा तिवारी, श्वेता राज, दमयंती गोस्वामी, माधुरी शुक्ला, सर्वदा वर्मा, निधि गौड़ आदि का सहयोग सराहनीय रहा। इस अवसर पर प्रधानाचार्य कृति शर्मा ने छात्रों को बधाई देकर उनका मनोबल बढ़ाया व उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।

अनुसंधान और शिक्षा के लिए वैश्विक सहयोग अनिवार्यःडा. सचिन

  • अमेरिकी विवि के प्रतिनिधियों ने किया संस्कृति विवि का दौरा

मथुरा। दुनियाभर के विश्वविद्यालयों का संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रति आकर्षण बढ़ा है। इसी क्रम में उच्च शिक्षा में अनुसंधान और शैक्षिक अवसरों की खोज के लिए इलिनाय स्प्रिंगफील्ड विवि अमेरिका से एक प्रतिनिधिमंडल का संस्कृति विवि में आगमन हुआ। प्रतिनिधिमंडल का यह दौरा वैश्विक एकेडमिक सहयोग को बढ़ावा देने के विवि के दृष्टिकोण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
इलिनाय स्प्रिंगफील्ड विवि अमेरिका के प्रतिनिधिमंडल में डॉ. टायरोन डूले, डीन कॉलेज ऑफ पब्लिक अफेयर्स एंड एजुकेशन, एंड्रयू निकोल, इसी विवि के सीनियर एडवाइजर और प्रोफेसर प्रियांका देव, स्टूडेंट मीडिया की निदेशक शामिल थे। स्वागत समारोह में संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. सचिन गुप्ता ने इस तरह के दौरों के महत्व पर जोर दिया और कहा कि बदलते समय के साथ इन विश्वविद्यालयों के बीच सहयोग आवश्यक हो गया है। उन्होंने कहा कि आज की तेजी से बदलती दुनिया में, सहयोग केवल लाभकारी नहीं बल्कि अनिवार्य है। इन संस्थानों के बीच विचारों का आदान-प्रदान यह सुनिश्चित करता है कि हमारे छात्र न केवल स्थानीय चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हों, बल्कि वैश्विक नेताओं के रूप में उभरें। उन्होंने आगे कहा कि संस्कृति विश्वविद्यालय अपने छात्रों के लिए शोध, इंटर्नशिप और संयुक्त कार्यक्रमों के माध्यम से वैश्विक अवसरों का विस्तार करने के लिए प्रतिबद्ध है।
अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने संस्कृति विश्वविद्यालय की अत्याधुनिक सुविधाओं और आतिथ्य की प्रशंसा की। स्टूडेंट मीडिया की निदेशक, प्रोफेसर प्रियांका देव ने कहा कि संस्कृति विश्वविद्यालय ने हमारे लिए एक स्वागतपूर्ण माहौल बनाया है। यह प्रकार के प्रयास भारतीय छात्रों को विदेशों में बेहतर करियर विकल्प प्राप्त करने में मदद करेंगे, खासकर अमेरिका में, जो अवसरों की भूमि है। प्रतिनिधिमंडल ने विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों और छात्रों के साथ गहन बातचीत की। इस दौरान उन्होंने संयुक्त डिग्री कार्यक्रम, शोध सहयोग और छात्र विनिमय की संभावनाओं पर चर्चा की। इस अवसर पर भारतीय लोक प्रशासन संस्थान (आगरा चैप्टर) के सचिव, डॉ. वेद प्रकाश ने छात्रों के वैश्विक अनुभव के महत्व को उजागर करते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय सहयोग छात्रों को सीमाओं से परे सोचने और सांस्कृतिक संवेदनशीलता विकसित करने का अवसर प्रदान करता है।
डीन डॉ. टायरोन डूले ने सार्वजनिक प्रशासन में भारतीय छात्रों के लिए उपलब्ध अवसरों और अमेरिका में अध्ययन करने के लाभों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि आज की बदलती दुनिया में, प्रशासन और सार्वजनिक नीति अत्यधिक महत्वपूर्ण हो गए हैं। इन कोर्सों का अध्ययन करके छात्र वैश्विक चुनौतियों का हिस्सा बन सकते हैं और समाज के विकास में योगदान कर सकते हैं। मास मीडिया और संचार के क्षेत्र में प्रोफेसर एंड्रयू निकोल ने छात्रों को इस क्षेत्र में करियर बनाने के लाभों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि मास मीडिया आज के समाज में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। संचार का अध्ययन करके छात्र समाज के भविष्य को आकार देने में मदद कर सकते हैं।
इस अवसर पर सेंटर फॉर एप्लाइड पॉलिटिक्स के निदेशक डॉ. राजनीश त्यागी ने भारत के विकास और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 तक ‘विकसित भारत’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के विजन से संबंधित सार्वजनिक प्रशासन और नीति के महत्व पर जोर दिया। पूर्व छात्र नेता और राजनेता राहुल चौधरी ने कहा कि विश्व को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अधिक भारतीयों की आवश्यकता है, ताकि वे वैश्विक प्रगति में योगदान कर सकें और दुनिया को एक बेहतर स्थान बना सकें। संस्कृति विश्वविद्यालय की ओर से वैश्विक साझेदारी के प्रमुख प्रो. रतीश कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय अमेरिका, रूस, ग्रीस, मलेशिया, मालदीव, दुबई और फ्रांस सहित कई देशों के विश्वविद्यालयों के साथ सहयोग कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे वैश्विक सहयोग के माध्यम से, हम यह सुनिश्चित करते हैं कि हमारे छात्रों को एक वास्तविक अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा मिले, जिससे वे वैश्विक मंच पर प्रतिस्पर्धा कर सकें।
अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल की यह यात्रा दोनों विश्वविद्यालयों के बीच संयुक्त कार्यक्रमों, अनुसंधान पहलों और छात्र विनिमय अवसरों के लिए एक नए अध्याय की शुरुआत के रूप में देखी जा रही है। यह दौरा संस्कृति विश्वविद्यालय के छात्रों को वैश्विक स्तर पर उज्जवल भविष्य के लिए तैयार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे पूर्व प्रो. रतीश कुमार, वैश्विक साझेदारी के प्रमुख, डॉ. डी.एस. तोमर, डीन स्टूडेंट वेलफेयर और जनसंपर्क अधिकारी किशन चतुर्वेदी द्वारा प्रतिनिधिमंडल का गर्मजोशी से स्वागत किया गया।

देवराहा बाबा ने पेड़ की एक डाली के चक्कर में राजीव गांधी का कार्यक्रम रद्द कर दिया था

विजय गुप्ता की कलम से

     मथुरा। एक बार राजीव गांधी महान संत देवराहा बाबा के दर्शन करने को आने वाले थे, किंतु मात्र पेड़ की एक शाखा (डाली) न कटे इसी वजह से बाबा ने खुद ही प्रधानमंत्री राजीव गांधी का कार्यक्रम रद्द कर दिया।
     घटनाक्रम के अनुसार सुरक्षा की दृष्टि से सुरक्षा अधिकारी बाबा की मचान के निकट किसी पेड़ की एक बड़ी डाली को कटवाना चाहते थे, किंतु बाबा ने साफ मना कर दिया और कहा कि यह पेड़ तो हमारा बहुत पुराना मित्र है इससे तो हम रोजाना बतियाते हैं, इसको हाथ भी न लगाना। चूंकि मामला प्रधानमंत्री की सुरक्षा से जुड़ा हुआ था, इसीलिए वे बार-बार बाबा से पेड़ की शाखा को कटवाने की गुहार लगा रहे थे।
     जब वे जिद करने लगे तो बाबा झुंझला उठे और उन्होंने कहा कि चलो अब मैं तुम्हारे प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को ही कैंसिल किये देता हूं। जैसे ही बाबा ने यह बात कही उसके कुछ ही समय बाद प्रधानमंत्री कार्यालय से रेडियो ग्राम आ गया कि प्रधानमंत्री राजीव गांधी का देवराहा बाबा आश्रम आने का कार्यक्रम फिलहाल टल गया है।
     इसके कुछ दिन बाद राजीव गांधी का कार्यक्रम पुनः बना किंतु अबकी बार सुरक्षा अधिकारियों की हिम्मत उस पेड़ की डाली को कटवाने हेतु कहने तक की नहीं पड़ी। प्रधानमंत्री राजीव गांधी आऐ और देवराहा बाबा से आशीर्वाद लिया किंतु पेड़ की डाली तो दूर एक पत्ती तक को नहीं तोड़ा गया। इससे पता चलता है कि पेड़ों की महिमा क्या होती है। और पूज्य देवराहा बाबा कितनी अजब गजब की अलौकिक शक्ति के स्वामी थे।
     अब सोचने की बात है कि वृंदावन जैसी पवित्र भूमि में सैकड़ो पेड़ों की रातों-रात हत्या कर डाली पेड़ ही नहीं हजारों पक्षी, मोर, सांप और न जाने कितने जीव जंतु मार डाले गये। प्रख्यात संत प्रेमानंद जी ने ठीक ही कहा है कि ये पेड़ नहीं ये तो समाधिस्थ ऋषि मुनि हैं, जो वृंदावन की पवित्र धरा पर तपस्या में लीन थे। प्रेमानंद जी का यह कथन कि जो-जो लोग इस हत्याकांड में शामिल हैं उनका वंश ही समाप्त होगा एक दम सही है।
     एक और आश्चर्यजनक बात यह है कि “द ब्रज फाउंडेशन” जो कि ब्रजभूमि में हरे भरे वृक्षों व लता पताओं की हिमायत करता था, वह सैकड़ो पेड़ों के इस जघन्यतम  हत्याकांड पर चुप्पी क्यों साधे हुए है? इस मौन व्रत का रहस्य क्या है? इस वीभत्स हत्याकांड को मात्र मूक दर्शक बनकर देखने वाले भी कम अपराधी नहीं हैं। चाहे वे राजनीतिक दल हों या सामाजिक संगठन। ईश्वर की अदालत के कठघरे में खड़े होकर इन्हें भी जवाब देना होगा।

आरआईएस ने चौथी बार जीती ओवर ऑल चैम्पियंस ट्रॉफी

  • ब्रज हेरिटेज फेस्ट में छात्र-छात्राओं को मिले 235 पुरस्कार
  • रोलिंग ट्रॉफी के साथ प्रतिभागिता ट्रॉफी पर भी जमाया कब्जा

मथुरा। राजीव इंटरनेशनल स्कूल के होनहार छात्र-छात्राओं ने ब्रज हेरिटेज फेस्ट में कमाल का प्रदर्शन करते हुए कुल 235 पुरस्कारों सहित लगातार चौथी बार ओवर ऑल चैम्पियंस ट्रॉफी अपने नाम की। शुक्रवार को आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में करतल ध्वनि के बीच राजीव इंटरनेशनल स्कूल के छात्र-छात्राओं को रोलिंग ट्रॉफी के साथ ही प्रतिभागिता ट्रॉफी प्रदान की गई।
एक से 12 अगस्त तक चंद्रोदय मंदिर वृंदावन द्वारा आयोजित ब्रज हेरिटेज फेस्ट 2024 में जनपद मथुरा के विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने क्विज, एक्स्टेम्पोर, हैण्डराइटिंग, श्लोक चेंटिंग, ड्राइंग, डांस, म्यूजिक,रंगोली जैसी प्रतियोगिताओं में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था। इसमें राजीव इंटरनेशनल स्कूल के छात्र-छात्राओं ने पूर्व की भांति इस साल भी विभिन्न विधाओं में शानदार प्रदर्शन कर सभी का दिल जीता। शुक्रवार को आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में आरआईएस को सबसे अधिक 235 पुरस्कारों के साथ ओवर ऑल चैम्पियंस ट्रॉफी प्रदान की गई। ब्रज हेरिटेज फेस्ट में सफलता की जहां तक बात है राजीव इंटरनेशनल स्कूल ने लगातार चौथी बार चैम्पियन बनने का गौरव हासिल किया है। पुरस्कार वितरण समारोह में राजीव इंटरनेशनल स्कूल के छात्र-छात्राओं को शानदार प्रदर्शन के लिए सबसे अधिक विशेष पुरस्कार भी प्रदान किए गए।
विशेष पुरस्कार प्राप्त करने वालों में सीनियर वर्ग में आरआईएस के एंजेल खंडेलवाल, तनीषा कश्यप तथा ईशान श्रीवास्तव शामिल हैं। इन तीनों को क्रमशः लैपटॉप, किंडल एवं स्मार्ट वॉच प्रदान किए गए। इसी प्रकार जूनियर वर्ग में मानस सारस्वत को शानदार प्रदर्शन के लिए साइकिल भेंट की गई। प्राइमरी वर्ग में सर्वाधिक पुरस्कार प्राप्त करने वाली काम्या बंसल एवं काव्यांशी को क्रमशः स्केट स्कूटी तथा ट्रॉली बैग देकर पुरस्कृत किया गया। समारोह में सभी विजेता विद्यार्थियों को पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र भेंटकर प्रोत्साहित किया गया।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने इस शानदार सफलता के लिए सभी छात्र-छात्राओं तथा शिक्षकों को बधाई देते हुए कहा कि लगातार चौथे वर्ष इस गौरवमयी ट्रॉफी पर कब्जा जमाकर आप लोगों ने यह साबित किया कि राजीव इंटरनेशनल स्कूल शिक्षा ही नहीं अऩ्य गतिविधियों में भी सर्वश्रेष्ठ है। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि वाकई आप लोगों ने विद्यालय की सफलता के ताज में एक और नगीना जड़ दिया है।
प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि ब्रज हेरिटेज फेस्ट 2024 में हासिल की गई यह सफलता कई मायनों में खास है। श्री अग्रवाल ने कहा कि किसी आयोजन में चौथी बार ओवर ऑल चैम्पियंस ट्रॉफी जीतना यह साबित करता है कि राजीव इंटरनेशनल स्कूल में शिक्षा के साथ छात्र-छात्राओं के सम्पूर्ण व्यक्तित्व निखार पर भी विशेष ध्यान दिया जाता है। विद्यालय की शैक्षिक संयोजिका प्रिया मदान ने छात्र-छात्राओं को नए अवसर प्रदान करने के लिए ब्रज हेरिटेज को धन्यवाद देते हुए अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से जनपद में विद्यालय को गौरवान्वित करने के लिए सभी छात्र-छात्राओं को बधाई दी।

GLA पहुंचे मलेशिया विश्वविद्यालय के प्रोफेसर और रिसर्च स्कॉलर, आयोजित हुआ एक्सचेंज प्रोग्राम

  • जीएलए के रसायन विभाग में आयोजित हुए एक्सचेंज प्रोग्राम में मलेशिया के प्रोफेसर और जीएलए के छात्र-शिक्षकों ने विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की

मथुरा : जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा ने अपने विद्यार्थियों को विदेशी शिक्षा पद्धति से अवगत कराने एवं रिसर्च के विभिन्न पहलुओं पर ध्यान देने के उद्देश्य से मलाया विश्वविद्यालय, मलेशिया के साथ साप्ताहिक शिक्षक-छात्र एक्सचेंज प्रोगाम आयोजित किया।

मलेशिया से आए रिसर्च स्कॉलर और प्रोफेसरों ने जीएलए के प्रोफेसर-छात्रों के साथ कल्चरल एक्सचेंज के साथ-साथ जॉइंट रिसर्च प्रोजेक्ट, स्टूडेंट मोबिलिटी और विजिटिंग स्कॉलर प्रोग्राम, जॉइंट पब्लिकेशंस, सेमिनार, कॉन्फ्रेंस, ट्रेनिंग प्रोग्राम के तहत रसायन विभाग में अपने विचारों का आदान प्रदान किया। विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की तथा जीएलए विश्वविद्यालय और मथुरा के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद लिया।

इस प्रोग्राम के दौरान नैनो प्रौद्योगिकी की विशेषज्ञ डा. जुलकाप्ली, डा. दुर्गा देवी, डा. सुजामी जौहारी व लिआ जहरानी ने अपने अपने अनुसंधान क्षेत्र के बारे में जानकारी साझा की और बताया कि किस तरह जीएलए विष्वविद्यालय के साथ मिलकर अनुसंधान के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करके विद्यार्थियों को नई दिषा दी जा सके। उन्होंने जीएलए छात्रों को जानकारी देते हुए बताया कि शोध करने के लिए सबसे पहले किसी समस्या या प्रश्न की आवश्यकता होती है। अगर सामने कोई समस्या या प्रश्न होता है जिसके समाधान के लिए हम शोध की दिशा में आगे बढ़ते हैं। इसके लिए शोधार्थी में जिज्ञासा की प्रवृत्ति का होना आवश्यक है। किसी विशेष ज्ञान क्षेत्र में शोध समस्या का समाधान या जिज्ञासा की पूर्ति में किया गया कार्य उस विशेष ज्ञान क्षेत्र का विस्तार करता है। इसके साथ ही शोध से नये-नये शैक्षिक अनुशासनों का उद्भव होता है जो अपने विषय क्षेत्र की विशेषज्ञता का प्रतिनिधित्व करते हैं।

जीएलए के हरे भरे वातावरण को देखकर उन्होंने रसायन विभाग के डा. योगेन्द्र कुमार शर्मा व डा. एजाज तारीफ को बताया कि हरित व स्वच्छ कैसे छात्रों की शिक्षा में सहायक हो सकता है। भ्रमण के दौरान रसायन विज्ञान विभाग के साथ-साथ जैव प्रौद्योगिकी विभाग, फार्मेसी विभाग, आइईडीसी सेल में 3डी टूल कटिंग के बारे में रोचक जानकारी प्राप्त की। अंत में मलाया विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि मंडल ने कुलपति प्रो. फाल्गुनी गुप्ता, प्रतिकुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता, कुलसचिव अशोक कुमार सिंह से मुलाकात की।

इंटरनेशनल रिलेशन एंड एकेडमिक कोलैबोरेशन विभाग के डीन प्रो. दिलीप कुमार शर्मा ने बताया कि जीएलए में आयोजित हुए साप्ताहिक एक्सचेंज प्रोग्राम एमओयू के तहत आयोजित हुआ है। पूर्व में मलाया विश्वविद्यालय, मलेशिया के साथ जीएलए ने एमओयू साइन किया है। विश्वविद्यालय का ध्येय है कि विदेशी विश्वविद्यालयों के साथ हुए एमओयू के तहत ऐसे कार्यक्रम आयोजित हों और विद्यार्थियों को विदेशी शिक्षा पद्धति से रूबरू होने का अवसर मिले।

विभागाध्यक्ष प्रो. दीपक दास ने बताया कि विभाग में आयोजित एक्सचेंज प्रोग्राम में मलेशिया के रिसर्च स्कॉलर ने विभाग की रिसर्च लैबों में काफी परीक्षण किए। इस दौरान उन्होंने छात्रों को बताया कि जीएलए में रिसर्च के लिए काफी संसाधन उपलब्ध हैं। प्रो. दास ने बताया कि रसायन विभाग के काफी रिसर्च और प्रोजेक्टों पर कार्य हो चुके हैं। इसके अलावा काफी पेटेंट ग्रांट हो चुके हैं। इन सभी रिसर्च में छात्रों का सहयोग सराहनीय रहा है। कार्यक्रम का संचालन डा. प्रबल प्रताप सिंह ने किया।

इस मौके पर डीन रिसर्च प्रो. कमल शर्मा, डा. विवेक शर्मा, डा. शुभम शर्मा, डा. अविनाश कुमार पांडेय ने आगंतुक रिसर्च स्कॉलर से जीएलए में होने वाले रिसर्च और प्रोजेक्ट के बारे में चर्चा की।

संस्कृति विवि में सेवा पखवाड़े में किए गए अनेक आयोजन

मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय, मथुरा में सेवा पखवाड़ा के अंतर्गत लगातार कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस दौरान सफाई अभियान से लेकर निबंध लेखन प्रतियोगिता 2024 का भी आयोजन किया गया। इन कार्यक्रमों में सैंकड़ो छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।
संस्कृति विश्वविद्यालय स्टूडेंट वेलफेयर के डीन डा. डीएस तोमर ने बताया कि सेवा पखवाड़े का आयोजन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन से 2 अक्टूबर तक मनाया गया। संस्कृति विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने इस दौरान विश्वविद्यालय परिसर और आसपास के क्षेत्रों विशेष रूप से स्टेशनों पर कूड़े की सफाई की। विद्यार्थियों ने आम जन को सफाई के महत्व और गंदगी की सफाई के प्रति जागरूक भी किया। इसी क्रम में संस्कृति विवि में निबंध लेखन प्रतियोगता का भी आयोजन किया गया। निबंध लेखन प्रतियोगिता का विषय था, आत्मनिर्भर भारत। प्रतियोगिता में १०२ छात्र, छात्राओं ने प्रतिभाग किया। प्रतियोगिता से पूर्व वक्ताओं ने भारत की पारंपरिक कला, कौशल पर विस्तार से प्रकाश डाला। विद्यार्थियों को वक्ताओं के वक्तव्यों से भारतीय कला और कौशल को समझने का अवसर मिला।
विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ सचिन गुप्ता व सी ई ओ डा मीनाक्षी शर्मा ने इस मौके पर सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं प्रदान करते हुए जीवन में स्वच्छता और कौशल हासिल करने के महत्व से जुड़ा संदेश जारी किया। कुलाधिपति डा. सचिन गुप्ता ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों में भाग लेकर आपको सेवा करने का आनंद प्राप्त होता है और आप अपनी परंपराओं को आसानी से समझते भी हैं। डा. तौमर ने बताया कि प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले विद्यार्थियों को प्रमाणपत्रों और विजेताओं को पुरुस्कारों से सम्मानित किया जाएगा। निबंध प्रतियोगिता का संचालन डा.सुनील कुमार एवं डा. गौरव भारद्वाज ने किया। कार्यक्रम के संचालन में छात्रा उर्वशी शर्मा , अर्ची एवम छात्र यश विश्वकर्मा ने छात्र समन्वयक के रूप में उत्कर्ष कार्य किया ‌।

माताजी गौशाला है भारत का सबसे बड़ा गौसेवा केंद्र: डॉ राजेंद्र दास महाराज

  • माताजी गौशला में नौ दिवसीय गो भक्तमाल का हुआ शुभारम्भ
  • 10 अक्टूबर को होगा राधाकृष्ण विवाह महोत्सव का आयोजन

रिपोर्ट राघव शर्मा

बरसाना श्री माताजी गौशाला के 17 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में पवित्र गोष्ठ में नव दिवसीय गो भक्तमाल कथा एवं राधाकृष्ण विवाह महोत्सव का आयोजन किया गया है। जिसका शुभारम्भ गुरुवार को ब्रज के विरक्त संत रमेश बाबा द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर मलूक पीठाधीश्वर राजेंद्र दास महाराज ने कहा कि श्रीकृष्ण से बड़ा गौ सेवक सम्पूर्ण सृष्टि में क़ोई नहीं है। श्रीकृष्ण ने गो पालन कर दुनियां को संदेश दिया कि गो सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं है। वहीं उन्होंने कहा कि वर्तमान में माताजी गौशाला भारत की सबसे बड़ी गौशाला है।

गुरुवार को मानपुर में स्थित माताजी गौशाला के 17 वर्ष पूर्ण होने के चलते हो नौ दिवसीय गो भकतमाल कथा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मलूक पीठाधीश्वर डॉ राजेंद्र दास महाराज ने गौ पूजन कर किया। गो भक्तमाल कथा कहते हुए व्यासपीठ से डॉ राजेंद्र दास महाराज ने बताया की जिस गो भक्तमाल कथा को आप सब श्रवण कर रहे है। वो ग्रन्थ उनके पिता श्री द्वारा पथमेड़ा राजस्थान में लिखा गया था। उसी ग्रन्थ में उल्लेखित पावन चरित्रओं की कथा कहने का आज उन्हें सुअवसर मिला है। उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण का अभीष्ट गौमाता है। और हम सब श्रीकृष्ण को चाहते है। श्रीकृष्ण का प्यारा बनने के लिए ग्वारिया बन जाओ, गोप बन जाओ, गोपी बन जाओ, फिर आप सभी श्रीकृष्ण के अभीष्ट बन जाओगे। श्रीकृष्ण स्वयं तुम्हारे पास दौड़े चले आयेंगे। वहीं गो भक्तमाल कथा सुनने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। इस दौरान मान मंदिर के अध्यक्ष डॉ रामजीलाल शास्त्री, गोपेश बाबा, ब्रज शरण बाबा, नृसिंह बाबा, राधाकांत शास्त्री, भक्त शरण महाराज, आचार्य सुरेश शास्त्री, आचार्य महेश शास्त्री, राधाप्रिय, सुनील सिंह, सुशील गोस्वामी, धनंजय दास आदि विशेष रूप से मौजूद थे। माताजी गौशाला के सचिव सुनील सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि गौ भक्तमाल महोत्सव के दौरान 10 अक्टूबर को बड़े आनंद और उल्लास के साथ राधाकृष्ण का विवाह महोत्सव मनाया जाएगा। जिसके अंतर्गत नंदगांव से आदर के साथ बाराती पधारेंगे। वहीं विवाह की सभी रस्मे परम्परा के अनुसार निभाई जायेगी। जिसकी तैयारियां चल रहीं है।

एन के ग्रुप ने संस्कार सिटी में स्थापित कराई मां दुर्गा की प्रतिमा

  • शारदीय नवरात्र के अवसर पर प्रतिदिन होंगे विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान
  • ग्रुप के निदेशक विवेक अग्रवाल ने की पूजा अर्चना

वृंदावन । शारदीय नवरात्र के उपलक्ष्य में एन के ग्रुप द्वारा संस्कार सिटी में विधि विधान के साथ माँ दुर्गा की प्रतिमा स्थापना की गई।
एन के ग्रुप के निदेशक एवं जीएलए विश्वविद्यालय के सीएफओ विवेक अग्रवाल समेत अन्य पदाधिकारियों ने वेद मंत्र उच्चारण के मध्य मां दुर्गा की प्रतिमा का पूजन अर्चन किया तथा हवन यज्ञ में आहुति दी।
उन्होंने बताया कि शारदीय नवरात्र के अंतर्गत संस्कार सिटी में मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की गई है। यहां प्रतिदिन वेद मंत्र उच्चारण के मध्य एवं मां दुर्गा की स्तुति के साथ विधि विधान के साथ पूजा अर्चना की जाएगी साथ ही विभिन्न धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने मातारानी से सभी के सुखमय जीवन की कामना की।
इस अवसर पर एनके ग्रुप परिवार के सदस्यों ने विधिवत रूप से पूजन-अर्चन किया।