मथुरा। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कल गुुरुवार को कोरोना नियंत्रण की व्यवस्था को मथुरा आ सकते हैं। वह मथुरा, वृंदावन के कोविड कमांड सेंटर का निरीक्षण करने के साथ ही वृंदावन के केशवराव हेडगेवार हॉस्पीटल को भी देखेंगे। लखनऊ से मिले संदेश के बाद मथुरा के स्वास्थ्य विभाग में हलचल मच गई है। स्वास्थ्य अधिकारी व्यवस्थाओं को सुधारने और स्वास्थ्य कर्मियों को चौकन्ना करने में लगे हैं।
सूत्रों का कहना है कि जिस तरह से मुरादाबाद, बरेली में कोरोना का हाल जानने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ पहुंचे थे, वैसे ही उनका अगला प्रोग्राम मथुरा और आसपास के जिलों में कोविड की स्थिति जानने का है। बताया जा रहा है कि वह जिला अस्पताल, वृंदावन के जिला संयुक्त चिकित्सालय और केशवराव हेडगेवार हॉस्पीटल का भी जायजा लेंगे। निरीक्षण के बाद प्रशासनिक अधिकारी और स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे और कोविड से लड़ने की रणनीति को और बेहतर बनाने के लिए दिशा निर्देश देंगे।
सीएम योगी के मथुरा आने की भनक लगते ही जिला प्रशासन, नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। स्वास्थ्य विभाग जहां सभी कोविड- सेंटरों की स्थिति में सुधार के प्रयास में लग गया है। वहीं नगर निगम ने सफाई व्यवस्था में जुट गया है। वहीं सभी अधिकारी और कर्मचारी एलर्ट मोड हो गए हैं।
मथुरा। कोरोना कर्फ्यू के बीच के कोरोना संकमण के मामलों में आई कमी होने पर 12 दिनों के बाद बुधवार को शराब की दुकानें खोली गई। कहीं दुकानों पर शराब के शौकीनों की भीड़ देखी गई तो कहीं दुकानदार ग्राहकों का इंतजार करते देखे गए। कुछ दुकानों पर तक एक-एक व्यक्ति कई-कई बोतल शराब खरीदते देखे गए। कुछ लोग पुन: लॉकडाउन की आशंका के बीच शराब का स्टॉक करने में लगे है।
मथुरा के भरतपुर गेट, होली गेट, हाईवे सहित कई क्षेत्रों में शराब की दुकानों पर कम खरीददार देखे गए। जबकि मसानी क्षेत्र की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ देखी गई। शराब के शौकीन कोरोना से इस कदर बेपरवाह देखे गए कि न मुंह पर मास्क था और न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा था। वहीं वृंदावन के अद्धा क्षेत्र एवं सुनरख मार्ग स्थित शराब के ठेकों पर ग्राहकों का जमावड़ा लगा।
वहीं नगर के आसपास के गांवों में शराब की दुकानों पर दुकानदार ग्राहकों का इंतजार करते नजर आए। दुकानों पर ग्राहको के न आने के पीछे का कारण बड़ा ही चौकाने वाला है। लोगों का कहना है कि गांव में शराब के ठेका संचालको ने कोरोना कर्फ्यू के दौरान दुकान से शराब को अपने घर ले गए और घर से ही ग्राहकों को देते रहे। इससे भरी दुकान शराब से खाली हो गईं।
आपको बता दें कि मथुरा के जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने दिन के एक बजे तक शराब की दुकानें और बाकी जरूरी सामानों की दुकानें खोलनी की इजाजत दी है। जिसको लेकर बुधवार को गोवर्धन क्षेत्र के अलग-अलग जगहों पर शराब के ठेके खोले गए। राधाकुंड, गोवर्धन में शराब शौकीन लोगों की भीड़ दुकानों पर उमड़ पड़ी। वहीं अडींग कस्बा में शराब की दुकानें बंद रही।
सूत्रों के मुताबिक कोरोना कर्फ्यू का फैसला करते वक्त सरकार की तरफ से आबकारी की दुकानें को बंद करने का कोई आदेश नहीं था। लेकिन पिछले कई दिनों से दुकानें बंद चल रही है। जिसकी वजह से दुकानदारों ने आपत्ति दर्ज करायी थी। जिसको लेकर शराब की दुकानों का खोलने का समय निर्धारित किया गया। वहीं गोवर्धन के कस्बा अडींग में शराब शौकीन शराब खरीदने गए जब ठेका बन्द मिला तो नाराज होकर अपनी समस्या बताई और स्टॉक में माल न होने की बात कही।
बरसाना। बरसाना के आंगनवाड़ी केन्द्र को चोर राशन चोरी कर ले गए। इस केन्द्र में बाल विकास परियोजना के अन्तर्गत बरसाना की समस्त आंगनवाड़ी का राशन रखा था। पुलिस को चोरी की सूचना दी गई। लेकिन पुलिस घंटों बाद भी नहींं पहुंची। आंगनवाड़ी ब्लॉक अध्यक्ष आरती सिंह उर्फ वंदना ने पुलिस के ढुलमुल रवैया पर सवाल खड़े किए हैं।
जानकारी के मुताबिक बरसाना आंगनवाड़ी ब्लाक अध्यक्ष आरती सिंह उर्फ वन्दना को बुधवार सुबह चोरी की सूचना मिलने पर प्राथमिक विद्यालय प्रथम पहुंची। विद्यालय में रखा आंगनवाड़ी का राशन गायब मिला। आंगनवाड़ी ब्लाक अध्यक्ष ने बताया कि प्राथमिक विद्यालय प्रथम बरसाना में रखे राशन में 14 बोरे अनाज के रखे हुए थे। जिनमें 11 बोरा गेहूं और 3 बोरा चावल, रिफाइंड और दूध के पैकेट व रजिस्टर रखे हुए थे। जिनमें से 6 बोरे चोरी हो गये। 5 बोरा गेहूं और 1 बोरा चावल का था।
उन्होंने बताया कि रजिस्टर, 8 पैकिट रिफाइंड, 12 पैकेट दूध के भी चोरी हो गये। पुलिस को घटना की जानकारी दी गई है। लेकिन ब्लाक अध्यक्ष आरती उर्फ वन्दना ने पुलिस पर भी सवाल उठाये और बताया कि डेढ से दो घण्टा हो गया लेकिन पुलिस स्टेशन पास ही होने पर पुलिस नही आयी।
बताया गया कि आंगनवाड़़ी कार्यकत्री जय श्री, राधारानी, हेमलता, /पुष्पा यादव, भारती शर्मा, दिनेश सिकरवार, ब्रजवती, शीला आदि के केन्द्रों का राशन बरसाना के इसी केन्द पर रखा रहता था। जो बरसाना के वार्डों में बाटा जाता है।
भोपाल। कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बीच ब्लैक फंगल इंफेक्शन लोगों के लिए मुसीबत बन गया है। ब्लैक फंगल के मरीजों की संख्या बढ़ने से सरकार अलर्ट मोड पर है। फंगल इन्फेक्शन की रोकथाम और इलाज के लिए सरकार अमेरिकी विशेषज्ञों से मदद ले रही है। सरकार इसके लिए रोडमैप बना रही है ताकि इस नयी परेशानी को बढ़ने से पहले ही रोका जा सके।
भोपाल और जबलपुर में बनेगी यूनिट
प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि फंगल इंफेक्शन के लिए सरकार अलर्ट मोड पर है। सरकार ने बीमारी की रोकथाम और उपचार के लिए तैयारी शुरू कर दी है। पहले फेज में गांधी मेडिकल कॉलेज भोपाल और जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में यूनिट शुरू की जा रही है। भोपाल और जबलपुर में 10-10 बिस्तर की यूनिट जल्द ही शुरू की जाएंगी। ब्लैक फंगस इंफेक्शन से निपटने के लिए चार विंग काम करेंगी। इनमें ईएनटी, नेत्र रोग विभाग, न्यूरोलॉजी और मेडिसन को मिलाकर एक यूनिट बनायी गयी है। सर्जरी के लिए नॉन कोविड और कोविड पॉज़िटिव मरीजों के लिए अलग-अलग ऑपरेशन थिएटर की व्यवस्था भी की जा रही है।
अमेरिकी डॉक्टर मनोज जैन से हुई चर्चा
ब्लैक फंगस के बढ़ते इंफेक्शन को लेकर हमीदिया अस्पताल में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग और डॉक्टर्स, अधिकारियों की आपात बैठक हुई। इसमें अमेरिकी डॉक्टर मनोज जैन से बीमारी से निपटने के उपाय करने पर डेढ़ घंटे चर्चा हुई है। डॉ मनोज जैन के बताए हुए सुझावों पर अब मध्यप्रदेश में अमल किया जाएगा।
ब्लैक फंगल इंफेक्शन(म्यूकरमाय कोसिस)के बढ़े मरीज़
कोरोना के बढ़ते कहर के बीच ब्लैक फंगस नई मुसीबत बनता जा रहा है। हमीदिया अस्पताल में ब्लैक फंगस के 06 और पालीवाल अस्पताल में 01 मरीज मिला। एम्स में इंफेक्शन से संक्रमित 1 मरीज पहुंचा। वहीं संक्रमित मरीजों में से एक को अपनी आंख गंवानी पड़ी तो दूसरे मरीज की सर्जरी करनी पड़ी। भोपाल के साथ जबलपुर में भी इंफेक्शन के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है।
पटना। कोरोना महामारी से मुकाबला करने के लिए आपको किसी तरह के तामझाम की आवश्यकता नहीं बल्कि बेहतर माहौल सकारात्मक सोच हल्के-फुल्के व्यायाम और डॉक्टर की बताई दवाई के बल पर आप कोरोना को आसानी से मात दे सकते हैं। यह कहना है राजधानी पटना के कांटी फैक्ट्री इलाके में रहने वाले एक परिवार का। 14 सदस्यों वाले इस परिवार में 13 सदस्य पिछले 15 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव हो गये लेकिन सभी ने मिलकर कोरोन को हरा दिया।
14 सदस्यों वाले परिवार में 13 सदस्य कोरोना से ग्रस्त थे। मरीजों में 78 साल से लेकर 14 साल तक की बच्ची भी कोरोना से पीड़ित हो गई लेकिन इस परिवार ने हिम्मत रखते हुए कोरोना का मात दी। परिवार की सबसे बुजुर्ग सदस्य 78 साल की मालती सिन्हा की मानें तो तीन दिनों तक होश भी नहीं रहा लेकिन आखिरकार हिम्मत से काम लिया और डॉक्टर की बताई दवा और योग के बल पर कोरोना को पटखनी दी।
परिवार की 72 साल की बसन्ती सिन्हा बताती हैं कि हाई ब्लड प्रेशर की पेशेंट होने के बावजूद सकारात्मक सोच ने संजीवनी का काम किया। मकान के अलग-अलग कमरे में सभी सदस्य रहते थे और एक दूसरे से व्हाट्सएप पर औऱ वीडियो कॉल के माध्यम से एक दूसरे से संपर्क में आते थे। घर के एकमात्र सदस्य राजेश जो कि कोरोना निगेटिवे थे उन्होंने सबकी बखूबी देखभाल की। भोजन बनाने से लेकर बीमार लोगों को दवा देने की जिम्मेवारी भी घर के इसी एकमात्र सदस्य की थी।
परिवार की महिला सदस्य बबीता सिन्हा बताती हैं कि एक बार तो उनका ऑक्सीजन लेवल भी कम हो गया था लेकिन जल्द ही डॉक्टर से परामर्श कर दवा ली और फिर योगा किया तो ऑक्सीजन लेवल सही हो गया। परिवार के पुरुष सदस्य देव कुमार की मानें तो कोरोना में हिम्मत हारने की जरूरत नहीं है बल्कि अनुलोम विलोम के अलावा हल्के एक्सरसाइज और सकारात्मक सोच के साथ कोरोना को मात दी जा सकती है। सच पूछा जाए तो यह परिवार उन लोगों के लिए एक बेहतर उदाहरण है जो कोरोना का नाम सुनते ही हताश और निराश हो जाते हैं। सच यो यह है कि आप सोच सकारात्मक रख व्यायाम औऱ दवा के सहारे पहले दिन से ही गम्भीरता बरतें तो कोरोना को हारना ही है।
नई दिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर में देश के बदतर होते हालात के बीच केंद्र सरकार की देश में ही नहीं विदेशों में भी आलोचना हो रही है। कोरोना के मामले और महामारी से हो रही मौतों के आंकड़े भी बता रहे हैं कि कहीं न कहीं केंद्र विफल हुआ है। मोदी सरकार की खराब होती छवि को फिर से चमकाने के लिए सरकारी अमले के साथ-साथ भाजपा और आरएसएस ने भी सकारात्मकता का राग छेड़ दिया है। कोशिश की जा रही है कि केंद्र सरकार के कामों को जनता के बीच मजबूत तरीके से रखा जाए। हालांकि, विपक्ष खासतौर से कांग्रेस ने इस पॉजिटिविटी राग की आलोचना कर रहा है।
छवि सुधारने के लिए तीन मोर्चों पर सकारात्मकता के प्रयास
केंद्र ने अफसरों की वर्कशॉप की, मैसेज देने की ट्रेनिंग कराई
केंद्र ने पिछले हफ्ते ज्वॉइंट सेक्रेटरी रैंक के अफसरों की एक वर्कशॉप की। सूत्रों के हवाले से रिपोट्र्स में कहा गया कि वर्कशॉप में अफसरों को ये बताया गया कि कोरोना संकट में निंदा के बीच किस तरह से सरकार के कामों को मजबूत तरीके से जनता के बीच पहुंचाएं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम मन की बात का एक ट्विटर हैंडल है, उस पर भी पॉजिटिविटी से जुड़े संदेशों का जिक्र किया जा रहा है। कई केंद्रीय मंत्री भी ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाने की सरकार की कोशिशों और ऐसे ही दूसरे कामों से जुड़ी स्टोरी और आर्टिकल सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं।
भाजपा ने सरकार के काम गिनाए, विपक्ष को घेरा
कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में जब प्रस्ताव पारित किया गया कि मोदी को अपनी गलतियों के लिए प्रायश्चित करना चाहिए तो अगले ही दिन भाजपा हमलावर हो गई। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मंगलवार को ही एक चिट्ठी लिखी। इसमें कांग्रेस को घेरा गया है और सरकार के काम गिनाए गए हैं। साथ ही यह भी कहा कि कांग्रेस भ्रम और डर फैलाना बंद करे। स्वदेशी वैक्सीन पर सवाल उठाना बंद करे।
जेपी नड्डा ने चिट्ठी में कहा- कांग्रेस की करनी से हैरान नहीं हूं, दुखी हूं। एक ओर उनकी पार्टी के कुछ मेंबर्स लोगों की मदद करने का काम कर रहे हैं। दूसरी ओर उनके वरिष्ठ नेताओं की फैलाई नकारात्मकता से ये सराहनीय काम धूमिल हो रहा है।
संघ ने शुरू किया ऑनलाइन इवेंट, इसमें धर्मगुरुओं को लिया साथ
संघ ने 11 मई से एक ऑनलाइन इवेंट शुरू किया है, जिसे पॉजिटिविटी अनलिमिटेड नाम दिया गया है। इसमें टॉप मोटिवेटर्स, धर्मगुरुओं और प्रमुख उद्योगपतियों के विचार प्रस्तुत कराए जा रहे हैं। यह सिलसिला 15 मई तक चलेगा। संघ प्रमुख मोहन भागवत भी देश के नाम संबोधन दे सकते हैं।
पिछले महीने ही संघ के राष्ट्रीय महासचिव दत्तात्रेय होसबोले ने देश की जनता से अपील की थी कि विध्वंसकारी और देश विरोधी शक्तियों से सावधान रहें। ये हालात का फायदा उठाकर नकारात्मकता और अविश्वास का माहौल रच सकते हैं।
विपक्ष के निशाने पर ये पॉजिटिविटी ड्राइव
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पॉजिटिविटी ड्राइव को प्रोपेगैंडा बताया है। प्रशांत किशोर ने कहा कि देश में दुख के माहौल और हर तरफ त्रासदियों के बीच पॉजिटिविटी के नाम पर झूठ और प्रोपेगैंडा फैलाने की लगातार कोशिश हो रही है। यह घिनौना है।
नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेजों में कार्यरत एडहॉक शिक्षकों को को लेकर कोरोना महामारी से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। बताया जा रहा है कि डीयू के करीब 25 से अधिक शिक्षक और कर्मियो की कोरोना के चलते मौत हो गई है। इन घटना के बाद से दिल्ली विश्वविद्यालय टीचर वेलफेयर फंड से जोड़ने की मांग तेज हो गई है। इसके लिए दिल्ली विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद, प्रबंध समिति और वर्किंग कमेटी ने कार्यवाहक कुलपति प्रो. पीसी जोशी को इस मामले में पत्र लिखा है।
काउंसिल और कमेटी से जुड़े पदाधिकारियों का मानना है कि महामारी के इस मुश्किल वक्त में एडहॉक शिक्षकों के परिवारों की मदद करनी चाहिए। कोरोना के चलते डीयू के करीब 25 से अधिक शिक्षकों और कई कर्मियों का निधन हो चुका है।
डीयू एग्जीक्यूटिव काउंसिल के पूर्व सदस्य व प्रोफेसर राजेश झा के मुताबिक, एडहॉक शिक्षक भी इसी विश्वविद्यालय का हिस्सा हैं और 10-10 वर्षों से सेवाएं दे रहे हैं। इसीलिए एग्जीक्यूटिव काउंसिल की सदस्य प्रो.सीमा दास की ओर से कुलपति प्रो. पीसी जोशी को पत्र लिखा गया है। हमारी मांग है कि एडहॉक शिक्षकों को भी दिल्ली विश्वविद्यालय टीचर वेलफेयर फंड से जोड़ा जाना चाहिए। इसके अलावा अन्य शिक्षकों को इसके तहत मिलने वाले सभी लाभ भी दिये जाने चाहिए।
फंड की राशि 30 लाख करने का रखा गया प्रस्ताव
प्रो. झा के मुताबिक, डीयू टीचर वेलफेयर फंड में अभी 5 से 7 लाख रुपये की धनराशि पीड़ित परिवार को मिलती हैं। हालांकि हमारी मांग है कि इस धनराशि को 30 लाख रुपये कर दिया जाना चाहिए। दरअसल 5 से 7 लाख रुपये की धनराशि पीडित परिवार को देने का प्रस्ताव बहुत पुराना है। मौजूदा हालात को देखते हुए इसमें बदलाव की जरूरत है।
पीएम ने भी नौकरी से न हटाने का किया था आग्रह
प्रो. झा के मुताबिक, कोरोना महामारी की पहली लहर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरकारी और निजी संस्थानों को ऐसे मुश्किल वक्त में नौकरी से न निकालने का आग्रह किया था। हालांकि डीयू के विवेकानंद कॉलेज ने 12 एडहॉक सदस्यों की सेवाएं समाप्त करने की तैयारी शुरू कर दी है। जबकि उसमें से 5 शिक्षकों के परिवार कोरोना संक्रमित हैं। इस मामले में कुलपति प्रो. पीसी जोशी और दिल्ली सरकार के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से भी दखल की मांग की गई है। यह शिक्षक वर्षों से सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन अचानक सेवाएं समाप्त करने की तैयारी हो गई।
अमीरगढ। बेटे की असमय विदाई से आहत मंगूबेन को जब भी अपने बेटे की याद आती है वह उसकी चिता की राख पर लेट जाती हैं। माटी का शरीर भले ही माटी में मिल जाए पर मां की ममता कभी मिट्टी नहीं हो सकती। वह अपने कलेजे के टुकड़े को हमेशा खुश और अपनी आंखों के सामने देखना चाहती है। आखों से ओझल होते या उसे दुखी होते ही मां भी दुखी हो जाती है।
यह वाकया उत्तर गुजरात के जूनीरोह गांव का है। जहां चार महीने पहले मंगूबेन चौहाण के बेटे महेश का एक हादसे में निधन हो गया था। गांव के पास ही उसका अंतिम संस्कार हुआ। बेटे की असमय विदाई से आहत मंगूबेन अब तक सदमे से उबर नहीं पाई हैं। जब भी उन्हें बेटे की याद आती है, वह अंतिम संस्कार वाली जगह पर पहुंचकर उसकी चिता की राख पर लेट जाती हैं।
परिवार वालों को जब मंगूबेन घर पर नहीं दिखतीं, वे मोक्षधाम जाकर उनको वापस ले आते हैं। यह सिलसिला लगातार जारी है। बेटे के विछोह से दुखी मां की यह हालत देख परिजन भी हैरान होने के साथ ही दुखी भी है। वह उसे इस आहत से उबारने का हर संभव जतन भी कर रहे हैं। लेकिन मां तो मां है।
मथुरा। जिले में कोरोना वायरस ने अब ग्रामीण क्षेत्रों की ओर रुख कर लिया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा गावों में कोरोना का जांच अभियान शुरु होते ही चौकाने वाले आंकड़े सामने आ रहे हैं। इसके साथ ही जिलेभर में 285 कोरोना संक्रमण मिले हैं। इनमें से मथुरा ब्लॉक में 92 कोरोना संक्रमित पाए गए हैं इसके सापेक्ष नौहझील क्षेत्र में 35, फरह में 31, छाता 26 एवं बल्देव 20 कोरोना के मामले सामने आए हैं।
जनपद में यहां मिले कोरोना पॉजिटिव
1. 27 male Rural NG GOLA ANC Baldeo
2. 25 male Rural PAITH MO PACHAWAR Baldeo
3. 57 male Rural BHARTIYA BALDEV MATHURA
4. 65 female Rural RAYA BHARAU MATHURA
5. 39 male Rural 41- GOPI NAGAR RANCHI BANGAR Baldeo
मेष (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ) व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। प्रयास सफल रहेंगे। धनलाभ के अवसर हाथ आएंगे। सामाजिक कार्य करने में रुचि रहेगी। मान-सम्मान मिलेगा। निवेश शुभ रहेगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। कार्यसिद्धि होगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। बेवजह बेचैनी रह सकती है लेकिन वास्तव में ऐसा कुछ भी नहीं है जिससे बेचैनी हो।
वृष (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वे, वो) यात्रा मनोरंजक रहेगी। स्वादिष्ट भोजन का आनंद प्राप्त होगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता प्राप्त करेगा। कारोबार में वृद्धि के योग हैं। व्यस्तता के चलते स्वास्थ्य प्रभावित होगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। मित्रों का सहयोग समय पर प्राप्त होगा। रुके कार्यों में गति आएगी। प्रसन्नता रहेगी। जोखिम न उठाएं। आनन्द से दिनचर्या व्यतीत करें।
मिथुन (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा) आय होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। जल्दबाजी किसी समस्या का हल नहीं है इसलिए न करें। दूर से कोई समाचार मिल सकता है। वाणी पर नियंत्रण रखें ताकि बेवजह कहासुनी न हो। थकान व कमजोरी रह सकती है आराम करे़ं। स्वास्थ्य पर खर्च होगा। नौकरी में दिनचर्या व्यस्त रह सकती है । आध्यात्मिक ज्ञान की तरफ रूची बनेगी।
कर्क (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो) कानूनी अड़चन दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। थकान व कमजोरी रह सकती है। जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। निवेश में जल्दबाजी न करें। नौकरी में शांति रहेगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। मित्रों का सहयोग रहेगा। कार्य समय पर पूर्ण होंगे। स्वास्थ्य सही रहेगा।
सिंह (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे) व्यवसाय ठीक चलेगा। धन लाभ के योग है । पुराना रोग उभर सकता है। दूर से कोई समाचार मिल सकता है। व्यर्थ की भागदौड़ से बचें । किसी व्यक्ति के व्यवहार से अप्रसन्नता रहेगी। अपेक्षित कार्य विलंब से होंगे। प्रयास अधिक करना पड़ेंगे। किसी व्यक्ति विशेष की नाराजगी न करें। मनोरंजन के योग हैं।
कन्या (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो) नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। आय में वृद्धि होगी। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेगे। जल्दबाजी से बचें खासकर लेन-देन में जल्दबाजी न करें। कोई समस्या खड़ी हो सकती है। भूमि व भवन इत्यादि की खरीद-फरोख्त की योजना बनेगी। प्रमाद न करें। स्वास्थ्य लाभ होगा ।
तुला (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते) बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा लाभदायक रहेगी। व्यापार मनोनुकूल चलेगा। नौकरी में चैन रहेगा। धनहानि से बचें व सावधानी रखें। किसी व्यक्ति के व्यवहार से स्वाभिमान को ठेस पहुंच सकती है। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। शत्रु शांत रहेंगे। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।
वृश्चिक (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू) अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग करने से बचें। परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। पुराना रोग उभर सकता है। लेन-देन में सावधानी रखें। किसी भी व्यक्ति की चिकनी बातों में न आएं। महत्वपूर्ण निर्णय सोच-समझकर करें, लाभ होगा।
धनु (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे) व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। निवेश मनोनुकूल लाभ देगा। परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता प्राप्त होगी। भाग्य का साथ मिलेगा। प्रसन्नता रहेगी। शत्रु सक्रिय रहेंगे लेकिन हानी नहीं पहुंचा पाएंगे। शारीरिक कष्ट से बचें । दूसरों के कार्य में हस्तक्षेप कम ही करें। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है।
मकर (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी) धन प्राप्ति सुगम तरीके से होगी। नई योजना बनेगी। तत्काल लाभ नहीं होगा। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। सामाजिक कार्य करने में रुझान रहेगा। मान-सम्मान मिलेगा। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड इत्यादि से मनोनुकूल लाभ होगा। कष्ट, तनाव व चिंता का वातावरण बन सकता है। शत्रु पस्त होंगे।
कुंभ (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा) पूजा-पाठ में मन लगेगा। किसी साधु-संत का आशीवार्द मिल सकता है। कोर्ट व कचहरी के कार्य मनोनुकूल रहेंगे। व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेंगे। नौकरी में प्रभाव वृद्धि होगी। मातहतों का सहयोग प्राप्त होगा। लंबित कार्य पूर्ण होंगे। प्रमाद न करें।
मीन (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची) आज आपका समय मिला जुला रहेगा । घर में अतिथियों का आगमन होगा और धन व्यय भी होगा। दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। नौकरी में संतोष रहेगा। निवेश शुभ रहेगा। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। विवाद से क्लेश से बचें । पुराना रोग उभर सकता है। परिवार की चिंता रहेगी। जल्दबाजी न करें।