मथुरा। जिले के पुलिस कप्तान बदल गए लेकिन पुलिस का ढर्रा नहीं बदला। जिस डॉक्टर निर्विकल्प अपहरण कांड ने वर्दी को दागदार कर दिया, उस प्रकरण में पुलिस की लचर शैली सवाल खड़े कर रही है।
पुलिस को चकमा देकर डॉक्टर निर्विकल्प अपहरण कांड के आरोपी सनी मलिक पुत्र देवेंद्र मलिक निवासी सैनिक बिहार कॉलोनी कंकरखेड़ा (मेरठ) ने गौतमबुद्ध नगर की कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। उसने खुद को आर्म्स एक्ट के मामले में सरेंडर किया है।
डॉक्टर अपहरण कांड के आरोपी के किसी अन्य केस में सरेंडर करने से मथुरा पुलिस की एक बार फिर किरकिरी हुई है।
एसआईटी के प्रभारी एसपी क्राइम राधेश्याम राय की जांच अभी तक एक कदम आगे नहीं बढ़ नहीं सकी है। वहीं सीओ रिफाइनरी वरुण कुमार भी इस मामले में कुछ खास नहीं कर सके।
डॉक्टर निर्विकल्प अपहरण कांड: पुलिस की धीमी चाल, लचर शैली आखिर किस बात का संकेत है
- Advertisment -