रिपोर्ट रवि यादव
प्राइमरी शिक्षकों के पैन कार्ड बदलने के मामले में हुई जांच में कुछ शिक्षकों के पैन कार्ड बीएसए कार्यालय सबसे बदले गई थी ऐसे आधा दर्जन शिक्षकों का वेतन रोकने की कार्रवाई कर दी गई है जबकि ऐसे शिक्षकों के स्पष्टीकरण लेकर सही पैन कार्ड जमा कराकर वेतन देने को कहा गया था 2 माह से अधिक का समय बीत चुका है लेकिन बाबू की गलती की सजा शिक्षक भुगत रहे हैं इनको वेतन भी नहीं दिया जा रहा है गुरुवार को बीएसए ने समिति गठित कर कर इस मामले की सुनवाई की थी वित्त रहित 26 परिषदीय शिक्षकों को जांच के चलते शिक्षा अधिकारी चंद्रशेखर ने जांच पूरी होने तक वेतन रोकने के आदेश दिए थे लेकिन लगभग दो माह पूर्व वित्त एवं लेखाधिकारी ने बीएसए को भेजे गए पत्र में 29 शिक्षकों की सूची भेजी थी जिसमें उन शिक्षकों के नाम जिन्होंने अपने सेवाकाल में पैन कार्ड को बदला है,, किंतु कुछ ऐसे भी हैं जिन्होंने अपने सेवाकाल में पैन कार्ड नहीं बदला किंतु बाबू की लापरवाही के चलते उनके विभाग के कर्मचारी ने बदल दिए शिक्षकों की सूची में शामिल कर दिए थे अपना स्पष्टीकरण विभाग को दे दिया था,, इसके लिए शिक्षक इधर-उधर भटक रहे हैं और विभाग कुंभकर्णी नींद सो रहा है।