- 15 अक्तूबर को देशभर से अखाड़ा परिषद के पदाधिकारी होंगे शामिल
- यमुना के सौंदर्यीकरण व मथुरा-वृंदावन के विकास पर होगी चर्चा
मथुरा। श्रीकृष्ण जन्मस्थान को लेकर दायर याचिका के साथ मथुरा-वृंदावन के धार्मिक स्वरूप और यमुना की स्थिति को लेकर 15 अक्तूबर को वृंदावन में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की राष्ट्रीय बैठक आयोजित होने जा रही है। इसमें अखाड़ा परिषद के देश भर से संत पदाधिकारी प्रतिभाग करेंगे।
वृंदावन स्थित जूना अखाड़ा आश्रम में इसकी जानकारी देते हुए अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री और जूना अखाड़ा के अंतर्राष्ट्रीय संरक्षक हरगिरि महाराज ने बताया अखाड़ा परिषद हरिद्वार और प्रयागराज में आयोजित हुईं बैठकों में मथुरा-वृंदावन को लेकर भी चर्चाएं हुई हैं। संतों का आग्रह था कि वृंदावन में अखाड़ा परिषद की बैठक होनी चाहिए। इसी के दृष्टिगत परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी महाराज ने फैसला किया है कि इस बार 15 अक्तूबर को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक वृंदावन के सिंहपौर हनुमान मंदिर में होगी। इसमें श्रीकृष्ण जन्मस्थान को लेकर न्यायालय में हो रही सुनवाई के मुद्दे पर विचार किया जाएगा। कानूनी विशेषज्ञों से राय ली जाएगी कि अखाड़ा परिषद इसमें किस तरह अपनी भूमिका निभाएगा। इसके अलावा इस प्रस्तावित बैठक में साबरमती और प्रयागराज के दोनों किनारों का पर्यावरण की दृष्टि से किए विकास की भांति मथुरा से आगरा तक यमुना के दोनों तटों पर हरित पट्टी विकसित होनी चाहिए। इसके अलावा मथुरा-वृंदावन के धार्मिक स्वरूप के अनुरूप विकास पर चर्चा होगी। वृंदावन की प्राचीन धरोहरों के संरक्षण के लिए भी सरकार से आग्रह किया जाएगा।
इस बैठक में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के देश भर के संत शामिल होंगे। इस मौके पर नारायण गिरि महाराज और महंत प्रज्ञानंद जी महाराज मौजूद रहे।